2
तकाल काशन के लये ेस लिलि खा सुरा की जानकारी पाईये एफएसएसएआई के एसपीररयंस जोन नई दिली, मंगलिार 16 मई, 2018 : खा सुरा और मानक ालिकरण (एफएसएसएआई) ने आज अपने तरह के अनूठे अनुभि (एक सलपररयंस जोन) का उाटन दकया जो दक भारत के खा सुरा पाररलथिलतक तं की जानकारी िान करता है। इसम आभासी और संििित िथतलिकता जैसी ौोलगदकय का उपयोग करके , पूिि के के िल लमलािट को रोकने के खा सुरा लिलनयमन की संकीणिता से हटकर अलिक सम िलिकोण को ि यान रखते सभी 1.32 अरब नागररक के लए सुरलत और थिथि भोजन सुलनलित करने पर के लरित दकया गया है। यह चंमुखी अनुभि िशािता है दक कै से एफएसएसएआई लसफि एक 'ितिक' बनकर एक 'सहायक' की भूलमका का लनिािहन करता है। इंटरैलटि िशिन के मायम से , आगंतुक खा ंखला की जरटलता का अनुभि करगे , णाली और दिया के बारे जानकारी ाप करगे और जानगे दक कै से एफएसएसएआई लनयामक, खा ापार और नागररक के बीच सहभालगता का लिकास कर िकी खा सुरा की आिश यकता को पूरी कर रहा है। यह उपभोा के मन भारत खा सुरा के मामले एफएसएसएआई के लये लिास पैिा करता है। इस एसपीररयंस जोन को टाटा थट के साि लमलकर बनाया गया है , और यह इस बात का सबूत है दक खा सुरा लसफि सरकारी लनयामक की ही नह बलक सभी लहतिारक की साझा लजमेिारी है। यह आगुंतक को एफएसएसएआई की णाललय और दिया के बारे जानकारी िान करता है लजनम एफएसएसएआई का लोगो हमेशा लिमान रहता है , यह लोगो अब येक घर लिश िका एक तीक बन गया है। यह एक सपीररयंस जोन एफएसएसएआई के मुयालय, एफडीए भिन, नई दिली के पांचि मंलजपर लथित है। यह हम सभी को यह संिेश िता है दक कै से एक लजमेिार लनयामक, लजमेिार खा ापारकताि और लजमेिार नागररक लमलकर खा सुरा सुलनलित कर राष लनमािण अपना अहम योगिान िसकते ह। एक सलपररयंस जोन तीन िशिलनय के माि यम से एफएसएसएआई की सोच और काम के बारे सम िलिकोण की जानकारी आगुतंक को िान की जाती है। एफएसएसएआई की एसएनएफ पहल के शुभंकर लमस और माथटर सेहत , चललच आपका थिागत करते लबग लपचर जोन कई लडलजटलडथले पैनल जो पूरे िएफएसएसएआई की उपलथिलत और खा सुरा पाररलथिलतक तं के मजबूत नेटिक ि के बारे जानकारी िान करते थट जोन सकि ल 'खा सुरा' तीन मुख सहभालगय लनयामक, खा िसायी और नागररक की अपनी अलग भूलमका पर काश डालता है। एफएसएसएआई का मानना है दक येक लहतिारक महिपूणि है , येक नागररक को अपनी भूलमका खा सुरा के लनभानी चालहए और नागररक ारा भाग लेने पर लनयामक ारा दकए गए हर छोटे यास को बढािा लमलता है। इस अनुभि के मायम से , एफएसएसएआई नागररक के साि अपने यास एिं पहल को साझा करता है , और उरह सही खाने , सुरलत खाने और थिथि खाने का संकल लेने के लए ेररत करता है ! इस एक सलपररयसं जोन से संबंलित एक िपोटिल भी लिकलसत दकया गया है लजसकी

प्रस लिज्ञलि - FSSAIc8509572-f97a-43bf...ललए अपन य त र क पहल स आरलक षत कर सक ग। एक सलपररयस

  • Upload
    others

  • View
    1

  • Download
    0

Embed Size (px)

Citation preview

Page 1: प्रस लिज्ञलि - FSSAIc8509572-f97a-43bf...ललए अपन य त र क पहल स आरलक षत कर सक ग। एक सलपररयस

तत्काल प्रकाशन के ललये

प्रेस लिज्ञलि

खाद्य सरुक्षा की जानकारी पाईये एफएसएसएआई के एक्सपीररयसं

जोन में

नई दिल्ली, मंगलिार 16 मई, 2018 : खाद्य सुरक्षा और मानक प्रालिकरण (एफएसएसएआई) ने आज

अपने तरह के अनूठे अनभुि के्षत्र (एक ्सलपररयंस जोन) का उद्घाटन दकया जो दक भारत के खाद्य सुरक्षा

पाररलथिलतक तंत्र की जानकारी प्रिान करता ह।ै इसमें आभासी और संिर्िित िाथतलिकता जैसी

प्रौद्योलगदकयों का उपयोग करके , पूिि के केिल लमलािट को रोकने के खाद्य सुरक्षा लिलनयमन की संकीणिता से हटकर अलिक समग्र िलृिकोण को ि ्यान में रखते हुए सभी 1.32 अरब नागररकों के ललए सुरलक्षत और थिथि

भोजन सुलनलित करन े पर केलरित दकया गया ह।ै यह चहुमंुखी अनुभि क्षते्र िशािता ह ै दक कैसे

एफएसएसएआई लसफि एक 'प्रितिक' न बनकर एक 'सहायक' की भूलमका का लनिािहन करता ह।ै इंटरैलक्टि प्रिशिनों के माध्यम से, आगतंकु खाद्य श्ृंखला की जरटलता का अनुभि करेंग,े प्रणाली और प्रदियाओं के बारे

में जानकारी प्राप ्त करेंगे और जानेंगे दक कैसे एफएसएसएआई लनयामक, खाद्य व्यापारों और नागररकों के

बीच सहभालगता का लिकास कर िेश की खाद्य सुरक्षा की आिश ्यकताओं को पूरी कर रहा ह।ै यह

उपभोक्ताओं के मन में भारत में खाद्य सुरक्षा के मामले में एफएसएसएआई के ललय ेलिश्वास पैिा करता ह।ै

इस एक्सपीररयंस जोन को टाटा ट्रथट के साि लमलकर बनाया गया ह,ै और यह इस बात का सबूत ह ैदक

खाद्य सुरक्षा लसफि सरकारी लनयामक की ही नहीं बलल्क सभी लहतिारकों की साझा लजम्मेिारी

ह।ै यह आगुंतकों को एफएसएसएआई की प्रणाललयों और प्रदियाओं के बारे में जानकारी प्रिान करता ह ै

लजनमें एफएसएसएआई का लोगो हमेशा लिद्यमान रहता ह,ै यह लोगो अब प्रत ्येक घर में लिश ्िास का

एक प्रतीक बन गया ह।ै यह एक ्सपीररयंस जोन एफएसएसएआई के मुख्यालय, एफडीए भिन, नई दिल्ली

के पांचिीं मंलजल पर लथित ह।ै यह हम सभी को यह संिेश ितेा ह ै दक कैसे एक लजम्मेिार लनयामक,

लजम्मेिार खाद्य व्यापारकताि और लजम्मेिार नागररक लमलकर खाद्य सुरक्षा सुलनलित कर राष ्ट्र लनमािण में

अपना अहम योगिान िे सकते हैं।

एक ्सलपररयंस जोन में तीन प्रिशिलनयों के माि ्यम से एफएसएसएआई की सोच और काम के बारे में समग्र

िलृिकोण की जानकारी आगतुंकों को प्रिान की जाती ह।ै एफएसएसएआई की एसएनएफ पहल के शुभंकर लमस

और माथटर सेहत , चललचत्र के्षत्र में आपका थिागत करत ेहैं । लबग लपक्चर जोन में कई लडलजटल लडथ्ले पैनल

हैं जो पूरे िशे में एफएसएसएआई की उपलथिलत और खाद्य सुरक्षा पाररलथिलतक तंत्र के मजबूत नेटिकि के

बारे में जानकारी प्रिान करते हैं । ट्रथट जोन सर्किल 'खाद्य सुरक्षा' में तीनों प्रमुख सहभालगयों लनयामक, खाद्य

व्यिसायी और नागररक की अपनी अलग भूलमका पर प्रकाश डालता ह।ै

एफएसएसएआई का मानना ह ै दक प्रत्येक लहतिारक महत्िपूणि ह,ै प्रत्येक नागररक को अपनी भूलमका खाद्य

सुरक्षा के के्षत्र में लनभानी चालहए और नागररकों द्वारा भाग लेने पर लनयामक द्वारा दकए गए हर छोटे

प्रयास को बढािा लमलता ह।ै इस अनुभि के्षत्र के माध्यम से, एफएसएसएआई नागररकों के साि अपन ेप्रयासों

एिं पहलों को साझा करता ह,ै और उरहें सही खान े, सुरलक्षत खान ेऔर थिथि खाने का संकल ्प लनेे के ललए

प्रेररत करता ह ै! इस एक ्सलपररयसं जोन से संबंलित एक िेब पोटिल भी लिकलसत दकया गया ह ै लजसकी

Page 2: प्रस लिज्ञलि - FSSAIc8509572-f97a-43bf...ललए अपन य त र क पहल स आरलक षत कर सक ग। एक सलपररयस

मिि से नागररक एक ्सलपररयसं जोन की एक लडलजटल यात्रा का आनन ्ि ले सकें गे और इस के

ललए अपनी यात्रा को पहल ेसे आरलक्षत करिा सकेंगे। एक ्सलपररयसं जोन हर सिाह शुििार को 3 बजे

से शाम 5 बजे के बीच जनता के ललए खुला रहगेा। इसके अलािा, एफएसएसएआई का मानना ह ै दक

कम उम्र में बच्चों को खाद्य सुरक्षा और पोषण का महत्ि लसखाया जाना चालहए और

इसललए, एक्सपीररयंस जोन कक्षा 8 और उस से बडे बच्चों के ललए प्रत्येक बुििार को 10 बजे से 12 बजे

के बीच खुला रहगेा। अनभुि आिाररत लशक्षा की इस लिलि में एफएसएसएआई टीम के द्वारा एक

कायिशाला का आयोजन भी दकया जाएगा।

आज नीलत आयोग के मुख ्य कायिकारी अलिकारी श्ी अलमताभ कांत न ेऔपचाररक रूप से एक ्सलपररयंस जोन

का उद्घाटन दकया । उरहोंने थिीकार दकया दक एफएसएसएआई मलू रूप से लिलनयमन से लिकास के पररप्रेक्ष्य में

बिलाि के साि एक नये युग, निाचार और सदिय सहायक संगठन में पररिर्तित हो चुका ह।ै उरहोंने आग े

बताया दक एफएसएसएआई आज कई साझेिारों के साि एक मजबूत नेटिकि संगठन बन चुका ह ैऔर उन ्होंन े

इस अिसर पर अनुभि के्षत्र के ललए टाटा ट्रथट और एफएसएसएआई को बिाई िी। उरहोंने जोर दिया दक

खाद्य लिकास का एक महत्िपूणि घटक ह ैऔर एफएसएसएआई नई प्रौद्योलगदकयों का उपयोग कर खाद्य सुरक्षा

को सुलनलित करने में अपनी महत ्पूणि भूलमका का लनिािहन लजम ्मेिारी के साि सम ्पन ्न करे।

इस अिसर पर श्ी हरीश कृष ्णास ्िामी, मुख ्य प्रचालन अलिकारी, टाटा ट्रथट ने एक ्सलपररयंस जोन को

बनाने िाले कार्मिकों की सराहना करते हुए कहा दक यह आप लोगों की मेहनत का ही पररणाम ह ै दक

पररकल ्पना के अलभनि अनभुि के्षत्र के लनमािण को सक्षम बनाया जा सका। िह इस अलद्वतीय प्रौद्योलगकी के

द्वारा संचाललत पाररलथिलतक तंत्र को जीिन ्त करने के ललय ेखाद्य लनयामक के साि सहयोग करने से उत ्सालहत

िे। एफएसएसएआई का मानना ह ै दक भारत की खाद्य सुरक्षा पाररलथिलतक तंत्र की इस यात्रा से िेश के

नागररकों को सही खाए,ं सुरलक्षत खाए ंऔर थिथि खाए ंके बारे में जागरुक दकया जा सकेगा। मीलडया प्रश्नों के ललए, कृपया सपंकि करें: रुलचका शमाि

भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्रालिकरण

ईमेल: [email protected]