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4345 GI/2020 (1) रजजरी सं. डी.एल.- 33004/99 REGD. No. D. L.-33004/99 xxxGIDHxxx xxxGIDExxx ऄसाधारण EXTRAORDINARY भाग IIIखड 4 PART IIISection 4 ाजधकार से काजित PUBLISHED BY AUTHORITY पेरोजलयम और ाकृजतक गैस जिजनयामक बोडऄजधसूचना नइ ᳰदली, 17 जसतंबर 2020 फा.सं . पीएनजीअरबी/तकनीकᳱ/19इअरडीएमपी/(1)/2020.—पेरोजलयम और ाकृजतक गैस जिजनयामक बोडऄजधजनयम, 2006 (2006 का 19) कᳱ धारा 61 ारा द िजिय का योग करते ए, पेरोजलयम और ाकृजतक गैस जिजनयामक बोडड एतद् ारा पेरोजलयम और ाकृजतक गैस जिजनयामक बोड(अपात जतᳰिया और अपदा बंधन योजना (इअरडीएमपी) कᳱ अचरण पजत) जिजनयम, 2010 म अगे संिोधन करने के जलए जनजलजखत जिजनयम बनाता है , नामतः :- 1. लघु िीडक और ारंभण (1) आन जिजनयम को पेरोजलयम और ाकृजतक गैस जिजनयामक बोडड (अपात जतᳰिया और अपदा बंधन योजना (इअरडीएमपी) कᳱ अचरण पजत) संिोधन जिजनयम, 2020 कहा जाएगा:- (2) ये िासकᳱय राजप म आनके कािन कᳱ तारीख से लागू हगे। 2. पेरोजलयम और ाकृजतक गैस जिजनयामक बोडड (अपात जतᳰिया और अपदा बंधन योजना (इअरडीएमपी) कᳱ अचरण पजत) जिजनयम, 2010 म: (1) जिजनयम 2 म , i. खंड (च) के जलए, जनजलजखत जतथाजपत होगा, नामतः: - “अपदा" का ऄथड ᳰकसी भी े म होने िाले जिनाि, दुघडटना, अपदा या गंभीर घटना है , जो ाकृ जतक या मानि जनᳶमत कारण से ईप होती है , या दुघडटना या लापरिाही से होती है , जसके पᳯरणामिऱप जीिन कᳱ पयाड सं . 370] नइ ᳰदली, ििि, जसतबर 18, 2020/भा 27, 1942 No. 370] NEW DELHI, FRIDAY, SEPTEMBER 18, 2020/BHADRA 27, 1942 सी.जी.-डी.एल.-अ.-19092020-221842 CG-DL-E-19092020-221842

REGD. No. D. L.-33004/99egazette.nic.in/WriteReadData/2020/221842.pdf4345 GI/2020 (1) ’Ÿ~˙m˙š€ še ƒ€ q” - 33004/99 REGD. No. D. L.-33004/99 xxxGIDHxxx xxxGIDExxx gšž‰ž’…

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  • 4345 GI/2020 (1)

    रजजस्ट्री स.ं डी.एल.- 33004/99 REGD. No. D. L.-33004/99

    xxxGIDHxxx xxxGIDExxx

    ऄसाधारण

    EXTRAORDINARY

    भाग III—खण् ड 4

    PART III—Section 4

    प्राजधकार स ेप्रकाजित

    PUBLISHED BY AUTHORITY

    परेोजलयम और प्राकृजतक गसै जिजनयामक बोडड

    ऄजधसचूना

    नइ ददल्ली, 17 जसतंबर 2020

    फा.स.ं पीएनजीअरबी/तकनीकी/19इअरडीएमपी/(1)/2020.—पेरोजलयम और प्राकृजतक गसै जिजनयामक बोडड

    ऄजधजनयम, 2006 (2006 का 19) की धारा 61 द्वारा प्रदत्त िजियों का प्रयोग करते हुए, पेरोजलयम और प्राकृजतक गैस

    जिजनयामक बोडड एतद् द्वारा पेरोजलयम और प्राकृजतक गैस जिजनयामक बोडड (अपात प्रजतदिया और अपदा प्रबंधन योजना

    (इअरडीएमपी) की अचरण पद्धजत) जिजनयम, 2010 में अग े संिोधन करने के जलए जनम्नजलजखत जिजनयम बनाता है,

    नामतः :-

    1. लघ ुिीर्डक और प्रारंभण

    (1) आन जिजनयमों को पेरोजलयम और प्राकृजतक गैस जिजनयामक बोडड (अपात प्रजतदिया और अपदा प्रबंधन

    योजना (इअरडीएमपी) की अचरण पद्धजत) संिोधन जिजनयम, 2020 कहा जाएगा:-

    (2) य ेिासकीय राजपत्र में आनके प्रकािन की तारीख से लाग ूहोंगे।

    2. पेरोजलयम और प्राकृजतक गैस जिजनयामक बोडड (अपात प्रजतदिया और अपदा प्रबंधन योजना (इअरडीएमपी) की

    अचरण पद्धजत) जिजनयम, 2010 में:

    (1) जिजनयम 2 में,

    i. खंड (च) के जलए, जनम्नजलजखत प्रजतस्ट्थाजपत होगा, नामतः: -

    “अपदा" का ऄथड दकसी भी क्षते्र में होन ेिाल ेजिनाि, दघुडटना, अपदा या गंभीर घटना ह,ै जो प्राकृजतक या मानि

    जनर्ममत कारणों से ईत्पन्न होती ह,ै या दघुडटना या लापरिाही से होती ह,ै जजसके पररणामस्ट्िरूप जीिन की पयाडप्त

    स.ं 370] नइ ददल्ली, िुििार, जसतम् बर 18, 2020/भाद्र 27, 1942

    No. 370] NEW DELHI, FRIDAY, SEPTEMBER 18, 2020/BHADRA 27, 1942

    सी.जी.-डी.एल.-अ.-19092020-221842CG-DL-E-19092020-221842

  • 2 THE GAZETTE OF INDIA : EXTRAORDINARY [PART III—SEC. 4]

    हाजन होती ह ैया मानि पीडा या क्षजत, और संपजत्त का जिनाि, या क्षजत, या पयाडिरण का क्षरण, या ऐसी

    प्रकृजत या पररमाण की, जो प्रभाजित क्षेत्र के समुदाय की क्षमता से परे हो।”;

    ii. खंड (ठ) के जलए जनम्नजलजखत प्रजतस्ट्थाजपत होगा, नामतः: - “घटना ररकॉर्डडग प्रणाली" का ऄथड एक ऐसी प्रणाली से

    ह ैजजसमें बाल बाल बचने िाली घटना सजहत समस्ट्त घटनाओं से संबंजधत संपूणड जानकारी होती ह।ै";

    iii. खंड (ढ) जनम्नजलजखत द्वारा प्रजतस्ट्थाजपत होगा, नामतः: -“ररसाि" का ऄथड ह ैदकसी खतरनाक रसायन (रसायनों)

    या पदाथों या सामग्री को दकसी भी ऄिस्ट्था में पयाडिरण में छोडना।";

    iv. खंड (द) में “संघ” िब्द “समूह” िब्द द्वारा प्रजतस्ट्थाजपत होगा और “संघ” िब्द “ऄनबंुध” िब्द द्वारा प्रजतस्ट्थाजपत

    होगा।

    v. “”खंड (न) में “स्ट्थापना में” िब्दों के पश्चात “ऄथिा स्ट्थल” िब्द सजम्मजलत होंगे।

    vi. खंड (फ) में “स्ट्थापना में हुइ” िब्दों के पश्चात, “ऄथिा स्ट्थल” िब्द सजम्मजलत होंगे।

    vii. खंड (ब) में “स्ट्थापनाओं के ऄंदर” िब्दों के पश्चात और “स्ट्थापना पररसरो” िब्दों के पश्चात “ऄथिा स्ट्थलों” िब्द

    सजम्मजलत होंगे।

    viii. खंड (य) में “मात्रात्मक” िब्द का लोप हो जाएगा।

    ix. खंड (र) में ”अपातकाल के जोजखम” िब्दों के जलए “ऄिांजछत घटना के जोजखम को जनयंत्रण में रखना ऄथिा” िब्दों

    प्रजतस्ट्थाजपत होंगे।

    x. खंड (ि) में “खतरनाक” िब्द “संकटमय” िब्द द्वारा प्रजतस्ट्थाजपत होगा।

    xi. खंड (ि) में “दरूभार् संख्या” िब्दों से पूिड “अपातकालीन” िब्द सजम्मजलत होगा।

    xii. खंड (र्) के पश्चात जनम्नजलजखत खंड सजम्मजलत होगा, नामतः: “(स) “पररयोजना प्रभारी” का ऄथड ह ैएक व्यजि

    जजसका पररयोजना के मामलों पर ऄंजतम जनयंत्रण होता ह ैऔर कंपनी द्वारा जिजधित ऄजधकृत ह।ै”

    (2) जिजनयम 3 में,

    i. खंड (ग) के जलए जनम्नजलजखत प्रजतस्ट्थाजपत होगा, नामतः: - "परेोजलयम और पेरोजलयम ईत्पाद पाआपलाआन;"

    ii. खंड (घ) के जलए जनम्नजलजखत प्रजतस्ट्थाजपत होगा, नामतः: - "पीओएल जडपो, प्रजतष्ठानों और टर्ममनलों सजहत

    पेरोजलयम भंडारण सुजिधाएं;"

    iii. खंड (घ) के पश्चात जनम्नजलजखत खंड सजम्मजलत होगा, नामतः – “(घ क) एलएनजी टर्ममनलों सजहत प्राकृजतक गसै

    भंडारण की सुजिधाएं।”

    iv. खंड (छ) के जलए जनम्नजलजखत प्रजतस्ट्थाजपत होगा, नामतः :- "पेरोजलयम, ऑटो एलपीजी, एलएनजी, सीएनजी

    अदद जैसे का जितरण करन ेिाले खुदरा जबिी कें द्र और ऄय य खुदरा जबिी कें द्रों "

    v. खंड (ज) में “पेरोजलयम ईत्पाद” िब्दों के पश्चात “एलएनजी, सीएनजी अदद” िब्द सजम्मजलत होंगे।

    (3) जिजनयम 4.0 में,

    (1) ईप-जिजनयम 4.1 में,

    i. खंड (i) के जलए, “अपात जस्ट्थजत”, िब्द "संभाजित अपातकालीन पररदशृ्यों" िब्दों द्वारा प्रजतस्ट्थाजपत होंगे;

    ii. खंड (ii) के जलए, 'जोजखम या अपदा, िब्द "आसे एएलएअरपी स्ट्तर में लाकर लोगों, पररसंपजत्तयों और पयाडिरण

    पर प्रभाि" िब्दों द्वारा प्रजतस्ट्थाजपत होंगे;

    iii. खंड (iii) के जलए, 'जिकजसत की जाए'ं िब्द का लोप हो जाएगा और “योजनाएं” िब्द से पहल,े "अपातकालीन

    जस्ट्थजत की" िब्दों द्वारा प्रजतस्ट्थाजपत होंगे;

    iv. खंड (iv) के जलए, “(प्राथजमक, जद्वतीयक और ततृीयक)” िब्दों का लोप हो जाएगा;

    v. खंड (v) के जलए जनम्नजलजखत प्रजतस्ट्थाजपत होगा, नामतः: - “घटना/दघुडटना/अपदा के पश्चात ऄपनी मलू

    जस्ट्थजतयों को संभि सीमा तक बहाल करन ेके ईदे्दश्य से घटना या दघुडटना या अपदा का ईद्धार;

  • [भाग III—खण् ड 4] भारत का राजपत्र : ऄसाधारण 3

    (2) ईप-जिजनयम 4.2 के जलए,

    i. “आनका ईदे्दश्य जनम्नजलजखत जिजनयम लागू करना है” परैाग्राफ (1) के रूप में िमांदकत दकया जाएगा।

    ii. खंड (क) और (ख) जनम्नजलजखत द्वारा प्रजतस्ट्थाजपत होगा, नामतः: - “(क) अपातकालीन जस्ट्थजत को यथािीघ्र कम

    करने के जलए कंपनी को सक्षम बनाने के जलए एक संजक्षप्त और सूचनापरक इअरडीएमपी जिकजसत करने के जलए;

    (ख) घटना की िृजद्ध को ऑन-साआट और ऑफ-साआट दोनों पर रोकन ेके जलए- ;

    (ग) लोगों पर प्रभाि को य यूनतम करन ेके जलए;

    (घ) संपजत्त, मिीनरी और पयाडिरण के नुकसान को कम करन ेके जलए;

    (ड) दकसी अपातजस्ट्थजत के जलए त्िररत और िमबद्ध प्रजतदिया के जलए तत्परता की जस्ट्थजत जिकजसत करना और

    जोजखम के साथ ईच्चस्ट्तरीय तैयाररयों (ईपकरण, कार्ममक) की स्ट्थापना करना;

    (च) स्ट्पष्ट ईदे्दश्यों और प्राजधकारों की लाआनों (घटना कमान प्रणाली, के्षत्र पयडिेक्षण, एकीकृत कमान) के साथ एक घटना

    प्रबंधन ऄंग प्रदान करन ेके जलए;

    (छ) एक व्यिजस्ट्थत और समय पर जनणडय लनेे और प्रजतदिया प्रदिया (ऄजधसूचना, मानक संचालन प्रदिया) सुजनजश्चत

    करने के जलए; और

    (ज) ऄच्छे सािडजजनक संबंध बनाए रखन ेके जलए;”

    iii. "रटप्पजणयााँ” िीर्डक में परैाग्राफ को िमांक (2) ददया जाएगा और पैराग्राफ (2) मे " होंग”े (shall) िब्द “होंगे” (will)

    िब्द द्वारा प्रजतस्ट्थाजपत होगा और “संसाधनो” िब्द के पश्चात “ऄजधमानतः” िब्द सजम्मजलत दकया जाएगा और

    तत्पश्चात जनम्नजलजखत सजम्मजलत होगा, नामतः:

    “बित ेकी िॉस कंरी पाआपलाआन नगर गैस जितरण नेटिकों, खुदरा जबिी कें द्रों और सडक पररिहन के मामले में

    इअरडीएमपी के सूत्रीकरण के संदभड में जनम्नजलजखत कायडप्रणाली को ऄपनाया जा सकता ह,ै नामतः:-

    क. कंपनी को िॉस कंरी पाआपलाआन का एक एकल इअरडीएमपी ऄजभलेख तैयार करे। तथाजप ऄजभलेख में

    स्ट्थान/स्ट्थापना जिजिष्ट जानकारी संबद्ध जिजनयम के ऄनुसार जिस्ट्तृत होगी। कंपनी िैकजल्पक रूप से इअरडीएमपी

    ऄजभलेख को स्ट्थापना/स्ट्थानिार भी बना सकती ह।ै

    ख. नगर गैस जितरण कंपनी ऄपने भौगोजलक क्षेत्र के जलए एक एकल इअरडीएमपी ऄजभलेख तैयार कर सकती ह।ै

    हालााँदक, सीएनजी स्ट्टेिनों, घरेल,ू िाजणजययक और औद्योजगक अपूर्मत के संदभड में जिजिष्ट सूचना और िमन

    ईपायों के जििरण संबद्ध जिजनयम के ऄनुसार ऄजभलेख में ददए जाएंगे।

    ग. खुदरा जबिी कें द्रों की स्ट्िामी कंपजनयााँ ऄपने खुदरा जबिी कें द्रों के जलए जिजभन्न प्रारूपों (यथा एलपीजी के साथ

    खुदरा जबिी कें द्र, एलपीजी के जबना खुदरा जबिी कें द्र, नगरों में खुदरा जबिी कें द्र, राजमागों पर खुदरा जबिी कें द्र या

    दो या ऄजधक अदद का संयोजन या समान प्रकार के ऄय य यंत्र) की पहचान करेंगी और एक ही प्रारूप के सभी

    खुदरा जबिी कें द्रों के कायाडय ियन के जलए सुजनजश्चत करने के जलए आन जिजनयमों के ऄनुसार जिजिष्ट

    इअरडीएमपी तैयार करें। य ेऄजभलेख संबंजधत कंपनी के ऄजधकृत कार्ममक द्वारा प्रमाजणत दकए जाएंगे; और

    घ. सडक पररिहन के जलए कंपनी मागों की पहचान करेगी, जिजिष्ट इअरडीएमपी तैयार करेगी और संगत जिजनयमों के

    ऄनुरूप ईसे जिजभन्न जहतधारकों के साथ साझा करेगी।"

    (3) कंपनी पररयोजना प्रभाररयों द्वारा ऄनुमोददत ददिाजनदिेों (ऄनुबंध 2 देखें) के ऄनुसार जनमाडण या पररयोजनाओं के

    जलए अपातकालीन योजना तयैार करेगी। हालांदक, जिद्यमान प्रजतष्ठानों के जनमाडणों या पररयोजनाओं के मामल े

    में ितडमान इअरडीएमपी ऄजभलेख को किर दकया जाए या ऄनुबंध 2 के ऄनुसार संिोजधत दकया जाएगा।”

    (4) जिजनयम 8 में,

    i. ईप-खंड (1) के जलए “प्रणाली होनी चाजहए।” िब्दों के पश्चात ” स्ट्थापना में प्रिेि करने.” िब्दों से अरंभ होन े

    और “ संयंत्र का कोइ प्रजतजनजध हो” िब्दों स ेसमाप्त होने िाले परैाग्राफ का लोप हो जाएगा;

  • 4 THE GAZETTE OF INDIA : EXTRAORDINARY [PART III—SEC. 4]

    ii. ईप-खंड (4) का लोप हो जाएगा;

    iii. ईप-खंड (1) के पश्चात जनम्नजलजखत को सजम्मजलत दकया जाएगा, नामतः: - "(1 क) संबंजधत कंपनी का बोडड आन

    जिजनयमों के प्रभािी होन े के नब्बे ददनों के ऄंदर ऄपन े जनदेिकों में से एक को जनयिु करेगा जो आन जिजनयमों के

    ऄनुपालन को सुजनजश्चत करने हतेु ईत्तरदायी होगा। "

    iv. ईप-खंड (2) में "सुरक्षा मानकों सजहत तकनीकी मानकों और जिजिजष्टयों" िब्दों का लोप हो जाएगा;

    v. ईप-खंड (3) के जलए "सुरक्षा मानकों सजहत तकनीकी मानकों और जिजिजष्टयों के प्रािधानो के ऄंतगडत" िब्दों के जलए

    "पीएनजीअरबी ऄजधजनयम, 2006 का" िब्द प्रजतस्ट्थाजपत होंग;े

    (5) जिजनयम 10 में,

    (1) ईप-जिजनयम 10.1 में;

    i. खंड (1)(घ) में, "जांच बबदओुं" िब्दों से पहल े"संदभड" िब्द सजम्मजलत होगा;

    (2) ईप-जिजनयम 10.2 में,

    i. “इअरडीएमपी प्रदिया का” से अरंभ होन े िाल े िब्द और “जोजखम का पता लगाना ह।ै” से समाप्त होन े िाल े िब्द

    जनम्नजलजखत द्वारा प्रजतस्ट्थाजपत होंगे, नामतः: -“दसूरा कदम प्रत्येक खतरे से जुडी एक घटना के जोजखम को जनधाडररत

    करना ह।ै अपात- कालीन प्रजतदिया योजनाओं को प्राथजमकता देने के जलए पररदशृ्यों के ईच्च जोजखम की पहचान

    करने के जलए जोजखम जिश्लेर्ण का ईपयोग दकया जा सकता ह।ै जोजखम जिश्लेर्ण खतरनाक घटनाओं को रोकन ेऔर

    कम करने के जलए और यथोजचत व्यािहाररक रूप से कम जोजखम को कम करने के जलए ितडमान सुरक्षा ईपायों की

    पहचान में भी सहायता करेगा।"

    ii. (घ) खंड में, "खतरों " िब्द 'जोजखम' िब्द से प्रजतस्ट्थाजपत होगा और "रूप” िब्द “तरीका” िब्द द्वारा प्रजतस्ट्थाजपत

    होगा और “…. मानक ” से अरंभ होन ेिाल े िब्दों और “स्ट्िीकायड … ” से समाप्त होन ेिाले िब्दों का लोप हो

    जाएगा।

    iii. खंड (ड) का लोप हो जाएगा।

    iv. खंड (च) में “में तीन प्रमखु ईपाय िाजमल होने चाजहएाँ” िब्द “नीचे के रूप में तीन क्षेत्रों में िगीकृत दकया जाना चाजहए”

    द्वारा प्रजतस्ट्थाजपत होंगे।

    (3) ईप-जिजनयम 10.3 में,

    i. “प्राकृजतक अपदाएाँ” िीर्डक िाल ेकॉलम में “सुनामी” िब्द के पश्चात “महामारी” िब्द सजम्मजलत होगा।

    ii. “बाहरी” िीर्डक िाल ेकॉलम में “बाढ़ जिर्ािता/जल जिर्ािता” के पश्चात जनम्नजलजखत िब्द सजम्मजलत होंगे, नामत:-

    “ड्रोन अिमण”; “सायबर अिमण”

    (4) ईप-जिजनयम 10.4 में खंड (2) में “यूिीसीइ” िब्दों के स्ट्थान पर “िीसीइ, जिर्ाि ररलीज़, बॉल ओिर अदद”

    प्रजतस्ट्थाजपत होगा।

    (6) जिजनयम 11 में,

    (1) ईप-जिजनयम 11.2 में,

    i. "और ईपकरणों" िब्दों के पश्चात, "ऄस्ट्थायी अश्रयों" िब्द सजम्मजलत होंग;े

    (2) ईप-जिजनयम 11.3 में,

    (क) “घटना जनिारक ईपाय और प्रदियाएं” िीर्डक को "स्ट्िास्ट््य, सुरक्षा और पयाडिरण प्रबंधन" द्वारा प्रजतस्ट्थाजपत होगा;

    (ख) "स्ट्थापना या ऄय य स्ट्थलों पर ... ..." से अरंभ होने िाले िब्द और “.............जनम्नजलजखत िाजमल होना

    चाजहए:-" से समाप्त होने िाल ेिब्द जनम्नजलजखत द्वारा प्रजतस्ट्थाजपत होंग,े नामतः: - “कंपनी के संचालन और अपात

    जस्ट्थजत के दौरान सुरक्षा सुजनजश्चत करन ेके जलए एक प्रभािी स्ट्िास्ट््य, सुरक्षा और पयाडिरण प्रबंधन प्रणाली होगी

    और आसमें जनम्नजलजखत सजम्मजलत होगा, नामतः -”;

    (ग) खंड (ii) में कोष्ठकों और ईसके ऄंदर के िब्दों का लोप हो जाएगा;

  • [भाग III—खण् ड 4] भारत का राजपत्र : ऄसाधारण 5

    (घ) खंड (iii) में "संघ के नेताओं और" िब्दों का लोप हो जाएगा;

    (ड) खंड (v) में कोष्ठकों और ईसके ऄंदर के िब्दों का लोप हो जाएगा;

    (च) खंड (vi) में “ताप का पता लगाना” िब्द "ताप/धूम्र का पता लगाना” िब्दों द्वारा प्रजतस्ट्थाजपत होंगे”, और

    “भराइ स्ट्टेिन” िब्दों के पश्चात “और” िब्द सजम्मजलत दकया जाएगा और तत्पश्चात “तथा ईसके असपास” िब्दों

    का लोप हो जाएगा।

    (छ) खंड (viii) में "और एचएसइ प्रबंधन प्रणाली" िब्दों का लोप हो जाएगा;

    (ज) खंड (ix) को जनम्नजलजखत द्वारा प्रजतस्ट्थाजपत दकया जाएगा, नामतः: - "एकजत्रत होने के स्ट्थानों और भागने के मागों

    सजहत और ऄय य बबदओुं ि मागों के समान अपातकाल के मामले में अगतंुक सुरक्षा ब्रीफफग, क्या करें और क्या न

    करें"

    (7) जिजनयम 12.0 में,

    (1) ईप-जिजनयम खंड 12.1 में,

    i. खंड (ख) में,

    (क) "सीजमत पैमाने पर" िब्दों के पश्चात, "कायाडत्मक" िब्द सजम्मजलत होगा;

    (ख) “आस्ट्तेमाल दकया हैं” िब्दों के पश्चात "जाना चाजहए" िब्द "जाए" िब्द द्वारा प्रजतस्ट्थाजपत होगा;

    (ग) "ऄपन े"िब्द "ईनका" द्वारा प्रजतस्ट्थाजपत होगा;

    ii. खंड (घ) में “दलों” िब्द "सेिाओं" द्वारा प्रजतस्ट्थाजपत होगा और “समूहों” िब्द "सदस्ट्य या समूहों" द्वारा प्रजतस्ट्थाजपत

    होगा;

    iii. खंड (ड) जनम्नजलजखत द्वारा प्रजतस्ट्थाजपत होगा, नामतः: - ’“ऑन-साआट (स्ट्तर- I / II) और ऑफ-साआट (स्ट्तर-III)

    ऄनुबंध-III में ददए गए कृजत्रम जड्रल फॉमेट अपातकालीन के जलए कृजत्रम जड्रल के ऄनुसार िमिः तीन महीने और

    बारह महीने में एक बार दकया जाएगा। एक िर्ड के दौरान आकाइ जद्वतीय स्ट्तर के कम से कम एक ऑन-साआट

    अपातकालीन ऄभ्यास का अयोजन करेगी।’";

    iv. खंड (च) जनम्नजलजखत द्वारा प्रजतस्ट्थाजपत होगा, नामतः: - “यह संबंजधत जज़ला प्राजधकारी का ईत्तरदाजयत्ि ह ैदक िह

    ख़तरनाक रसायन जनमाडण, भंडारण एिं अयात जनयम, 1989 और अपदा प्रबंधन ऄजधजनयम, 2005 के

    प्रचजलत प्रािधानों के ऄनुसार ईस स्ट्थल पर संभाजित बडी दघुडटना से संबंजधत अपातजस्ट्थजतयों से जनपटन े और

    तैयारी करने के जलए एक पयाडप्त ऑफ साआट अपातकालीन योजना तैयार करे। तदनुसार कंपनी संबंजधत जजला

    प्राजधकरी को ऑफ -साआट कृजत्रम जड्रल अयोजजत करने के जलए जििरण प्रस्ट्ततु करेगी। एक से ऄजधक ईद्योग के

    सदस्ट्यों िाले स्ट्थानों के जलए ऑफ-साआट अपातकालीन (स्ट्तर III) ऄभ्यास जजला प्राजधकरण के समय िय में

    बारी-बारी से एक

    ईद्योग के सदस्ट्य द्वारा दकया जा सकता ह।ै आस प्रकार स्ट्थान पर प्रत्येक िर्ड में य यूनतम एक बार ऑफ-साआट

    अपात- कालीन (स्ट्तर III) का ऄभ्यास दकया जाना सुजनजश्चत करता ह"ै

    v. खंड (ज) में ऄतं में जनम्नजलजखत सजम्मजलत दकए जाएगंे, नामतः : "तदनुसार सुधारों के जलए समयबद्ध कायड योजना

    बनाइ जाए।"

    vi. खंड (झ) में ऄंत में जनम्नजलजखत सजम्मजलत होगा, नामतः: - “जिजिष्ट कृजत्रम जड्रल ररपोर्टटग प्रपत्र ऄनुबंध- 3 में ददया गया

    ह।ै”

    (2) ईप जिजनयम 12.2 में,

    i. खंड 2 (i) में "प्रजिक्षण" िब्दों के पश्चात "अपातकालीन तैयारी और प्रजतदिया" सजम्मजलत होगा।;

    ii. खंड 2 (ii) में, "सुरक्षा प्रजिक्षण" िब्द जनम्नजलजखत द्वारा प्रजतस्ट्थाजपत होंगे, नामतः :- “स्ट्थल पर तनैाती से पूिड िैध

    सुरक्षा प्रजिक्षण और आसके ऄजतररि समय-समय पर संजिदा कर्ममयों और श्रजमकों को पुनश्चयाड प्रजिक्षण भी प्रदान

    दकया जाएगा।”

  • 6 THE GAZETTE OF INDIA : EXTRAORDINARY [PART III—SEC. 4]

    (3) ईप-जिजनयम 12.3 के जलए,

    i. “चंूदक बडी अपात जस्ट्थजत” िब्दों से अरंभ होन ेिाले और “जिचार दकया जाना चाजहए” से समाप्त होने िाल ेिब्द

    जनम्नजलजखत से प्रजतस्ट्थाजपत होंगे, नामतः :-“प्रमुख अपातजस्ट्थजतयों का मुक़ाबला करने के जलए एकल

    आकाइ/सुजिधा/कंपनी/स्ट्थल की क्षमता से परे हो सकता ह ैआसजलए यह अिश्यक ह ैदक पडोसी ईद्योगों के साथ

    परस्ट्पररक सहायता समझौता हो। परस्ट्पररक सहायता समझौते तैयार करत े समय जनम्नजलजखत पर ध्यान ददया

    जाएगा:-”;

    ii. खंड (क) में "स्ट्तर-II" िब्दों के पश्चात "और स्ट्तर-III" िब्द सजम्मजलत दकए जाएगंे।

    (8) जिजनयम 13.0 में खडं (क) (iii) का लोप हो जाएगा;

    (9) जिजनयम 14.0 में,

    i. खंड (1) के जलए "संगठन" िब्द "कार्ममक या समूह" िब्दों द्वारा प्रजतस्ट्थाजपत होगा;

    ii. खंड (2)(क) के जलए जनम्नजलजखत प्रजतस्ट्थाजपत होगा, नामतः: "घटना से पूिड, पश्चात और के दौरान तत्परतापूिडक

    कारडिाइ करने के जलए।"

    iii. खंड (2)(ड) के जलए "समारोह" िब्द "भूजमका" िब्द द्वारा प्रजतस्ट्थाजपत होगा;

    (10) ईप-जिजनयम 14.2 में,

    (1) िीर्डक “भूजमका और ईत्तरदाजयत्ि” को “जिजिष्ट भूजमकाएं और ईत्तरदाजयत्ि” िब्दों द्वारा प्रजतस्ट्थाजपत होगा;

    (2) ईप-जिजनयम 14.2.1 में,

    i. "परंतु तक सीजमत नहीं ह"ै िब्द "िाजमल होंग”े िब्दों के पश्चात सजम्मजलत होंग;े

    ii. खंड (ड) में, “ऄस्ट्पताल” िब्द के पश्चात "एसअइसी " िब्द सजम्मजलत होगा;

    (3) ईप-जिजनयम 14.2.2 में,

    i. "मुख्य" िब्द "स्ट्थल" िब्द द्वारा प्रजतस्ट्थाजपत होगा और “िाजमल होंगे”, के पश्चात “परंत ुतक सीजमत नहीं” िब्द

    सजम्मजलत होंग;े

    ii. खंड (ख) में "लेन”े, िब्द को "समथड का ऄजधकार” िब्दो द्वारा प्रजतस्ट्थाजपत दकया जाएगा और "संभालने” िब्दों को

    "ल ेसकने" िब्दों द्वारा प्रजतस्ट्थाजपत दकया जाएगा;

    iii. खंड (घ) में, “एसअइसी", िब्दों से पूिड "सीअइसी या" िब्द सजम्मजलत होंगे और “ऄजधसूजचत हैं” िब्द “ऄजधसूचना

    के जलए” िब्दों द्वारा प्रजतस्ट्थाजपत होगा; और “सीअइसी से” िब्दों के पश्चात “यदद लाग ूहो” िब्द सजम्मजलत होंग;े

    iv. खंड (ड) में “िह” िब्द “एसअइसी” िब्दों द्वारा प्रजतस्ट्थाजपत होगा,

    v. खंड (छ) के पश्चात जनम्नजलजखत खंड सजम्मजलत होगा, नामतः "(ज) एसअइसी यह सुजनजश्चत करेगा दक

    अपातकालीन प्रजतदिया टीम के सभी कमी अपातकाल के दौरान सौंपी गइ भूजमकाओं के जलए प्रजिजक्षत हों।"

    (4) जिजनयम 14.2.3 में,

    i. "जनयंत्रक" िब्द "समय ियक" िब्द द्वारा प्रजतस्ट्थाजपत होगा;

    ii. खंड (ख) के जलए, जनम्नजलजखत द्वारा प्रजतस्ट्थाजपत होगा, नामतः: - "बाह्य एजेंजसयों के एसअइसी में अने पर

    जनदेजित करने के जलए।";

    (5) ईप जिजनयम 14.2.4 के जलए;

    i. खंड (ड) में "जनदेि देना" िब्द "बाह्य मागडदिडन" िब्दों द्वारा प्रजतस्ट्थाजपत होंग;े

    ii. खंड (च) का लोप हो जाएगा।

    iii. खंड (छ) में "बाहरी" िब्द "बाह्य" िब्द द्वारा प्रजतस्ट्थाजपत होगा;

    iv. खंड (झ) का लोप हो जाएगा;

  • [भाग III—खण् ड 4] भारत का राजपत्र : ऄसाधारण 7

    v. खंड (ञ) में "रकों" िब्द "िाहनों" िब्द द्वारा प्रजतस्ट्थाजपत होगा;

    vi. खंड (ठ) में "हाआड्रेंट", िब्द "ऄजि जल" िब्दों द्वारा प्रजतस्ट्थाजपत होंगे।

    vii. खंड (ठ) के पश्चात जनम्नजलजखत खंड सजम्मजलत होगा, नामतः:- “(ड) पारस्ट्पररक सहायता जुटाने पर सीअइसी को

    सलाह देन े और पारस्ट्पररक सहायता के सदस्ट्यों से सहायता सजहत ऄजतररि ऄजििमन संसाधनों की

    अिश्यकता की व्यिस्ट्था करने के जलए।”;

    (6) ईप-जिजनयम 14.2.5.6 (क) में,

    i. िीर्डक में "इअरडीएमपी" िब्द के जलए "घटना" िब्द प्रजतस्ट्थाजपत होगा;

    ii. “दकसी भी प्रकार की अपातजस्ट्थजत” िब्दों से अरंभ होने िाल ेऔर “ररकाडड रखे जाएंगे।” से समाप्त होन ेिाल ेिब्द

    जनम्नजलजखत द्वारा प्रजतस्ट्थाजपत होंगे, नामतः: - “बाल बाल बचने िाली घटना सजहत समस्ट्त प्रकार की घटनाओं या

    अपातजस्ट्थजतयों का ऄजभलेख रखने के जलए एक प्रणाली होगी।

    iii. “ऄजभलेख रजजस्ट्टर” िब्द “ऄजभलेखन प्रणाली” िब्दों द्वारा प्रजतस्ट्थाजपत होंगे।

    iv. रटप्पणी में “योजना मे…” िब्द के पश्चात “ऑफ-साआट” िब्दों सजम्मजलत होंगे।

    (7) ईप जिजनयम 14.2.5.8 में खंड 2 (ग) के जलए "जनयंत्रण कक्ष" िब्दों का लोप हो जाएगा;

    (8) ईप जिजनयम 14.2.5.9 के जलए,

    (1) खंड 2 (क) और (ख) जनम्नजलजखत द्वारा प्रजतस्ट्थाजपत होंगे, नामतः: - “(क) अपातकालीन स्ट्तर I – स्ट्तर I के

    जलए सायरन कोड का जनणडय प्रजतष्ठान के अकार और जरटलता को ध्यान में रखत ेहुए कंपनी के अधार पर

    होगा;

    (ख) अपातकालीन स्ट्तर II - दो जमनट के जलए एक सााँय सााँय सायरन”; और

    ”(ग) अपातजस्ट्थजत स्ट्तर-III – स्ट्तर-II के मामल ेमें समान प्रकार का सायरन परंत ुएक जमनट के ऄंतराल पर

    तीन बार बजाया जाएगा ऄथाडत (प्रतीक्षा सायरन 2 जमनट+ ऄंतराल 1 जमनट + सायरन 2 जमनट +ऄंतराल

    1 जमनट + सायरन 2) को प्रतीक्षा सायरन बजान ेकी कुल ऄिजध अठ जमनट होगी।”;

    (11) जिजनयम 15.0 में;

    (1) ईप-जिजनयम 15.1 के जलए,;

    i. खंड 2 (छ) में "अपात लाआटें" िब्द "अपात पािर बैकऄप और डीसी स्रोत के साथ अपात लाआट" िब्दों द्वारा

    प्रजतस्ट्थाजपत होंग;े

    (2) ईप-जिजनयम 15.2 के जलए;

    i. खंड (1) में "मात्रात्मक जोजखम अकलन" िब्दों को “प्रमुख पररदशृ्यों के पररणाम जिश्लेर्ण" िब्दों द्वारा

    प्रजतस्ट्थाजपत दकया जाएगा;

    (12) जिजनयम 16.0 में:

    i. खंड (2) में "सुरक्षा" िब्द के जलए "जब कोइ संचालन कमी ईपजस्ट्थत नहीं होता है तो सुरक्षा या ऄय य

    प्रजिजक्षत" िब्दों द्वारा प्रजतस्ट्थाजपत होगा और "जनयंत्रकों" िब्द के पश्चात "या समय ियक" िब्द सजम्मजलत

    होंगे। खंड (3) में, "अपात जस्ट्थजत" िब्द "जस्ट्थजत" िब्द द्वारा प्रजतस्ट्थाजपत होगा और “संयंत्र पररसर” िब्द “एक

    स्ट्थापना या साआट” िब्दों द्वारा प्रजतस्ट्थाजपत होंगे।

    (13) जिजनयम 17.0 में:

    i. खंड (2) (ख) में "ऄजि सुरक्षा" िब्दों के पश्चात" और ऄजििमन" िब्द सजम्मजलत होंगे;

    ii. खंड (2) (ग) का लोप हो जाएगा;

  • 8 THE GAZETTE OF INDIA : EXTRAORDINARY [PART III—SEC. 4]

    iii. खंड (2) (च) में "चौबीस घंटे" से अरंभ होन ेिाल ेऔर “ईपलब्ध होना चाजहए” से समाप्त होने िाले िब्द

    जनम्नजलजखत द्वारा प्रजतस्ट्थाजपत होंग,े नामतः: - “प्राथजमक जचदकत्सा सुजिधाएं, अंतररक जचदकत्सा सुजिधाएं,

    या पास के ऄस्ट्पताल या स्ट्िास्ट््य कें द्र के साथ टाइ-ऄप”

    (14) जिजनयम 18.0 के जलए;

    i. बबद ु(क) में ईजल्लजखत "5 दकमी के दायरे में" िब्द "2 दकमी के व्यास या पररणामों के जिश्लेर्ण के ऄनुसार,

    जो भी ऄजधक हो" िब्दों द्वारा प्रजतस्ट्थाजपत होंग:े

    ii. बबद ु(ग) के पश्चात जनम्नजलजखत सजम्मजलत होगा, नामतः "(ग1) पडोसी ईद्योग, प्रजतष्ठान, पाआपलाआनें अदद"

    (15) जिजनयम 20.0 में खंड (3) जनम्नजलजखत द्वारा प्रजतस्ट्थाजपत होगा, नामतः:-

    “अपातजस्ट्थजत के मामले में स्ट्थापना की अिश्यकतओं के ऄनरुूप सािडजजनक

    ईद्घोर्णा प्रणाली या पोटेबल ईद्घोर्णा प्रणाली या मगेा फोन मोबाआल िाहन िाले

    िाहन ईद्घोर्णा के जलए ईपलब्ध रहने चाजहएं।“

    (16) जिजनयम 21.0 में, खंड (2) “आस ईदे्दश्य के जलए” िब्दों से अरंभ होने िाले और “समूह को ददए जान ेचाजहए”

    िब्दों से समाप्त होन ेिाले भाग का लोप हो जाएगा और "प्रदिड" िब्द “युि" िब्द द्वारा प्रजतस्ट्थाजपत होगा।

    (17) जिजनयम 23.0 में,

    i. खंड (1) के जलए जनम्नजलजखत प्रजतस्ट्थाजपत होगा, नामतः;- "छोटी और बाल बाल बचन ेिाली समस्ट्त घटनाओं

    को कंपनी द्वारा ऄनुसूची-VI में जनर्ददष्ट प्रारूप में जनरीक्षण के जलए रखा जाए। “प्रमुख” हादसे को बोडड को

    ऄनुसूची-VI पर रखे हुए जिजनर्ददष्ट प्रारूप में सूजचत दकया जाएगा और आस प्रकार की घटनाओं की ररपोटड ईनके

    घरटत होन े के 48 घंटे के ऄदंर प्रस्ट्ततु की जानी चाजहए। यद्यजप ’प्रमुख’ हादसे पर प्रथम सूचना ररपोटड

    (एफअइअर) को दरूभार्, इ-मेल या एसएमएस के माध्यम से बोडड को तत्काल ऄथिा घटना घरटत होने के

    चार 4 घंटे के ऄंदर सूजचत दकया जाएगा।"

    ii. (ख) खंड (2) में,

    (क) "सभी प्रमुख घटनाओं" से अरंभ होने िाल ेऔर "प्रस्ट्तुत की जाएगी" िब्दों के साथ समाप्त होने िाल े

    िब्दों का लोप हो जाएगा;

    (ख) बबद ु(घ) में "10.0 लाख रुपये" िब्द को "रुपये 20.0 लाख” िब्दों द्वारा प्रजतस्ट्थाजपत होंग;े

    (ग) बबद ु(छ) का लोप हो जाएगा;

    iii. खंड (2) के पश्चात जनम्नजलजखत खंड सजम्मजलत दकए जाएंगे, नामतः: "(3) सभी ‘प्रमुख’ घटनाओं की जिस्ट्तृत

    जााँच ररपोटड जााँच के दौरान की गइ संस्ट्तुजतयों के समयबद्ध िमन योजना के साथ होने के 30 ददनों के

    ऄंदर बोडड को प्रस्ट्तुत की जाएगी। दकसी घटना में तत्पश्चात घातक हाजन होने के मामले में ऄनुमाजनत हाजन

    रुपये 20 लाख से ऄजधक और संचयी मानि घंटे 500 से ऄजधक घंटे की हाजन होन ेपर आस प्रकार की घटनाओं

    को ऄनुसूची-VI में ददए गए जनधाडररत प्रारूप में तरंुत प्रमुख घटनाओं के रूप में भी सूजचत दकया जाएगा।

    (4) प्रमुख (जिस्ट्तृत जांच ररपोटड सजहत) और छोटी घटनाओं का सारांि और बाल बाल बचने िाली घटनाओं (केिल

    संख्या) की तै्रमाजसक ररपोटड प्रत्येक जतमाही की समाजप्त के तीस ददन के ऄंदर बोडड को भेजी जाएगी।

    (18) जिजनयम 24.0 में,

    (क) “बोडड को घटना की” से अरम्भ होने िाले िब्दों और “स्ट्तर पर समय िय करेगा” िब्दों के साथ समाप्त

    होने िाले को ईसके खंड (1) के रूप में िमांदकत दकया जाएगा;

    (ख) खंड 1, जैसा दक िमांदकत दकया गया ह,ै के पश्चात जनम्नजलजखत खंड सजम्मजलत दकए जाएंग,े नामतः :-

    “(2) चूको, कजमयों का पता लगान,े जिफलताओं के कारणों का पता लगाने और आस प्रकार की

    घटनाओं अदद की पनुरािृजत्त से बचने के जलए सभी प्रमुख घटनाओं की जााँच कंपनी द्वारा एक

    जााँच सजमजत के माध्यम से करिाइ जाएगी जजसमें ऐसे जििेर्ज्ञ सजम्मजलत होंगे जो आस घटना से

  • [भाग III—खण् ड 4] भारत का राजपत्र : ऄसाधारण 9

    प्रत्यक्ष रूप से सम्बद्ध न हों तथा घटना के 30 ददन के ऄंदर सजमजत की ररपोटड बोडड को प्रस्ट्तुत

    करेगी।

    (3) जनम्नजलजखत घटनाओं की आस प्रकार की जांच बोडड द्वारा गरठत एक जांच सजमजत द्वारा भी की जाएगी:-

    क .धमाका या जिस्ट्फोट;

    ख .घातक या प्रमुख ऄजि दघुडटनाएं;

    ग .बोडड द्वारा जनधाडररत दकए गए पेरोजलयम, पेरोजलयम ईत्पाद या

    ` स पाआपलाआनों में पाआपलाआन ररसाि; तथा

    घ .बोडड द्वारा जनजश्चत की गइ कोइ ऄय य घटना।

    (4) जााँच सजमजत के जलए संदभड की ितों में जनम्नजलजखत सजम्मजलत होंगी, नामतः

    क .चूकों , कजमयों की पहचान करें;

    ख .ऄसफलता का मूल कारण स्ट्थाजपत करें;

    ग .ऐसी घटनाओं की पुनरािृजत्त को रोकने के जलए सुधार/ ईपचारात्मक ईपाय सुझाएं.

    )5( जांच सजमजत एक सप्ताह के ऄदंर प्रारंजभक ररपोटड और गठन के 30 ददन के ऄंदर बोडड को ऄंजतम ररपोटड

    प्रस्ट्तुत करेगी

    (6) कंपनी ऐसी घटनाओं की पुनरािृजत्त को रोकने के जलए अिश्यक ईपाय करेगी और अग ेकी कारडिाइ

    आस तरह की जांच सजमजत की ररपोटड का भाग होन ेके जलए की गइ ररपोटड को बोडड की कंपनी के जनदेिक

    मंडल द्वारा जिजधित रूप से जांच की गइ।

    (19) जिजनयम 28.0 में ;

    1) ईप-जिजनयम 28.1 में,

    i. खंड )क ( में "पूरे मागों सजहत "िब्दों का लोप हो जाएगा।

    2) ईप-जिजनयम 28.3 के जलए

    i. ईप-जिजनयम 28.3 के (छ) और (ज) जनम्नजलजखत द्वारा प्रजतस्ट्थाजपत होंग,े नामतः: “ (छ)

    नगरपाजलका के पानी के टैंकर या दकसी ऄय य स्रोत से पानी की व्यिस्ट्था की जाए.”।

    20) जिजनयम 29.0 “सुरक्षा खतरा योजना” और “जिजिध ” जिजनयम 30.0 िमि :30.0 और 31.0 के रूप में पुनः

    िमांदकत दकए जाएगा।

    21) के रूप में पनुः िमांदकत जिजनयम जनम्नजलजखत द्वारा प्रजतस्ट्थाजपत होगा, नामतः“:कंपनी द्वारा बम के खतरे

    सजहत सुरक्षा ईल्लघंन या खतरे के संबंध में एक जिस्ट्ततृ कायड योजना बनाइ जाएगी और जिजभन्न

    पररदशृ्यों के जिरुद्ध िर्ड मे य यूनतम एक बार कृजत्रम जड्रल की जाएगी "।

    (22) जिजनयम 31.0 के रूप में पुनः िमांदकत खंड (1) में " आन जिजनयमों " से अरंभ होने िब्दों और "

    ऄनुमोदन प्राप्त करेगी " के साथ समाप्त होने िाले िब्दों को जनम्नजलजखत द्वारा प्रजतस्ट्थाजपत दकया जाएगा,

    नामतः:“’आसके पश्चात गैर-ऄनुरूपता और िमन ईपायों के जलए कम्पनी ऄपन ेबोडड ऄनुमोदन प्राप्त करे।

    कजथत ऄनुपालन ररपोटड, िमन ईपायों और कायाडय ियन ऄनसूुची के साथ ईपयुडि मंजूरी छह महीने के

    ऄंदर बोडड को प्रस्ट्तुत की जाएगी। "

    (23) ऄनुसूची-I में रटप्पणी ऄंत में "रटप्पणी में, िब्द "`संगठनों के जनदिेक" िब्दों के साथ अरंभ होने िाल े

    और "प्रस्ट्तुत की जानी चाजहए" के साथ समाप्त होता ह ैको (1) के रूप में जगना जाएगा और ईसके पश्चात

    जनम्नजलजखत बबद ुसजम्मजलत दकया जाएगा: “(2) इअरडीएमपी दस्ट्तािेज़ की अिजधक समीक्षा को ईस

    प्राजधकरण द्वारा

    ऄथाडत कंपनी के जनदिेक मडंल द्वारा ऄनुमोददत दकया जाएगा जजसन ेइअरडीएमपी दस्ट्तािेज़ को

    ऄनुमोददत दकया ह।ै"

  • 10 THE GAZETTE OF INDIA : EXTRAORDINARY [PART III—SEC. 4]

    (24) ऄनुसूची - III के पैराग्राफ 8 में “तकनीकी सहायता सेिाओं” िब्द “पिेेिर अपातकालीन

    प्रजतदियाए” िब्दों से प्रजतस्ट्थजपत होंगे।

    (25) ऄनुसूची IV में;

    i. िमांक 5 में “मोबाआल िेन”, प्रजिजष्ट के पश्चात "अपातकालीन प्रजतदिया िाहन", प्रजिजष्ट सजम्मजलत की जाएगी;

    ii. प्रजिजष्ट 8 के पश्चात जनम्नजलजखत सजम्मजलत होगा, नामतः: “9. ऄस्ट्थायी अश्रयों के जििरण”

    (26) ऄनुसूची-VI के घटना की ररपोटड भरन ेके जलए ददिाजनदेिों में "रुपये 5.0 लाख” िब्दों को “रुपय े20 लाख”

    िब्दों से प्रजतस्ट्थाजपत दकया जाएगा।’’

    (27) ऄनुसूची-VII के िमांक (xii) में "सुरक्षा प्रबंधन प्रणाली" िब्द "पाआपलाआन प्रबंधन प्रणाली” िब्द द्वारा

    प्रजतस्ट्थाजपत होगा।

    (28) ऄनुसूची-VIII में, - “ऄय य सुरक्षा मदें” िीर्डक के ऄंतगडत, िमांक 7 के पश्चात जनम्नजलजखत सजम्मजलत होगा,

    नामतः :-

    "8. पोटेबल गैस संसूचक;

    9. जिर्लैे ररसाि/जनिडहन को किर करन ेके जलए ईपयुि प्रकार के संसूचक और ऄजतररि सेंसर भी;

    10. फैल जनयंत्रण दकट,

    11. पोटेबल दबाि नापने का यंत्र.”

    (29) जांच सूची-1 के जलए;

    (क) िमांक 1 में "खतरे" िब्द के पश्चात "एिं जोजखम" िब्दों को सजम्मजलत दकया जाएगा।

    (ख) 1) में िमांक 1 के "हज़ैोप/हज़ैन" िब्द ”प्रदिया खतरनाक जिश्लेर्ण (पीएचए) ऄध्ययन" द्वारा प्रजतस्ट्थाजपत

    होंगे।

    (ग) िमांक 15, 16, 21 और 25 का लोप हो जाएगा;

    (30) ऄनुबंध -1 को जनम्नजलजखत द्वारा प्रजतस्ट्थाजपत दकया जाएगा, नामतः:

    “ऄनबुधं I

    सामग्री सरुक्षा डाटा पत्रक हते ुप्रपत्र

    भाग 1:पहचान

    रासायजनक नाम

    पयाडय व्यापार नाम

    सूत्र ईत्पाद का पहचानकताड सीएएस िमांक:

    यूएन िमांक:

    पदाथड या जमश्रण का ईपयोग:

    जनमाडता का नाम, पता और अपातकालीन दरूभार् नंबर

    भाग 2:खतरे को पहचानना

    पदाथड/जमश्रण का िगीकरण (जीएचएस)

    लेबल तत्ि

    एकल िब्द

  • [भाग III—खण् ड 4] भारत का राजपत्र : ऄसाधारण 11

    खतरे का जििरण

    भाग 3: सामग्री की सरंचना/जानकारी

    खतरनाक घटक ( )जिजिष्ट रासायजनक पहचान , सामाय य नाम ईत्पाद पहचानकताड % (िैकजल्पक)

    भाग 4: प्राथजमक ईपचार के ईपाय

    प्राथजमक ईपचार के ईपायों के जििरण

    सांस लेने के पश्चात प्राथजमक जचदकत्सा ईपाय

    त्िचा से संपकड के पश्चात प्राथजमक जचदकत्सा ईपाय

    नेत्र संपकड के पश्चात प्राथजमक जचदकत्सा ईपाय

    ऄंतग्रडहण के पश्चात प्राथजमक जचदकत्सा ईपाय

    लक्षण या चोट (गंभीर और जिलंजबत)

    भाग 5:ऄजििमन के ईपाय

    ईपयिु िमन माध्यम

    पदाथड या जमश्रण स ेईत्पन्न होन ेिाल ेजििरे् खतरे

    ऄजि संबंधी खतरे

    जिस्ट्फोट संबंधी खतरे

    प्रजतदिया क्षमता

    ऄजििमन ऄनुदेि

    भाग 6:दघुडटना मोचन के ईपाय

    व्यजिगत सािधाजनयां, व्यजिगत सुरक्षा ईपकरण और अपातकालीन कायडजिजध:

    पयाडिरण सािधाजनयां (ऄंतिेिन और सफाइ की जिजध):

    भाग 7: हैंडबलग एि ंभडंारण

    सुरजक्षत हैंडबलग के जलए सािधाजनयां

  • 12 THE GAZETTE OF INDIA : EXTRAORDINARY [PART III—SEC. 4]

    जिसंगजतयों सजहत सुरजक्षत भंडारण के जलए ितें:

    भाग 8: एक्सपोज़र जनयतं्रण/व्यजिगत सरुक्षा

    जनयतं्रण मापदंड

    एसीजीअइएचटीएलिी-टीडब्ल्यूए (पीपीएम) ओएचएसएपीइएल

    टीडब्ल्य ूए (एमजी/एम3)

    ओएचएसएपीइएल टीडब्ल्यू ए

    (पीपीएम)

    एक्सपोज़र जनयतं्रण

    ऄजभयांजत्रक जनयंत्रण :

    हस्ट्त सुरक्षा :

    नेत्र सुरक्षा :

    त्िचा एिं िरीर सुरक्षा :

    श्वसन सुरक्षा :

    भाग 9: भौजतकीय/रासायजनक गणु

    भौजतक जस्ट्थजत रंग

    क्वथनांक बबद ु जहमांक बबद ु

    िाष्प दाब(एमएमएचजी) गलनांक िाष्प दाब

    िाष्प घनत्ि (िाय=ु1) िाष्पीकरण की दर

    जल में घलुनिीलता प्रतीजत एिं गंध

    स्ट्िप्रज्ज्िलन तापमान जिजिष्ट गरुुत्ि (एच2ओ=1)

    यिलनिीलता एलइएल: यूइएल:

    ऑक्सीकरण गणु पीएच

    जिस्ट्फोट डाटा : प्रभाि के प्रजत संिेदनिीलता जिस्ट्फोट डाटा: स्ट्थैजतक जनिडहन के प्रजत

    संिेदनिीलता

    खतरनाक यिलनिील ईत्पाद

    भाग 10: जस्ट्थरता और प्रजतदियािीलता

    प्रजतदिया क्षमता

    रासायजनक जस्ट्थरता

    खतरनाक प्रजतदियाओं की संभािना

    ऄपूणड सामग्री

    खतरनाक ऄपघटन ईत्पाद

  • [भाग III—खण् ड 4] भारत का राजपत्र : ऄसाधारण 13

    भाग 11: जिर् जिज्ञान सबंधंी जानकारी

    जिर्ैले प्रभािों पर जानकारी

    ऄनभुाग 12: पाररजस्ट्थजतक सचूना

    पाररजस्ट्थजतक प्रभाि पर सूचना

    भाग 13: जनपटान के जिचार

    ऄपजिष्ट जनपटान के तरीके

    ऄपजिष्ट ऄजभदिया के तरीके

    भाग 14: पररिहन सचूना

    खतरे की श्रेजणयााँ

    एनएफपीए खतरा लेबल

    जििेर् पररिहन सािधाजनयााँ

    भाग 15: जिजनयामक सचूना

    राष्ट्रीय जिजनयम

    ऄंतराडष्ट्रीय जिजनयम

    जिजनयम

    भाग 16: ऄय य सचूना

    (31) ऄनुबंध-1 के पश्चात जनम्नजलजखत ऄनुबंध सजम्मजलत दकए जाएंगे, नामतः:

    "ऄनबुधं-2

    पररयोजनाओं या जनमाडण के दौरान अपातकालीन प्रजतदिया योजना

    तेल एिं गैस क्षेत्र में पररयोजनाओं को व्यापक रूप से दघुडटना-संभाजित गजतजिजधयों में से एक के रूप में माना जाता ह।ै

    यह समझा जाना चाजहए दक पररयोजनाओं के अकार और जरटलता के कारण ईनमें जनमाडण गजतजिजधयों से जुडे जिजभन्न

    खतरे और जोजखम होते हैं। ऄजधकांि मामलों में धीमी प्रजतदिया, संसाधनों की कमी, या जनमाडण स्ट्थल पर प्रजिजक्षत

    कर्ममयों की ऄनुपजस्ट्थजत अपातकालीन जस्ट्थजत में ऄराजकता का कारण बनेगी। आसजलए मानि दखु और जित्तीय

    हाजन को कम करन े के जलए पररयोजना अरंभ होने से पूिड अपातकालीन प्रजतदिया योजना जिकजसत करने की दढ़ृता से

    संस्ट्तुजत की जाती ह।ै अपातकालीन प्रजतदिया योजना में जनम्नजलजखत जिचार सजम्मजलत होंग:े

    1. साजंिजधक अिश्यकताएाँ:

    कंपनी लाग ू कें द्रीय और रायय जनयमों और जिजनयमों और ऄजधजनयमनों यथा भिन और ऄय य जनमाडण श्रजमक

    ऄजधजनयम, 1996, पयाडिरण (संरक्षण) ऄजधजनयम, 1986, कारखाना ऄजधजनयम, 1948, यिलनिील पदाथड

    ऄजधजनयम, 1952, मोटर िाहन ऄजधजनयम, 1988, सािडजजनक देयता बीमा ऄजधजनयम, 1991, पेरोजलयम

  • 14 THE GAZETTE OF INDIA : EXTRAORDINARY [PART III—SEC. 4]

    ऄजधजनयम, 1934, राष्ट्रीय पयाडिरण य यायाजधकरण ऄजधजनयम, 1995, जिस्ट्फोटक ऄजधजनयम, 1884 अदद का ऄनुपालन

    सुजनजश्चत करेगी। प्रयोययता और ऄनुपालन की जस्ट्थजत को अपातकालीन प्रजतदिया योजना का भाग बनाया जाना चाजहए।

    2. अपात जस्ट्थजत पिूड योजना बनाना:

    क) खतरे की पहचान और जोजखम मूल्यांकन की प्रदिया में ईत्खनन, मचान, प्लेटफामड और सीढ़ी, संरचनात्मक कायड,

    सुदढृीकरण का जबछाने और कंिीटटग, सडक का काम, काटना/ िेबल्डग, सीजमत स्ट्थान में कायड करना, ऄभेद्यता या

    दबाि, हाआट्स, हैंडबलग और भारोत्तोलन ईपकरण, िाहन अिागमन, जिदु्यत, जिध्िंस, रेजडयोग्राफी, िॉटब्लाबस्ट्टग,

    पाआप या ईपकरण का पररिहन अदद पर कायड करना जैसी की संपूणड समीक्षा जनमाडण संभाजित ऑन-साआट और ऑफ-साआट

    अपात जस्ट्थजतयों की पहचान करने के जलए सजम्मजलत हैं। परीक्षण, ,

    ख) पररणाम और संसाधनों के अधार पर साआट (स्ट्तर I और II) और ऑफ-साआट (स्ट्तर III) अपातकालीन पररदशृ्यों की

    सूची बनाना।

    3. अपातकालीन िमन ईपाय:

    जनम्नजलजखत जनमाडण संबंधी गजतजिजधयों के दौरान सुरक्षा सुजनजश्चत करन ेके जलए कंपनी में एक प्रभािी स्ट्िास्ट््य,

    सुरक्षा और पयाडिरण प्रबंधन प्रणाली होगी, नामतः -

    क) स्ट्िास्ट््य, सुरक्षा और पयाडिरण (एचएसइ) नीजत;

    ख) ठेकेदार/कायडकारी एजेंसी के कतडव्य और ईत्तरदाजयत्ि;

    ग) साआट योजना और लअेईट;

    घ) सुरक्षा ऄजधकारी/पयडिेक्षण की तैनाती;

    ड) सुरक्षा सजमजत की बैठक;

    च) सुरक्षा जााँच और जनरीक्षण जनधाडररत जााँच-सूजचयों की सहायता से दकए जाएंग;े

    छ) िकड परजमट प्रणाली;

    ज) व्यजिगत सुरक्षा ईपकरण; और

    झ) सुरक्षा जागरूकता और प्रजिक्षण अदद।

    4. अपातकालीन तयैारी के ईपाय:

    क) पहचान दकए गए पररदशृ्य और ईसके मलू्यांकन पर अपातकालीन जड्रल और कारडिाइ;

    ख) अपातकालीन प्रजतदिया पर प्रजिक्षण का अयोजन; और

    ग) पारस्ट्पररक सहायता

    5. अपातकालीन प्रजतदिया प्रदिया:

    कंपनी त्िररत प्रजतदिया सुजनजश्चत करने के जलए सुजनयोजजत और प्रलेजखत प्रदियाएाँ तैयार करेगी। कायड योजना को

    सभी अपातकालीन पररदशृ्यों, जजय हें ऑन-साआट और ऑफ-साआट के रूप में पहचाना जाता है, के जलए ऄजभलेजखत

    दकया जा सकता ह।ै

    6. अपातकालीन सगंठन और ईत्तरदाजयत्ि:

    कंपनी संगठन चाटड (अपातकालीन एक्िन फ्लो चाटड) बनाएगी और पररयोजना स्ट्थल पर अपातकालीन जस्ट्थजत को

    प्रभािी ढंग से संभालने के जलए प्रमुख कर्ममयों की भूजमका और ईत्तरदाजयत्िों को पररभाजर्त करेगी। अपातकालीन

    संगठन और ईत्तरदाजयत्िों को जिकजसत करन े के जलए पीएनजीअरबी (इअरडीएमपी) जिजनयम के जिजनयम 14.0 को

    संदर्मभत दकया जा सकता ह।ै

    7. अपातकालीन जनयतं्रण के जलए ससंाधन:

  • [भाग III—खण् ड 4] भारत का राजपत्र : ऄसाधारण 15

    1) पररयोजना या जनमाडण स्ट्थल के ऄंदर ईपलब्ध अपातकालीन जनयंत्रण प्रणाली और

    सुजिधाएाँ जनम्नानुसार होंगी, नामतः –

    (क) ऄजि और गैस संसूचन प्रणाली;

    (ख) ऄजि सुरक्षा और ऄजििमन प्रणाली/ईपकरण (सदिय और जनजष्िय);

    (ग) अंतररक एंबुलेंस की सुजिधा, यदद ईपलब्ध नहीं ह ैतो कॉल के अधार पर तत्काल ईपलब्ध होनी चाजहए;

    (घ) बचाि सुजिधाएं और व्यजिगत सुरक्षा ईपकरण (पीपीइ);

    (ड) प्राथजमक जचदकत्सा सुजिधाएं;

    (च) अंतररक जचदकत्सा सुजिधा या समीपस्ट्थ ऄस्ट्पताल/स्ट्िास्ट््य कें द्र के साथ टाइ-ऄप;

    (छ) सचेतन प्रणाली के साथ अंतररक और बाहरी संचार सुजिधाएं;

    (ज) एकजत्रत होन ेके बबद;ु

    (झ) बचाि मागड और जनष्िमण क्षेत्र।

    2) पुजलस, ऄजि स्ट्टेिन, ऄस्ट्पतालों, अपसी सहायता ईद्योग, कारखाना जनरीक्षकों, रायय प्रदरू्ण जनयंत्रण बोडड,

    पेरोजलयम और जिस्ट्फोटक सुरक्षा संगठन (पीइएसओ) अदद के अंतररक और बाहरी अपातकालीन संपकड नंबर और

    पते।

    3) पेिेिर अपातकालीन प्रजतदिया, तकनीकी सहायता सेिाओं के पते और दरूभार् जनदेजिका।

    8. अपातकालीन पनुरोद्धार प्रदिया:

    अपातकाल के पश्चात, जनम्नजलजखत गजतजिजधयों को जिस्ट्तार से करने की अिश्यकता ह,ै नामतः:-

    क) सांजिजधक प्राजधकाररयों को सूचना (पीएनजीअरबी को घटना की ररपोर्टटग के जलए खंड 23.0 देखें);

    ख) घटना की जांच;

    ग) क्षजत का अकलन;

    घ) ईत्पादों का जनस्ट्तारण, जिसंदरू्ण, सफाइ और पनुस्ट्थाडपन; और -

    ड) घटना के पूरे ऄनुभि के अधार पर एक जिस्ट्तृत ररपोटड तैयार की जाएगी जजसमें पनुस्ट्थाडपन, सीमाएं और प्राप्त हुइ

    जिक्षा सजम्मजलत हैं।

    ऄनबुधं 3

    जिजिष्ट कृजत्रम जड्रल ऄभ्यास ररपोटड करन ेका प्रपत्र

    1. कृजत्रम जड्रल की तारीख और समय

    2. स्ट्थान

    3. अपातजस्ट्थजत पररदशृ्य के जििरण

    4. अपातकाल का अरंभ/सदियता

    5. कृजत्रम जड्रल का िणडन ((जस्ट्थजत का िृत्तांत, सभी कारडिाआयां) जजसमें अपातकालीन टीम और िमन दियाओं की

    प्रजतदिया सजम्मजलत ह ै

    6. अपातकालीन टीमों का संदेि और प्रजतदिया\

    घटनाएं ऄपेजक्षत प्रजतदिया का

    समय

    प्रजतदिया का िास्ट्तजिक

    समय

    ऄभ्युजियां, यदद कोइ हों

    क) प्रारंभ करन े के पश्चात

  • 16 THE GAZETTE OF INDIA : EXTRAORDINARY [PART III—SEC. 4]

    सायरन की सदियता

    ख) सीअइसी की ररपोर्टटग

    ग) एसअइसी की ररपोर्टटग

    घ) ऄजििमन दल

    ड) जचदकत्सा दल

    च) सुरक्षा दल

    छ) पारस्ट्पररक सहायता

    ज) इ एंड एम

    झ) ऄय य

    7. जसर की गणना

    क) जड्रल से पूिड स्ट्थापना में ईपजस्ट्थत व्यजियों

    की संख्या

    कमडचारी:

    संजिदात्मक:

    ऄय य:

    ख) एकत्र बबद ु(ओं) पर ईपलब्ध व्यजि

    ग) जड्रल के पश्चात जसर गणना का ऄंतर

    घ) जसरों की गणना में हुइ कमी, यदद कोइ हो,

    का पता लगान ेके जलए कृत कारडिाइ

    8. “जस्ट्थजत के स्ट्पष्ट होने का” समय

    9. कृजत्रम जड्रल की ऄिजध (जमनटों में )

    10. टीका-रटप्पणी (जड्रल की सकारात्मकताओं के

    महत्िपूणड बबदओुं सजहत)

    11. संस्ट्तुजतयां

    12 अपातकालीन कारडिाइ पयडिेक्षक

    प्रेक्षक का नाम प्रेक्षण का क्षेत्र

    (स्ट्थल प्रभारी के हस्ट्ताक्षर)”

    िय दना िमाड, सजचि

    [जिज्ञापन-III/4/ऄसा./227/2020-21]

  • [भाग III—खण् ड 4] भारत का राजपत्र : ऄसाधारण 17

    पाद रटप्पणी : मुख्य जिजनयम सा.का.जन. 39 (ऄ), ददनांक 18 जनिरी, 2010 के माध्यम से िासकीय राजपत्र में

    ऄजधसूजचत दकया गया था और तत्पश्चात फा.सं. एल-जिजिध/VI/1/2007, ददनांक 1 जनिरी, 2015 के

    माध्यम से संिोजधत दकया गया था।

    PETROLEUM AND NATURAL GAS REGULATORY BOARD

    NOTIFICATION

    New Delhi, the 17th September, 2020

    F. No PNGRB/Tech/19-ERDMP/(1)/2020.—In exercise of the powers conferred by section 61 of

    the Petroleum and Natural Gas Regulatory Board Act, 2006 (19 of 2006), the Petroleum and Natural Gas

    Regulatory Board hereby makes the following regulations further to amend the Petroleum and Natural Gas

    Regulatory Board [Codes of Practices for Emergency Response and Disaster Management Plan (ERDMP)]

    Regulations, 2010, namely: -

    1. Short title and commencement