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I.C.S.E का : X हिदी समय : 3 घंटे ाक : 80 Answers to this Paper must be written on the paper provided separately. You will not be allowed to write during the first 15 minutes. This time is to be spent in reading the question paper. The time given at the head of this Paper is the time allowed for writing the answers This Paper comprises of two sections ; Section A and Section B. Attempt All the questions from Section A. Attempt any four questions from Section B, answering at least one question each from the two books you have studied and any two other questions. The intended marks for questions or parts of questions are given in brackets [ ]. SECTION – A (40 Marks) Attempt all questions Q.1 Write a short composition in Hindi of approximately 250 words on any one of the following topics : [15] नििलिखित विषय म से किसी एि विषय पर हिदी म िगभग 250 शद म संित िेि लिखिए: 1. ि ि िमारे जीिि िा अलभि अंग िै अत: ‘ि ि िगाओ देश बचाओ’ इस पर संित िे ि लिि। 2. र बबिा जीिि म ाि िी ात ििीं िो सिती इस आधार पर ‘जीिि म ग र िा मिि’ पर अपिे विचार िट िीजए। 3. ‘एि अंधे िी आमिथा’ लिि। 4. ‘मि िे िारे िार िै मि िे जीते जीत’ इस उत िे आधार पर इस विषय पर विचार िट िर। 5. िचे हदये गये च िो याि से देखिए और चच िो आधार बिािर िणि िीजए जसिा सीधा ि पट संबंध चच से िोिा चाहिए।

I.C.S.E : X : 3 : 80 · I.C.S.E कक्षा : X हिन्दी स: 3 घंटे पूर्ाांक: 80 Answers to this Paper must be written on the paper provided

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  • I.C.S.E कक्षा : X

    हिन्दी समय : 3 घंटे परू्ाांक : 80

    Answers to this Paper must be written on the paper provided separately. You will not be allowed to write during the first 15 minutes.

    This time is to be spent in reading the question paper. The time given at the head of this Paper is the time allowed for writing the

    answers

    This Paper comprises of two sections ; Section A and Section B.

    Attempt All the questions from Section A. Attempt any four questions from Section B, answering at least one question each

    from the two books you have studied and any two other questions. The intended marks for questions or parts of questions are given in brackets [ ].

    SECTION – A (40 Marks) Attempt all questions

    Q.1 Write a short composition in Hindi of approximately 250 words on any one

    of the following topics : [15] निम्िलिखित विषयों में से किसी एि विषय पर हिन्दी में िगभग 250 शब्दों में संक्षिप्त िेि लिखिए: 1. ििृ िमारे जीिि िा अलभन्ि अंग िै अत: ‘ििृ िगाओ देश बचाओ’ इस

    पर संक्षिप्त िेि लििें। 2. गुरु बबिा जीिि में ज्ञाि िी प्राप्प्त ििीं िो सिती इस आधार पर ‘जीिि

    में गुरु िा मित्तत्ति’ पर अपिे विचार प्रिट िीप्जए। 3. ‘एि अंधे िी आत्तमिथा’ लििें। 4. ‘मि िे िारे िार िै मि िे जीते जीत’ इस उप्तत िे आधार पर इस

    विषय पर विचार प्रिट िरें। 5. िीच ेहदये गये चचत्र िो ध्याि स ेदेखिए और चचत्र िो आधार बिािर

    िर्णि िीप्जए प्जसिा सीधा ि स्पष्ट संबधं चचत्र से िोिा चाहिए।

  • Q.2 Write a letter in Hindi in approximately 120 Words on any one of the topics

    given below: [7] निम्िलिखित में से किसी एि विषय पर हिन्दी में िगभग 120 शब्दों में पत्र

    लिखिए: अपिे विद्यािय िो ‘आदशण विद्यािय’ परुस्िार प्राप्त िोि ेपर प्रधािाचायण िो अलभिंदि िेत ुपत्र लिखिए।

    अथिा ‘स्िच्छता अलभयाि’ में सियोग देिे िे लिए से अपिी िॉिोिी िे सचचि िो पत्र लिखिए।

    Q.3 Read the passage given below and answer in Hindi the questions that follow, using your own words as far as possible: [10]

    निम्िलिखित गद्यांश िो ध्याि से पहिए तथा उसिे िीच ेलििे प्रश्िों िे उत्ततर हिन्दी में लिखिए। उत्ततर यथासंभि आपिे अपिे शब्दों में िोिे चाहिए: एि समय िी बात एि गााँि में एि िुम्िार रिता था। एि हदि िश ेिी िाित में िि एि घड ेपर चगर गया और उसिे माथे पर एि घाि िग गया। चचकित्तसा िे बाद भी उसिे माथे पर एि निशाि रि गया। िुछ समय िे पश्चात देश में अिाि पडा और िुम्िार िौिरी िी तिाश में अन्य देश में गया। राजा िे मिि में एि िौिरी लमि गई। राजा िे निशाि देििर सोचा

  • कि िुम्िार एि अच्छा योद्धा रिा िोगा। राजा उसे अनतररतत सम्माि देिा शरुू िर हदया। एि हदि दशु्मि राज्य िे राज्य िे खििाफ यदु्ध छेडा। राजा िे िुम्िार िो अपिी सेिा िा िेततृ्ति िरिे ििा, तब िुम्िार िे ििा मैं योद्धा ििीं था और निशाि िे बारे में ििािी बताई। राजा अपिे अज्ञाि िे लिए शलमिंदा थे। 1. िुम्िार िो घाि िैसे िग गया? [2] 2. िुम्िार अन्य देश तयों गया? [2] 3. िुम्िार िो राजा िे मिि में िौि-सी िौिरी लमिी? तयों? [2] 4. राजा िे िुम्िार िो अनतररतत सम्माि देिा तयों शरुू िर हदया? [2] 5. आपिो यि गद्यांश पििर तया सीि लमिती िै? [2]

    Q.4 Answer the following according to the instructions given:

    निम्िलिखित प्रश्िों िे उत्ततर निदेशािसुार लिखिए : 1. निम्िलिखित शब्दों िा शदु्ध रूप लिखिए : [2]

    पजू्यिीय, पूाँछिा, िेषभषूा, उपजाउ 2. निम्िलिखित िातय िा विपरीताथणि िातय लिखिए : [1]

    I. यि पिाई में पंडित िै। 3. निम्िलिखित ररतत स्थािों में उचचत मिुािरा शब्द िा प्रयोग िरें : [2]

    i. अरे, तुमिे तो जरा सी बात िा िो िेिर राई िा ______ बिा हदया। ii. भारतीयों िे दशु्मिों िे दााँत ________िर हदए।

    4. िोष्ठि में हदए गए निदेशािसुार िातयों में पररितणि िीप्जए: [3] 1. आिस्य िे िारर् िि सफि ििी ंिो पाया। (‘आिस्य’ िे स्थाि पर

    विशषेर् िा प्रयोग िीप्जए।) 2. िि इस बात से दिुी िै। (उसे से िातय शरुू िीप्जए।) 3. यिुती िविता पि िर रिी िैं। (िचि बदलिए।)

  • SECTION - B (40 Marks) Attempt four questions from this section.

    You must answer at least one question from each of two books you have studied and any two other questions.

    साहित्य सागर गद्य

    Q.5 Read the extract given below and answer in Hindi the questions that follow:

    निम्िलिखित गद्यांश िो पहिए और उसिे िीच ेलििे प्रश्िों िे उत्ततर हिन्दी में लिखिए : “मझु ेतो तेरे हदमाग िे िन््यजूि िा प्रतीि िज़र आ रिा िै, बबिा मतिब प्जंदगी िराब िर रिी िै।”

    पाठ - दो ििािार िेिि - मन्ि ूभंिारी

    1. उपयुणतत अितरर् िी ितता और श्रोता िा पररचय दें। [2] 2. चचत्रा िा अरुर्ा िो िींद में से जगािे िा तया उदे्दश्य िै? [2] 3. अरुर्ा िे चचत्र िो घिचतिर तयों ििा? [3] 4. चचत्रा िे उस चचत्र िो किसिा प्रतीि ििा और तयों? [3]

    Q.6 Read the extract given below and answer in Hindi the questions that

    follow:

    निम्िलिखित गद्यांश िो ध्यािपिूणि पहिए तथा उसिे िीच ेलििे प्रश्िों िे उत्ततर हिन्दी में लिखिए: विपप्त्तत में भी मेरे पनत िे धमण ििीं छोडा। धन्य िैं मेरे पनत! सेठ िे चरर्ों िी रज मस्ति पर िगात ेिुए बोिी, ''धीरज रिें, भगिाि सब भिा िरेंगे।''

    पाठ - मिायज्ञ िा परुस्िार िेिि - यशपाि

    1. उपयुणतत अितरर् िी ितता िा पररचय दें। [2] 2. ितता िे अपिे पनत िी रज मस्ति पर तयों िगाई? [2] 3. सेठािी भौचतिी-सी तयों िडी िो गई? [3] 4. सेठ िो धि िी प्राप्प्त किस प्रिार िई? [3]

  • Q 7 Read the extract given below and answer in Hindi the questions that follow:

    निम्िलिखित गद्यांश िो पहिए और उसिे िीच ेलििे प्रश्िों िे उत्ततर हिन्दी में लिखिए: िाि भाई! तया आइडिया िै। मनूतण िपड ेििीं बदि सिती, िेकिि चश्मा िर बार बदि िैसे जाता िै?

    पाठ – िेताजी िा चश्मा िेिि – स्ियं प्रिाश

    1. प्रस्तुत िथि िे ितता िा पररचय दें। [2] 2. प्रस्तुत िथि िे श्रोता िा पररचय दें। [2] 3. िस्बे से गुजरत ेसमय िािदार सािब िो तया आदत पड गई थी? [3] 4. मनूतण िा चश्मा िर-बार िौि और तयों बदि देता था? [3]

    साहित्य सागर पद्य

    Q.8 Read the extract given below and answer in Hindi the questions that follow:

    निम्िलिखित पद्यांश िो पहिए और उसिे िीच ेलििे प्रश्िों िे उत्ततर हिन्दी में लिखिए :

    व्यचथत िै मेरा हृदय-प्रदेश, चि ूउििो बििाऊाँ आज। बतािर अपिा सिु-दिु उसे हृदय िा भार िटाऊाँ आज।। चिूाँ मााँ िे पद-पंिज पिड ियि-जि से िििाऊाँ आज। मात ृमंहदर में मैंिे ििा.... चिूाँ दशणि िर आऊाँ आज।।

    किंतु यि िुआ अचािि ध्याि, दीि िूाँ छोटी िूाँ अज्ञाि। मात-ृमंहदर िा दगुणम मागण

    तुम्िी ंबतिा दो िे भगिाि।। िविता – मात ृमंहदर िी ओर

  • िवि – सभुद्रा िुमारी चौिाि

    1. किसिा हृदय व्यचथत िै और तयों? [2] 2. ििनयत्री अपिी व्यथा िो दरू िरिे िे लिए तया िरिा चािती िै? [2] 3. मात ृमंहदर िा मागण िैसा िै? [3] 4. शब्दाथण लिखिए - व्यचथत, ियि-जि, दगुणम, पद-पंिज, भगिाि,

    अचािि [3] Q.9 Read the extract given below and answer in Hindi the questions that follow:

    निम्िलिखित पद्यांश िो पहिए और उसिे िीच ेलििे प्रश्िों िे उत्ततर हिन्दी में लिखिए:

    गुरु गोबबदं दोऊ िड,े िािे िाग ूपायाँ। बलििारी गुरु आपिो, प्जि गोबबदं हदयौ बताय॥ जब मैं था तब िरर ििी,ं अब िरर िैं मैं िाहि। प्रेम गिी अनत सााँिरी, तामे दो ि समाहि॥

    िविता – सािी िवि – िबीरदास

    1. यिााँ पर 'मैं' और 'िरर' शब्द िा प्रयोग किसिे लिए किया गया िै? [2] 2. िबीर िे अिसुार िौि परमात्तमा से लमििे िा रास्ता हदिाता िै? [2] 3. 'जब मैं था तब िरर ििी,ं अब िरर िैं मैं िााँहि।' - िा भािाथण स्पष्ट

    िीप्जए। [3] 4. िबीर िे गुरु िे प्रनत दृप्ष्टिोर् िो स्पष्ट िीप्जए। [3]

    Q.10 Read the extract given below and answer in Hindi the questions that

    follow:

    निम्िलिखित पद्यांश िो पहिए और उसिे िीच ेलििे प्रश्िों िे उत्ततर हिन्दी में लिखिए :

    िि आता दो टूि ििेजे िे िरता पछताता पथ पर आता।

  • पेट-पीठ दोिों लमििर िैं एि, चि रिा ििुहटया टेि,

    मटु्ठी भर दािे िो- भिू लमटािे िो मुाँि फटी परुािी झोिी िा फैिाता

    दो टूि ििेजे िे िरता पछताता पथ पर आता। साथ दो बच्च ेभी िैं सदा िाथ फैिाए, बाएाँ से िे मित ेिुए पेट िो चित,े

    और दाहििा दया-दृप्ष्ट पाि ेिी ओर बिाए। िविता – लभिुि

    िवि – सयूणिातं बत्रपाठी ‘निरािा’ 1. लभिुि िोगों से तया मााँग रिा िै? [2] 2. लभिुि िी झोिी िैसी िै? [2] 3. इि पंप्ततयों िे आधार पर लभिुि िी दीि दशा िा िर्णि िीप्जए? [3] 4. शब्दाथण लिखिए – टूि, पथ, ििूहटया, भिू, पथ, ििेजे [3]

    एकाकंी संचय

    Q.11 Read the extract given below and answer in Hindi the questions that follow:

    निम्िलिखित गद्यांश िो पहिए और उसिे िीच ेलििे प्रश्िों िे उत्ततर हिन्दी में लिखिए : िीरलसिं और प्जस जन्मभलूम िी धिू में िेििर िम बड ेिुए िैं, उसिा अपमाि भी िैसे सिि किया जा सिता िै? िम मिारार्ा िे िौिर िैं तो तया िमि ेअपिी आत्तमा भी उन्िें बेच दी िै? जब िभी मेिाड िी स्ितंत्रता पर आक्रमर् िुआ िै, िमारी तििार ि ेउििे िमि िा बदिा हदया िै।

    एिािंी – मातभृलूम िा माि िेिि – िररिृष्र् ‘प्रमेी’

    1. िीरलसिं िी मातभृलूम िौि-सी थी और िि मेिाड में तयों रिता था? [2] 2. िीरलसिं िे बलिदाि िे राजपतूों िो तया लसिा हदया? [2] 3. िीरलसिं िे अपिी मातभृलूम िे प्रनत पे्रम किस तरि हदिाया? [3]

  • 4. 'मातभृलूम िा माि' एिािंी िा उद्दशे्य स्पष्ट िीप्जए। [3] Q.12 Read the extract given below and answer in Hindi the questions that

    follow:

    निम्िलिखित गद्यांश िो पहिए और उसिे िीच ेलििे प्रश्िों िे उत्ततर हिन्दी में लिखिए : दादाजी, आप पेड से किसी िािी िा टूटिर अिग िोिा पसंद ििीं िरे,पर तया आप यि चािेंगे कि पेड से िगी-िगी िि िाि सिूिर मरुझा जाय...

    एिािंी – सिूी िािी िेिि – उपेंद्रिाथ ‘अश्ि’

    1. उपयुणतत अितरर् िी ितता िा पररचय दें। [2] 2. घर िे सदस्यों िा व्यििार छोटी बिू िे प्रनत बदि िैसे जाता िै? [2] 3. उपयुणतत िथि स ेितता िा तया आशय िै? [3] 4. ितता िी मि:प्स्थनत िा िर्णि िीप्जए। [3]

    Q.13 Read the extract given below and answer in Hindi the questions that

    follow :

    निम्िलिखित गद्यांश िो पहिए और उसिे िीच ेलििे प्रश्िों िे उत्ततर हिन्दी में लिखिए: िि ििी ंसिता संजय किसिे पापों िा पररर्ाम िै, किसिी भिू थी प्जसिा भीषर् विष फि िमें लमिा। ओि! तया पतु्र-मोि अपराध िै, पाप िै? तया मैंिे िभी भी...िभी भी...

    एिािंी - मिाभारत िी एि सााँझ

    िेिि – भारत भषूर् अग्रिाि 1. उपयुणतत अितरर् िे ितता िौि िै? उििा पररचय दें। [2] 2. यिााँ पर श्रोता िौि िै? िि ितता िो तया सिाि देता िै और तयों? [2] 3. यिााँ पर भीषर् विष फि किस ओर संिेत िरता िै स्पष्ट िीप्जए। [3] 4. पतु्र-मोि से तया तात्तपयण िै? [3]

  • नया रास्ता (सषुमा अग्रवाल)

    Q.14 Read the extract given below and answer in Hindi the questions that follow :

    निम्िलिखित गद्यांश िो पहिए और उसिे िीच ेलििे प्रश्िों िे उत्ततर हिन्दी में लिखिए : ‘आप समाज िी इतिी चचतंा तयों िरते िैं? तया िरता िै यि समाज िमारे लिए?’ 1. घर में सभी िोग पोस्ट मिै िा इंतजार तयों िर रिे थे? [2] 2. मेरठ से तया जिाब आया? [2] 3. मीि ूिे तया निर्णय लिया? [3] 4. उपयुणतत िथि िा उदे्धश्य स्पष्ट िरें। [3]

    Q.15. Read the extract given below and answer in Hindi the questions that follow:

    निम्िलिखित गद्यांश िो पहिए और उसिे िीच ेलििे प्रश्िों िे उत्ततर हिन्दी में लिखिए : जब िडिा िडिी िो देिि ेआए तो यि समय एि परीिा िा समय िोता िै। िडिी िे मि में एि अन्तद्णिन्द्ि िोता िै कि िि इस परीिा में पास िो सिेगी या ििी।ं 1. आशा िौि िै? [2] 2. दयाराम िे घर तैयाररयााँ तयों चि रिी थी? [2] 3. दयाराम िे घर िी तयैारी िा िर्णि िीप्जए। [3] 4. किसिे मि में तयों अन्तद्णिन्द्ि चि रिा था? [3]

    Q.16. Read the extract given below and answer in Hindi the questions that

    follow:

    निम्िलिखित गद्यांश िो पहिए और उसिे िीच ेलििे प्रश्िों िे उत्ततर हिन्दी में लिखिए:

  • मााँ ि ेउसे सीि ेसे िगािर आशीिाणद हदया, “बेटी, एि देदीप्यमाि िित्र बििर तुम जग िो प्रिाशमय िर दो। जीिि िी सारी िुलशयााँ तुम्िारे पास िों, तुम अपिे उदे्धश्य प्राप्प्त में सफि िो, यिी ईश्िर से मेरी प्राथणिा िै।”

    1. मीि ूिे मि में किस प्रिार िे भाि उभरते रित ेथे? [2] 2. मीि ूिो ििाित िरिे िी आज्ञा किस तरि लमिी? [2] 3. किस िल्पिा से मीि ूलसिर उठती थी? [3] 4. िोस्टि पिुाँचिे िे बाद शरुू में मीि ूिो िैसा िगा? [3]

  • Answers to this Paper must be written on the paper provided separately.

    You will not be allowed to write during the first 15 minutes. This time is to be spent in reading the question paper.

    The time given at the head of this Paper is the time allowed for writing the answers

    This Paper comprises of two sections ; Section A and Section B.

    Attempt All the questions from Section A. Attempt any four questions from Section B, answering at least one question each

    from the two books you have studied and any two other questions. The intended marks for questions or parts of questions are given in brackets [ ].

    SECTION – A (40 Marks) Attempt all questions

    Q.1 Write a short composition in Hindi of approximately 250 words on any one

    of the following topics : [15] निम्िलिखित विषयों में से किसी एि विषय पर हिन्दी में िगभग 250 शब्दों में संक्षिप्त िेि लिखिए: 1. ििृ िमारे जीिि िा अलभन्ि अंग िै अत: ‘ििृ िगाओ देश बचाओ’ इस

    पर संक्षिप्त िेि लििें। भारतीय संस्िृनत िी परंपरा िे अिसुार पेड़ िो देिता माििर उििी पजूा िी जाती िै। यि िमारे जीिि िा आिश्यि अंग िै। ििृ िे बबिा िम भी अधिि समय ति अपिे अस्स्तत्ि िो स्जंदा ििीं रि सिते। िि िातािरण में से िाबबि डाईऑक्साइड िो िम िरते िैं। िातािरण िो शदु्ध बिात ेिैं। बिुमलू्य ऑक्सीजि देते िैं। पेड़ िमें भोजि, घरों िे निमाबण और फिीचर बिािे िे लिए िमें ििड़ी प्रदाि िरते िैं। िे िमें ईंिि िे लिए ििड़ी उपिब्ि िरात ेिैं। िमें विलभन्ि प्रिार िी जड़ी-बहूियााँ देते िैं।

    AdminTypewritten textSolution

  • बढ़ती आबादी, शिरीिरण िे िारण िररयािी तजेी से िम िो रिी िै।स्जतिी तेजी से िम इििी ििाई िर रिे िैं, उतिी तजेी से िी िम अपिी जड़ें भी िाि रिे िैं। ििृों िे ििाि िे िारणआज भयंिर स्स्िनत उत्पन्ि िो गई िै। पडे़ों िा कू्रर िि िमारे वििाश में सिायि िोगा। रेधगस्ताि िा विस्तार िोगा, िहदयााँ सिू जाएगी, पािी िी िमी िोगी, भलूम बंजर िो जाएगी, प्रिृनत िा संतुिि बबगड़ जाएगा। िमारा अस्स्तत्ि उि पर निभबर िरता िै इसलिए िमें पेड़ों िी रिा िरिी िोगी। पयाबिरण िी समस्याओं िा एिमात्र समािाि पेड़ों िी सरुिा िै। सरिार िे जिमािस िो जागतृ िरिे िे लिए 1950 में िि मिोत्सि िायबक्रम आरंभ किया। पयाबिरण िो बचािे िे लिए यि िमारे जागिे िा िक्त िै। लसफब जागि ेिा िी ििी,ं िुछ िरिे िा भी। इसिे लिए जरूरी िै कि िम पेड़ िगाएाँ। वििोबा भाि ेि ेिर व्यस्क्त िो एि पेड़ िगािा चाहिए यि संदेश हदया िै। प्रत्येि व्यस्क्त िो यि समझिा िोगा कि िि िी जीिि िै, इस िि-जीिि से िम प्यार िरें और ििृों िो िगािर इसिी रिा िरे।

    2. गुरु बबिा जीिि में ज्ञाि िी प्रास्प्त ििीं िो सिती इस आिार पर ‘जीिि

    में गुरु िा मित्त्ि’ पर अपिे विचार प्रिि िीस्जए। गुरुब्रह्मा गुरुविर्णुबुः गुरुदेिो मिेश्िरुः।

    गुरुुः सािात ्परब्रह्म तस्म ैश्री गुरिे िमुः। गुरु िी महिमा िा परूा िणबि िास्ति में िोई ििीं िर सिता। क्योंकि गुरु िी महिमा तो ईश्िर से भी ििी ंअधिि िै। गुरु िो ईश्िर िा दजाब प्राप्त िै। गुरु िे मित्त्ि पर तिुसीदास िे भी रामचररतमािस में लििा िै -

    गुर बबि ुभिनिधि तरइ ि िोई। जों बबरंधच संिर सम िोई।।

    भिे िी िोई ब्रह्मा, शंिर िे समाि क्यों ि िो, िि गुरु िे बबिा भि सागर पार ििी ंिर सिता। िरती िे आरंभ से िी गुरु िी अनििायबता पर प्रिाश डािा गया िै। िेदों, उपनिषदों, परुाणों, रामायण, गीता,

  • गुरुग्रन्ि साहिब आहद सभी िमबग्रन्िों एिं सभी मिाि संतों द्िारा गुरु िी महिमा िा गणुगाि किया गया िै। गुरु और भगिाि में िोई अंतर ििीं िै। संस्िृत िे शब्द ग ुिा अिब िै अन्ििार, रु िा अिब िै उस अंििार िो लमिािे िािा। आत्मबि िो जगािे िा िाम गुरु िी िरता िै। गुरु अपिे आत्मबि द्िारा लशर्य में ऐसी पे्ररणाएाँ भरता िै, स्जससे कि िि अच्छे मागब पर चि सिे। िमारे सभ्य सामास्जि जीिि िा आिार स्तंभ गुरू िैं। िई ऐसे गुरू िुए िैं, स्जन्िोंि ेअपिे लशर्य िो इस तरि लशक्षित किया कि उििे लशर्यों ि ेरार्र िी िारा िो िी बदि हदया। आध्यास्त्मि शांनत, िालमबि ज्ञाि और सांसाररि नििाबि सभी िे लिए गुरू िा हदशा निदेश बिुत मित्त्िपणूब िोता िै। गुरु िेिि एि लशिि िी ििीं िै, अवपतु िि व्यस्क्त िो जीिि िे िर संिि से बािर नििििे िा मागब बतािे िािा मागबदशबि भी िै। गुरु िा दजाब भगिाि िे बराबर मािा जाता िै क्योंकि गुरु, व्यस्क्त और सिबशस्क्तमाि िे बीच एि िड़ी िा िाम िरता िै। जीिि में गुरू िे मित्त्ि िा िणबि िबीर दास जी िे अपिे दोिों में परूी आत्मीयता से किया िै।

    गुरू गोविन्द दोऊ िङे िा िे िाग ुपााँि, बलििारी गुरू आपिे गोविन्द हदयो बताय।

    आज िे आिनुिि यगु में भी गुरु िी मित्ता में जरा भी िमी ििी ंआयी िै। एि बेितर भविर्य िे निमाबण िेतु आज भी गुरु िा विशषे योगदाि आिश्यि िोता िै।

    3. ‘एि अंिे िी आत्मििा’ लििें। उस हदि अंिें लभिारी िो मंहदर िी सीहढ़यों पर ि पािर ि जािे क्यों मि विचलित िो गया। पछूिे पर पता चिा कि िि आज ििी ंआया। हदिभर ि चािते िुए भी मैं उसिे िी बारे में सोचती रिी। और क्यों ि िो िि इतिा सरुीिा गाता िा कि िोई भी उसिे मोिपाश में बंि सा जाय। सबुि उठिे िे बाद पििा िाम मंहदर जाि ेिा किया और जैसे िी उस लभिारी िो देिा मि प्रसन्ि िो गया। सीिे उसिे पास पिुाँची और

  • पछूा, “बाबा िि ििााँ िे?” मझु ेआप िे बारे में सब-िुछ जाििा िै। अंिा मझुसे इस प्यार िी भाषा िो सिुिर रोिे िगा। मैंिे उसे सिािभुनूत दी तो िि अपिे जीिि िे वपछिे परृ्ठों िो परत दर परत िोिि ेिगा। मैं बचपि से अंिा ििीं िा। िात-ेपीत ेकिसाि घर िा बािि िा। गााँि िी पाठशािा में पढ़ता और िेतों में जमिर मेिित िरता। बड़ ेिाँसी- िुशी से बचपि िे हदि गजुर गए। उसिे बाद मेरा वििाि पास िे िी गााँि िी रमा से िुआ और िमारी गिृस्िी िी गाड़ी चि पड़ी। जीिि में बड़ ेउतार-चढ़ाि देिे िेकिि रमा जैसी पत्िी िे िारण अिाि, बाढ़ जैसे सब हदि नििि गए। रमा ि ेएि साि चार-चार पतु्रों से मेरी झोिी भर दी। बस कफर क्या िा उििों बड़ा िरिे में िम दोिों िे अपिा जीिि झोंि। हदि िो हदि और रात िो रात ि समझा अिाि पररश्रम किया और चारों बेिों िो सफिता िे ऊाँ चें लशिरों पर पिुाँचा हदया। सब िे सब विदेश चिे गए और जो गए तो आज ति ििी ंिौिे और िा िी उन्िोंि ेिमारी िोई िबर िी। िुछ समय िे पश्चात मोनतयाबबदं बढ़ जािे िे िारण मझु ेअपिी आाँिों िी रोशिी से िाि िोिा पड़ा। जब ति रमा िी तब ति उसिे मझु ेकिसी तरि िी तििीफ ि िोिे दी। िेकिि िाय रे वििाता! उसे तो िुछ और िी मंजूर िा उसिे मेरी रमा िो मझुसे छीि लिया और मझु ेअब इस तरि िा जीिि जीिे िे लिए मजबरू िोिा पड़ा। विदेश में रििे िािे मेरे बेिों िो तो यि भी पता ििी ंिोगा कि उििा बढू़ा बाप स्जंदा भी िै या मर गया िै मैं तो ििता िूाँ कि ईश्िर ऐसी संताि किसी िो ि दें।

    4. ‘मि िे िारे िार िै मि िे जीते जीत’ इस उस्क्त िे आिार पर इस विषय पर विचार प्रिि िरें। किसी विद्िाि िे क्या िूब ििा िै - “मि िे िारे िार मि िे जीते जीत िै” इस िाक्य िा यहद आप गिराई से अििोिि िरें तो इस िाक्य िी सािबिता िा पता चिता िै कि मि कितिा शस्क्तशािी िै जो किसी िो भी परास्जत या विजयी िर सिता िै। और ये िास्तवििता भी िै कि

  • िमारा मि ऐसा िर सिता िै क्योंकि िमारे शास्त्रों में मि िो िी बंिि और मि िो िी मसु्क्त िा िारण मािा गया िै। शदु्ध, शांत, निमबि और स्स्िर मि मिरु्य िो उत्िषब िी ओर िे जाता िै ििी पर चंचि, अस्स्िर िुिवषत एिं िुसंस्िारों से भरा िुआ मि मिरु्य िो पति ि पराभि िे मागब पर ििेिता िै। मिरु्य िा जीिि पररितबिशीि िै स्जस प्रिार मौसम में बदिाि देििे िो लमिते िैं ठीि उसी प्रिार मािि-जीिि में निराशा-अिसाद, िाभ-िानि, सफिता-असफिता आत ेऔर जात ेरिते िैं। िििे िा तात्पयब यि िै कि मािि-जीिि में िुछ भी स्स्िर ििीं रिता। िभी तो िािे घिाओं िे बादि नघर आत ेिैं और मिरु्य अिसाद ग्रस्त िो जाता िै परंतु िोड़ ेिी समय िे पश्चात सिुों िी बाररश िे रूप में मिमोिि इन्रििषु भी मािि-जीिि में आता िै जीिि िे इन्िीं िड़िे-मीठे अिभुिों से गजुरिे िा िाम जीिि िै। इसलिए जीिि िो जीिे िे लिए मािि िो सिारात्मि सोच िो अपिािा िोगा। जिााँ अच्छा िक्त िमें िुशी देता िै, ििीं बरुा िक्त िमें आिे िािे भविर्य िे लिए सिम बिाता िै। िुछ िोग अपिी पििी िी असफिता पर िार माि िेत ेिैं और निराशा िे अंििार में िो जात ेिैं। अब्रािम लििंि िे बारे में िौि ििी ंजािता उम्र िे 52 िषब में िे अमेररिा िे रार्रपनत चिेु गए। क्या िे चिुाि िारिे िे बाद निराश ििीं िुए िोंगे? क्या उन्िें अिसाद या निराशा ि घेरा िोगा? जरुर उन्िोंिे िे भी इि सब िा सामिा किया िोगा परंत ुहिम्मत, सििशीिता और आत्मविश्िास िे िारण िी अंत में िे सफि िुए। मिरु्य िे स्जस िण स्ियं िो िमजोर, िाचार और निबबि मिससू िरिा शरुू िर हदया समझो उसी िण उसिी िार निस्श्चत िो जाती िै। मािि िो दो वििल्पों िे बीच सदैि चिुाि िरिा पड़ता िै और यि उसिा मािलसि स्तर, उसिा वििेि िै कि िि क्या चिुता िै। मािलसि रूप से सबि और सचते व्यस्क्त सदैि आगे बढ़ि ेिी बात िरता िै उसिे लिए भाग्य जैसी बातें लसफब शब्द िोते िै उसे अपिे परुुषािब पर विश्िास िोता िै। िि निराशा में भी आशा िी किरण िोज िेते िै उििे लिए िर िक़्त शरुुआत िा िक़्त िोता िै।

  • 5. िीच ेहदये गये धचत्र िो ध्याि स ेदेखिए और धचत्र िो आिार बिािर िणबि िीस्जए स्जसिा सीिा ि स्पर्ि संबिं धचत्र से िोिा चाहिए।

    प्रस्तुत धचत्र में िम देि रिे िैं कि आतंििादी िमिा िरत ेिुए आगे बढ़ रिे िै और लसपािी आतंििाहदयों िी ओर बंदिू तािे बठैा िै। िि उन्िें रोििे िा प्रयास िर रिा िै। आज आतंििाद एि विश्िव्यापी समस्या बि गयी िै स्जसिी जड़ें िई देशों में फैिती आ रिी िै। आतंििाद िे विश्ि िे विलभन्ि देशों िे इनतिास पर बड़ा असर डािा िै। उन्िोंिे राजा मिाराजाओं, राजिेताओं, सरिारों और आरंलभि समय में राजिंशों िे पररितबि िो भी पे्रररत किया िै। आतंििादी घििाओं ि ेव्यस्क्तयों तिा रार्रों िे भाग्य िो-और शायद इनतिास िे रुि िो भी बदिा िै। आज सारे विश्ि िो आतंििाद िे घेरा िुआ िै। अिग-अिग देशों में हिसंि गनतविधियों िे अिेिों िारण िो सित ेिैं, परन्त ुआमतौर पर यि प्रनतशोि िी भाििा से शरुू िोती िै। िीरे-िीरे अपिी बात मििािे िे लिए आतंििाद िा प्रयोग एि िधियार िे रुप में किया जाता िै। तोड़-फोड़, अपिरण, ििू-िसोि, बिात्िार, ित्या आहद िरिे अपिी बात मििाते िैं। जिााँ ति िमारा देश िा सिाि िै, दुुःि िी बात यि िै कि

  • स्ितंत्रता िे पश्चात, भारत अपिे पड़ोसी देशों कि िजि से एि प्रनतिूि िातािरण िा सामिा िर रिा िै। भारत बिुत समय से आतंििाद िा लशिार रिा िै। भारत िे िश्मीर, िागािैंड, पंजाब, असम, बबिार आहद विशषेरूप से आतंि से प्रभावित रिे िैं भारत में आतंििाद िी शरुुआत उसी हदि से िो गई िी जब िागा विरोहियों िे अपिा झंडा बिंुद किया िा। उसिे बाद यि आग बत्रपरुा, मखणपरु, लमजोरम िोते िुए पंजाब ति पिुाँच गया। किसी तरि सख्ती िरिे पंजाब िे आतंििाद पर िाब ूपाया, पर देश से आतंििाद परूी तरि ित्म ििी ंिो सिा। आतंििाद जीिि िे सिी बोि िे अभाि से जन्म िेता िै। जब ति मािि जानत िो िि बोि उपिब्ि ििी ंिराया जाएगा, मािि जानत िो आतंििाद से मसु्क्त लमििे िािी ििी ंिै। आतंििाद िो समाप्त िरिे िे लिए अंतराबर्रीय राजिीनति, सामास्जि आहद सभी स्तरों से प्रयास किए जाि ेचाहिए।

    Q.2 Write a letter in Hindi in approximately 120 Words on any one of the topics

    given below: [7] निम्िलिखित में से किसी एि विषय पर हिन्दी में िगभग 120 शब्दों में पत्र

    लिखिए: अपिे विद्यािय िो ‘आदशब विद्यािय’ परुस्िार प्राप्त िोि ेपर प्रिािाचायब िो अलभिंदि िेत ुपत्र लिखिए। सेिा में, प्रिािाचायब समता विद्यािय लशिाजी रोड िोल्िापरु विषय : आदशब विद्यािय परुस्िार िेत ुअलभिंदि। माििीय प्रिािाचायब, मैं अमर ििा दसिी ंिा विद्यािी िूाँ। आज मैंिे समाचारपत्र में पढ़ा कि समता विद्यािय िो आदशब विद्यािय िा परुस्िार लमिा िै। मझु ेबिुत िी गिब

  • मिससू िो रिा िै कि मैं इसिा विद्यािी िूाँ। मैं यि पत्र द्िारा आपिो बिाई देिा चािता िूाँ। इस िामयाबी िी ढे़रो बिाईयााँ। आशा िरता िूाँ आपिे िेततृ्त्ि में विद्यािय िा िाम और रोशि िोगा। आपिा आज्ञािारी छात्र परूब जोशी ििा - दसिीं ‘अ’ अिकु्रमांि - 14

    अििा ‘स्िच्छता अलभयाि’ में सियोग देिे िे लिए से अपिी िॉिोिी िे सधचि िो पत्र लिखिए। सधचि स्िच्छता अलभयाि गणेश िॉिोिी लमरज हदिााँि : 30 माचब 2018 विषय : ‘स्िच्छता अलभयाि' में सियोग देिे नििेदि। मिोदय मैं मिोिर विद्यािय िा सफाई अलभयाि दि िा िेता िूाँ। िमारे विद्यािय िे पासिािा इिािा ‘गणेश िॉिोिी’ बिुत िी गंदा िोता िै। जिााँ से िमारे स्िूि िे विद्यािी आत-ेजाती िै, मैं विद्यािय िे दसिीं ििा िे छात्रों िो 30 माचब िे हदि ििााँ सफ़ाई िे प्रनत जागरूिता िािे िे जािा चािता िूाँ। िम सफ़ाई अलभयाि िा मित्त्ि बतात ेिुई िोगों िो समझायेंगे कि सफाई सामास्जि दानयत्ि िै। अत: आपसे नििेदि िै कि आप िमें सियोग दें। भिदीय अलमत देसाई 10\147 गणेश िॉिोिी लमरज

  • Q.3 Read the passage given below and answer in Hindi the questions that follow, using your own words as far as possible: [10]

    निम्िलिखित गद्यांश िो ध्याि से पहढ़ए तिा उसिे िीच ेलििे प्रश्िों िे उत्तर हिन्दी में लिखिए। उत्तर यिासंभि आपिे अपिे शब्दों में िोिे चाहिए: एि समय िी बात एि गााँि में एि िुम्िार रिता िा। एि हदि िश ेिी िाित में िि एि घड़ ेपर धगर गया और उसिे मािे पर एि घाि िग गया। धचकित्सा िे बाद भी उसिे मािे पर एि निशाि रि गया। िुछ समय िे पश्चात देश में अिाि पड़ा और िुम्िार िौिरी िी तिाश में अन्य देश में गया। राजा िे मिि में एि िौिरी लमि गई। राजा िे निशाि देििर सोचा कि िुम्िार एि अच्छा योद्धा रिा िोगा। राजा उसे अनतररक्त सम्माि देिा शरुू िर हदया। एि हदि दशु्मि राज्य िे राज्य िे खििाफ यदु्ध छेड़ा। राजा िे िुम्िार िो अपिी सेिा िा िेततृ्ि िरि ेििा, तब िुम्िार िे ििा मैं योद्धा ििीं िा और निशाि िे बारे में ििािी बताई। राजा अपिे अज्ञाि िे लिए शलमिंदा िे। 1. िुम्िार िो घाि िैसे िग गया? [2]

    उत्तर : एि हदि िश ेिी िाित में िुम्िार एि घड़ ेपर धगर गया और उसिे मािे पर घाि िग गया।

    2. िुम्िार अन्य देश क्यों गया? [2]

    उत्तर : देश में अिाि पड़िे िे िारण िौिरी िी तिाश में िुम्िार अन्य देश गया।

    3. िुम्िार िो राजा िे मिि में िौि-सी िौिरी लमिी? क्यों? [2]

    उत्तर : िुम्िार िो राजा िे मिि में योद्धा िी िौिरी लमिी। क्योंकि राजा िे िुम्िार िे मािे पर िगा निशाि देििर सोचा कि िुम्िार एि अच्छा योद्धा रिा िोगा।

  • 4. राजा िे िुम्िार िो अनतररक्त सम्माि देिा क्यों शरुू िर हदया? [2] उत्तर : राजा िे िुम्िार िे मािे पर िगा निशाि देििर सोचा कि

    िुम्िार एि अच्छा योद्धा रिा िोगा। इसी िजि से उन्िोंिे िुम्िार िो अनतररक्त सम्माि देिा शरुू िर हदया।

    5. आपिो यि गद्यांश पढ़िर क्या सीि लमिती िै? [2]

    उत्तर : यि गद्यांश पढ़िर यि सीि लमिती िै कि िमेशा परूी सच्चाई जाि िेिी चाहिए क्योंकि जरुरी ििी ंिर बार जैसा हदिता िै िसैा िो।

    Q.4 Answer the following according to the instructions given:

    निम्िलिखित प्रश्िों िे उत्तर निदेशािसुार लिखिए : 1. निम्िलिखित शब्दों िा शदु्ध रूप लिखिए : [2]

    पजू्यिीय, पूाँछिा, िेषभषूा, उपजाउ उत्तर : पजूिीय, पछूिा, िेशभषूा, उपजाऊ

    2. निम्िलिखित िाक्य िा विपरीतािबि िाक्य लिखिए : [1] I. यि पढ़ाई में पंडडत िै। उत्तर : यि पढ़ाई में मिूब िै।

    3. निम्िलिखित ररक्त स्िािों में उधचत मिुािरा शब्द िा प्रयोग िरें : [2]

    i. अरे, तुमिे तो जरा सी बात िा िो िेिर राई िा ______ बिा हदया। उत्तर : अरे, तुमिे तो जरा सी बात िा िो िेिर राई िा पिाड़ बिा

    हदया।

    ii. भारतीयों िे दशु्मिों िे दााँत ________िर हदए। उत्तर : भारतीयों िे दशु्मिों िे दााँत िटे्ट िर हदए।

  • 4. िोर्ठि में हदए गए निदेशािसुार िाक्यों में पररितबि िीस्जए: [3] 1. आिस्य िे िारण िि सफि ििी ंिो पाया। (‘आिस्य’ िे स्िाि पर

    विशषेण िा प्रयोग िीस्जए।) उत्तर : आिसी िोि ेिे िारण िि सफि ििीं िो पाया।

    2. िि इस बात से दिुी िै। (उसे से िाक्य शरुू िीस्जए।) उत्तर : उसे इस बात िा दुुःि िै।

    3. यिुती िविता पढ़ िर रिी िैं। (िचि बदलिए।) उत्तर : यिुनतयााँ िविताएाँ पढ़ रिी िैं।

    SECTION - B (40 Marks) Attempt four questions from this section.

    You must answer at least one question from each of two books you have studied and any two other questions.

    साहित्य सागर गद्य

    Q.5 Read the extract given below and answer in Hindi the questions that follow:

    निम्िलिखित गद्यांश िो पहढ़ए और उसिे िीच ेलििे प्रश्िों िे उत्तर हिन्दी में लिखिए : “मझु ेतो तेरे हदमाग िे िन््यजूि िा प्रतीि िजर आ रिा िै, बबिा मतिब स्जंदगी िराब िर रिी िै।”

    पाठ - दो ििािार िेिि - मन्ि ूभंडारी

    1. उपयुबक्त अितरण िी िक्ता और श्रोता िा पररचय दें। [2] उत्तर : उपयुबक्त अितरण िी िक्ता अरुणा और श्रोता धचत्रा िै। ये दोिों

    अलभन्ि सिेलियााँ िैं। अरुणा और धचत्रा वपछिे छुः िषों से छात्रािास में एि साि रिते िैं। धचत्रा एि धचत्रिार िै और अरुणा िो िोगों िी सेिा िरिे में आिंद लमिता िै।

  • 2. धचत्रा िा अरुणा िो िींद में से जगािे िा क्या उद्देश्य िै? [2] उत्तर : धचत्रा एि धचत्रिार िै और अरुणा उसिी लमत्र अभी-अभी िुछ

    समय पििे उसिे एि धचत्र परूा किया िा स्जसे िि अपिी लमत्र अरुणा िो हदिािा चािती िी इसलिए धचत्रा ि ेअरुणा िो िींद से जगा हदया।

    3. अरुणा िे धचत्र िो घिचक्िर क्यों ििा? [3]

    उत्तर : धचत्रा िे अरुणा िो जब धचत्र हदिाया तो तो उसमें सड़ि, आदमी, राम, बस, मोिर, मिाि सब एि-दसूरे पर चढ़ रिे िे। मािो सबिी खिचड़ी पिािर रि दी गई िो। इसलिए अरुणा ि ेउस धचत्र िो घिचक्िर ििा।

    4. धचत्रा िे उस धचत्र िो किसिा प्रतीि ििा और क्यों? [3]

    उत्तर : धचत्रा िे उस धचत्र िो िन््यजूि िा प्रतीि िा प्रतीि ििा क्योंकि उस धचत्र में सड़ि, आदमी, राम, बस, मोिर, मिाि सब एि-दसूरे पर चढ़ रिे िे।

    Q.6 Read the extract given below and answer in Hindi the questions that

    follow:

    निम्िलिखित गद्यांश िो ध्यािपिूबि पहढ़ए तिा उसिे िीच ेलििे प्रश्िों िे उत्तर हिन्दी में लिखिए: विपस्त्त में भी मेरे पनत िे िमब ििीं छोड़ा। िन्य िैं मेरे पनत! सेठ िे चरणों िी रज मस्ति पर िगात ेिुए बोिी, ''िीरज रिें, भगिाि सब भिा िरेंगे।''

    पाठ - मिायज्ञ िा परुस्िार िेिि - यशपाि

    1. उपयुबक्त अितरण िी िक्ता िा पररचय दें। [2] उत्तर : उपयुबक्त अितरण िी िक्ता सेठ िी पत्िी िै। सेठ िी पत्िी भी

    बवुद्धमत्ती स्त्री िी। मसुीबत िे समय अपिा ियैब ि िोत ेिुए उसिे अपिे पनत िो अपिा एि यज्ञ बेचिे िी सिाि दी।

  • विपस्त्त िी स्स्िनत में िि अपिे पनत िो ईश्िर पर विश्िास और िीरज िारण िरि ेिो ििती िै। इस प्रिार सेठ िी पत्िी भी ितबव्य परायण, िीरिती, ईश्िर पर निर्ठा रिि ेिािी और संतोषी स्त्री िी।

    2. िक्ता िे अपिे पनत िी रज मस्ति पर क्यों िगाई? [2]

    उत्तर : सेठािी िे पनत जब िंुदिपरु गााँि से िन्िा सेठ िे यिााँ से िािी िाि घर िौिे तो पििे तो ि ेिााँप उठी पर जब उसे सारी घििा िी जाििारी लमिी तो उििी िेदिा जाती रिी। उििा ह्रदय यि देििर उल्िलसत िो गया कि विपस्त्त में भी उििे पनत िे अपिा िमब ििी ंछोड़ा और इसी बात िे लिए सठेािी िे अपिे पनत िी रज मस्ति से िगाई।

    3. सेठािी भौचक्िी-सी क्यों िड़ी िो गई? [3]

    उत्तर : रात िे समय सेठािी उठिर दािाि में हदया जिािे आईं तो रास्त ेमें किसी चीज से ििरािर धगरत-ेधगरते बची हदया। साँभििर आिे ति पिुाँची और हदया जिािर िीच ेिी ओर निगाि डािी तो देिा कि दििीज िे सिारे पत्िर ऊाँ चा िो गया िै स्जसिे बीचों बीच िोिें िा िंुदा िगा िै। शाम ति तो ििााँ िि पत्िर बबल्िुि भी उठा ििीं िा अब यि अिस्मात िैसे उठ गया? यिी सब देििर सेठािी भौचक्िी-सी िड़ी िो गई।

    4. सेठ िो िि िी प्रास्प्त किस प्रिार िुई? [3]

    उत्तर : सेठािी िे जब सेठ िो बिुािर दािाि में िगे िोिे िंुदे िे बारे में बताया तो सेठ जी भी आश्चयब में पड़ गए। सेठ िे िंुदे िो पिड़िर िींचा तो पत्िर उठ गया और अंदर जाि ेिे लिए सीहढ़यााँ नििि आईं। सेठ और सेठािी सीहढ़यााँ उतरिे िगे िुछ सीहढ़यााँ उतरत ेिी इतिा प्रिाश सामिे आया कि उििी आाँिें चौंधियाि ेिगी। सेठ िे देिा िि एि विशाि तििािा िै और

  • जिािरातों से जगमगा रिा िै। इस तरि सेठ िो िि िी प्रास्प्त िुई।

    Q 7 Read the extract given below and answer in Hindi the questions that follow:

    निम्िलिखित गद्यांश िो पहढ़ए और उसिे िीच ेलििे प्रश्िों िे उत्तर हिन्दी में लिखिए: िाि भाई! क्या आइडडया िै। मनूतब िपड़ ेििीं बदि सिती, िेकिि चश्मा िर बार बदि िैसे जाता िै?

    पाठ – िेताजी िा चश्मा िेिि – स्ियं प्रिाश

    1. प्रस्तुत ििि िे िक्ता िा पररचय दें। [2] उत्तर : प्रस्तुत ििि िे िक्ता िािदार सािब िैं। िे अत्यंत भाििु और

    संिेदिशीि िोिे िे साि एि देशभक्त भी िैं। उन्िें देशभक्तों िा मजाि उड़ाया जािा पसंद ििी ंिै। ि ेिैप्िि िी देशभाििा िे प्रनत सम्माि और सिािभुनूत रित ेिैं।

    2. प्रस्तुत ििि िे श्रोता िा पररचय दें। [2]

    उत्तर : प्रस्तुत ििि िा श्रोता पाििािा िै। पाििािा परूी िी परूी पाि िी दिुाि िै, सड़ि िे चौरािे िे कििारे उसिी पाि िी दिुाि िै। िि िािा तिा मोिा िै, उसिी तोंद भी निििी िुई िै, उसिे लसर पर धगि-ेचिेु बाि िी बच ेिैं। िि एि तरफ़ ग्रािि िे लिए पाि बिा रिा िै, ििीं दसूरी ओर उसिा मुाँि पाि से भरा िै। पाि िािे िे िारण उसिे िोंठ िाि तिा ििीं-ििीं िािे पड़ गए िैं। स्िभाि से िि मजाकिया िै। िि बातें बिािे में माहिर िै।

    3. िस्बे से गुजरत ेसमय िािदार सािब िो क्या आदत पड़ गई िी? [3]

    उत्तर : िस्बे से गजुरते समय िािदार सािब िो उस िस्बे िे मखु्य बाजार िे चौरािे पर रुििा, पाि िािा और मनूतब िो ध्याि से देििे िी आदत पड़ गई िी।

  • 4. मनूतब िा चश्मा िर-बार िौि और क्यों बदि देता िा? [3] उत्तर : मनूतब िा चश्मा िर-बार िैप्िि बदि देता िा। िैप्िि असलियत में

    एि गरीब चश्मेिािा िा। उसिी िोई दिुाि ििी ंिी। फेरी िगािर िि अपिे चश्मे बेचता िा। जब उसिा िोई ग्रािि ितेाजी िी मनूतब पर िगे फे्रम िी मााँग िरता तो िैप्िि मनूतब पर अन्य फे्रम िगािर िि फे्रम अपिे ग्रािि िो बेच देता। इसी िारणिश मनूतब पर िोई स्िाई फे्रम ििीं रिता िा।

    साहित्य सागर

    पद्य Q.8 Read the extract given below and answer in Hindi the questions that follow:

    निम्िलिखित पद्यांश िो पहढ़ए और उसिे िीच ेलििे प्रश्िों िे उत्तर हिन्दी में लिखिए :

    व्यधित िै मेरा हृदय-प्रदेश, चि ूउििो बििाऊाँ आज। बतािर अपिा सिु-दिु उसे हृदय िा भार ििाऊाँ आज।। चिूाँ मााँ िे पद-पंिज पिड़ ियि-जि से िििाऊाँ आज। मात ृमंहदर में मैंिे ििा.... चिूाँ दशबि िर आऊाँ आज।।

    किंतु यि िुआ अचािि ध्याि, दीि िूाँ छोिी िूाँ अज्ञाि। मात-ृमंहदर िा दगुबम मागब

    तुम्िी ंबतिा दो िे भगिाि।। िविता – मात ृमंहदर िी ओर िवि – सभुरा िुमारी चौिाि

  • 1. किसिा हृदय व्यधित िै और क्यों? [2] उत्तर : ििनयत्री िा हृदय मात ृमंहदर में मााँ िे दशबि िे लिए व्यधित िै।

    2. ििनयत्री अपिी व्यिा िो दरू िरिे िे लिए क्या िरिा चािती िै? [2] उत्तर : ििनयत्री अपिी व्यिा िो दरू िरिे िे लिए मात ृमंहदर जािा

    चािती िै। अपिे ििैों िे जि से मााँ िे परै िोिा चािती िै और उििे दशबि िरिा चािती िै स्जससे उििा व्यधित ह्रदय शातं िो सिे।

    3. मात ृमंहदर िा मागब िैसा िै? [3]

    उत्तर : ििनयत्री िा हृदय मात ृमंहदर में मााँ िे दशबि िे लिए व्यधित िै। ििनयत्री अपिी व्यिा िो दरू िरिे िे लिए मात ृमंहदर जािा चािती िै।

    परंतु मात ृमंहदर िा मागब दगुबम िै। ििनयत्री दीि और अंजाि भी िै।

    4. शब्दािब लिखिए - व्यधित, ियि-जि, दगुबम, पद-पंिज, भगिाि,

    अचािि [3] व्यधित - दिुी ियि-जि – आाँस ू दगुबम – जिााँ जािा िहठि िो पद-पंिज – िमि रूपी पााँि भगिाि – ईश्िर अचािि – सिसा

  • Q.9 Read the extract given below and answer in Hindi the questions that follow:

    निम्िलिखित पद्यांश िो पहढ़ए और उसिे िीच ेलििे प्रश्िों िे उत्तर हिन्दी में लिखिए:

    गुरु गोबबदं दोऊ िड़,े िािे िाग ूपायाँ। बलििारी गुरु आपिो, स्जि गोबबदं हदयौ बताय॥ जब मैं िा तब िरर ििी,ं अब िरर िैं मैं िाहि। प्रेम गिी अनत सााँिरी, तामे दो ि समाहि॥

    िविता – सािी िवि – िबीरदास

    1. यिााँ पर 'मैं' और 'िरर' शब्द िा प्रयोग किसिे लिए किया गया िै? [2] उत्तर : यिााँ पर 'मैं' और 'िरर' शब्द िा प्रयोग क्रमशुः अिंिार और

    परमात्मा िे लिए किया िै।

    2. िबीर िे अिसुार िौि परमात्मा से लमििे िा रास्ता हदिाता िै? [2] उत्तर : िबीर िे अिसुार गुरु परमात्मा से लमििे िा रास्ता हदिाता िै।

    3. 'जब मैं िा तब िरर ििी,ं अब िरर िैं मैं िााँहि।' - िा भािािब स्पर्ि िीस्जए। [3] उत्तर : इस पंस्क्त द्िारा िबीर िा ििते िै कि जब ति यि मािता िा

    कि `मैं िूाँ', तब ति मेरे सामिे िरर ििीं िे। और अब िरर आ प्रगिे, तो मैं ििी ंरिा। अाँिेरा और उजािा एि साि, एि िी समय, िैसे रि सित ेिैं? जब ति मिरु्य में अज्ञाि रुपी अंििार छाया िै िि ईश्िर िो ििीं पा सिता अिाबत ्अिंिार और ईश्िर िा साि-साि रििा िाममुकिि िै। यि भाििा दरू िोते िी िि ईश्िर िो पा िेता िै।

    4. िबीर िे गुरु िे प्रनत दृस्र्ििोण िो स्पर्ि िीस्जए। [3]

    उत्तर : िबीरदास िे गुरु िा स्िाि ईश्िर से शे्रर्ठ मािा िै। िबीर ििते िै जब गुरु और गोविदं (भगिाि) दोिों एि साि िड़ ेिो तो गुरु िे

  • श्रीचरणों मे शीश झिुािा उत्तम िै स्जििे िृपा रुपी प्रसाद से गोविदं िा दशबि िरिे िा सौभाग्य प्राप्त िुआ। गुरु ज्ञाि प्रदाि िरत ेिैं, सत्य िे मागब पर चििे िी पे्ररणा देत ेिैं, मोि-माया से मकु्त िराते िैं।

    Q.10 Read the extract given below and answer in Hindi the questions that

    follow:

    निम्िलिखित पद्यांश िो पहढ़ए और उसिे िीच ेलििे प्रश्िों िे उत्तर हिन्दी में लिखिए :

    िि आता दो िूि ििेजे िे िरता पछताता पि पर आता।

    पेि-पीठ दोिों लमििर िैं एि, चि रिा ििुहिया िेि,

    मटु्ठी भर दािे िो- भिू लमिािे िो मुाँि फिी परुािी झोिी िा फैिाता

    दो िूि ििेजे िे िरता पछताता पि पर आता। साि दो बच्च ेभी िैं सदा िाि फैिाए, बाएाँ से िे मित ेिुए पेि िो चित,े

    और दाहििा दया-दृस्र्ि पाि ेिी ओर बढ़ाए। िविता – लभिुि

    िवि – सयूबिातं बत्रपाठी ‘निरािा’ 1. लभिुि िोगों से क्या मााँग रिा िै? [2]

    उत्तर : लभिुि िोगों से अपिी िुिा शान्त िरिे िे लिए मटु्ठी दो मटु्ठी अिाज मााँग रिा िै।

    2. लभिुि िी झोिी िैसी िै? [2]

    उत्तर : लभिुि िी झोिी फिी-परुािी िै।

  • 3. इि पंस्क्तयों िे आिार पर लभिुि िी दीि दशा िा िणबि िीस्जए? [3] उत्तर : लभिुि कितिा दबुबि िै, इसिा सिज िी अिमुाि उसिा पेि और

    पीठ देििर िगाया जा सिता िै। िाफी समय से भोजि ि लमििे िे िारण उसिे पेि-पीठ एि जैसे िो चिेु िैं। िि बढु़ापे और दबुबिता िे िारण िाठी िे सिारे चि रिा िै।

    4. शब्दािब लिखिए – िूि, पि, ििूहिया, भिू, पि, ििेजे [3]

    िूि - िुिड़ े पि - रास्ता ििूहिया - िाठी भिू - िुिा पि - रास्ता ििेजे - ह्रदय

    एकाकंी संचय

    Q.11 Read the extract given below and answer in Hindi the questions that follow:

    निम्िलिखित गद्यांश िो पहढ़ए और उसिे िीच ेलििे प्रश्िों िे उत्तर हिन्दी में लिखिए : िीरलसिं और स्जस जन्मभलूम िी ििू में िेििर िम बड़ ेिुए िैं, उसिा अपमाि भी िैसे सिि किया जा सिता िै? िम मिाराणा िे िौिर िैं तो क्या िमिे अपिी आत्मा भी उन्िें बेच दी िै? जब िभी मेिाड़ िी स्ितंत्रता पर आक्रमण िुआ िै, िमारी तििार ि ेउििे िमि िा बदिा हदया िै।

    एिािंी – मातभृलूम िा माि िेिि – िररिृर्ण ‘प्रमेी’

    1. िीरलसिं िी मातभृलूम िौि-सी िी और िि मेिाड़ में क्यों रिता िा? [2]

    उत्तर : िीरलसिं िी मातभृलूम बूाँदी िी। िि मेिाड़ में इसलिए रिता िा क्योंकि िि मिाराणा िािा िी सेिा िौिरी िरता िा।

  • 2. िीरलसिं िे बलिदाि िे राजपतूों िो क्या लसिा हदया? [2] उत्तर : िीरलसिं िे बलिदाि िे राजपतूों िो जन्मभलूम िा माि िरिा

    लसिा हदया।

    3. िीरलसिं िे अपिी मातभृलूम िे प्रनत पे्रम किस तरि हदिाया? [3] उत्तर : िीरलसिं िे अपिी मातभृलूम बूाँदी िे िििी दगुब िो बचािे िे

    लिए अपिे साधियों िे साि प्रनतज्ञा िी कि प्राणों िे िोत ेिुए िम इस िििी दगुब पर मेिाड़ िी राज्य पतािा िो स्िावपत ि िोिे देंगे तिा दगुब िी रिा िे लिए अपिे प्राण िी आिुनत दे दी।

    4. 'मातभृलूम िा माि' एिािंी िा उद्दशे्य स्पर्ि िीस्जए। [3] उत्तर : इस एिािंी में यि हदिाया गया िै कि मातभृलूम िी रिा िे

    लिए क्या-क्या बलिदाि ििी ंिरिा पड़ता, यिााँ ति कि प्राणों िा बलिदाि भी िरिा पड़ता िै। इस एिांिी में िीर लसिं िे माध्यम से यि बताया गया िै कि राजपतू किसी भी सरूत में अपिी मातभृलूम िो किसी िे अिीि ििीं देि सित ेिैं इसलिए राजपतू अपिी मातभृलूम िे लिए अपिे प्राणों िी भी परिाि ििी ंिरत ेिैं। इस परूी एिांिी में राजपतूों िी मातभृलूम िे प्रनत ऐसी िी एिनिर्ठा िो दशाबया िै।

    Q.12 Read the extract given below and answer in Hindi the questions that

    follow:

    निम्िलिखित गद्यांश िो पहढ़ए और उसिे िीच ेलििे प्रश्िों िे उत्तर हिन्दी में लिखिए : दादाजी, आप पेड़ से किसी डािी िा िूििर अिग िोिा पसंद ििीं िरे,पर क्या आप यि चािेंगे कि पेड़ से िगी-िगी िि डाि सिूिर मरुझा जाय...

    एिािंी – सिूी डािी िेिि – उपेंरिाि ‘अश्ि’

  • 1. उपयुबक्त अितरण िी िक्ता िा पररचय दें। [2] उत्तर : उपयुबक्त अितरण िी िक्ता मिूराज पररिार िी छोिी बिू बेिा

    िै। िि एि संपन्ि घरािे िी सलुशक्षित िड़िी िै। ससरुाि िे परुािे संस्िार और पाररिाररि सदस्यों से पििे िि सामंजस्य ििीं बठैा पाती िै परंतु अंत में िि पररिार िे सदस्यों िे साि लमिजुििर रििे िगती िै।

    2. घर िे सदस्यों िा व्यििार छोिी बिू िे प्रनत बदि िैसे जाता िै? [2]

    उत्तर : छोिी बिू िर समय अपिे मायिे िी िी तारीफ़ िरती रिती िै। इस िारण घर िे सभी सदस्य उसे अलभमािी समझते िैं और उसिी बातों पर िाँसत ेरित ेिैं परंतु जब घर िे दादाजी द्िारा उन्िें समझाया जाता िै तब घर िे सभी सदस्यों िा व्यििार छोिी बिू िे प्रनत बदि जाता िै।

    3. उपयुबक्त ििि स ेिक्ता िा क्या आशय िै? [3]

    उत्तर : उपयुबक्त ििि से िक्ता िा आशय उसे अधिि हदए जाि ेिािे माि-सम्माि से िैं। दादाजी िे समझािे पर पररिार िे सदस्यों िा व्यििार इस िद ति बदि गया कि ि ेउसे जरूरत से ज्यादा सम्माि देिे िगे स्जसिे िारण िि अपिे आप िो घर में उपेक्षित समझिे िगी। पर इसिे साि िी उसे अपिी भिू िा अिसास भी िोिे िगता िै कि ऐसे व्यििार िे लिए िि िुद भी दोषी िै।

    4. िक्ता िी मि:स्स्िनत िा िणबि िीस्जए। [3]

    उत्तर : बेिा एि सलुशक्षित िड़िी िै। उसे अपिे प्रनत पररिार िा बदिा व्यििार अच्छा ििी ंिगता पर जब उसे पता चिता िै कि घर िा िर-एि सदस्य पररिार िो अिगाि स ेबचािे िे लिए दादाजी िी आज्ञा िा पािि िर रिा िै तो उसे अपिी भिू समझ आती िै कि िि भी इस पररिार िा िी एि अंग िै। क्यों ि िि भी

  • पिि िरे और पररिार िे साि लमिजुििर रिें और उपयुबक्त ििि िक्ता िी इसी पाररिाररि जुड़ाि और मि िी व्यिा िा िणबि िरता िै।

    Q.13 Read the extract given below and answer in Hindi the questions that

    follow :

    निम्िलिखित गद्यांश िो पहढ़ए और उसिे िीच ेलििे प्रश्िों िे उत्तर हिन्दी में लिखिए: िि ििी ंसिता संजय किसिे पापों िा पररणाम िै, किसिी भिू िी स्जसिा भीषण विष फि िमें लमिा। ओि! क्या पतु्र-मोि अपराि िै, पाप िै? क्या मैंिे िभी भी...िभी भी...

    एिािंी - मिाभारत िी एि सााँझ

    िेिि – भारत भषूण अग्रिाि 1. उपयुबक्त अ�