का :9 िप ू ाक -90 सॊकलरत ऩयीा –1 विषय-हहदी (पायम-अ) समय:3 घटे निदेश: (1) ि-प क े चार खड ह- ‘क ‘, ख,ग और घ। (2) चार खड के ि के उतर देिा अनििायय है। (3) यथासभि येक खड के उतर मश: दीजिए। खड- क (1) नननलरखित गदमाॊश को मानऩ ू वक ऩढ़कय नीचे ददए गए शन के लरए सही वकऩ च ु नकय लरखिए : 1x5=5 लशा औय िेरक ू द एक-द ू सये से घननठ ऱऩ से सॊफॊधधत है। ‘कामा यािे धभव है’ कथन के अन ु साय जीन के सबी धभ की साधना शयीय से ही होती है मदद शयीय ही थ न हो, तो लशा कै से हण कै से की जा सकेगी औय मदद शयीय गॉाकय लशा हण कय बी री, तो उस ऻान का मा होगाउ उस शयीय के काभ तो उसका ऻानाजवन नहीॊ स सके गा। अत: िेर का लशा के े भ ऩमावत भह है िेर के दाया बी अनेक काय की लशा लभरती है। शायीरयक वकास, भानलसक वकास,सहमोगी बाना, साभ ू दहक वकास, माग बाना,उदायता,सहनशीरता सदद भानीम ग ु ण का वकास कयने भ िेरक ू द एक भऩ ू णव ब ू लभका ननबाते ह। इन भहान ग ु ण को हभ िेर-ही- िेर भ अऩने जीन भ उताय रेते ह। नीयस ऻान के उऩदेश इह हण कयाने भ उतने सपर नहीॊ होते। इस काय हभ देिते ह कक लशा औय िेर एक- द ू सये के ऩ ू यक ह। (i) जीन के सबी धभ की साधना ककसके भामभ से होती हैउ (क) शयीय के (ि) िेर-क ू द के (ग) लशा के (घ) ाम के (ii) िे र का ककस े भ ऩमावत भह है ? (क) ऻान के (ि) लशा के (ग) वऻान के (घ) वकास के (iii) भानीम ग ु ण के वकास भ ककसकी भहऩ ू णव ब ू लभका है ? (क) लशा की (ि) ातावराऩ की CBSE Class 9 Hindi SA 1 Sample Paper