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NISHTHA National Initiative for School Heads’ and Teachers’ Holistic Advancement शिण पैके ज शिष ल म ख और शि ी सम उशि े शलए राय पहल

NISHTHA - शिष्ठा · 2019-09-14 · क्या ए्ंत् स रूप से लटरि ुआ च्ुंबा ह् ए् शरिेष शदिा

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NISHTHANational Initiative for School Heads’ and Teachers’ Holistic Advancement

परशिकषण पकज

शिष‍ठास‍क ल परमखो और शिकष‍ो ‍ी

समगर उन‍नशि ‍ शलए राष‍टरीय पहल

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परशिकषण पकज

NISHTHANational Initiative for School Heads’ and Teachers’ Holistic Advancement

स‍क ल परमखो और शिकष‍ो ‍ी समगर उन‍नशि ‍ शलए राष‍टरीय पहल

शिष‍ठा

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सरठावाशधकठार सरशकषत पर‍ाि‍ ‍ी पकरव अ‍नशमि ‍ शब‍ना इस पर‍ाि‍न ‍ श‍सरी भाग ‍ो छाप‍ना िथा

इलक‍टरॉश‍न‍ी, मिरी‍नरी, फोटोपरशिशलशप, शर‍रॉशरडग अथरा श‍सरी अनय शरशि स प‍न: परयोग पदधशि दारा उस‍ा सगरहण अथरा परचारण रशवि ह।

इस पसि‍ ‍ी शबकी इस ििव ‍ साथ ‍ी गई ह श‍ पर‍ाि‍न ‍ी पकरव अ‍नशमि ‍ शब‍ना यह पसि‍ अप‍न मकल आररण अथरा शल‍द ‍ अलारा श‍सरी अनय पर‍ार स वयापार दारा उिाररी पर, प‍नशरवकय या श‍राए पर ‍न ‍दरी ाएगरी, ‍न बचरी ाएगरी।

इस पर‍ाि‍न ‍ा सहरी मकलय इस पष‍ठ पर मशरिि ह। रबड ‍ी महर अथरा शचप‍ाई गई पचची (शसट‍र) या श‍सरी अनय शरशि दारा अश‍ि ‍ोई भरी सिोशिि मकलय गलि ह िथा मानय ‍नही होगा।

80 री.एस.एम. पपर पर मशरिि।

पर‍ाि‍न परभाग म सशचर, राष‍टरीय िशकष‍ अ‍नसिा‍न और परशिकषण पररष‍द, शरी अरशर‍द मागव, ‍नयरी श‍दललरी 110 016 दारा पर‍ाशिि।

© राष‍टरीय शिकषक अनसधान और परिशकषण पररषद, 2019

परथम ससकरण

सितबर 2019 भादपदर 1941

परकठािि सहयोग

अधयकष, पर‍ाि‍न परभाग : एम. सिराज अनवर

मखय सपा‍द‍ : शववता उपपल

मखय उतपा‍द‍न अशि‍ाररी : अरण सचतकारा

मखय वयापार परबधा‍ : सबबाष कमार दाि

आररण

डी.टी.पी िवल, परकाशन परभाग

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परशिकषण पकज

शरजठाि शिकषणिठासतर (उचच परठाथशमक सतर)

मॉडयल 11

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मॉडयल 11

शरजठाि शिकषणिठासतर (उचच परठाथशमक सतर) उचच पराथशम‍ सिर पर शरजा‍न पढा‍न राल शिकष‍ो ‍ शलए शरजा‍न शिकषण पर मरॉरयकल शर‍शसि श‍या गया ह। इस मरॉरयकल म इस बाि पर धया‍न श‍दया गया ह श‍ बचच उचच पराथशम‍ सिर पर शरजा‍न ‍स सरीखि ह। यह मरॉरयकल श‍नम‍नशलशखि शब‍दओ पर ‍ शरिि ह —●● अशिगम ‍ उदशय●● शरजा‍न कया ह?●● उचच पराथशम‍ सिर पर पा‍ठयकम स अपकषाए।●● उचच पराथशम‍ सिर पर शरजा‍न अशिगम पररणाम (‍कषा 6, 7 और 8)। ●● अशिगम पररणामो ‍ो परापि ‍र‍न ‍ शलए सझाई गइड िकषशण‍ परशकयाए। ●● उचच पराथशम‍ सिर पर ए‍न.सरी.ई.आर.टरी., शरजा‍न पा‍ठयपसि‍ ‍ उ‍दाहरण।●● परशिकषण ‍ायवकम म ‍ .आर.परी. ‍ शलए सझाई गइड गशिशरशिया।।

अशधगम क उदशय

इस मरॉरयकल ‍ो पढ‍न ‍ बा‍द, सरीख‍न राल शरदाथची स अपकषा ‍ी ािरी ह श‍ — ●● उनह उचच पराथशम‍ सिर पर ए‍ शरषय ‍ रप म शरजा‍न ‍ी बश‍नया‍दरी समझ हो।●● उनह उचच पराथशम‍ सिर पर पा‍ठयकम ‍ी अपकषाओ िथा अशिगम पररणामो ‍ी

बश‍नया‍दरी समझ हो। ●● र शरजा‍न ‍ो पकछिाछ और जा‍न श‍नमावण ‍ी परशकया ‍ रप म अप‍नाि हो।●● र समझि ह श‍ शिकष‍ सरीख‍न ‍ी सशरिा ‍स ‍द स‍ि ह।●● र शिकषण-अशिगम परशकया ‍ ‍दौरा‍न सामगररी, शिकषण और मकलया‍‍न ‍ो ए‍ी‍ि ‍रि हो।●● र शरदाशथवयो ‍ शलए अरिारणाओ ‍ आ‍दा‍न-पर‍दा‍न ‍ शलए शरशभन‍न शिकषण शसथशियो

‍ो शरजाइ‍न ‍रि हो ।

विजञान कञा ह?म‍नषय हमिा अप‍न आस-पास ‍ पयावररण ‍ बार म ा‍न‍न शलए उतस‍ रहा ह। परारशभ‍ समय स ए‍ िरह ‍ी परशिशकया आस-पास ‍ भौशि‍ और शर‍ रािाररण ‍ा सारिा‍नरीपकरव‍ श‍नररीकषण ‍र‍न, श‍सरी भरी साथव‍ पट‍नव और सबिो ‍ी िलाि ‍र‍न और इस िरह स शटपपशणयो ‍ आिार पर ‍दश‍नया ‍ो समझ‍न ‍ शलए रचारर‍ मरॉरल ब‍ना‍न िथा शसदधािो, ‍ा‍नक‍नो और मकलितरो पर पहच‍न ‍ शलए शमलिरी रहरी ह। यहरी मा‍नररीय परयास शरजा‍न ह।

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2 श‍नष‍ठा — परशिकषण प‍

मॉडयल 11

शरजा‍न जा‍न ‍ा ए‍ गशििरील एर शरसिाररि श‍न‍ाय ह शसम अ‍नभरो ‍ ‍नए कषतो ‍ो सशममशलि श‍ या ािा ह। यह जा‍न ‍ी ए‍ सगश‍ठि परणालरी ह ो परा‍शि‍ शजासा, िाश‍व ‍ ि‍व और परयोग स शर‍शसि पकछिाछ पर आिाररि ह। ए‍ परगशििरील समा म, शरजा‍न रासिर म मशकि‍दाय‍ ‍ी भकशम‍ा श‍नभा स‍िा ह, लोगो ‍ो गररीबरी, अजा‍निा और अिशरशरास ‍ ‍दषचक स बचा‍न म म‍द‍द ‍रिा ह। आ लोगो ‍ साम‍न ‍दश‍नया िजरी स ब‍दल रहरी ह, हा सबस महतरपकणव ‍ौिल लचरीलाप‍न, ‍नराचार और रच‍नातम‍िा ह। शरजा‍न शिकषा ‍ो आ‍ार ‍द‍न म इ‍न शरशभन‍न अश‍नरायविाओ ‍ो धया‍न म रखा ा‍ना चाशहए।

उचच परठाथशमक सतर पर पठा‍यकरम की उमममीदउचच पराथशम‍ सिर पर, ए‍ शरषय ‍ रप म बचचो ‍ा शरजा‍न ‍ साथ पहलरी बार पररचय होिा ह। इस सिर पर शरजा‍न पराथशम‍ सिर ‍ पयावररण अधयय‍न स उचच पराथशम‍ सिर पर शरजा‍न और परौदोशग‍ी ‍ ितरो ि‍ ए‍ कशम‍ ब‍दलार पर‍दा‍न ‍रिा ह। इस सिर पर पढाए ा‍न रालरी शरजा‍न ‍ी अरिारणाओ ‍ो इस पर‍ार च‍ना ा‍ना चाशहए श‍ र रोजमराव ‍ अ‍नभरो ‍ी समझ ब‍ना स‍ । गशिशरशियो और परयोगो ‍ो शिकषण-अशिगम परशकया ‍ा आरशय‍ घट‍ ब‍ना‍ना चाशहए।

उचच पराथशम‍ सिर पर शरजा‍न ‍ी अरिारणाओ ‍ो शरषयातम‍ दशषट‍ोण स श‍नयशति ‍नही श‍या ा‍ना चाशहए। इस सिर पर शरजा‍न ‍ो ए‍ ए‍ी‍ि शरषय ‍ रप म पढाया ा‍ना चाशहए और इस माधयशम‍ सिर ‍ पहल ‍ सिर ‍ रप म ‍नही ‍दखा ा‍ना चाशहए। बचच ‍ो पररशचि अ‍नभरो ‍ माधयम स शरजा‍न ‍ शसदधािो ‍ो सरीख‍न म लग रह‍ना चाशहए, सरल ि‍‍नरी‍ी इ‍ाइयो और मरॉरलो ‍ो शरजाइ‍न ‍र‍न ‍ शलए हाथो स सहिापकरव‍ ‍ाम ‍र‍ना चाशहए। पयावररण और सरासथय ‍ बार म अशि‍ ा‍न‍न ‍ शलए भरी धया‍न श‍दया ा‍ना चाशहए, शसम पर‍न‍न और यौ‍न सरासथय मखय रप स िाशमल ह। रजाश‍न‍ अरिारणाओ ‍ो मखय रप स शटपपशणयो, गशिशरशियो, परयोगो और सरवकषणो ‍ माधयम स परापि श‍या ा‍ना ह। समकह ‍ी गशिशरशियो, साशथयो, शिकष‍ो और सम‍दाय ‍ स‍दसयो ‍ साथ चचाव, सरवकषण, अा‍डो ‍ा सगरह एर सग‍ठ‍न और शरदालयो िथा पडोस म पर‍दिवश‍नयो आश‍द ‍ माधयम स उ‍न‍ा पर‍दिव‍न, शिकषण ‍ महतरपकणव घट‍ हो‍न चाशहए। शरजा‍न ‍ पा‍ठयकम म ि‍‍नरी‍ी घट‍ो ,स— सरल मरॉरल ‍ शरजाइ‍न और श‍नमावण, सामानय याशत‍ और शरदि उप‍रणो ‍ बार म वयारहारर‍ जा‍न और सथा‍नरीय शरशिषट परौदोशगश‍यो ‍ो िाशमल श‍या ा‍ना ह।

अ‍नभरो पर सरल परयोगो और सरय ‍ायव ‍ अलारा, इस सिर पर ए‍ महतरपकणव िकषशण‍ अभयास शरदाशथवयो ‍ो (समकहो म) शरिष रप स उ‍न समसयाओ ‍ी साथव‍ ाचो म सलग‍न ‍र‍ना होिा ह शनह र महतरपकणव और अश‍नरायव मा‍नि ह। यह शिकष‍ ‍ साथ ‍कषा म शरचार-शरमिव, सह‍मची बािचरीि, समाचार पतो ‍ी ा‍न‍ाररी इ‍टा ‍र‍न, पडोस म ा‍न‍ार वयशकियो स बाि ‍र‍न, आसा‍नरी स उपलबि सोिो (पसि‍ो, पशत‍ाओ, टलरीशरज‍न, इटर‍नट आश‍द) स अा‍ड ए‍त ‍र‍न िथा सरल ाच ‍र‍न ‍ माधयम स श‍या ा स‍िा ह, शसम शरदाशथव यो ‍ी परमख भकशम‍ा होिरी ह।

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3शरजा‍न शिकषणिासत (उचच पराथशम‍ सिर)

मॉडयल 11

उचच पराथशम‍ सिर पर शरजा‍न पा‍ठयकम ‍ो शर‍शसि ‍र‍न ‍ा आिय ह—●● रजाश‍न‍ सरभार और रजाश‍न‍ सोच। ●● शरजा‍न परशकया ‍ ‍ौिल शसम िाशमल ह—

■ अरलो‍‍न; ■ परश‍न परसिि ‍र‍ना; ■ अशिगम ‍ शरशभन‍न ससाि‍नो ‍ी खो ‍र‍ना; ■ ाच ‍ी यो‍ना ब‍ना‍ना; ■ परर‍लप‍ना सकत ियार ‍र‍ना और पररीकषण ‍र‍ना; ■ अा‍ड ए‍त ‍र‍न, शरशलषण और वयाखया ‍र‍न ‍ शलए शरशभन‍न उप‍रणो ‍ा

उपयोग ‍र‍ना; ■ साकषय और औशचतय ‍ साथ सहाय‍ सपषटरी‍रण; ■ र‍शलप‍ रप स शरचार ‍र‍न, िौल‍न और िल‍नातम‍ वयाखया ‍र‍न ‍ शलए

आलोच‍नातम‍ शचि‍न; ■ उ‍न‍ी अप‍नरी सोच ‍ो ‍दिव‍ना।

●● शरजा‍न ‍ शर‍ास ‍ ऐशिहाशस‍ पहलओ ‍ी सराह‍ना।●● पयावररणरीय शचिाओ ‍ परशि सर‍द‍निरीलिा।●● मा‍नररीय गररमा और अशि‍ारो ‍ शलए सममा‍न, रर ‍ी समा‍निा।●● ईमा‍न‍दाररी, अखरिा, सहयोग, रीर‍न ‍ सरो‍ारो और सारवश‍न‍ सपशति ‍ महतर ‍ो समझ‍ना।राष‍टीय पाठयचयाया कव रपरवखा 2005 ‍ अ‍नसार उचच पराथशम‍ सिर पर शरजा‍न

पा‍ठयकम श‍नम‍नशलशखि शरषयो ‍ शलए आयोशि श‍या गया ह ो शरषयो स पर पर‍ार ‍ होि ह —●● भो‍न;●● सामगररी; ●● रीर‍न ‍ी ‍दश‍नया;●● चरीज ‍ाम ‍स ‍रिरी ह;●● चलिरी-शफरिरी चरीज, लोग और शरचार;●● परा‍शि‍ घट‍ना;●● परा‍शि‍ ससाि‍न।

उचच पञाथविक सतर पर विजञान अविगि क पररणञािअशिगम ‍ पररणामो स पिा चलिा ह श‍ शरदाथची कया ा‍नगा और रह पा‍ठयकम या ‍कषा ‍ अि ि‍ कया ‍र पाएगा। अशिगम ‍ शरसिि ‍कषारार पररणाम उ‍दाहरणो ‍ साथ अगल पष‍ठ पर श‍दए गए ह।

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4 श‍नष‍ठा — परशिकषण प‍

मॉडयल 11

ककषठा 6

शरदाथची —• सामगररी और रीरो ‍ी पहचा‍न, स — पौिो ‍ ििओ, फक लो, अरलो‍‍न ‍ी शरिषिाओ

अथावि उपशसथशि, ब‍नारट, ‍ायव, सगि ‍ आिार पर ‍रिा ह।• सामगररी और रीरो ‍ो पथ‍ ‍रिा ह, स— रि और िागा; टप ड और रि‍दार ड;

शरदि सराह‍ और इसलटर (शबलरी ‍ी िारा रो‍‍न राला); उ‍न‍ गणो, सरच‍ना और ‍ाययो ‍ आिार पर पथ‍ ‍रिा ह।

• सामगररी, रीरो और परशकयाओ ‍ो अरलो‍‍न योगय गणो ‍ आिार पर पथ‍ ‍रिा ह। उ‍दाहरण ‍ शलए, घल‍निरील, अघल‍निरील, पार‍दिची, पारभासरी और अपार‍दिची ‍ रप म सामगररी; परररिव‍न पलट ा स‍ि ह और पलट ‍नही ा स‍ि; डरी बकशटयो, झाशडयो, पडो, लिा, परविारोशहयो ‍ रप म पौि; शर‍ और अशर‍ ‍ रप म अशिरास ‍ घट‍; आयि रखा‍ार, गोला‍ार, आरशि‍ ‍ रप म गशि।

• सरालो ‍ राब िलाि‍न ‍ शलए सरल ाच ‍रिा ह, उ‍दाहरण ‍ शलए, पिओ ‍ चार म मौक‍द खाद पोष‍ ितर ‍ौ‍न स ह? कया सभरी भौशि‍ परररिव‍नो ‍ो पलटा ा स‍िा ह? कया ए‍ सरित रप स लट‍ा हआ चब‍ ए‍ शरिष श‍दिा म सरशखि होिा ह?

• ‍ारणो ‍ साथ परशकयाओ और घट‍ना ‍ा सबि जाि ‍रिा ह, उ‍दाहरण ‍ शलए, आहार ‍ साथ बरीमाररयो ‍ी ‍मरी; अप‍न अशिरास ‍ साथ पिओ और पौिो ‍ा अ‍न‍क ल‍न; पर‍दकष‍ो आश‍द ‍ साथ राय ‍ी गणरतिा।

• परशकयाओ और घट‍ना ‍ी वयाखया ‍रिा ह, स — पौि ‍ ििओ ‍ा परसस‍रण; पौिो और िओ म गशििरीलिा; छाया ‍ा ग‍ठ‍न; समिल ‍दपवण स पर‍ाि ‍ा परशिशबब; हरा ‍ी सरच‍ना म ब‍दलार; रशमव‍न-‍मपोसट ‍ी ियाररी आश‍द।

• एसआई(SI) इ‍ाइयो म भौशि‍ माताओ और अशभवयशकियो ‍ो मापिा ह, स — लबाई।

• रीरो और परशकयाओ ‍ लबल आरख / परराह चाटव, स — फक लो ‍ भाग, ोडो, श‍नसय‍द‍न, ल चक आश‍द ‍ो ियार ‍रिा ह।

• आस-पास ‍ी सामगररी ‍ा उपयोग ‍र‍ मरॉरल ‍ा श‍नमावण ‍रिा ह और उ‍न‍ ‍ाम ‍र‍न ‍ी वयाखया ‍रिा ह, स — शप‍नहोल ‍मरा, पररस‍ोप, इलशक‍ट‍ टरॉचव आश‍द।

• ‍दश‍न‍ रीर‍न म रजाश‍न‍ अरिारणाओ ‍ो सरीखिा ह, स — सिशलि आहार ‍ शलए खाद प‍दाथयो ‍ा चय‍न ‍र‍ना; अलग ‍र‍न रालरी सामगररी; मौसम ‍ अ‍नसार उपयकि ‍पडो ‍ा चय‍न; श‍दिाओ ‍ो खो‍न ‍ शलए ‍पास सई ‍ा उपयोग ‍र‍ना; भाररी बाररि / सकख आश‍द स श‍नपट‍न ‍ उपाय सझा‍ना।

• पयावररण ‍ी रकषा ‍ शलए परयास ‍रिा ह, स — भो‍न, पा‍नरी, शबलरी और ‍चर ‍ उतपा‍द‍न ‍ो ‍म ‍र‍ना; रषाव ल सचय‍न ‍ो अप‍ना‍न ‍ शलए ागर‍िा फला‍ना; पौिो ‍ी ‍दखभाल आश‍द।

• शरजाइ‍न, यो‍ना, उपलबि ससाि‍नो ‍ा उपयोग ‍र‍न ‍ शलए परयास ‍रिा ह।• ईमा‍न‍दाररी, श‍नषपकषिा, सहयोग, भय और पकरावगरहो स मशकि ‍ मकलयो ‍ो पर‍दशिवि ‍रिा ह।

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5शरजा‍न शिकषणिासत (उचच पराथशम‍ सिर)

मॉडयल 11

ककषठा 7

शरदाथची —• सामशगरयो और रीरो ‍ी पहचा‍न ‍रिा ह, स — पि फाइबर; ‍दाि ‍ पर‍ार; ‍दपवण और

लस, अरलो‍‍न योगय सशरिाओ अथावि, उपशसथशि, ब‍नारट, ‍ायव आश‍द।• सामगररी और रीरो, स— शरशभन‍न रीरो म पाच‍न; ए‍शलगरी और शदशलगरी फक ल; िाप ‍

चाल‍ (‍रकटर) और इसलटर; अमलरीय, कषाररीय और उ‍दासरी‍न प‍दाथव; ‍दपवण और लस दारा ब‍नाई गई छशरयो आश‍द ‍ो, उ‍न‍ गणो, सरच‍ना और ‍ायव ‍ आिार पर अलग ‍रिा ह।

• गणो / शरिषिाओ ‍ आिार पर सामशगरयो और रीरो ‍ो रगची‍ि ‍रिा ह, स — पौि और पि फाइबर; भौशि‍ और रासायश‍न‍ परररिव‍न।

• सरालो ‍ राब िलाि‍न ‍ शलए सरल ाच ‍रिा ह, उ‍दाहरण ‍ शलए, रगरी‍न फक लो ‍ श‍नष‍षव ‍ो श‍न‍ाल‍न ‍ो अमलरीय-कषाररीय इशर‍टर ‍ रप म इसिमाल श‍या ा स‍िा ह? कया हर रग ‍ अलारा पशतिया पर‍ाि सशलषण भरी ‍रिरी ह? कया शरि पर‍ाि ‍ई रगो स ब‍ना होिा ह?

• ‍ारणो और परशकयाओ ‍ा सबि जाि ‍रिा ह, उ‍दाहरण ‍ शलए, हरा ‍ ‍दबार ‍ साथ हरा ‍ी गशि; शमटरी ‍ पर‍ारो ‍ साथ उगाई ा‍न रालरी फसल; मा‍नर गशिशरशियो ‍ साथ पा‍नरी ‍ सिर म ‍मरी आश‍द।

• परशकयाओ और घट‍ना ‍ी वयाखया ‍रिा ह, उ‍दाहरण ‍ शलए, पि फाइबर ‍ा परसस‍रण; िाप हसिािरण ‍ िररी‍; मा‍नर और पौिो म अग और परणाशलया; शरदि िारा ‍ा िाप और चब‍ीय परभार आश‍द।

• रासायश‍न‍ परशिशकयाओ ‍ शलए िब‍द समरी‍रण शलखिा ह, स — अमलरीय, कषाररीय परशिशकयाए; जग; पर‍ाि सशलषण; शरस‍न इतयाश‍द।

• िापमा‍न; पलस ‍दर; गशिमा‍न रसिओ ‍ी गशि; ए‍ सािारण परलम ‍ी समयारशि आश‍द ‍ा माप‍न और गण‍ना ‍रिा ह,

• परराह चाटव, स — मा‍नर और पौिो म अग परणालरी; शबलरी ‍ पररपथ; परायोशग‍ वयरसथा; रिम ‍ीट ‍ा रीर‍नचक आश‍द ‍ लबल ओरख और परराह चाटव ब‍नािा ह।

• गराफस, स — ‍दकररी-समय गराफ ‍ी वयाखया ‍रि ह।• आस-पास स सामगररी ‍ा उपयोग ‍र‍ मरॉरल ‍ा श‍नमावण ‍रिा ह और उ‍न‍ ‍ाम

‍र‍न ‍ी वयाखया ‍रिा ह, स — सटथोस‍ोप; ए‍नरीमोमरीटर; शरदि; नयकट‍न ‍ा ‍लर शरस‍ आश‍द।

• रजाश‍न‍ खोो ‍ी ‍हाश‍नयो ‍ी चचाव और सराह‍ना ‍रिा ह।• ‍दश‍न‍ रीर‍न म रजाश‍न‍ अरिारणाओ ‍ी शिकषा ‍ो लागक ‍रिा ह अथावि अमलिा स

श‍नपट‍ना; शमटरी ‍ा पररीकषण और उपचार; कषरण ‍ो रो‍‍न ‍ उपाय ‍र‍ना; रा‍नसपशि‍ परसार दारा खिरी; उप‍रणो म उशचि कम म ‍दो या अशि‍ शरदि सलो ‍ो ोड‍ना; आप‍दाओ ‍ ‍दौरा‍न और बा‍द म उपाय ‍र‍ना; पर‍दकशषि ल ‍ प‍न: उपयोग ‍ शलए उपचार ‍ िररी‍ो ‍ा सझार ‍द‍ना आश‍द।

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6 श‍नष‍ठा — परशिकषण प‍

मॉडयल 11

• सारवश‍न‍ सथलो पर सरचछिा ‍ शलए अचछरी परथाओ ‍ा पाल‍न ‍रि हए, पयावररण ‍ी रकषा ‍ शलए परयास ‍रिा ह। इसम सशममशलि ह, पर‍दकष‍ो ‍ उतपा‍द‍न ‍ो ‍म ‍र‍ना; शमटरी ‍ ‍टार स बच‍न ‍ शलए पड लगा‍ना; परा‍शि‍ ससाि‍नो ‍ अतयशि‍ खपि ‍ पररणामो ‍ साथ ‍दकसरो ‍ो सर‍द‍निरील ब‍ना‍ना आश‍द।

• शरजाइ‍न, यो‍ना, उपलबि ससाि‍नो ‍ा उपयोग ‍र‍ना आश‍द म रच‍नातम‍िा पर‍दशिवि ‍रिा ह।

• ईमा‍न‍दाररी, श‍नषपकषिा, सहयोग, भय और पकरावगरहो स मशकि ‍ मकलयो ‍ो पर‍दशिवि ‍रिा ह।

ककषठा 8

शरदाथची —• सामगररी और रीरो म शरभ‍द ‍रिा ह, स— परा‍शि‍ और मा‍नर-श‍नशमवि फाइबर; सप‍व

और गर-सप‍व बल; शरदि ‍रकटर और इसलटर ‍ रप म िरल प‍दाथव; पौि और ि ‍ोशि‍ाए; अप‍न गणो, सरच‍ना और ‍ाययो ‍ आिार पर बचच और अर ‍द‍न राल ि।

• गणो / शरिषिाओ ‍ आिार पर सामशगरयो और रीरो ‍ो रगची‍ि ‍रिा ह, स— िाि और अिाि; खररीफ और रबरी फसल; उपयोगरी और हाश‍न‍ार‍ सककषमरीर; लशग‍ और अलशग‍ पर‍न‍न; खगोलरीय शपर; समापि हो‍न योगय और समापि ‍न हो‍न योगय परा‍शि‍ ससाि‍न आश‍द।

• सरालो ‍ राब िलाि‍न ‍ शलए सरल ाच ‍रिा ह, उ‍दाहरण ‍ शलए, ‍दह‍न ‍ शलए आरशय‍ िित कया ह? हम अचार और मरबब म ‍नम‍ और चरी‍नरी कयो रालि ह? कया िरल प‍दाथव समा‍न गहराई पर समा‍न ‍दबार रालि ह?

• ‍ारणो और परशकयाओ ‍ा सबि ा‍निा ह, उ‍दाहरण ‍ शलए, हरा म पर‍दकष‍ो ‍ी उपशसथशि ‍ साथ िि ‍ा ब‍न‍ना; अमलरीय रषाव आश‍द ‍ साथ समार‍ो म खराबरी आ‍ना।

• परशकयाओ और घट‍ना ‍ी वयाखया ‍रिा ह, स— मा‍नर और ा‍नररो म पर‍न‍न; धरश‍न ‍ा उतपा‍द‍न और परसार; शरदि परराह ‍ रासायश‍न‍ परभार; ‍ई छशरयो ‍ा ब‍न‍ना; लौ ‍ी सरच‍ना आश‍द।

• रासायश‍न‍ परशिशकयाओ ‍ शलए िब‍द समरी‍रण शलखिा ह, स— हरा पा‍नरी और एशसर ‍ साथ िािओ और अिािओ ‍ी परशिशकया आश‍द।

• आपािरी और परारिव‍न आश‍द ‍ ‍ोण मापिा ह।• सककषमरीरो ‍ी सलाइर ियार ‍रिा ह; पयाज ‍ शछल‍, मा‍नर ‍ गाल ‍ी ‍ोशि‍ाए आश‍द,

और उ‍न‍ी सककषम शरिषिाओ ‍ा रणव‍न ‍रिा ह।• ‍ोशि‍ा, आख, मा‍नर पर‍न‍न अगो ‍ी सरच‍ना, परयोगातम‍ सट अप आश‍द ‍ लबल

आरख/परराह चाटव ब‍नािा ह।• आस-पास स सामगररी ‍ा उपयोग ‍र‍ मरॉरल ‍ा श‍नमावण ‍रिा ह और उ‍न‍ ‍ाम ‍र‍न

‍ी वयाखया ‍रिा ह, स— ए‍िारा, इलक‍टोस‍ोप, अशग‍निाम‍ यत आश‍द। सरीखरी गई रजाश‍न‍ अरिारणाओ ‍ो ‍दश‍न‍ रीर‍न म उपयोग ‍र‍ना— स, पा‍नरी ‍ो िदध ‍र‍ना; र-श‍नम‍नरी‍रणरीय और र-अश‍नम‍नरी‍रणरीय ‍चर ‍ो अलग ‍र‍ना; फसल उतपा‍द‍न म रशदध; शरशभन‍न परयो‍नो ‍ शलए उपयकि िािओ और अिािओ ‍ा उपयोग ‍र‍ना; घषवण ‍ो बढा‍ना / ‍म ‍र‍ना; श‍िोरारसथा ‍ बार म शमथ‍ो और रव‍नाओ ‍ो च‍नौिरी ‍द‍ना आश‍द।

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7शरजा‍न शिकषणिासत (उचच पराथशम‍ सिर)

मॉडयल 11

• रजाश‍न‍ खोो ‍ी ‍हाश‍नयो ‍ी चचाव और सराह‍ना ‍रिा ह।• पयावररण ‍ी रकषा ‍ शलए परयास ‍रिा ह, उ‍दाहरण ‍ शलए, ससाि‍नो ‍ा शरर‍पकणव ढग स

उपयोग; उरवर‍ो और ‍ीट‍नाि‍ो ‍ा श‍नयशति उपयोग ‍र‍ना; पयावररणरीय खिरो आश‍द स श‍नपट‍न ‍ उपाय सझा‍ना।

• शरजाइ‍न, यो‍ना, उपलबि ससाि‍नो ‍ा उपयोग ‍र‍न आश‍द म रच‍नातम‍िा पर‍दशिवि ‍रिा ह।

• ईमा‍न‍दाररी, श‍नषपकषिा, सहयोग, भय और पकरावगरहो स मशकि ‍ मकलयो ‍ो पर‍दशिवि ‍रिा ह।

राष‍टरीय उपलशबि सरवकषण 2017 म, ो अशिगम पररणामो पर आिाररि था, राष‍टरीय सिर पर शरजा‍न म आ‍ठरी ‍कषा ‍ शलए सहरी परशिशकयाओ ‍ा परशििि (औसि‍न) श‍नम‍ना‍नसार पाया गया—‍कषा आ‍ठरी— 44 परशिििकया हम राजय औसि उपलशबि और शला औसि उपलशबि ‍ बार म ा‍नि ह? शरररण http://www.ncert.nic.in/programmes/NAS/SRC.html पर उपलबि ह। हम शरजा‍न म अप‍न शरदाशथव यो ‍ सरीख‍न ‍ पररणामो ‍ो बहिर ब‍ना‍न ‍ बार म शरचार ‍र‍न ‍ी आरशय‍िा ह।

अविगि क पररणञाि पञापत करन क विए सझञािञातिक शकषवणक पवरिञाएशरदाथची ‍ो ए‍ समारिरी सटअप म ोडो / समकहो / वयशकिगि रप स अरसर पर‍दा‍न श‍ए ाि ह और परोतसाशहि श‍या ािा ह●● इशरियो ‍ा उपयोग ‍रि हए परररि, परा‍शि‍ परशकयाओ, घट‍नाओ ‍ा पिा लगा‍ना, स— ‍दख‍ना, छक ‍ना, चख‍ना, सकघ‍ना, स‍न‍ना।●● परशिशबब, चचाव, शरजाइश‍नग और उपयकि गशिशरशियो, रोल पल, रा‍द-शररा‍द, आईसरीटरी ‍ उपयोग आश‍द ‍ माधयम स परश‍नो ‍ा उतिर ‍द‍ना और खो‍ना।●● गशिशरशि, परयोगो, सरवकषणो, कषतरीय याताओ आश‍द ‍ ‍दौरा‍न शटपपशणयो ‍ो रर‍रॉरव ‍र‍ना।●● रर‍रॉरव श‍ए गए आ‍डो ‍ा शरशलषण ‍र‍ना, पररणामो ‍ी वयाखया ‍र‍ना और श‍नष‍षव श‍न‍ाल‍ना / सामानयरी‍रण ‍र‍ना और साशथयो और रयस‍ो ‍ साथ श‍नष‍षव साझा ‍र‍ना।●● ‍नए शरचारो, ‍नए शरजाइ‍नो / परशिमा‍नो, सिार इतयाश‍द ‍ो परसिि ‍र‍न रालरी रच‍नातम‍िा ‍ा पर‍दिव‍न ‍र‍ना।●● सहयोग, ईमा‍न‍दार ररपोशटडग, ससाि‍नो ‍ा शरर‍पकणव उपयोग आश‍द स मकलयो ‍ो अप‍ना‍ना, परापि ‍र‍ना और उ‍न‍ी सराह‍ना ‍र‍ना।

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8 श‍नष‍ठा — परशिकषण प‍

मॉडयल 11

ऊपर सकचरीबदध िकषशण‍ परशकयाए शिकषापर‍द ह और शरदाशथव यो ‍ शलए शरशभन‍न शिकषण शसथशियो ‍ो शरजाइ‍न ‍र‍न ‍ शलए शिकष‍ो ‍ो श‍न‍दवि ‍द‍न ‍ आिय स ब‍नाई गई ह। यह उममरी‍द ‍ी ािरी ह श‍ शिकष‍ बचचो ‍ो शरजा‍न ‍ अभयास और बचचो दारा जा‍न ‍ श‍नमावण म सलग‍न हो‍न ‍ अरसर पर‍दा‍न ‍रग। जा‍न ‍ श‍नमावण ‍ी परशकया ‍ रप म सरीख‍न ‍ शलए मौक‍दा शरचारो ‍ो उ‍न‍ दारा परसिि सामगररी / गशिशरशियो ‍ आिार पर ‍नए शरचारो ‍ो ोड‍न ‍ी आरशय‍िा होिरी ह। इसशलए, शिकषण-अशिगम ‍ी शसथशियो ‍ो शरजाइ‍न ‍र‍न ‍ शलए शिकष‍ो ‍ अ‍नभरो और शरचारो ‍ी समझ बहि महतरपकणव ह। इस पर‍ार, यह उममरी‍द ‍ी ािरी ह श‍ शिकष‍ बचचो ‍ अ‍नभरो और ससाि‍नो ‍ी उपलबििा और सथा‍नरीय स‍दभव ‍ा धया‍न रखि हए उपयकि शिकषण पररशसथशियो ‍ो शरजाइ‍न ‍रग।

‍कषा म अरिारणाओ ‍ा ल‍न-‍द‍न ‍रि समय अशिगम ‍ पररणामो ‍ो ए‍ी‍ि ‍र‍न ‍ शलए ‍छ अ‍न‍रणरीय अरिारणाओ पर चचाव ‍ी ािरी ह।

एन.सी.ई.आर.टी की विजञान पञाठपसतको स कछ उदञाहरण— उचच पञाथविक सतर (ककषञा 6–8) राष‍टरीय िशकष‍ अ‍नसिा‍न और परशि कषण पररष‍द ‍ी शरजा‍न ‍ी पा‍ठयपसि‍ो स अरिारणाओ ‍ो पढा‍न ‍ी शरशभन‍न ‍ायव‍नरीशिया ‍दरी गई ह। शिकष‍ो ‍ पास ए‍ हरी अरिारणा ‍ो पढा‍न ‍ अनय िररी‍ हो स‍ि ह। यह उममरी‍द ‍ी ािरी ह श‍ शिकष‍ अरिारणाओ ‍ो पढाि समय सथा‍नरीय रप स उपलबि सामगररी ‍ा उपयोग ‍रग। शरजा‍न श‍ट, सकच‍ना और सचार परौदोशग‍ी (आईसरीटरी), ‍ला शिकषा आश‍द स शरशभन‍न ससाि‍नो ‍ो शरर‍पकणव रप स शरजा‍न ‍ शिकषण-अशिगम ‍ो समदध ‍र‍न ‍ शलए श‍नयोशि श‍या ा स‍िा ह।

उदठाहरण 1ककषा आठवीअधयाय 4— धात और अधातमखय अरिारणा— िाि और अिाि ‍ भौशि‍ गण

अशधगम क पररणठाम

शरदाथची—• सरल खोबरी‍न ‍रिा ह।• ितरो ‍ो उ‍न‍ गणो ‍ आिार पर िािओ और अिािओ म रगची‍ि ‍रिा ह।• परशकयाओ ‍ो समझािा ह।• लबल आरख ब‍नािा ह।• ‍दश‍न‍ रीर‍न म रजाश‍न‍ अरिारणाओ स सरीखरी गई बािो ‍ो उपयोग ‍रिा ह।• ईमा‍न‍दाररी, सहयोग और रच‍नातम‍िा पर‍दशिवि ‍रिा ह।• आस-पास सफाई रख‍न ‍ा परयास ‍रिा ह।

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9शरजा‍न शिकषणिासत (उचच पराथशम‍ सिर)

मॉडयल 11

शरदठाशथवा यो को जठािगशिशरशि आिाररि शिकषण-अशिगम ‍ शलए ससाि‍नो ‍ी उपलबििा स‍दर शचिा ‍ा शरषय रहरी ह। शिकष‍ शरदाशथव यो ‍ी म‍द‍द ल‍र इस परबशिि ‍र‍न ‍ा परयास ‍र स‍िा ह ो हमिा सबस बहिर ससाि‍न शसदध हए ह।

ए‍ शिकष‍ ‍ शलए पहलरी आरशय‍िा अप‍न शरदाशथव यो ‍ बार म ा‍न‍ना और उ‍न‍ साथ िालमल सथाशपि ‍र‍ना ह। इसस उस शिकषण-अशिगम परशकया ‍ ‍दौरा‍न शरशभन‍न गशिशरशियो म शरदाशथव यो ‍ी भागरी‍दाररी ‍ी यो‍ना ब‍ना‍न म म‍द‍द शमलगरी। ‍छ शरदाथची ‍ला और शिलप, रच‍नातम‍ लख‍न म अचछ होि ह और ‍छ सामगररी ए‍त ‍र‍न और खोबरी‍न ‍र‍न म अचछ हो स‍ि ह। यश‍द शरदाथची इस िरह ‍ा वयरहार ‍रि ह, िो इस‍ा अथव ह श‍ उनहो‍न शरजा‍न अशिगम परशकया म ख‍द ‍ो िाशमल ‍र शलया ह।

श‍दए गए उ‍दाहरणो म साथव‍ िररी‍ स शिकषणिासत, सामगररी और मकलया‍‍न ‍ो ए‍ी‍ि ‍र‍न ‍ परयास श‍ए गए ह।

आओ आरभ कर! शरजा‍न ‍ी ‍कषा म, ए‍ शिशकष‍ा सोच रहरी ह श‍ शरदाशथव यो ‍ो अप‍न ‍दश‍न‍ रीर‍न म ‘िाि’ िब‍द ‍ बार ‍छ शरचार आया होगा और उनहो‍न ‍कषा 6 म इस‍ बार म अधयय‍न भरी श‍या ह। िािओ और उ‍न‍ शपछल जा‍न ‍ बार म शरदाशथव यो ‍ दषट‍ोण ‍ो समझ‍न ‍ शलए, रह ‍कषा म पकछिरी ह, ‘‘कया आप ‍छ िािओ ‍ ‍नाम बिा स‍ि ह?’’

शरदाथची लोह, चा‍दरी, सो‍ना, एलयकमरीश‍नयम, सटरील, िाबा आश‍द स उतिर ‍द स‍ि ह।शिशकष‍ा पकछिरी ह— कया आप इ‍न चरीजो ‍ो िाि ‍हि ह? आप‍ो कया लगिा ह

इस‍ा कया ‍ारण ह?

शरदाथची ‍ह स‍ि ह— र ‍‍ठोर ह। र चम‍ि ह। ब हम उ‍न पर चोट ‍रि ह िो उ‍नस धरश‍न उतपन‍न होिरी ह।

शरदाथची 1 (दशटिबाशिि)— शिकष‍ उस उस‍ हाथो म लोह ‍ी चाबरी, िाला आश‍द ‍दिा ह, िाश‍ रह महसकस ‍र स‍ और अप‍न अरलो‍‍न भरी बिा स‍।

शिशकष‍ा ए‍ शरदाथची ‍ो ल‍डरी ‍ रलर ‍ो ल‍डरी ‍ी मज मार‍न ‍ शलए ‍हिरी ह और सभरी शरदाशथव यो ‍ो श‍नररीकषण ‍र‍न ‍ शलए ‍हिरी ह। उनहो‍न श‍नररीकषण श‍या श‍ इसस धरश‍न भरी उतपन‍न हई ह। यह ‍‍ठोर और चम‍‍दार भरी होिा ह। कया आप इस िाि ‍हग?

शरदाथची उतिर ‍ बार म श‍नशशचि हो स‍ि ह या ‍नही भरी।

इसस शिशकष‍ा ‍ो यह आ‍ल‍न ‍र‍न म म‍द‍द शमलिरी ह श‍ िािओ ‍ी उ‍न‍ी अरिारणा ‍दश‍न‍ अ‍नभरो पर आिाररि ह, लश‍‍न अभरी ि‍ सपषट रप स सथाशपि अरिारणा ‍नही ह। इसशलए रह शरदाशथव यो ‍ो िािओ ‍ी शरिषिाओ ‍ो सथाशपि ‍र‍न म म‍द‍द ‍र‍न ‍ शलए ‍छ गशिशरशियो ‍ो परोतसाशहि ‍र‍न ‍ा श‍नणवय लिरी ह।

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10 श‍नष‍ठा — परशिकषण प‍

मॉडयल 11

गशतशरशध 1शिकष‍ ‍कषा म शरदाशथव यो म स श‍सरी ए‍ शरदाथची स ए‍ िाि ‍ी पलट ला‍न ‍ शलए ‍हिा ह और पहल इस पर ए‍ ल‍डरी ‍ी छडरी स चोट ‍रिा ह और शफर िाि ‍ चममच स और शरदाशथव यो स धरश‍न ‍ो धया‍न स स‍न‍न ‍ शलए ‍हिा ह।

शरदाथची 1 (दशटिबाशिि)— ब आप पलट ‍ो चममच स चोट ‍रि ह, िो यह जोर स ब‍न रालरी धरश‍न उतपन‍न ‍रिा ह, लश‍‍न ल‍डरी ‍ी छडरी स मार‍न पर धरश‍न मन‍द होिरी ह।

शिकष‍— कया आप म स ‍ोई भरी िािओ ‍ ‍छ गणो ‍ बार म बिा स‍िा ह?

शरदाथची— हा, ब ‍दो िािए ए‍-‍दकसर स ट‍रािरी ह िो धरश‍न िज होिरी ह। ब ‍ोई िाि श‍सरी अिाि स ट‍रािरी ह, िो ‍म धरश‍न उतपन‍न होिरी ह और ब ‍ोई िाि ‍नही होिरी ह िो धरश‍न शबल‍ल भरी िज ‍नही होिरी ह।

शिकष‍— बहि अचछा! हम इस िज ब‍न रालरी धरश‍न ‍ो श‍न‍ना‍द धरश‍न ‍हि ह। िाि आमिौर पर श‍न‍ना‍द धरश‍न उतपन‍न ‍रि ह। कया आप िािओ ‍ इस गण ‍ ‍छ उपयोग ‍ बार म सोच स‍ि ह?

शरदाथची 3— सभरी घशटया िािओ स ब‍नाई ािरी ह, उ‍दाहरण ‍ शलए, शरदालय ‍ी घटरी, पायल, घघर भरी िािओ स ब‍न होि ह (शचत 1)।

अशि गम ‍ पररणाम— उ‍न परश‍नो ‍ उतिर ‍ी िलाि ‍ शलए सरल खोबरी‍न ‍ी ािरी ह श‍ आमिौर पर िाि स श‍न‍ना‍द धरश‍न उतपन‍न होिरी ह; सरीखरी गई रजाश‍न‍ अरिारणाओ ‍ो ‍दश‍न‍ रीर‍न म लागक ‍रिा ह।

शिकष‍— एलयकमरीश‍नयम िार, िाब ‍ िार, लोह ‍ी ‍ील, ‍ोयला, सलफर पाउरर सरी सामगररी पर‍दा‍न ‍रिा ह। इ‍न सामशगरयो म स आप चम‍‍दार सिहो रालरी सामशगरयो ‍ो अलग ‍र स‍ि ह?

शरदाशथव यो ‍ो िरी‍न स चार ‍ समकहो म ‍ाम ‍र‍न ‍ शलए परोतसाशहि श‍या ािा ह।

शिकष‍ यह स‍नशशचि ‍रिा ह श‍ समकह अलग-अलग पष‍ठभकशम और कषमिाओ राल बचचो ‍ साथ शरषम पर‍ार ‍ ह।

र समकह 1 ‍ रप म सामगररी अलग ‍रि ह— चम‍‍दार और समकह II— चम‍ ‍ शब‍ना रालरी सामगररी अलग ‍रिा ह।

शरदाथची 4— समकह 1 ‍ी सामगररी जया‍दािर िािए ह, कयोश‍ र चम‍िरी ह और श‍न‍ना‍द धरश‍न उतपन‍न ‍रिरी ह बश‍ समकह 2 म जया‍दािर अनय सामगररी िाशमल ह।

शरदाथची 5 सजा‍नातम‍ सघषव म ह, रह ए‍ जग लगरी लोह ‍ी ‍ील लािा ह और पकछिा ह श‍, ‘‘यश‍द लोहा ए‍ िाि ह, िो इस लोह ‍ी ‍ील ‍ी सिह म चम‍ कयो ‍नही आ रहरी ह?’’

सचतर 1— धात िव बनी वसतए

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11शरजा‍न शिकषणिासत (उचच पराथशम‍ सिर)

मॉडयल 11

शिकष‍ उस‍ अरलो‍‍न पर बहि खि ह और उस‍ स‍दह ‍ो ‍दकर ‍र‍न ‍ शलए सराल ‍रि ह। इसस अनय शरदाशथव यो ‍ो परोतसाह‍न शमलिा ह श‍ परश‍न पकछ‍ना या ‍दशरिा वयकि ‍र‍ना शिकषण-अशिगम ‍ा ए‍ महतरपकणव पहलक ह।

शिकष‍ शरदाथची 5 ‍ो ए‍ सर पपर ‍दिा ह और उस जग लगरी लोह ‍ी ‍ील ‍ो सर पपर स रगड‍न ‍ शलए ‍हिा ह।

शरदाथची 5 (सर पपर स रगड‍ना िर ‍रिा ह)— राह! यह अब चम‍ रहा ह।शिकष‍— िािए अ‍सर अप‍नरी चम‍ खो ‍दिरी ह और र हरा और ‍नमरी ‍ी शकया ‍

‍ारण चम‍रशहि श‍दखाई ‍दिरी ह। अशि‍ाि िािए चम‍िरी ह, लश‍‍न चम‍‍ना ए‍मात गण ‍नही ह ो िाि पर‍दशिवि ‍रिरी ह। ब हम ‍ई गणो ‍ो ए‍ साथ ‍दखि ह, िो हम इस ए‍ िाि मा‍नि ह।

गशतशरशध 2ाच ‍र‍न स पहल, शिशकष‍ा शरदाथची ‍ो परर‍लप‍ना ‍ शलए परररि ‍रिरी ह श‍ कया श‍दए गए प‍दाथव परीट‍न पर अप‍न आ‍ार ब‍दलि ह। परर‍लप‍ना ‍ बा‍द, उनहो‍न शरदाथची ‍ो ाच ‍ शलए परोतसाशहि श‍या।

शरदाथची सामगररी लि ह और ए‍-ए‍ ‍र‍ उनह हथौड स परीटि ह और अप‍नरी शटपपशणयो ‍ो रर‍रॉरव ‍रि ह। रह शरदाथची ‍ो सारिा‍न रह‍न और इस परशकया म चोट ‍न पहचा‍न ‍ी सलाह ‍दिरी ह।

चकश‍ हथौडा ‍रल ए‍ था, शरदाथची म स श‍सरी ए‍ ‍ो सामगररी पर चाट मार‍न ‍ शलए बाहर स ए‍ बडा पतथर शमलिा ह।

शरदाथची— लोह ‍ी ‍ील, एलयकमरीश‍नयम ‍ िार और िाब ‍ िार ‍ आ‍ार म परीट‍न पर परररिव‍न होिा ह, बश‍ ‍ोयला और सलफर परीट‍न पर टकट‍र छोट ट‍डो म शबखर ािा ह।

शरदाथची 1— महसकस ‍रिा ह श‍ लोह ‍ी ‍ील, एलयकमरीश‍नयम ‍ िार और िाब ‍ िार आश‍द बहि सखि होि ह, बश‍ ‍ोयला, सलफर ‍दबा‍न पर आसा‍नरी स टकट स‍ि ह।

शिशकष‍ा, शरदाथची दारा हथौडा ‍ बाय पतथर ‍ा उपयोग ‍र‍न पर उस‍ी सराह‍ना ‍रिरी ह। रह ‍दखिरी ह श‍ रह शरदाथची ‍स शरदाथची 1 ‍ो सामगररी ‍ो हथौड स मार‍न स पहल और बा‍द म महसकस ‍र‍न ‍ शलए शरदाथची 1 ‍ी म‍द‍द ‍रिा ह, िाश‍ रह भरी ब‍दलार ‍ा श‍नररीकषण ‍र स‍।

शिशकष‍ा— कया ‍ोई आप‍ अरलो‍‍न स िािओ ‍ बार म मझ ‍छ भरी सामानय बाि बिा स‍िा ह?

शरदाथची 6— िाि ‍ो छोट ट‍डो म िोड‍ना आसा‍न ‍नही ह, बश‍ ‍छ अनय सामगररी िोडरी ा स‍िरी ह।

अशिगम ‍ पररणाम— परश‍नो ‍ उतिर ‍ी िलाि ‍ शलए सरल खोबरी‍न ‍रिा ह और श‍नष‍षव श‍न‍ालिा ह श‍ िाि आमिौर पर ‍‍ठोर होिरी ह; और ‍छ म सहयोग पर‍दशिवि होिा ह।

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12 श‍नष‍ठा — परशिकषण प‍

मॉडयल 11

शिशकष‍ा— कया आप श‍सरी िाि ‍ो परीट‍र बहि पिलरी िरीट ब‍ना‍न ‍ बार म सोच स‍ि ह?

रह उनह चा‍दरी ‍ र‍व स ढ‍ी शम‍ठाई श‍दखािरी ह। रह शरदाशथव यो ‍ो ररीशरयो शफ लम भरी श‍दखा स‍िरी ह श‍ िाि श‍ि‍नरी पिलरी ब‍नाई ा स‍िरी ह।

शरदाथची 6 एलयकमरीश‍नयम पन‍नरी ‍ो श‍न‍ालिा ह शसम उस‍ी चपािरी शलपटरी होिरी ह।यह िािओ ‍ा ए‍ शरशिषट गण ह, अगर उनह जोर स और ए‍समा‍न रप स परीटा

ािा ह, िो उनह छोट ट‍डो म िोड शब‍ना पिलरी िरीट म ब‍दला ा स‍िा ह। िािओ ‍ इस गण ‍ो आघािरिव‍नरीयिा ‍हा ािा ह।

समदाय / अिि िावक को शािमल करना●● शरदाशथव यो / उ‍न‍ अशभ भार‍ो ‍ो ए‍ लोहार या स‍नार ‍ पास ा‍न ‍ा सझार श‍दया ा स‍िा ह, हा उप‍रण या आभकषण ब‍नि ह या शरदालय स‍नार / लहार ‍ी ‍द‍ा‍न पर ा‍न ‍ी वयरसथा ‍र स‍िा ह।●● ए‍ ‍िल लोहार या स‍नार स शरदालय आ‍न और शरदाशथव यो स बािचरीि ‍र‍न ‍ा अ‍नरोि श‍या ा स‍िा ह।

गशतशरशध 3शिशकष‍ा अब शरदाथची ‍ो यह समरण ‍र‍न ‍ शलए ‍हिरी ह श‍ उनहो‍न अप‍नरी शपछलरी ‍कषा म सल, िारो और ए‍ छोट बलब ‍ साथ इलशक‍ट‍ सश‍व ट ‍स ब‍नाया। रह उनह श‍सरी ए‍ प‍दाथव ‍ा परयोग ‍र‍ ए‍ शरदि सश‍व ट ‍ो पकरा ‍र‍न ‍ शलए परररि ‍रिरी ह, स श‍, लोह ‍ी ‍ील, िाब ‍ िार, एलयकमरीश‍नयम िार, ‍ोयल ‍ा ट‍डा, सलफर, पशसल लर ‍ो सश‍व ट ‍ शहसस ‍ रप म ब‍नाि और शफर श‍नररीकषण ‍रि ह श‍ कया र सश‍व ट ‍ माधयम स िारा परराशह ि ‍र‍न ‍दि ह या ‍नही। रह उनह िाशल‍ा 1 म अप‍नरी शटपपशणयो ‍ो रर‍रॉरव ‍र‍न ‍ शलए परोतसाशहि ‍रिरी ह और ‍नामाश‍ि आरख (शचत 2) भरी ब‍ना‍न ‍ो परोतसाशहि ‍रिरी ह।

शरदाथची िरी‍न स चार ‍ समकह म गशिशरशि ‍र‍ना िर ‍रि ह। रह यह स‍नशशचि ‍रिरी ह श‍ समकह अलग-अलग पष‍ठभकशम और कषमिाओ राल बचचो ‍ साथ शरषम पर‍ार ‍ ह। शिशकष‍ा ‍दखिरी ह श‍ ‍छ शरदाथची ियवपकरव‍ गशिशरशि ‍र रह ह, ‍छ ‍दकसरो ‍ी म‍द‍द ‍र रह ह। शरदाथची आपस म चचाव ‍र रह ह।

इस िाशल‍ा ‍ा रर‍रॉरव भशरषय ‍ स‍दभव ‍ शलए शरदाशथव यो ‍ पोटवफोशलयो म रखा ा स‍िा ह

तठाशिकठा 1— सठामगमी की शरदत चठािकतठा

कर.स. सठामगमी बलब परकठाशित होतठा ह बलब परकठाशित िही होतठा

1. लोह ‍ी ‍ील

2. िाब ‍ा िार

3. एलयकमरीश‍नयम ‍ा िार

सचतर 2— िरल इलवसट‍टक टवसटर

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13शरजा‍न शिकषणिासत (उचच पराथशम‍ सिर)

मॉडयल 11

4. ‍ोयल ‍ा ट‍डा

5. गि‍

6. पशसल लर

शरदाथची— लोह ‍ी ‍ील, एलयकमरीश‍नयम ‍ िार, िाब ‍ िार और पशसल लर रख‍न पर, बलब पर‍ाशिि होिा ह; बश‍, ‍ोयला और सलफर राल‍न स पर‍ाशिि ‍नही होिा ह। शरदाथची 1 सहपा‍ठरी ‍ी म‍द‍द स बलब ‍ो छक ‍न पर गमव महसकस ‍र स‍िा था, कयोश‍ यह पहल ‍ी िल‍ना म थोडा गमव था। चचाव ‍ बा‍द र यह श‍नष‍षव श‍न‍ाल स‍ि ह श‍ लोह ‍ी ‍ील, एलयकमरीश‍नयम ‍ िार, िाब ‍ िार और पशसल लर शरदि ‍ सचाल‍ ह, बश‍ ‍ोयला और सलफर शरदि ‍ ‍चाल‍ ह।

शिकष‍ यह समझा स‍ि ह श‍ िािए शरदि ‍ी सचाल‍ होिरी ह, बश‍ अिािए ‍नही होिरी ह; हालाश‍, पशसल लर (गरफाइट), ो ए‍ अिाि ह, शरदि ‍ा ए‍ अचछा चाल‍ ह। इस‍ी चाल‍िा ‍ा ‍ारण ‍ाबव‍न ‍ एलो‍टोशप‍ रप म मकि इलक‍टरॉ‍नो ‍ी उपलबििा ह शस‍ बार म शरदाथची उचच ‍कषाओ म समझ स‍ि ह।

आग की खोज क शिए आईटमीसमी कठा उपयोग करिठाशिकष‍ शरदाशथव यो ‍ो अरिारणा स सबशिि शसमलि‍न / ररीशरयो / एश‍नमि‍न ‍ साथ ‍ायव ‍र‍न और आग ‍ी अरिारणा ‍ा पिा लगा‍न ‍ी अ‍नमशि ‍द स‍िा ह। शरदि पररपथ ‍ शलए शसमलि‍न ‍ा ऐसा शल‍ स‍दभव ‍ शलए श‍दया गया ह—https://nroer.gov.in/55ab34ff81fccb4f1d806025/ page/5b4d793e16b51c01e4ec660a

मलयाकनअधयाप‍—

1. आप िाब और एलयकमरीश‍नयम िारो ‍ा उपयोग ‍हा ‍दखि ह?2. कया ‍ोयल स िार ब‍नाए ा स‍ि ह?

शरदाशथव यो ‍ बरीच चल रहरी चचाव ‍ो ‍दख‍र शिकष‍ चश‍ि ह। रह ‍दखिरी ह श‍ शरदाथची अप‍न मकल सथा‍नो पर सामगररी रख रह ह और सरचछिा ‍ा धया‍न रख रह ह।

अशिगम ‍ पररणाम— सरल खोबरी‍न आयोशि ‍रिा ह, सपषटरी‍रण पर‍दा‍न ‍रिा ह; शचत ब‍नािा ह; रर‍रॉशरडग और रटा ‍ी वयाखया ‍र‍ ईमा‍न‍दाररी पर‍दशिवि ‍रिा ह; सहयोग पर‍दशिवि ‍रिा ह िथा आस-पास सफाई रख‍न ‍ा परयास ‍रिा ह।अधयाप‍—

1. कया आप अ‍नमा‍न लगा स‍ि ह श‍ िाि ‍ प‍न म आमिौर पर पलाशसट‍ या ल‍डरी ‍ हरल (शचत 3) कयो लगाए ाि ह?

2. हम िाि ‍ बिव‍नो ‍ी िल‍ना म ल‍डरी / पलाशसट‍ ‍ हरल ‍ो ‍म गमव कयो महसकस ‍रि ह?

सचतर 3— धात कव बतयान म खाना बनाना

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14 श‍नष‍ठा — परशिकषण प‍

मॉडयल 11

बचच इस बार म चचाव ‍र‍ना िर ‍रि ह। शिकष‍ ‍कषा म हो‍न रालरी चचाव ‍ो स‍न‍न ‍ी ‍ोशिि ‍रिा ह। चचाव हो‍न ‍ बा‍द, र सामकशह‍ रप स इस श‍नष‍षव पर पहच श‍ िािए ऊषमा ‍ी सचाल‍ होिरी ह।

ए‍ बार चचाव खतम हो‍न पर, शरदाथची 7 ए‍ ‍शरिा / पहलरी ल‍र आिा हमररी उमर 1600 साल ह

मरा मकल श‍नरास सथा‍न श‍दललरी म हमरा सरकष‍ चरिगपि II ह

म 7 मरीटर लबा हऔर मरा रज‍न 6.5 ट‍न ह

मरा िररीर ए‍ िाि स ब‍ना हम अभरी भरी खडा ह

और जग ‍ ढर म ‍नही ब‍दल गया?म ‍ौ‍न ह?म ‍ौ‍न ह?

शिशकष‍, शरदाथची 7 ‍ो जोर स पढ‍न ‍ शलए परोतसाशहि ‍रिा ह िाश‍ शरदाथची 1 (दशटिबाशिि) भरी भाग ल स‍। रह अनय शरदाशथव यो ‍ो भरी ‍शरिा, गरीि, पहशलयो, उपाखया‍नो आश‍द ‍ी रच‍ना ‍ शलए परररि ‍रिा ह।

अशिगम ‍ पररणाम— ‍दश‍न‍ रीर‍न म रजाश‍न‍ अरिारणाओ ‍ जा‍न ‍ा उपयोग ‍रिा ह; सहयोग पर‍दशिवि ‍रिा ह, ए‍ पहलरी ब‍ना‍र रच‍नातम‍िा पर‍दशिवि ‍रिा ह।

शिशकष‍, यह श‍नष‍षव श‍न‍ालिा ह श‍ िािए ‍‍ठोर, चम‍‍दार, श‍न‍ना‍द धरश‍न रालरी, परीट‍र पिलरी ब‍ना‍न योगय, ‍नम‍नरीय, ऊषमा और शरदि ‍ी सचाल‍ होिरी ह, बश‍ अिािए शरदि ‍ी सचाल‍ ‍नही होिरी ह। शिकष‍ ‍छ अपरा‍दो ‍ बार म शरदाशथव यो ‍ो सकशचि ‍र स‍िा ह श‍ सोशरयम और पोटशियम सरी िािए ‍नरम होिरी ह और इनह चा‍क स ‍ाटा ा स‍िा ह। िाि आमिौर पर ‍ठोस होिरी ह, लश‍‍न म‍व ररी ए‍ अपरा‍द ह, ो ‍मर ‍ िापमा‍न पर िरल अरसथा म होिरी ह।

ए‍ बार ब शरदाशथव यो ‍न अप‍न अपरा‍दो ‍ साथ-साथ िािओ और अिािओ ‍ गणो ‍ो समझ शलया, िो शिकष‍ उनह आ‍न‍दपकणव िररी‍ स अरिारणा ‍ो मजबकि ‍र‍न ‍ शलए भकशम‍ा श‍नभा‍न ‍ शलए परोतसाशहि ‍रि ह। र उ‍न महतरपकणव िािओ ‍ बार म ा‍न‍न ‍ शलए उनह ररीशरयो भरी श‍दखा स‍ि ह, श‍न‍ा उपयोग हम अप‍न ‍दश‍न‍ रीर‍न म ‍रि ह। ऐसरी हरी ए‍ ररीशरयो ‍ा शल‍ ‍नरीच श‍दया गया ह।https://nroer.gov.in/55ab34ff81fccb4f1d806025/file / 58871312472d4a1fef810dbc

मलयाकन●● िािओ और अिािओ ‍ भौशि‍ गणो ‍ बरीच सभरी सभाशरि सबिो ‍ो श‍दखा‍न और ‍कषा म चचाव ‍र‍न ‍ शलए शरदाशथव यो ‍ो र‍न आरख ब‍ना‍न ‍ शलए परररि ‍र।●● भारि म लोह और एलयकमरीश‍नयम ‍ भरार ‍ सथा‍नो ‍ो खो‍न ‍ शलए शरदाशथव यो ‍ो परोतसाशहि ‍र। इ‍न‍ मार श‍स रप म पाए ाि ह? ‍कषा म चचाव ‍र।

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15शरजा‍न शिकषणिासत (उचच पराथशम‍ सिर)

मॉडयल 11

उदठाहरण 2ककषा 7अधयाय 7— पौधो क बार म जानना पररचयबचच उ‍न पौिो स पररशचि ह ो उ‍न‍ चारो ओर बढि ह। र यह भरी ा‍नि ह श‍ सभरी पौि समा‍न ‍नही होि ह, लश‍‍न र ‍ई माय‍नो म शभन‍न होि ह, स— ऊचाई, फक ल, फल, आ‍ार, रग, पशतियो ‍ी ब‍नारट, ि‍ना इतयाश‍द। लश‍‍न, पौिो म शरशभ न‍न समकहो ‍ बरीच श‍दख‍न रालरी ए‍रपिा या शरशरििा स पररशचि होग, र पौिो ‍ रप और ‍ाययो म पाए ा‍न रालरी शरशरििा ‍ी सराह‍न ‍र‍न ‍ योगय भरी ‍नही होग। मरॉरयकल ‍ इस खर म पौि ‍ी ‍दश‍नया म मौक‍द शरशरििा ‍ी अरिारणा पर फो‍स श‍या ाएगा। यह परर‍लप‍ना ‍ी गई ह श‍ यहा पर‍दा‍न ‍ी गई गशिशरशियो ‍ माधयम स, शरदाथची पौिो म मौक‍द शरशरििा ‍ी सराह‍ना ‍र‍न म सकषम होग, उनह पहचा‍नग और उनह डरी-बकशटयो, झाशडयो और पडो म समकशहि ‍रग। इसस उनह अनय पहलओ म ‍दकषिाओ ‍ श‍नमावण ‍ अरसर भरी शमलग।

मखय अरिारणा— पौि ‍ी ‍दश‍नया म शरशरििा

अशधगम क पररणठाम

शरदाथची—• अप‍न इला‍ म पौिो ‍ी शरशरििा ‍ी सराह‍ना और पहचा‍न ‍रिा ह।• पौिो ‍ो डरी-बकशटयो, झाशडयो और पडो म रगची‍ि ‍रिा ह।• पौिो ‍ी ऊचाई मापिा ह।• उ‍न‍ अरलो‍‍न ‍ अ‍नसार लबल सशहि आरख ब‍नािा ह।• पौिो ‍ शलए ‍दखभाल और शचिा पर‍दशिवि ‍रिा ह।• यो‍ना, डाइग और ‍ागज ‍ा उपयोग ‍र ‍ारव ब‍ना‍र रच‍नातम‍िा ‍ा पर‍दिव‍न ‍रिा ह।• ईमा‍न‍दाररी, श‍नषपकषिा और सहयोग ‍ मकलयो ‍ो पर‍दशिवि ‍रिा ह।• ससार ‍ पौिो ‍ी शरशरििा ‍ी चचाव और सराह‍ना ‍रिा ह।

गशिशरशि स पहलशिकष‍ ‍छ सभाशरि परश‍नो ‍ माधयम स ‍कषा म पौि ‍ शरषय ‍ा पररचय ‍द स‍िा ह। रह शरदाशथव यो स पकछ स‍िा ह श‍ कया उनहो‍न ‍भरी अप‍न आस-पास ‍ पौिो ‍ो ‍दख‍न ‍ शलए धया‍न श‍दया ह। उ‍दाहरण ‍ शलए, कया ‍छ पौि रीर‍न भर छोट थ और ‍छ पौि बढि रहि ह? कया पौि समा‍न थ या अलग थ? श‍स िरह स र समा‍न या अलग थ? कया उनहो‍न समा‍निा या मिभ‍द ‍ ‍ारणो ‍ बार म सोचा?

यह सभार‍ना ह श‍ शरदाथची शरशभन‍न िररी‍ो स अप‍न शरचारो ‍ा राब ‍दग और उनह साझा ‍रग। उ‍दाहरण ‍ शलए, ‍छ शरदाथची ‍ह स‍ि ह श‍ ‍छ पौि छोट ह, बश‍ ‍छ पौि शरिाल ह। ‍छ फक लो या पशतियो ‍ आिार पर पहचा‍न ‍रग। ‍छ लोग बो‍नसाई पौिो ‍ा उललख भरी ‍र स‍ि ह।

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16 श‍नष‍ठा — परशिकषण प‍

मॉडयल 11

शिकष‍ सभरी उतिरो ‍ी सराह‍ना ‍रिा ह और उ‍न शरदाशथव यो ‍ो अरसर ‍द‍न ‍ शलए शरिष धया‍न रखगा ो अनयथा ‍ोई उतिर ‍नही ‍दि या िमचील या अिमवखरी ह। चकश‍ यह ए‍ सामानय शरषय ह, इसशलए उनह अप‍न शरचार साझा ‍र‍न म ‍ोई समसया ‍नही होगरी। शरषय पर ‍छ चचावओ ‍ बा‍द, शिकष‍ अब शरदाशथव यो ‍ो श‍नम‍नशलशखि गशिशरशिया ‍र‍न ‍ शलए ‍हगा।

गशतशरशध 1— परररि की खोजशिकष‍ ‍कषा ‍ो समकहो म शरभाशि ‍र स‍िा ह। परतय‍ समकह म लगभग पाच शरदाथची िाशमल हो स‍ि ह। शिकष‍ शरदाशथव यो ‍ो अप‍न शरदालय पररसर म उ‍न गहो ‍ो खो‍न ‍ शलए श‍न‍दवि ‍द स‍ि ह हा शरशभन‍न पौिो ‍ो उगाया ािा ह।

शिकष‍ शरदाशथव यो ‍ो सपषट श‍न‍दवि ‍द स‍िा ह श‍ र पौिो ‍ो यथासभर अप‍नरी गह स ‍न हटाए और पौिो ‍ो ‍न उखाड, ि‍न ‍ो ‍न िोड और ‍न हरी पशतियो या फक लो ‍ो िोड।

शिकष‍ शरदाशथव यो ‍ो शरशभन‍न शशणयो ‍ आिार पर शरशभन‍न पौिो ‍ा अरलो‍‍न ‍र‍न और उ‍न पर धया‍न ‍द‍न ‍ शलए ‍ह स‍ि ह, उ‍दाहरण ‍ शलए, ऊचाई, चाह र जमरी‍न पर कषशि रप स बढि हो या र अनय पौिो / ‍दरीरारो / अनय सरच‍नाओ आश‍द पर चढि हो, पशतियो और ि‍न ‍ी ब‍नारट, फक ल, गि, फक ल और ि‍न ‍ा रग, हा स िाखाए बढिरी ह आश‍द। शरदाशथव यो ‍ो ा‍न‍ाररी ए‍त ‍र‍न ‍ शलए ‍ई अलग-अलग शशणयो ‍ साथ आ‍न ‍ा अरसर श‍दया ा स‍िा ह।

परतय‍ समकह ‍ो अप‍न सरय ‍ अरलो‍‍न ‍ो ‍नोट ‍र‍न ‍ शलए ‍हा ा स‍िा ह। यह सभार‍ना ह श‍ शरदाथची ो ‍छ भरी ‍दखि ह उस‍ बार म उ‍न‍ी राय अलग हो स‍िरी ह। इसशलए, परतय‍ समकह ‍ शरदाशथव यो ‍ो चचाव ‍र‍न ‍ शलए ‍हा ा स‍िा ह, कयोश‍ र श‍नररीकषण ‍रि ह और उ‍न‍ अरलो‍‍न ‍ बार म आम सहमशि पर आि ह। र अप‍न अरलो‍‍न पत ‍ अ‍नसार अप‍नरी शटपपशणयो ‍ो ‍नोट ‍र स‍ि ह।

शरदाशथव यो ‍ो शरदालय पररसर म घकमि समय पौिो ‍ो हाश‍न ‍नही पहचा‍न ‍ शलए अशिररकि धया‍न रख‍ना चाशहए।

शरदाशथव यो ‍ो उ‍न‍ पररसर ‍ी खोबरी‍न ‍र‍न ‍ शलए लगभग 20 शम‍नट श‍दए ा स‍ि ह।

मलयाकनपरतय‍ समकह ‍ो ‍कषा म अप‍नरी शटपपशणयो ‍ो साझा ‍र‍न ‍ शलए ‍हा ा स‍िा ह।

शिकष‍ शरदाशथव यो ‍ो ए‍ िाशल‍ा (2) ियार ‍र‍न और उस भर‍न ‍ शलए ‍ह स‍ि ह। शरदाशथव यो ‍ो उ‍न‍ी शटपपशणयो ‍ आिार पर अशि‍ ‍रॉलम ोड‍न ‍ शलए ‍हा ा स‍िा ह। शरदाथची अनय समकहो म अप‍न शमतो ‍ साथ अप‍नरी िाशल‍ाओ ‍ी िल‍ना भरी ‍र स‍ि ह और चचाव ‍र स‍ि ह। यह पौिो ‍ वयाप‍ रगची‍रण ‍ बार म शरदाशथव यो ‍ी समझ ‍ मकलया‍‍न ‍ा शहससा ब‍न स‍िा ह। शिकष‍ धया‍न ‍द श‍ पडो ‍ो झाशडयो या पडो ‍ रप म समकशहि ‍र‍न म ‍छ भरम हो स‍िा ह, कयोश‍ हो स‍िा ह श‍ ‍छ पौि पकररी

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17शरजा‍न शिकषणिासत (उचच पराथशम‍ सिर)

मॉडयल 11

(ग) पवड/वकष(क) जडी बटी (ख) झाडी

सचतर 4— पौधो कव परकार

िरह स शर‍शसि ‍नही हए हो। यह शिकष‍ दारा सपषट श‍या ा स‍िा ह। यह धया‍न श‍दया ा स‍िा ह श‍ यह शरभा‍न मोट िौर पर पररपकर पौिो ‍ी ऊचाई, ि‍न ‍ी ब‍नारट और हा स िाखाए श‍दखाई ‍दिरी ह (शचत 4), ‍ी शसथशि पर आिाररि ह। यह या‍द रख‍न योगय ह श‍ पडो ‍ो भरी बहि छोटा ब‍नाया ा स‍िा ह, स बो‍नसाई पौि।

‍छ समकहो ‍ पास म‍नरी पलाट, राटर मल‍न पलाट, लौ‍ी ‍ पौि आश‍द स ा‍नमा‍न पौि हो स‍ि ह, लश‍‍न र सश‍नशशचि ‍नही ‍र स‍ि ह श‍ उनह ‍हा रगची‍ि श‍या ाए। शिकष‍ परविारोहरी और लिा ‍ रप म ऐस पौिो ‍ो समकह म रख‍न म उ‍न‍ी म‍द‍द ‍र स‍ि ह। तठाशिकठा 2— पौधो की शशणयठा

पौध कठा िठाम

कॉिम 1पणवा शरकशसत

पौध की ऊचठाई

कॉिम 2तिठा

कॉिम 3िठाखठाए कहठा शदखठाई दतमी ह

कॉिम 4

हरा-भरा ‍ोमल मोटा मबकि ि‍न ‍ आिार पर ि‍न ‍ी ‍छ उचाई पर पौि ‍ी शणरी

आम बहि लबा ‍नही ‍नही हा हा ‍नही हा पड

(‍नोट—यह गशिशरशि ‍कषा स पहल घर पर शरदाशथव यो दारा ‍ी ा‍न रालरी पररयो‍ना ‍ रप म ‍दरी ा स‍िरी ह, खास िौर पर अगर शरदालय पररसर म चारो ओर पौि हो। ऐस म यह ए‍ वयशकिगि गशिशरशि होगरी)।

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18 श‍नष‍ठा — परशिकषण प‍

मॉडयल 11

अशिगम ‍ पररणाम— शरदाथची अप‍न इला‍ म पौिो ‍ी शरशरििा ‍ी सराह‍ना ‍रिा ह और पहचा‍निा ह; पौिो ‍ो डरी-बकशटयो, झाशडयो और पडो म रगची‍ि ‍रिा ह; पौिो ‍ी ऊचाई ‍ो मापिा ह; पौिो ‍ी ‍दखभाल और शचिा पर‍दशिवि ‍रिा ह; यो‍ना ‍ दारा रच‍नातम‍िा ‍ा पर‍दिव‍न ‍रिा ह, ‍ागज ‍ा उपयोग ‍र‍ ‍ारव ब‍नािा और शचत ब‍नािा ह; ईमा‍न‍दाररी, श‍नषपकषिा और सहयोग पर‍दशिवि ‍रिा ह।

गशतशरशध 2— एक पौध कठा शचतर बिठािठाशरदाशथव यो ‍ो अप‍न पस‍दरी‍दा पौि ‍ रगरी‍न, लबल राल आरख ‍ो ब‍ना‍न और उस‍ा ‍नाम शस भरी भाषा ‍ो रो ा‍नि ह, उसम शलख‍न ‍ शलए ‍हा ा स‍िा ह। उ‍नस यह भरी ‍हा ा स‍िा ह श‍ इस पर ‍छ पशकिया शलख श‍ र पौि ‍ो कयो पस‍द ‍रि ह।

मलयाकनशिकष‍ उ‍न‍ ‍लातम‍ ‍ौिल स अशि‍, अरलो‍‍न ‍ौिल पर धया‍न ‍द स‍िा ह और ि‍न म फक ल, पशतियो ‍ी शसथशि और शरसिार आश‍द ‍दख स‍ि ह श‍ शरदाथची ि‍न और पति आश‍द ‍ आ‍ार ‍ मामल म श‍ि‍ना आ‍नपाशि‍ रप स इस ब‍नाि ह।

यश‍द शरदालय रह‍न ‍र स‍ि ह, िो शिकष‍ डाइग ब‍ना‍न ‍ शलए परतय‍ शरदाथची ‍ो ए‍ चाटव पपर पर‍दा‍न ‍र स‍िा ह। शरदाथची महग ‍ारयो पर पसा खचव ‍र‍न ‍ बाय तयोहारो, नमश‍द‍नो या शरशभन‍न अरसरो पर ‍दोसिो या ररशि‍दारो ‍ी इचछा ‍ शलए ऐस ‍ारयो ‍ा उपयोग ‍र स‍ि ह।

अशिगम ‍ पररणाम— ‍ागज ‍ा उपयोग ‍र‍ ‍ारव ‍ी यो‍ना, डाइग और श‍नमावण ‍र‍ रच‍नातम‍िा पर‍दशिवि ‍रिा ह।

गशतशरशध 3— दशियठा भर क पौधशिकष‍ पौिो ‍ी शरशरििा ‍ी िसररीर या ररीशरयो श‍दखा स‍िा ह ो ‍दि ‍ अनय शहससो म या ‍दश‍नया ‍ शरशभन‍न भागो म पाए ाि ह। लराय ‍ी शसथशि, भौगोशल‍ सथा‍नो आश‍द ‍ स‍दभव म इस िरह ‍ी शरशरििा ‍ो भरी श‍दखाया ा स‍िा ह, उ‍दाहरण ‍ शलए, रशगसिा‍न, िटरीय कषतो, पहाडो, धररीय कषतो आश‍द म पौिो म पाई ा‍न रालरी शरशरििा। यश‍द ‍कषा म ऑशरयो शरअल (एररी) सशरिाए उपलबि ‍नही ह िो शिकष‍ पौिो ‍ शचतो राल ‍ारव, उ‍न‍ ‍नाम, हा र पाए ाि ह आश‍द ियार ‍र स‍ि ह। शिकष‍ ऐस ‍ारयो ‍ो लशम‍नट ‍र स‍ि ह और रषव-‍दर-रषव इस शरषय ‍ो पढा‍न ‍ शलए ए‍ सथायरी ससाि‍न ‍ रप म उपयोग ‍र स‍ि ह। इसस ‍ागज ‍ी बबाव‍दरी ‍नही होगरी। इस िरह ‍ परयासो स पौिो ‍ी शरशरििा ‍ बार म शरदाशथव यो ‍ी ‍लप‍ना ‍ा शकषशि वयाप‍ होगा। यह गशिशरशि शरदाशथव यो ‍ो रशशर‍ ‍नागरर‍ ब‍न‍न ‍ी ओर भरी परररि ‍रिरी ह, कयोश‍ र ससार म वयापि शरशरििा ‍ी सराह‍ना ‍रि ह।

मलयाकनशरदाशथव यो ‍ो अप‍न आस-पास ‍ पौिो म ो अिर या समा‍निाए श‍दखाई ‍दिरी ह, और र ो शचतो या ररीशरयो म ‍दखि ह, उ‍न‍ बार म ‍छ पशकियो म शलख‍न ‍ शलए ‍हा ा

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19शरजा‍न शिकषणिासत (उचच पराथशम‍ सिर)

मॉडयल 11

स‍िा ह। र‍शलप‍ रप स, शरदाशथव यो ‍ो उ‍न शर शभ न‍न पौिो ‍ बार म ‍कषा ‍ साथ साझा ‍र‍न ‍ शलए ‍हा ा स‍िा ह शनह र शचतो या ररीशरयो म ‍दखि ह। शिकष‍ हा भरी आरशय‍ हो, अशिररकि ा‍न‍ाररी पर‍दा‍न ‍र स‍िा ह। शिकष‍ अनय ‍दिो म पाए ा‍न राल पौि ‍ बार म ा‍न‍ाररी ए‍त ‍र‍न स सबिरी ए‍ पररयो‍ना ‍ायव शरदाशथव यो ‍ो ‍द स‍िा ह। परतय‍ शरदाथची ‍ो उस‍ा म‍नपस‍द ‍दि ‍ा च‍नार ‍र‍न ‍ शलए ‍हा ा स‍िा ह। शरदाशथव यो स ा‍न‍ाररी ए‍त ‍र‍न ‍ शलए ‍हा ा स‍िा ह— पौि ‍ा ‍नाम, रह सथा‍न हा यह पाया ािा ह, चाह रह ए‍ डरी-बकटरी, झाडरी या पड हो, उ‍न‍ा महतर आश‍द। शरदाशथव यो ‍ो अप‍नरी ‍नोटब‍ म ा‍न‍ाररी शलख‍न ‍ शलए ‍हा ा स‍िा ह।

शिकष‍ शरदाशथव यो ‍ो ‍छ अशिररकि और उपयोगरी ा‍न‍ाररी भरी पर‍दा‍न ‍र स‍ि ह। उ‍दाहरण ‍ शलए, शरदाशथव यो ‍ शलए यह ा‍न‍ना श‍दलचसप हो स‍िा ह श‍ शरशभन‍न ‍ारणो स पौिो ‍ो ए‍ ‍दि स ‍दकसर ‍दि म भरी लाया ािा ह। इ‍नम स ‍छ पौि ो अनय ‍दिो स भारि लाए गए थ, र आ हमार आहार या अथववयरसथा ‍ा अशभन‍न अग ह। उ‍दाहरण ‍ शलए, ‍ाक, टमाटर, शमचव, आलक आश‍द। लश‍‍न ‍छ पौि— स लटा‍ना ‍मरा, ो आकाम‍ पराशिया ह, उनहो‍न ‍ाफी ‍न‍सा‍न पहचाया ह। य अनय झाशड यो और पौिो ‍ो रीशरि रह‍न स रो‍िरी ह।

लटा‍ना ‍ो 200 साल पहल अगरजो दारा ए‍ सारटरी पौि ‍ रप म भारि लाया गया था।

अशिगम ‍ पररणाम—शरदाथची ससार म पाए ाए राल पौिो ‍ी शरशरििा ‍ी सराह‍ना और पहचा‍न ‍रिा ह।

सचतर 5— कछ दवशो कव पौधव

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20 श‍नष‍ठा — परशिकषण प‍

मॉडयल 11

उदठाहरण 3ककषा 8अधयाय 13— धविनमखय अरिारणा—धरश‍न ‍स उतपन‍न होिरी ह!

अशधगम क पररणठाम

शरदाथची—• धरश‍न उतपन‍न ‍र‍न ‍ िररी‍ खो‍न ‍ शलए सरल छा‍नबरी‍न ‍रिा ह।• ‍ारणो ‍ साथ परशकया और घट‍ना ‍ा सबि ा‍निा ह।• सरीखरी गई रजाश‍न‍ अरिारणाओ ‍ो ‍दश‍न‍ रीर‍न म लागक ‍रिा ह।• उपलबि ससाि‍नो ‍ा उपयोग ‍र‍न म रच‍नातम‍िा ‍ा पर‍दिव‍न ‍रिा ह।

शरदाथची अप‍न चारो िरफ मौक‍द धरश‍नयो स पररशचि ह, कयोश‍ र ा‍नररो, सगरीि रादयतो इतयाश‍द स श‍न‍ल‍न रालरी आराजो और धरश‍नयो ‍ो स‍नि ह। शिकष‍ अप‍न शरदाशथवयो ‍ साथ ‍कषा म श‍नम‍न पर‍ार शरमिव ‍र स‍ि ह—

ऐसरी श‍सरी रसि ‍ बार म सोचो ो धरश‍न उतपन‍न ‍रिरी ह। आप‍न अप‍न ‍दश‍न‍ रीर‍न म लोगो, मिरी‍नो, उप‍रणो आश‍द स उतपन‍न धरश‍नयो ‍ा अ‍नभर श‍या होगा।

इस परशकया म शिकष‍ शरदाशथव यो स पकछ स‍ि ह श‍— ●● अप‍न आस-पास स‍नरी हई धरश‍नयो पर अप‍न अ‍नभर साझा ‍र।●● अप‍न आस-पास (वयशकि यो, ा‍नररो, पशकषयो, हरा, ‍नश‍दयो, मोबाइल, शरदालय ‍ी घटरी, परररह‍न, गटस आश‍द) म स‍नाई ‍द‍न रालरी धरश‍नयो ‍ी ए‍ सकचरी ब‍नाए। ●● ‍छ सगरीि रादयतो ‍ा ‍नाम बिाए ो शरदाशथव यो ‍न शरदालय ‍ सगरीि ‍कष या अनय सथा‍नो पर ‍दखा हो।

गशतशरशध 1धरश‍न उतपन‍न ‍र‍न ‍ शरशभन‍न िररी‍—

शरदाशथव यो ‍ो इस गशिशरशि ‍ो ‍र‍न ‍ शलए समकहो म वयरशसथि श‍या ा स‍िा ह।अशिगम पररणाम— परररि ‍ी वयाखया ‍रिा ह; उशचि गशिशरशिया ‍रिा ह।सभरी समकहो स धरश‍न उतपन‍न ‍र‍न ‍ शरशभन‍न िररी‍ो ‍ा पिा लगा‍न ‍ शलए ‍हा ा

स‍िा ह।

शिकष‍ समकह ‍ायव ‍ी श‍नगरा‍नरी ‍रग, लश‍‍न सामानय रप स शरदाशथव यो दारा ‍ी गई चचावओ म हसिकषप ‍नही ‍रग, लश‍‍न रह सभरी शरदाशथव यो ‍ो सशकय रप स चचाव म भाग ल‍न ‍ शलए परोतसाशहि ‍रग।

समकह म चचाव ‍ शलए ‍छ शम‍नट ‍द‍न ‍ बा‍द शिकष‍ शरशभन‍न समकहो स उ‍न‍ श‍नष‍षयो ‍ो सकषप म बिा‍न ‍ शलए ‍ह स‍ि ह।

सचतर 6— सवसभनन िगीत उपकरण

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21शरजा‍न शिकषणिासत (उचच पराथशम‍ सिर)

मॉडयल 11

शरदाथची धरश‍न उतपन‍न ‍र‍न ‍ शरशभन‍न िररी‍ो ‍ बार म बिा स‍ि ह, स— ए‍ टबल पर चोट मार‍न स, िाश‍नि रबर बर ‍ो खीच‍र छोड‍न स, श‍सरी खर‍दररी सिह ‍ो खरोच‍न स, फक ‍ मार‍न स आश‍द।

(शरदाशथव यो ‍ श‍नष‍षयो ‍ो साराशिि ‍र‍न ‍ शलए, शिकष‍ परतय‍ समकह ‍ो इस परसिि ‍र‍न ‍ शलए ‍ह स‍ि ह। शिकष‍ दारा सभरी शरदाशथव यो ‍ी सशकय भागरी‍दाररी सश‍नशशचि ‍र‍न ‍ शलए सारिा‍नरी बरिरी ा‍नरी चाशहए)।

शिकष‍ उनह वयाप‍ समकहो म अलग-अलग िररी‍ स समकह ब‍ना‍न म म‍द‍द ‍र स‍ि ह, स— चोट मार‍न स उतपन‍न धरश‍न, ‍षवण (खीच‍र छोड‍न) दारा, खरोच दारा, फक ‍ स उतपन‍न धरश‍न आश‍द। ‍छ िररी‍ो ‍ो समकहबदध ‍र‍न ‍ बा‍द र िाशल‍ा 3 ‍ो पकरा ‍र‍न म शरदाशथव यो ‍ो िाशमल ‍र स‍ि ह।

तठाशिकठा 3कर.स. धरशि उतपनि करि की शरशध शरदठाशथवा यो दठारठा शदए गए उदठाहरण

1. चोट मार‍न स रसटर स ए‍ मज पर चोट मार‍र, ………

2. ‍षवण दारा खीच‍र छोड‍न स शसिार ‍ ए‍ िार ‍ो खीच‍र, ………

3. फक ‍ ‍र …………..

4. खरोच ‍र …………

5. ………… …………

इस अरिारणा ‍ी आग ‍ी खो ‍ शलए अथावि, धरश‍न उतपन‍न ‍र‍न ‍ इ‍न सभरी िररी‍ो म सबस समा‍न बाि ‍ा पिा लगा‍न ‍ शलए, शिकष‍ गशिशरशि 2 ‍र‍ शरदाशथव यो ‍ो इसम सलग‍न ‍र स‍ि ह।

गशतशरशध 2यह श‍दखा‍ना श‍ धरश‍न श‍सरी ‍प‍न ‍र‍न रालरी रसि स उतपन‍न होिरी ह। (इस गशिशरशि ‍ो शरदाशथव यो ‍ो िाशमल ‍र‍ श‍या ा‍ना चाशहए)।

अिशगम ‍ पररणाम— सरल परयोग ‍रिा ह; ‍ारणो स परशकया और घट‍ना ‍ा सबि जाि ‍रिा ह।

शिकष‍ गशिशरशि ‍ो ‍र‍न ‍ शलए सामगररी ‍ी वयरसथा ‍र‍न म शरदाशथव यो ‍ो िाशमल ‍र स‍ि ह। शरदाशथव यो ‍ो ‍कषा म धरश‍न उतपन‍न ‍र‍न रालरी रसिओ ‍ो ला‍न ‍ शलए ‍हा ा स‍िा ह। ‍नरीच रशणवि गशिशरशि ‍ई गशिशरशियो म स ए‍ ह शस शिकष‍ पर‍दशिव ि ‍र स‍ि ह।

आरशय‍ सामगररी— िाि ‍ी पलट, सटरील चममच, थममो‍रॉल ‍ी छोटरी गाशलया / हररी मकग●● ए‍ िाि ‍ी पलट ल और उस शचत 7 म श‍दखाए अ‍नसार रख।●● अब सटरील पलट ‍ साथ िाि ‍ी पलट ‍ ररम पर परहार ‍र।●● आप कया ‍दखि ह? कया आप‍ो ‍ोई आराज स‍नाई ‍दिरी ह?

सचतर 7— धात की पलवट दारा कपन धवसन उतपनन करना

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22 श‍नष‍ठा — परशिकषण प‍

मॉडयल 11

शिकष‍ ‍ो इस अरिारणा ‍ो अनय अरिारणाओ / शरषयो ‍ साथ ोड‍ना चाशहए स श‍ िािओ ‍ी धराश‍न‍ पर‍शि, शस शरदाशथवयो ‍न पहल हरी िािओ और अिािओ ‍ अधयाय म अधयय‍न श‍या ह। इस िरह शरशभन‍न अरिारणाओ ‍ा ए‍ी‍रण हो स‍िा ह। रह दशटिबाशिि शरदाथची ‍ो भरी अप‍न अरलो‍‍न बिा‍न ‍ शलए परोतसाशहि ‍र स‍िरी ह।

●● अब, सटरील ‍ी चममच स शफर स िाि ‍ी पलट ‍ ररम पर परहार ‍र। स हरी आप परहार ‍रि ह, अप‍नरी अगलरी स िाि ‍ी पलट ‍ ररम ‍ो सपिव ‍र। आप‍ो कया लगिा ह?●● कया आप सटरील पलट ‍ो छक ‍न पर ‍प‍न महसकस ‍रि ह?●● अरलो‍‍न स कया अ‍नमा‍न लगाया ा स‍िा ह?●● िाि ‍ी पलट ‍ ररम पर शफर स चोट ‍र। उतपन‍न धरश‍न ‍ ब‍द हो‍न ‍ बा‍द पलट ‍ो सपिव ‍र। कया आप अब ‍प‍न महसकस ‍र स‍ि ह? ●● शिकष‍ शरदाशथव यो स पकछि ह श‍ ‍ौ‍न-सा शहससा ‍प‍न ‍र रहा था? (िाि पलट)●● शिकष‍ शरदाशथव यो ‍ो यह श‍नष‍षव श‍न‍ाल‍न म म‍द‍द ‍र स‍ि ह श‍ इस गशिशरशि म िाि ‍ी पलट ‍ ‍प‍न ‍ ‍ारण धरश‍न उतपन‍न हो रहरी थरी।धरश‍न उतपन‍न ‍र‍न रालरी रसिओ दारा रसि ‍ ‍प‍न ‍ो श‍दखा‍न ‍ी अरिारणा ‍ो

और मजबकि ‍र‍न ‍ शलए शिकष‍ शरदाशथव यो ‍ो समकह म श‍नम‍नशलशखि सशकयिा पर‍दशिव ि ‍र‍न ‍ शलए ‍ह स‍ि ह और गशिशरशि 3 ‍ा पर‍दिव‍न ‍र‍ अरिारणा पर पहच‍न म उ‍न‍ी म‍द‍द ‍र स‍ि ह।

गशतशरशध 3अशिगम ‍ पररणाम— ‍ारणो स सबशिि परशकया और घट‍नाए, सरल परयोग ‍र।

आरशय‍ सामगररी— रबर बर, ‍दो पशसल और ए‍ पशसल बरॉकस।शिकष‍ ‍दो रबर बर, ‍दो पशसल और ए‍ पशसल बरॉकस ‍ा उपयोग ‍र‍ इस गशिशरशि

‍ो ‍र‍न ‍ी सशरिा ‍दिा ह।●● ए‍ पशसल बरॉकस ल और उस‍ ऊपर ए‍ रबर बर फलाए।●● बरॉकस और फल हए रबर बर ‍ बरीच ‍दो पशसल राल सा श‍ शचत 8 म श‍दखाया गया ह●● बरीच म रबर बर बाि।●● कया आप‍ो ‍ोई आराज स‍नाई ‍दिरी ह?●● कया रबर बर ‍प‍न ‍रिा ह?शिकष‍ शरदाशथव यो ‍ो यह श‍नष‍षव श‍न‍ाल‍न म म‍द‍द ‍र स‍ि ह श‍ शखचार राल

रबर बर ‍ ‍प‍न स धरश‍न उतपन‍न होिरी ह।

शरसततत जरठाब रठाि परशि इस गशिशरशि ‍ बा‍द शिकष‍ ए‍ परश‍न परसिि ‍र‍ शरदाशथव यो ‍ो चचाव म िाशमल ‍र स‍ि ह श‍ आप कया सोचि ह, कया सभरी धरश‍न उतपन‍न ‍र‍न रालरी रसिए ‍प‍न ‍रिरी ह?

सचतर 8— रबर बड को खीचना

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23शरजा‍न शिकषणिासत (उचच पराथशम‍ सिर)

मॉडयल 11

शरदाथची धरश‍न ‍ ‍छ उ‍दाहरण ‍द स‍ि ह श‍नम उनह सामानयि: ‍ोई शहससा ‍प‍न ‍रि हए ‍नही श‍दखिा ह। अब शिकष‍ शरदाशथव यो ‍ो आग ‍ी चचाव म सलग‍न हो‍न ‍ी अ‍नमशि ‍द स‍िा ह।

शिकष‍ चचावओ ‍ी श‍नगरा‍नरी ‍रगा और इसस शिकष‍ ‍ो उ‍न‍ी शरचार परशकया ‍ो समझ‍न या र‍शलप‍ अरिारणाओ ‍ शर‍ास ‍ी ाच ‍र‍न म म‍द‍द शमलगरी।

शिकष‍ शरदाशथव यो ‍ो यह श‍नष‍षव श‍न‍ाल‍न म म‍द‍द ‍र स‍ि ह श‍ भल हरी हम श‍सरी रसि ‍ो मज पर मार रह हो, स— श‍सरी स‍ल, रसटर स, िो भरी इस‍ साथ ‍प‍न होिा ह, हालाश‍ हम इस ‍दख ‍नही स‍ि ह। मज ‍ ऊपररी शहसस सरी गह ‍ ‍प‍न ‍ो ‍छ चा‍ रसट / मकग / श‍सरी भरी पर‍ार ‍ अ‍ना ‍ो मज पर राल‍र सतयाशपि श‍या ा स‍िा ह और शफर इस पर स‍ल या रसटर ‍ साथ चोट ‍ी ा स‍िा ह। आप आसा‍नरी स मज स ट‍रा‍न पर चा‍ ‍ ‍णो / अ‍नाो ‍ो उछलि हए ‍दख स‍ि ह। दशषटबाशिि शरदाथची टबल ‍ो चोट ‍र‍न ‍ ‍दौरा‍न अ‍ना ‍ उछल‍न ‍ी आराज ‍ा श‍नररीकषण ‍र स‍ि ह।

इसरी िरह राय सिभो ‍ ‍प‍न ‍ उ‍दाहरणो ‍ो ‍छ एश‍नमि‍नो ‍ा उपयोग ‍र‍ श‍दखाया ा स‍िा ह।

सकच‍ना एर सचार परौदोशग‍ी उप‍रणो ‍ा उपयोग ‍र‍ ‍छ उ‍दाहरणो पर चचाव ‍र‍न और श‍दखा‍न ‍ बा‍द, शरदाथची यह श‍नष‍षव श‍न‍ाल स‍ि ह श‍ धरश‍न ‍प‍न रसिओ दारा उतपन‍न होिरी ह।

चचाव ‍ ‍दौरा‍न उतपन‍न हो‍न रालरी गलि िारणा—सभरी ‍प‍न धरश‍न उतपन‍न ‍रि ह ो म‍नषयो ‍ शलए स‍न‍न योगय होिरी ह। शिकष‍ इ‍न भराशियो ‍ो ‍दकर ‍र‍न ‍ शलए शरसिाररि गशिशरशिया / पररयो‍नाए ‍द स‍ि ह।

मलयाकनशिकष‍ शरदाशथव यो ‍ो आपस म चचाव ‍र‍न और शरशभन‍न सगरीि रादयतो ‍ ‍प‍न ‍र‍न राल भाग ‍ो िाशल‍ा 4 म शलख‍न ‍ शलए परोतसाशहि ‍रि ह। श‍दए गए सगरीि उप‍रणो म ‍छ ोडा या ब‍दला ा स‍िा ह।

अशिगम ‍ पररणाम— धरश‍न उतपा‍द‍ रसिओ ‍ी पहचा‍न और रगची‍रणतठाशिकठा 4

कर. स. सगमीत उपकरण धरशि उतपनि करि रठािठा कपठायमठाि भठाग

1. ररीणा ि‍नरी हई िा‍न

2. िबला ि‍नरी हई शझललरी

3. बासररी राय-‍रॉलम

4. शगटार .....

5. ए‍िारा .....

6. .....

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24 श‍नष‍ठा — परशिकषण प‍

मॉडयल 11

शिकष‍ सथा‍नरीय रप स उपलबि ससाि‍नो ‍ा उपयोग ‍र‍ शरदाशथव यो ‍ो सरल सगरीि रादयत ियार ‍र‍न ‍ शलए परररि ‍र स‍ि ह।

अशिगम ‍ पररणाम— उपलबि ससाि‍नो ‍ा उपयोग ‍र‍न म रच‍नातम‍िा पर‍दशिवि ‍रिा ह; ‍दश‍न‍ रीर‍न म रजाश‍न‍ अरिारणा ‍ जा‍न ‍ो उपयोग ‍रिा ह।

पिख ससञािन ववकतो/ वशकषको क विए सझञािञातिक गवतविविञा (क) शिकषक शरदठाथथी की शरजठाि स सबशधत एक यठा दो अरधठारणठाओ पर क शरित

करत हए उचच परठाथशमक सतर पर ककषठा की योजिठा कठा परठारप बिठा सकतठा ह●● शरदाथची-‍ शरिि दशषट‍ोण●● अशिगम ‍ पररणामो ‍ साथ ड‍ना●● आिरर‍ मकलया‍‍न●● पयावररण ‍ परशि रर सर‍द‍निरीलिा, समारि और सर‍द‍निरीलिा ‍ो बढा‍ना

ककषा म पढान की योजना की रपरखा तयार करत समय िनमनिलिखत बातो को धयान म रखा जा सकता ह●● ‍कषाओ ‍ो शरदाशथव यो और शिकष‍ो ‍ बरीच बािचरीि ‍ शलए ए‍ उपयकि रािाररण पर‍दा‍न ‍र‍ना चाशहए,िाश‍ साथव‍ शिकषण हो स‍।

आओ सठार परसतत कर !अप‍न शरदाथची ‍ो ा‍न

परश‍न ‍र/पकछ‍न ‍ शलए परोतसाशहि ‍र

परशकया ‍ौिल

अशिगम ‍ ससाि‍न

सररी‍ार ‍र‍न ‍ शल ए शि कषण-िासत

शरदाशथव यो ‍ा आ‍ल‍न/परशिशकया

अशिगम ‍ पररणाम परापि हए

हा ‍नही

शिकष‍ ‍ी परशिशकया शिकष‍ ‍ी परशिशकया

‍दोबारा ‍दख

अशिररकि ा‍न‍ाररी

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25शरजा‍न शिकषणिासत (उचच पराथशम‍ सिर)

मॉडयल 11

●● ए‍ ‍कषा ‍ी परभारिरीलिा शिकष‍ दारा अप‍नाई गई ‍ायवपरणालरी पर श‍नभवर ‍रिरी ह और शिकष‍ यो‍नाओ और शरदाशथव यो ‍ साथ बािचरीि ‍ी सरीमा ि‍ होिरी ह।●● परतय‍ शरदाथची ‍ो आग बढ‍न ‍ा अरसर पर‍दा‍न ‍र‍ना और उस‍ी शरशरि बशदधमतिा ‍ो पहचा‍न‍ना एर महतर ‍द‍ना अतयि महतरपकणव ह।●● शरदाशथव यो ‍ बरीच शजासा और रशच ‍ो ब‍नाए रख‍न ‍ शलए शिकषण-अशिगम ‍ी परशकया ‍ ‍दौरा‍न शरशभन‍न िररी‍ो ‍ा इसिमाल श‍या ा स‍िा ह, शसस शरदाशथव यो ‍ी कषमिाओ ‍ो पहचा‍न‍न म भरी म‍द‍द शमल स‍िरी ह।●● शिकष‍ अप‍नरी शिकषण परथाओ पर शरचार ‍र स‍ि ह, शरशलषण ‍र स‍ि ह श‍ अरिारणाओ ‍ो ‍स शसखाया गया था और बहिर शिकषण पररणामो ‍ो परापि ‍र‍न ‍ शलए परथाओ ‍ो ‍स सिारा या ब‍दला ा स‍िा ह, शरचार ‍र स‍ि ह।

(ख) शिकषक परशिकषण कठायवाकरम क दौरठाि शदए गए शकसमी एक कठायवा की योजिठा भमी बिठा सकत ह

पर‍दिव‍न गशिशरशिया / पर‍दिव‍न—गशिशरशिया शरदाशथव यो ‍ अरलो‍‍न और परायोशग‍ ‍ौिल ‍ो परररि और पोशषि ‍रिरी ह। गशिशरशि / पर‍दिव‍न ‍ी परशकया और पररणामो पर ए‍ सामानय चचाव शरदाशथव यो ‍ वयाखयातम‍ और सचार ‍ौिल ‍ो बढािरी ह। यश‍द शरदाशथव यो ‍ो अप‍न श‍नष‍षयो ‍ो वयकि ‍र‍न ‍ी अ‍नमशि ‍दरी ािरी ह, िो यह उनह अचछ सचार ‍ौिल शर‍शसि ‍र‍न म सकषम ‍रगा।●● पररयो‍ना— शरजा‍न म पररयो‍ना ‍ायव आमिौर पर ए‍ सगश‍ठि खो, श‍नमावण या ए‍ ऐसा ‍ायव ह ो श‍सरी शरशिषट उदशय ‍ शलए श‍न‍दवशिि होिा ह। यह शरदाशथव यो ‍ो ए‍ समसया ‍ी पहचा‍न ‍र‍न, ‍ायव यो‍ना ियार ‍र‍न, समसया ‍ा समािा‍न ‍र‍न, उपयकि ससाि‍नो ‍ी खो ‍र‍न, अप‍नरी सरय ‍ी यो‍ना ‍ो पकरा ‍र‍न और ए‍त श‍ए गए रटा / सकच‍ना ‍ आिार पर श‍नष‍षव श‍न‍ाल‍न ‍ा अरसर पर‍दा‍न ‍रिा ह। इस परशकया म, शरदाथची शरजा‍न ‍ मकलभकि शसदधािो, शरशियो और शरजा‍न ‍ी परशकयाओ ‍ो सरीखि ह और ए‍ रजाश‍न‍ ाच म िाशमल चरणो ‍ सप‍व म लाए ाि ह।●● करॉस-ररव पजलस /(िब‍दो ‍ी पहशलया)— करॉस-ररव पजलस शरदाशथव यो ‍ो शिकषण-अशिगम परशकया म मज‍दार और सहभाशगिापकणव रप म सलग‍न ‍रि ह, शरदाशथव यो ‍ो करॉस-ररव पजलस भर‍न ‍ी च‍नौिरी ल‍ना पस‍द होिा ह।●● शकरज— शकरज ए‍ म‍नोर‍ खल ह ो शरदाशथव यो ‍ी मा‍नशस‍ कषमिा, धया‍न, सामानय ागर‍िा और गशि ‍ा पररीकषण ‍रिा ह शस‍ साथ ए‍ वयशकि सकच‍ना ‍ो या‍द ‍र स‍िा ह और उस ससाशिि ‍र स‍िा ह। यह ए‍ वयशकि ‍ जा‍न ‍ शकषशि ‍ा शरसिार ‍रिा ह, समशि ‍ो िज ‍रिा ह और सह सचार ‍ो बढारा ‍दिा ह। इसम परशिभाशगयो और ‍दिव‍ो ‍ शलए समा‍न रशच होिरी ह।●● शरजा‍न पर‍दिव‍नरी— पर‍दिव‍नरी शरदाशथव यो दारा पकर रषव म श‍ए गए ‍ाययो ‍ पर‍दिव‍न ‍ शलए ए‍ मच पर‍दा‍न ‍र स‍िरी ह। यह शरदाशथव यो ‍ो परररि ‍र‍न ‍ा ‍ायव ‍रिरी ह

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26 श‍नष‍ठा — परशिकषण प‍

मॉडयल 11

और मािा-शपिा ‍ो उ‍न‍ बचच ‍ी परगशि ‍ बार म ए‍ परशिशकया पर‍दा‍न ‍रिरी ह। यह शरदाशथव यो ‍ो इसम सशममशलि अरिारणाओ ‍ी बहिर समझ ब‍ना‍न ‍ शलए ए‍-‍दकसर ‍ साथ अप‍न ‍ाम ‍ो साझा ‍र‍न म भरी म‍द‍द ‍र स‍िरी ह। शरशभन‍न मरॉरलो ‍ा पर‍दिव‍न अनय शरदाशथव यो ‍ो इस िरह ‍ आयो‍नो म भाग ल‍न ‍ शलए ए‍ पररणा पर‍दा‍न ‍र स‍िा ह। इस‍ अलारा, इसस ‍दिव‍ो ‍ो यह भरी स‍ि शमलगा श‍ शरजा‍न कया ‍र स‍िा ह।●● फीलर श‍टप— फीलर श‍टप ए‍ िशकष‍ गशिशरशि ह शसम बाहररी अ‍नभर शमलिा ह ो ‍कषा म पर‍दा‍न ‍नही ‍ी ा स‍िरी ह। यह ‍कषा म सरीखरी गई शरजा‍न ‍ी अरिारणाओ ‍ो रासिशर‍ रीर‍न और पयावररण ‍ साथ सबशिि ‍र‍न म म‍द‍द ‍रिरी ह। यह उ‍न‍ अरलो‍‍न और रटा रर‍रॉशरडग ‍ौिल ‍ो बढािा ह। शरदाथची सशकय और परररि हो ाि ह और उ‍न‍ आलोच‍नातम‍ शचि‍न म सिार होिा ह। यह जरररी ‍नही ह श‍ फीलर श‍टप हमिा ‍दकर सथा‍न पर हरी आयोशि ‍ी ाए। इसम शरदालय ‍ बगरीच ‍ी याता भरी लाभ‍ाररी हो स‍िरी ह। शरदालय ‍ आस-पास ‍ कषतो म ‍ई श‍दलचसप सथा‍न हो स‍ि ह ो शरदाशथव यो ‍ शलए रशचपकणव हो स‍ि ह।●● शरजा‍न पशत‍ाए— शिकष‍ शरदाशथव यो ‍ो शरजा‍न पशत‍ा ब‍नाए रख‍न ‍ी सलाह ‍द स‍ि ह। रह ‍दश‍न‍ आिार पर अप‍न अ‍नभरो और शरचारो ‍ो शलख‍न और उनह उपलबि ससाि‍नो स परामिव ‍र‍ ा‍न‍ाररी ए‍त ‍र‍न ‍ शलए शरदाशथव यो ‍ो परोतसाशहि ‍र स‍ि ह। ‍कषा म आ‍न रालरी अरिारणाओ स सबशिि शरषयो पर, शरजा‍न पशत‍ा बचच म रजाश‍न‍ ाच ‍ी भार‍ना ‍ो बढारा ‍द‍न म म‍द‍द ‍रगरी।●● रोल पल— शरदाशथव यो ‍ बरीच रोल पल सामाश‍ और रजाश‍न‍ बािचरीि ‍ो सभाल‍न ‍ शलए ‍ौिल शर‍शसि ‍रिा ह। यह शरदाशथव यो म आतमशरशरास और सचार ‍ौिल ‍ा श‍नमावण ‍रिा ह। ए‍ म‍दार गशिशरशि ‍ रप म, यह शरदाशथव यो ‍ चररत म उिर‍न और रासिशर‍ रीर‍न ‍ी भकशम‍ा श‍नभा‍न ‍ा अरसर ‍दिा ह और भकशम‍ा श‍नभा‍न राल शरदाथची ‍ो अप‍न सोच‍न ‍ िररी‍ ‍ो शर‍शसि ‍र‍न म म‍द‍द शमलिरी ह।●● रच‍नातम‍ लख‍न— रच‍नातम‍ लख‍न ‍ा उदशय ए‍ भार‍नातम‍ परभार ‍ साथ मजबकि शलशखि दशयो ‍ माधयम स ए‍ ‍हा‍नरी, ‍शरिा, गरीि आश‍द ‍ो बिा‍न ‍ शलए मा‍नर ‍लप‍ना, अ‍नभर और ‍नराचार ‍ो साझा ‍र‍ना ह।●● पोटवफोशलयो— पोटवफोशलयो शरदाशथव यो ‍ जा‍न, ‍ौिल और दशषट‍ोण ‍ा परमाण पर‍दा‍न ‍रिा ह। यह शरदाशथव यो ‍ी रशदध ‍ा ए‍ ‍दसिारज ह। पोटवफोशलयो ए‍ रषव ‍ ‍दौरा‍न या पकर रषव ‍ ‍दौरा‍न शरदाशथव यो ‍ बयौर होि ह। शरदाशथव यो ‍ो सौप गए और शिकष‍ दारा मकलया‍‍न श‍ए गए सभरी ‍ायव उस‍ पोटवफोशलयो म सशममशलि हो‍न चाशहए।●● उपाखया‍न— उपाखया‍न अशभलख स िातपयव ए‍ बचच ‍ी परगशि ‍ शलशखि शरररण स ह ो ए‍ शिकष‍ ‍दश‍न‍ आिार पर रखिा ह। यह ए‍ बचच ‍ रीर‍न म महतरपकणव

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27शरजा‍न शिकषणिासत (उचच पराथशम‍ सिर)

मॉडयल 11

घट‍नाओ ‍ अरलो‍‍न सबिरी अशभलख पर‍दा‍न ‍रिा ह। शिकषण-अशिगम परशकया ‍ ‍दौरा‍न, शिकष‍ ‍भरी-‍भरी बचचो दारा धया‍न श‍दए गए पकछिाछ आिाररि परश‍नो ‍ा साम‍ना ‍रि ह, श‍न‍ी मानयिा ‍कषा स बहि अशि‍ होिरी ह। ऐस उपाखया‍नो ‍ रर ‍ारव अौर इ‍न उपाखया‍नो पर बचचो ‍ी परशिशकया, उनह सहरी मागव पर श‍न‍दवशि ि ‍र‍न ‍ शलए आ‍ल‍न ‍ा ए‍ िशकि िालरी उप‍रण हो स‍िा ह।

िलञाकनमकलया‍‍न श‍नम‍नशलशखि शब‍दओ ‍ आिार पर श‍या ा स‍िा ह—●● शिकष‍ो ‍ो आतम-मकलया‍‍न ‍ शलए ए‍ ‘परोफरॉमव’ श‍दया ा स‍िा ह।●● ए‍ अरिारणा ‍ो पढा‍न ‍ शलए ‍हा ा स‍िा ह और अरलो‍‍न श‍ए ा स‍ि ह।●● अरिारणाओ ‍ी समझ ‍ा पररीकषण ‍र‍न ‍ शलए ए‍ असाइ‍नमट श‍दया ा स‍िा ह।●● पररीकषण रसिओ ‍ो ियार ‍र‍न ‍ शलए ए‍ ‍ायव श‍दया ा स‍िा ह।

सझञािञातिक पञाठ सञािगी राष‍टरीय िशकष‍ अ‍नसिा‍न और परशिकषण पररष‍द. 2005. सवजान कव सशकषण पर राष‍टीय फोकि िमह

ससथिसत पतर, 2005. रा.ि.अ. पर.प., ‍नयरी श‍दललरी.

———. 2012. िोिया बक आन अिविमट इन िाइि, टलािवज 6–8. रा.ि.अ. पर.प., ‍नयरी श‍दललरी.

———. 2006. सवजान, ककषा 6. रा.ि.अ. पर.प., ‍नयरी श‍दललरी.

———. 2008. सवजान, ककषा 7. रा.ि.अ. पर.प., ‍नयरी श‍दललरी.

———. 2008. सवजान, ककषा 8. रा.ि.अ. पर.प., ‍नयरी श‍दललरी.

———. 2015. कटीनयअि एड कॉमपरीहसिव इवलयएशन–एकजमपलर पकव ज इन िाइि फॉर द अपपर पराइमरी सटवज. रा.ि.अ. पर.प., ‍नयरी श‍दललरी.

———. 2017. परारसभक सतर पर िीखनव कव परसतफल. रा.ि.अ. पर.प., ‍नयरी श‍दललरी.

िब आिञाररत सञािगी ●● https://nroer.gov.in/55ab34ff81fccb4f1d806025/

page/5b4d793e16b51c01e4ec660a●● https://nroer.gov.in/55ab34ff81fccb4f1d806025/

file/58871312472d4a1fef810dbc●● https://www.youtube.com/ watch?v=gbwCX011vFo&feature=youtu.be●● https://www.youtube.com/ watch?v=oIP4MqRQiSc&feature=youtu.be

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