21
http://www.mpboardonline.com MP BOARD CLASS 10 SOCIAL SCIENCE MODEL PAPER 2 WITH ANSWER :: खड :: वत नठ न- 1. रयत थान की ऩ नति कीजजए : (1) नददम, झीर व छोटे -फडे जराशम का जर ............. कहराता है। (2) भमदेश भ अखफायी कागज फनाने का कायखाना ........... भ है। (3) बायत भ सफसे अधधक फा बाववत याम ... ..... है। (4) तामा टोऩे ............... ध भ ऩायॊगत थे। (5) ‘जम दह' का नाया ............ ने ददमा था। 2. सही जोडी फनाइमे - () जॉफ काडि (1) काराफाजायी () भछरी ऩारन (2) बायतीम नभकॊ सॊथान () आई.एस.आई. (3) ाथमभक े () जीवाद (4) ऩॊजीक त ऩरयवाय () उऩबोता शोषण (5) मजतम का 3. मेक का एक वाम/शद भ उय दीजजए: () ताशकद सभझौते ऩय हताय कन देश ने कए ? () बायत भ येर सेवा ककस वषि आयब ह ? () कस सॊववधान सॊशोधन के वाया सॊवधान भ भौमरक कतिम जोडे गमे ? () भम देश की ववधान सबा की सदम सॊमा मा () बायत भ थभ ऩॊचवषीम मोजना कफ राग की गम? 4. सम/असम फताइए () उऩबोता स या अधधननमभ, 1986 भ ऩारयत ककमा गमा। () सेवा े अथिमवथा का वतीमक े होता है। () साख भ ा के अतगित चेक , डी, ाट आते ह। () अमशा रोकतॊ के मरए एक फडी च नौती है। () कारी मभटी कऩास उऩादन के मरए उऩत है।

MP BOARD CLASS 10 SOCIAL SCIENCE MODEL PAPER ......ग जय त क / ख /ड जजर /स /प र यम ब ह *कय फड त /ज स /भह य ष र, आन र

  • Upload
    others

  • View
    26

  • Download
    0

Embed Size (px)

Citation preview

Page 1: MP BOARD CLASS 10 SOCIAL SCIENCE MODEL PAPER ......ग जय त क / ख /ड जजर /स /प र यम ब ह *कय फड त /ज स /भह य ष र, आन र

http://www.mpboardonline.com

MP BOARD CLASS 10 SOCIAL SCIENCE MODEL PAPER 2 WITH ANSWER

:: खण्ड –अ ::

वस्तुननष्ठ प्रश्न- प्रश्न 1. रयक्त स्थानों की ऩूनत ि कीजजए :

(1) नददमों, झीरों व छोटे-फड ेजराशमों का जर ............. कहराता है।

(2) भध्मप्रदेश भें अखफायी कागज फनाने का कायखाना ........... भें है।

(3) बायत भें सफसे अधधक फाढ़ प्रबाववत याज्म ........ है।

(4) तात्मा टोऩे ............... मुद्ध भें ऩायॊगत थे।

(5) ‘जम दहन्द' का नाया ............ ने ददमा था। प्रश्न 2. सही जोडी फनाइमे-

(अ) जॉफ काडि (1) काराफाजायी

(फ) भछरी ऩारन (2) बायतीम नभकॊ सॊस्थान

(स) आई.एस.आई. (3) प्राथमभक ऺेत्र

(द) ऩूॉजीवाद (4) ऩॊजीकृत ऩरयवाय

(इ) उऩबोक्ता शोषण (5) व्मजक्तमों का प्रश्न 3. प्रत्मेक का एक वाक्म/शब्द भें उत्तय दीजजए: (अ) ताशकन्द सभझौते ऩय हस्ताऺय ककन देशों ने ककए?

(फ) बायत भें येर सेवा ककस वषि आयम्ब हुई?

(स) ककस सॊववधान सॊशोधन के द्वाया सॊववधान भें भौमरक कतिव्म जोड ेगमे?

(द) भध्म प्रदेश की ववधान सबा की सदस्म सॊख्मा क्मा (इ) बायत भें प्रथभ ऩॊचवषीम मोजना कफ रागू की गमी? प्रश्न 4. सत्म/असत्म फताइए्

(अ) उऩबोक्ता सुयऺा अधधननमभ, 1986 भें ऩारयत ककमा गमा।

(फ) सेवा ऺेत्र अथिव्मवस्था का द्ववतीमक ऺेत्र होता है।

(स) साख भुद्रा के अन्तगित चेक, हुण्डी, ड्राफ्ट आते हैं।

(द) अमशऺा रोकतॊत्र के मरए एक फडी चुनौती है।

(इ) कारी मभट्टी कऩास उत्ऩादन के मरए उऩमुक्त है।

Page 2: MP BOARD CLASS 10 SOCIAL SCIENCE MODEL PAPER ......ग जय त क / ख /ड जजर /स /प र यम ब ह *कय फड त /ज स /भह य ष र, आन र

http://www.mpboardonline.com

प्रश्न 5. सही ववकल्ऩ चुनकय मरखखए्

(अ) 1857 के सॊग्राभ के सभम बायत के गवनिय जनयर थे- (i) डरहौजी (ii) फैंदटॊक (iii) कैननॊग (iv) रयऩन :

(फ) बायतीम सॊववधान भें ककतने अनुच्छेद हैं?

(i) 350 (ii) 390 (iii) 395 (iv) 370

(स) याज्म सबा का सबाऩनत कौन होता है-

(i) याष्रऩनत (ii) प्रधानभॊत्री (iii) उऩयाष्रऩनत (iv) गहृभॊत्री।

(द) जनसॊख्मा की दृजष्ट से बायत को ववश्व भें कौनसा स्थान है -

(i) तीसया (ii) दसूया (iii) सातवाॉ (iv) ऩाॉचवाॉ

(इ) कृवष ऺेत्र सजम्भमरत है-

(i) प्राथमभक भें (ii) द्ववतीमक भें (iii) ततृीमक भें (iv) द्ववतीमक एवॊ ततृीमक दोनों भें।

खण्ड -फ प्रश्न 6. भदृा सॊयऺण से आऩ क्मा सभझते हैं?

अथवा ऊजाि के ऩयम्ऩयागत एवॊ गैय-ऩयम्ऩयागत साधनों के नाभ फताइमे। प्रश्न 7. 1857 के स्वतॊत्रता सॊग्राभ का तात्कामरक कायण क्मा था?

अथवा नाना साहेफ के मोगदान को मरखखए। http://www.mpboardonline.com प्रश्न 8. 'जॉफ काडि' क्मा है? इसे कैसे प्राप्त ककमा जाता है?

अथवा बूमभ ववकास फैंक ककसान को ककस अवधध के मरए ऋण देता है? प्रश्न 9. ऻान आधारयत सभाज ककसे कहते हैं? 2

अथवा दयूसॊवेदी इकाई से क्मा आशम है? प्रश्न 10. एकाधधकाय क्मा है?

अथवा उऩबोक्ता शोषण के दो प्रकाय फतराइमे।

Page 3: MP BOARD CLASS 10 SOCIAL SCIENCE MODEL PAPER ......ग जय त क / ख /ड जजर /स /प र यम ब ह *कय फड त /ज स /भह य ष र, आन र

http://www.mpboardonline.com

प्रश्न 11. सॊशोधधत वन नीनत, 1988 का भुख्म आधाय क्मा है?

अथवा श्वेत क्राजन्त क्मा है? प्रश्न 12. भदृा ऩरयच्छेददका से क्मा तात्ऩमि है? स्ऩष्ट कीजजए।

अथवा खननज ऩदाथों के सॊयऺण के उऩाम फतराइए। प्रश्न 13. सन ्1857 की क्राॊनत भें भॊगर ऩाण्ड ेकी क्मा बूमभका यही?

अथवा बायत भें याष्रीम जागनृत के ववकास भें ऩजश्चभ के ववचायों औय मशऺा ने क्मा बूमभका ननबाई? प्रश्न 14. सन ्1857 की क्राजन्त के आधथिक कायण मरखखए।

अथवा उग्र याष्रवादी आन्दोरन के ववकास तथा कामिऩद्धनत ऩय सॊक्षऺप्त ननफन्ध मरखखए। प्रश्न 15. कच्चे भार के आधाय ऩय उद्मोग ककतने प्रकाय के होते हैं? नाभ मरखखए।

अथवा ध्वनन प्रदषूण को ननमॊत्रत्रत कयने के कोई चाय उऩाम मरखखए। प्रश्न 16. अन्तयािष्रीम व्माऩाय को प्रबाववत कयने वारे प्रभुख कायकों को मरखखए।

अथवा इन्टयनेट से क्मा तात्ऩमि है? प्रश्न 17. "प्राकृनतक आऩदाओॊ के मरए वनों का ववदोहन उत्तयदामी है''क्मा मह सच है? सभझाइए।

अथवा ''आऩदा प्रफन्धन का ऻान प्रत्मेक ववद्माथी को होना चादहए। '' क्मों? प्रश्न 18. जमरमाॉवारा फाग हत्माकाण्ड की घटना को मरखखए।

अथवा सववनम अवऻा आन्दोरन का भध्म प्रदेश ऩय क्मा प्रबाव ऩडा? प्रश्न 19. बायत औय चीन मुद्ध के क्मा ऩरयणाभ हुए? मरखखए।

अथवा आऩातकार क्मा है? स्ऩष्ट कीजजए।

Page 4: MP BOARD CLASS 10 SOCIAL SCIENCE MODEL PAPER ......ग जय त क / ख /ड जजर /स /प र यम ब ह *कय फड त /ज स /भह य ष र, आन र

http://www.mpboardonline.com

प्रश्न 20. सभाजवादी एवॊ ऩॊथ ननयऩेऺता का आशम सभझाइए।

अथवा बायत एक धभि-ननयऩेऺ याष्र है, सभझाइए। प्रश्न 21. आधथिक प्रणारी का अथि फताते हुए इसकी ववशेषताएॉ मरखखए।

अथवा ऩूॉजीवाद का अथि फताइए तथा इसके रऺण मरखखए। प्रश्न 22. ददमे गमे बायत के भानधचत्र भें ननम्नमरखखत को दशािइमे-

(1) नभिदा नदी, (2) फॊगार की खाडी, ( 3 ) ककि येखा, (4) छोटा नागऩुय का ऩठाय, (5) ददल्री।

अथवा भौसभ भानधचत्रों का भहत्व/ववशेषताएॉ फताए। http://www.mpboardonline.com प्रश्न 23. 1857 के सॊग्राभ के भध्मप्रदेश ऺेत्र के सम्फजन्धत सेनाननमों के मोगदान का वणिन कीजजए। (कोई 2)

अथवा बायत छोडो आन्दोरन का भध्मप्रदेश ऩय क्मा प्रबाव ऩडा? प्रश्न 24. बायत-चीन मुद्ध भें एकतयपा मुद्ध ववयाभ की घोषणा चीन ने क्मों की ? वणिन कीजजए।

अथवा कश्भीय सभस्मा क्मा है? ववस्ताय से सभझाइए। प्रश्न 25. प्रधानभॊत्री के कामि मरखखए।

अथवा जजरा ऩॊचामत के कामि मरखखए। प्रश्न 26. जनसॊख्मा ववस्पोट का देश ऩय क्मा प्रबाव ऩडता है? फतराइए।

अथवा आतॊकवाद क्मा है?

Page 5: MP BOARD CLASS 10 SOCIAL SCIENCE MODEL PAPER ......ग जय त क / ख /ड जजर /स /प र यम ब ह *कय फड त /ज स /भह य ष र, आन र

http://www.mpboardonline.com

ANSWER

:: खण्ड (अ) :: उत्तय-1. (1) ऩषृ्ठीम जर, (2) नेऩानगय, (3) ऩजश्चभ फॊगार, (4) गुरयल्रा, (5) सुबाषचन्द्र फोस। उत्तय-2. (अ) 4, (फ) 3, (स) 2, (द) 5, (इ) 1

उत्तय-3. (अ) बायत एवॊ ऩाककस्तान, (फ) 1853, (स) 42वें सॊशोधन द्वाया, (द) 230, (इ) 1 अप्रैर 1951 से। उत्तय-4. (अ) सत्म, (फ) असत्म, (स) सत्म, (द) सत्म, (इ) सत्म। उत्तय-5. (अ)-(iii), (फ)-(iii), (स)-(iii), (द)-(ii), (इ)-(i)।

:: खण्ड (फ) :: प्रश्न 6. भदृा सॊयऺण से आऩ क्मा सभझते हैं? उत्तय- भदृा के अऩयदन औय ववनाश को योकना भदृा सॊयऺण कहराता है।

अथवा ऊजाि के ऩयम्ऩयागत एवॊ गैय-ऩयम्ऩयागत साधनों के नाभ फताइमे। उत्तय- (1) ऊजाि के ऩयम्ऩयागत साधन भें कोमरा , खननज तेर, प्राकृनतक गैस तथा जर-ववद्मुत ्सजम्भमरत हैं।

(2) ऊजाि के गैय-ऩयम्ऩयागत साधन भें सौय ऊजाि , ऩवन ऊजाि , ज्वायीम ऊजाि , बू-ताऩीम ऊजाि , गौफय गैस आदद आते हैं। प्रश्न 7. 1857 के स्वतॊत्रता सॊग्राभ का तात्कामरक कायण क्मा था? उत्तय- 1857 के स्वतॊत्रता सॊग्राभ का तात्कामरक कायण ‘चफी वारे कायतूसों का प्रमोग नहीॊ कयना था।

अथवा नाना साहेफ के मोगदान को मरखखए। उत्तय- नाना साहेफ- नाना साहेफ , सॊग्राभ के अन्म भहत्वऩूणि नेता थे। नाना साहेफ बूतऩूवि ऩेशवा फाजीयाव द्ववतीम के दत्तक ऩुत्र थे औय त्रफठूय भें ननवास कयते थे। ऩेशवा की भतृ्मु के उऩयान्त रॉडि डरहौजी ने नाना साहेफ को ऩेंशन एवॊ उऩाधध देने से वॊधचत कय ददमा था। अत् नाना ने अऩने स्वाभीबक्त सैननकों की भदद से अॊगे्रजों को कानऩुय से ननकार ददमा औय स्वमॊ को ऩेशवा घोवषत कय ददमा। तात्मा टोऩे औय अजीभुल्राह नाना साहेफ के स्वाभीबक्त सेनानामक थे।

Page 6: MP BOARD CLASS 10 SOCIAL SCIENCE MODEL PAPER ......ग जय त क / ख /ड जजर /स /प र यम ब ह *कय फड त /ज स /भह य ष र, आन र

http://www.mpboardonline.com

प्रश्न 8. 'जॉफ काडि' क्मा है? इसे कैसे प्राप्त ककमा जाता है? उत्तय- योजगाय गायॊटी मोजना के तहत ्योजगाय प्राप्त कयने वारे ऩॊजीमत ऩरयवायों को ग्राभ ऩॊचामत द्वाया योजगाय ऩत्र (जॉफ काडि) जायी ककमा जाता है , जजसभें सॊफॊधधतों का ऩूणि वववयण होता है। मह योजगाय ऩत्र जायी होने के ददनाॊक से 5 वषि के मरमे वैध होता एवॊ प्रत्मेक 5 वषि की सभाजप्त के फाद एक भाह के अॊदय ग्राभ ऩॊचामत द्वाया नवीनीकृत ककमा जा सकता है। जॉफ काडि फीऩीएर सवे ऩय आधारयत होता है। जॉफ काडि भें ककसी बी प्रकाय के ऩरयवतिन कयने हेतु ग्राभ ऩॊचामत सऺभ होती है। काडि गुभ होने , खयाफ होने ऩय ननधािरयत शुल्क जभा कयके नमा काडि फनवामा जा सकता है।

अथवा बूमभ ववकास फैंक ककसान को ककस अवधध के मरए ऋण देता है? उत्तय- बूमभ ववकास फैंक ककसान को दीघिकारीन अवधध के मरए ऋण देता है। प्रश्न 9. ऻान आधारयत सभाज ककसे कहते हैं? http://www.mpboardonline.com उत्तय- ऻान आधारयत सभाज- वह सभाज जजसभें सबी कक्रमाएॉ उऩरब्ध ऻान के आधाय ऩय सॊचामरत होती हैं। दयूसॊचाय तॊकनीक के ववस्ताय से ऻान आधारयत सभाज की धायणा का ववकास हुआ है।

अथवा दयूसॊवेदी इकाई से क्मा आशम है? उत्तय- उऩग्रहों के भाध्मभ से सॊचामरत सॊचाय सेवाएॉ , बूजर स्तय भाऩना , खननज व ऩेरोमरमभ ऩदाथों का ऩता रगाना , नक्शा तैमाय कयना , गुप्त जानकारयमाॉ आदद सेवाओॊ का कक्रमान्वमन दयूसॊवेदी इकाई के द्वाया होता है। प्रश्न 10. एकाधधकाय क्मा है? उत्तय- ककसी वस्तु के उत्ऩादन एवॊ ववतयण ऩय ककसी एक उत्ऩादक अथवा एक उत्ऩादक सभूह का अधधकाय होना, एकाधधकाय कहराता है।

अथवा उऩबोक्ता शोषण के दो प्रकाय फतराइमे। उत्तय- उऩबोक्ता शोषण के दो प्रकाय हैं- (अ) घदटमा गुणवत्ता (फ) मभरावट एवॊ अशुद्धता प्रश्न 11. सॊशोधधत वन नीनत, 1988 का भुख्म आधाय क्मा है? उत्तय- 7 ददसम्फय , 1988 को नवीन वन नीनत घोवषत की गई जजसके भुख्म आधाय ननम्नमरखखत हैं- (1) ऩमािवयण भें जस्थयता राना , (2) जीव-जन्तुओॊ व वनस्ऩनत जैसी प्राकृनतक धयोहय की सुयऺा कयना, (3) रोगों की फुननमादी जरूयतें ऩूयी कयना।

Page 7: MP BOARD CLASS 10 SOCIAL SCIENCE MODEL PAPER ......ग जय त क / ख /ड जजर /स /प र यम ब ह *कय फड त /ज स /भह य ष र, आन र

http://www.mpboardonline.com

अथवा श्वेत क्राजन्त क्मा है? उत्तय- श्वेत क्राजन्त- श्वेत क्राजन्त का अथि है डमेयी ववकास कामिक्रभों के द्वाया दगु्ध उत्ऩादन भें वदृ्धध। इसभें ग्राभीण ऺेत्रों भें दधू का उत्ऩादन फढ़ाने ऩय ववशेष फर ददमा गमा है। सयकाय द्वाया ववदेशी नस्रों की गामों तथा स्थानीम गामों के सॊकयण से नई जानतमों का ववकास ककमा गमा है जो अधधक दधू देती हैं। ग्राभीण ऺेत्रों भें सहकायी समभनतमों का गठन कय गाॉवों भें दगु्ध उत्ऩादकों के दधू को एकत्रत्रत कयके उसे फेचने का प्रफन्ध कयती हैं। मे समभनतमाॉ ऋण देती हैं तथा ऩशुओॊ की धचककत्सा की व्मवस्था बी कयती हैं। मह आन्दोरन गुजयात के खेडा जजरे से प्रायम्ब होकय फडी तेजी से भहायाष्र , आन्र प्रदेश , ऩॊजाफ, हरयमाणा, याजस्थान, उत्तय प्रदेश भें ऩहुॉच गमा। प्रश्न 12. भदृा ऩरयच्छेददका से क्मा तात्ऩमि है? स्ऩष्ट कीजजए। उत्तय- भदृा ऩरयच्छेददका- ऩूणि ववकमसत भदृाओॊ के रम्फवत ्ऩरयच्छेद (कटान) भें गठन , यॊग औय ऩयतें एक के ऊऩय एक त्रफछी होती हैं। भदृा की ऩयतों के ववन्मास को ही भदृा ऩरयच्छेददका कहते हैं। इसभें (क) ऊऩयी ऩयत को ऊऩयी भदृा (ख) दसूयी ऩयत को उऩभदृा (ग) तीसयी ऩयत को अऩऺनमत भूर चट्टानी ऩयत तथा (घ) चौथी ऩयत भें भूर चट्टान होती है। ऊऩयी ऩयत की ऊऩयी भदृा ही वास्तववक भदृा की ऩयत है , जजसभें ह्मूभस औय जैव ऩदाथि ऩामा जाता है।

अथवा खननज ऩदाथों के सॊयऺण के उऩाम फतराइए। उत्तय- खननज ऩदाथों का सॊयऺण हभ ननम्नमरखखत तयीकों से कय सकते हैं-

(i) प्रत्मेक याष्र मह सभझे कक प्रकृनत की मह सम्ऩदा आने वारी ऩीदढ़मों के मरए बी है। इसीमरए आधथिक ववकास की दौड भें खननज ऩदाथों का दोहन सीमभत कय दे , जजससे भानव व प्रकृनत का सॊतुरन फना यहे। प्रनतस्ऩधाि के कायण भानवीम गुणों का ह्रास न हो। ववश्वफन्धुत्व की बावना यखकय हय देश खननजों के वैकजल्ऩक साधन तराशे।

(ii) वातावयण प्रदवूषत कयने वारे ऩदाथों का उऩमोग फन्द ककमा जाना चादहए।

(iii) खननज ऩदाथों के ववकल्ऩ की खोज की जानी चादहए।

(iv) सॊमुक्त याष्र सॊघ ( U.N.O.) को हय देश द्वाया खननज ऩदाथों के दोहन व उऩमोग ऩय ननगयानी यखना चादहए। प्रश्न 13. सन ्1857 की क्राॊनत भें भॊगर ऩाण्ड ेकी क्मा बूमभका यही? उत्तय- भॊगर ऩाॊड-े भॊगर ऩाॊड ेएक सैननक था , जो फैयकऩुय (फॊगार) जस्थत छावनी भें ऩदस्थ था। 29 भाचि 1857 को इस सैननक ने चफी मभरे कायतूसों को भुॉह से काटने से स्ऩष्ट भना

Page 8: MP BOARD CLASS 10 SOCIAL SCIENCE MODEL PAPER ......ग जय त क / ख /ड जजर /स /प र यम ब ह *कय फड त /ज स /भह य ष र, आन र

http://www.mpboardonline.com

कय ददमा व क्रोध भें आकय अऩने अधधकारयमों की हत्मा कय दी। परस्वरूऩ उसे फन्दी फना। मरमा गमा औय 8 अप्रैर 1857 को पाॉसी दे दी गमी।

अथवा बायत भें याष्रीम जागनृत के वव़ोस भें ऩजश्चभ के ववचायों औय मशऺा ने क्मा बूमभका ननबाई? उत्तय- मद्मवऩ रॉडि भैकारे ने अॊगे्रजी मशऺा का प्रचाय बायतीम याष्रीमता को जड से सभाप्त कयने के उद्देश्म से ककमा था जो त्रिदटश साम्राज्म के दहत सम्वधिन के मरए कामि कयें। ऩयन्तु अॊगे्रजी मशऺा ने बायतीमों को ववदेशी फन्धन से भुक्त होने की पे्रयणा दे दी। अॊगे्रजी मशऺा का ऻान होने के कायण बायतीम ऩाश्चात्म ववचायधाया दशिन औय शासन प्रणारी से अवगत हो गए। वास्तव भें ऩाश्चात्म मशऺा ने बायतीमों भें याष्रीमता , स्वतॊत्रता, सभानता औय रोकतॊत्र जैसे आधुननक ववचायों को जागतृ ककमा। प्रश्न 14. सन ्1857 की क्राजन्त के आधथिक कायण मरखखए। उत्तय- आधथिक कायण- बायत भें त्रिदटश शासन की आधथिक नीनतमों के ऩरयणाभस्वरूऩ बायतीम उद्मोग व व्माऩाय नष्ट हो गमे। मशल्ऩकाय एवॊ दस्तकाय फफािद हो गमे , कय प्रणारी ने बायतीम ककसानों को फफािद कय ददमा , बायतीमों को उच्च ऩदों से दयू यखा जाता था। बायतीम धन हय तयीके से देश से फाहय जा यहा था। इन प्रकक्रमाओॊ के ववरुद्ध बायतीमों भें असन्तोष व्माप्त था।

अथवा उग्र याष्रवादी आन्दोरन के ववकास तथा कामिऩद्धनत ऩय सॊक्षऺप्त ननफन्ध मरखखए। उत्तय- याष्रीम आन्दोरन का उग्र स्वरूऩ सविप्रथभ भहायाष्र भें ऩरयरक्षऺत हुआ। 1893 ई. भें फार गॊगाधय नतरक ने भहायाष्र भें गणऩनत उत्सव को साविजननक रूऩ प्रदान ककमा। 1899 भें उन्होंने मशवाजी उत्सव भनाना प्रायम्ब ककमा। इन उत्सवों का उद्देश्म जनता भें याष्रीम बावना का ववकास कयना था। 1896-97 भें अकार तथा भहाभायी के कायण भहायाष्र भें घोय असन्तोष पैरा। ऩॊजाफ भें रारा राजऩतयाम , ने उग्रवादी आन्दोरन का नेततृ्व ककमा। उन्होंने ‘कामस्थ सभाचाय ' के भाध्मभ से जनता को सॊघषि के मरए पे्ररयत ककमा। फॊगार भें उग्रयाष्रवाद का जन्भ फॊगार ववबाजन से हुआ। http://www.mpboardonline.com

फॊगार ववबाजन के ववयोध भें साये देश भें साविजननक सबाएॉ की गमी औय जुरूस ननकारे गमे। वववऩनचन्द्र ऩार ने भद्रास का दौया ककमा औय जनता भें त्रिदटश शासन के ववरुद्ध चेतना उत्ऩन्न की। बायतीम ऩत्र-ऩत्रत्रकाओॊ ने बी उग्रवाद आन्दोरन के ववकास भें भहत्वऩूणि मोगदान ददमा। उग्र याष्रवाददमों की कामिऩद्धनत उदायवाददमों से मबन्न थी। उग्रयाष्रवादी त्माग औय फमरदान के फर ऩय ‘स्वशासन प्राप्त कयना चाहते थे। फदहष्काय , स्वदेशी औय याष्रीम मशऺा उनके तीन प्रभुख अस्त्र थे , जजनका प्रमोग उन्होंने त्रिदटश फन्धन से भुक्त होने

Page 9: MP BOARD CLASS 10 SOCIAL SCIENCE MODEL PAPER ......ग जय त क / ख /ड जजर /स /प र यम ब ह *कय फड त /ज स /भह य ष र, आन र

http://www.mpboardonline.com

के मरए ककमा। इन नेताओॊ ने ‘स्वयाज्म' शब्द का प्रमोग एक मबन्न अथि भें ककमा। उनके मरए ‘स्वशासन' का अथि मसपि याजनीनतक अधधकायों की प्राजप्त से नहीॊ था , वयन ्एक ऐसी याजनीनतक व्मवस्था की स्थाऩना से था , जजसभें जनता का ववकास हो सके। उग्र। याष्रवादी फदहष्काय औय स्वदेशी की नीनत के प्रफर सभथिक थे। ‘फदहष्काय' का अथि केवर ववदेशी वस्तुओॊ के फदहष्काय से नहीॊ था , अवऩतु इसका व्माऩक अथि था सयकायी सेवाओॊ , प्रनतष्ठानों तथा उऩाधधमों का फदहष्काय। उग्रयाष्रवादी नेताओॊ द्वाया चरामे जा यहे फदहष्काय औय स्वदेशी आन्दोरनों को फडी सपरता मभरी। बायतीम घयेरू उद्मोगों के मरए मह वयदान मसद्ध हुआ। कुटीय उद्मोगों के ववकास के मरए एक याष्रीम कोष का ननभािण ककमा गमा। शीघ्र ही स्कूर एवॊ कॉरेज इस आन्दोरन के प्रभुख केन्द्र फन गमे। अॊगे्रजी मशऺा बायतीमों के फौद्धधक ववकास को अवरुद्ध कयती थी। याष्रवाददमों ने याष्रीम मशऺा के कामिक्रभ के भाध्मभ से बायतीमों के फौद्धधक ववकास के मरए प्रमास ककए। इसका प्रभुख उद्देश्म था- ववद्माधथिमों को ऐसी मशऺा देना , जो देश के दहतों के अनुकूर हो। इस उद्देश्म की प्राजप्त के मरए याष्रीम मशऺा ऩरयषद् की स्थाऩना की गमी। प्रश्न 15. कच्चे भार के आधाय ऩय उद्मोग ककतने प्रकाय के होते हैं? नाभ मरखखए। उत्तय- कच्चे भार के आधाय ऩय उद्मोग तीन प्रकाय के होते हैं-

(i) कृवष आधारयत उद्मोग- जजन्हें कच्चा भार कृवष उत्ऩाद से प्राप्त होता है , जैसे- सूती वस्त्र उद्मोग।

(ii) खननज आधारयत उद्मोग- जजन्हें कच्चा भार खननजों से प्राप्त होता है , जैसे- रोहा-इस्ऩात उद्मोग।

(iii) वन आधारयत उद्मोग- जजन्हें कच्चा भार वनों से प्राप्त होता है , जैसे कागज उद्मोग।

अथवा ध्वनन प्रदषूण को ननमॊत्रत्रत कयने के कोई चाय उऩाम मरखखए। . उत्तय- ध्वनन प्रदषूण ननमॊत्रण के उऩाम-

(i) करकायखानों को शहय से दयू स्थावऩत कयना चादहए।

(ii) उद्मोगों द्वाया उत्ऩन्न शोय को कभ कयने के मरए नवीन तकनीक का प्रमोग ककमा जाना चादहए। इसके मरए शोय शोषक दीवायें बी फनाई जा सकती हैं।

(iii) उद्मोगों भें भशीनों का यखयखाव सही कयके , भशीनों का शोय कभ ककमा जा सकता है। खयाफ भशीनें शोय अधधक कयती हैं।

(iv) अधधक शोय उत्ऩन्न कयने वारे कायखानों भें श्रमभकों को कणि फन्दकों का प्रमोग अननवामि कय देना चादहए। प्रश्न 16. अॊन्तयािष्रीम व्माऩाय को प्रबाववत कयने वारे प्रभुख कायकों को मरखखए।

Page 10: MP BOARD CLASS 10 SOCIAL SCIENCE MODEL PAPER ......ग जय त क / ख /ड जजर /स /प र यम ब ह *कय फड त /ज स /भह य ष र, आन र

http://www.mpboardonline.com

उत्तय- अन्तयािष्रीम व्माऩाय को प्रबाववत कयने वारे कायक-

(i) जस्थनत- जो देश सॊसाय के व्माऩारयक भागों ऩय जस्थत होते हैं , उनकी व्माऩारयक उन्ननत शीघ्र होती है।

(ii) कटा-पटा सभुद्र तट- जजन देशों का सभुद्र तट फहुत कटा-पटा होता है , वहाॉ उन्नत फॊदयगाह ववकमसत होते हैं, रोग साहसी औय अच्छे नाववक होते हैं।

(iii) प्राकृनतक साधन- ककसी देश का व्माऩाय वहाॉ के प्राकृनतक साधनों की मबन्नता से प्रबाववत होता है। प्राकृनतक साधनों भें देश की जरवामु , वन, कृवष मोग्म बूमभ , कृवष उऩजें , खननज आदद सजम्भमरत ककमे जाते हैं। इन्हीॊ साधनों ऩय उत्ऩादन ननबिय कयता है।

(iv) आधथिक ववकास- सबी देशों के आधथिक ववकास की जस्थनत एक सभान नहीॊ होती। जो देश आधथिक प्रगनत भें आगे है, उनका व्माऩाय अधधक उन्नत होता है।

(v) साॊस्कृनतक मबन्नता- सॊसाय के सबी देश साॊस्कृनतक रूऩ से सभान नहीॊ हैं। ववमबन्न देशों भें साभाजजक एवॊ धामभिक दृजष्टकोण , यहन-सहन, यीनत-रयवाज, रुधचमाॉ मबन्न-मबन्न हैं। इस साॊस्कृनतक मबन्नता के कायण उत्ऩादन एवॊ भाॉग बी मबन्न -मबन्न है।

(vi) जनसॊख्मा की मबन्नता- जनसॊख्मा का असभान ववतयण व्माऩाय को प्रबाववत कयता है। अधधक जनसॊख्मा वारे देशों भें भाॉग अधधक यहती है , कभ जनसॊख्मा वारे देशों भें रोगों का जीवन स्तय ऊॉ चा होता है तथा वस्तुओॊ की भाॉग अधधक यहती है।

अथवा इन्टयनेट से क्मा तात्ऩमि है? http://www.mpboardonline.com उत्तय- इन्टयनेट इन्टयनेशनर नेटवकि का सॊक्षऺप्त नाभ है। इस सेवा से कोई बी व्मजक्त घय फैठे ववदेश की प्रत्मेक घटना को देख सकता है व सम्ऩकि कय सकता है। ववश्वबय के राखों कम्प्मूटय सूचना केन्द्रों से प्राप्त सूचनाओॊ व आॉकडों को अऩनी बाषा भें सयरता से प्राप्त ककमा जा सकता है। प्रश्न 17. “प्राकृनतक आऩदाओॊ के मरए वनों का ववदोहन उत्तयदामी है '' क्मा मह सच है ?

सभझाइए। उत्तय- हाॉ, प्राकृनतक आऩदाओॊ के मरए वनों का ववदोहन उत्तयदामी है। वनों के ववदोहन से वषाि प्रबाववत होती है व सूखे की जस्थनत ननमभित होती है। अत् सूखे की जस्थनत वनों के ववनाश के कायण उत्ऩन्न होती है। इसी प्रकाय वनों के ववनाश के कायण वषाि का जर प्रवाह तेज हो जाता है, जजससे फाढ़ आती है। अत् फाढ़ जैसी प्राकृनतक आऩदा बी वन ववदोहन का ऩरयणाभ होती है। अत् मह कहा सकता है। कक प्राकृनतक आऩदाओॊ के मरए वनों का ववदोहन उत्तयदामी है।

अथवा

Page 11: MP BOARD CLASS 10 SOCIAL SCIENCE MODEL PAPER ......ग जय त क / ख /ड जजर /स /प र यम ब ह *कय फड त /ज स /भह य ष र, आन र

http://www.mpboardonline.com

"आऩदा प्रफन्धन का ऻान प्रत्मेक ववद्माथी को होना चादहए। '' क्मों? उत्तय- आऩदा प्रफन्धन का ऻान प्रत्मेक ववद्माथी को होना चादहए , क्मोंकक आऩदा प्रफन्धन कक्रमाकराऩों की ऐसी श्रृॊखरा है , जो आऩदा से ऩहरे औय उसके फाद नहीॊ , फजल्क एक-दसूये के सभानान्तय चरती यहती हैं। मह व्मवस्था ववस्ताय औय सॊकुरन भॉडर से बी अधधक है ,

क्मोंकक इस व्मवस्था भें मह भानकय चरना ऩडता है कक आऩदा सभुदाम के बीतय आऩदा की योकथाभ , उसके दषु्प्रबाव को कभ कयने , जवाफी कायिवाई औय साभान्म जीवनस्तय ऩय रौटने के मरए आऩदा प्रफन्धन के सभस्त उऩाम ककए जा सकते है।

प्रश्न 18. जमरमाॉवारा फाग हत्माकाण्ड की घटना को मरखखए। उत्तय- योरेट अधधननमभ के ववयोध भें 6 अप्रैर सन ्1919 को अनेक जगहों ऩय हडतारों , काभ फॊद औय प्रदशिनों के आमोजन ककए गए। ऩॊजाफ भें बी योरेट अधधननमभ का ववयोध हुआ ,

सयकाय ने अनेक जगहों ऩय राठी , गोरी चरवाई। 10 अप्रैर को काॊगे्रस के दो। प्रबावशारी नेता डॉ. सत्मऩार औय डॉ. सैपुद्दीन ककचरू को धगयफ्ताय कयके जेर बेज ददमा गमा। इसके ववयोध भें अभतृसय के जमरमाॉवारा फाग भें 13 अप्रैर वैशाखी के ददन एक सबा आमोजजत हुई। जफ सबा चर यही थी , तफ जनयर डामय अऩने सैननकों को साथ रेकय फाग भें दाखखर हुआ औय त्रफना कोई चेतावनी ददए जफ तक गोरा फारूद खत्भ न हो जाए , तफ तक उसने गोरी चराने का आदेश ददमा। गोराफायी रगबग दस मभननट तक चरती यही , कोई बी फाहय बाग नहीॊ सका। फाग भें सयकायी आॉकडों के अनुसाय रगबग 400 रोग भतृ तथा 1200 रोग घामर हुए। इस दानवीम कामि ने ऩूये देश भें गुस्से की तीव्र रहय उत्ऩन्न की। इस घटना को जमरमाॉवारा फाग हत्माकाॊड के नाभ से जाना जाता है।

अथवा सववनम अवऻा आन्दोरन का भध्म प्रदेश ऩय क्मा प्रबाव ऩडा? उत्तय- सववनम अवऻा अन्दोरन का भध्म प्रदेश ऩय प्रबाव- अप्रैर 1930 भें भहात्भा गाॊधी के नेततृ्व भें देश भें सववनम अवऻा आन्दोरन आयम्ब हुआ। 6 अप्रैर को जजस ददन गाॊधीजी ने दाण्डी भें नभक कानून को तोडा , उसी ददन भध्म प्रदेश भें आन्दोरन पैर गमा। जफरऩुय भें सेठ गोववन्द दास औय द्वायका प्रसाद मभश्र के नेततृ्व भें प्रदशिन हुए। 8 अप्रैर को सीहोय ,

भण्डरा, कटनी औय दभोह भें जुरूस ननकरे। भध्म प्रदेश भें ऐसा कोई बी स्थान नहीॊ था ,

जहाॉ जनता ने सत्माग्रह भें बाग न मरमा हो। भध्म प्रदेश भें जॊगर कानून की अवऻा हुई। जॊगर सत्माग्रह भें आददवामसमों औय ग्राभीण जनता ने तो खुरकय बाग मरमा। ऩुमरस ने जॊगर सत्माग्रदहमों ऩय गोरी चरामी। रयमासतों की जनता ने बी गाॊधीजी द्वाया ननदेमशत कामिक्रभ के अनुसाय कानूनों की अवऻा की। नवमुवकों ने मशऺा सॊस्थाओॊ को छोड ददमा। सयकायी कभिचारयमों ने नौकरयमाॉ छोड दीॊ। जस्त्रमों ने शयाफ की दकुानों ऩय धयने ददमे। जैसे-जैसे आन्दोरन का ववस्ताय हुआ , सयकाय ने दभन तीव्रता से ककमा। ऩयन्तु इस आन्दोरन की

Page 12: MP BOARD CLASS 10 SOCIAL SCIENCE MODEL PAPER ......ग जय त क / ख /ड जजर /स /प र यम ब ह *कय फड त /ज स /भह य ष र, आन र

http://www.mpboardonline.com

भहत्वऩूणि फात मह थी कक सयकाय द्वाया आन्दोरन को दफाने के मरए हय सम्बव प्रमास कयने के फावजूद सववनम अवऻा आन्दोरन का उत्साह कभ नहीॊ हुआ। 14 जुराई, 1933 को गाॊधीजी के ननदेश ऩय साभूदहक सत्माग्रह फन्द हो गमा। उसके ऩश्चात ्व्मजक्तगत सत्माग्रह चरता यहा। भध्म प्रदेश के अनेक सेनानी सत्माग्रह कयते यहे। आन्दोरन से प्रबाववत अन्म स्थानों ऩय बी सयकाय ने अनेक रोगों को फन्दी फनामा , राठीचाजि ककमा औय आन्दोरन को कुचरने का प्रमास ककमा। उसके ऩश्चात ् 1942 तक ऩूये भध्म प्रदेश भें यचनात्भक कामि हुए तथा अरग-अरग घटनाओॊ ने याष्रीम आन्दोरन को प्रबाववत ककमा। प्रश्न 19. बायत औय चीन मुद्ध के क्मा ऩरयणाभ हुए? मरखखए। उत्तय-बायत औय चीन मुद्ध के ऩरयणाभ ननम्नमरखखत हैं- (अ) बायत-चीन सॊफॊध तनावऩूणि हो गए।

(फ) बायत के ब-ूबाग का एक फडा बाग चीन के कब्जे भें चरा गमा।

(स) बायत की अॊतयािष्रीम छवव एवॊ गुटननयऩेऺ नीनत आहत हुई।

(द) बायतीम ववदेश नीनत भें आदशिवाद के स्थान ऩय व्मावहारयकता औय मथाथिवाद को स्थान मभरा।

(ङ) बायतअभेरयका के सॊफॊधों भें सुधाय हुआ।

अथवा आऩातकार क्मा है? स्ऩष्ट कीजजए। http://www.mpboardonline.com उत्तय- आऩातकार रागू होने के फाद नागरयकों के भौमरक अधधकायों ऩय प्रबाव ऩडता है। मह आऩातकार याज्म सयकायों की स्वतन्त्रता ऩय बी प्रबाव ऩडता है। इसभें केन्द्र सयकाय की शजक्तमाॉ फढ़ जाती हैं। केन्द्र याज्म सूची के ववषमों ऩय बी कानून फनाने का अधधकाय यखता है। केन्द्र याज्म सयकायों को ननदेश देता है। याज्मऩार की रयऩोटि ऩय याष्रऩनत इस प्रकाय का आऩातकार रगाते हैं। अनेक फाय इस तयह का ननणिम वववाद का ववषम बी फना है। साधायणत् आऩातकारीन शजक्तमों का प्रमोग देश दहत भें ही हुआ है। ऩयन्तु सवािधधक आरोचना का ववषम आऩातकार का वह सभम यहा है , जजसे 25 जून, 1975 को बायत भें रगामा गमा था। इसे आन्तरयक उऩद्रव की आशॊका का आधाय रेकय रगामा गमा था। इस आऩातकार की आरोचना इसमरए हुई , क्मोंकक इसके भाध्मभ से बायतीम सॊववधान द्वाया प्रदत्त प्राण औय दैदहक स्वतन्त्रता के अधधकाय को याष्रऩनत के आदेश द्वाया ननरजम्फत ककमा गमा था। ऐसी जस्थनत भें कोई बी व्मजक्त न्मामारम से सॊयऺण प्राप्त कयने के मरए न्मामारम नहीॊ जा सकता था। इसीमरए जनता ऩाटी ने सत्ता भें आने के ऩश्चात ्नागरयकों के दैदहक स्वतॊत्रता के अधधकाय को सुयक्षऺत कयने के मरए सॊववधान भें सॊशोधन ऩारयत ककमा। इसके द्वाया मह स्ऩष्ट ककमा गमा कक दैदहक स्वतॊत्रता के अधधकाय को याष्रऩनत के आदेश के द्वाया आऩातकार भें बी ननरजम्फत नहीॊ ककमा जा सकता है। 1975 के आऩातकार भें

Page 13: MP BOARD CLASS 10 SOCIAL SCIENCE MODEL PAPER ......ग जय त क / ख /ड जजर /स /प र यम ब ह *कय फड त /ज स /भह य ष र, आन र

http://www.mpboardonline.com

केन्द्र सयकाय ने अऩने अधधकायों का उऩमोग कयते हुए ववऩऺ के सबी प्रभुख नेताओॊ को . फन्दी फना मरमा। सॊसद भें ववचाय व्मक्त कयने एवॊ वादवववाद कयने के अधधकायों से बी ववऩऺी नेताओॊ को वॊधचत कय ददमा। हजायों ननदोष नागरयकों को बी जेरों भें फन्द कय ददमा गमा, जजन ऩय सयकाय को केवर सन्देह भात्र था। याजनीनतक ववश्रेषक भानते हैं ककॊ तत्कारीन सभम भें आन्तरयक उऩद्रव जैसी कोई जस्थनत नहीॊ थी , ऩयन्तु अनावश्मक रूऩ से आऩातकार रगामा गमा। प्रश्न 20. सभाजवादी एवॊ ऩॊथननयऩेऺता का आशम सभझाइए। उत्तय- सभाजवादी याज्म से अमबप्राम है कक बायतीम व्मवस्था ‘सभाज के सभतावादी ढाॉचे ' ऩय आधारयत होगी। प्रत्मेक बायतीम की न्मूनतभ आवश्मकताओॊ की ऩूनत ि की जाएगी। बायतीम ऩरयजस्थनत के अनुसाय सभाजवाद को अऩनामा जाएगा।

सॊववधान भें ऩॊथननयऩेऺ याज्म का आदशि यखा गमा है। इसका अथि है कक याज्म सबी ऩॊथों की सभान रूऩ से यऺा कयेगा औय स्वमॊ ककसी बी ऩॊथ को याज्म के धभि के रूऩ भें नहीॊ भानेगा। सयकाय द्वाया नागरयकों के भध्म ऩॊथ के आधाय ऩय बेदबाव नहीॊ ककमा जाएगा। प्रत्मेक व्मजक्त को अऩने ववश्वास, धभि औय उऩासना की स्वतॊत्रता है।

अथवा बायत एक धभि-ननयऩेऺ याष्र है, सभझाइए। उत्तय- बायतवषि भें ववमबन्न धभों को भानने वारे रोग ननवास कयते हैं। बायतीम याजनीनत ककसी धभि से प्रबाववत नहीॊ है औय न ही बायत के आन्तरयक , वैदेमशक भाभरे धभि से प्रबाववत होते हैं। याष्र सबी को सभान भानता है , ककसी धभि ववशेष को अन्म धभों की तुरना भें अधधक भहत्व नहीॊ ददमा जा सकता। ककसी बी नागरयक को ककसी बी धभि को भानकय उसका प्रचाय कयने का अधधकाय है। याष्रीम स्कूरों भें धामभिक मशऺा की व्मवस्था नहीॊ होती। इस प्रकाय ककसी एक धभि को फढ़ावा नहीॊ मभर ऩाता जो मह स्ऩष्ट कयता है। कक बायत एक धभि-ननयेऩऺ याष्र है। प्रश्न 21. आधथिक प्रणारी का अथि फताते हुए इसकी ववशेषताएॉ मरखखए। उत्तय-ककसी देश भें आधथिक कक्रमाओॊ का सॊचारन जजस व्मवस्था से होता है , उसे आधथिक प्रणारी कहा जाता है। प्रो. एभ. गोटामरक के अनुसाय , “आधथिक प्रणारी भनुष्म के जदटर सॊफॊधों के उन तयीकों का अध्ममन है जजसके द्वाया अनेक ननजी व साविजननक आवश्मकताओॊ की सॊतुजष्ट के मरए सीमभत साधनों का उऩमोग ककमा जाता है। अत् आधथिक प्रणारी से आशम उस सॊस्थागत ढाॉचे से है। जजसके अॊतगित भानव का जीवन सॊचामरत होता है। मह एक व्माऩक धायणा है औय सभम तथा ऩरयजस्थनतमों के अनुसाय इसके स्वरूऩ भें ऩरयवतिन होता यहता है। आधथिक प्रणारी की प्रभुख ववशेषताएॉ ननम्नमरखखत हैं-

1. आधथिक प्रणारी का भुख्म उद्देश्म आधथिक सभस्माओॊ को हर कयना है।

Page 14: MP BOARD CLASS 10 SOCIAL SCIENCE MODEL PAPER ......ग जय त क / ख /ड जजर /स /प र यम ब ह *कय फड त /ज स /भह य ष र, आन र

http://www.mpboardonline.com

2. अथिव्मवस्था की भुख्म सभस्माएॉ हैं-क्मा उत्ऩादन ककमा जाए , उत्ऩादन ककसके मरए ककमा जाए औय उत्ऩादन कैसे ककमा जाए।

3. अथिव्मवस्था भें भानवीम आवश्मकताओॊ को सॊतुष्ट कयने वारे साधन सीमभत भात्रा भें होते हैं।

4. आधथिक प्रणारी के द्वाया भानवीम आवश्मकताओॊ की सॊतुजष्ट के मरए साधनों के प्रमोग के तयीकों का चुनाव ककमा जाता है।

अथवा ऩूॉजीवाद का अथि फताइए तथा इसके रऺण मरखखए। उत्तय- प्रो. रूक्स एवॊ हूट के अनुसाय , “ऩूॉजीवाद वह अथिव्मवस्था है जजसभें ननजी स्वामभत्व औय भनुष्म कृत मा प्राकृनतक साधनों को ननजी राब के मरए उऩमोग ककमा जाता है।" प्रो. जॉन स्रेची के अनुसाय , “ऩूॉजीवाद शब्द से आशम उस आधथिक प्रणारी से है जजसभें कायखानों एवॊ खेतों ऩय व्मजक्तमों का स्वामभत्व होता है। ऩूॉजीवाद भें सॊसाय पे्रभ मा स्नेह से नहीॊ वयन ्राब के उद्देश्म से कामि कयता है। इस प्रकाय स्ऩष्ट है कक ऩूॉजीवाद भें वस्तुओॊ के उत्ऩादन एवॊ ववतयण ऩय ननजी व्मजक्तमों का अधधकाय होता है तथा वे सॊग्रदहत ऩूॉजी का उऩमोग अऩने मरए कभाने के मरए कयते ऩूॉजीवादी प्रणारी के प्रभुख रऺण ननम्नमरखखत

1. उत्ऩवत्त के साधनों ऩय ननजी स्वामभत्व- ऩूॉजीवादी आधथिक प्रणारी की प्रभुख ववशेषता मह है कक इसभें उत्ऩवत्त के सबी साधनों ऩय ननजी व्मजक्तमों का स्वामभत्व होता है। इस प्रकाय ऩूॉजीवाद अथिव्मवस्था भें धन कभाने। औय उसका अऩनी इच्छा के अनुसाय उऩमोग कयने का। अधधकाय होता है।

2. आधथिक स्वतॊत्रता-ऩूॉजीवादी अथिव्मवस्था भें कोई बी व्मवसाम चुनने औय उसे इच्छानुसाय चराने की स्वतॊत्रता यहती है। उऩबोक्ताओॊ को बी अऩनी रुधच एवॊ आदत के अनुसाय वस्तुओॊ को चुनने की स्वतॊत्रता यहती है।

3. राब की बावना-इस प्रणारी भें राब की बावना का सवोच्च स्थान है। मही कायण है कक राब को ऩूॉजीवादी प्रणारी का रृदम कहा जाता है। ऩूॉजीवाद भें सबी गनतववधधमों का सॊचारन राब के मरए ककमा जाता है। उद्ममभमों का भुख्म रक्ष्म अऩने राब को फढ़ाना होता है।

4. शोषण ऩय आधारयत-ऩूॉजीवादी व्मवस्था भें दो वगि होते हैं , मथा-ऩूॉजीऩनत वगि औय श्रमभक वगि। ऩूॉजीऩनत वगि अऩने राब को फढ़ाने के मरए फहुत कभ भजदयूी देता है। इससे श्रमभकों का शोषण होता है। इसीमरए कहा जाता है। कक ऩूॉजीवादी आधथिक प्रणारी शोषण ऩय आधारयत यहती है। http://www.mpboardonline.com

5. भूल्म मॊत्र-ऩूॉजीवादी अथिव्मवस्था का सॊचारन ‘भूल्म मॊत्र ' के द्वाया होता है। भूल्म मॊत्र से आशम अथिव्मवस्था भें ववद्मभान भाॉग एवॊ ऩूनत ि की शजक्तमों से है।

Page 15: MP BOARD CLASS 10 SOCIAL SCIENCE MODEL PAPER ......ग जय त क / ख /ड जजर /स /प र यम ब ह *कय फड त /ज स /भह य ष र, आन र

http://www.mpboardonline.com

प्रश्न 22. ददमे गमे बायत के भानधचत्र भें ननम्नमरखखत को दशािइमे-

(1) नभिदा नदी, (2) फॊगार की खाडी, ( 3 ) ककि येखा, (4) छोटा नागऩुय का ऩठाय, (5) ददल्री।

Page 16: MP BOARD CLASS 10 SOCIAL SCIENCE MODEL PAPER ......ग जय त क / ख /ड जजर /स /प र यम ब ह *कय फड त /ज स /भह य ष र, आन र

http://www.mpboardonline.com

उत्तय-

अथवा भौसभ भानधचत्रों का भहत्व/ववशेषताएॉ फताइए। उत्तय- भौसभ भानधचत्र का भहत्व-

(i) भौसभ भानधचत्रों की सहामता से भौसभ का ऩूवािनुभान रगामा जाता है। इसे सभाचाय ऩत्रों एवॊ आकाशवाणी के भाध्मभ से प्रसारयत कय , अनतवजृष्ट, अनावजृष्ट, बूकम्ऩ, ओरावजृष्ट, तूपान एवॊ दहभऩात जैसी प्राकृनतक आऩदाओॊ से जन साभान्म को सुयक्षऺत कयने का प्रमास ककमा जाता है।

(ii) भौसभ भानधचत्र से प्राप्त ऩूवािनुभान नौ-सॊचारन , वामुमान की सुयक्षऺत उडान , अकार के दषु्प्रबावों एवॊ कृवष की सही देखबार भें भदद कयते हैं। प्रश्न.23. 1857 के सॊग्राभ के भध्मप्रदेश ऺेत्र के सम्फजन्धत सेनाननमों के मोगदान का वणिन कीजजए। (कोई 2) उत्तय- 1857 के सॊग्राभ के भध्मप्रदेश ऺेत्र के सम्फजन्धत प्रभुख सेनाननमों का मोगदान ननम्नानुसाय है- http://www.mpboardonline.com

(i) वीयागॊना यानी अवॊतीफाई- भॊडरा जजरे के वीय सेनाननमों भें याभगढ़ की यानी ने बी अऩनी भातबृूमभ के प्रनत जजस पे्रभ तथा शौमि का प्रदशिन ककमा था , उसके कायण उन्हें हभाये देश की भहानतभ वीयाॊगनाओॊ भें स्थान है। यानी अवन्ती फाई ने हडऩनीनत के ववयोध भें अॊगे्रजों से टक्कय री। यानी ने फडी फहादयुी के साथ अॊगे्रजों का भुकाफरा ककमा रेककन जफ वे चायों

Page 17: MP BOARD CLASS 10 SOCIAL SCIENCE MODEL PAPER ......ग जय त क / ख /ड जजर /स /प र यम ब ह *कय फड त /ज स /भह य ष र, आन र

http://www.mpboardonline.com

तयप से अॊगे्रज सेना से नघय गमी तफ उन्होंने अऩने अॊगयऺक के हाथ से तरवाय छीनकय उसे अऩनी छाती भें घोंऩ मरमा तथा वीयगनत को प्राप्त हुई।

(ii) याजा फख्तावय मसॊह- अॊगे्रजों के खखराप ववद्रोह की धचॊगायी प्रज्ज्वमरत होने भें अभझेया (धाय से रगबग 30 कक.भी.) के याजा फख्तावयमसॊह भारवा के ऩहरे शासक थे जजसने कम्ऩनी के शासन का अॊत कयने का फीडा उठामा था। अॊगे्रजों की सेना को याजा ने कडी टक्कय दी ,

ककन्तु अऩने ही सहमोधगमों द्वाया ववश्वासघात के कायण फख्तावय मसॊह धगयफ्ताय ककए गए। अॊगे्रजों ने उन्हें इन्दौय भें पाॉसी ऩय चढ़ा ददमा।

अथवा बायत छोडो आन्दोरन का भध्मप्रदेश ऩय क्मा प्रबाव ऩडा? उत्तय- भध्मप्रदेश ऩय बायत छोडो आन्दोरन का प्रबाव- अगस्त 1942 भें देश के याजनीनतक यॊगभॊच ऩय ‘बायत छोडो ' नाभक ऐनतहामसक आन्दोरन की शुरुआत हुई। 8 अगस्त को बायत छोडो प्रस्ताव फम्फई भें होने वारी अखखर बायतीम काॊगे्रस समभनत ने ऩारयत ककमा। 9 अगस्त को गाॊधीॊजी सदहत साये फड ेनेता फन्दी फनामे जा चुके थे। ऐसी जस्थनत भें ऩॊडडत यववशॊकय शुक्र, द्वायकाप्रसाद मभश्र सदहत भध्मप्रदेश के सबी फड ेनेता दभन के नग्न ताॊडव का साभना कयने के मरए अऩने प्रदेश वाऩस रौट आमे। प्रत्मेक नगय , तहसीर औय ग्राभ भें जनता ने अऩने-आऩको सॊगदठत ककमा औय सॊघषि का सूत्रऩात ककमा। फैतूर जजरे भें आन्दोरन ने उग्र रूऩ धायण ककमा। ऩुमरस ने गोरी चराकय दभन का प्रमास ककमा। भॊडरा ,

सागय, होशॊगाफाद, नछॊदवाडा, जफरऩुय आदद स्थानों ऩय जनता ने शासकीम कामािरमों ऩय हभरा कय अमबरेखों को ववनष्ट ककमा , येर, ताय के ऩरयवहन-साधनों को नछन्न-मबन्न कय ददमा। ऩुमरस ने महाॉ दभनकायी नीनत अऩनाई। जफरऩुय भें सेठ गोववन्ददास फन्दी फना मरमे गमे। इसी प्रनतकक्रमास्वरूऩ आन्दोरन औय तेज हुआ। अत् खण्डवा , खयगौन, नयमसॊहऩुय, दभोह,

फाराघाट सदहत सबी स्थानों ऩय नागरयकों ने फढ़-चढ़कय आन्दोरन भें बाग मरमा। प्रश्न 24. बायत-चीन मुद्ध भें एकतयपा मुद्ध ववयाभ की घोषणा चीन ने क्मों की ? वणिन कीजजए। उत्तय-चीनी पौजों ने 20 अक्टूफय 1962 को बायत-चीन सीभा ऩय तैनात बायतीम पौजों ऩय आक्रभण ककमा। अक्टूफय 1962 का बायत-चीन मुद्ध कोई आकजस्भक घटनाक्रभ नहीॊ था। मह सफ उन घटनाओॊ की चयभ ऩरयणनत थी जो नतब्फत सॊकट को देखने के फाद आई। चीन द्वाया भैकभोहन येखा को अस्वीकाय ककमा गमा औय मह आक्रभण रद्दाख के अक्साई चीन औय ऩूवि भें नेपा (अफ अरुणाचर प्रदेश) भें व्माऩक ऩैभाने ऩय हुआ। इस दौयान मुद्ध ववयाभ के सुझाव अवश्म साभने आए , ककन्तु कोई सभझौता नहीॊ हो सका। चीन ने 26 अक्टूफय 1962

को एक तीन सूत्रीम सुझाव ददमा , जजसके जफाव भें बायत ने सीभाओॊ ऩय मथाजस्थनत फनामे यखने का सुझाव ददमा। अॊत भें चीन ने 21 नवम्फय 1962 को एकतयपा मुद्ध ववयाभ की

Page 18: MP BOARD CLASS 10 SOCIAL SCIENCE MODEL PAPER ......ग जय त क / ख /ड जजर /स /प र यम ब ह *कय फड त /ज स /भह य ष र, आन र

http://www.mpboardonline.com

घोषणा की। कई ववद्वानों ने चीन के एकतयपा मुद्ध ववयाभ की घोषणा से ननम्न ननष्कषि ननकारे-

(अ) चीन अऩनी शजक्त का प्रदशिन कयना चाहता था।

(फ) चीन की नीनत ववस्तायवादी थी।

(स) चीन ववश्व भें अऩनी आधथिक व याजनैनतक सवोच्चता स्थावऩत कयना चाहता था।

(द) चीन बायतीम गुटननयऩेऺा की नीनत को गरत फताना चाहता था।

(ङ) मुद्ध ववयाभ की घोषणा कयके चीन ववश्व सभुदाम का सभथिन प्राप्त कयना चाहता था।

अथवा कश्भीय सभस्मा क्मा है? ववस्ताय से सभझाइए। उत्तय- कश्भीय बायत की उत्तय-ऩजश्चभ सीभा ऩय जस्थत होने के कायण बायत औय ऩाककस्तान दोनों को जोडता है। कश्भीय के याजा हयीमसॊह ने अऩनी रयमासत जम्भू-कश्भीय को स्वतॊत्र यखने का ननणिम मरमा। याजा हयीमसॊह सोचते थे कक कश्भीय मदद ऩाककस्तान भें मभरता है तो जम्भू की दहन्द ूजनता औय रद्दाख की फौद्ध जनता के साथ अन्माम होगा औय मदद वह बायत मभरता है तो भुजस्रभ जनता के साथ अन्माम होगा। अत् उसने मथा जस्थनत फनाए यखी औय ववरम के ववषम भें तत्कार कोई ननणिम नहीॊ मरमा। 22 अक्टूफय 1947 को मह उत्तय-ऩजश्चभ सीभा प्राॊत के कफाममरमों औय अनेक ऩाककस्ताननमों ने कश्भीय ऩय आक्रभण कय ददमा। ऩाककस्तान कश्भीय को अऩने भें मभराना चाहता था , अत् उसने सीभाओॊ ऩय सेना को इकट्ठा कय चाय ददनों के बीतय ही हभराकय आक्रभणकायी श्रीनगय से 25 भीर दयू फायाभूरा तक आ ऩहुॉचे। कश्भीय के शासक ने आक्रभणकारयमों से अऩने याज्म को फचाने के मरए बायत सयकाय से सैननक सहामता भाॊगी , साथ ही कश्भीय को बायत भें सजम्भमरत कयने की प्राथिना की। बायत सयकाय ने इस प्रस्ताव को स्वीकाय ककमा औय बायतीम सेनाओॊ को कश्भीय बेज ददमा।

सॊमुक्त याष्र सॊघ की सुयऺा ऩरयषद् ने इस सभस्मा के मरए ऩाॉच याष्रों चेकोस्रोवाककमा ,

अजेण्टाइना, अभेरयका, कोरजम्फमा औय फेजल्जमभ के सदस्मों का एक दर फनामा , इस दर को भौके ऩय जाकय जस्थनत का अवरोकन कयना था औय सभझौते का भागि ढूॉढना था। सॊमुक्त याष्र सॊघ के दर ने भौके ऩय जाकय जस्थनत का अध्ममन ककमा। रम्फी वाताि के फाद दोनों ऩऺ 1 जनवयी 1949 को मुद्ध ववयाभ के मरए सहभत हो गए। कश्भीय के ववरम का ननणिम जनभत सॊग्रह के आधाय ऩय होना था। रेककन जनभत सॊग्रह का कोई ऩरयणाभ नहीॊ ननकरा। जवाहयरार नेहरू जनभत सॊग्रह की अऩनी वचनफद्धता का ऩारन कयना चाहते थे ऩयन्तु ऩाककस्तान ने सॊमुक्त याष्रसॊघ की शतों का उल्रॊघन कय अधधकृत ऺेत्र (आजाद कश्भीय) से अऩनी सेनाएॉ नहीॊ हटाई थीॊ। http://www.mpboardonline.com

Page 19: MP BOARD CLASS 10 SOCIAL SCIENCE MODEL PAPER ......ग जय त क / ख /ड जजर /स /प र यम ब ह *कय फड त /ज स /भह य ष र, आन र

http://www.mpboardonline.com

कफाइरी बी वहीॊ फने हुए थे। अत् जनभत सॊग्रह कयामा जाना सॊबव नहीॊ था। ऩाककस्तान कश्भीय को छोडना नहीॊ चाहता था फजल्क उसका दावा बायत के ननमॊत्रण भें जस्थत कश्भीय ऩय बी था। ऩॊ. नेहरू ने कश्भीय नीनत भें ऩरयवतिन ककमा , उन्होंने जफ तक ऩाककस्तान अऩनी सेना नहीॊ हटा रेता तफ तक जनभत सॊग्रह से भना ककमा। कश्भीय के प्रश्न ऩय सोववमत सॊघ ने बायत का सभथिन ककमा। इस सभथिन से बायत की जस्थनत भजफूत हो गमी। 6

पयवयी 1954 को कश्भीय की ववधान सबा ने एक प्रस्ताव ऩारयत कय जम्भू-कश्भीय याज्म का ववरम बायत भें कयने की सहभनत प्रदान की। बायत सयकाय ने 14 भई 1954 को सॊववधान भें सॊशोधन कय अनुच्छेद 370 के अॊतगित जम्भू-कश्भीय को ववशेष दजाि प्रदान ककमा। 26 जनवयी 1957 को जम्भ-ूकश्भीय का सॊववधान रागू हो गमा। इसके साथ ही जम्भू-कश्भीय बायतीम सॊघ का एक अमबन्न अॊग फन गमा। इसके फाद ऩाककस्तान ननयॊतय कश्भीय का प्रश्न उठाकय वहाॉ याजनीनतक अजस्थयता ऩैदा कयने का प्रमास कयता यहा है। ऩाककस्तान ने इस भाभरे को सुयऺा ऩरयषद् भें उठाकय जनभत सॊग्रह की भाॉग की। ऩाककस्तान को इस प्रश्न ऩय अभेरयका ,

त्रिटेन औय फ्ाॊस का सभथिन प्राप्त यहा। ऩयन्तु बायत ने इसका ववयोध ककमा। बायत की मभत्रता सोववमत सॊघ के साथ थी अत् सोववमत सॊघ ने ववशेषाधधकाय का प्रमोग कय भाभरे को शाॊत ककमा। प्रश्न 25. प्रधानभॊत्री के कामि मरखखए। उत्तय- प्रधानभॊत्री के कामि ननम्नमरखखत हैं-

1. प्रधानभॊत्री भॊत्रत्रभण्डर की फैठकों की अध्मऺता कयता है।

2. भॊत्रत्रऩरयषद् भें अन्म भॊत्रत्रमों को ननमुजक्त हेतु प्रधानभॊत्री याष्रऩनत को सराह देता है।

3. भॊत्रत्रमों के ववबागों का फॉटवाया प्रधानभॊत्री कयता है। आवश्मकतानुसाय वह भॊत्रत्रमों के ववबागों भें ऩरयवतिन कय सकता है।

4. प्रधानभॊत्री भॊत्रत्रऩरयषद् के ककसी बी भॊत्री से त्मागऩत्र की भाॊग कय सकता है। भॊत्री द्वाया त्मागऩत्र न देने की अवस्था भें वह याष्रऩनत से सॊफॊधधत भॊत्री को फयखास्त कयने को कह सकता है।

5. वह याष्रऩनत का प्रधान सराहकाय होता है।

6. ववदेशों भें बायत के याजदतू , याज्मों के याज्मऩार , तीनों सेनाओॊ के सेनाऩनत , ववमबन्न आमोगों के अध्मऺ एवॊ सदस्मों आदद की ननमुजक्तमाॉ प्रधानभॊत्री की अनुशॊसा द्वाया ही की जाती है।

अथवा जजरा ऩॊचामत के कामि मरखखए। उत्तय- जजरा ऩॊचामत के कामि ननम्नमरखखत हैं-

Page 20: MP BOARD CLASS 10 SOCIAL SCIENCE MODEL PAPER ......ग जय त क / ख /ड जजर /स /प र यम ब ह *कय फड त /ज स /भह य ष र, आन र

http://www.mpboardonline.com

1. जजरे की जनऩद ऩॊचामतों तथा ग्राभ ऩॊचामतों ऩय ननमन्त्रण यखना , उनके भध्म सभन्वम कयना औय उनका भागिदशिन कयना।

2. जनऩद ऩॊचामत की मोजनाओॊ को सभजन्वत कयना।

3. ववशेष प्रमोजनों के मरए जनऩद ऩॊचामतों द्वाया की गई अनुदान की भाॊग को याज्म सयकाय तक ऩहुॉचाना। 4. जजरे की ऐसी मोजनाओॊ को जो दो से

अधधक जनऩद ऩॊचामतों भें हो का ननष्ऩादन कयना।

5. ववकास सॊफॊधी कक्रमाकराऩों , साभाजजक वाननकी , ऩरयवाय कल्माण तथा फार कल्माण औय खेरकूद के सॊफॊध भें याज्म सयकाय को सराह देना।

6. याज्म सयकाय द्वाया ननदेमशत अन्म कामि कयना। प्रश्न 26. जनसॊख्मा ववस्पोट का देश ऩय क्मा प्रबाव ऩडता है? फतराइए। उत्तय- जनसॊख्मा ववस्पोट का प्रबाव-

(1) प्रनत व्मजक्त आम भें धगयावट आती है।

(2) फचत औय ववननमोग फहुत कभ हो ऩाता है।

(3) बूमभ ऩय जनसॊख्मा का अधधक बाय ऩड यहा है। कृवष मोग्म बूमभ आवश्मक भात्रा भें अनाज उत्ऩन्न नहीॊ कय ऩा यही है।

(4) खाद्मान्न की कभी- खाद्मान्न का उत्ऩादन सीमभत औय जनसॊख्मा भें वदृ्धध सभस्मा ऩैदा कयता है।

(5) जनसॊख्मा वदृ्धध के कायण आवास औय मशऺा की सभस्मा उत्ऩन्न हो यही है। यहने के मरए आवास ननभािण होता जाता है, ऩरयणाभस्वरूऩ बूमभ कभ हो यही है।

(6) स्वास््म सेवाओॊ की आवश्मक भात्रा भें ऩूनत ि नहीॊ हो ऩा यही है।

(7) जनसॊख्मा वदृ्धध से भाॊग फढ़ यही है , वस्तुएॉ कभ भात्रा भें उऩरब्ध हो ऩा यही है , इससे कीभतें फढ़ यही हैं।

(8) फेयोजगायी भें वदृ्धध- जनसॊख्मा वदृ्धध से श्रभ की ऩूनत ि फढ़ जाती है , इससे फेयोजगायों की सॊख्मा फढ़ जाती है। http://www.mpboardonline.com

(9) ऊजाि का उऩमोग फढ़ जाता है। अधधक त्रफजरी की जरूयत होती है , इससे अधधक त्रफजरीघयों के ननभािण की आवश्मकता भहसूस होती जाती है।

अथवा आतॊकवाद क्मा है? उत्तय- भानव जानत के ववरुद्ध कुछ व्मजक्तमों मा धगयोहों की दहॊसा को आतॊकवाद कहते हैं। मह रोकतॊत्र के ववरुद्ध अऩयाध है। आतॊकवाद आज ववश्वव्माऩी सभस्मा फन गमा है।

Page 21: MP BOARD CLASS 10 SOCIAL SCIENCE MODEL PAPER ......ग जय त क / ख /ड जजर /स /प र यम ब ह *कय फड त /ज स /भह य ष र, आन र

http://www.mpboardonline.com

आतॊकवादी ववश्व बय भें आतॊकी गनतववधधमाॉ अऩनाकय सफको बमबीत औय असुयक्षऺत कयना चाहते हैं। मे अनैनतक साधनों को बी न्मामसॊगत ठहयाते हैं। दहॊसक गनतववधधमों द्वाया देश की अखण्डता औय एकता को नष्ट कयना चाहते हैं। कुछ ववदेशी ताकतें , कट्टयऩॊथी ताकतें औय अरगाववादी प्रववृत्तमाॉ आतॊकवाद को प्रोत्साहन दे यही है। मे ववश्व भें शाॊनत बॊग कय सफको बमबीत कयना चाहती हैं। आतॊककमों द्वाया अनतववकमसत देश अभेरयका की वल्डि रेड सेंटय जैसी इभायत को ध्वस्त कय ददमा गमा। साया सॊसाय इससे स्तब्ध यह गमा। हजायों जानें गईं। अऩाय धन की हानन हुई औय असुयऺा की बावना फढ़ गई। आतॊकवाददमों द्वाया अक्सय फभ ववस्पोट जैसे कामि ककमे जाते हैं। मे याज्म औय सभाज को फाॊटने का कामि कयते हैं। आतॊकवाद का सभाज ऩय ननम्न प्रबाव ऩडता है –

(1) नागरयकों भें असुयऺा की बावना ऩैदा हो जाती है।

(2) आधथिक ववकास के भागि भें फाधा आती है। जजस गनत से ववकास कामि कयने हैं , उन्हें छोडकय फचाव कामि कयने होते हैं। इससे शासकीम मोजनाएॉ प्रबाववत होती हैं।

(3) जन-धन की फहुत हानन होती है। ननयऩयाध रोग भाये जाते हैं। सयकायी औय ननजी सम्ऩवत्त को नुकसान ऩहुॉचता हैं।

(4) आतॊकवाद से अघोवषत मुद्ध जैसी जस्थनत फन जाती है। कुछ देश आतॊकवाद को कूटनीनत साधन के रूऩ भें उऩमोग कयते हैं।