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101 अचू�क टो�टोक� -----
101 अचू�क टो�टोक� -----
बुद्धि� और ज्ञा�न----
१. मा�घ मा�स क� क� ष्णपक्ष अष्टमा� क� दि�न क� प�र्वा�!षा�ढ़ा� नक्षत्र मा% अ�!र�त्रित्र क� समाय रक्त चून्�न स� अन�र क� कलमा स� “ॐ ह्वीं.´´ क�
भो�जपत्र पर लिलख कर त्रिनत्य प�ज� करन� स� अप�र त्रिर्वाद्या�, बुद्धि� क� प्रा�प्ति78 हो�8� हो:।
2॰ उ�स> स�य? अगा�दुदि��B मा�माकB र्वाचू:।
यथा�होB शत्रहो�ऽस�न्यसपत्न: सपत्नहो�।।
सपत्नक्षयण� र्वा�षा�भिभोर�ष्ट्रो� त्रिर्वाषा सत्रिहो:।यथा�होभो�षा�B र्वा�र�ण�B त्रिर्वार�ज�त्रिन जनस्य चू।।
यहो स�य! ऊपर चूल� गाय� हो:, मा�र� यहो मान्त्र भो� ऊपर गाय� हो:, 8�त्रिक माJ शत्र क� मा�रन� र्वा�ल� हो�ऊK । प्रात्रि8द्वन्द्वM क� नष्ट करन� र्वा�ल�, प्राज�ओं क�
इच्छा� क� प�र� करन� र्वा�ल�, र�ष्ट्रो क� स�मार्थ्यय! स� प्रा�78 करन� र्वा�ल� 8था� ज�8न� र्वा�ल� हो�ऊK , 8�त्रिक माJ शत्र पक्ष क� र्वा�रR क� 8था� अपन� एर्वाB पर�य� ल�गाR क� श�सक बुन सक�B ।
21 रत्रिर्वार्वा�र 8क स�य! क� त्रिनत्य रक्त पष्प डा�ल कर अर्ध्यय! दि�य� ज�8� हो:। अर्ध्यय! द्व�र� त्रिर्वासर्जिजW8 जल क� �भिक्षण न�लिसक�, न�त्र, कण! र्वा भोज�
क� स्पर्शिशW8 कर%। प्रास्88 मान्त्र `र�ष्ट्रोर्वा�!न´ स�क्त स� उ�Z8 हो:।
३॰ बुच्चोंR क� पढ़ा�ई मा% मान न लगा8� हो�, बु�र-बु�र फे� ल हो� ज�8� होR, 8� यहो सरल स� टो�टोक� कर%-
शक्ल पक्ष क� पहोल� बु�होस्पत्रि8र्वा�र क� स�य�!स्8 स� ठीaक आधा� घBटो� पहोल� बुड़ क� पत्ते� पर प�Bचू अलगा-अलगा प्राक�र क� मिमाठी�ईय�B 8था� �� छो�टोM
इल�यचू� प�पल क� र्वा�क्ष क� न�चू� श्र�� भो�र्वा स� रख% और अपन� लिशक्ष� क� प्रात्रि8 क�मान� कर%। प�छो� माड़कर न ��ख%, स�धा� अपन� घर आ ज�एB।
इस प्राक�र त्रिबुन� क्रमा टो�टो� 8�न बु�होस्पत्रि8र्वा�र कर%। यहो उप�य मा�8�-त्रिप8� भो� अपन� बुच्चों� क� लिलय� कर सक8� होJ।
४॰ श्र� गा�स्र्वा�मा� 8लस���स त्रिर्वारलिचू8 “अत्रित्रमात्रिन द्व�र� श्र�र�मा स्8त्रि8´´ क� त्रिनत्य प�ठी कर%। त्रिनम्न छोन्� अरण्यक�ण्डा मा% र्वार्णिणW8 हो:।
`मा�नस प�य�षा´ क� अनस�र यहो `र�मा चूरिर8 मा�नस क� नर्वाo स्8त्रि8 हो: और नक्षत्रR मा% नर्वा�K नक्षत्र आश्ले�षा� (नक्षत्र स्र्वा�मा�-बुधा) हो:। अ8: ज�र्वान
मा% द्धिजनक� सर्वा?च्चों आसन पर ज�न� क� क�मान� हो�, र्वा� इस स्8�त्र क� भोगार्वा�नq श्र�र�मा / र�मा�यण� होनमा�न क� लिचूत्र य� मा�र्ति8W क� समाक्ष बु:ठीकर त्रिनत्य पढ़ा%।
।।श्र�अत्रित्र-मात्रिनरूर्वा�चू।।
नमा�मिमा भोक्त-र्वात्सलB, क� प�ल-श�ल-क�मालमाq।
भोज�मिमा 8� प��म्बुजB, अक�मिमान�B स्र्वा-धा�मा�माq।।1
त्रिनक�मा-श्य�मा-सन्�रB, भोर्वा�म्बु-न�था मान्�रमाq।
प्राफे ल्ल-कB ज-ल�चूनB, मा��दि�-��षा-मा�चूनमाq।।2
प्रालम्बु-बु�हु-त्रिर्वाक्रमाB, प्राभो�•प्रामा�य-र्वा:भोर्वामाq।
त्रिनषाBगा-चू�प-स�यकB , धारB त्रित्रल�क-न�यकमाq।।3
दि�न�श-र्वाBश-माण्डानमाq, माहो�श-चू�प-खण्डानमाq।
मान�न्द्र-सन्8-रBजनमाq, सर�रिर-र्वा�न्�-भोBजनमाq।।4
मान�ज-र्वा:रिर-र्वाद्धिन्�8B, अज�दि�-��र्वा-स�त्रिर्वा8माq।
त्रिर्वाश�-बु�धा-त्रिर्वाग्रहोB, समास्8-दूषाण�पहोमाq।।5
नमा�मिमा इद्धिन्�र�-पतिं8W, सख�करB स8�B गात्रि8माq।
भोज� स-शलिक्त स�नजB, शचू�-पत्रि8-त्रिप्राय�नजमाq।।6
त्र्वा�Bमि{-मा�लB य� नर�:, भोजप्तिन्8 हो�न-मात्सर�:।
प8प्तिन्8 न� भोर्वा�ण!र्वा�, त्रिर्वा8क! -र्वा�लिचू-सBक ल�।।7
त्रिर्वात्रिर्वाक्त-र्वा�लिसन: स��, भोजप्तिन्8 माक्तय� मा��।
त्रिनरस्य इद्धिन्द्रय�दि�कB , प्राय�प्तिन्8 8� गातिं8W स्र्वाकमाq।।8
8मा�कमाद्भु}8B प्राभोB, त्रिनर�होमा�श्वरB त्रिर्वाभोमाq।
जगा�q-गारूB चू श�श्व8B, 8र�यमा�र्वा क� र्वालमाq।।9
भोज�मिमा भो�र्वा-र्वाल्लभोB, क -य�त्रिगान�B स-दुलभो!माq।
स्र्वाभोक्त-कल्प-प��पB, समाB स-स�व्यमान्होर्वामाq।।10
अन�प-रूप-भो�पतिं8W, न8�ऽहोमार्तिर्वाWज�-पत्रि8माq।
प्रास�� मा� नमा�मिमा 8�, प��ब्ज-भोक्तिंक्तW ��त्रिहो मा�।।11
पठीप्तिन्8 स� स्8र्वाB इ�B, नर�ऽऽ�र�ण 8� प�माq।
व्रजप्तिन्8 न�त्र सBशयB, त्र्वा�Mय-भोलिक्त-सBय8�:।।12
हो� भोक्तर्वात्सल ! हो� क� प�ल ! हो� क�माल स्र्वाभो�र्वार्वा�ल� ! माJ आपक� नमास्क�र कर8� हू¡। त्रिनष्क�मा परूषाR क� अपन� परमाधा�मा ��न�र्वा�ल� आपक�
चूरणकमालR क� माJ भोज8� हू¡।
आप त्रिन8�न्8 सन्�र श्य�मा, सBस�र (आर्वा�गामान) रूप� समाद्र क� माथान� क� लिलय� मान्�र�चूल रूप, फे� ल� हुए कमाल क� समा�न न�त्रR र्वा�ल� और मा� आदि� ��षाR स� छो ड़�न� र्वा�ल� होJ।
हो� प्राभो� ! आपक� लम्बु� भोज�ओं क� पर�क्रमा और आपक� ऐश्वय! अप्रामा�य (बुद्धि� क� पर�) हो:। आप 8रकस और धानषा-बु�ण धा�रण करन� र्वा�ल� 8�नR ल�कR क� स्र्वा�मा� होJ।
स�य!र्वाBश क� भो�षाण, माहो���र्वा ज� क� धानषा क� 8�ड़न� र्वा�ल�, मात्रिनर�जR और सन्8R क� आनन्� ��न� र्वा�ल� 8था� ��र्वा8�ओं क� शत्र असरR क� समा�हो क� न�श करन� र्वा�ल� होJ।
आप क�मा��र्वा क� शत्र माहो���र्वा ज� क� द्व�र� र्वाद्धिन्�8, ब्रह्मा� आदि� ��र्वा8�ओं स� स�त्रिर्वा8, त्रिर्वाश� ज्ञा�नमाय त्रिर्वाग्रहो और समास्8 ��षाR क� नष्ट करन� र्वा�ल� होJ।
हो� लक्ष्मा�प8� ! हो� सखR क� ख�न और सत्परूषाR क� एकमा�त्र गात्रि8 ! माJ आपक� नमास्क�र कर8� हू¡। हो� शचू�पत्रि8 (इन्द्र) क� त्रिप्राय छो�टो� भो�ई
(र्वा�मानज�) ! शलिक्त-स्र्वारूप� श्र�स�8�ज� और छो�टो� भो�ई लक्ष्माणज� सत्रिहो8 आपक� माJ भोज8� हू¡।
ज� मानष्य मात्सर (डा�हो) रत्रिहो8 हो�कर आपक� चूरणकमालR क� स�र्वान कर8� होJ, र्वा� 8क! -त्रिर्वा8क! (अन�क प्राक�र क� सन्��हो) रूप� 8रBगाR स� प�ण! सBस�र रूप� समाद्र मा% नहोo त्रिगार8�।
ज� एक�न्8र्वा�स� परूषा मालिक्त क� लिलय�, इद्धिन्द्रय�दि� क� त्रिनग्रहो करक� (उन्हो% त्रिर्वाषायR स� होटो�कर) प्रासन्न8�प�र्वा!क आपक� भोज8� होJ, र्वा� स्र्वाक�य गात्रि8
क� (अपन� स्र्वारूप क�) प्रा�78 हो�8� होJ।
उन (आप) क� ज� एक (अत्रिद्व8�य), अद्भु�8 (मा�मियक जगा8q मा% त्रिर्वालक्षण), प्राभो (सर्वा!समाथा!), इच्छा�रत्रिहो8, ईश्वर (सबुक� स्र्वा�मा�), व्य�पक,
जगाद्गु}रू, सन�8न (त्रिनत्य), 8र�य (8�नR गाणR स� सर्वा!था� पर�) और क� र्वाल (अपन� स्र्वारूप मा% स्थि�8) होJ।
(8था�) ज� भो�र्वात्रिप्राय, क य�त्रिगायR (त्रिर्वाषाय� परूषाR) क� लिलय� अत्यन्8 दुल!भो, अपन� भोक्तR क� लिलय� कल्पर्वा�क्ष, समा और स�� सखप�र्वा!क स�र्वान
करन� य�ग्य होJ, माJ त्रिनरन्8र भोज8� हू¡।
हो� अनपमा सन्�र ! हो� प�र्थ्यर्वा�पत्रि8 ! हो� ज�नक�न�था ! माJ आपक� प्राण�मा कर8� हू¡। माझपर प्रासन्न हो�इय�, माJ आपक� नमास्क�र कर8� हू¡। माझ� अपन� चूरणकमालR क� भोलिक्त �Mद्धिजय�।
ज� मानष्य इस स्8त्रि8 क� आ�रप�र्वा!क पढ़ा8� होJ, र्वा� आपक� भोलिक्त स� यक्त हो�कर आपक� परमाप� क� प्रा�78 हो�8� होJ, इसमा% सन्��हो नहोo हो:।
व्य�प�र र्वा�मिधा क� लिलए-----
१. यदि� परिरश्रमा क� पश्चा�8q भो� क�र�बु�र ठी7प हो�, य� धान आकर खचू! हो� ज�8� हो� 8� यहो टो�टोक� क�मा मा% ल%। त्रिकस� गारू पष्य य�गा और शभो
चून्द्रमा� क� दि�न प्रा�8: होर� रBगा क� कपड़� क� छो�टोM था:ल� 8:य�र कर%। श्र� गाण�श क� लिचूत्र अथार्वा� मा�र्ति8W क� आगा� “सBकटोन�शन गाण�श स्8�त्र´´ क� 11
प�ठी कर%। 8त्पश्चा�8q इस था:ल� मा% 7 मा�Bगा, 10 ग्र�मा स�बु8 धात्रिनय�, एक पBचूमाख� रूद्र�क्ष, एक चू�B�M क� रूपय� य� 2 सप�र�, 2 होल्�M क� गा�Bठी रख कर ��त्रिहोन� माख क� गाण�श ज� क� श� घ� क� मा��क क� भो�गा लगा�एB। त्रिफेर यहो था:ल� त्रि8ज�र� य� क: श बु�क्स मा% रख �%। गार�बुR और
ब्र�ह्माणR क� ��न कर8� रहो�। आर्शिथाWक स्थि�त्रि8 मा% श�{ सधा�र आएगा�। 1 स�ल बु�� नय� था:ल� बुन� कर बु�ल8� रहो%।
2॰ त्रिकस� क� प्रात्य�क शभो क�य! मा% बु�धा� आ8� हो� य� त्रिर्वालम्बु हो�8� हो� 8� रत्रिर्वार्वा�र क� भो:रR ज� क� माBदि�र मा% क्तिंसWदूर क� चू�ल� चूढ़ा� कर “बुटोक
भो:रर्वा स्8�त्र´´ क� एक प�ठी कर क� गा>, क>ओं और क�ल� क त्तेR क� उनक� रूलिचू क� प��था! खिखल�न� चू�त्रिहोए। ऐस� र्वाषा! मा% 4-5 बु�र करन� स� क�य! बु�धा�एB नष्ट हो� ज�एBगा�।
3॰ रूक� हुए क�य� क� लिसद्धि� क� लिलए यहो प्राय�गा बुहु8 हो� ल�भो��यक हो:। गाण�श चू8था� क� गाण�श ज� क� ऐस� लिचूत्र घर य� दुक�न पर
लगा�एB, द्धिजसमा% उनक� स�Bडा ��यo ओर माड़� हुई हो�। इसक� आर�धान� कर%। इसक� आगा� ल�गा 8था� सप�र� रख%। जबु भो� कहोo क�मा पर ज�न�
हो�, 8� एक ल�गा 8था� सप�र� क� स�था ल� कर ज�एB, 8� क�मा लिस� हो�गा�। ल�गा क� चू�स% 8था� सप�र� क� र्वा�पस ल� कर गाण�श ज� क� आगा�
रख �% 8था� ज�8� हुए कहो% `जय गाण�श क�टो� कल�श´।
4॰ सरक�र� य� त्रिनज� र�जगा�र क्ष�त्र मा% परिरश्रमा क� उपर�B8 भो� सफेल8� नहोo मिमाल रहो� हो�, 8� त्रिनयमाप�र्वा!क त्रिकय� गाय� त्रिर्वाष्ण यज्ञा क� त्रिर्वाभो�त्रि8 ल�
कर, अपन� त्रिप8रR क� `क श�´ क� मा�र्ति8W बुन� कर, गाBगा�जल स� स्न�न कर�य% 8था� यज्ञा त्रिर्वाभो�त्रि8 लगा� कर, क छो भो�गा लगा� �% और उनस� क�य! क�
सफेल8� हो�8 क� प� करन� क� प्रा�था!न� कर%। त्रिकस� धा�र्मिमाWक ग्रBथा क� एक अर्ध्यय�य पढ़ा कर, उस क श� क� मा�र्ति8W क� पत्रिर्वात्र न�M य� सर�र्वार मा% प्रार्वा�त्रिहो8 कर �%। सफेल8� अर्वाश्य मिमाल�गा�। सफेल8� क� पश्चा�8q त्रिकस� शभो क�य! मा% ��न�दि� �%।
5॰ व्य�प�र, त्रिर्वार्वा�हो य� त्रिकस� भो� क�य! क� करन� मा% बु�र-बु�र असफेल8� मिमाल रहो� हो� 8� यहो टो�टोक� कर%- सरसR क� 8:ल मा% लिसक� गा�हूK क� आटो�
र्वा पर�न� गाड़ स� 8:य�र स�8 प�य�, स�8 मा��र (आक) क� पष्प, क्तिंसWदूर, आटो� स� 8:य�र सरसR क� 8:ल क� रूई क� बुत्ते� स� जल8� �Mपक, पत्तेल
य� अरण्डा� क� पत्ते� पर रखकर शत्रिनर्वा�र क� र�त्रित्र मा% त्रिकस� चू>र�हो� पर रख% और कहो% -“हो� मा�र� दुभो�!ग्य 8झ� यहोo छो�ड़� ज� रहो� हूK क� प� करक�
मा�र� प�छो� न� करन�।´´ स�मा�न रखकर प�छो� माड़कर न ��ख%।
6॰ लिसन्दूर लगा� होनमा�न ज� क� मा�र्ति8W क� लिसन्दूर ल�कर स�8� ज� क� चूरणR मा% लगा�एK। त्रिफेर मा�8� स�8� स� एक श्व�स मा% अपन� क�मान� त्रिनर्वा�दि�8 कर भोलिक्त प�र्वा!क प्राण�मा कर र्वा�पस आ ज�एK। इस प्राक�र क छो दि�न करन� पर सभो� प्राक�र क� बु�धा�ओं क� त्रिनर्वा�रण हो�8� हो:।
7॰ त्रिकस� शत्रिनर्वा�र क�, यदि� उस दि�न `सर्वा�!था! लिसद्धि� य�गा’ हो� 8� अत्रि8 उत्तेमा स�Bयक�ल अपन� लम्बु�ई क� बुर�बुर ल�ल र�शमा� स�8 न�प ल%। त्रिफेर एक पत्ते� बुरगा� क� 8�ड़%। उस� स्र्वाच्छा जल स� धा�कर पRछो ल%। 8बु पत्ते� पर अपन� क�मान� रुप� न�प� हुआ ल�ल र�शमा� स�8 लप�टो �% और पत्ते� क� बुहो8� हुए जल मा% प्रार्वा�त्रिहो8 कर �%। इस प्राय�गा स� सभो� प्राक�र क� बु�धा�एK दूर हो�8� होJ और क�मान�ओं क� प�र्ति8W हो�8� हो:।
8॰ रत्रिर्वार्वा�र पष्य नक्षत्र मा% एक क>आ अथार्वा� क�ल� क त्ते� पकड़�। उसक� ��एK प:र क� न�ख�न क�टो%। इस न�ख�न क� 8�बु�ज मा% भोरकर, धा�प�Mप�दि� स� प�जन कर धा�रण कर%। इसस� आर्शिथाWक बु�धा� दूर हो�8� हो:। क>ए य� क�ल� क त्ते� ��नR मा% स� त्रिकस� एक क� न�ख�न ल%। ��नR क� एक स�था प्राय�गा न कर%।
9॰ प्रात्य�क प्राक�र क� सBकटो त्रिनर्वा�रण क� लिलय� भोगार्वा�न गाण�श क� मा�र्ति8W पर कमा स� कमा 21 दि�न 8क था�ड़�-था�ड़� ज�त्रिर्वात्र� चूढ़ा�र्वा� और र�8 क�
स�8� समाय था�ड़� ज�त्रिर्वात्र� ख�कर स�र्वा�। यहो प्राय�गा 21, 42, 64 य� 84 दि�नR 8क कर%।
10॰ अक्सर सनन� मा% आ8� हो: त्रिक घर मा% कमा�ई 8� बुहु8 हो:, त्रिकन्8 प:स� नहोo दिटोक8�, 8� यहो प्राय�गा कर%। जबु आटो� त्रिपसर्वा�न� ज�8� होJ 8�
उसस� पहोल� था�ड़� स� गा%हू मा% 11 पत्ते� 8लस� 8था� 2 ��न� क� सर क� डा�ल कर मिमाल� ल% 8था� अबु इसक� बु�क� गा%हू मा% मिमाल� कर त्रिपसर्वा� ल%। यहो
त्रिक्रय� स�मार्वा�र और शत्रिनर्वा�र क� कर%। त्रिफेर घर मा% धान क� कमा� नहोo रहो�गा�।
11॰ आटो� त्रिपस8� समाय उसमा% 100 ग्र�मा क�ल� चून� भो� त्रिपसन� क� लिलय% डा�ल दि�य� कर% 8था� क� र्वाल शत्रिनर्वा�र क� हो� आटो� त्रिपसर्वा�न� क� त्रिनयमा बुन� ल%।
12॰ शत्रिनर्वा�र क� ख�न� मा% त्रिकस� भो� रूप मा% क�ल� चून� अर्वाश्य ल� लिलय� कर%।
13॰ अगार पय�!78 धान�!जन क� पश्चा�8q भो� धान सBचूय नहोo हो� रहो� हो�, 8� क�ल� क त्ते� क� प्रात्य�क शत्रिनर्वा�र क� कड़र्वा� 8�ल (सरसR क� 8�ल) स� चूपड़� र�टोM खिखल�एK।
14॰ सBर्ध्यय� समाय स�न�, पढ़ान� और भो�जन करन� त्रिनत्रिषा� हो:। स�न� स� प�र्वा! प:रR क� ठीB डा� प�न� स� धा�न� चू�त्रिहोए, त्रिकन्8 गा�ल� प:र नहोo स�न� चू�त्रिहोए। इसस� धान क� क्षय हो�8� हो:।
15॰ र�त्रित्र मा% चू�र्वाल, �हो� और सत्ते� क� स�र्वान करन� स� लक्ष्मा� क� त्रिनर��र हो�8� हो:। अ8: समा�द्धि� चू�होन� र्वा�लR क� 8था� द्धिजन व्यलिक्तयR क�
आर्शिथाWक कष्ट रहो8� होR, उन्हो% इनक� स�र्वान र�त्रित्र भो�ज मा% नहोo करन� चू�त्रिहोय�।
16॰ भो�जन स�:र्वा प�र्वा! य� उत्तेर क� ओर माख कर क� करन� चू�त्रिहोए। सBभोर्वा हो� 8� रस�ईघर मा% हो� बु:ठीकर भो�जन कर% इसस� र�हु श�B8 हो�8� हो:। ज�8� पहोन� हुए कभो� भो�जन नहोo करन� चू�त्रिहोए।
17॰ सबुहो क ल्ल� त्रिकए त्रिबुन� प�न� य� चू�य न प�एB। ज�ठी� हो�थाR स� य� प:रR स� कभो� गा>, ब्र�ह्माण 8था� अखिग्न क� स्पश! न कर%।
18॰ घर मा% ��र्वा�-��र्वा8�ओं पर चूढ़ा�य� गाय� फे� ल य� हो�र क� स�ख ज�न� पर भो� उन्हो% घर मा% रखन� अल�भोक�र� हो�8� हो:।
19॰ अपन� घर मा% पत्रिर्वात्र नदि�यR क� जल सBग्रहो कर क� रखन� चू�त्रिहोए। इस� घर क� ईश�न क�ण मा% रखन� स� अमिधाक ल�भो हो�8� हो:।
20॰ रत्रिर्वार्वा�र क� दि�न पष्य नक्षत्र हो�, 8बु गा�लर क� र्वा�क्ष क� जड़ प्रा�78 कर क� घर ल�एB। इस� धा�प, �Mप करक� धान ��न पर रख �%। यदि� इस�
धा�रण करन� चू�हो% 8� स्र्वाण! 8�बु�ज मा% भोर कर धा�रण कर ल%। जबु 8क यहो 8�बु�ज आपक� प�स रहो�गा�, 8बु 8क क�ई कमा� नहोo आय�गा�। घर मा% सB8�न सख उत्तेमा रहो�गा�। यश क� प्रा�प्ति78 हो�8� रहो�गा�। धान सBप�� भोरप�र होRगा�। सख श�Bत्रि8 और सB8मिष्ट क� प्रा�प्ति78 हो�गा�।
21॰ `��र्वा सख�´ आदि� 18 पत्रर्वागा! भोगार्वा8� लक्ष्मा� क� कहो� गाय� होJ। इनक� न�मा क� आदि� मा% और अन्8 मा% `नमा:´ लगा�कर जप करन� स� अभो�ष्ट
धान क� प्रा�प्ति78 हो�8� हो:। यथा� – ॐ ��र्वासख�य नमा:, लिचूक्ल�8�य, आनन्��य, क�!मा�य, श्र�प्रा��य, ज�8र्वा���य, अनर�गा�य, सम्र्वा���य,
त्रिर्वाजय�य, र्वाल्लभो�य, मा��य, होषा�!य, बुल�य, 8�जस�, �माक�य, सलिलल�य, गाग्गाल�य, ॐ क रूण्टोक�य नमा:।
22॰ त्रिकस� क�य! क� लिसद्धि� क� लिलए ज�8� समाय घर स� त्रिनकलन� स� प�र्वा! हो� अपन� हो�था मा% र�टोM ल� ल%। मा�गा! मा% जहो�B भो� क>ए दि�खल�ई �%, र्वाहो�B उस र�टोM क� टोकड़� कर क� डा�ल �% और आगा� बुढ़ा ज�एB। इसस� सफेल8� प्रा�78 हो�8� हो:।
23॰ त्रिकस� भो� आर्वाश्यक क�य! क� लिलए घर स� त्रिनकल8� समाय घर क� ��होल� क� बु�होर, प�र्वा! दि�श� क� ओर, एक माट्ठीM घघBचू� क� रख कर
अपन� क�य! बु�ल8� हुए, उस पर बुलप�र्वा!क प:र रख कर, क�य! हो�8 त्रिनकल ज�एB, 8� अर्वाश्य हो� क�य! मा% सफेल8� मिमाल8� हो:।
24॰ अगार त्रिकस� क�मा स� ज�न� हो�, 8� एक नoबु� ल%। उसपर 4 ल�गा गा�ड़ �% 8था� इस माBत्र क� ज�प कर% : `ॐ श्र� होनमा8� नमा:´। 21 बु�र
ज�प करन� क� बु�� उसक� स�था ल� कर ज�एB। क�मा मा% त्रिकस� प्राक�र क� बु�धा� नहोo आएगा�।
25॰ चूटोक� भोर होoगा अपन� ऊपर स� र्वा�र कर उत्तेर दि�श� मा% फे% क �%। प्रा�8:क�ल 8�न होर� इल�यचू� क� ��एK हो�था मा% रखकर “श्रo श्रo´´ बु�ल%,
उस� ख� ल%, त्रिफेर बु�होर ज�ए¡।
26॰ द्धिजन व्यलिक्तयR क� ल�ख प्रायत्न करन� पर भो� स्र्वायB क� माक�न न बुन प� रहो� हो�, र्वा� इस टो�टोक� क� अपन�एB।प्रात्य�क शक्रर्वा�र क� त्रिनयमा स� त्रिकस� भो�ख� क� भो�जन कर�एB और रत्रिर्वार्वा�र क� दि�न गा�य क� गाड़ खिखल�एB। ऐस� त्रिनयमिमा8 करन� स� अपन� अचूल
सम्पत्रि8 बुन�गा� य� प:8�क सम्पत्रि8 प्रा�78 हो�गा�। अगार सम्भर्वा हो� 8� प्रा�8:क�ल स्न�न-र्ध्यय�न क� पश्चा�8q त्रिनम्न माBत्र क� ज�प कर%। “ॐ पद्मा�र्वा8�
पद्मा क श� र्वाज्रर्वाज्र�Bपश� प्रात्रि8बु भोर्वाBत्रि8 भोर्वाBत्रि8।।´´
27॰ यहो प्राय�गा नर्वार�त्रित्र क� दि�नR मा% अष्टमा� त्रि8लिथा क� त्रिकय� ज�8� हो:। इस दि�न प्रा�8:क�ल उठी कर प�ज� �ल मा% गाBगा�जल, क आB जल, बु�रिंरWगा
जल मा% स� ज� उपलब्ध हो�, उसक� छो.टो� लगा�एB, त्रिफेर एक प�टो� क� ऊपर दुगा�! ज� क� लिचूत्र क� स�मान�, प�र्वा! मा% माBहो कर8� हुए उस पर 5 ग्र�मा
लिसक्क� रख%। स�बु8 लिसक्कR पर र�ल�, ल�ल चून्�न एर्वाB एक गाल�बु क� पष्प चूढ़ा�एB। मा�8� स� प्रा�था!न� कर%। इन सबुक� प�टोल� बु�Bधा कर अपन�
गाल्ल�, सBदूक य� अलमा�र� मा% रख �%। यहो टो�टोक� होर 6 मा�हो बु�� पन: ��होर�एB।
28॰ घर मा% समा�द्धि� ल�न� हो�8 घर क� उत्तेरपभिश्चामा क� क�ण (र्वा�यव्य क�ण) मा% सन्�र स� मिमाट्टीM क� बु8!न मा% क छो स�न�-चू�B�M क� लिसक्क� , ल�ल कपड़� मा% बु�Bधा कर रख%। त्रिफेर बु8!न क� गा�हूB य� चू�र्वाल स� भोर �%। ऐस� करन� स� घर मा% धान क� अभो�र्वा नहोo रहो�गा�।
29॰ व्यलिक्त क� ऋण माक्त कर�न� मा% यहो टो�टोक� अर्वाश्य सहो�य8� कर�गा� : माBगालर्वा�र क� लिशर्वा माद्धिन्�र मा% ज� कर लिशर्वाक्तिंलWगा पर मास�र क� ��ल
“ॐ ऋण माक्त� श्वर माहो���र्वा�य नमा:´´ माBत्र बु�ल8� हुए चूढ़ा�एB।
30॰ द्धिजन व्यलिक्तयR क� त्रिनरन्8र कज! घ�र� रहो8� होJ, उन्हो% प्रात्रि8दि�न “ऋणमा�चूक माBगाल स्8�त्र´´ क� प�ठी करन� चू�त्रिहोय�। यहो प�ठी शक्ल पक्ष क�
प्राथामा माBगालर्वा�र स� शरू करन� चू�त्रिहोय�। यदि� प्रात्रि8दि�न त्रिकस� क�रण न कर सक% , 8� प्रात्य�क माBगालर्वा�र क� अर्वाश्य करन� चू�त्रिहोय�।
31॰ स�मार्वा�र क� दि�न एक रूमा�ल, 5 गाल�बु क� फे� ल, 1 चू�B�M क� पत्ते�, था�ड़� स� चू�र्वाल 8था� था�ड़� स� गाड़ ल%। त्रिफेर त्रिकस� त्रिर्वाष्णण्लक्ष्मा� ज�
क� मिमान्�र मा% ज� कर मा�र्णित्तेW क� स�मान� रूमा�ल रख कर श�षा र्वास्8ओं क� हो�था मा% ल�कर 21 बु�र गा�यत्र� माBत्र क� प�ठी कर8� हुए बु�र�-बु�र� इन
र्वास्8ओं क� उसमा% डा�ल8� रहो%। त्रिफेर इनक� इकट्ठी� कर क� कहो% क� `मा�र� पर�श�त्रिनय�B दूर हो� ज�एB 8था� मा�र� कज�! उ8र ज�ए´। यहो त्रिक्रय�
आगा�मा� 7 स�मार्वा�र और कर%। कज�! जल्�M उ8र ज�एगा� 8था� पर�श�त्रिनय�B भो� दूर हो� ज�एBगा�।
32॰ सर्वा!प्राथामा 5 ल�ल गाल�बु क� प�ण! खिखल� हुए फे� ल ल%। इसक� पश्चा�8q डा�ढ़ा मा�टोर सफे� � कपड़� ल� कर अपन� स�मान� त्रिबुछो� ल%। इन प�BचूR
गाल�बु क� फे लR क� उसमा%, गा�यत्र� माBत्र 21 बु�र पढ़ा8� हुए बु�Bधा �%। अबु स्र्वायB ज� कर इन्हो% जल मा% प्रार्वा�त्रिहो8 कर �%। भोगार्वा�न न� चू�हो� 8� जल्�M हो� कज! स� मालिक्त प्रा�78 हो�गा�।
34॰ कज!-मालिक्त क� लिलय� “गाज�न्द्र-मा�क्ष´´ स्8�त्र क� प्रात्रि8दि�न स�य?�य स� प�र्वा! प�ठी अमा�घ उप�य हो:।
35॰ घर मा% ��य� सख-समा�द्धि� हो�8 प�पल क� र्वा�क्ष क� छो�य� मा% खड़� रहो कर ल�हो� क� बु8!न मा% जल, चू�न�, घ� 8था� दूधा मिमाल� कर प�पल क�
र्वा�क्ष क� जड़ मा% डा�लन� स� घर मा% लम्बु� समाय 8क सख-समा�द्धि� रहो8� हो: और लक्ष्मा� क� र्वा�स हो�8� हो:।
33॰ अगार त्रिनरन्8र कज! मा% फेK स8� ज� रहो� होR, 8� श्माश�न क� क एB क� जल ल�कर त्रिकस� प�पल क� र्वा�क्ष पर चूढ़ा�न� चू�त्रिहोए। यहो 6 शत्रिनर्वा�र
त्रिकय� ज�ए, 8� आश्चाय!जनक परिरण�मा प्रा�78 हो�8� होJ।
36॰ घर मा% बु�र-बु�र धान हो�त्रिन हो� रहो� हो� 8R र्वा�रर्वा�र क� घर क� माख्य द्व�र पर गाल�ल लिछोड़क कर गाल�ल पर श� घ� क� ��माख� (�� माख
र्वा�ल�) �Mपक जल�न� चू�त्रिहोए। �Mपक जल�8� समाय मान हो� मान यहो क�मान� करन� चू�त्रिहोए क� `भोत्रिर्वाष्य मा% घर मा% धान हो�त्रिन क� स�मान� न
करन� पड़�´। जबु �Mपक श�B8 हो� ज�ए 8� उस� बुहो8� हुए प�न� मा% बुहो� ��न� चू�त्रिहोए।
37॰ क�ल� त्रि8ल परिरर्वा�र क� सभो� स�स्यR क� लिसर पर स�8 बु�र उस�र कर घर क� उत्तेर दि�श� मा% फे% क �%, धानहो�त्रिन बुB� हो�गा�।
38॰ घर क� आर्शिथाWक स्थि�त्रि8 ठीaक करन� क� लिलए घर मा% स�न� क� चू>रस लिसक्क� रख%। क त्ते� क� दूधा �%। अपन� कमार� मा% मा�र क� पBख रख%।
39॰ अगार आप सख-समा�द्धि� चू�हो8� होJ, 8� आपक� पक� हुए मिमाट्टीM क� घड़� क� ल�ल रBगा स� रBगाकर, उसक� माख पर मा�ल� बु�Bधाकर 8था� उसमा% जटो�यक्त न�रिरयल रखकर बुहो8� हुए जल मा% प्रार्वा�त्रिहो8 कर ��न� चू�त्रिहोए।
40॰ अखBत्रिडा8 भो�ज पत्र पर 15 क� यBत्र ल�ल चून्�न क� स्य�हो� स� मा�र क� पBख क� कलमा स� बुन�एB और उस� स�� अपन� प�स रख%।
41॰ व्यलिक्त जबु उन्नत्रि8 क� ओर अग्रसर हो�8� हो:, 8� उसक� उन्नत्रि8 स� ईष्य�!ग्रस्8 हो�कर क छो उसक� अपन� हो� उसक� शत्र बुन ज�8� होJ और
उस� सहोय�गा ��न� क� ��न पर र्वा� हो� उसक� उन्नत्रि8 क� मा�गा! क� अर्वारू� करन� लगा ज�8� होJ, ऐस� शत्रओं स� त्रिनपटोन� अत्यमिधाक कदिठीन हो�8�
हो:। ऐस� हो� परिरस्थि�त्रि8यR स� त्रिनपटोन� क� लिलए प्रा�8:क�ल
स�8 बु�र होनमा�न बु�ण क� प�ठी कर% 8था� होनमा�न ज� क� लड्डू क� भो�गा लगा�ए¡ और प�Kचू ल�गा प�ज� ��न मा% ��श� कप�!र क� स�था जल�एK।
त्रिफेर भोस्मा स� त्रि8लक करक� बु�होर ज�ए¡। यहो प्राय�गा आपक� ज�र्वान मा% समास्8 शत्रओं क� पर�स्8 करन� मा% सक्षमा हो�गा�, र्वाहोo इस यBत्र क� मा�र्ध्ययमा स� आप अपन� मान�क�मान�ओं क� भो� प�र्ति8W करन� मा% सक्षमा होRगा�।
42॰ कच्चों� धा�न� क� 8�ल क� �Mपक मा% ल�गा डा�लकर होनमा�न ज� क� आर8� कर%। अत्रिनष्ट दूर हो�गा� और धान भो� प्रा�78 हो�गा�।
43॰ अगार अचू�नक धान ल�भो क� स्थि�त्रि8य�K बुन रहो� हो�, त्रिकन्8 ल�भो नहोo मिमाल रहो� हो�, 8� गा�प� चून्�न क� न> डालिलय�K ल�कर क� ल� क� र्वा�क्ष पर टो�Kगा ��न� चू�त्रिहोए। स्मारण रहो� यहो चून्�न प�ल� धा�गा� स� हो� बु�Kधान� हो:।
44॰ अकस्मा�8q धान ल�भो क� लिलय� शक्ल पक्ष क� प्राथामा बुधार्वा�र क� सफे� � कपड़� क� झBडा� क� प�पल क� र्वा�क्ष पर लगा�न� चू�त्रिहोए। यदि� व्यर्वास�य
मा% आत्रिकस्माक व्यर्वाधा�न एर्वाB प8न क� सम्भ�र्वान� प्राबुल हो� रहो� हो�, 8� यहो प्राय�गा बुहु8 ल�भो��यक हो:।
45॰ अगार आर्शिथाWक पर�श�त्रिनयR स� ज�झ रहो� होR, 8� माद्धिन्�र मा% क� ल� क� �� प>धा� (नर-मा���) लगा� �%।
46॰ अगार आप अमा�र्वास्य� क� दि�न प�ल� त्रित्रक�ण आक� त्रि8 क� प8�क� त्रिर्वाष्ण माद्धिन्�र मा% ऊK चू�ई र्वा�ल� ��न पर इस प्राक�र लगा�एK त्रिक र्वाहो
लहोर�8� हुआ रहो�, 8� आपक� भो�ग्य श�{ हो� चूमाक उठी�गा�। झBडा� लगा�8�र र्वाहो�K लगा� रहोन� चू�त्रिहोए। यहो अत्रिनर्वा�य! श8! हो:।
47॰ ��र्वा� लक्ष्मा� क� लिचूत्र क� समाक्ष न> बुभित्तेयR क� घ� क� �Mपक जल�ए¡। उस� दि�न धान ल�भो हो�गा�।
48॰ एक न�रिरयल पर क�मिमाय� लिसन्दूर, मा�ल�, अक्ष8 अर्तिपW8 कर प�जन कर%। त्रिफेर होनमा�न ज� क� माद्धिन्�र मा% चूढ़ा� आएK। धान ल�भो हो�गा�।
49॰ प�पल क� र्वा�क्ष क� जड़ मा% 8�ल क� �Mपक जल� �%। त्रिफेर र्वा�पस घर आ ज�एK एर्वाB प�छो� माड़कर न ��ख%। धान ल�भो हो�गा�।
50॰ प्रा�8:क�ल प�पल क� र्वा�क्ष मा% जल चूढ़ा�एK 8था� अपन� सफेल8� क� मान�क�मान� कर% और घर स� बु�होर श� क� सर स� स्र्वास्तिस्8क बुन�कर
उस पर प�ल� पष्प और अक्ष8 चूढ़ा�ए¡। घर स� बु�होर त्रिनकल8� समाय ��त्रिहोन� प�Kर्वा पहोल� बु�होर त्रिनक�ल%।
51॰ एक होBत्रिडाय� मा% सर्वा� त्रिकल� होर� स�बु8 मा�Bगा क� ��ल, दूसर� मा% सर्वा� त्रिकल� डालिलय� र्वा�ल� नमाक भोर �%। यहो ��नR होBत्रिडाय� घर मा% कहोo रख �%। यहो त्रिक्रय� बुधार्वा�र क� कर%। घर मा% धान आन� शरू हो� ज�एगा�।
52॰ प्रात्य�क माBगालर्वा�र क� 11 प�पल क� पत्ते� ल%। उनक� गाBगा�जल स� अच्छाM 8रहो धा�कर ल�ल चून्�न स� होर पत्ते� पर 7 बु�र र�मा लिलख%। इसक�
बु�� होनमा�न ज� क� माद्धिन्�र मा% चूढ़ा� आएB 8था� र्वाहो�B प्रास�� बु�टो% और इस माBत्र क� ज�प द्धिज8न� कर सक8� हो� कर%। `जय जय जय होनमा�न
गा�स�ईं, क� प� कर� गारू ��र्वा क� न�Bई´ 7 माBगालर्वा�र लगा�8�र जप कर%। प्राय�गा गा�पन�य रख%। अर्वाश्य ल�भो हो�गा�।
53॰ अगार न>कर� मा% 8रक्क� चू�हो8� होJ, 8� 7 8रहो क� अन�ज लिचूत्रिड़यR क� डा�ल%।
54॰ ऋग्र्वा�� (4/32/20-21) क� प्रालिस� मान्त्र इस प्राक�र हो: -
`ॐ भो�रिर�� भो�रिर ��त्रिहोन�, मा� �भ्रंB भो�य�! भोर। भो�रिर घ�दि�न्द्र दि�त्सलिस। ॐ भो�रिर�� त्यलिस श्र8: परूत्र� श�र र्वा�त्रहोनq। आ न� भोजस्र्वा र�धालिस।।´
(हो� लक्ष्मा�प8� ! आप ��न� होJ, स�धा�रण ��न��8� हो� नहोo बुहु8 बुड़� ��न� होJ। आ78जनR स� सन� हो: त्रिक सBस�रभोर स� त्रिनर�श हो�कर ज� य�चूक आपस� प्रा�था!न� कर8� हो: उसक� पक�र सनकर उस� आप आर्शिथाWक कष्टR स� माक्त कर ��8� होJ – उसक� झ�ल� भोर ��8� होJ। हो� भोगार्वा�न माझ� इस
अथा! सBकटो स� माक्त कर ��।)
51॰ त्रिनम्न मान्त्र क� शभोमाहूत्ते! मा% प्रा�रम्भ कर%। प्रात्रि8दि�न त्रिनयमाप�र्वा!क 5 मा�ल� श्र�� स� भोगार्वा�नq श्र�क� ष्ण क� र्ध्यय�न करक� , जप कर8� रहो� -
“ॐ क्लo नन्��दि� गा�क लत्र�8� ��8� ��रिरद्रqयभोBजन।
सर्वा!माBगाल��8� चू सर्वा!क�मा प्रा��यक:। श्र�क� ष्ण�य नमा:।।´´
52॰ भो�द्रप� मा�स क� क� ष्णपक्ष भोरण� नक्षत्र क� दि�न चू�र घड़R मा% प�न� भोरकर त्रिकस� एक�न्8 कमार� मा% रख �%। अगाल� दि�न द्धिजस घड़� क�
प�न� क छो कमा हो� उस� अन्न स� भोरकर प्रात्रि8दि�न त्रिर्वामिधार्वा8 प�जन कर8� रहो%। श�षा घड़R क� प�न� क� घर, आKगान, ख�8 आदि� मा% लिछोड़क �%। अन्नप�ण�! ��र्वा� स�:र्वा प्रासन्न रहो�गाo।
53॰ त्रिकस� शभो क�य! क� ज�न� स� पहोल� -रत्रिर्वार्वा�र क� प�न क� पत्ते� स�था रखकर ज�य%।स�मार्वा�र क� �प!ण मा% अपन� चू�होर� ��खकर ज�य%।माBगालर्वा�र क� मिमाष्ठा�न ख�कर ज�य%।बुधार्वा�र क� होर� धात्रिनय� क� पत्ते� ख�कर ज�य%।गारूर्वा�र क� सरसR क� क छो ��न� माख मा% डा�लकर ज�य%।शक्रर्वा�र क� �हो� ख�कर ज�य%।शत्रिनर्वा�र क� अ�रक और घ� ख�कर ज�न� चू�त्रिहोय�।
54॰ त्रिकस� भो� शत्रिनर्वा�र क� श�मा क� मा�हो क� ��ल क� ��न� ल%। उसपर था�ड़� स� �हो� और लिसन्दूर लगा�कर प�पल क� र्वा�क्ष क� न�चू� रख �% और त्रिबुन� माड़कर ��ख� र्वा�त्रिपस आ ज�य%। स�8 शत्रिनर्वा�र लगा�8�र करन� स� आर्शिथाWक समा�द्धि� 8था� खशहो�ल� बुन� रहो�गा�।
स्र्वा�स्थ्य क� लिलय� टो�टोक� ----
1॰ स�� स्र्वा� बुन� रहोन� क� लिलय� र�त्रित्र क� प�न� त्रिकस� ल�टो� य� त्रिगाल�स मा% सबुहो उठी कर प�न� क� लिलय� रख �%। उस� प� कर बु8!न क� उल्टो�
रख �% 8था� दि�न मा% भो� प�न� प�न� क� बु�� बु8!न (त्रिगाल�स आदि�) क� उल्टो� रखन� स� यक� 8 सम्बुन्धी� पर�श�त्रिनय�B नहोo हो�8� 8था� व्यलिक्त स�:र्वा स्र्वा� बुन� रहो8� हो:।
2॰ हृ�य त्रिर्वाक�र, रक्तचू�प क� लिलए एकमाख� य� स�लहोमाख� रूद्र�क्ष श्र�ष्ठा हो�8� हो:। इनक� न मिमालन� पर ग्य�रहोमाख�, स�8माख� अथार्वा�
प�Bचूमाख� रूद्र�क्ष क� उपय�गा कर सक8� होJ। इस्थिच्छा8 रूद्र�क्ष क� ल�कर श्र�र्वाण मा�हो मा% त्रिकस� प्रा��षा व्र8 क� दि�न, अथार्वा� स�मार्वा�र क� दि�न,
गाBगा�जल स� स्न�न कर� कर लिशर्वाज� पर चूढा�एB, त्रिफेर सम्भर्वा हो� 8� रूद्र�भिभोषा�क कर% य� लिशर्वाज� पर “ॐ नमा: लिशर्वा�य´´ बु�ल8� हुए दूधा स� अभिभोषा�क कर�एB। इस प्राक�र अभिभोमाBत्रित्र8 रूद्र�क्ष क� क�ल� डा�र� मा% डा�ल कर गाल� मा% पहोन%।
3॰ द्धिजन ल�गाR क� 1-2 बु�र दि�ल क� �>र� पहोल� भो� पड़ चूक� हो� र्वा� उपर�क्त प्राय�गा सBख्य� 2 कर% 8था� त्रिनम्न प्राय�गा भो� कर% :-
एक प�चूBमाख� रूद्र�क्ष, एक ल�ल रBगा क� होक�क, 7 स�बु8 (डाBठील सत्रिहो8) ल�ल मिमाचू! क�, आधा� गाज ल�ल कपड़� मा% रख कर व्यलिक्त क� ऊपर
स� 21 बु�र उस�र कर इस� त्रिकस� न�M य� बुहो8� प�न� मा% प्रार्वा�त्रिहो8 कर �%।
4॰ त्रिकस� भो� स�मार्वा�र स� यहो प्राय�गा कर%। बु�ज�र स� कप�स क� था�ड़� स� फे� ल खर�� ल%। रत्रिर्वार्वा�र श�मा 5 फे� ल, आधा� कप प�न� मा% स�फे कर
क� भिभोगा� �%। स�मार्वा�र क� प्रा�8: उठी कर फे� ल क� त्रिनक�ल कर फे% क �% 8था� बुचू� हुए प�न� क� प� ज�एB। द्धिजस प�त्र मा% प�न� प�एB, उस� उल्टो� कर क� रख �%। क छो हो� दि�नR मा% आश्चाय!जनक स्र्वा�स्थ्य ल�भो अनभोर्वा कर%गा�।
5॰ घर मा% त्रिनत्य घ� क� �Mपक जल�न� चू�त्रिहोए। �Mपक जल�8� समाय ल> प�र्वा! य� �भिक्षण दि�श� क� ओर हो� य� �Mपक क� मार्ध्यय मा% (फे� ल��र
बु�8�) बु�8� लगा�न� शभो फेल ��न� र्वा�ल� हो:।
6॰ र�त्रित्र क� समाय शयन कक्ष मा% कप�र जल�न� स� बु�मा�रिरय�B, दु:स्र्वापन नहोo आ8�, त्रिप8� ��षा क� न�श हो�8� हो: एर्वाB घर मा% श�Bत्रि8 बुन� रहो8� हो:।
7॰ प�र्णिणWमा� क� दि�न चू�B�न� मा% ख�र बुन�एB। ठीB डा� हो�न� पर चून्द्रमा� और अपन� त्रिप8रR क� भो�गा लगा�एB। क छो ख�र क�ल� क त्तेR क� �� �%। र्वाषा! भोर
प�र्णिणWमा� पर ऐस� कर8� रहोन� स� गा�हो क्ल�श, बु�मा�र� 8था� व्य�प�र हो�त्रिन स� मालिक्त मिमाल8� हो:।
8॰ र�गा मालिक्त क� लिलए प्रात्रि8दि�न अपन� भो�जन क� चू>था�ई त्रिहोस्स� गा�य क� 8था� चू>था�ई त्रिहोस्स� क त्ते� क� खिखल�एB।
9॰ घर मा% क�ई बु�मा�र हो� ज�ए 8� उस र�गा� क� शहो� मा% चून्�न मिमाल� कर चूटो�एB।
10॰ पत्र बु�मा�र हो� 8� कन्य�ओं क� होलर्वा� खिखल�एB। प�पल क� प�ड़ क� लकड़� लिसरहो�न� रख%।
11॰ पत्न� बु�मा�र हो� 8� गा���न कर%। द्धिजस घर मा% स्त्र�र्वागा! क� त्रिनरन्8र स्र्वा�स्थ्य क� प�ड़�एK रहो8� हो�, उस घर मा% 8लस� क� प>धा� लगा�कर उसक� श्र��प�र्वा!क ��खशल करन� स� र�गा प�ड़�एK समा�78 हो�8� हो:।
12॰ माBदि�र मा% गा78 ��न कर%।
13॰ रत्रिर्वार्वा�र क� दि�न बु�B�M क� सर्वा� त्रिकल� लड्डू माBदि�र मा% प्रास�� क� रूप मा% बु�Bटो�।
14॰ स�:र्वा प�र्वा! य� �भिक्षण दि�षा� क� ओर लिसर रख कर हो� स�न� चू�त्रिहोए। �भिक्षण दि�श� क� ओर लिसर कर क� स�न� र्वा�ल� व्यलिक्त मा% चूम्बुक�य
बुल र�ख�एB प:र स� लिसर क� ओर ज�8� होJ, ज� अमिधाक स� अमिधाक रक्त खoचू कर लिसर क� ओर ल�य%गा�, द्धिजसस� व्यलिक्त त्रिर्वाभिभोन्न रRगा� स� माक्त
रहो8� हो: और अच्छाM त्रिनद्र� प्रा�78 कर8� हो:।
15॰ अगार परिरर्वा�र मा% क�ई परिरर्वा�र मा% क�ई व्यलिक्त बु�मा�र हो: 8था� लगा�8�र औषामिधा स�र्वान क� पश्चा�8q भो� स्र्वा�स्थ्य ल�भो नहोo हो� रहो� हो:, 8�
त्रिकस� भो� रत्रिर्वार्वा�र स� आरम्भ करक� लगा�8�र 3 दि�न 8क गा�हूB क� आटो� क� प�ड़� 8था� एक ल�टो� प�न� व्यलिक्त क� लिसर क� ऊपर स� उबु�र कर
जल क� प>धा� मा% डा�ल �% 8था� प�ड़� गा�य क� खिखल� �%। अर्वाश्य हो� इन 3 दि�नR क� अन्�र व्यलिक्त स्र्वा� माहोस�स करन� लगा�गा�। अगार टो�टोक� क�
अर्वामिधा मा% र�गा� ठीaक हो� ज�8� हो:, 8� भो� प्राय�गा क� प�र� करन� हो:, बु�चू मा% र�कन� नहोo चू�त्रिहोए।
16॰ अमा�र्वास्य� क� प्रा�8: मा%हो�M क� �Mपक प�न� मिमाल� कर बुन�एB। 8�ल क� चू>माBहो� �Mपक बुन� कर 7 उड़� क� ��न�, क छो लिसन्दूर, 2 बु�B� �हो�
डा�ल कर 1 नoबु� क� �� फे�Bक% लिशर्वाज� य� भो:रR ज� क� लिचूत्र क� प�जन कर, जल� �%। माहो�मा�त्यजBय माBत्र क� एक मा�ल� य� बुटोक भो:रर्वा स्8�त्र क�
प�ठी कर र�गा-श�क दूर करन� क� भोगार्वा�न स� प्रा�था!न� कर, घर क� �भिक्षण क� ओर दूर स�ख� क एB मा% नoबु� सत्रिहो8 डा�ल �%। प�छो� माड़कर नहोo
��ख%। उस दि�न एक ब्र�ह्माण -ब्र�ह्माण� क� भो�जन कर� कर र्वास्त्र�दि� क� ��न भो� कर �%। क छो दि�न 8क पभिक्षयR, पशओं और र�त्रिगायR क� स�र्वा�
8था� ��न-पण्य भो� कर8� रहो%। इसस� घर क� बु�मा�र�, भो�8 बु�धा�, मा�नलिसक अश�Bत्रि8 त्रिनश्चाय हो� दूर हो�8� हो:।
17॰ त्रिकस� पर�न� मा�र्ति8W क� ऊपर घ�स उगा� हो� 8� शत्रिनर्वा�र क� मा�र्ति8W क� प�जन करक� , प्रा�8: उस� घर ल� आएB। उस� छो�य� मा% सख� ल%। द्धिजस
कमार� मा% र�गा� स�8� हो�, उसमा% इस घ�स मा% क छो धा�प मिमाल� कर त्रिकस� भोगार्वा�न क� लिचूत्र क� आगा� अखिग्न पर स�Bय, धा�प क� 8रहो जल�एB और
मान्त्र त्रिर्वामिधा स� ´´ ॐ मा�धार्वा�य नमा:। ॐ अनB8�य नमा:। ॐ अच्य8�य नमा:।´´ मान्त्र क� एक मा�ल� क� ज�प कर%। क छो दि�न मा% र�गा� स्र्वा� हो�
ज�य�गा�। ��न-धामा! और �र्वा� उपय�गा अर्वाश्य कर%। इसस� �र्वा� क� प्राभो�र्वा बुढ़ा ज�य�गा�।
18॰ अगार बु�मा�र व्यलिक्त ज्य��� गाम्भ�र हो�, 8� ज> क� 125 प�र्वा (सर्वा� प�र्वा) आटो� ल%। उसमा% स�बु8 क�ल� त्रि8ल मिमाल� कर र�टोM बुन�एB।
अच्छाM 8रहो स%क� , द्धिजसस� र्वा� कच्चों� न रहो%। त्रिफेर उस पर था�ड़� स� त्रि8ल्ल� क� 8�ल और गाड़ डा�ल कर प�ड़� बुन�एB और एक 8रफे लगा� �%।
त्रिफेर उस र�टोM क� बु�मा�र व्यलिक्त क� ऊपर स� 7 बु�र र्वा�र कर त्रिकस� भोJस� क� खिखल� �%। प�छो� माड़ कर न ��ख% और न क�ई आर्वा�ज लगा�ए।
भोJस� कहो�K मिमाल�गा�, इसक� प8� पहोल� हो� मा�ल�मा कर क� रख%। भोJस क� र�टोM नहोo खिखल�न� हो:, क� र्वाल भोJस� क� हो� श्र�ष्ठा रहो8� हो:। शत्रिन और माBगालर्वा�र क� हो� यहो क�य! कर%।
19॰ प�पल क� र्वा�क्ष क� प्रा�8: 12 बुज� क� पहोल�, जल मा% था�ड़� दूधा मिमाल� कर सoचू% और श�मा क� 8�ल क� �Mपक और अगारबुत्ते� जल�एB।
ऐस� त्रिकस� भो� र्वा�र स� शरू करक� 7 दि�न 8क कर%। बु�मा�र व्यलिक्त क� आर�मा मिमालन� प्रा�रम्भ हो� ज�य�गा�।
20॰ त्रिकस� कब्र य� �रगा�हो पर स�य�!स्8 क� पश्चा�8q 8�ल क� �Mपक जल�एB। अगारबुत्ते� जल�एB और बु8�श� रख%, त्रिफेर र्वा�पस माड़ कर न ��ख%। बु�मा�र व्यलिक्त श�{ अच्छा� हो� ज�य�गा�।
21॰ त्रिकस� 8�ल�बु, क� प य� समाद्र मा% जहो�B माछोलिलय�K होR, उनक� शक्रर्वा�र स� शक्रर्वा�र 8क आटो� क� गा�लिलय�B, शक्कर मिमाल� कर, चूगा�र्वा%।
प्रात्रि8दि�न लगाभोगा 125 ग्र�मा गा�लिलय�B हो�न� चू�त्रिहोए। र�गा� ठीaक हो�8� चूल� ज�य�गा�।
22॰ शक्रर्वा�र र�8 क� माठ्ठीa भोर क�ल� स�बु8 चून� भिभोगा�य%। शत्रिनर्वा�र क� श�मा क�ल� कपड़� मा% उन्हो% बु�Bधा� 8था� एक क�ल और एक क�ल� क�यल�
क� टोकड़� रख%। इस प�टोल� क� त्रिकस� 8�ल�बु य� क एB मा% फे% क �%। फे% कन� स� पहोल� र�गा� क� ऊपर स� 7 बु�र र्वा�र �%। ऐस� 3 शत्रिनर्वा�र कर%। बु�मा�र व्यलिक्त श�{ अच्छा� हो� ज�य�गा�।
23॰ सर्वा� स�र (1॰25 स�र) गालगाल� बु�ज�र स� खर��%। उनक� र�गा� पर स� 7 बु�र र्वा�र कर चू�लR क� खिखल�एB। अगार चू�ल% स�र� गालगाल�, य�
आधा� स� ज्य��� ख� ल% 8� र�गा� ठीaक हो� ज�य�गा�। यहो क�य! शत्रिन य� माBगालर्वा�र क� हो� श�मा क� 4 और 6 क� मार्ध्यय मा% कर%। गालगाल� ल� ज�न�
र्वा�ल� व्यलिक्त क� क�ई टो�क� नहोo और न हो� र्वाहो प�छो� माड़ कर ��ख�।
24॰ यदि� लगा� त्रिक शर�र मा% कष्ट समा�78 नहोo हो� रहो� हो:, 8� था�ड़� स� गाBगा�जल नहो�न� र्वा�ल� बु�ल्टोM मा% डा�ल कर नहो�एB।
25॰ प्रात्रि8दि�न य� शत्रिनर्वा�र क� ख�जड़� क� प�ज� कर उस� सoचून� स� र�गा� क� �र्वा� लगान� शरू हो� ज�8� हो: और उस� धा�र�-धा�र� आर�मा मिमालन�
प्रा�रम्भ हो� ज�य�गा�। यदि� प्रात्रि8दि�न सoचू% 8� 1 मा�हो 8क और क� र्वाल शत्रिनर्वा�र क� सoचू% 8� 7 शत्रिनर्वा�र 8क यहो क�य! कर%। ख�जड़� क� न�चू� गा�गाल क� धा�प और 8�ल क� �Mपक जल�एB।
26॰ होर माBगाल और शत्रिनर्वा�र क� र�गा� क� ऊपर स� इमार8� क� 7 बु�र र्वा�र कर क त्तेR क� खिखल�न� स� धा�र�-धा�र� आर�मा मिमाल8� हो:। यहो क�य!
कमा स� कमा 7 स78�हो करन� चू�त्रिहोय�। बु�चू मा% रूक�र्वाटो न हो�, अन्यथा� र्वा�पस शरू करन� हो�गा�।
27॰ स�बु8 मास�र, क�ल� उड़�, मा�Bगा और ज्र्वा�र चू�रR बुर�बुर-बुर�बुर ल� कर स�फे कर क� मिमाल� �%। क ल र्वाजन 1 त्रिकल� हो�। इसक� र�गा� क�
ऊपर स� 7 बु�र र्वा�र कर उनक� एक स�था पक�एB। जबु चू�रR अन�ज प�र� 8रहो पक ज�एB, 8बु उसमा% 8�ल-गाड़ मिमाल� कर, त्रिकस� मिमाट्टीM क� �Mय�
मा% डा�ल कर ��पहोर क�, त्रिकस� चू>र�हो� पर रख �%। उसक� स�था मिमाट्टीM क� �Mय� 8�ल स� भोर कर जल�एB, अगारबुत्ते� जल�एB। त्रिफेर प�न� स� उसक� चू�रR ओर घ�र� बुन� �%। प�छो� माड़ कर न ��ख%। घर आकर प�Bर्वा धा� ल%। र�गा� ठीaक हो�न� शरू हो� ज�य�गा�।
28॰ गा�य क� गा�बुर क� कण्डा� और जल� हुई लकड़� क� र�ख क� प�न� मा% गा�B� कर एक गा�ल� बुन�एB। इसमा% एक क�ल 8था� एक लिसक्क� भो�
खRस �%। इसक� ऊपर र�ल� और क�जल स� 7 त्रिनश�न लगा�एB। इस गा�ल� क� एक उपल� पर रख कर र�गा� क� ऊपर स� 3 बु�र उ8�र कर सय�!स्8 क� समाय मा>न रहो कर चू>र�हो� पर रख%। प�छो� माड़ कर न ��ख%।
29॰ शत्रिनर्वा�र क� दि�न ��पहोर क� 2॰25 (सर्वा� ��) त्रिकल� बु�जर� क� �लिलय� पक�एB और उसमा% था�ड़� स� गाड़ मिमाल� कर एक मिमाट्टीM क� हो�Bडा� मा%
रख%। स�य�!स्8 क� समाय उस हो�Bडा� क� र�गा� क� शर�र पर बु�य% स� ��Bय� 7 बु�र त्रिफेर�एB और चू>र�हो� पर मा>न रहो कर रख आएB। आ8�-ज�8� समाय प�छो� माड़ कर न ��ख% और न हो� त्रिकस� स� बु�8% कर%।
30॰ धा�न क� टोन� र्वा�ल� मा�सल और झ�डा� र�गा� क� ऊपर स� उ8�र कर उसक� लिसरहो�न� रख%।
31॰ सरसR क� 8�ल क� गारमा कर इसमा% एक चूमाड़� क� टोकड़� डा�ल%, पन: गामा! कर इसमा% नoबु�, त्रिफेटोकर�, क�ल और क�ल� क�Bचू क� चू�ड़� डा�ल
कर मिमाट्टीM क� बु8!न मा% रख कर, र�गा� क� लिसर पर त्रिफेर�एB। इस बु8!न क� जBगाल मा% एक�B8 मा% गा�ड़ �%।
32॰ घर स� बु�मा�र� ज�न� क� न�मा न ल� रहो� हो�, त्रिकस� क� र�गा श�B8 नहोo हो� रहो� हो� 8� एक गा�मा8� चूक्र ल� कर उस� हो�Bडा� मा% त्रिपर� कर र�गा� क� पलBगा क� प�य� पर बु�Bधान� स� आश्चाय!जनक परिरण�मा मिमाल8� हो:। उस दि�न स� र�गा समा�78 हो�न� शरू हो� ज�8� हो:।
33॰ यदि� पय�!78 उपचू�र करन� पर भो� र�गा-प�ड़� श�B8 नहोo हो� रहो� हो� अथार्वा� बु�र-बु�र एक हो� र�गा प्राकटो हो�कर प�त्रिड़8 कर रहो� हो� 8था�
उपचू�र करन� पर भो� श�B8 हो� ज�8� हो�, ऐस� व्यलिक्त क� अपन� र्वाजन क� बुर�बुर गा�हू¡ क� ��न रत्रिर्वार्वा�र क� दि�न करन� चू�त्रिहोए। गा�हूK क� ��न जरूर8माB� एर्वाB अभो�र्वाग्रस्8 व्यलिक्तयR क� हो� करन� चू�त्रिहोए।
न�टो:- क�ई भो� उप�ए य� टो�टोक� त्रिबुन� गारु क� अगाज्ञा य� स�धाक क� पर�माश! क� त्रिबुन� न� कर� ..