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मांही बांसवाड़ा Öथल म¤ जन-सुनवाई और जनजागłकता के उपरांत एनपीसीआईएल ने Öथानीय िनवािसयŌ के साथ भावी संबंध बनाकर दोÖती का हाथ बढ़ाया । माही नदी के इदª -िगदª हåरयाली वाला एक लगभग बंजर भूभाग …… कई चरणŌ म¤ छोटे राजमागŎ जैसे आकार वाली नगर कì सड़क¤ । सभी िदशाओं से समूह म¤ धूल उड़ाते हòए ऊं ट, भेड़और बकåरयां । नदी के ऊपर दूर से िदखते हòए पुल के नीचे िÖथत एक मंिदर कì ओर बढ़ते हòए मौसम कì मार से ÿताि़डत úामीण ।चमकती हòई धूप म¤ शहर कì धूल से बने भंवर के बीच से नदी के कलरव से उठने वाली Åविन को सुनते हòए एनपीसीआईएल के अिधकाåरयŌ को िनधाªåरत Öथल पर ले जाती हòई कार¤ , उनके ऊपर आज बहòत बड़ी िजÌमेदारी थी । वह िदन 25 मई , 2018 था । उनका कायªिनÕपादन, एनपीसीआईएल को माही बांसवाड़ा पåरयोजना कì पयाªवरण अनापि° ÿाÈत करने जैसे महÂवपूणª लàय को ÿाÈत करने म¤ एक बड़ा कदम होगा । माही बांसवाड़ा राजÖथान परमाणु िवīुत पåरयोजना (एमबीआरएपीपी) कì जन-सुनवाई 24.05.2018 को Öथल पर सÌपÆन हòई । इस अवसर परसीपी एंड सीसी के ÿितिनिधयŌ Ĭारा सुनवाई म¤ उपिÖथत रहने वाले जनÿितिनिधयŌ के िलए एक ÿेज¤टेशन ÿÖतुत िकया गया । कई बार कì गई जाँच-परख के बाद सुनवाई के अÅय±, अिधशासी िनदेशक (आर एंड आर ), और कायªबल के अÆय ÿितिķत सदÖय, तथा अिधशासी िनदेशक (पी-पीएचडÊÐयूआर पåरयोजनाएं ) व सह िनदेशक (सीपी एंड सीसी ) Ĭारा ÿेज¤टेशन को अंितम łप िदया गया । ÿेज¤टेशन म¤ एमबीआरएपीपी के कई पहलुओं को शािमल िकया गया िजसम¤ िनÌनिलिखत िबंदु शािमल ह§ : पåरयोजना का पयाªवरणीय ÿभाव एनपीसीआईएल Ĭारा ÿÖतािवत िनयंýण के उपाय पåरयोजना से होने वाले लाभ Æयूि³लयर åरए³टरŌ कì सामाÆय संर±ा िवशेषताएं Æयूि³लयर संयंý और लोक सुर±ा जन-सुनवाई वाले Öथान पर पधारी एनपीसीआईएल कì टीम म¤ कई संकायŌ के िवशेष² शािमल थे और संगठन के तीन सवō¸च पदािधकाåरयŌ जैसे ®ी बी सी पाठक, ®ी के आर अिनल कु मार और ®ी मुके श िसंघल ने सुिनिIJत िकया िक एनपीसीआईएल , िवÖतृत łप से ÿÔनŌ काउÂतर देने और कई Óयापक िवषयŌ पर कì जाने वाली आिपÂतयŌ के िनवारण के िलए पूणª łप से तैयार था । Öथान पर मौिखक आपि°यŌ के उÂतर िदए गए, शंकाओं और भय का िनवारण िकया गया तथा यह पåरयोजना के इस ±ेý म¤ Öथािपत होने से संयंý कì संर±ा पर िदए गए आÔवासनŌ व संपूणª सामािजक -आिथªक समृिĦ आएगी । इस अवसर परपयाªवरण व वन मंýालय तथा राजÖथान सरकार के पदािधकाåरयŌ कì उपिÖथित ने एनपीसीआईएल का समथªन िकया िजससे Öथानीय जनता िवषय को आसानी से समझ पायी और अपने िवचारŌ व मतभेदŌ का समाधान ÿाÈत िकया । (एस शमाª ) सीपी व सीसी िनदेशालय सदÖय कायªबल

मांही बांसवाड़ा Öथल म¤ जन Öथानीय ......They have a huge responsibility today. It is 24th May, 2018. Their performance will take NPCIL

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  • मांही बासंवाड़ा थल म जन-सुनवाई और जनजाग कता के उपरांत एनपीसीआईएल ने थानीय िनवािसय के साथ भावी संबंध बनाकर दो ती का हाथ बढ़ाया ।

    माही नदी के इद-िगद ह रयाली वाला एक लगभग बंजर भूभाग …… कई चरण म छोटे राजमाग जैसे आकार वाली नगर क सड़क । सभी

    िदशाओ ंसे समूह म धलू उड़ाते हए ऊंट, भेड़और बक रयां । नदी के ऊपर दरू से िदखते हए पुल के नीच ेि थत एक मं िदर क ओर बढ़ते हए

    मौसम क मार से तािड़त ामीण ।चमकती हई धपू म शहर क धलू से बने भंवर के बीच से नदी के कलरव से उठने वाली विन को सुनते

    हए एनपीसीआईएल के अिधका रय को िनधा रत थल पर ल ेजाती हई कार, उनके ऊपर आज बहत बड़ी िज मदेारी थी । वह िदन 25 मई,

    2018 था । उनका कायिन पादन, एनपीसीआईएल को माही बांसवाड़ा प रयोजना क पयावरण अनापि ा त करने जैसे मह वपूण ल य

    को ा त करने म एक बड़ा कदम होगा ।

    माही बांसवाड़ा राज थान परमाणु िव ुत प रयोजना (एमबीआरएपीपी) क जन-सुनवाई 24.05.2018 को थल पर स प न हई । इस

    अवसर परसीपी एंड सीसी के ितिनिधय ारा सुनवाई म उपि थत रहने वाल ेजन ितिनिधय के िलए एक ेजटेशन ततु िकया गया ।

    कई बार क गई जाँच-परख के बाद सनुवाई के अ य , अिधशासी िनदशेक (आर एंड आर), और कायबल के अ य िति त सद य,

    तथा अिधशासी िनदशेक (पी-पीएचड यूआर प रयोजनाए)ं व सह िनदशेक (सीपी एंड सीसी) ारा ेजटेशन को अं ितम प िदया गया ।

    ेजटेशन म एमबीआरएपीपी के कई पहलओु ंको शािमल िकया गया िजसम िन न िलिखत िबंद ुशािमल ह :

    प रयोजना का पयावरणीय भाव एनपीसीआईएल ारा तािवत िनयं ण के उपाय प रयोजना से होने वाल ेलाभ यिू लयर रए टर क सामा य सं र ा िवशषेताएं यिू लयर संयं और लोक सुर ा

    जन-सुनवाई वाल े थान पर पधारी एनपीसीआईएल क टीम म कई सकंाय के िवशषे शािमल थ े और संगठन के तीन सव च पदािधका रय जैसे ी बी सी पाठक, ी के आर अिनल कुमार और ी मुकेश िसंघल ने सुिनि त िकया िक एनपीसीआईएल, िव ततृ प से न काउ तर दनेे और कई यापक िवषय पर क जाने वाली आिप तय के िनवारण के िलए पूण प से तैयार था । थान पर मौिखक आपि य के उ तर िदए गए, शकंाओ ंऔर भय का िनवारण िकया गया तथा यह प रयोजना के इस े म थािपत होने से संयं क सं र ा पर िदए गए आ वासन व संपूण सामािजक-आिथक समिृ आएगी ।

    इस अवसर परपयावरण व वन मं ालय तथा राज थान सरकार के पदािधका रय क उपि थित ने एनपीसीआईएल का समथन िकया िजसस े

    थानीय जनता िवषय को आसानी से समझ पायी और अपने िवचार व मतभेद का समाधान ा त िकया । (एस शमा) सीपी व सीसी िनदशेालय सद य – कायबल

  • Public Hearing and General Awareness at Mahi Banswara Site- NPCIL

    establishes a friendly tone for future relationship with natives

    ============================================================

    A near-barren landscape barring patches of greenery around the Mahi river... Country

    roads shaping up like mini highways in phases. Camels, sheep and goats fanning out in droves

    in all directions. Weather-beaten natives making their way to a temple beneath a farseeing

    bridge on the river. Vortices of country-dust building up amidst a blazing sun while cars

    carrying triumvirates of NPCIL officials dart over the bridge towards the venue as they hear

    prayers being chanted in the lineament by the river. They have a huge responsibility today. It

    is 24th May, 2018. Their performance will take NPCIL a long step forward towards its strategic

    objective- environmental clearance for MB project.

    Public Hearing of Mahi Banswara Rajasthan Atomic Power Project (MBRAPP) was held at the project site on 24.5.2018. On this occasion, a presentation was made by CP&CC representative to the members of public who attended the Hearing.

    The presentation- after several rounds of review- was finalized by the Convenor- ED(R&R)- and other esteemed members of the Task Force as well as ED (P-PHWR Projects) and AD(CP&CC).

    The presentation covered several aspects of MBRAPP that included:

    Environmental Impact of the project Control measures proposed by NPCIL Benefits of the project General safety features of nuclear reactors Nuclear plants and public safety

    NPCIL team at the venue included experts from several disciplines and the presence of three top functionaries of the organization viz Sh.B.C.Pathak, Sh.K.R.Anil Kumar and Sh.Mukesh Singhal ensured that NPCIL was adequately prepared to handle questions and objections on a wide range of topics. Oral objections were responded to on the spot, Anxieties and fears raised were dispelled and assurances on safety of the plant as well as the overall socio-economic prosperity the project would bring to the region were reinforced. Officials from Ministry of Environment and Forests as well as Govt of Rajasthan who were also present on the occasion supported NPCIL in comforting people and resetting their notions and apprehensions. (S.Sharma) CP&CC Directorate Member-Task Force

  • Spiritual India- view from the Bridge on River Mahi

    Natives gathering for the Hearing Officials of Raj Govt and NPCIL taking positions

    Some members of Team NPCIL with senior functionaries Sh.B.C.Pathak and Sh Mukesh Singhal

  • A native with headful of misgivings Suspicionless after proper responses

    It was NPCIL’s mandate to encourage questions and respond to them appropriately, to quell fears

    NPCIL’s presentation in progress, state authorities taking notes

  • Ladies and Gentlemen at the venue

    Convenor of the Task Force Sh.K.R.Anil Kumar superintending preparations.......

    Bridge on the River Mahi... The Way Back.......NPCIL bridged perceptual gaps