ISBN - Space Applications Centre...कह थ Uक – ‘म नव और सम ज क˘ म...

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प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

I

उपमह सचार एव नौसचालन अन योग कषऽ

एक झलक

िजतनि खडर एससीटीडी एसएनएए

अतिरकष उपयोग क ि

अहमदाबाद

II

पःतकालय एव लख भाग

अतिरकष उपयोग क ि

अहमदाबाद ISBN

II

III

कल छा को अतर उपयोग

क क गतवधय स परचत

करान हत एव उनम भारतीय

अतर काय()म क त +च

जागत करन हत हद म यह

पितका का1शत क जा रह ह टलवज़न

ट1लको8यनकशन (सचार) मायम स हम सब भलभात

परचत ह सटकॉम एव नवीगशन एgtलकशन एरया

(SNAA) यह सब णाल क वकास एव उपयोगी उपकरण

वक1सत करन का दायव नभाता ह यह पितका

एसएनएए क वितय का Bयौरा दती ह

जस हद राDE को जोड़न का काय( करती ह उसी तरह

सटलाइट को8यनकशन एव सटलाइट नवीगशन णा1लया भी

राDE को जोड़न का काय( करती ह

इस पितका क 1लए हद क एव सभी काय(कता(ओ को

हाद(क बधाई एव शभकामनाए

कएस परख

उप नदशक एसएनएए

अतर उपयोग क (इसरो)

अहमदाबाद

I

1

उपह सचार एव नौसचालन अनयोग

(SNAA) एक झलक

अतर क अनगनत रहय को जानन और समझन

क िजजीवषा मानव जगत म सदय स चल आ रह

ह Pढ इRछा शिSत एव वTान क तज बढत कदम न

अब अतर क कछ रहय को उजागर Uकया ह और

यह 1सल1सला नरतर चल रहा ह

कछ समय पहल आपन अखबार क सVख(य म पढा

होगा Uक भारतीय मल क अमरकन अतर याी

सनता व1लय8स न अतर म सबस Wयादा दन तक

रहन का वXवव)म थापत Uकया सनता न

अतर क वातवक पया(वरण म ऐस अनक समाज

उपयोगी योग Uकय िज[ह पवी पर करना लगभग

असभव था कछ समय पहल भारत न भी अपना सौवा

अतर 1मशन सफलतापव(क सप[न कर क समत

वXव को अपनी ओर आकष(त Uकया था

भारत क महान वTानक डॉ व)म साराभाई न भी

कहा था Uक ndash lsquoमानव और समाज क मलभत

समयाओ को सलझान क 1लए उ[नत तकनीक क

अनयोग म हम Uकसी स भी पीछ नह रहना चाहयlsquo

आज यद कोई ऐसा ह िजसस मानवी तज गत स

अपना सवागी वकास कर सकता हो तो अवXय ह वह

2

अतर वTान एव तकनीक का ह उपरोSत

तय को समझत हए भारतीय अतर अनसधान

सगठन इसरो अपन व1भ[न क क मायम स

अतर वTान और ौbयोगक क म ववध

सामािजक परयोजनाओ पर काय( कर रहा ह तो आइय

दखत हc ndash भारत न अतर वTान क म कहा

तक गत हा1सल क ह

पव भ मकाः-

ऐतहा1सक काल स ह दख तो मानव क उ[नत

वTान और तकनीक क वकास स जडी ह अगर हम

ारभ स दख तो आधनक काल म िजन लोग न उडन

क सबध म गभीरता स वचार Uकया था उनम तरहवी

सद का एक अdजी पादर भी शा1मल था वह यह

यान स दखता था Uक चeडया Uकस कार स उडती ह

कभी-कभी वह वतः भी सोचता था Uक अगर बनावट

पख लगा दय जाय तो आदमी भी आकाश म उड

सकता ह

hा[स म सतरहवी सद म उडान क वषय म गभीर

योग हए थ सन 1783 म दो hासीसी नौजवान न

गरम हवा क रशम क गBबार (Hot Air Balloon) म बठ

कर आकाश म उडन का सफल योग Uकया था बाद

म हवाई जहाज का भी आवDकार हआ सन 1920 म

hास क ह एक सना अधकार न हवाई जहाज बनान

3

म सफलता हा1सल क उनका नाम था ndash काउट

झप1लन इसी दौरान पEोल इजन स चलन वाला

वाययान भी बनाया गया िजस उडान क बार म

मानवी तरहवी सद म कवल कqपना करता था उसी

उडान को वह उ[नीसवी सद म सफलतापव(क कर सका

सन 1865 म जल वनt (JULES VERNE) नामक लखक

(Science fiction) न पता लगाया Uक अगर Uकसी चीज

को अत वग स ऊपर आकाश क ओर फc का जाए तो

वह धरती क पकड स छट कर अतर म चल जाएगी

और धरती पर वापस नह आएगी वह पवी क उपdह

क +प म नधा(रत गत म पवी क दvणा करती

रहगी एक और अधक कqपनाओ को यिSतसगत

बनाकर परवत(न और योग करत-करत मानव को

वXवास होन लगा Uक अतर म पहचना मिXकल ज+र

ह परत असभव नह ह Uफर रोकट क अवDकार न

वायमडल स बाहर उड सकन का माग( शत Uकया

और चमा तक पहचन का माग( भी खोल दया

दनाक 04-10-1957 को +स bवारा पतनक-1 नामक

कxम उपdह को अतर म सफलतापव(क पत

Uकया गया इसक साथ ह मानव न अतर यग म

वश Uकया इस महान उपलिBध क बाद अतर

वTान और तकनीक म अधक तजी स वकास हआ

दनाक 12 अल 1961 को +सी अतर याी यर

गागरन अतर म पहच गए व अतर म पवी

4

क पर)मा करक सकशल धरती पर वापस भी आ

गए

आज अतर यग क वकास न समत मानव जात

पर गहरा असर छोडा ह इस म हए वकास Uकसी

अ[य म हए वकास क तलना म Uकसी भी दश

को Wयादा तज गत स गत क ओर ल जात हc

हम ारभ काल स दख तो तरहवी सद म उडान क

1सफ( कqपना करन वाला मानवी आज अतर म

कोलोनी बनान का सपना दख रहा ह

अतर ampवान क उपयोगः-

आज मानव न अतर वTान एव तकनीक क म

अbवतीय मता हा1सल क ह इसी मता क कारण

ह आज हम कछ ह ण म पर yzमाड क इलSEो-

मनटक पSEम को आसानी स दख सकत हc साथ

ह दो dह क बीच का थान पण( करन वाल कवासार

पलसार [यEोन टार और Bलक-हॉल क बार म जान

सकत हc आज मानव क पास सौर-मडल का अ[वषण

करन हत यान भजन क मता ह इतना ह नह

अतर तकनीक क इस वतत मता क कारण ह

दर-सचार दरदश(न मौसम का पवा(नमान तथा

अवलोकन ाकतक ससाधन का अययन कष

आपित |यवथापन वाय दर-1शा मनोरजन

आद म तज गत स उ[नत वकास हआ ह

सदर-सवद (Remote Sensing) उपdह क मदद स पवी

5

क ाकतक ोत क वातवक िथत भौगो1लक

िथत खनज-महासागर सम ोत क अययन

सरलता स Uकय जात हc कष एव वानक क

अययन म भी अतर वTान का सहारा 1लया जाता

lsquo(लोबल पोिजशनग स-टम-जीपीएसrsquo ndashअतर वTान

क ह एक महवपण( उपलिBध ह इस णाल न

मानव क बरसो परान एव अत जटल Xन का सह

हल ढढ नकाला ह मc इस धरती पर कहा ह इस

धरती पर मरा सह थान (Location) Sया ह इस सरल

Xन का हल आज स बीस साल पहल Uकसी क पास

नह था बीस-पRचीस साल क कडी महनत क बाद

मानव आज पवी क Uकसी भी कोन म हो अपना

निXचत थान और समय सह यथाथ(ता (Accuracy) स

बता सकता ह आज हर औbयोगक म इस

णाल का महवपण( उपयोग हो रहा ह म~यतः

वमान का सह थान-अवतरण रल-सडक यातायात

का बधन सनक उपकरण म यह णाल बहत ह

उपयोगी 1स हई ह जहा सटक थान एव परश

समय क सचना मलभत आवXयकता ह उन सभी

म इस णाल न अपनी उRच अनवाय(ता साxबत कर

द ह

य म अबाधत सचार सवा जाससी उपdह क भ1मका

Uकतनी महवपण( हो गई ह इसका अनमान हम खाडी

6

य क परणाम स लगा सकत हc इस य म

अमरका तथा साथी दश न अतर तकनीUकय का

महतम उपयोग Uकया था आज कई वक1सत दश न

धरती पर नगरानी रखन क 1लए अतर म जाससी

उपdह क खला खडी कर द ह य उपdह हर पल

क जानकार यहा तक Uक 1मसाइल दाग जान या कह

पर हए परमाण वफोट का पता लगान म भी पर

तरह समथ( ह

इटरनशनल पस टशन (ISS) वत(मान क सबस बड़ी

परयोजना ह िजसम अमरका +स जापान सहत

अनक यरोपयन दश शा1मल ह यहा बहत स

अनसधान काय( अतर क वातवक पया(वरण म Uकय

जात हc यह तरता हआ अतर टशन सन 1968 स

मानव जात क सवा कर रहा ह

सामा0य जन-जीवन म1 अतर तकनीक2 का -थानः-

अतर वTान एव तकनीक न ववध म

मानवता क सवा क ह खास तौर पर दरसचार

नौसचालन भ-सवtण मौसम आपित |यवथापन

कष आद म अतर तकनीक का |यापक

उपयोग हो रहा ह आज वXव क दरथ एव दग(म

थान म 1शा तथा वशष चUकसा सवधाए दान

करन क 1लए इस उपयोग म 1लया जा रहा ह उपdह

सचार तथा सचना ौbयोगक (IT) क सम[वय स पवी

क वशाल म सचार एव सपक( |यवथा (वन

7

PXय एव सचना) वरत थापत क जा सकती ह इस

वशषता को यान म लत हए 1शा तथा दरदराज

म उचत वाय सवधाए थापत करन क 1लए

अतर तकनीक को योग म लाया जा रहा ह

लोबल वॉ1मग एव जलवाय परवत(न क समया

व+प आज वXव म हर रोज कह न कह ाकतक

आपितय (भकप सना1म च)वात आद) का बार-बार

आना आम बात हो गई ह इस सकट स नपटन क

1लए उपdह सचार सदर-सवदन और जीपीएस क मदद

स एक विXवक आपित |यवथापन नटवक( का वकास

काय( बड़ी तजी स चल रहा ह िजसस इनस होन वाला

आथ(क नकसान और मानव जानहान कम स कम हो

सकगी ऐसी अनक समाजोपयोगी अतर णा1लय

क वकास स अतर तकनीक न मानव क सामा[य

जनजीवन म अपना थान निXचत कर 1लया ह

8

अतर ampवान एव तकनीक2 म1 भारतः-

भारत म सन 1961 क दौरान परमाण ऊजा( वभाग

(DAE) को दश क सामािजक आथ(क और शातपण(

काय को काया(ि[वत करन क 1लए बाzय अतर का

उपयोग करन का काय( सौपा गया था उसक एक वष(

बाद डॉ व)म साराभाई क अयता म भारतीय

अतर अनसधान सगठन (इसरो) क थापना क गई

दनाक 21 नवबर 1963 को xव[म नजदक क

थ8बा भमयरखीय रोकट पण क[ (TERLS) स

lsquoनाइक अपाचrsquo नामक परTापी रोकट को अतर म

सफलतापव(क पत करक भारत न अतर यग म

वश Uकया

दश क अतर काय()म का म~य उXय अतर

वTान एव तकनीक का उपयोग दश क औbयोगक

आथ(क वकास क साथ-साथ जो लोग दश क दर-दराज

9

क dामीण दग(म एव सम तट म रहत हc

उनक मलभत समयाओ को सलझा कर उनका सवागी

वकास करना ह इसी महवपण( सामािजक उXय को

यान म रखत हए भारत (इसरो) न दश को अतर

तकनीक आधारत सवाए दान करन क 1लए अपन

दश म ह न1म(त कxम उपdह एव उनक पण क

मता क साथ-साथ काफ हद तक आमनभ(रता

हा1सल कर ल ह सदर-सवदन क म भी भारत क

आईआरएस णी क उपdह न दश को ववध सवधाए

दान क ह

आज भारत (इसरो) क सामन वत(मान काय क साथ-

साथ सन 2035 तक का अतर काय()म मौजद ह

िजसम

(1) पन+पयोगी पण यान (RLV)

(2) भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल (IRNSS)

(3) जीएसएलवी माक( -II तथा माक( -III का वकास

(4) चयान-2 (इसक अतग(त चमा क धरती पर एक

अवतरण मच तथा रोवर उतारन क योजना ह

(5) समानव अतर अ1भयान (HSP)

(6) साथ ह मगल dह अ1भयान श+ हो रहा ह

10

अतर उपयोग क04 (सक) क2 श8आतः-

सन 1966 म डॉ व)म साराभाई न अहमदाबाद म

ायोगक उपdह सचार भ-क[ (इEक) क थापना

क थी इसी घटना स lsquoसकrsquo क नीव रखी गई थी

श+आती दौर म (सन 1972 तक) अतर तकनीक क

व1भ[न (उपdह सचार सदर सवदन मौसम

आद) म अनसधान एव वकास काय( अहमदाबाद िथत

व1भ[न यनट म अलग-अलग जगह पर चल रहा था

इन सब को 1मला कर सन 1972 म अतर उपयोग

क[ सक क थापना क गई सक आज भारतीय

अतर अनसधान सगठन (इसरो) का एक व1शDट

क[ ह जहा कxम उपdह क पलोड वक1सत करन

स लकर उ[नत अतर ौbयोगक क सामािजक

अनयोWयता (Societal applications) स सबधत अनक

परयोजनाओ पर काय( Uकया जाता ह यह क[

म~यतः उपdह सचार सदर सवदन नौसचालन मौसम

11

वTान क उपयोग सबधी काय()म को काया(ि[वत करन

क 1लए नर[तर काय(रत ह

उपह सचार एव नौसचालन अनयोग (SNAA)-

अतर उपयोग क[ (सक) का एसएनएए उपdह

सचार (SATCOM) तथा नौसचालन (NAVIGATION) क

म व1भ[न उ[नत ौbयोगUकया एव उनक सामािजक

अनयोWयताओ क अ1भकqपना एव वकास काय( म

सU)यता स काय(रत ह

सटकोम उपयोगता काय()म अतग(त भारतीय ीय

नौसचालन उपdह णाल (IRNSS) परयोजना क 1लए

योSता अ1भdाह (USER RECEIVER) 1स8यलटर ववध

गgtतलखन िक8स कोड वXलषण वधय क

अ1भकqपना और वकास काय( इस (SNAA) bवारा

Uकया जा रहा ह इसरो क भावी एव महवाकाी

समानव अतर अ1भयान (HSP) हत कोड वभाजन बह

अ1भगम (CDMA) मोडम तथा अ[य भ-उपकरण

णा1लय का वकास भी इसी म चल रहा ह

जीसट-6 काय()म अतग(त ट व वीeडयो को[hि[सग

तथा डाटा Eा[सफर (144kbps) क 1लए सवाzय

मqटमीeडया ट1म(नल का वकास नमा(ण तथा

ौbयोगक दश(न इस bवारा सफलतापव(क Uकया

गया इसी क साथ जीसट-7 परयोजना अतग(त ट व

वॉइस कॉल क 1लए उRच आवित अ1भdाह (UHF Rx)

12

का वकास एव नमा(ण काय( भी इसी क उपलिBध

इसक अतरSत व1भ[न ौbयोगकय वकास

परयोजना अतग(त उ[नत सचार णा1लय का वकास

नमा(ण एव ौbयोगक हतातरण (Technology

Transfer) एसएनएए bवारा Uकया गया ह इ[सट

एमएसएस टाइप-सी तथा टाइप-डी ट1म(नल का अनसधान

एव वकास काय( सफलतापव(क Uकया गया इसी

(MSS-C) परयोजना अतग(त जहाज मानटरन णाल का

वकास नमा(ण तथा उसका सथापन मय सवtण

वभाग (FSI Porbandar) पोरबदर क परसर म

सफलतापव(क सप[न Uकया क[ म थापत

पसनट और सकनट सवधा का चालन भी एसएनएए

bवारा Uकया जाता ह

सचार उपdह (INSAT-3A) आधारत वपित चतावनी

षण णाल (DATS) का वकास नमा(ण तथा सथापन

काय( एसएनएए bवारा सफलतापव(क Uकया गया इस

णाल का |यावसायक उपादन एक भारतीय इकाई

bवारा Uकया गया ह इस णाल का नयण क[

(Hub) भारतीय तट रक दल क परसर म थापत

Uकया ह जो नरतर (24x7) काय(रत ह

बोपल-सक परसर म थापत भक[ (BES) भी

एसएनएए का ह एक भाग ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

13

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

सीएसएसटईपी अतग(त ए1शया एव प1सUफक क

छा क 1लए उपdह सचार उपdह-नौसचालन एव

मौसम-वTान क म नौ महन क नातकोतर

eडgtलोमा पाय)म का सपण( सचालन इस क[ bवारा

नय1मत +प स Uकया जाता ह इसक अतरSत अय

सभी सटकोम योग म इस क[ क सहायता ल

जाती ह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) भी एसएनएए स

सलन ह यह क[ म~यतः मोबाईल उपdह सवा

(एमएसएस टाइप-सी और टाइप-डी) कयका बcड सचरण

अययन क 1लए भ1मगत सवधाए दान करता ह

साथ ह आपित |यवथापन नटवक( (DMS-VPN) क

नय)म चालन तथा अनरण काय( भी दखता ह

सचार उपdह आधारत व1भ[न योग परयोजनाओ

का सचालन भी इसी क[ क िज8मदार ह

एसएनएए को उनक काय(- क अन+प

न8न1लVखत तीन dप म वभािजत Uकया गया हः

(1) चालन एव ायोगक मतावध(न dप (OESG)

(2) अकय सचार ौbयोगक dप (DCTG)

(3) उपdह सचार णाल ौbयोगक dप (SSTG)

14

उपह नौसचालन (SATNAV)-

उपdह नौसचालन ौbयोगक न नौसचालन क म

एक अभतपव( )ात थापत क ह जहा अयधक

एकयरट थान नधा(रण एव समय क सचना मलभत

आवXयकताए हc उन सभी म इस ौbयोगक न

अपनी उपयोगता क अनवाय(ता 1स कर द ह

दन-तदन अनक इस तकनीक स लाभाि[वत हो

रह हc

वत(मान म च1लत उपdह आधारत नौसचालन

णा1लय म अमरका क विXवक थान नधा(रण

णाल ndash जीपीएस ह सबस Wयादा च1लत ह अ[य

णा1लय म +स क लोनास यरोप क ग1ल1लयो एव

अ[य विXवक नौसचालन णा1लया (GNSS) काय(रत ह

15

भारत क गगन परयोजना भी जीपीएस का ह

वतारत +प ह जो भारतीय भ- म काय(रत ह

कस काय करती ह उपह नौसचालन णालः-

कोई भी अतर आधारत नौसचालन णाल म~यतः

कxम उपdह का अतर म Tान (known) थान एव

पवी पर अ1भdाह क थान इन दोन क बीच का

दर-मापन (रज मज़रमट) और उपdह स सारत

रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क समय पर

आधारत ह न8नतर चार उपdह bवारा ाgtत क

गई दर और समय क सचना को 1मला कर चार

समीकरण बनत हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक

(ोससर) bवारा सलझा कर अ1भdाह क सह थान

(पोिजशन) एव समय का परकलन Uकया जाता ह

उपdह स ाgtत सचनाओ को अ1भdाह तक पहचन को

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

दर = वग x समय (Distance = Velocity x Time) को

योग म लाया जाता ह रeडयो सकत का वग काश

वग (299792458Uकमीसकड) क समान होता ह

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक

सनिXचत समय पर नमा(ण करत हc तथा दोन क घड़ी

(clock) भी लगभग समका1लन ह बाद म उपdह bवारा

ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त सकत को एक साथ

1मलाया जाता ह इस तरह स चार उपdह bवारा

16

सारत रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क

समय (Time) क गणना क जाती ह बाद म अ1भdाह

िथत अत आधनक सगणक सोटवयर bवारा

अ1भdाह क सह थान एव समय क सचना का

नधा(रण Uकया जाता ह यथाथ( थान-नधा(रण क साथ-

साथ अयाधक सटक समय ऊचाई और गतमापन भी

इस णाल bवारा सभव हो सका ह

xकोण1मत क 1सात अनसार थान नधा(रण क

U)या म 1सफ( तीन उपdह स दरमापन पया(gtत ह

िजसस 3D थान नधा(रण क गणना सभव ह परत

उपdह क समय को उस पर लगी एट1मक Sलोक स

नापा जाता ह जो कछ ननो सकड तक क परशता

रखती ह जब Uक अ1भdाह का कद भार और लागत

न8नतर रखन हत उसक Sलोक इतनी अचक नह रखी

जाती िजसस समय क परकलन म थोड़ा सा परवत(न

(ट) आ जाता ह इस ट को [यनतम करन क 1लए

ह एक ओर उपdह स दरमापन Uकया जाता ह िजसक

सहायता स समय क अत)मण (offset) को नDका1सत

Uकया जाता ह

(लोबल पोिजशनग स-टम-जीपीएस

लोबल पोिजशनग 1सटम-जीपीएसrsquo जीपीएस ldquoनवटार

जीपीएसrdquo का परवत(त नाम ह िजसका वतत नाम

नवगशन 1सटम वथ टाइम एड रिजग लोबल

पोिजशनग 1सटम ह इस णाल क आवDकार स

17

मानव क दघ(का1लन एव सबस जटल समया का

सह समाधान 1मल गया ह मc इस धरती पर कहा ह

मरा इस धरती पर सह थान Sया ह आप अपन

सह थान (पोिजशन) को सरलता स तभी बता सकत

हc जब आपक आसपास कोई चीज या ठोस पदाथ( सदभ(

क 1लए हो उसी सदभ( स आप अपन मल थान का

पता लगा सकत हc लUकन जब आपक आसपास या

नजदक सदभ( क 1लए कछ भी नह ह आप बीच

सागर आकाश रगतान या घन जगल म ह तब

समया और भी गभीर हो सकती ह

परान समय म जब मानव न याा करना आरभ Uकया

तब वह अपन रात म पथर या कोई चीज नशानी

(सदभ() क तौर पर रख दता था और लौटत समय उसक

सदभ( स अपन मल थान पर वापस लौट आता था

यह |यवथा बहत ह सी1मत वतार क 1लए मया(दत

थी बारश या बफ( गरन पर मसीबत और भी बढ़

जाती थी बाद म मानव न जब सागर याा ारभ क

तब तो समया और भी बढ़ गई SयUक बीच सागर म

शान कहा लगाए जा सकत थ तब उसन आकाश क

ओर दखा आकाश म तार का थान और उनक

गनती क आधार पर वह अपना राता तय करन लगा

लUकन तार हमस बहत दर ह और 1सफ( रात को ह

दखत हc तथा उसक 1लए आकाश भी वRछ होना

चाहए इसक बाद दशा सचन एव नौसचालन क 1लए

कछ और उपकरण (कपास सSस[ट) का वकास Uकया

18

गया लUकन उनक यथाथ(ता पर Xनच[ह ह लगा

था

आधनक मानव न और कई इलSEोनक उपकरण

अपना कर यन Uकए लUकन उनक उपयोगता 1स

नह हो सक थी बाद म टरिEयल रeडयो आधारत

नौसचालन णाल (लोरन ओमगा)य का वकास हआ

इस णाल न नावक को दशासचन और नौकायन म

काफ मदद क लUकन इनक भी अपनी कछ मया(दाए

थी इसक बाद सन 1960 क दशक म अतर

आधारत सटनव णाल (Eािज़ट टाइमशन और

डSका)य का वकास हआ िजसम पवी क नजदक

का (एलईओ) म एक स Wयादा कxम उपdह को

थापत Uकया गया था यह णा1लया UhSव[सी

डोgtलर वचलन पर आधारत थी और उपdह स सकत

ाgtत करन म बहत तीा करनी पड़ती थी इनम

हआ थोड़ा सा भी गत परवत(न अ1भdाह (र1सवर) क

िथत म बहत बड़ी ट पदा कर दता था इ[ह

मया(दाओ न एक उRच यथाथ(ता दान कर ऐसी विXवक

नौसचालन णाल वक1सत करन को रत Uकया

सन 1970 क दशक म अमरका क रा वभाग न एक

योजना को मजर द िजसका नाम था ndash विXवक

थान नधा(रण णाल ndash जीपीएस इस योजना पर

लगातार बीस वष( तक काय( चलता रहा अत म इस

णाल न सह काम Uकया और आज मानवी दनया क

Uकसी भी कोन म हो Uकसी भी समय पर अपना

19

निXचत थान (पोिजशन) और समय वातवक काल

म आसानी स बता सकता ह

ारभ म यह णाल 1सफ( अमरक सना क नजी

उपयोग हत सी1मत थी बाद म सामा[य लोग क

उपयोग क 1लए भी इस उपलBध कराया गया आज

सनक उपयोग क अलावा म~य सामा[य उपयोग ह

1) नौसचालन (भ1म सागर एव वाय म)

2) सामा[य सवtण

3) विXवक समय का आकलन

इसक अतरSत जीपीएस अ1भdाह क उपयोगता क

कोई सीमाए नह ह आज लगभग यक ौbयोगक

म इस णाल का य या अय महतम उपयोग

हो रहा ह

3 कस काय करती ह विltवक -थान नधारण णाल

(gtच स 1)

20

जीपीएस म~यतः कxम उपdह (मानव न1म(त तार)

का अतर म थान एव अ1भdाह (र1सवर) का पवी

पर थान इन दोन क बीच का दरमापन (रज

मज़रम[ट) और उपdह स ाgtत सचना (डाटा) को

अ1भdाह तक पहचन का समय पर आधारत ह

[यनतम चार उपdह bवारा (च स 1) ाgtत क गई

दर और समय दोन को 1मला कर चार समीकरण बनत

हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक bवारा सलझा

कर अ1भdाह का सह थान और समय का परकलन

Uकया जाता ह उपdह bवारा सारत सचना को

अ1भdाह तक पहचन क समय को Tात करन क 1लए

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

= वग X समय को योग म 1लया गया ह रeडयो

सकत का वग काश वग (299792458 Uकमी त

सकड) क समान ह

च स~या-2

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक ह

21

सनिXचत समय पर उप[न करत हc और दोन क घड़ी

(एट1मक Sलोक) भी समका1लन ह बाद म उपdह

bवारा ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त दोन सकत

को एक साथ 1मला जाना ह च स~या-2 दख इस

तरह 4 उपdह bवारा सारत रeडयो सकत को

अ1भdाह तक पहचन क समय क गणना क जाती ह

जीपीएस णाल क वतत तकनीक जानकार ाgtत

करन क 1लए इस म~य तीन भाग म बाटना आवXयक

1) अतर खड (पस सगम[ट)

2) नयण एव नगरानी खड (कEोल एड मोनटरग

सगमट)

3) योSता खड (यज़र सगमट)

(1) अतर खडः-

च स~या - 3 च स~या - 4

अतर खड िजसम 24 कxम उपdह (+4 आरvत)

को पवी क अतरम मणका म (च स~या 3 और

22

4 दख) करब 20200 Uकमी क दर पर निXचत 6

काओ म थापत Uकया गया ह सभी उपdह

निXचत 12 घट म पवी का एक परमण करत हc

यक उपdह पवी पर एक ह vतज सीमा म दन

म दो बार गजरता ह अतर खड क अ1भकqपना

कछ इस कार स न1म(त क गई ह Uक Uकसी भी

समय और पवी क Uकसी भी भाग म [यनतम 4

उपdह एक ह vतज सीमा म नरतर PिDटमान रहत

हc अनभव स Tात हआ ह Uक कभी-कभी एक ह

समय पर एक ह vतज सीमा म 8-10 उपdह सदव

PिDटमान रहत हc

यक उपdह पर बहत ह यथाथ( (एSयरट) दो एट1मक

घeड़या (Sलोक) होती ह िजन क मल आवित 1023

मगाह(स होती ह इस आवित क सदभ( स उपdह

म कट सकत नमा(ण Uकय जात हc इन सकत को

पवी क ओर सतत सारत Uकया जाता ह िजसम

उपdह का अपना पहचान )माक (आईडी) समय

अतर म अपना थान (लोकशन) एव उसी समय

उसक आसपास मणशील अ[य उपdह क सपण(

जानकार सि8म1लत होती ह िजस ldquoअqमनकrdquo कहत

हc यह जानकार एक महन तक मा[य रहती ह

इन सकत को पवी क ओर सारत करन हत उपdह

दो वाहक आवितय का उपयोग करत हc जो

न8न1लVखत हः-

23

च स~या-5

1) एल-1 = 157542 मगाहट(ज (MHz)

2) एल-2 = 122760 मगाहट(ज (MHz)

एल-1 वाहक आवित िजस पर दो कट सकत (कोड)

अध1मत Uकए जात हc (च स~या-5 दख)

1) सीए कोड जो 1023 MHz मल आवित पर और

2) पी कोड िजस 1023 MHz मल आवित पर

अध1मत Uकया जाता ह

एल-2 वाहक आवित पर 1सफ( पी कोड 1023 MHz

मल आवित पर अध1मत Uकया जाता ह पी कोड

कवल अमरक सना क नजी उपयोग क 1लए ह

सी1मत रखा गया ह

पवी पर िथत जीपीएस अ1भdाह उपरोSत सकत का

उपयोग अतर म उपdह का थान समय एव उस

24

समय अ[य उपdह क अतर म वत(मान िथत

जानन क 1लए करता ह इन सकत का म~य उपयोग

अतर म उपdह क वत(मान िथत (लोकशन) एव

पवी पर अ1भdाह क बीच का दरमापन (रज) करना

ह न8नतम 4 उपdह bवारा ाgtत सकत स दरमापन

U)या सप[न करक अ1भdाह क सह थान क

सगणना क जाती ह

(2) नयण एव नगरानी खडः

च स~या-6

अतर म थापत सभी 24 उपdह पर नगरानी

रखन क 1लए पवी पर भमय रखा क आसपास 1

म~य नयण क एव 5 नगरानी भ-क (च स~या-

6) )मशः कोलोराडो एक[सन (Ascension) eडयागो

(Diego) Sवाजलन (Kwajalein) तथा हवाई (Hawaii) म

काय(रत ह य सभी भ-क णाल क सभी उपdह क

साथ नरतर सपक( बनाए रखत हc एक बहत ह

महवपण( काय( इस खड bवारा काया(ि[वत Uकया जाता

ह Uक मणका म घम रह सभी उपdह का अनवत(न

(EUकग) कर क उनक कीय िथत क सटक जाच

करना और उन पर िथत एट1मक Sलोक को

25

असशोधत कर क अगर उसम कछ टया ह तो उस

सधार कर म~य नयण क bवारा सभी उपdह को

पनः सारत करना ह िजसस यक उपdह क पास

उसक अतर म वातवक सह िथत एव समय क

जानकार उपलBध करायी जाती ह यह जानकार पवी

पर िथत जीपीएस अ1भdाह क 1लए बहत ह आवXयक

होती ह

3) योEता खडः

इसक अतग(त जीपीएस अ1भdाह (र1सवर) जो उपdह

bवारा सारत कट सकत को अपन सगणक bवारा

वXलषण करक पवी पर अपना निXचत थान और

समय क सचना ाgtत करत हc इस अ1भdाह का

उपयोग कोई भी सामा[य |यिSत आसानी स कर सकता

न8न1लVखत उपयोग हत जीपीएस णाल अयत

महवपण( 1स हई हः

1) स[य सवtण

2) भ-सवtण

3) नौ-सचालन (भ1म सागर एव वाय म)

4) भ-गतUकय अययन

5) वाहन यातायात (रल सडक) नयण एव बधन

6) ववध याxक नयण णा1लया

7) वXव म कह भी समय को समका1लन (1स)ोनाइज़)

करन क 1लए

8) विXवक भकप सनामी जसी ाकतक आपितय क

बधन म

26

भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल

ndash आईआरएनएसएस

उपdह नौसचालन णाल क बहहतक व1शDटताओ को

दखत हए वत(मान समय म इस णाल का कोई

वकqप नह ह जीपीएस क सवाए भारतीय भ- म

सरलता स उपलBध ह लUकन आपातकाल या य क

दौरान यह सवधा हम उपलBध ना हो या Uफर इस

णाल bवारा ाgtत सचनाओ को टज[य भी Uकया जा

सकता ह SयUक यह णाल सपण(तः अमरका क

रा वभाग bवारा नयxत ह सvgtत म कहा जाय

तो आपातकाल म जीपीएस क सवाए सदहापद ह

उपरोSत वात को यान म रखत हए भारत (इसरो) भी

दश क नौसचालनय आवXयकता को (सनक तथा

असनक सभी) को परा करन क 1लए सपण(तः वायत

एव वनयxत ीय नौसचालन उपdह णाल-

आईआरएनएसएस थापत करन जा रहा ह जो

भारतीय उपमहाbवीप म व1भ[न उपयोगकता(ओ को

27

सह यथाथ(ता स थान-नधा(रण नौसचालन एव समय

क सचना जसी आवXयक सवाए दान करगी बाद म

अतरSत घटक को शा1मल करन क सामय(ता स इस

वतारत भी Uकया जा सकता ह िजसस पडोसी

को उपरोSत यथाथ(ता स नौसचालन सवाए दान क जा

सक

नFपादन उGltय

bull दश क नौसचालनय आवXयकता को को परा

करन क 1लए सपण(तः वायत एव वनयxत

ीय नौसचालन उपdह णाल का अ1भकqपन

वकास एव काया([वयन

bull उRच यथाथ(ता स थान-नधा(रण (lt 20 मीटर)

एव समय क सचना (lt10-20 ननो सकड)

bull आयनमडलय सशोधन क साथ सभी ऋत म

चालन

bull उRचतम उपलBधता (24 X 7) 999

bull भारतीय भ- उपरात 1500 Uक मी क

आसपास म भी उRच यथाथ(ता स

नौसचालन सवा उपलBध

bull बाद म इसक सवा को )मशः वतत भी

Uकया जाएगा िजसस पडोसी को उपरोSत

यथाथ(ता स नौसचालन सवधा उपलBध हो सक

इस तावत ीय नौसचालन णाल क म~य तीन

भाग ह -

1 अतर खड (पस सगमट)

28

2 भ1म खड (dाउड सगमट)

3 उपयोगकता( खड (यजर सगमट)

(1) अतर खड - Uकसी भी अतर आधारत

नौसचालन णाल म उपयोग कता( को िथतनधा(रण

U)या हत [यनतम चार उपdह क नरतर PDयता

अयावXयक ह इस1लए व1भ[न उपdहय तारमडल

का अययन Uकया गया अनक वकqप सोच गए

उनका क8gtयटर 1स8यलशन भी Uकया गया कम

लागत सरल चालन उपयोगकता( को पाई जान वाल

यथाथ(ता एव सवा को यान म रखन हए गहन

अययन क पXचात इस तावत नौसचालन णाल क

1लए सात उपdह का तारामडल निXचत Uकया गया

िजसम तीन उपdह भ-िथर मणका (GEO) म

)मश 34deg83deg132deg रखाश पर थापत Uकए जाएग

शष चार उपdह म स दो उपdह भ-तqयकाल मण

का (GSO) म 55deg अाश पर और अ[य दो 111deg

अाश पर 29deg झकाव क साथ थापत Uकए जाएग

इस कार क Wया1मतय सरचना स सात उपdह

नरतर भारतीय भ- (सवा ) म उपयोगकता(ओ को

िथत नधा(रण U)या हत हमशा PDटमान रहग इस

तारामडलय सरचना स 30 स बहतर क जीडीओपी

(GDOP) ािgtत भी सनिXचत क गई ह इन सभी

उपdह को भारतीय वीय उपdह पण यान

(पीएसएलवी) bवारा सतीश धवन उपdह क

29

(ीहरकोटा) स अतर भ-थानातरण मणका म

पत Uकया जाएगा

उपह स8पण - इस णाल क सभी सात उपdह क

सरचना एक समान होगी दायभार एव अ[य सभी

उपकरण इसरो क कqपना बस म वशष नौसचालन

अ1भयान हत आवXयक परवत(न करक समि[वत Uकया

गया ह उपdह का उथापन वजन (Lift of Mass)

1425 Uकdा क साथ-साथ शDक वजन (Dry Mass)

616 Uकdा होगा सौर पनल का 215 मीX18

मी रखा गया ह जो 1268 वॉट पावर ऊजा( दगा

dहण क दौरान ऊजा( पत ( क 1लए 64 Ah Li-ion बटर

भी रखी गई ह इन सभी उपdह को भ1म-खड िथत

सवा म वतरत नयण क bग bवारा नरतर

मॉनीटर Uकया जाएगा

(2) भ म खड- भ1म खड म~यत अतर म उपdह

तारामडल का नयण सचालन एव नौसचालन

आकड़ नमा(ण करन क 1लए अवरत काय(

करगा इस भ1म खड म न8न1लVखत आवXयक

सवधाए होगी

1 उपdह नयण क

2 नौसचालन नयण क

3 परासन क (सीडीएमए एव लसर परासन)

4 समय एव आकड़ा उव(-कड़ी टशन

5 आकड़ा सचार जाल

30

उपdह क अतर म सह िथत उनक का

सबधी ताजा-सचनाए ािgtत क 1लए दर1मत-दरादश

एव आयनमडलय मॉडलग सशोधन U)या क 1लए

20 परास एव इटdीट मॉनीटरग टशन (IRIMs)

सपण( सवा म वतरत Uकए जाएग िजनम 6

सीडीममए परासन 1 लसर परासन क bग एव 1

परमािवक घड़ी स सिWजत नटवक( टाई1मग सटर

भी शा1मल ह

नौसचालन नयण क का म~य काय( त क आकड़ा

सचार जाल bवारा ाgtत सचनाओ को ससाधत करक

एक परभाषत नौसचालन सदश का नमा(ण करना

िजसम उपdह क अतर म कvय िथत समय

आयनमडलय ट-सशोधन एव अ[य सशोधत सचनाए

हो ह उनको त क अप-1लक टशन को भजना ह

(3) उपयोगकता खड - उपयोगकता( खड म उपभोSता

अपन नौसचालन अ1भdाह (रसीवर) क जरए भारतीय

भ- (भ1म वाय एव सम) म सह िथत नधा(रण

सवा सटक समय क जानकार ाgtत कर सकत ह

इस णाल bवारा विXवक िथत नधा(रण णाल

(जीपीएस) क समान दो कार क सवाए उपलBध कराई

जाएगी िजसम (1) सामा[य िथत नधा(रण सवा

जो सभी कार क उपभोSताओ को सरलता स उपलBध

31

होगी िजसम lt20 मी तक क यथाथ(ता अपvत ह

और (2) 1स1मत(Restricted) िथत नधा(रण सवा जो

1स1मत ाधकत उपभोSताओ को ह उपलBध होगी इस

सवा क यथाथ(ता सामा[य िथत नधा(रण सवा स कई

गना बहतर होगी इस सवा म थान (पोिजशन) क

अतरSत सटक समय क सचना भी शा1मल ह और

य सभी सकत एि[)gtटड िथत म होग इस सवा को

ाgtत करन क 1लए bव-आकत अ1भdाह का उपयोग

करना होगा

32

उपह सचार (SATCOM)

पछल चार दशक म हमन दश क सवागी वकास म

भारतीय अतर काय()म का भाव दखा ह इस

काय()म म उपdह सचार णा1लय क भ1मका अयत

महवपण( ह उपdह सचार ौbयोगक bवारा पवी क

वशाल म आथ(क PिDट स सती (LOW COST) एव

वXवसनीय सचार तथा सपक( |यवथा थापत क जा

सकती ह दश का समd वकास तभी सभव होगा जब

हम दश क दर-दराज क दग(म एव dामीण म

आपसी सचार तथा सपक( |यवथा कायम कर पायग

िजसम उपdह सचार ौbयोगक एक मा वXवसनीय

तकनीक ह आज हमार दश म इ[सट तथा जीसट

णी क अनक सचार उपdह dामसट वीआरएस

(Village Resources System) एव अ[य अनक

परयोजनाओ क अतग(त दरसचार दरदश(न सारण

1शा वाय भ1म जगल एव सम सवtण

33

उ[नत मौसम मानटरन आपित |यवथापन जसी

अनक जन-कqयाणकार सवधाए दान कर रह हc

भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) क

अहमदाबाद क (SAC) का एसएनएए उपdह सचार

अनयोग अतग(त व1भ[न णा1लया एव उपकरण क

वकास तथा नमा(ण काय( म काय(रत ह िजसम मख

ह-

(1) Iलट मानटरन णालः-

इ[सट-एमएसएस आधारत लट मानटरन णाल

(FMS) म~यतः दश क परवहन (सड़क रल सम)

म काय(रत व1भ[न सगठन उbयोग क आवXयकताओ

को यान म रख कर वकसीत क गई ह यह सचार

उपdह आधारत वय सचा1लत लट मानटरन णाल

ह िजसक सवाए भारतीय उपमहाbवीप उपरात

सागर म भी उपलBध ह परवहन सचालक अपन

लट क वत(मान अपिथत (पोिजशन) समय एव

उनक सामयक गत पर ऑन-लाइन नगरानी रखन क

1लए इस योग म ल सकत हc आकिमक परिथत

म लट bवारा सvgtत सदश (Short messages of 40

34

characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

35

सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

I

उपमह सचार एव नौसचालन अन योग कषऽ

एक झलक

िजतनि खडर एससीटीडी एसएनएए

अतिरकष उपयोग क ि

अहमदाबाद

II

पःतकालय एव लख भाग

अतिरकष उपयोग क ि

अहमदाबाद ISBN

II

III

कल छा को अतर उपयोग

क क गतवधय स परचत

करान हत एव उनम भारतीय

अतर काय()म क त +च

जागत करन हत हद म यह

पितका का1शत क जा रह ह टलवज़न

ट1लको8यनकशन (सचार) मायम स हम सब भलभात

परचत ह सटकॉम एव नवीगशन एgtलकशन एरया

(SNAA) यह सब णाल क वकास एव उपयोगी उपकरण

वक1सत करन का दायव नभाता ह यह पितका

एसएनएए क वितय का Bयौरा दती ह

जस हद राDE को जोड़न का काय( करती ह उसी तरह

सटलाइट को8यनकशन एव सटलाइट नवीगशन णा1लया भी

राDE को जोड़न का काय( करती ह

इस पितका क 1लए हद क एव सभी काय(कता(ओ को

हाद(क बधाई एव शभकामनाए

कएस परख

उप नदशक एसएनएए

अतर उपयोग क (इसरो)

अहमदाबाद

I

1

उपह सचार एव नौसचालन अनयोग

(SNAA) एक झलक

अतर क अनगनत रहय को जानन और समझन

क िजजीवषा मानव जगत म सदय स चल आ रह

ह Pढ इRछा शिSत एव वTान क तज बढत कदम न

अब अतर क कछ रहय को उजागर Uकया ह और

यह 1सल1सला नरतर चल रहा ह

कछ समय पहल आपन अखबार क सVख(य म पढा

होगा Uक भारतीय मल क अमरकन अतर याी

सनता व1लय8स न अतर म सबस Wयादा दन तक

रहन का वXवव)म थापत Uकया सनता न

अतर क वातवक पया(वरण म ऐस अनक समाज

उपयोगी योग Uकय िज[ह पवी पर करना लगभग

असभव था कछ समय पहल भारत न भी अपना सौवा

अतर 1मशन सफलतापव(क सप[न कर क समत

वXव को अपनी ओर आकष(त Uकया था

भारत क महान वTानक डॉ व)म साराभाई न भी

कहा था Uक ndash lsquoमानव और समाज क मलभत

समयाओ को सलझान क 1लए उ[नत तकनीक क

अनयोग म हम Uकसी स भी पीछ नह रहना चाहयlsquo

आज यद कोई ऐसा ह िजसस मानवी तज गत स

अपना सवागी वकास कर सकता हो तो अवXय ह वह

2

अतर वTान एव तकनीक का ह उपरोSत

तय को समझत हए भारतीय अतर अनसधान

सगठन इसरो अपन व1भ[न क क मायम स

अतर वTान और ौbयोगक क म ववध

सामािजक परयोजनाओ पर काय( कर रहा ह तो आइय

दखत हc ndash भारत न अतर वTान क म कहा

तक गत हा1सल क ह

पव भ मकाः-

ऐतहा1सक काल स ह दख तो मानव क उ[नत

वTान और तकनीक क वकास स जडी ह अगर हम

ारभ स दख तो आधनक काल म िजन लोग न उडन

क सबध म गभीरता स वचार Uकया था उनम तरहवी

सद का एक अdजी पादर भी शा1मल था वह यह

यान स दखता था Uक चeडया Uकस कार स उडती ह

कभी-कभी वह वतः भी सोचता था Uक अगर बनावट

पख लगा दय जाय तो आदमी भी आकाश म उड

सकता ह

hा[स म सतरहवी सद म उडान क वषय म गभीर

योग हए थ सन 1783 म दो hासीसी नौजवान न

गरम हवा क रशम क गBबार (Hot Air Balloon) म बठ

कर आकाश म उडन का सफल योग Uकया था बाद

म हवाई जहाज का भी आवDकार हआ सन 1920 म

hास क ह एक सना अधकार न हवाई जहाज बनान

3

म सफलता हा1सल क उनका नाम था ndash काउट

झप1लन इसी दौरान पEोल इजन स चलन वाला

वाययान भी बनाया गया िजस उडान क बार म

मानवी तरहवी सद म कवल कqपना करता था उसी

उडान को वह उ[नीसवी सद म सफलतापव(क कर सका

सन 1865 म जल वनt (JULES VERNE) नामक लखक

(Science fiction) न पता लगाया Uक अगर Uकसी चीज

को अत वग स ऊपर आकाश क ओर फc का जाए तो

वह धरती क पकड स छट कर अतर म चल जाएगी

और धरती पर वापस नह आएगी वह पवी क उपdह

क +प म नधा(रत गत म पवी क दvणा करती

रहगी एक और अधक कqपनाओ को यिSतसगत

बनाकर परवत(न और योग करत-करत मानव को

वXवास होन लगा Uक अतर म पहचना मिXकल ज+र

ह परत असभव नह ह Uफर रोकट क अवDकार न

वायमडल स बाहर उड सकन का माग( शत Uकया

और चमा तक पहचन का माग( भी खोल दया

दनाक 04-10-1957 को +स bवारा पतनक-1 नामक

कxम उपdह को अतर म सफलतापव(क पत

Uकया गया इसक साथ ह मानव न अतर यग म

वश Uकया इस महान उपलिBध क बाद अतर

वTान और तकनीक म अधक तजी स वकास हआ

दनाक 12 अल 1961 को +सी अतर याी यर

गागरन अतर म पहच गए व अतर म पवी

4

क पर)मा करक सकशल धरती पर वापस भी आ

गए

आज अतर यग क वकास न समत मानव जात

पर गहरा असर छोडा ह इस म हए वकास Uकसी

अ[य म हए वकास क तलना म Uकसी भी दश

को Wयादा तज गत स गत क ओर ल जात हc

हम ारभ काल स दख तो तरहवी सद म उडान क

1सफ( कqपना करन वाला मानवी आज अतर म

कोलोनी बनान का सपना दख रहा ह

अतर ampवान क उपयोगः-

आज मानव न अतर वTान एव तकनीक क म

अbवतीय मता हा1सल क ह इसी मता क कारण

ह आज हम कछ ह ण म पर yzमाड क इलSEो-

मनटक पSEम को आसानी स दख सकत हc साथ

ह दो dह क बीच का थान पण( करन वाल कवासार

पलसार [यEोन टार और Bलक-हॉल क बार म जान

सकत हc आज मानव क पास सौर-मडल का अ[वषण

करन हत यान भजन क मता ह इतना ह नह

अतर तकनीक क इस वतत मता क कारण ह

दर-सचार दरदश(न मौसम का पवा(नमान तथा

अवलोकन ाकतक ससाधन का अययन कष

आपित |यवथापन वाय दर-1शा मनोरजन

आद म तज गत स उ[नत वकास हआ ह

सदर-सवद (Remote Sensing) उपdह क मदद स पवी

5

क ाकतक ोत क वातवक िथत भौगो1लक

िथत खनज-महासागर सम ोत क अययन

सरलता स Uकय जात हc कष एव वानक क

अययन म भी अतर वTान का सहारा 1लया जाता

lsquo(लोबल पोिजशनग स-टम-जीपीएसrsquo ndashअतर वTान

क ह एक महवपण( उपलिBध ह इस णाल न

मानव क बरसो परान एव अत जटल Xन का सह

हल ढढ नकाला ह मc इस धरती पर कहा ह इस

धरती पर मरा सह थान (Location) Sया ह इस सरल

Xन का हल आज स बीस साल पहल Uकसी क पास

नह था बीस-पRचीस साल क कडी महनत क बाद

मानव आज पवी क Uकसी भी कोन म हो अपना

निXचत थान और समय सह यथाथ(ता (Accuracy) स

बता सकता ह आज हर औbयोगक म इस

णाल का महवपण( उपयोग हो रहा ह म~यतः

वमान का सह थान-अवतरण रल-सडक यातायात

का बधन सनक उपकरण म यह णाल बहत ह

उपयोगी 1स हई ह जहा सटक थान एव परश

समय क सचना मलभत आवXयकता ह उन सभी

म इस णाल न अपनी उRच अनवाय(ता साxबत कर

द ह

य म अबाधत सचार सवा जाससी उपdह क भ1मका

Uकतनी महवपण( हो गई ह इसका अनमान हम खाडी

6

य क परणाम स लगा सकत हc इस य म

अमरका तथा साथी दश न अतर तकनीUकय का

महतम उपयोग Uकया था आज कई वक1सत दश न

धरती पर नगरानी रखन क 1लए अतर म जाससी

उपdह क खला खडी कर द ह य उपdह हर पल

क जानकार यहा तक Uक 1मसाइल दाग जान या कह

पर हए परमाण वफोट का पता लगान म भी पर

तरह समथ( ह

इटरनशनल पस टशन (ISS) वत(मान क सबस बड़ी

परयोजना ह िजसम अमरका +स जापान सहत

अनक यरोपयन दश शा1मल ह यहा बहत स

अनसधान काय( अतर क वातवक पया(वरण म Uकय

जात हc यह तरता हआ अतर टशन सन 1968 स

मानव जात क सवा कर रहा ह

सामा0य जन-जीवन म1 अतर तकनीक2 का -थानः-

अतर वTान एव तकनीक न ववध म

मानवता क सवा क ह खास तौर पर दरसचार

नौसचालन भ-सवtण मौसम आपित |यवथापन

कष आद म अतर तकनीक का |यापक

उपयोग हो रहा ह आज वXव क दरथ एव दग(म

थान म 1शा तथा वशष चUकसा सवधाए दान

करन क 1लए इस उपयोग म 1लया जा रहा ह उपdह

सचार तथा सचना ौbयोगक (IT) क सम[वय स पवी

क वशाल म सचार एव सपक( |यवथा (वन

7

PXय एव सचना) वरत थापत क जा सकती ह इस

वशषता को यान म लत हए 1शा तथा दरदराज

म उचत वाय सवधाए थापत करन क 1लए

अतर तकनीक को योग म लाया जा रहा ह

लोबल वॉ1मग एव जलवाय परवत(न क समया

व+प आज वXव म हर रोज कह न कह ाकतक

आपितय (भकप सना1म च)वात आद) का बार-बार

आना आम बात हो गई ह इस सकट स नपटन क

1लए उपdह सचार सदर-सवदन और जीपीएस क मदद

स एक विXवक आपित |यवथापन नटवक( का वकास

काय( बड़ी तजी स चल रहा ह िजसस इनस होन वाला

आथ(क नकसान और मानव जानहान कम स कम हो

सकगी ऐसी अनक समाजोपयोगी अतर णा1लय

क वकास स अतर तकनीक न मानव क सामा[य

जनजीवन म अपना थान निXचत कर 1लया ह

8

अतर ampवान एव तकनीक2 म1 भारतः-

भारत म सन 1961 क दौरान परमाण ऊजा( वभाग

(DAE) को दश क सामािजक आथ(क और शातपण(

काय को काया(ि[वत करन क 1लए बाzय अतर का

उपयोग करन का काय( सौपा गया था उसक एक वष(

बाद डॉ व)म साराभाई क अयता म भारतीय

अतर अनसधान सगठन (इसरो) क थापना क गई

दनाक 21 नवबर 1963 को xव[म नजदक क

थ8बा भमयरखीय रोकट पण क[ (TERLS) स

lsquoनाइक अपाचrsquo नामक परTापी रोकट को अतर म

सफलतापव(क पत करक भारत न अतर यग म

वश Uकया

दश क अतर काय()म का म~य उXय अतर

वTान एव तकनीक का उपयोग दश क औbयोगक

आथ(क वकास क साथ-साथ जो लोग दश क दर-दराज

9

क dामीण दग(म एव सम तट म रहत हc

उनक मलभत समयाओ को सलझा कर उनका सवागी

वकास करना ह इसी महवपण( सामािजक उXय को

यान म रखत हए भारत (इसरो) न दश को अतर

तकनीक आधारत सवाए दान करन क 1लए अपन

दश म ह न1म(त कxम उपdह एव उनक पण क

मता क साथ-साथ काफ हद तक आमनभ(रता

हा1सल कर ल ह सदर-सवदन क म भी भारत क

आईआरएस णी क उपdह न दश को ववध सवधाए

दान क ह

आज भारत (इसरो) क सामन वत(मान काय क साथ-

साथ सन 2035 तक का अतर काय()म मौजद ह

िजसम

(1) पन+पयोगी पण यान (RLV)

(2) भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल (IRNSS)

(3) जीएसएलवी माक( -II तथा माक( -III का वकास

(4) चयान-2 (इसक अतग(त चमा क धरती पर एक

अवतरण मच तथा रोवर उतारन क योजना ह

(5) समानव अतर अ1भयान (HSP)

(6) साथ ह मगल dह अ1भयान श+ हो रहा ह

10

अतर उपयोग क04 (सक) क2 श8आतः-

सन 1966 म डॉ व)म साराभाई न अहमदाबाद म

ायोगक उपdह सचार भ-क[ (इEक) क थापना

क थी इसी घटना स lsquoसकrsquo क नीव रखी गई थी

श+आती दौर म (सन 1972 तक) अतर तकनीक क

व1भ[न (उपdह सचार सदर सवदन मौसम

आद) म अनसधान एव वकास काय( अहमदाबाद िथत

व1भ[न यनट म अलग-अलग जगह पर चल रहा था

इन सब को 1मला कर सन 1972 म अतर उपयोग

क[ सक क थापना क गई सक आज भारतीय

अतर अनसधान सगठन (इसरो) का एक व1शDट

क[ ह जहा कxम उपdह क पलोड वक1सत करन

स लकर उ[नत अतर ौbयोगक क सामािजक

अनयोWयता (Societal applications) स सबधत अनक

परयोजनाओ पर काय( Uकया जाता ह यह क[

म~यतः उपdह सचार सदर सवदन नौसचालन मौसम

11

वTान क उपयोग सबधी काय()म को काया(ि[वत करन

क 1लए नर[तर काय(रत ह

उपह सचार एव नौसचालन अनयोग (SNAA)-

अतर उपयोग क[ (सक) का एसएनएए उपdह

सचार (SATCOM) तथा नौसचालन (NAVIGATION) क

म व1भ[न उ[नत ौbयोगUकया एव उनक सामािजक

अनयोWयताओ क अ1भकqपना एव वकास काय( म

सU)यता स काय(रत ह

सटकोम उपयोगता काय()म अतग(त भारतीय ीय

नौसचालन उपdह णाल (IRNSS) परयोजना क 1लए

योSता अ1भdाह (USER RECEIVER) 1स8यलटर ववध

गgtतलखन िक8स कोड वXलषण वधय क

अ1भकqपना और वकास काय( इस (SNAA) bवारा

Uकया जा रहा ह इसरो क भावी एव महवाकाी

समानव अतर अ1भयान (HSP) हत कोड वभाजन बह

अ1भगम (CDMA) मोडम तथा अ[य भ-उपकरण

णा1लय का वकास भी इसी म चल रहा ह

जीसट-6 काय()म अतग(त ट व वीeडयो को[hि[सग

तथा डाटा Eा[सफर (144kbps) क 1लए सवाzय

मqटमीeडया ट1म(नल का वकास नमा(ण तथा

ौbयोगक दश(न इस bवारा सफलतापव(क Uकया

गया इसी क साथ जीसट-7 परयोजना अतग(त ट व

वॉइस कॉल क 1लए उRच आवित अ1भdाह (UHF Rx)

12

का वकास एव नमा(ण काय( भी इसी क उपलिBध

इसक अतरSत व1भ[न ौbयोगकय वकास

परयोजना अतग(त उ[नत सचार णा1लय का वकास

नमा(ण एव ौbयोगक हतातरण (Technology

Transfer) एसएनएए bवारा Uकया गया ह इ[सट

एमएसएस टाइप-सी तथा टाइप-डी ट1म(नल का अनसधान

एव वकास काय( सफलतापव(क Uकया गया इसी

(MSS-C) परयोजना अतग(त जहाज मानटरन णाल का

वकास नमा(ण तथा उसका सथापन मय सवtण

वभाग (FSI Porbandar) पोरबदर क परसर म

सफलतापव(क सप[न Uकया क[ म थापत

पसनट और सकनट सवधा का चालन भी एसएनएए

bवारा Uकया जाता ह

सचार उपdह (INSAT-3A) आधारत वपित चतावनी

षण णाल (DATS) का वकास नमा(ण तथा सथापन

काय( एसएनएए bवारा सफलतापव(क Uकया गया इस

णाल का |यावसायक उपादन एक भारतीय इकाई

bवारा Uकया गया ह इस णाल का नयण क[

(Hub) भारतीय तट रक दल क परसर म थापत

Uकया ह जो नरतर (24x7) काय(रत ह

बोपल-सक परसर म थापत भक[ (BES) भी

एसएनएए का ह एक भाग ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

13

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

सीएसएसटईपी अतग(त ए1शया एव प1सUफक क

छा क 1लए उपdह सचार उपdह-नौसचालन एव

मौसम-वTान क म नौ महन क नातकोतर

eडgtलोमा पाय)म का सपण( सचालन इस क[ bवारा

नय1मत +प स Uकया जाता ह इसक अतरSत अय

सभी सटकोम योग म इस क[ क सहायता ल

जाती ह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) भी एसएनएए स

सलन ह यह क[ म~यतः मोबाईल उपdह सवा

(एमएसएस टाइप-सी और टाइप-डी) कयका बcड सचरण

अययन क 1लए भ1मगत सवधाए दान करता ह

साथ ह आपित |यवथापन नटवक( (DMS-VPN) क

नय)म चालन तथा अनरण काय( भी दखता ह

सचार उपdह आधारत व1भ[न योग परयोजनाओ

का सचालन भी इसी क[ क िज8मदार ह

एसएनएए को उनक काय(- क अन+प

न8न1लVखत तीन dप म वभािजत Uकया गया हः

(1) चालन एव ायोगक मतावध(न dप (OESG)

(2) अकय सचार ौbयोगक dप (DCTG)

(3) उपdह सचार णाल ौbयोगक dप (SSTG)

14

उपह नौसचालन (SATNAV)-

उपdह नौसचालन ौbयोगक न नौसचालन क म

एक अभतपव( )ात थापत क ह जहा अयधक

एकयरट थान नधा(रण एव समय क सचना मलभत

आवXयकताए हc उन सभी म इस ौbयोगक न

अपनी उपयोगता क अनवाय(ता 1स कर द ह

दन-तदन अनक इस तकनीक स लाभाि[वत हो

रह हc

वत(मान म च1लत उपdह आधारत नौसचालन

णा1लय म अमरका क विXवक थान नधा(रण

णाल ndash जीपीएस ह सबस Wयादा च1लत ह अ[य

णा1लय म +स क लोनास यरोप क ग1ल1लयो एव

अ[य विXवक नौसचालन णा1लया (GNSS) काय(रत ह

15

भारत क गगन परयोजना भी जीपीएस का ह

वतारत +प ह जो भारतीय भ- म काय(रत ह

कस काय करती ह उपह नौसचालन णालः-

कोई भी अतर आधारत नौसचालन णाल म~यतः

कxम उपdह का अतर म Tान (known) थान एव

पवी पर अ1भdाह क थान इन दोन क बीच का

दर-मापन (रज मज़रमट) और उपdह स सारत

रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क समय पर

आधारत ह न8नतर चार उपdह bवारा ाgtत क

गई दर और समय क सचना को 1मला कर चार

समीकरण बनत हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक

(ोससर) bवारा सलझा कर अ1भdाह क सह थान

(पोिजशन) एव समय का परकलन Uकया जाता ह

उपdह स ाgtत सचनाओ को अ1भdाह तक पहचन को

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

दर = वग x समय (Distance = Velocity x Time) को

योग म लाया जाता ह रeडयो सकत का वग काश

वग (299792458Uकमीसकड) क समान होता ह

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक

सनिXचत समय पर नमा(ण करत हc तथा दोन क घड़ी

(clock) भी लगभग समका1लन ह बाद म उपdह bवारा

ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त सकत को एक साथ

1मलाया जाता ह इस तरह स चार उपdह bवारा

16

सारत रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क

समय (Time) क गणना क जाती ह बाद म अ1भdाह

िथत अत आधनक सगणक सोटवयर bवारा

अ1भdाह क सह थान एव समय क सचना का

नधा(रण Uकया जाता ह यथाथ( थान-नधा(रण क साथ-

साथ अयाधक सटक समय ऊचाई और गतमापन भी

इस णाल bवारा सभव हो सका ह

xकोण1मत क 1सात अनसार थान नधा(रण क

U)या म 1सफ( तीन उपdह स दरमापन पया(gtत ह

िजसस 3D थान नधा(रण क गणना सभव ह परत

उपdह क समय को उस पर लगी एट1मक Sलोक स

नापा जाता ह जो कछ ननो सकड तक क परशता

रखती ह जब Uक अ1भdाह का कद भार और लागत

न8नतर रखन हत उसक Sलोक इतनी अचक नह रखी

जाती िजसस समय क परकलन म थोड़ा सा परवत(न

(ट) आ जाता ह इस ट को [यनतम करन क 1लए

ह एक ओर उपdह स दरमापन Uकया जाता ह िजसक

सहायता स समय क अत)मण (offset) को नDका1सत

Uकया जाता ह

(लोबल पोिजशनग स-टम-जीपीएस

लोबल पोिजशनग 1सटम-जीपीएसrsquo जीपीएस ldquoनवटार

जीपीएसrdquo का परवत(त नाम ह िजसका वतत नाम

नवगशन 1सटम वथ टाइम एड रिजग लोबल

पोिजशनग 1सटम ह इस णाल क आवDकार स

17

मानव क दघ(का1लन एव सबस जटल समया का

सह समाधान 1मल गया ह मc इस धरती पर कहा ह

मरा इस धरती पर सह थान Sया ह आप अपन

सह थान (पोिजशन) को सरलता स तभी बता सकत

हc जब आपक आसपास कोई चीज या ठोस पदाथ( सदभ(

क 1लए हो उसी सदभ( स आप अपन मल थान का

पता लगा सकत हc लUकन जब आपक आसपास या

नजदक सदभ( क 1लए कछ भी नह ह आप बीच

सागर आकाश रगतान या घन जगल म ह तब

समया और भी गभीर हो सकती ह

परान समय म जब मानव न याा करना आरभ Uकया

तब वह अपन रात म पथर या कोई चीज नशानी

(सदभ() क तौर पर रख दता था और लौटत समय उसक

सदभ( स अपन मल थान पर वापस लौट आता था

यह |यवथा बहत ह सी1मत वतार क 1लए मया(दत

थी बारश या बफ( गरन पर मसीबत और भी बढ़

जाती थी बाद म मानव न जब सागर याा ारभ क

तब तो समया और भी बढ़ गई SयUक बीच सागर म

शान कहा लगाए जा सकत थ तब उसन आकाश क

ओर दखा आकाश म तार का थान और उनक

गनती क आधार पर वह अपना राता तय करन लगा

लUकन तार हमस बहत दर ह और 1सफ( रात को ह

दखत हc तथा उसक 1लए आकाश भी वRछ होना

चाहए इसक बाद दशा सचन एव नौसचालन क 1लए

कछ और उपकरण (कपास सSस[ट) का वकास Uकया

18

गया लUकन उनक यथाथ(ता पर Xनच[ह ह लगा

था

आधनक मानव न और कई इलSEोनक उपकरण

अपना कर यन Uकए लUकन उनक उपयोगता 1स

नह हो सक थी बाद म टरिEयल रeडयो आधारत

नौसचालन णाल (लोरन ओमगा)य का वकास हआ

इस णाल न नावक को दशासचन और नौकायन म

काफ मदद क लUकन इनक भी अपनी कछ मया(दाए

थी इसक बाद सन 1960 क दशक म अतर

आधारत सटनव णाल (Eािज़ट टाइमशन और

डSका)य का वकास हआ िजसम पवी क नजदक

का (एलईओ) म एक स Wयादा कxम उपdह को

थापत Uकया गया था यह णा1लया UhSव[सी

डोgtलर वचलन पर आधारत थी और उपdह स सकत

ाgtत करन म बहत तीा करनी पड़ती थी इनम

हआ थोड़ा सा भी गत परवत(न अ1भdाह (र1सवर) क

िथत म बहत बड़ी ट पदा कर दता था इ[ह

मया(दाओ न एक उRच यथाथ(ता दान कर ऐसी विXवक

नौसचालन णाल वक1सत करन को रत Uकया

सन 1970 क दशक म अमरका क रा वभाग न एक

योजना को मजर द िजसका नाम था ndash विXवक

थान नधा(रण णाल ndash जीपीएस इस योजना पर

लगातार बीस वष( तक काय( चलता रहा अत म इस

णाल न सह काम Uकया और आज मानवी दनया क

Uकसी भी कोन म हो Uकसी भी समय पर अपना

19

निXचत थान (पोिजशन) और समय वातवक काल

म आसानी स बता सकता ह

ारभ म यह णाल 1सफ( अमरक सना क नजी

उपयोग हत सी1मत थी बाद म सामा[य लोग क

उपयोग क 1लए भी इस उपलBध कराया गया आज

सनक उपयोग क अलावा म~य सामा[य उपयोग ह

1) नौसचालन (भ1म सागर एव वाय म)

2) सामा[य सवtण

3) विXवक समय का आकलन

इसक अतरSत जीपीएस अ1भdाह क उपयोगता क

कोई सीमाए नह ह आज लगभग यक ौbयोगक

म इस णाल का य या अय महतम उपयोग

हो रहा ह

3 कस काय करती ह विltवक -थान नधारण णाल

(gtच स 1)

20

जीपीएस म~यतः कxम उपdह (मानव न1म(त तार)

का अतर म थान एव अ1भdाह (र1सवर) का पवी

पर थान इन दोन क बीच का दरमापन (रज

मज़रम[ट) और उपdह स ाgtत सचना (डाटा) को

अ1भdाह तक पहचन का समय पर आधारत ह

[यनतम चार उपdह bवारा (च स 1) ाgtत क गई

दर और समय दोन को 1मला कर चार समीकरण बनत

हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक bवारा सलझा

कर अ1भdाह का सह थान और समय का परकलन

Uकया जाता ह उपdह bवारा सारत सचना को

अ1भdाह तक पहचन क समय को Tात करन क 1लए

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

= वग X समय को योग म 1लया गया ह रeडयो

सकत का वग काश वग (299792458 Uकमी त

सकड) क समान ह

च स~या-2

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक ह

21

सनिXचत समय पर उप[न करत हc और दोन क घड़ी

(एट1मक Sलोक) भी समका1लन ह बाद म उपdह

bवारा ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त दोन सकत

को एक साथ 1मला जाना ह च स~या-2 दख इस

तरह 4 उपdह bवारा सारत रeडयो सकत को

अ1भdाह तक पहचन क समय क गणना क जाती ह

जीपीएस णाल क वतत तकनीक जानकार ाgtत

करन क 1लए इस म~य तीन भाग म बाटना आवXयक

1) अतर खड (पस सगम[ट)

2) नयण एव नगरानी खड (कEोल एड मोनटरग

सगमट)

3) योSता खड (यज़र सगमट)

(1) अतर खडः-

च स~या - 3 च स~या - 4

अतर खड िजसम 24 कxम उपdह (+4 आरvत)

को पवी क अतरम मणका म (च स~या 3 और

22

4 दख) करब 20200 Uकमी क दर पर निXचत 6

काओ म थापत Uकया गया ह सभी उपdह

निXचत 12 घट म पवी का एक परमण करत हc

यक उपdह पवी पर एक ह vतज सीमा म दन

म दो बार गजरता ह अतर खड क अ1भकqपना

कछ इस कार स न1म(त क गई ह Uक Uकसी भी

समय और पवी क Uकसी भी भाग म [यनतम 4

उपdह एक ह vतज सीमा म नरतर PिDटमान रहत

हc अनभव स Tात हआ ह Uक कभी-कभी एक ह

समय पर एक ह vतज सीमा म 8-10 उपdह सदव

PिDटमान रहत हc

यक उपdह पर बहत ह यथाथ( (एSयरट) दो एट1मक

घeड़या (Sलोक) होती ह िजन क मल आवित 1023

मगाह(स होती ह इस आवित क सदभ( स उपdह

म कट सकत नमा(ण Uकय जात हc इन सकत को

पवी क ओर सतत सारत Uकया जाता ह िजसम

उपdह का अपना पहचान )माक (आईडी) समय

अतर म अपना थान (लोकशन) एव उसी समय

उसक आसपास मणशील अ[य उपdह क सपण(

जानकार सि8म1लत होती ह िजस ldquoअqमनकrdquo कहत

हc यह जानकार एक महन तक मा[य रहती ह

इन सकत को पवी क ओर सारत करन हत उपdह

दो वाहक आवितय का उपयोग करत हc जो

न8न1लVखत हः-

23

च स~या-5

1) एल-1 = 157542 मगाहट(ज (MHz)

2) एल-2 = 122760 मगाहट(ज (MHz)

एल-1 वाहक आवित िजस पर दो कट सकत (कोड)

अध1मत Uकए जात हc (च स~या-5 दख)

1) सीए कोड जो 1023 MHz मल आवित पर और

2) पी कोड िजस 1023 MHz मल आवित पर

अध1मत Uकया जाता ह

एल-2 वाहक आवित पर 1सफ( पी कोड 1023 MHz

मल आवित पर अध1मत Uकया जाता ह पी कोड

कवल अमरक सना क नजी उपयोग क 1लए ह

सी1मत रखा गया ह

पवी पर िथत जीपीएस अ1भdाह उपरोSत सकत का

उपयोग अतर म उपdह का थान समय एव उस

24

समय अ[य उपdह क अतर म वत(मान िथत

जानन क 1लए करता ह इन सकत का म~य उपयोग

अतर म उपdह क वत(मान िथत (लोकशन) एव

पवी पर अ1भdाह क बीच का दरमापन (रज) करना

ह न8नतम 4 उपdह bवारा ाgtत सकत स दरमापन

U)या सप[न करक अ1भdाह क सह थान क

सगणना क जाती ह

(2) नयण एव नगरानी खडः

च स~या-6

अतर म थापत सभी 24 उपdह पर नगरानी

रखन क 1लए पवी पर भमय रखा क आसपास 1

म~य नयण क एव 5 नगरानी भ-क (च स~या-

6) )मशः कोलोराडो एक[सन (Ascension) eडयागो

(Diego) Sवाजलन (Kwajalein) तथा हवाई (Hawaii) म

काय(रत ह य सभी भ-क णाल क सभी उपdह क

साथ नरतर सपक( बनाए रखत हc एक बहत ह

महवपण( काय( इस खड bवारा काया(ि[वत Uकया जाता

ह Uक मणका म घम रह सभी उपdह का अनवत(न

(EUकग) कर क उनक कीय िथत क सटक जाच

करना और उन पर िथत एट1मक Sलोक को

25

असशोधत कर क अगर उसम कछ टया ह तो उस

सधार कर म~य नयण क bवारा सभी उपdह को

पनः सारत करना ह िजसस यक उपdह क पास

उसक अतर म वातवक सह िथत एव समय क

जानकार उपलBध करायी जाती ह यह जानकार पवी

पर िथत जीपीएस अ1भdाह क 1लए बहत ह आवXयक

होती ह

3) योEता खडः

इसक अतग(त जीपीएस अ1भdाह (र1सवर) जो उपdह

bवारा सारत कट सकत को अपन सगणक bवारा

वXलषण करक पवी पर अपना निXचत थान और

समय क सचना ाgtत करत हc इस अ1भdाह का

उपयोग कोई भी सामा[य |यिSत आसानी स कर सकता

न8न1लVखत उपयोग हत जीपीएस णाल अयत

महवपण( 1स हई हः

1) स[य सवtण

2) भ-सवtण

3) नौ-सचालन (भ1म सागर एव वाय म)

4) भ-गतUकय अययन

5) वाहन यातायात (रल सडक) नयण एव बधन

6) ववध याxक नयण णा1लया

7) वXव म कह भी समय को समका1लन (1स)ोनाइज़)

करन क 1लए

8) विXवक भकप सनामी जसी ाकतक आपितय क

बधन म

26

भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल

ndash आईआरएनएसएस

उपdह नौसचालन णाल क बहहतक व1शDटताओ को

दखत हए वत(मान समय म इस णाल का कोई

वकqप नह ह जीपीएस क सवाए भारतीय भ- म

सरलता स उपलBध ह लUकन आपातकाल या य क

दौरान यह सवधा हम उपलBध ना हो या Uफर इस

णाल bवारा ाgtत सचनाओ को टज[य भी Uकया जा

सकता ह SयUक यह णाल सपण(तः अमरका क

रा वभाग bवारा नयxत ह सvgtत म कहा जाय

तो आपातकाल म जीपीएस क सवाए सदहापद ह

उपरोSत वात को यान म रखत हए भारत (इसरो) भी

दश क नौसचालनय आवXयकता को (सनक तथा

असनक सभी) को परा करन क 1लए सपण(तः वायत

एव वनयxत ीय नौसचालन उपdह णाल-

आईआरएनएसएस थापत करन जा रहा ह जो

भारतीय उपमहाbवीप म व1भ[न उपयोगकता(ओ को

27

सह यथाथ(ता स थान-नधा(रण नौसचालन एव समय

क सचना जसी आवXयक सवाए दान करगी बाद म

अतरSत घटक को शा1मल करन क सामय(ता स इस

वतारत भी Uकया जा सकता ह िजसस पडोसी

को उपरोSत यथाथ(ता स नौसचालन सवाए दान क जा

सक

नFपादन उGltय

bull दश क नौसचालनय आवXयकता को को परा

करन क 1लए सपण(तः वायत एव वनयxत

ीय नौसचालन उपdह णाल का अ1भकqपन

वकास एव काया([वयन

bull उRच यथाथ(ता स थान-नधा(रण (lt 20 मीटर)

एव समय क सचना (lt10-20 ननो सकड)

bull आयनमडलय सशोधन क साथ सभी ऋत म

चालन

bull उRचतम उपलBधता (24 X 7) 999

bull भारतीय भ- उपरात 1500 Uक मी क

आसपास म भी उRच यथाथ(ता स

नौसचालन सवा उपलBध

bull बाद म इसक सवा को )मशः वतत भी

Uकया जाएगा िजसस पडोसी को उपरोSत

यथाथ(ता स नौसचालन सवधा उपलBध हो सक

इस तावत ीय नौसचालन णाल क म~य तीन

भाग ह -

1 अतर खड (पस सगमट)

28

2 भ1म खड (dाउड सगमट)

3 उपयोगकता( खड (यजर सगमट)

(1) अतर खड - Uकसी भी अतर आधारत

नौसचालन णाल म उपयोग कता( को िथतनधा(रण

U)या हत [यनतम चार उपdह क नरतर PDयता

अयावXयक ह इस1लए व1भ[न उपdहय तारमडल

का अययन Uकया गया अनक वकqप सोच गए

उनका क8gtयटर 1स8यलशन भी Uकया गया कम

लागत सरल चालन उपयोगकता( को पाई जान वाल

यथाथ(ता एव सवा को यान म रखन हए गहन

अययन क पXचात इस तावत नौसचालन णाल क

1लए सात उपdह का तारामडल निXचत Uकया गया

िजसम तीन उपdह भ-िथर मणका (GEO) म

)मश 34deg83deg132deg रखाश पर थापत Uकए जाएग

शष चार उपdह म स दो उपdह भ-तqयकाल मण

का (GSO) म 55deg अाश पर और अ[य दो 111deg

अाश पर 29deg झकाव क साथ थापत Uकए जाएग

इस कार क Wया1मतय सरचना स सात उपdह

नरतर भारतीय भ- (सवा ) म उपयोगकता(ओ को

िथत नधा(रण U)या हत हमशा PDटमान रहग इस

तारामडलय सरचना स 30 स बहतर क जीडीओपी

(GDOP) ािgtत भी सनिXचत क गई ह इन सभी

उपdह को भारतीय वीय उपdह पण यान

(पीएसएलवी) bवारा सतीश धवन उपdह क

29

(ीहरकोटा) स अतर भ-थानातरण मणका म

पत Uकया जाएगा

उपह स8पण - इस णाल क सभी सात उपdह क

सरचना एक समान होगी दायभार एव अ[य सभी

उपकरण इसरो क कqपना बस म वशष नौसचालन

अ1भयान हत आवXयक परवत(न करक समि[वत Uकया

गया ह उपdह का उथापन वजन (Lift of Mass)

1425 Uकdा क साथ-साथ शDक वजन (Dry Mass)

616 Uकdा होगा सौर पनल का 215 मीX18

मी रखा गया ह जो 1268 वॉट पावर ऊजा( दगा

dहण क दौरान ऊजा( पत ( क 1लए 64 Ah Li-ion बटर

भी रखी गई ह इन सभी उपdह को भ1म-खड िथत

सवा म वतरत नयण क bग bवारा नरतर

मॉनीटर Uकया जाएगा

(2) भ म खड- भ1म खड म~यत अतर म उपdह

तारामडल का नयण सचालन एव नौसचालन

आकड़ नमा(ण करन क 1लए अवरत काय(

करगा इस भ1म खड म न8न1लVखत आवXयक

सवधाए होगी

1 उपdह नयण क

2 नौसचालन नयण क

3 परासन क (सीडीएमए एव लसर परासन)

4 समय एव आकड़ा उव(-कड़ी टशन

5 आकड़ा सचार जाल

30

उपdह क अतर म सह िथत उनक का

सबधी ताजा-सचनाए ािgtत क 1लए दर1मत-दरादश

एव आयनमडलय मॉडलग सशोधन U)या क 1लए

20 परास एव इटdीट मॉनीटरग टशन (IRIMs)

सपण( सवा म वतरत Uकए जाएग िजनम 6

सीडीममए परासन 1 लसर परासन क bग एव 1

परमािवक घड़ी स सिWजत नटवक( टाई1मग सटर

भी शा1मल ह

नौसचालन नयण क का म~य काय( त क आकड़ा

सचार जाल bवारा ाgtत सचनाओ को ससाधत करक

एक परभाषत नौसचालन सदश का नमा(ण करना

िजसम उपdह क अतर म कvय िथत समय

आयनमडलय ट-सशोधन एव अ[य सशोधत सचनाए

हो ह उनको त क अप-1लक टशन को भजना ह

(3) उपयोगकता खड - उपयोगकता( खड म उपभोSता

अपन नौसचालन अ1भdाह (रसीवर) क जरए भारतीय

भ- (भ1म वाय एव सम) म सह िथत नधा(रण

सवा सटक समय क जानकार ाgtत कर सकत ह

इस णाल bवारा विXवक िथत नधा(रण णाल

(जीपीएस) क समान दो कार क सवाए उपलBध कराई

जाएगी िजसम (1) सामा[य िथत नधा(रण सवा

जो सभी कार क उपभोSताओ को सरलता स उपलBध

31

होगी िजसम lt20 मी तक क यथाथ(ता अपvत ह

और (2) 1स1मत(Restricted) िथत नधा(रण सवा जो

1स1मत ाधकत उपभोSताओ को ह उपलBध होगी इस

सवा क यथाथ(ता सामा[य िथत नधा(रण सवा स कई

गना बहतर होगी इस सवा म थान (पोिजशन) क

अतरSत सटक समय क सचना भी शा1मल ह और

य सभी सकत एि[)gtटड िथत म होग इस सवा को

ाgtत करन क 1लए bव-आकत अ1भdाह का उपयोग

करना होगा

32

उपह सचार (SATCOM)

पछल चार दशक म हमन दश क सवागी वकास म

भारतीय अतर काय()म का भाव दखा ह इस

काय()म म उपdह सचार णा1लय क भ1मका अयत

महवपण( ह उपdह सचार ौbयोगक bवारा पवी क

वशाल म आथ(क PिDट स सती (LOW COST) एव

वXवसनीय सचार तथा सपक( |यवथा थापत क जा

सकती ह दश का समd वकास तभी सभव होगा जब

हम दश क दर-दराज क दग(म एव dामीण म

आपसी सचार तथा सपक( |यवथा कायम कर पायग

िजसम उपdह सचार ौbयोगक एक मा वXवसनीय

तकनीक ह आज हमार दश म इ[सट तथा जीसट

णी क अनक सचार उपdह dामसट वीआरएस

(Village Resources System) एव अ[य अनक

परयोजनाओ क अतग(त दरसचार दरदश(न सारण

1शा वाय भ1म जगल एव सम सवtण

33

उ[नत मौसम मानटरन आपित |यवथापन जसी

अनक जन-कqयाणकार सवधाए दान कर रह हc

भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) क

अहमदाबाद क (SAC) का एसएनएए उपdह सचार

अनयोग अतग(त व1भ[न णा1लया एव उपकरण क

वकास तथा नमा(ण काय( म काय(रत ह िजसम मख

ह-

(1) Iलट मानटरन णालः-

इ[सट-एमएसएस आधारत लट मानटरन णाल

(FMS) म~यतः दश क परवहन (सड़क रल सम)

म काय(रत व1भ[न सगठन उbयोग क आवXयकताओ

को यान म रख कर वकसीत क गई ह यह सचार

उपdह आधारत वय सचा1लत लट मानटरन णाल

ह िजसक सवाए भारतीय उपमहाbवीप उपरात

सागर म भी उपलBध ह परवहन सचालक अपन

लट क वत(मान अपिथत (पोिजशन) समय एव

उनक सामयक गत पर ऑन-लाइन नगरानी रखन क

1लए इस योग म ल सकत हc आकिमक परिथत

म लट bवारा सvgtत सदश (Short messages of 40

34

characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

35

सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

II

पःतकालय एव लख भाग

अतिरकष उपयोग क ि

अहमदाबाद ISBN

II

III

कल छा को अतर उपयोग

क क गतवधय स परचत

करान हत एव उनम भारतीय

अतर काय()म क त +च

जागत करन हत हद म यह

पितका का1शत क जा रह ह टलवज़न

ट1लको8यनकशन (सचार) मायम स हम सब भलभात

परचत ह सटकॉम एव नवीगशन एgtलकशन एरया

(SNAA) यह सब णाल क वकास एव उपयोगी उपकरण

वक1सत करन का दायव नभाता ह यह पितका

एसएनएए क वितय का Bयौरा दती ह

जस हद राDE को जोड़न का काय( करती ह उसी तरह

सटलाइट को8यनकशन एव सटलाइट नवीगशन णा1लया भी

राDE को जोड़न का काय( करती ह

इस पितका क 1लए हद क एव सभी काय(कता(ओ को

हाद(क बधाई एव शभकामनाए

कएस परख

उप नदशक एसएनएए

अतर उपयोग क (इसरो)

अहमदाबाद

I

1

उपह सचार एव नौसचालन अनयोग

(SNAA) एक झलक

अतर क अनगनत रहय को जानन और समझन

क िजजीवषा मानव जगत म सदय स चल आ रह

ह Pढ इRछा शिSत एव वTान क तज बढत कदम न

अब अतर क कछ रहय को उजागर Uकया ह और

यह 1सल1सला नरतर चल रहा ह

कछ समय पहल आपन अखबार क सVख(य म पढा

होगा Uक भारतीय मल क अमरकन अतर याी

सनता व1लय8स न अतर म सबस Wयादा दन तक

रहन का वXवव)म थापत Uकया सनता न

अतर क वातवक पया(वरण म ऐस अनक समाज

उपयोगी योग Uकय िज[ह पवी पर करना लगभग

असभव था कछ समय पहल भारत न भी अपना सौवा

अतर 1मशन सफलतापव(क सप[न कर क समत

वXव को अपनी ओर आकष(त Uकया था

भारत क महान वTानक डॉ व)म साराभाई न भी

कहा था Uक ndash lsquoमानव और समाज क मलभत

समयाओ को सलझान क 1लए उ[नत तकनीक क

अनयोग म हम Uकसी स भी पीछ नह रहना चाहयlsquo

आज यद कोई ऐसा ह िजसस मानवी तज गत स

अपना सवागी वकास कर सकता हो तो अवXय ह वह

2

अतर वTान एव तकनीक का ह उपरोSत

तय को समझत हए भारतीय अतर अनसधान

सगठन इसरो अपन व1भ[न क क मायम स

अतर वTान और ौbयोगक क म ववध

सामािजक परयोजनाओ पर काय( कर रहा ह तो आइय

दखत हc ndash भारत न अतर वTान क म कहा

तक गत हा1सल क ह

पव भ मकाः-

ऐतहा1सक काल स ह दख तो मानव क उ[नत

वTान और तकनीक क वकास स जडी ह अगर हम

ारभ स दख तो आधनक काल म िजन लोग न उडन

क सबध म गभीरता स वचार Uकया था उनम तरहवी

सद का एक अdजी पादर भी शा1मल था वह यह

यान स दखता था Uक चeडया Uकस कार स उडती ह

कभी-कभी वह वतः भी सोचता था Uक अगर बनावट

पख लगा दय जाय तो आदमी भी आकाश म उड

सकता ह

hा[स म सतरहवी सद म उडान क वषय म गभीर

योग हए थ सन 1783 म दो hासीसी नौजवान न

गरम हवा क रशम क गBबार (Hot Air Balloon) म बठ

कर आकाश म उडन का सफल योग Uकया था बाद

म हवाई जहाज का भी आवDकार हआ सन 1920 म

hास क ह एक सना अधकार न हवाई जहाज बनान

3

म सफलता हा1सल क उनका नाम था ndash काउट

झप1लन इसी दौरान पEोल इजन स चलन वाला

वाययान भी बनाया गया िजस उडान क बार म

मानवी तरहवी सद म कवल कqपना करता था उसी

उडान को वह उ[नीसवी सद म सफलतापव(क कर सका

सन 1865 म जल वनt (JULES VERNE) नामक लखक

(Science fiction) न पता लगाया Uक अगर Uकसी चीज

को अत वग स ऊपर आकाश क ओर फc का जाए तो

वह धरती क पकड स छट कर अतर म चल जाएगी

और धरती पर वापस नह आएगी वह पवी क उपdह

क +प म नधा(रत गत म पवी क दvणा करती

रहगी एक और अधक कqपनाओ को यिSतसगत

बनाकर परवत(न और योग करत-करत मानव को

वXवास होन लगा Uक अतर म पहचना मिXकल ज+र

ह परत असभव नह ह Uफर रोकट क अवDकार न

वायमडल स बाहर उड सकन का माग( शत Uकया

और चमा तक पहचन का माग( भी खोल दया

दनाक 04-10-1957 को +स bवारा पतनक-1 नामक

कxम उपdह को अतर म सफलतापव(क पत

Uकया गया इसक साथ ह मानव न अतर यग म

वश Uकया इस महान उपलिBध क बाद अतर

वTान और तकनीक म अधक तजी स वकास हआ

दनाक 12 अल 1961 को +सी अतर याी यर

गागरन अतर म पहच गए व अतर म पवी

4

क पर)मा करक सकशल धरती पर वापस भी आ

गए

आज अतर यग क वकास न समत मानव जात

पर गहरा असर छोडा ह इस म हए वकास Uकसी

अ[य म हए वकास क तलना म Uकसी भी दश

को Wयादा तज गत स गत क ओर ल जात हc

हम ारभ काल स दख तो तरहवी सद म उडान क

1सफ( कqपना करन वाला मानवी आज अतर म

कोलोनी बनान का सपना दख रहा ह

अतर ampवान क उपयोगः-

आज मानव न अतर वTान एव तकनीक क म

अbवतीय मता हा1सल क ह इसी मता क कारण

ह आज हम कछ ह ण म पर yzमाड क इलSEो-

मनटक पSEम को आसानी स दख सकत हc साथ

ह दो dह क बीच का थान पण( करन वाल कवासार

पलसार [यEोन टार और Bलक-हॉल क बार म जान

सकत हc आज मानव क पास सौर-मडल का अ[वषण

करन हत यान भजन क मता ह इतना ह नह

अतर तकनीक क इस वतत मता क कारण ह

दर-सचार दरदश(न मौसम का पवा(नमान तथा

अवलोकन ाकतक ससाधन का अययन कष

आपित |यवथापन वाय दर-1शा मनोरजन

आद म तज गत स उ[नत वकास हआ ह

सदर-सवद (Remote Sensing) उपdह क मदद स पवी

5

क ाकतक ोत क वातवक िथत भौगो1लक

िथत खनज-महासागर सम ोत क अययन

सरलता स Uकय जात हc कष एव वानक क

अययन म भी अतर वTान का सहारा 1लया जाता

lsquo(लोबल पोिजशनग स-टम-जीपीएसrsquo ndashअतर वTान

क ह एक महवपण( उपलिBध ह इस णाल न

मानव क बरसो परान एव अत जटल Xन का सह

हल ढढ नकाला ह मc इस धरती पर कहा ह इस

धरती पर मरा सह थान (Location) Sया ह इस सरल

Xन का हल आज स बीस साल पहल Uकसी क पास

नह था बीस-पRचीस साल क कडी महनत क बाद

मानव आज पवी क Uकसी भी कोन म हो अपना

निXचत थान और समय सह यथाथ(ता (Accuracy) स

बता सकता ह आज हर औbयोगक म इस

णाल का महवपण( उपयोग हो रहा ह म~यतः

वमान का सह थान-अवतरण रल-सडक यातायात

का बधन सनक उपकरण म यह णाल बहत ह

उपयोगी 1स हई ह जहा सटक थान एव परश

समय क सचना मलभत आवXयकता ह उन सभी

म इस णाल न अपनी उRच अनवाय(ता साxबत कर

द ह

य म अबाधत सचार सवा जाससी उपdह क भ1मका

Uकतनी महवपण( हो गई ह इसका अनमान हम खाडी

6

य क परणाम स लगा सकत हc इस य म

अमरका तथा साथी दश न अतर तकनीUकय का

महतम उपयोग Uकया था आज कई वक1सत दश न

धरती पर नगरानी रखन क 1लए अतर म जाससी

उपdह क खला खडी कर द ह य उपdह हर पल

क जानकार यहा तक Uक 1मसाइल दाग जान या कह

पर हए परमाण वफोट का पता लगान म भी पर

तरह समथ( ह

इटरनशनल पस टशन (ISS) वत(मान क सबस बड़ी

परयोजना ह िजसम अमरका +स जापान सहत

अनक यरोपयन दश शा1मल ह यहा बहत स

अनसधान काय( अतर क वातवक पया(वरण म Uकय

जात हc यह तरता हआ अतर टशन सन 1968 स

मानव जात क सवा कर रहा ह

सामा0य जन-जीवन म1 अतर तकनीक2 का -थानः-

अतर वTान एव तकनीक न ववध म

मानवता क सवा क ह खास तौर पर दरसचार

नौसचालन भ-सवtण मौसम आपित |यवथापन

कष आद म अतर तकनीक का |यापक

उपयोग हो रहा ह आज वXव क दरथ एव दग(म

थान म 1शा तथा वशष चUकसा सवधाए दान

करन क 1लए इस उपयोग म 1लया जा रहा ह उपdह

सचार तथा सचना ौbयोगक (IT) क सम[वय स पवी

क वशाल म सचार एव सपक( |यवथा (वन

7

PXय एव सचना) वरत थापत क जा सकती ह इस

वशषता को यान म लत हए 1शा तथा दरदराज

म उचत वाय सवधाए थापत करन क 1लए

अतर तकनीक को योग म लाया जा रहा ह

लोबल वॉ1मग एव जलवाय परवत(न क समया

व+प आज वXव म हर रोज कह न कह ाकतक

आपितय (भकप सना1म च)वात आद) का बार-बार

आना आम बात हो गई ह इस सकट स नपटन क

1लए उपdह सचार सदर-सवदन और जीपीएस क मदद

स एक विXवक आपित |यवथापन नटवक( का वकास

काय( बड़ी तजी स चल रहा ह िजसस इनस होन वाला

आथ(क नकसान और मानव जानहान कम स कम हो

सकगी ऐसी अनक समाजोपयोगी अतर णा1लय

क वकास स अतर तकनीक न मानव क सामा[य

जनजीवन म अपना थान निXचत कर 1लया ह

8

अतर ampवान एव तकनीक2 म1 भारतः-

भारत म सन 1961 क दौरान परमाण ऊजा( वभाग

(DAE) को दश क सामािजक आथ(क और शातपण(

काय को काया(ि[वत करन क 1लए बाzय अतर का

उपयोग करन का काय( सौपा गया था उसक एक वष(

बाद डॉ व)म साराभाई क अयता म भारतीय

अतर अनसधान सगठन (इसरो) क थापना क गई

दनाक 21 नवबर 1963 को xव[म नजदक क

थ8बा भमयरखीय रोकट पण क[ (TERLS) स

lsquoनाइक अपाचrsquo नामक परTापी रोकट को अतर म

सफलतापव(क पत करक भारत न अतर यग म

वश Uकया

दश क अतर काय()म का म~य उXय अतर

वTान एव तकनीक का उपयोग दश क औbयोगक

आथ(क वकास क साथ-साथ जो लोग दश क दर-दराज

9

क dामीण दग(म एव सम तट म रहत हc

उनक मलभत समयाओ को सलझा कर उनका सवागी

वकास करना ह इसी महवपण( सामािजक उXय को

यान म रखत हए भारत (इसरो) न दश को अतर

तकनीक आधारत सवाए दान करन क 1लए अपन

दश म ह न1म(त कxम उपdह एव उनक पण क

मता क साथ-साथ काफ हद तक आमनभ(रता

हा1सल कर ल ह सदर-सवदन क म भी भारत क

आईआरएस णी क उपdह न दश को ववध सवधाए

दान क ह

आज भारत (इसरो) क सामन वत(मान काय क साथ-

साथ सन 2035 तक का अतर काय()म मौजद ह

िजसम

(1) पन+पयोगी पण यान (RLV)

(2) भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल (IRNSS)

(3) जीएसएलवी माक( -II तथा माक( -III का वकास

(4) चयान-2 (इसक अतग(त चमा क धरती पर एक

अवतरण मच तथा रोवर उतारन क योजना ह

(5) समानव अतर अ1भयान (HSP)

(6) साथ ह मगल dह अ1भयान श+ हो रहा ह

10

अतर उपयोग क04 (सक) क2 श8आतः-

सन 1966 म डॉ व)म साराभाई न अहमदाबाद म

ायोगक उपdह सचार भ-क[ (इEक) क थापना

क थी इसी घटना स lsquoसकrsquo क नीव रखी गई थी

श+आती दौर म (सन 1972 तक) अतर तकनीक क

व1भ[न (उपdह सचार सदर सवदन मौसम

आद) म अनसधान एव वकास काय( अहमदाबाद िथत

व1भ[न यनट म अलग-अलग जगह पर चल रहा था

इन सब को 1मला कर सन 1972 म अतर उपयोग

क[ सक क थापना क गई सक आज भारतीय

अतर अनसधान सगठन (इसरो) का एक व1शDट

क[ ह जहा कxम उपdह क पलोड वक1सत करन

स लकर उ[नत अतर ौbयोगक क सामािजक

अनयोWयता (Societal applications) स सबधत अनक

परयोजनाओ पर काय( Uकया जाता ह यह क[

म~यतः उपdह सचार सदर सवदन नौसचालन मौसम

11

वTान क उपयोग सबधी काय()म को काया(ि[वत करन

क 1लए नर[तर काय(रत ह

उपह सचार एव नौसचालन अनयोग (SNAA)-

अतर उपयोग क[ (सक) का एसएनएए उपdह

सचार (SATCOM) तथा नौसचालन (NAVIGATION) क

म व1भ[न उ[नत ौbयोगUकया एव उनक सामािजक

अनयोWयताओ क अ1भकqपना एव वकास काय( म

सU)यता स काय(रत ह

सटकोम उपयोगता काय()म अतग(त भारतीय ीय

नौसचालन उपdह णाल (IRNSS) परयोजना क 1लए

योSता अ1भdाह (USER RECEIVER) 1स8यलटर ववध

गgtतलखन िक8स कोड वXलषण वधय क

अ1भकqपना और वकास काय( इस (SNAA) bवारा

Uकया जा रहा ह इसरो क भावी एव महवाकाी

समानव अतर अ1भयान (HSP) हत कोड वभाजन बह

अ1भगम (CDMA) मोडम तथा अ[य भ-उपकरण

णा1लय का वकास भी इसी म चल रहा ह

जीसट-6 काय()म अतग(त ट व वीeडयो को[hि[सग

तथा डाटा Eा[सफर (144kbps) क 1लए सवाzय

मqटमीeडया ट1म(नल का वकास नमा(ण तथा

ौbयोगक दश(न इस bवारा सफलतापव(क Uकया

गया इसी क साथ जीसट-7 परयोजना अतग(त ट व

वॉइस कॉल क 1लए उRच आवित अ1भdाह (UHF Rx)

12

का वकास एव नमा(ण काय( भी इसी क उपलिBध

इसक अतरSत व1भ[न ौbयोगकय वकास

परयोजना अतग(त उ[नत सचार णा1लय का वकास

नमा(ण एव ौbयोगक हतातरण (Technology

Transfer) एसएनएए bवारा Uकया गया ह इ[सट

एमएसएस टाइप-सी तथा टाइप-डी ट1म(नल का अनसधान

एव वकास काय( सफलतापव(क Uकया गया इसी

(MSS-C) परयोजना अतग(त जहाज मानटरन णाल का

वकास नमा(ण तथा उसका सथापन मय सवtण

वभाग (FSI Porbandar) पोरबदर क परसर म

सफलतापव(क सप[न Uकया क[ म थापत

पसनट और सकनट सवधा का चालन भी एसएनएए

bवारा Uकया जाता ह

सचार उपdह (INSAT-3A) आधारत वपित चतावनी

षण णाल (DATS) का वकास नमा(ण तथा सथापन

काय( एसएनएए bवारा सफलतापव(क Uकया गया इस

णाल का |यावसायक उपादन एक भारतीय इकाई

bवारा Uकया गया ह इस णाल का नयण क[

(Hub) भारतीय तट रक दल क परसर म थापत

Uकया ह जो नरतर (24x7) काय(रत ह

बोपल-सक परसर म थापत भक[ (BES) भी

एसएनएए का ह एक भाग ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

13

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

सीएसएसटईपी अतग(त ए1शया एव प1सUफक क

छा क 1लए उपdह सचार उपdह-नौसचालन एव

मौसम-वTान क म नौ महन क नातकोतर

eडgtलोमा पाय)म का सपण( सचालन इस क[ bवारा

नय1मत +प स Uकया जाता ह इसक अतरSत अय

सभी सटकोम योग म इस क[ क सहायता ल

जाती ह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) भी एसएनएए स

सलन ह यह क[ म~यतः मोबाईल उपdह सवा

(एमएसएस टाइप-सी और टाइप-डी) कयका बcड सचरण

अययन क 1लए भ1मगत सवधाए दान करता ह

साथ ह आपित |यवथापन नटवक( (DMS-VPN) क

नय)म चालन तथा अनरण काय( भी दखता ह

सचार उपdह आधारत व1भ[न योग परयोजनाओ

का सचालन भी इसी क[ क िज8मदार ह

एसएनएए को उनक काय(- क अन+प

न8न1लVखत तीन dप म वभािजत Uकया गया हः

(1) चालन एव ायोगक मतावध(न dप (OESG)

(2) अकय सचार ौbयोगक dप (DCTG)

(3) उपdह सचार णाल ौbयोगक dप (SSTG)

14

उपह नौसचालन (SATNAV)-

उपdह नौसचालन ौbयोगक न नौसचालन क म

एक अभतपव( )ात थापत क ह जहा अयधक

एकयरट थान नधा(रण एव समय क सचना मलभत

आवXयकताए हc उन सभी म इस ौbयोगक न

अपनी उपयोगता क अनवाय(ता 1स कर द ह

दन-तदन अनक इस तकनीक स लाभाि[वत हो

रह हc

वत(मान म च1लत उपdह आधारत नौसचालन

णा1लय म अमरका क विXवक थान नधा(रण

णाल ndash जीपीएस ह सबस Wयादा च1लत ह अ[य

णा1लय म +स क लोनास यरोप क ग1ल1लयो एव

अ[य विXवक नौसचालन णा1लया (GNSS) काय(रत ह

15

भारत क गगन परयोजना भी जीपीएस का ह

वतारत +प ह जो भारतीय भ- म काय(रत ह

कस काय करती ह उपह नौसचालन णालः-

कोई भी अतर आधारत नौसचालन णाल म~यतः

कxम उपdह का अतर म Tान (known) थान एव

पवी पर अ1भdाह क थान इन दोन क बीच का

दर-मापन (रज मज़रमट) और उपdह स सारत

रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क समय पर

आधारत ह न8नतर चार उपdह bवारा ाgtत क

गई दर और समय क सचना को 1मला कर चार

समीकरण बनत हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक

(ोससर) bवारा सलझा कर अ1भdाह क सह थान

(पोिजशन) एव समय का परकलन Uकया जाता ह

उपdह स ाgtत सचनाओ को अ1भdाह तक पहचन को

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

दर = वग x समय (Distance = Velocity x Time) को

योग म लाया जाता ह रeडयो सकत का वग काश

वग (299792458Uकमीसकड) क समान होता ह

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक

सनिXचत समय पर नमा(ण करत हc तथा दोन क घड़ी

(clock) भी लगभग समका1लन ह बाद म उपdह bवारा

ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त सकत को एक साथ

1मलाया जाता ह इस तरह स चार उपdह bवारा

16

सारत रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क

समय (Time) क गणना क जाती ह बाद म अ1भdाह

िथत अत आधनक सगणक सोटवयर bवारा

अ1भdाह क सह थान एव समय क सचना का

नधा(रण Uकया जाता ह यथाथ( थान-नधा(रण क साथ-

साथ अयाधक सटक समय ऊचाई और गतमापन भी

इस णाल bवारा सभव हो सका ह

xकोण1मत क 1सात अनसार थान नधा(रण क

U)या म 1सफ( तीन उपdह स दरमापन पया(gtत ह

िजसस 3D थान नधा(रण क गणना सभव ह परत

उपdह क समय को उस पर लगी एट1मक Sलोक स

नापा जाता ह जो कछ ननो सकड तक क परशता

रखती ह जब Uक अ1भdाह का कद भार और लागत

न8नतर रखन हत उसक Sलोक इतनी अचक नह रखी

जाती िजसस समय क परकलन म थोड़ा सा परवत(न

(ट) आ जाता ह इस ट को [यनतम करन क 1लए

ह एक ओर उपdह स दरमापन Uकया जाता ह िजसक

सहायता स समय क अत)मण (offset) को नDका1सत

Uकया जाता ह

(लोबल पोिजशनग स-टम-जीपीएस

लोबल पोिजशनग 1सटम-जीपीएसrsquo जीपीएस ldquoनवटार

जीपीएसrdquo का परवत(त नाम ह िजसका वतत नाम

नवगशन 1सटम वथ टाइम एड रिजग लोबल

पोिजशनग 1सटम ह इस णाल क आवDकार स

17

मानव क दघ(का1लन एव सबस जटल समया का

सह समाधान 1मल गया ह मc इस धरती पर कहा ह

मरा इस धरती पर सह थान Sया ह आप अपन

सह थान (पोिजशन) को सरलता स तभी बता सकत

हc जब आपक आसपास कोई चीज या ठोस पदाथ( सदभ(

क 1लए हो उसी सदभ( स आप अपन मल थान का

पता लगा सकत हc लUकन जब आपक आसपास या

नजदक सदभ( क 1लए कछ भी नह ह आप बीच

सागर आकाश रगतान या घन जगल म ह तब

समया और भी गभीर हो सकती ह

परान समय म जब मानव न याा करना आरभ Uकया

तब वह अपन रात म पथर या कोई चीज नशानी

(सदभ() क तौर पर रख दता था और लौटत समय उसक

सदभ( स अपन मल थान पर वापस लौट आता था

यह |यवथा बहत ह सी1मत वतार क 1लए मया(दत

थी बारश या बफ( गरन पर मसीबत और भी बढ़

जाती थी बाद म मानव न जब सागर याा ारभ क

तब तो समया और भी बढ़ गई SयUक बीच सागर म

शान कहा लगाए जा सकत थ तब उसन आकाश क

ओर दखा आकाश म तार का थान और उनक

गनती क आधार पर वह अपना राता तय करन लगा

लUकन तार हमस बहत दर ह और 1सफ( रात को ह

दखत हc तथा उसक 1लए आकाश भी वRछ होना

चाहए इसक बाद दशा सचन एव नौसचालन क 1लए

कछ और उपकरण (कपास सSस[ट) का वकास Uकया

18

गया लUकन उनक यथाथ(ता पर Xनच[ह ह लगा

था

आधनक मानव न और कई इलSEोनक उपकरण

अपना कर यन Uकए लUकन उनक उपयोगता 1स

नह हो सक थी बाद म टरिEयल रeडयो आधारत

नौसचालन णाल (लोरन ओमगा)य का वकास हआ

इस णाल न नावक को दशासचन और नौकायन म

काफ मदद क लUकन इनक भी अपनी कछ मया(दाए

थी इसक बाद सन 1960 क दशक म अतर

आधारत सटनव णाल (Eािज़ट टाइमशन और

डSका)य का वकास हआ िजसम पवी क नजदक

का (एलईओ) म एक स Wयादा कxम उपdह को

थापत Uकया गया था यह णा1लया UhSव[सी

डोgtलर वचलन पर आधारत थी और उपdह स सकत

ाgtत करन म बहत तीा करनी पड़ती थी इनम

हआ थोड़ा सा भी गत परवत(न अ1भdाह (र1सवर) क

िथत म बहत बड़ी ट पदा कर दता था इ[ह

मया(दाओ न एक उRच यथाथ(ता दान कर ऐसी विXवक

नौसचालन णाल वक1सत करन को रत Uकया

सन 1970 क दशक म अमरका क रा वभाग न एक

योजना को मजर द िजसका नाम था ndash विXवक

थान नधा(रण णाल ndash जीपीएस इस योजना पर

लगातार बीस वष( तक काय( चलता रहा अत म इस

णाल न सह काम Uकया और आज मानवी दनया क

Uकसी भी कोन म हो Uकसी भी समय पर अपना

19

निXचत थान (पोिजशन) और समय वातवक काल

म आसानी स बता सकता ह

ारभ म यह णाल 1सफ( अमरक सना क नजी

उपयोग हत सी1मत थी बाद म सामा[य लोग क

उपयोग क 1लए भी इस उपलBध कराया गया आज

सनक उपयोग क अलावा म~य सामा[य उपयोग ह

1) नौसचालन (भ1म सागर एव वाय म)

2) सामा[य सवtण

3) विXवक समय का आकलन

इसक अतरSत जीपीएस अ1भdाह क उपयोगता क

कोई सीमाए नह ह आज लगभग यक ौbयोगक

म इस णाल का य या अय महतम उपयोग

हो रहा ह

3 कस काय करती ह विltवक -थान नधारण णाल

(gtच स 1)

20

जीपीएस म~यतः कxम उपdह (मानव न1म(त तार)

का अतर म थान एव अ1भdाह (र1सवर) का पवी

पर थान इन दोन क बीच का दरमापन (रज

मज़रम[ट) और उपdह स ाgtत सचना (डाटा) को

अ1भdाह तक पहचन का समय पर आधारत ह

[यनतम चार उपdह bवारा (च स 1) ाgtत क गई

दर और समय दोन को 1मला कर चार समीकरण बनत

हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक bवारा सलझा

कर अ1भdाह का सह थान और समय का परकलन

Uकया जाता ह उपdह bवारा सारत सचना को

अ1भdाह तक पहचन क समय को Tात करन क 1लए

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

= वग X समय को योग म 1लया गया ह रeडयो

सकत का वग काश वग (299792458 Uकमी त

सकड) क समान ह

च स~या-2

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक ह

21

सनिXचत समय पर उप[न करत हc और दोन क घड़ी

(एट1मक Sलोक) भी समका1लन ह बाद म उपdह

bवारा ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त दोन सकत

को एक साथ 1मला जाना ह च स~या-2 दख इस

तरह 4 उपdह bवारा सारत रeडयो सकत को

अ1भdाह तक पहचन क समय क गणना क जाती ह

जीपीएस णाल क वतत तकनीक जानकार ाgtत

करन क 1लए इस म~य तीन भाग म बाटना आवXयक

1) अतर खड (पस सगम[ट)

2) नयण एव नगरानी खड (कEोल एड मोनटरग

सगमट)

3) योSता खड (यज़र सगमट)

(1) अतर खडः-

च स~या - 3 च स~या - 4

अतर खड िजसम 24 कxम उपdह (+4 आरvत)

को पवी क अतरम मणका म (च स~या 3 और

22

4 दख) करब 20200 Uकमी क दर पर निXचत 6

काओ म थापत Uकया गया ह सभी उपdह

निXचत 12 घट म पवी का एक परमण करत हc

यक उपdह पवी पर एक ह vतज सीमा म दन

म दो बार गजरता ह अतर खड क अ1भकqपना

कछ इस कार स न1म(त क गई ह Uक Uकसी भी

समय और पवी क Uकसी भी भाग म [यनतम 4

उपdह एक ह vतज सीमा म नरतर PिDटमान रहत

हc अनभव स Tात हआ ह Uक कभी-कभी एक ह

समय पर एक ह vतज सीमा म 8-10 उपdह सदव

PिDटमान रहत हc

यक उपdह पर बहत ह यथाथ( (एSयरट) दो एट1मक

घeड़या (Sलोक) होती ह िजन क मल आवित 1023

मगाह(स होती ह इस आवित क सदभ( स उपdह

म कट सकत नमा(ण Uकय जात हc इन सकत को

पवी क ओर सतत सारत Uकया जाता ह िजसम

उपdह का अपना पहचान )माक (आईडी) समय

अतर म अपना थान (लोकशन) एव उसी समय

उसक आसपास मणशील अ[य उपdह क सपण(

जानकार सि8म1लत होती ह िजस ldquoअqमनकrdquo कहत

हc यह जानकार एक महन तक मा[य रहती ह

इन सकत को पवी क ओर सारत करन हत उपdह

दो वाहक आवितय का उपयोग करत हc जो

न8न1लVखत हः-

23

च स~या-5

1) एल-1 = 157542 मगाहट(ज (MHz)

2) एल-2 = 122760 मगाहट(ज (MHz)

एल-1 वाहक आवित िजस पर दो कट सकत (कोड)

अध1मत Uकए जात हc (च स~या-5 दख)

1) सीए कोड जो 1023 MHz मल आवित पर और

2) पी कोड िजस 1023 MHz मल आवित पर

अध1मत Uकया जाता ह

एल-2 वाहक आवित पर 1सफ( पी कोड 1023 MHz

मल आवित पर अध1मत Uकया जाता ह पी कोड

कवल अमरक सना क नजी उपयोग क 1लए ह

सी1मत रखा गया ह

पवी पर िथत जीपीएस अ1भdाह उपरोSत सकत का

उपयोग अतर म उपdह का थान समय एव उस

24

समय अ[य उपdह क अतर म वत(मान िथत

जानन क 1लए करता ह इन सकत का म~य उपयोग

अतर म उपdह क वत(मान िथत (लोकशन) एव

पवी पर अ1भdाह क बीच का दरमापन (रज) करना

ह न8नतम 4 उपdह bवारा ाgtत सकत स दरमापन

U)या सप[न करक अ1भdाह क सह थान क

सगणना क जाती ह

(2) नयण एव नगरानी खडः

च स~या-6

अतर म थापत सभी 24 उपdह पर नगरानी

रखन क 1लए पवी पर भमय रखा क आसपास 1

म~य नयण क एव 5 नगरानी भ-क (च स~या-

6) )मशः कोलोराडो एक[सन (Ascension) eडयागो

(Diego) Sवाजलन (Kwajalein) तथा हवाई (Hawaii) म

काय(रत ह य सभी भ-क णाल क सभी उपdह क

साथ नरतर सपक( बनाए रखत हc एक बहत ह

महवपण( काय( इस खड bवारा काया(ि[वत Uकया जाता

ह Uक मणका म घम रह सभी उपdह का अनवत(न

(EUकग) कर क उनक कीय िथत क सटक जाच

करना और उन पर िथत एट1मक Sलोक को

25

असशोधत कर क अगर उसम कछ टया ह तो उस

सधार कर म~य नयण क bवारा सभी उपdह को

पनः सारत करना ह िजसस यक उपdह क पास

उसक अतर म वातवक सह िथत एव समय क

जानकार उपलBध करायी जाती ह यह जानकार पवी

पर िथत जीपीएस अ1भdाह क 1लए बहत ह आवXयक

होती ह

3) योEता खडः

इसक अतग(त जीपीएस अ1भdाह (र1सवर) जो उपdह

bवारा सारत कट सकत को अपन सगणक bवारा

वXलषण करक पवी पर अपना निXचत थान और

समय क सचना ाgtत करत हc इस अ1भdाह का

उपयोग कोई भी सामा[य |यिSत आसानी स कर सकता

न8न1लVखत उपयोग हत जीपीएस णाल अयत

महवपण( 1स हई हः

1) स[य सवtण

2) भ-सवtण

3) नौ-सचालन (भ1म सागर एव वाय म)

4) भ-गतUकय अययन

5) वाहन यातायात (रल सडक) नयण एव बधन

6) ववध याxक नयण णा1लया

7) वXव म कह भी समय को समका1लन (1स)ोनाइज़)

करन क 1लए

8) विXवक भकप सनामी जसी ाकतक आपितय क

बधन म

26

भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल

ndash आईआरएनएसएस

उपdह नौसचालन णाल क बहहतक व1शDटताओ को

दखत हए वत(मान समय म इस णाल का कोई

वकqप नह ह जीपीएस क सवाए भारतीय भ- म

सरलता स उपलBध ह लUकन आपातकाल या य क

दौरान यह सवधा हम उपलBध ना हो या Uफर इस

णाल bवारा ाgtत सचनाओ को टज[य भी Uकया जा

सकता ह SयUक यह णाल सपण(तः अमरका क

रा वभाग bवारा नयxत ह सvgtत म कहा जाय

तो आपातकाल म जीपीएस क सवाए सदहापद ह

उपरोSत वात को यान म रखत हए भारत (इसरो) भी

दश क नौसचालनय आवXयकता को (सनक तथा

असनक सभी) को परा करन क 1लए सपण(तः वायत

एव वनयxत ीय नौसचालन उपdह णाल-

आईआरएनएसएस थापत करन जा रहा ह जो

भारतीय उपमहाbवीप म व1भ[न उपयोगकता(ओ को

27

सह यथाथ(ता स थान-नधा(रण नौसचालन एव समय

क सचना जसी आवXयक सवाए दान करगी बाद म

अतरSत घटक को शा1मल करन क सामय(ता स इस

वतारत भी Uकया जा सकता ह िजसस पडोसी

को उपरोSत यथाथ(ता स नौसचालन सवाए दान क जा

सक

नFपादन उGltय

bull दश क नौसचालनय आवXयकता को को परा

करन क 1लए सपण(तः वायत एव वनयxत

ीय नौसचालन उपdह णाल का अ1भकqपन

वकास एव काया([वयन

bull उRच यथाथ(ता स थान-नधा(रण (lt 20 मीटर)

एव समय क सचना (lt10-20 ननो सकड)

bull आयनमडलय सशोधन क साथ सभी ऋत म

चालन

bull उRचतम उपलBधता (24 X 7) 999

bull भारतीय भ- उपरात 1500 Uक मी क

आसपास म भी उRच यथाथ(ता स

नौसचालन सवा उपलBध

bull बाद म इसक सवा को )मशः वतत भी

Uकया जाएगा िजसस पडोसी को उपरोSत

यथाथ(ता स नौसचालन सवधा उपलBध हो सक

इस तावत ीय नौसचालन णाल क म~य तीन

भाग ह -

1 अतर खड (पस सगमट)

28

2 भ1म खड (dाउड सगमट)

3 उपयोगकता( खड (यजर सगमट)

(1) अतर खड - Uकसी भी अतर आधारत

नौसचालन णाल म उपयोग कता( को िथतनधा(रण

U)या हत [यनतम चार उपdह क नरतर PDयता

अयावXयक ह इस1लए व1भ[न उपdहय तारमडल

का अययन Uकया गया अनक वकqप सोच गए

उनका क8gtयटर 1स8यलशन भी Uकया गया कम

लागत सरल चालन उपयोगकता( को पाई जान वाल

यथाथ(ता एव सवा को यान म रखन हए गहन

अययन क पXचात इस तावत नौसचालन णाल क

1लए सात उपdह का तारामडल निXचत Uकया गया

िजसम तीन उपdह भ-िथर मणका (GEO) म

)मश 34deg83deg132deg रखाश पर थापत Uकए जाएग

शष चार उपdह म स दो उपdह भ-तqयकाल मण

का (GSO) म 55deg अाश पर और अ[य दो 111deg

अाश पर 29deg झकाव क साथ थापत Uकए जाएग

इस कार क Wया1मतय सरचना स सात उपdह

नरतर भारतीय भ- (सवा ) म उपयोगकता(ओ को

िथत नधा(रण U)या हत हमशा PDटमान रहग इस

तारामडलय सरचना स 30 स बहतर क जीडीओपी

(GDOP) ािgtत भी सनिXचत क गई ह इन सभी

उपdह को भारतीय वीय उपdह पण यान

(पीएसएलवी) bवारा सतीश धवन उपdह क

29

(ीहरकोटा) स अतर भ-थानातरण मणका म

पत Uकया जाएगा

उपह स8पण - इस णाल क सभी सात उपdह क

सरचना एक समान होगी दायभार एव अ[य सभी

उपकरण इसरो क कqपना बस म वशष नौसचालन

अ1भयान हत आवXयक परवत(न करक समि[वत Uकया

गया ह उपdह का उथापन वजन (Lift of Mass)

1425 Uकdा क साथ-साथ शDक वजन (Dry Mass)

616 Uकdा होगा सौर पनल का 215 मीX18

मी रखा गया ह जो 1268 वॉट पावर ऊजा( दगा

dहण क दौरान ऊजा( पत ( क 1लए 64 Ah Li-ion बटर

भी रखी गई ह इन सभी उपdह को भ1म-खड िथत

सवा म वतरत नयण क bग bवारा नरतर

मॉनीटर Uकया जाएगा

(2) भ म खड- भ1म खड म~यत अतर म उपdह

तारामडल का नयण सचालन एव नौसचालन

आकड़ नमा(ण करन क 1लए अवरत काय(

करगा इस भ1म खड म न8न1लVखत आवXयक

सवधाए होगी

1 उपdह नयण क

2 नौसचालन नयण क

3 परासन क (सीडीएमए एव लसर परासन)

4 समय एव आकड़ा उव(-कड़ी टशन

5 आकड़ा सचार जाल

30

उपdह क अतर म सह िथत उनक का

सबधी ताजा-सचनाए ािgtत क 1लए दर1मत-दरादश

एव आयनमडलय मॉडलग सशोधन U)या क 1लए

20 परास एव इटdीट मॉनीटरग टशन (IRIMs)

सपण( सवा म वतरत Uकए जाएग िजनम 6

सीडीममए परासन 1 लसर परासन क bग एव 1

परमािवक घड़ी स सिWजत नटवक( टाई1मग सटर

भी शा1मल ह

नौसचालन नयण क का म~य काय( त क आकड़ा

सचार जाल bवारा ाgtत सचनाओ को ससाधत करक

एक परभाषत नौसचालन सदश का नमा(ण करना

िजसम उपdह क अतर म कvय िथत समय

आयनमडलय ट-सशोधन एव अ[य सशोधत सचनाए

हो ह उनको त क अप-1लक टशन को भजना ह

(3) उपयोगकता खड - उपयोगकता( खड म उपभोSता

अपन नौसचालन अ1भdाह (रसीवर) क जरए भारतीय

भ- (भ1म वाय एव सम) म सह िथत नधा(रण

सवा सटक समय क जानकार ाgtत कर सकत ह

इस णाल bवारा विXवक िथत नधा(रण णाल

(जीपीएस) क समान दो कार क सवाए उपलBध कराई

जाएगी िजसम (1) सामा[य िथत नधा(रण सवा

जो सभी कार क उपभोSताओ को सरलता स उपलBध

31

होगी िजसम lt20 मी तक क यथाथ(ता अपvत ह

और (2) 1स1मत(Restricted) िथत नधा(रण सवा जो

1स1मत ाधकत उपभोSताओ को ह उपलBध होगी इस

सवा क यथाथ(ता सामा[य िथत नधा(रण सवा स कई

गना बहतर होगी इस सवा म थान (पोिजशन) क

अतरSत सटक समय क सचना भी शा1मल ह और

य सभी सकत एि[)gtटड िथत म होग इस सवा को

ाgtत करन क 1लए bव-आकत अ1भdाह का उपयोग

करना होगा

32

उपह सचार (SATCOM)

पछल चार दशक म हमन दश क सवागी वकास म

भारतीय अतर काय()म का भाव दखा ह इस

काय()म म उपdह सचार णा1लय क भ1मका अयत

महवपण( ह उपdह सचार ौbयोगक bवारा पवी क

वशाल म आथ(क PिDट स सती (LOW COST) एव

वXवसनीय सचार तथा सपक( |यवथा थापत क जा

सकती ह दश का समd वकास तभी सभव होगा जब

हम दश क दर-दराज क दग(म एव dामीण म

आपसी सचार तथा सपक( |यवथा कायम कर पायग

िजसम उपdह सचार ौbयोगक एक मा वXवसनीय

तकनीक ह आज हमार दश म इ[सट तथा जीसट

णी क अनक सचार उपdह dामसट वीआरएस

(Village Resources System) एव अ[य अनक

परयोजनाओ क अतग(त दरसचार दरदश(न सारण

1शा वाय भ1म जगल एव सम सवtण

33

उ[नत मौसम मानटरन आपित |यवथापन जसी

अनक जन-कqयाणकार सवधाए दान कर रह हc

भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) क

अहमदाबाद क (SAC) का एसएनएए उपdह सचार

अनयोग अतग(त व1भ[न णा1लया एव उपकरण क

वकास तथा नमा(ण काय( म काय(रत ह िजसम मख

ह-

(1) Iलट मानटरन णालः-

इ[सट-एमएसएस आधारत लट मानटरन णाल

(FMS) म~यतः दश क परवहन (सड़क रल सम)

म काय(रत व1भ[न सगठन उbयोग क आवXयकताओ

को यान म रख कर वकसीत क गई ह यह सचार

उपdह आधारत वय सचा1लत लट मानटरन णाल

ह िजसक सवाए भारतीय उपमहाbवीप उपरात

सागर म भी उपलBध ह परवहन सचालक अपन

लट क वत(मान अपिथत (पोिजशन) समय एव

उनक सामयक गत पर ऑन-लाइन नगरानी रखन क

1लए इस योग म ल सकत हc आकिमक परिथत

म लट bवारा सvgtत सदश (Short messages of 40

34

characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

35

सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

II

III

कल छा को अतर उपयोग

क क गतवधय स परचत

करान हत एव उनम भारतीय

अतर काय()म क त +च

जागत करन हत हद म यह

पितका का1शत क जा रह ह टलवज़न

ट1लको8यनकशन (सचार) मायम स हम सब भलभात

परचत ह सटकॉम एव नवीगशन एgtलकशन एरया

(SNAA) यह सब णाल क वकास एव उपयोगी उपकरण

वक1सत करन का दायव नभाता ह यह पितका

एसएनएए क वितय का Bयौरा दती ह

जस हद राDE को जोड़न का काय( करती ह उसी तरह

सटलाइट को8यनकशन एव सटलाइट नवीगशन णा1लया भी

राDE को जोड़न का काय( करती ह

इस पितका क 1लए हद क एव सभी काय(कता(ओ को

हाद(क बधाई एव शभकामनाए

कएस परख

उप नदशक एसएनएए

अतर उपयोग क (इसरो)

अहमदाबाद

I

1

उपह सचार एव नौसचालन अनयोग

(SNAA) एक झलक

अतर क अनगनत रहय को जानन और समझन

क िजजीवषा मानव जगत म सदय स चल आ रह

ह Pढ इRछा शिSत एव वTान क तज बढत कदम न

अब अतर क कछ रहय को उजागर Uकया ह और

यह 1सल1सला नरतर चल रहा ह

कछ समय पहल आपन अखबार क सVख(य म पढा

होगा Uक भारतीय मल क अमरकन अतर याी

सनता व1लय8स न अतर म सबस Wयादा दन तक

रहन का वXवव)म थापत Uकया सनता न

अतर क वातवक पया(वरण म ऐस अनक समाज

उपयोगी योग Uकय िज[ह पवी पर करना लगभग

असभव था कछ समय पहल भारत न भी अपना सौवा

अतर 1मशन सफलतापव(क सप[न कर क समत

वXव को अपनी ओर आकष(त Uकया था

भारत क महान वTानक डॉ व)म साराभाई न भी

कहा था Uक ndash lsquoमानव और समाज क मलभत

समयाओ को सलझान क 1लए उ[नत तकनीक क

अनयोग म हम Uकसी स भी पीछ नह रहना चाहयlsquo

आज यद कोई ऐसा ह िजसस मानवी तज गत स

अपना सवागी वकास कर सकता हो तो अवXय ह वह

2

अतर वTान एव तकनीक का ह उपरोSत

तय को समझत हए भारतीय अतर अनसधान

सगठन इसरो अपन व1भ[न क क मायम स

अतर वTान और ौbयोगक क म ववध

सामािजक परयोजनाओ पर काय( कर रहा ह तो आइय

दखत हc ndash भारत न अतर वTान क म कहा

तक गत हा1सल क ह

पव भ मकाः-

ऐतहा1सक काल स ह दख तो मानव क उ[नत

वTान और तकनीक क वकास स जडी ह अगर हम

ारभ स दख तो आधनक काल म िजन लोग न उडन

क सबध म गभीरता स वचार Uकया था उनम तरहवी

सद का एक अdजी पादर भी शा1मल था वह यह

यान स दखता था Uक चeडया Uकस कार स उडती ह

कभी-कभी वह वतः भी सोचता था Uक अगर बनावट

पख लगा दय जाय तो आदमी भी आकाश म उड

सकता ह

hा[स म सतरहवी सद म उडान क वषय म गभीर

योग हए थ सन 1783 म दो hासीसी नौजवान न

गरम हवा क रशम क गBबार (Hot Air Balloon) म बठ

कर आकाश म उडन का सफल योग Uकया था बाद

म हवाई जहाज का भी आवDकार हआ सन 1920 म

hास क ह एक सना अधकार न हवाई जहाज बनान

3

म सफलता हा1सल क उनका नाम था ndash काउट

झप1लन इसी दौरान पEोल इजन स चलन वाला

वाययान भी बनाया गया िजस उडान क बार म

मानवी तरहवी सद म कवल कqपना करता था उसी

उडान को वह उ[नीसवी सद म सफलतापव(क कर सका

सन 1865 म जल वनt (JULES VERNE) नामक लखक

(Science fiction) न पता लगाया Uक अगर Uकसी चीज

को अत वग स ऊपर आकाश क ओर फc का जाए तो

वह धरती क पकड स छट कर अतर म चल जाएगी

और धरती पर वापस नह आएगी वह पवी क उपdह

क +प म नधा(रत गत म पवी क दvणा करती

रहगी एक और अधक कqपनाओ को यिSतसगत

बनाकर परवत(न और योग करत-करत मानव को

वXवास होन लगा Uक अतर म पहचना मिXकल ज+र

ह परत असभव नह ह Uफर रोकट क अवDकार न

वायमडल स बाहर उड सकन का माग( शत Uकया

और चमा तक पहचन का माग( भी खोल दया

दनाक 04-10-1957 को +स bवारा पतनक-1 नामक

कxम उपdह को अतर म सफलतापव(क पत

Uकया गया इसक साथ ह मानव न अतर यग म

वश Uकया इस महान उपलिBध क बाद अतर

वTान और तकनीक म अधक तजी स वकास हआ

दनाक 12 अल 1961 को +सी अतर याी यर

गागरन अतर म पहच गए व अतर म पवी

4

क पर)मा करक सकशल धरती पर वापस भी आ

गए

आज अतर यग क वकास न समत मानव जात

पर गहरा असर छोडा ह इस म हए वकास Uकसी

अ[य म हए वकास क तलना म Uकसी भी दश

को Wयादा तज गत स गत क ओर ल जात हc

हम ारभ काल स दख तो तरहवी सद म उडान क

1सफ( कqपना करन वाला मानवी आज अतर म

कोलोनी बनान का सपना दख रहा ह

अतर ampवान क उपयोगः-

आज मानव न अतर वTान एव तकनीक क म

अbवतीय मता हा1सल क ह इसी मता क कारण

ह आज हम कछ ह ण म पर yzमाड क इलSEो-

मनटक पSEम को आसानी स दख सकत हc साथ

ह दो dह क बीच का थान पण( करन वाल कवासार

पलसार [यEोन टार और Bलक-हॉल क बार म जान

सकत हc आज मानव क पास सौर-मडल का अ[वषण

करन हत यान भजन क मता ह इतना ह नह

अतर तकनीक क इस वतत मता क कारण ह

दर-सचार दरदश(न मौसम का पवा(नमान तथा

अवलोकन ाकतक ससाधन का अययन कष

आपित |यवथापन वाय दर-1शा मनोरजन

आद म तज गत स उ[नत वकास हआ ह

सदर-सवद (Remote Sensing) उपdह क मदद स पवी

5

क ाकतक ोत क वातवक िथत भौगो1लक

िथत खनज-महासागर सम ोत क अययन

सरलता स Uकय जात हc कष एव वानक क

अययन म भी अतर वTान का सहारा 1लया जाता

lsquo(लोबल पोिजशनग स-टम-जीपीएसrsquo ndashअतर वTान

क ह एक महवपण( उपलिBध ह इस णाल न

मानव क बरसो परान एव अत जटल Xन का सह

हल ढढ नकाला ह मc इस धरती पर कहा ह इस

धरती पर मरा सह थान (Location) Sया ह इस सरल

Xन का हल आज स बीस साल पहल Uकसी क पास

नह था बीस-पRचीस साल क कडी महनत क बाद

मानव आज पवी क Uकसी भी कोन म हो अपना

निXचत थान और समय सह यथाथ(ता (Accuracy) स

बता सकता ह आज हर औbयोगक म इस

णाल का महवपण( उपयोग हो रहा ह म~यतः

वमान का सह थान-अवतरण रल-सडक यातायात

का बधन सनक उपकरण म यह णाल बहत ह

उपयोगी 1स हई ह जहा सटक थान एव परश

समय क सचना मलभत आवXयकता ह उन सभी

म इस णाल न अपनी उRच अनवाय(ता साxबत कर

द ह

य म अबाधत सचार सवा जाससी उपdह क भ1मका

Uकतनी महवपण( हो गई ह इसका अनमान हम खाडी

6

य क परणाम स लगा सकत हc इस य म

अमरका तथा साथी दश न अतर तकनीUकय का

महतम उपयोग Uकया था आज कई वक1सत दश न

धरती पर नगरानी रखन क 1लए अतर म जाससी

उपdह क खला खडी कर द ह य उपdह हर पल

क जानकार यहा तक Uक 1मसाइल दाग जान या कह

पर हए परमाण वफोट का पता लगान म भी पर

तरह समथ( ह

इटरनशनल पस टशन (ISS) वत(मान क सबस बड़ी

परयोजना ह िजसम अमरका +स जापान सहत

अनक यरोपयन दश शा1मल ह यहा बहत स

अनसधान काय( अतर क वातवक पया(वरण म Uकय

जात हc यह तरता हआ अतर टशन सन 1968 स

मानव जात क सवा कर रहा ह

सामा0य जन-जीवन म1 अतर तकनीक2 का -थानः-

अतर वTान एव तकनीक न ववध म

मानवता क सवा क ह खास तौर पर दरसचार

नौसचालन भ-सवtण मौसम आपित |यवथापन

कष आद म अतर तकनीक का |यापक

उपयोग हो रहा ह आज वXव क दरथ एव दग(म

थान म 1शा तथा वशष चUकसा सवधाए दान

करन क 1लए इस उपयोग म 1लया जा रहा ह उपdह

सचार तथा सचना ौbयोगक (IT) क सम[वय स पवी

क वशाल म सचार एव सपक( |यवथा (वन

7

PXय एव सचना) वरत थापत क जा सकती ह इस

वशषता को यान म लत हए 1शा तथा दरदराज

म उचत वाय सवधाए थापत करन क 1लए

अतर तकनीक को योग म लाया जा रहा ह

लोबल वॉ1मग एव जलवाय परवत(न क समया

व+प आज वXव म हर रोज कह न कह ाकतक

आपितय (भकप सना1म च)वात आद) का बार-बार

आना आम बात हो गई ह इस सकट स नपटन क

1लए उपdह सचार सदर-सवदन और जीपीएस क मदद

स एक विXवक आपित |यवथापन नटवक( का वकास

काय( बड़ी तजी स चल रहा ह िजसस इनस होन वाला

आथ(क नकसान और मानव जानहान कम स कम हो

सकगी ऐसी अनक समाजोपयोगी अतर णा1लय

क वकास स अतर तकनीक न मानव क सामा[य

जनजीवन म अपना थान निXचत कर 1लया ह

8

अतर ampवान एव तकनीक2 म1 भारतः-

भारत म सन 1961 क दौरान परमाण ऊजा( वभाग

(DAE) को दश क सामािजक आथ(क और शातपण(

काय को काया(ि[वत करन क 1लए बाzय अतर का

उपयोग करन का काय( सौपा गया था उसक एक वष(

बाद डॉ व)म साराभाई क अयता म भारतीय

अतर अनसधान सगठन (इसरो) क थापना क गई

दनाक 21 नवबर 1963 को xव[म नजदक क

थ8बा भमयरखीय रोकट पण क[ (TERLS) स

lsquoनाइक अपाचrsquo नामक परTापी रोकट को अतर म

सफलतापव(क पत करक भारत न अतर यग म

वश Uकया

दश क अतर काय()म का म~य उXय अतर

वTान एव तकनीक का उपयोग दश क औbयोगक

आथ(क वकास क साथ-साथ जो लोग दश क दर-दराज

9

क dामीण दग(म एव सम तट म रहत हc

उनक मलभत समयाओ को सलझा कर उनका सवागी

वकास करना ह इसी महवपण( सामािजक उXय को

यान म रखत हए भारत (इसरो) न दश को अतर

तकनीक आधारत सवाए दान करन क 1लए अपन

दश म ह न1म(त कxम उपdह एव उनक पण क

मता क साथ-साथ काफ हद तक आमनभ(रता

हा1सल कर ल ह सदर-सवदन क म भी भारत क

आईआरएस णी क उपdह न दश को ववध सवधाए

दान क ह

आज भारत (इसरो) क सामन वत(मान काय क साथ-

साथ सन 2035 तक का अतर काय()म मौजद ह

िजसम

(1) पन+पयोगी पण यान (RLV)

(2) भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल (IRNSS)

(3) जीएसएलवी माक( -II तथा माक( -III का वकास

(4) चयान-2 (इसक अतग(त चमा क धरती पर एक

अवतरण मच तथा रोवर उतारन क योजना ह

(5) समानव अतर अ1भयान (HSP)

(6) साथ ह मगल dह अ1भयान श+ हो रहा ह

10

अतर उपयोग क04 (सक) क2 श8आतः-

सन 1966 म डॉ व)म साराभाई न अहमदाबाद म

ायोगक उपdह सचार भ-क[ (इEक) क थापना

क थी इसी घटना स lsquoसकrsquo क नीव रखी गई थी

श+आती दौर म (सन 1972 तक) अतर तकनीक क

व1भ[न (उपdह सचार सदर सवदन मौसम

आद) म अनसधान एव वकास काय( अहमदाबाद िथत

व1भ[न यनट म अलग-अलग जगह पर चल रहा था

इन सब को 1मला कर सन 1972 म अतर उपयोग

क[ सक क थापना क गई सक आज भारतीय

अतर अनसधान सगठन (इसरो) का एक व1शDट

क[ ह जहा कxम उपdह क पलोड वक1सत करन

स लकर उ[नत अतर ौbयोगक क सामािजक

अनयोWयता (Societal applications) स सबधत अनक

परयोजनाओ पर काय( Uकया जाता ह यह क[

म~यतः उपdह सचार सदर सवदन नौसचालन मौसम

11

वTान क उपयोग सबधी काय()म को काया(ि[वत करन

क 1लए नर[तर काय(रत ह

उपह सचार एव नौसचालन अनयोग (SNAA)-

अतर उपयोग क[ (सक) का एसएनएए उपdह

सचार (SATCOM) तथा नौसचालन (NAVIGATION) क

म व1भ[न उ[नत ौbयोगUकया एव उनक सामािजक

अनयोWयताओ क अ1भकqपना एव वकास काय( म

सU)यता स काय(रत ह

सटकोम उपयोगता काय()म अतग(त भारतीय ीय

नौसचालन उपdह णाल (IRNSS) परयोजना क 1लए

योSता अ1भdाह (USER RECEIVER) 1स8यलटर ववध

गgtतलखन िक8स कोड वXलषण वधय क

अ1भकqपना और वकास काय( इस (SNAA) bवारा

Uकया जा रहा ह इसरो क भावी एव महवाकाी

समानव अतर अ1भयान (HSP) हत कोड वभाजन बह

अ1भगम (CDMA) मोडम तथा अ[य भ-उपकरण

णा1लय का वकास भी इसी म चल रहा ह

जीसट-6 काय()म अतग(त ट व वीeडयो को[hि[सग

तथा डाटा Eा[सफर (144kbps) क 1लए सवाzय

मqटमीeडया ट1म(नल का वकास नमा(ण तथा

ौbयोगक दश(न इस bवारा सफलतापव(क Uकया

गया इसी क साथ जीसट-7 परयोजना अतग(त ट व

वॉइस कॉल क 1लए उRच आवित अ1भdाह (UHF Rx)

12

का वकास एव नमा(ण काय( भी इसी क उपलिBध

इसक अतरSत व1भ[न ौbयोगकय वकास

परयोजना अतग(त उ[नत सचार णा1लय का वकास

नमा(ण एव ौbयोगक हतातरण (Technology

Transfer) एसएनएए bवारा Uकया गया ह इ[सट

एमएसएस टाइप-सी तथा टाइप-डी ट1म(नल का अनसधान

एव वकास काय( सफलतापव(क Uकया गया इसी

(MSS-C) परयोजना अतग(त जहाज मानटरन णाल का

वकास नमा(ण तथा उसका सथापन मय सवtण

वभाग (FSI Porbandar) पोरबदर क परसर म

सफलतापव(क सप[न Uकया क[ म थापत

पसनट और सकनट सवधा का चालन भी एसएनएए

bवारा Uकया जाता ह

सचार उपdह (INSAT-3A) आधारत वपित चतावनी

षण णाल (DATS) का वकास नमा(ण तथा सथापन

काय( एसएनएए bवारा सफलतापव(क Uकया गया इस

णाल का |यावसायक उपादन एक भारतीय इकाई

bवारा Uकया गया ह इस णाल का नयण क[

(Hub) भारतीय तट रक दल क परसर म थापत

Uकया ह जो नरतर (24x7) काय(रत ह

बोपल-सक परसर म थापत भक[ (BES) भी

एसएनएए का ह एक भाग ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

13

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

सीएसएसटईपी अतग(त ए1शया एव प1सUफक क

छा क 1लए उपdह सचार उपdह-नौसचालन एव

मौसम-वTान क म नौ महन क नातकोतर

eडgtलोमा पाय)म का सपण( सचालन इस क[ bवारा

नय1मत +प स Uकया जाता ह इसक अतरSत अय

सभी सटकोम योग म इस क[ क सहायता ल

जाती ह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) भी एसएनएए स

सलन ह यह क[ म~यतः मोबाईल उपdह सवा

(एमएसएस टाइप-सी और टाइप-डी) कयका बcड सचरण

अययन क 1लए भ1मगत सवधाए दान करता ह

साथ ह आपित |यवथापन नटवक( (DMS-VPN) क

नय)म चालन तथा अनरण काय( भी दखता ह

सचार उपdह आधारत व1भ[न योग परयोजनाओ

का सचालन भी इसी क[ क िज8मदार ह

एसएनएए को उनक काय(- क अन+प

न8न1लVखत तीन dप म वभािजत Uकया गया हः

(1) चालन एव ायोगक मतावध(न dप (OESG)

(2) अकय सचार ौbयोगक dप (DCTG)

(3) उपdह सचार णाल ौbयोगक dप (SSTG)

14

उपह नौसचालन (SATNAV)-

उपdह नौसचालन ौbयोगक न नौसचालन क म

एक अभतपव( )ात थापत क ह जहा अयधक

एकयरट थान नधा(रण एव समय क सचना मलभत

आवXयकताए हc उन सभी म इस ौbयोगक न

अपनी उपयोगता क अनवाय(ता 1स कर द ह

दन-तदन अनक इस तकनीक स लाभाि[वत हो

रह हc

वत(मान म च1लत उपdह आधारत नौसचालन

णा1लय म अमरका क विXवक थान नधा(रण

णाल ndash जीपीएस ह सबस Wयादा च1लत ह अ[य

णा1लय म +स क लोनास यरोप क ग1ल1लयो एव

अ[य विXवक नौसचालन णा1लया (GNSS) काय(रत ह

15

भारत क गगन परयोजना भी जीपीएस का ह

वतारत +प ह जो भारतीय भ- म काय(रत ह

कस काय करती ह उपह नौसचालन णालः-

कोई भी अतर आधारत नौसचालन णाल म~यतः

कxम उपdह का अतर म Tान (known) थान एव

पवी पर अ1भdाह क थान इन दोन क बीच का

दर-मापन (रज मज़रमट) और उपdह स सारत

रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क समय पर

आधारत ह न8नतर चार उपdह bवारा ाgtत क

गई दर और समय क सचना को 1मला कर चार

समीकरण बनत हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक

(ोससर) bवारा सलझा कर अ1भdाह क सह थान

(पोिजशन) एव समय का परकलन Uकया जाता ह

उपdह स ाgtत सचनाओ को अ1भdाह तक पहचन को

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

दर = वग x समय (Distance = Velocity x Time) को

योग म लाया जाता ह रeडयो सकत का वग काश

वग (299792458Uकमीसकड) क समान होता ह

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक

सनिXचत समय पर नमा(ण करत हc तथा दोन क घड़ी

(clock) भी लगभग समका1लन ह बाद म उपdह bवारा

ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त सकत को एक साथ

1मलाया जाता ह इस तरह स चार उपdह bवारा

16

सारत रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क

समय (Time) क गणना क जाती ह बाद म अ1भdाह

िथत अत आधनक सगणक सोटवयर bवारा

अ1भdाह क सह थान एव समय क सचना का

नधा(रण Uकया जाता ह यथाथ( थान-नधा(रण क साथ-

साथ अयाधक सटक समय ऊचाई और गतमापन भी

इस णाल bवारा सभव हो सका ह

xकोण1मत क 1सात अनसार थान नधा(रण क

U)या म 1सफ( तीन उपdह स दरमापन पया(gtत ह

िजसस 3D थान नधा(रण क गणना सभव ह परत

उपdह क समय को उस पर लगी एट1मक Sलोक स

नापा जाता ह जो कछ ननो सकड तक क परशता

रखती ह जब Uक अ1भdाह का कद भार और लागत

न8नतर रखन हत उसक Sलोक इतनी अचक नह रखी

जाती िजसस समय क परकलन म थोड़ा सा परवत(न

(ट) आ जाता ह इस ट को [यनतम करन क 1लए

ह एक ओर उपdह स दरमापन Uकया जाता ह िजसक

सहायता स समय क अत)मण (offset) को नDका1सत

Uकया जाता ह

(लोबल पोिजशनग स-टम-जीपीएस

लोबल पोिजशनग 1सटम-जीपीएसrsquo जीपीएस ldquoनवटार

जीपीएसrdquo का परवत(त नाम ह िजसका वतत नाम

नवगशन 1सटम वथ टाइम एड रिजग लोबल

पोिजशनग 1सटम ह इस णाल क आवDकार स

17

मानव क दघ(का1लन एव सबस जटल समया का

सह समाधान 1मल गया ह मc इस धरती पर कहा ह

मरा इस धरती पर सह थान Sया ह आप अपन

सह थान (पोिजशन) को सरलता स तभी बता सकत

हc जब आपक आसपास कोई चीज या ठोस पदाथ( सदभ(

क 1लए हो उसी सदभ( स आप अपन मल थान का

पता लगा सकत हc लUकन जब आपक आसपास या

नजदक सदभ( क 1लए कछ भी नह ह आप बीच

सागर आकाश रगतान या घन जगल म ह तब

समया और भी गभीर हो सकती ह

परान समय म जब मानव न याा करना आरभ Uकया

तब वह अपन रात म पथर या कोई चीज नशानी

(सदभ() क तौर पर रख दता था और लौटत समय उसक

सदभ( स अपन मल थान पर वापस लौट आता था

यह |यवथा बहत ह सी1मत वतार क 1लए मया(दत

थी बारश या बफ( गरन पर मसीबत और भी बढ़

जाती थी बाद म मानव न जब सागर याा ारभ क

तब तो समया और भी बढ़ गई SयUक बीच सागर म

शान कहा लगाए जा सकत थ तब उसन आकाश क

ओर दखा आकाश म तार का थान और उनक

गनती क आधार पर वह अपना राता तय करन लगा

लUकन तार हमस बहत दर ह और 1सफ( रात को ह

दखत हc तथा उसक 1लए आकाश भी वRछ होना

चाहए इसक बाद दशा सचन एव नौसचालन क 1लए

कछ और उपकरण (कपास सSस[ट) का वकास Uकया

18

गया लUकन उनक यथाथ(ता पर Xनच[ह ह लगा

था

आधनक मानव न और कई इलSEोनक उपकरण

अपना कर यन Uकए लUकन उनक उपयोगता 1स

नह हो सक थी बाद म टरिEयल रeडयो आधारत

नौसचालन णाल (लोरन ओमगा)य का वकास हआ

इस णाल न नावक को दशासचन और नौकायन म

काफ मदद क लUकन इनक भी अपनी कछ मया(दाए

थी इसक बाद सन 1960 क दशक म अतर

आधारत सटनव णाल (Eािज़ट टाइमशन और

डSका)य का वकास हआ िजसम पवी क नजदक

का (एलईओ) म एक स Wयादा कxम उपdह को

थापत Uकया गया था यह णा1लया UhSव[सी

डोgtलर वचलन पर आधारत थी और उपdह स सकत

ाgtत करन म बहत तीा करनी पड़ती थी इनम

हआ थोड़ा सा भी गत परवत(न अ1भdाह (र1सवर) क

िथत म बहत बड़ी ट पदा कर दता था इ[ह

मया(दाओ न एक उRच यथाथ(ता दान कर ऐसी विXवक

नौसचालन णाल वक1सत करन को रत Uकया

सन 1970 क दशक म अमरका क रा वभाग न एक

योजना को मजर द िजसका नाम था ndash विXवक

थान नधा(रण णाल ndash जीपीएस इस योजना पर

लगातार बीस वष( तक काय( चलता रहा अत म इस

णाल न सह काम Uकया और आज मानवी दनया क

Uकसी भी कोन म हो Uकसी भी समय पर अपना

19

निXचत थान (पोिजशन) और समय वातवक काल

म आसानी स बता सकता ह

ारभ म यह णाल 1सफ( अमरक सना क नजी

उपयोग हत सी1मत थी बाद म सामा[य लोग क

उपयोग क 1लए भी इस उपलBध कराया गया आज

सनक उपयोग क अलावा म~य सामा[य उपयोग ह

1) नौसचालन (भ1म सागर एव वाय म)

2) सामा[य सवtण

3) विXवक समय का आकलन

इसक अतरSत जीपीएस अ1भdाह क उपयोगता क

कोई सीमाए नह ह आज लगभग यक ौbयोगक

म इस णाल का य या अय महतम उपयोग

हो रहा ह

3 कस काय करती ह विltवक -थान नधारण णाल

(gtच स 1)

20

जीपीएस म~यतः कxम उपdह (मानव न1म(त तार)

का अतर म थान एव अ1भdाह (र1सवर) का पवी

पर थान इन दोन क बीच का दरमापन (रज

मज़रम[ट) और उपdह स ाgtत सचना (डाटा) को

अ1भdाह तक पहचन का समय पर आधारत ह

[यनतम चार उपdह bवारा (च स 1) ाgtत क गई

दर और समय दोन को 1मला कर चार समीकरण बनत

हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक bवारा सलझा

कर अ1भdाह का सह थान और समय का परकलन

Uकया जाता ह उपdह bवारा सारत सचना को

अ1भdाह तक पहचन क समय को Tात करन क 1लए

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

= वग X समय को योग म 1लया गया ह रeडयो

सकत का वग काश वग (299792458 Uकमी त

सकड) क समान ह

च स~या-2

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक ह

21

सनिXचत समय पर उप[न करत हc और दोन क घड़ी

(एट1मक Sलोक) भी समका1लन ह बाद म उपdह

bवारा ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त दोन सकत

को एक साथ 1मला जाना ह च स~या-2 दख इस

तरह 4 उपdह bवारा सारत रeडयो सकत को

अ1भdाह तक पहचन क समय क गणना क जाती ह

जीपीएस णाल क वतत तकनीक जानकार ाgtत

करन क 1लए इस म~य तीन भाग म बाटना आवXयक

1) अतर खड (पस सगम[ट)

2) नयण एव नगरानी खड (कEोल एड मोनटरग

सगमट)

3) योSता खड (यज़र सगमट)

(1) अतर खडः-

च स~या - 3 च स~या - 4

अतर खड िजसम 24 कxम उपdह (+4 आरvत)

को पवी क अतरम मणका म (च स~या 3 और

22

4 दख) करब 20200 Uकमी क दर पर निXचत 6

काओ म थापत Uकया गया ह सभी उपdह

निXचत 12 घट म पवी का एक परमण करत हc

यक उपdह पवी पर एक ह vतज सीमा म दन

म दो बार गजरता ह अतर खड क अ1भकqपना

कछ इस कार स न1म(त क गई ह Uक Uकसी भी

समय और पवी क Uकसी भी भाग म [यनतम 4

उपdह एक ह vतज सीमा म नरतर PिDटमान रहत

हc अनभव स Tात हआ ह Uक कभी-कभी एक ह

समय पर एक ह vतज सीमा म 8-10 उपdह सदव

PिDटमान रहत हc

यक उपdह पर बहत ह यथाथ( (एSयरट) दो एट1मक

घeड़या (Sलोक) होती ह िजन क मल आवित 1023

मगाह(स होती ह इस आवित क सदभ( स उपdह

म कट सकत नमा(ण Uकय जात हc इन सकत को

पवी क ओर सतत सारत Uकया जाता ह िजसम

उपdह का अपना पहचान )माक (आईडी) समय

अतर म अपना थान (लोकशन) एव उसी समय

उसक आसपास मणशील अ[य उपdह क सपण(

जानकार सि8म1लत होती ह िजस ldquoअqमनकrdquo कहत

हc यह जानकार एक महन तक मा[य रहती ह

इन सकत को पवी क ओर सारत करन हत उपdह

दो वाहक आवितय का उपयोग करत हc जो

न8न1लVखत हः-

23

च स~या-5

1) एल-1 = 157542 मगाहट(ज (MHz)

2) एल-2 = 122760 मगाहट(ज (MHz)

एल-1 वाहक आवित िजस पर दो कट सकत (कोड)

अध1मत Uकए जात हc (च स~या-5 दख)

1) सीए कोड जो 1023 MHz मल आवित पर और

2) पी कोड िजस 1023 MHz मल आवित पर

अध1मत Uकया जाता ह

एल-2 वाहक आवित पर 1सफ( पी कोड 1023 MHz

मल आवित पर अध1मत Uकया जाता ह पी कोड

कवल अमरक सना क नजी उपयोग क 1लए ह

सी1मत रखा गया ह

पवी पर िथत जीपीएस अ1भdाह उपरोSत सकत का

उपयोग अतर म उपdह का थान समय एव उस

24

समय अ[य उपdह क अतर म वत(मान िथत

जानन क 1लए करता ह इन सकत का म~य उपयोग

अतर म उपdह क वत(मान िथत (लोकशन) एव

पवी पर अ1भdाह क बीच का दरमापन (रज) करना

ह न8नतम 4 उपdह bवारा ाgtत सकत स दरमापन

U)या सप[न करक अ1भdाह क सह थान क

सगणना क जाती ह

(2) नयण एव नगरानी खडः

च स~या-6

अतर म थापत सभी 24 उपdह पर नगरानी

रखन क 1लए पवी पर भमय रखा क आसपास 1

म~य नयण क एव 5 नगरानी भ-क (च स~या-

6) )मशः कोलोराडो एक[सन (Ascension) eडयागो

(Diego) Sवाजलन (Kwajalein) तथा हवाई (Hawaii) म

काय(रत ह य सभी भ-क णाल क सभी उपdह क

साथ नरतर सपक( बनाए रखत हc एक बहत ह

महवपण( काय( इस खड bवारा काया(ि[वत Uकया जाता

ह Uक मणका म घम रह सभी उपdह का अनवत(न

(EUकग) कर क उनक कीय िथत क सटक जाच

करना और उन पर िथत एट1मक Sलोक को

25

असशोधत कर क अगर उसम कछ टया ह तो उस

सधार कर म~य नयण क bवारा सभी उपdह को

पनः सारत करना ह िजसस यक उपdह क पास

उसक अतर म वातवक सह िथत एव समय क

जानकार उपलBध करायी जाती ह यह जानकार पवी

पर िथत जीपीएस अ1भdाह क 1लए बहत ह आवXयक

होती ह

3) योEता खडः

इसक अतग(त जीपीएस अ1भdाह (र1सवर) जो उपdह

bवारा सारत कट सकत को अपन सगणक bवारा

वXलषण करक पवी पर अपना निXचत थान और

समय क सचना ाgtत करत हc इस अ1भdाह का

उपयोग कोई भी सामा[य |यिSत आसानी स कर सकता

न8न1लVखत उपयोग हत जीपीएस णाल अयत

महवपण( 1स हई हः

1) स[य सवtण

2) भ-सवtण

3) नौ-सचालन (भ1म सागर एव वाय म)

4) भ-गतUकय अययन

5) वाहन यातायात (रल सडक) नयण एव बधन

6) ववध याxक नयण णा1लया

7) वXव म कह भी समय को समका1लन (1स)ोनाइज़)

करन क 1लए

8) विXवक भकप सनामी जसी ाकतक आपितय क

बधन म

26

भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल

ndash आईआरएनएसएस

उपdह नौसचालन णाल क बहहतक व1शDटताओ को

दखत हए वत(मान समय म इस णाल का कोई

वकqप नह ह जीपीएस क सवाए भारतीय भ- म

सरलता स उपलBध ह लUकन आपातकाल या य क

दौरान यह सवधा हम उपलBध ना हो या Uफर इस

णाल bवारा ाgtत सचनाओ को टज[य भी Uकया जा

सकता ह SयUक यह णाल सपण(तः अमरका क

रा वभाग bवारा नयxत ह सvgtत म कहा जाय

तो आपातकाल म जीपीएस क सवाए सदहापद ह

उपरोSत वात को यान म रखत हए भारत (इसरो) भी

दश क नौसचालनय आवXयकता को (सनक तथा

असनक सभी) को परा करन क 1लए सपण(तः वायत

एव वनयxत ीय नौसचालन उपdह णाल-

आईआरएनएसएस थापत करन जा रहा ह जो

भारतीय उपमहाbवीप म व1भ[न उपयोगकता(ओ को

27

सह यथाथ(ता स थान-नधा(रण नौसचालन एव समय

क सचना जसी आवXयक सवाए दान करगी बाद म

अतरSत घटक को शा1मल करन क सामय(ता स इस

वतारत भी Uकया जा सकता ह िजसस पडोसी

को उपरोSत यथाथ(ता स नौसचालन सवाए दान क जा

सक

नFपादन उGltय

bull दश क नौसचालनय आवXयकता को को परा

करन क 1लए सपण(तः वायत एव वनयxत

ीय नौसचालन उपdह णाल का अ1भकqपन

वकास एव काया([वयन

bull उRच यथाथ(ता स थान-नधा(रण (lt 20 मीटर)

एव समय क सचना (lt10-20 ननो सकड)

bull आयनमडलय सशोधन क साथ सभी ऋत म

चालन

bull उRचतम उपलBधता (24 X 7) 999

bull भारतीय भ- उपरात 1500 Uक मी क

आसपास म भी उRच यथाथ(ता स

नौसचालन सवा उपलBध

bull बाद म इसक सवा को )मशः वतत भी

Uकया जाएगा िजसस पडोसी को उपरोSत

यथाथ(ता स नौसचालन सवधा उपलBध हो सक

इस तावत ीय नौसचालन णाल क म~य तीन

भाग ह -

1 अतर खड (पस सगमट)

28

2 भ1म खड (dाउड सगमट)

3 उपयोगकता( खड (यजर सगमट)

(1) अतर खड - Uकसी भी अतर आधारत

नौसचालन णाल म उपयोग कता( को िथतनधा(रण

U)या हत [यनतम चार उपdह क नरतर PDयता

अयावXयक ह इस1लए व1भ[न उपdहय तारमडल

का अययन Uकया गया अनक वकqप सोच गए

उनका क8gtयटर 1स8यलशन भी Uकया गया कम

लागत सरल चालन उपयोगकता( को पाई जान वाल

यथाथ(ता एव सवा को यान म रखन हए गहन

अययन क पXचात इस तावत नौसचालन णाल क

1लए सात उपdह का तारामडल निXचत Uकया गया

िजसम तीन उपdह भ-िथर मणका (GEO) म

)मश 34deg83deg132deg रखाश पर थापत Uकए जाएग

शष चार उपdह म स दो उपdह भ-तqयकाल मण

का (GSO) म 55deg अाश पर और अ[य दो 111deg

अाश पर 29deg झकाव क साथ थापत Uकए जाएग

इस कार क Wया1मतय सरचना स सात उपdह

नरतर भारतीय भ- (सवा ) म उपयोगकता(ओ को

िथत नधा(रण U)या हत हमशा PDटमान रहग इस

तारामडलय सरचना स 30 स बहतर क जीडीओपी

(GDOP) ािgtत भी सनिXचत क गई ह इन सभी

उपdह को भारतीय वीय उपdह पण यान

(पीएसएलवी) bवारा सतीश धवन उपdह क

29

(ीहरकोटा) स अतर भ-थानातरण मणका म

पत Uकया जाएगा

उपह स8पण - इस णाल क सभी सात उपdह क

सरचना एक समान होगी दायभार एव अ[य सभी

उपकरण इसरो क कqपना बस म वशष नौसचालन

अ1भयान हत आवXयक परवत(न करक समि[वत Uकया

गया ह उपdह का उथापन वजन (Lift of Mass)

1425 Uकdा क साथ-साथ शDक वजन (Dry Mass)

616 Uकdा होगा सौर पनल का 215 मीX18

मी रखा गया ह जो 1268 वॉट पावर ऊजा( दगा

dहण क दौरान ऊजा( पत ( क 1लए 64 Ah Li-ion बटर

भी रखी गई ह इन सभी उपdह को भ1म-खड िथत

सवा म वतरत नयण क bग bवारा नरतर

मॉनीटर Uकया जाएगा

(2) भ म खड- भ1म खड म~यत अतर म उपdह

तारामडल का नयण सचालन एव नौसचालन

आकड़ नमा(ण करन क 1लए अवरत काय(

करगा इस भ1म खड म न8न1लVखत आवXयक

सवधाए होगी

1 उपdह नयण क

2 नौसचालन नयण क

3 परासन क (सीडीएमए एव लसर परासन)

4 समय एव आकड़ा उव(-कड़ी टशन

5 आकड़ा सचार जाल

30

उपdह क अतर म सह िथत उनक का

सबधी ताजा-सचनाए ािgtत क 1लए दर1मत-दरादश

एव आयनमडलय मॉडलग सशोधन U)या क 1लए

20 परास एव इटdीट मॉनीटरग टशन (IRIMs)

सपण( सवा म वतरत Uकए जाएग िजनम 6

सीडीममए परासन 1 लसर परासन क bग एव 1

परमािवक घड़ी स सिWजत नटवक( टाई1मग सटर

भी शा1मल ह

नौसचालन नयण क का म~य काय( त क आकड़ा

सचार जाल bवारा ाgtत सचनाओ को ससाधत करक

एक परभाषत नौसचालन सदश का नमा(ण करना

िजसम उपdह क अतर म कvय िथत समय

आयनमडलय ट-सशोधन एव अ[य सशोधत सचनाए

हो ह उनको त क अप-1लक टशन को भजना ह

(3) उपयोगकता खड - उपयोगकता( खड म उपभोSता

अपन नौसचालन अ1भdाह (रसीवर) क जरए भारतीय

भ- (भ1म वाय एव सम) म सह िथत नधा(रण

सवा सटक समय क जानकार ाgtत कर सकत ह

इस णाल bवारा विXवक िथत नधा(रण णाल

(जीपीएस) क समान दो कार क सवाए उपलBध कराई

जाएगी िजसम (1) सामा[य िथत नधा(रण सवा

जो सभी कार क उपभोSताओ को सरलता स उपलBध

31

होगी िजसम lt20 मी तक क यथाथ(ता अपvत ह

और (2) 1स1मत(Restricted) िथत नधा(रण सवा जो

1स1मत ाधकत उपभोSताओ को ह उपलBध होगी इस

सवा क यथाथ(ता सामा[य िथत नधा(रण सवा स कई

गना बहतर होगी इस सवा म थान (पोिजशन) क

अतरSत सटक समय क सचना भी शा1मल ह और

य सभी सकत एि[)gtटड िथत म होग इस सवा को

ाgtत करन क 1लए bव-आकत अ1भdाह का उपयोग

करना होगा

32

उपह सचार (SATCOM)

पछल चार दशक म हमन दश क सवागी वकास म

भारतीय अतर काय()म का भाव दखा ह इस

काय()म म उपdह सचार णा1लय क भ1मका अयत

महवपण( ह उपdह सचार ौbयोगक bवारा पवी क

वशाल म आथ(क PिDट स सती (LOW COST) एव

वXवसनीय सचार तथा सपक( |यवथा थापत क जा

सकती ह दश का समd वकास तभी सभव होगा जब

हम दश क दर-दराज क दग(म एव dामीण म

आपसी सचार तथा सपक( |यवथा कायम कर पायग

िजसम उपdह सचार ौbयोगक एक मा वXवसनीय

तकनीक ह आज हमार दश म इ[सट तथा जीसट

णी क अनक सचार उपdह dामसट वीआरएस

(Village Resources System) एव अ[य अनक

परयोजनाओ क अतग(त दरसचार दरदश(न सारण

1शा वाय भ1म जगल एव सम सवtण

33

उ[नत मौसम मानटरन आपित |यवथापन जसी

अनक जन-कqयाणकार सवधाए दान कर रह हc

भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) क

अहमदाबाद क (SAC) का एसएनएए उपdह सचार

अनयोग अतग(त व1भ[न णा1लया एव उपकरण क

वकास तथा नमा(ण काय( म काय(रत ह िजसम मख

ह-

(1) Iलट मानटरन णालः-

इ[सट-एमएसएस आधारत लट मानटरन णाल

(FMS) म~यतः दश क परवहन (सड़क रल सम)

म काय(रत व1भ[न सगठन उbयोग क आवXयकताओ

को यान म रख कर वकसीत क गई ह यह सचार

उपdह आधारत वय सचा1लत लट मानटरन णाल

ह िजसक सवाए भारतीय उपमहाbवीप उपरात

सागर म भी उपलBध ह परवहन सचालक अपन

लट क वत(मान अपिथत (पोिजशन) समय एव

उनक सामयक गत पर ऑन-लाइन नगरानी रखन क

1लए इस योग म ल सकत हc आकिमक परिथत

म लट bवारा सvgtत सदश (Short messages of 40

34

characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

35

सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

III

कल छा को अतर उपयोग

क क गतवधय स परचत

करान हत एव उनम भारतीय

अतर काय()म क त +च

जागत करन हत हद म यह

पितका का1शत क जा रह ह टलवज़न

ट1लको8यनकशन (सचार) मायम स हम सब भलभात

परचत ह सटकॉम एव नवीगशन एgtलकशन एरया

(SNAA) यह सब णाल क वकास एव उपयोगी उपकरण

वक1सत करन का दायव नभाता ह यह पितका

एसएनएए क वितय का Bयौरा दती ह

जस हद राDE को जोड़न का काय( करती ह उसी तरह

सटलाइट को8यनकशन एव सटलाइट नवीगशन णा1लया भी

राDE को जोड़न का काय( करती ह

इस पितका क 1लए हद क एव सभी काय(कता(ओ को

हाद(क बधाई एव शभकामनाए

कएस परख

उप नदशक एसएनएए

अतर उपयोग क (इसरो)

अहमदाबाद

I

1

उपह सचार एव नौसचालन अनयोग

(SNAA) एक झलक

अतर क अनगनत रहय को जानन और समझन

क िजजीवषा मानव जगत म सदय स चल आ रह

ह Pढ इRछा शिSत एव वTान क तज बढत कदम न

अब अतर क कछ रहय को उजागर Uकया ह और

यह 1सल1सला नरतर चल रहा ह

कछ समय पहल आपन अखबार क सVख(य म पढा

होगा Uक भारतीय मल क अमरकन अतर याी

सनता व1लय8स न अतर म सबस Wयादा दन तक

रहन का वXवव)म थापत Uकया सनता न

अतर क वातवक पया(वरण म ऐस अनक समाज

उपयोगी योग Uकय िज[ह पवी पर करना लगभग

असभव था कछ समय पहल भारत न भी अपना सौवा

अतर 1मशन सफलतापव(क सप[न कर क समत

वXव को अपनी ओर आकष(त Uकया था

भारत क महान वTानक डॉ व)म साराभाई न भी

कहा था Uक ndash lsquoमानव और समाज क मलभत

समयाओ को सलझान क 1लए उ[नत तकनीक क

अनयोग म हम Uकसी स भी पीछ नह रहना चाहयlsquo

आज यद कोई ऐसा ह िजसस मानवी तज गत स

अपना सवागी वकास कर सकता हो तो अवXय ह वह

2

अतर वTान एव तकनीक का ह उपरोSत

तय को समझत हए भारतीय अतर अनसधान

सगठन इसरो अपन व1भ[न क क मायम स

अतर वTान और ौbयोगक क म ववध

सामािजक परयोजनाओ पर काय( कर रहा ह तो आइय

दखत हc ndash भारत न अतर वTान क म कहा

तक गत हा1सल क ह

पव भ मकाः-

ऐतहा1सक काल स ह दख तो मानव क उ[नत

वTान और तकनीक क वकास स जडी ह अगर हम

ारभ स दख तो आधनक काल म िजन लोग न उडन

क सबध म गभीरता स वचार Uकया था उनम तरहवी

सद का एक अdजी पादर भी शा1मल था वह यह

यान स दखता था Uक चeडया Uकस कार स उडती ह

कभी-कभी वह वतः भी सोचता था Uक अगर बनावट

पख लगा दय जाय तो आदमी भी आकाश म उड

सकता ह

hा[स म सतरहवी सद म उडान क वषय म गभीर

योग हए थ सन 1783 म दो hासीसी नौजवान न

गरम हवा क रशम क गBबार (Hot Air Balloon) म बठ

कर आकाश म उडन का सफल योग Uकया था बाद

म हवाई जहाज का भी आवDकार हआ सन 1920 म

hास क ह एक सना अधकार न हवाई जहाज बनान

3

म सफलता हा1सल क उनका नाम था ndash काउट

झप1लन इसी दौरान पEोल इजन स चलन वाला

वाययान भी बनाया गया िजस उडान क बार म

मानवी तरहवी सद म कवल कqपना करता था उसी

उडान को वह उ[नीसवी सद म सफलतापव(क कर सका

सन 1865 म जल वनt (JULES VERNE) नामक लखक

(Science fiction) न पता लगाया Uक अगर Uकसी चीज

को अत वग स ऊपर आकाश क ओर फc का जाए तो

वह धरती क पकड स छट कर अतर म चल जाएगी

और धरती पर वापस नह आएगी वह पवी क उपdह

क +प म नधा(रत गत म पवी क दvणा करती

रहगी एक और अधक कqपनाओ को यिSतसगत

बनाकर परवत(न और योग करत-करत मानव को

वXवास होन लगा Uक अतर म पहचना मिXकल ज+र

ह परत असभव नह ह Uफर रोकट क अवDकार न

वायमडल स बाहर उड सकन का माग( शत Uकया

और चमा तक पहचन का माग( भी खोल दया

दनाक 04-10-1957 को +स bवारा पतनक-1 नामक

कxम उपdह को अतर म सफलतापव(क पत

Uकया गया इसक साथ ह मानव न अतर यग म

वश Uकया इस महान उपलिBध क बाद अतर

वTान और तकनीक म अधक तजी स वकास हआ

दनाक 12 अल 1961 को +सी अतर याी यर

गागरन अतर म पहच गए व अतर म पवी

4

क पर)मा करक सकशल धरती पर वापस भी आ

गए

आज अतर यग क वकास न समत मानव जात

पर गहरा असर छोडा ह इस म हए वकास Uकसी

अ[य म हए वकास क तलना म Uकसी भी दश

को Wयादा तज गत स गत क ओर ल जात हc

हम ारभ काल स दख तो तरहवी सद म उडान क

1सफ( कqपना करन वाला मानवी आज अतर म

कोलोनी बनान का सपना दख रहा ह

अतर ampवान क उपयोगः-

आज मानव न अतर वTान एव तकनीक क म

अbवतीय मता हा1सल क ह इसी मता क कारण

ह आज हम कछ ह ण म पर yzमाड क इलSEो-

मनटक पSEम को आसानी स दख सकत हc साथ

ह दो dह क बीच का थान पण( करन वाल कवासार

पलसार [यEोन टार और Bलक-हॉल क बार म जान

सकत हc आज मानव क पास सौर-मडल का अ[वषण

करन हत यान भजन क मता ह इतना ह नह

अतर तकनीक क इस वतत मता क कारण ह

दर-सचार दरदश(न मौसम का पवा(नमान तथा

अवलोकन ाकतक ससाधन का अययन कष

आपित |यवथापन वाय दर-1शा मनोरजन

आद म तज गत स उ[नत वकास हआ ह

सदर-सवद (Remote Sensing) उपdह क मदद स पवी

5

क ाकतक ोत क वातवक िथत भौगो1लक

िथत खनज-महासागर सम ोत क अययन

सरलता स Uकय जात हc कष एव वानक क

अययन म भी अतर वTान का सहारा 1लया जाता

lsquo(लोबल पोिजशनग स-टम-जीपीएसrsquo ndashअतर वTान

क ह एक महवपण( उपलिBध ह इस णाल न

मानव क बरसो परान एव अत जटल Xन का सह

हल ढढ नकाला ह मc इस धरती पर कहा ह इस

धरती पर मरा सह थान (Location) Sया ह इस सरल

Xन का हल आज स बीस साल पहल Uकसी क पास

नह था बीस-पRचीस साल क कडी महनत क बाद

मानव आज पवी क Uकसी भी कोन म हो अपना

निXचत थान और समय सह यथाथ(ता (Accuracy) स

बता सकता ह आज हर औbयोगक म इस

णाल का महवपण( उपयोग हो रहा ह म~यतः

वमान का सह थान-अवतरण रल-सडक यातायात

का बधन सनक उपकरण म यह णाल बहत ह

उपयोगी 1स हई ह जहा सटक थान एव परश

समय क सचना मलभत आवXयकता ह उन सभी

म इस णाल न अपनी उRच अनवाय(ता साxबत कर

द ह

य म अबाधत सचार सवा जाससी उपdह क भ1मका

Uकतनी महवपण( हो गई ह इसका अनमान हम खाडी

6

य क परणाम स लगा सकत हc इस य म

अमरका तथा साथी दश न अतर तकनीUकय का

महतम उपयोग Uकया था आज कई वक1सत दश न

धरती पर नगरानी रखन क 1लए अतर म जाससी

उपdह क खला खडी कर द ह य उपdह हर पल

क जानकार यहा तक Uक 1मसाइल दाग जान या कह

पर हए परमाण वफोट का पता लगान म भी पर

तरह समथ( ह

इटरनशनल पस टशन (ISS) वत(मान क सबस बड़ी

परयोजना ह िजसम अमरका +स जापान सहत

अनक यरोपयन दश शा1मल ह यहा बहत स

अनसधान काय( अतर क वातवक पया(वरण म Uकय

जात हc यह तरता हआ अतर टशन सन 1968 स

मानव जात क सवा कर रहा ह

सामा0य जन-जीवन म1 अतर तकनीक2 का -थानः-

अतर वTान एव तकनीक न ववध म

मानवता क सवा क ह खास तौर पर दरसचार

नौसचालन भ-सवtण मौसम आपित |यवथापन

कष आद म अतर तकनीक का |यापक

उपयोग हो रहा ह आज वXव क दरथ एव दग(म

थान म 1शा तथा वशष चUकसा सवधाए दान

करन क 1लए इस उपयोग म 1लया जा रहा ह उपdह

सचार तथा सचना ौbयोगक (IT) क सम[वय स पवी

क वशाल म सचार एव सपक( |यवथा (वन

7

PXय एव सचना) वरत थापत क जा सकती ह इस

वशषता को यान म लत हए 1शा तथा दरदराज

म उचत वाय सवधाए थापत करन क 1लए

अतर तकनीक को योग म लाया जा रहा ह

लोबल वॉ1मग एव जलवाय परवत(न क समया

व+प आज वXव म हर रोज कह न कह ाकतक

आपितय (भकप सना1म च)वात आद) का बार-बार

आना आम बात हो गई ह इस सकट स नपटन क

1लए उपdह सचार सदर-सवदन और जीपीएस क मदद

स एक विXवक आपित |यवथापन नटवक( का वकास

काय( बड़ी तजी स चल रहा ह िजसस इनस होन वाला

आथ(क नकसान और मानव जानहान कम स कम हो

सकगी ऐसी अनक समाजोपयोगी अतर णा1लय

क वकास स अतर तकनीक न मानव क सामा[य

जनजीवन म अपना थान निXचत कर 1लया ह

8

अतर ampवान एव तकनीक2 म1 भारतः-

भारत म सन 1961 क दौरान परमाण ऊजा( वभाग

(DAE) को दश क सामािजक आथ(क और शातपण(

काय को काया(ि[वत करन क 1लए बाzय अतर का

उपयोग करन का काय( सौपा गया था उसक एक वष(

बाद डॉ व)म साराभाई क अयता म भारतीय

अतर अनसधान सगठन (इसरो) क थापना क गई

दनाक 21 नवबर 1963 को xव[म नजदक क

थ8बा भमयरखीय रोकट पण क[ (TERLS) स

lsquoनाइक अपाचrsquo नामक परTापी रोकट को अतर म

सफलतापव(क पत करक भारत न अतर यग म

वश Uकया

दश क अतर काय()म का म~य उXय अतर

वTान एव तकनीक का उपयोग दश क औbयोगक

आथ(क वकास क साथ-साथ जो लोग दश क दर-दराज

9

क dामीण दग(म एव सम तट म रहत हc

उनक मलभत समयाओ को सलझा कर उनका सवागी

वकास करना ह इसी महवपण( सामािजक उXय को

यान म रखत हए भारत (इसरो) न दश को अतर

तकनीक आधारत सवाए दान करन क 1लए अपन

दश म ह न1म(त कxम उपdह एव उनक पण क

मता क साथ-साथ काफ हद तक आमनभ(रता

हा1सल कर ल ह सदर-सवदन क म भी भारत क

आईआरएस णी क उपdह न दश को ववध सवधाए

दान क ह

आज भारत (इसरो) क सामन वत(मान काय क साथ-

साथ सन 2035 तक का अतर काय()म मौजद ह

िजसम

(1) पन+पयोगी पण यान (RLV)

(2) भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल (IRNSS)

(3) जीएसएलवी माक( -II तथा माक( -III का वकास

(4) चयान-2 (इसक अतग(त चमा क धरती पर एक

अवतरण मच तथा रोवर उतारन क योजना ह

(5) समानव अतर अ1भयान (HSP)

(6) साथ ह मगल dह अ1भयान श+ हो रहा ह

10

अतर उपयोग क04 (सक) क2 श8आतः-

सन 1966 म डॉ व)म साराभाई न अहमदाबाद म

ायोगक उपdह सचार भ-क[ (इEक) क थापना

क थी इसी घटना स lsquoसकrsquo क नीव रखी गई थी

श+आती दौर म (सन 1972 तक) अतर तकनीक क

व1भ[न (उपdह सचार सदर सवदन मौसम

आद) म अनसधान एव वकास काय( अहमदाबाद िथत

व1भ[न यनट म अलग-अलग जगह पर चल रहा था

इन सब को 1मला कर सन 1972 म अतर उपयोग

क[ सक क थापना क गई सक आज भारतीय

अतर अनसधान सगठन (इसरो) का एक व1शDट

क[ ह जहा कxम उपdह क पलोड वक1सत करन

स लकर उ[नत अतर ौbयोगक क सामािजक

अनयोWयता (Societal applications) स सबधत अनक

परयोजनाओ पर काय( Uकया जाता ह यह क[

म~यतः उपdह सचार सदर सवदन नौसचालन मौसम

11

वTान क उपयोग सबधी काय()म को काया(ि[वत करन

क 1लए नर[तर काय(रत ह

उपह सचार एव नौसचालन अनयोग (SNAA)-

अतर उपयोग क[ (सक) का एसएनएए उपdह

सचार (SATCOM) तथा नौसचालन (NAVIGATION) क

म व1भ[न उ[नत ौbयोगUकया एव उनक सामािजक

अनयोWयताओ क अ1भकqपना एव वकास काय( म

सU)यता स काय(रत ह

सटकोम उपयोगता काय()म अतग(त भारतीय ीय

नौसचालन उपdह णाल (IRNSS) परयोजना क 1लए

योSता अ1भdाह (USER RECEIVER) 1स8यलटर ववध

गgtतलखन िक8स कोड वXलषण वधय क

अ1भकqपना और वकास काय( इस (SNAA) bवारा

Uकया जा रहा ह इसरो क भावी एव महवाकाी

समानव अतर अ1भयान (HSP) हत कोड वभाजन बह

अ1भगम (CDMA) मोडम तथा अ[य भ-उपकरण

णा1लय का वकास भी इसी म चल रहा ह

जीसट-6 काय()म अतग(त ट व वीeडयो को[hि[सग

तथा डाटा Eा[सफर (144kbps) क 1लए सवाzय

मqटमीeडया ट1म(नल का वकास नमा(ण तथा

ौbयोगक दश(न इस bवारा सफलतापव(क Uकया

गया इसी क साथ जीसट-7 परयोजना अतग(त ट व

वॉइस कॉल क 1लए उRच आवित अ1भdाह (UHF Rx)

12

का वकास एव नमा(ण काय( भी इसी क उपलिBध

इसक अतरSत व1भ[न ौbयोगकय वकास

परयोजना अतग(त उ[नत सचार णा1लय का वकास

नमा(ण एव ौbयोगक हतातरण (Technology

Transfer) एसएनएए bवारा Uकया गया ह इ[सट

एमएसएस टाइप-सी तथा टाइप-डी ट1म(नल का अनसधान

एव वकास काय( सफलतापव(क Uकया गया इसी

(MSS-C) परयोजना अतग(त जहाज मानटरन णाल का

वकास नमा(ण तथा उसका सथापन मय सवtण

वभाग (FSI Porbandar) पोरबदर क परसर म

सफलतापव(क सप[न Uकया क[ म थापत

पसनट और सकनट सवधा का चालन भी एसएनएए

bवारा Uकया जाता ह

सचार उपdह (INSAT-3A) आधारत वपित चतावनी

षण णाल (DATS) का वकास नमा(ण तथा सथापन

काय( एसएनएए bवारा सफलतापव(क Uकया गया इस

णाल का |यावसायक उपादन एक भारतीय इकाई

bवारा Uकया गया ह इस णाल का नयण क[

(Hub) भारतीय तट रक दल क परसर म थापत

Uकया ह जो नरतर (24x7) काय(रत ह

बोपल-सक परसर म थापत भक[ (BES) भी

एसएनएए का ह एक भाग ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

13

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

सीएसएसटईपी अतग(त ए1शया एव प1सUफक क

छा क 1लए उपdह सचार उपdह-नौसचालन एव

मौसम-वTान क म नौ महन क नातकोतर

eडgtलोमा पाय)म का सपण( सचालन इस क[ bवारा

नय1मत +प स Uकया जाता ह इसक अतरSत अय

सभी सटकोम योग म इस क[ क सहायता ल

जाती ह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) भी एसएनएए स

सलन ह यह क[ म~यतः मोबाईल उपdह सवा

(एमएसएस टाइप-सी और टाइप-डी) कयका बcड सचरण

अययन क 1लए भ1मगत सवधाए दान करता ह

साथ ह आपित |यवथापन नटवक( (DMS-VPN) क

नय)म चालन तथा अनरण काय( भी दखता ह

सचार उपdह आधारत व1भ[न योग परयोजनाओ

का सचालन भी इसी क[ क िज8मदार ह

एसएनएए को उनक काय(- क अन+प

न8न1लVखत तीन dप म वभािजत Uकया गया हः

(1) चालन एव ायोगक मतावध(न dप (OESG)

(2) अकय सचार ौbयोगक dप (DCTG)

(3) उपdह सचार णाल ौbयोगक dप (SSTG)

14

उपह नौसचालन (SATNAV)-

उपdह नौसचालन ौbयोगक न नौसचालन क म

एक अभतपव( )ात थापत क ह जहा अयधक

एकयरट थान नधा(रण एव समय क सचना मलभत

आवXयकताए हc उन सभी म इस ौbयोगक न

अपनी उपयोगता क अनवाय(ता 1स कर द ह

दन-तदन अनक इस तकनीक स लाभाि[वत हो

रह हc

वत(मान म च1लत उपdह आधारत नौसचालन

णा1लय म अमरका क विXवक थान नधा(रण

णाल ndash जीपीएस ह सबस Wयादा च1लत ह अ[य

णा1लय म +स क लोनास यरोप क ग1ल1लयो एव

अ[य विXवक नौसचालन णा1लया (GNSS) काय(रत ह

15

भारत क गगन परयोजना भी जीपीएस का ह

वतारत +प ह जो भारतीय भ- म काय(रत ह

कस काय करती ह उपह नौसचालन णालः-

कोई भी अतर आधारत नौसचालन णाल म~यतः

कxम उपdह का अतर म Tान (known) थान एव

पवी पर अ1भdाह क थान इन दोन क बीच का

दर-मापन (रज मज़रमट) और उपdह स सारत

रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क समय पर

आधारत ह न8नतर चार उपdह bवारा ाgtत क

गई दर और समय क सचना को 1मला कर चार

समीकरण बनत हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक

(ोससर) bवारा सलझा कर अ1भdाह क सह थान

(पोिजशन) एव समय का परकलन Uकया जाता ह

उपdह स ाgtत सचनाओ को अ1भdाह तक पहचन को

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

दर = वग x समय (Distance = Velocity x Time) को

योग म लाया जाता ह रeडयो सकत का वग काश

वग (299792458Uकमीसकड) क समान होता ह

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक

सनिXचत समय पर नमा(ण करत हc तथा दोन क घड़ी

(clock) भी लगभग समका1लन ह बाद म उपdह bवारा

ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त सकत को एक साथ

1मलाया जाता ह इस तरह स चार उपdह bवारा

16

सारत रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क

समय (Time) क गणना क जाती ह बाद म अ1भdाह

िथत अत आधनक सगणक सोटवयर bवारा

अ1भdाह क सह थान एव समय क सचना का

नधा(रण Uकया जाता ह यथाथ( थान-नधा(रण क साथ-

साथ अयाधक सटक समय ऊचाई और गतमापन भी

इस णाल bवारा सभव हो सका ह

xकोण1मत क 1सात अनसार थान नधा(रण क

U)या म 1सफ( तीन उपdह स दरमापन पया(gtत ह

िजसस 3D थान नधा(रण क गणना सभव ह परत

उपdह क समय को उस पर लगी एट1मक Sलोक स

नापा जाता ह जो कछ ननो सकड तक क परशता

रखती ह जब Uक अ1भdाह का कद भार और लागत

न8नतर रखन हत उसक Sलोक इतनी अचक नह रखी

जाती िजसस समय क परकलन म थोड़ा सा परवत(न

(ट) आ जाता ह इस ट को [यनतम करन क 1लए

ह एक ओर उपdह स दरमापन Uकया जाता ह िजसक

सहायता स समय क अत)मण (offset) को नDका1सत

Uकया जाता ह

(लोबल पोिजशनग स-टम-जीपीएस

लोबल पोिजशनग 1सटम-जीपीएसrsquo जीपीएस ldquoनवटार

जीपीएसrdquo का परवत(त नाम ह िजसका वतत नाम

नवगशन 1सटम वथ टाइम एड रिजग लोबल

पोिजशनग 1सटम ह इस णाल क आवDकार स

17

मानव क दघ(का1लन एव सबस जटल समया का

सह समाधान 1मल गया ह मc इस धरती पर कहा ह

मरा इस धरती पर सह थान Sया ह आप अपन

सह थान (पोिजशन) को सरलता स तभी बता सकत

हc जब आपक आसपास कोई चीज या ठोस पदाथ( सदभ(

क 1लए हो उसी सदभ( स आप अपन मल थान का

पता लगा सकत हc लUकन जब आपक आसपास या

नजदक सदभ( क 1लए कछ भी नह ह आप बीच

सागर आकाश रगतान या घन जगल म ह तब

समया और भी गभीर हो सकती ह

परान समय म जब मानव न याा करना आरभ Uकया

तब वह अपन रात म पथर या कोई चीज नशानी

(सदभ() क तौर पर रख दता था और लौटत समय उसक

सदभ( स अपन मल थान पर वापस लौट आता था

यह |यवथा बहत ह सी1मत वतार क 1लए मया(दत

थी बारश या बफ( गरन पर मसीबत और भी बढ़

जाती थी बाद म मानव न जब सागर याा ारभ क

तब तो समया और भी बढ़ गई SयUक बीच सागर म

शान कहा लगाए जा सकत थ तब उसन आकाश क

ओर दखा आकाश म तार का थान और उनक

गनती क आधार पर वह अपना राता तय करन लगा

लUकन तार हमस बहत दर ह और 1सफ( रात को ह

दखत हc तथा उसक 1लए आकाश भी वRछ होना

चाहए इसक बाद दशा सचन एव नौसचालन क 1लए

कछ और उपकरण (कपास सSस[ट) का वकास Uकया

18

गया लUकन उनक यथाथ(ता पर Xनच[ह ह लगा

था

आधनक मानव न और कई इलSEोनक उपकरण

अपना कर यन Uकए लUकन उनक उपयोगता 1स

नह हो सक थी बाद म टरिEयल रeडयो आधारत

नौसचालन णाल (लोरन ओमगा)य का वकास हआ

इस णाल न नावक को दशासचन और नौकायन म

काफ मदद क लUकन इनक भी अपनी कछ मया(दाए

थी इसक बाद सन 1960 क दशक म अतर

आधारत सटनव णाल (Eािज़ट टाइमशन और

डSका)य का वकास हआ िजसम पवी क नजदक

का (एलईओ) म एक स Wयादा कxम उपdह को

थापत Uकया गया था यह णा1लया UhSव[सी

डोgtलर वचलन पर आधारत थी और उपdह स सकत

ाgtत करन म बहत तीा करनी पड़ती थी इनम

हआ थोड़ा सा भी गत परवत(न अ1भdाह (र1सवर) क

िथत म बहत बड़ी ट पदा कर दता था इ[ह

मया(दाओ न एक उRच यथाथ(ता दान कर ऐसी विXवक

नौसचालन णाल वक1सत करन को रत Uकया

सन 1970 क दशक म अमरका क रा वभाग न एक

योजना को मजर द िजसका नाम था ndash विXवक

थान नधा(रण णाल ndash जीपीएस इस योजना पर

लगातार बीस वष( तक काय( चलता रहा अत म इस

णाल न सह काम Uकया और आज मानवी दनया क

Uकसी भी कोन म हो Uकसी भी समय पर अपना

19

निXचत थान (पोिजशन) और समय वातवक काल

म आसानी स बता सकता ह

ारभ म यह णाल 1सफ( अमरक सना क नजी

उपयोग हत सी1मत थी बाद म सामा[य लोग क

उपयोग क 1लए भी इस उपलBध कराया गया आज

सनक उपयोग क अलावा म~य सामा[य उपयोग ह

1) नौसचालन (भ1म सागर एव वाय म)

2) सामा[य सवtण

3) विXवक समय का आकलन

इसक अतरSत जीपीएस अ1भdाह क उपयोगता क

कोई सीमाए नह ह आज लगभग यक ौbयोगक

म इस णाल का य या अय महतम उपयोग

हो रहा ह

3 कस काय करती ह विltवक -थान नधारण णाल

(gtच स 1)

20

जीपीएस म~यतः कxम उपdह (मानव न1म(त तार)

का अतर म थान एव अ1भdाह (र1सवर) का पवी

पर थान इन दोन क बीच का दरमापन (रज

मज़रम[ट) और उपdह स ाgtत सचना (डाटा) को

अ1भdाह तक पहचन का समय पर आधारत ह

[यनतम चार उपdह bवारा (च स 1) ाgtत क गई

दर और समय दोन को 1मला कर चार समीकरण बनत

हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक bवारा सलझा

कर अ1भdाह का सह थान और समय का परकलन

Uकया जाता ह उपdह bवारा सारत सचना को

अ1भdाह तक पहचन क समय को Tात करन क 1लए

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

= वग X समय को योग म 1लया गया ह रeडयो

सकत का वग काश वग (299792458 Uकमी त

सकड) क समान ह

च स~या-2

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक ह

21

सनिXचत समय पर उप[न करत हc और दोन क घड़ी

(एट1मक Sलोक) भी समका1लन ह बाद म उपdह

bवारा ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त दोन सकत

को एक साथ 1मला जाना ह च स~या-2 दख इस

तरह 4 उपdह bवारा सारत रeडयो सकत को

अ1भdाह तक पहचन क समय क गणना क जाती ह

जीपीएस णाल क वतत तकनीक जानकार ाgtत

करन क 1लए इस म~य तीन भाग म बाटना आवXयक

1) अतर खड (पस सगम[ट)

2) नयण एव नगरानी खड (कEोल एड मोनटरग

सगमट)

3) योSता खड (यज़र सगमट)

(1) अतर खडः-

च स~या - 3 च स~या - 4

अतर खड िजसम 24 कxम उपdह (+4 आरvत)

को पवी क अतरम मणका म (च स~या 3 और

22

4 दख) करब 20200 Uकमी क दर पर निXचत 6

काओ म थापत Uकया गया ह सभी उपdह

निXचत 12 घट म पवी का एक परमण करत हc

यक उपdह पवी पर एक ह vतज सीमा म दन

म दो बार गजरता ह अतर खड क अ1भकqपना

कछ इस कार स न1म(त क गई ह Uक Uकसी भी

समय और पवी क Uकसी भी भाग म [यनतम 4

उपdह एक ह vतज सीमा म नरतर PिDटमान रहत

हc अनभव स Tात हआ ह Uक कभी-कभी एक ह

समय पर एक ह vतज सीमा म 8-10 उपdह सदव

PिDटमान रहत हc

यक उपdह पर बहत ह यथाथ( (एSयरट) दो एट1मक

घeड़या (Sलोक) होती ह िजन क मल आवित 1023

मगाह(स होती ह इस आवित क सदभ( स उपdह

म कट सकत नमा(ण Uकय जात हc इन सकत को

पवी क ओर सतत सारत Uकया जाता ह िजसम

उपdह का अपना पहचान )माक (आईडी) समय

अतर म अपना थान (लोकशन) एव उसी समय

उसक आसपास मणशील अ[य उपdह क सपण(

जानकार सि8म1लत होती ह िजस ldquoअqमनकrdquo कहत

हc यह जानकार एक महन तक मा[य रहती ह

इन सकत को पवी क ओर सारत करन हत उपdह

दो वाहक आवितय का उपयोग करत हc जो

न8न1लVखत हः-

23

च स~या-5

1) एल-1 = 157542 मगाहट(ज (MHz)

2) एल-2 = 122760 मगाहट(ज (MHz)

एल-1 वाहक आवित िजस पर दो कट सकत (कोड)

अध1मत Uकए जात हc (च स~या-5 दख)

1) सीए कोड जो 1023 MHz मल आवित पर और

2) पी कोड िजस 1023 MHz मल आवित पर

अध1मत Uकया जाता ह

एल-2 वाहक आवित पर 1सफ( पी कोड 1023 MHz

मल आवित पर अध1मत Uकया जाता ह पी कोड

कवल अमरक सना क नजी उपयोग क 1लए ह

सी1मत रखा गया ह

पवी पर िथत जीपीएस अ1भdाह उपरोSत सकत का

उपयोग अतर म उपdह का थान समय एव उस

24

समय अ[य उपdह क अतर म वत(मान िथत

जानन क 1लए करता ह इन सकत का म~य उपयोग

अतर म उपdह क वत(मान िथत (लोकशन) एव

पवी पर अ1भdाह क बीच का दरमापन (रज) करना

ह न8नतम 4 उपdह bवारा ाgtत सकत स दरमापन

U)या सप[न करक अ1भdाह क सह थान क

सगणना क जाती ह

(2) नयण एव नगरानी खडः

च स~या-6

अतर म थापत सभी 24 उपdह पर नगरानी

रखन क 1लए पवी पर भमय रखा क आसपास 1

म~य नयण क एव 5 नगरानी भ-क (च स~या-

6) )मशः कोलोराडो एक[सन (Ascension) eडयागो

(Diego) Sवाजलन (Kwajalein) तथा हवाई (Hawaii) म

काय(रत ह य सभी भ-क णाल क सभी उपdह क

साथ नरतर सपक( बनाए रखत हc एक बहत ह

महवपण( काय( इस खड bवारा काया(ि[वत Uकया जाता

ह Uक मणका म घम रह सभी उपdह का अनवत(न

(EUकग) कर क उनक कीय िथत क सटक जाच

करना और उन पर िथत एट1मक Sलोक को

25

असशोधत कर क अगर उसम कछ टया ह तो उस

सधार कर म~य नयण क bवारा सभी उपdह को

पनः सारत करना ह िजसस यक उपdह क पास

उसक अतर म वातवक सह िथत एव समय क

जानकार उपलBध करायी जाती ह यह जानकार पवी

पर िथत जीपीएस अ1भdाह क 1लए बहत ह आवXयक

होती ह

3) योEता खडः

इसक अतग(त जीपीएस अ1भdाह (र1सवर) जो उपdह

bवारा सारत कट सकत को अपन सगणक bवारा

वXलषण करक पवी पर अपना निXचत थान और

समय क सचना ाgtत करत हc इस अ1भdाह का

उपयोग कोई भी सामा[य |यिSत आसानी स कर सकता

न8न1लVखत उपयोग हत जीपीएस णाल अयत

महवपण( 1स हई हः

1) स[य सवtण

2) भ-सवtण

3) नौ-सचालन (भ1म सागर एव वाय म)

4) भ-गतUकय अययन

5) वाहन यातायात (रल सडक) नयण एव बधन

6) ववध याxक नयण णा1लया

7) वXव म कह भी समय को समका1लन (1स)ोनाइज़)

करन क 1लए

8) विXवक भकप सनामी जसी ाकतक आपितय क

बधन म

26

भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल

ndash आईआरएनएसएस

उपdह नौसचालन णाल क बहहतक व1शDटताओ को

दखत हए वत(मान समय म इस णाल का कोई

वकqप नह ह जीपीएस क सवाए भारतीय भ- म

सरलता स उपलBध ह लUकन आपातकाल या य क

दौरान यह सवधा हम उपलBध ना हो या Uफर इस

णाल bवारा ाgtत सचनाओ को टज[य भी Uकया जा

सकता ह SयUक यह णाल सपण(तः अमरका क

रा वभाग bवारा नयxत ह सvgtत म कहा जाय

तो आपातकाल म जीपीएस क सवाए सदहापद ह

उपरोSत वात को यान म रखत हए भारत (इसरो) भी

दश क नौसचालनय आवXयकता को (सनक तथा

असनक सभी) को परा करन क 1लए सपण(तः वायत

एव वनयxत ीय नौसचालन उपdह णाल-

आईआरएनएसएस थापत करन जा रहा ह जो

भारतीय उपमहाbवीप म व1भ[न उपयोगकता(ओ को

27

सह यथाथ(ता स थान-नधा(रण नौसचालन एव समय

क सचना जसी आवXयक सवाए दान करगी बाद म

अतरSत घटक को शा1मल करन क सामय(ता स इस

वतारत भी Uकया जा सकता ह िजसस पडोसी

को उपरोSत यथाथ(ता स नौसचालन सवाए दान क जा

सक

नFपादन उGltय

bull दश क नौसचालनय आवXयकता को को परा

करन क 1लए सपण(तः वायत एव वनयxत

ीय नौसचालन उपdह णाल का अ1भकqपन

वकास एव काया([वयन

bull उRच यथाथ(ता स थान-नधा(रण (lt 20 मीटर)

एव समय क सचना (lt10-20 ननो सकड)

bull आयनमडलय सशोधन क साथ सभी ऋत म

चालन

bull उRचतम उपलBधता (24 X 7) 999

bull भारतीय भ- उपरात 1500 Uक मी क

आसपास म भी उRच यथाथ(ता स

नौसचालन सवा उपलBध

bull बाद म इसक सवा को )मशः वतत भी

Uकया जाएगा िजसस पडोसी को उपरोSत

यथाथ(ता स नौसचालन सवधा उपलBध हो सक

इस तावत ीय नौसचालन णाल क म~य तीन

भाग ह -

1 अतर खड (पस सगमट)

28

2 भ1म खड (dाउड सगमट)

3 उपयोगकता( खड (यजर सगमट)

(1) अतर खड - Uकसी भी अतर आधारत

नौसचालन णाल म उपयोग कता( को िथतनधा(रण

U)या हत [यनतम चार उपdह क नरतर PDयता

अयावXयक ह इस1लए व1भ[न उपdहय तारमडल

का अययन Uकया गया अनक वकqप सोच गए

उनका क8gtयटर 1स8यलशन भी Uकया गया कम

लागत सरल चालन उपयोगकता( को पाई जान वाल

यथाथ(ता एव सवा को यान म रखन हए गहन

अययन क पXचात इस तावत नौसचालन णाल क

1लए सात उपdह का तारामडल निXचत Uकया गया

िजसम तीन उपdह भ-िथर मणका (GEO) म

)मश 34deg83deg132deg रखाश पर थापत Uकए जाएग

शष चार उपdह म स दो उपdह भ-तqयकाल मण

का (GSO) म 55deg अाश पर और अ[य दो 111deg

अाश पर 29deg झकाव क साथ थापत Uकए जाएग

इस कार क Wया1मतय सरचना स सात उपdह

नरतर भारतीय भ- (सवा ) म उपयोगकता(ओ को

िथत नधा(रण U)या हत हमशा PDटमान रहग इस

तारामडलय सरचना स 30 स बहतर क जीडीओपी

(GDOP) ािgtत भी सनिXचत क गई ह इन सभी

उपdह को भारतीय वीय उपdह पण यान

(पीएसएलवी) bवारा सतीश धवन उपdह क

29

(ीहरकोटा) स अतर भ-थानातरण मणका म

पत Uकया जाएगा

उपह स8पण - इस णाल क सभी सात उपdह क

सरचना एक समान होगी दायभार एव अ[य सभी

उपकरण इसरो क कqपना बस म वशष नौसचालन

अ1भयान हत आवXयक परवत(न करक समि[वत Uकया

गया ह उपdह का उथापन वजन (Lift of Mass)

1425 Uकdा क साथ-साथ शDक वजन (Dry Mass)

616 Uकdा होगा सौर पनल का 215 मीX18

मी रखा गया ह जो 1268 वॉट पावर ऊजा( दगा

dहण क दौरान ऊजा( पत ( क 1लए 64 Ah Li-ion बटर

भी रखी गई ह इन सभी उपdह को भ1म-खड िथत

सवा म वतरत नयण क bग bवारा नरतर

मॉनीटर Uकया जाएगा

(2) भ म खड- भ1म खड म~यत अतर म उपdह

तारामडल का नयण सचालन एव नौसचालन

आकड़ नमा(ण करन क 1लए अवरत काय(

करगा इस भ1म खड म न8न1लVखत आवXयक

सवधाए होगी

1 उपdह नयण क

2 नौसचालन नयण क

3 परासन क (सीडीएमए एव लसर परासन)

4 समय एव आकड़ा उव(-कड़ी टशन

5 आकड़ा सचार जाल

30

उपdह क अतर म सह िथत उनक का

सबधी ताजा-सचनाए ािgtत क 1लए दर1मत-दरादश

एव आयनमडलय मॉडलग सशोधन U)या क 1लए

20 परास एव इटdीट मॉनीटरग टशन (IRIMs)

सपण( सवा म वतरत Uकए जाएग िजनम 6

सीडीममए परासन 1 लसर परासन क bग एव 1

परमािवक घड़ी स सिWजत नटवक( टाई1मग सटर

भी शा1मल ह

नौसचालन नयण क का म~य काय( त क आकड़ा

सचार जाल bवारा ाgtत सचनाओ को ससाधत करक

एक परभाषत नौसचालन सदश का नमा(ण करना

िजसम उपdह क अतर म कvय िथत समय

आयनमडलय ट-सशोधन एव अ[य सशोधत सचनाए

हो ह उनको त क अप-1लक टशन को भजना ह

(3) उपयोगकता खड - उपयोगकता( खड म उपभोSता

अपन नौसचालन अ1भdाह (रसीवर) क जरए भारतीय

भ- (भ1म वाय एव सम) म सह िथत नधा(रण

सवा सटक समय क जानकार ाgtत कर सकत ह

इस णाल bवारा विXवक िथत नधा(रण णाल

(जीपीएस) क समान दो कार क सवाए उपलBध कराई

जाएगी िजसम (1) सामा[य िथत नधा(रण सवा

जो सभी कार क उपभोSताओ को सरलता स उपलBध

31

होगी िजसम lt20 मी तक क यथाथ(ता अपvत ह

और (2) 1स1मत(Restricted) िथत नधा(रण सवा जो

1स1मत ाधकत उपभोSताओ को ह उपलBध होगी इस

सवा क यथाथ(ता सामा[य िथत नधा(रण सवा स कई

गना बहतर होगी इस सवा म थान (पोिजशन) क

अतरSत सटक समय क सचना भी शा1मल ह और

य सभी सकत एि[)gtटड िथत म होग इस सवा को

ाgtत करन क 1लए bव-आकत अ1भdाह का उपयोग

करना होगा

32

उपह सचार (SATCOM)

पछल चार दशक म हमन दश क सवागी वकास म

भारतीय अतर काय()म का भाव दखा ह इस

काय()म म उपdह सचार णा1लय क भ1मका अयत

महवपण( ह उपdह सचार ौbयोगक bवारा पवी क

वशाल म आथ(क PिDट स सती (LOW COST) एव

वXवसनीय सचार तथा सपक( |यवथा थापत क जा

सकती ह दश का समd वकास तभी सभव होगा जब

हम दश क दर-दराज क दग(म एव dामीण म

आपसी सचार तथा सपक( |यवथा कायम कर पायग

िजसम उपdह सचार ौbयोगक एक मा वXवसनीय

तकनीक ह आज हमार दश म इ[सट तथा जीसट

णी क अनक सचार उपdह dामसट वीआरएस

(Village Resources System) एव अ[य अनक

परयोजनाओ क अतग(त दरसचार दरदश(न सारण

1शा वाय भ1म जगल एव सम सवtण

33

उ[नत मौसम मानटरन आपित |यवथापन जसी

अनक जन-कqयाणकार सवधाए दान कर रह हc

भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) क

अहमदाबाद क (SAC) का एसएनएए उपdह सचार

अनयोग अतग(त व1भ[न णा1लया एव उपकरण क

वकास तथा नमा(ण काय( म काय(रत ह िजसम मख

ह-

(1) Iलट मानटरन णालः-

इ[सट-एमएसएस आधारत लट मानटरन णाल

(FMS) म~यतः दश क परवहन (सड़क रल सम)

म काय(रत व1भ[न सगठन उbयोग क आवXयकताओ

को यान म रख कर वकसीत क गई ह यह सचार

उपdह आधारत वय सचा1लत लट मानटरन णाल

ह िजसक सवाए भारतीय उपमहाbवीप उपरात

सागर म भी उपलBध ह परवहन सचालक अपन

लट क वत(मान अपिथत (पोिजशन) समय एव

उनक सामयक गत पर ऑन-लाइन नगरानी रखन क

1लए इस योग म ल सकत हc आकिमक परिथत

म लट bवारा सvgtत सदश (Short messages of 40

34

characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

35

सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

I

1

उपह सचार एव नौसचालन अनयोग

(SNAA) एक झलक

अतर क अनगनत रहय को जानन और समझन

क िजजीवषा मानव जगत म सदय स चल आ रह

ह Pढ इRछा शिSत एव वTान क तज बढत कदम न

अब अतर क कछ रहय को उजागर Uकया ह और

यह 1सल1सला नरतर चल रहा ह

कछ समय पहल आपन अखबार क सVख(य म पढा

होगा Uक भारतीय मल क अमरकन अतर याी

सनता व1लय8स न अतर म सबस Wयादा दन तक

रहन का वXवव)म थापत Uकया सनता न

अतर क वातवक पया(वरण म ऐस अनक समाज

उपयोगी योग Uकय िज[ह पवी पर करना लगभग

असभव था कछ समय पहल भारत न भी अपना सौवा

अतर 1मशन सफलतापव(क सप[न कर क समत

वXव को अपनी ओर आकष(त Uकया था

भारत क महान वTानक डॉ व)म साराभाई न भी

कहा था Uक ndash lsquoमानव और समाज क मलभत

समयाओ को सलझान क 1लए उ[नत तकनीक क

अनयोग म हम Uकसी स भी पीछ नह रहना चाहयlsquo

आज यद कोई ऐसा ह िजसस मानवी तज गत स

अपना सवागी वकास कर सकता हो तो अवXय ह वह

2

अतर वTान एव तकनीक का ह उपरोSत

तय को समझत हए भारतीय अतर अनसधान

सगठन इसरो अपन व1भ[न क क मायम स

अतर वTान और ौbयोगक क म ववध

सामािजक परयोजनाओ पर काय( कर रहा ह तो आइय

दखत हc ndash भारत न अतर वTान क म कहा

तक गत हा1सल क ह

पव भ मकाः-

ऐतहा1सक काल स ह दख तो मानव क उ[नत

वTान और तकनीक क वकास स जडी ह अगर हम

ारभ स दख तो आधनक काल म िजन लोग न उडन

क सबध म गभीरता स वचार Uकया था उनम तरहवी

सद का एक अdजी पादर भी शा1मल था वह यह

यान स दखता था Uक चeडया Uकस कार स उडती ह

कभी-कभी वह वतः भी सोचता था Uक अगर बनावट

पख लगा दय जाय तो आदमी भी आकाश म उड

सकता ह

hा[स म सतरहवी सद म उडान क वषय म गभीर

योग हए थ सन 1783 म दो hासीसी नौजवान न

गरम हवा क रशम क गBबार (Hot Air Balloon) म बठ

कर आकाश म उडन का सफल योग Uकया था बाद

म हवाई जहाज का भी आवDकार हआ सन 1920 म

hास क ह एक सना अधकार न हवाई जहाज बनान

3

म सफलता हा1सल क उनका नाम था ndash काउट

झप1लन इसी दौरान पEोल इजन स चलन वाला

वाययान भी बनाया गया िजस उडान क बार म

मानवी तरहवी सद म कवल कqपना करता था उसी

उडान को वह उ[नीसवी सद म सफलतापव(क कर सका

सन 1865 म जल वनt (JULES VERNE) नामक लखक

(Science fiction) न पता लगाया Uक अगर Uकसी चीज

को अत वग स ऊपर आकाश क ओर फc का जाए तो

वह धरती क पकड स छट कर अतर म चल जाएगी

और धरती पर वापस नह आएगी वह पवी क उपdह

क +प म नधा(रत गत म पवी क दvणा करती

रहगी एक और अधक कqपनाओ को यिSतसगत

बनाकर परवत(न और योग करत-करत मानव को

वXवास होन लगा Uक अतर म पहचना मिXकल ज+र

ह परत असभव नह ह Uफर रोकट क अवDकार न

वायमडल स बाहर उड सकन का माग( शत Uकया

और चमा तक पहचन का माग( भी खोल दया

दनाक 04-10-1957 को +स bवारा पतनक-1 नामक

कxम उपdह को अतर म सफलतापव(क पत

Uकया गया इसक साथ ह मानव न अतर यग म

वश Uकया इस महान उपलिBध क बाद अतर

वTान और तकनीक म अधक तजी स वकास हआ

दनाक 12 अल 1961 को +सी अतर याी यर

गागरन अतर म पहच गए व अतर म पवी

4

क पर)मा करक सकशल धरती पर वापस भी आ

गए

आज अतर यग क वकास न समत मानव जात

पर गहरा असर छोडा ह इस म हए वकास Uकसी

अ[य म हए वकास क तलना म Uकसी भी दश

को Wयादा तज गत स गत क ओर ल जात हc

हम ारभ काल स दख तो तरहवी सद म उडान क

1सफ( कqपना करन वाला मानवी आज अतर म

कोलोनी बनान का सपना दख रहा ह

अतर ampवान क उपयोगः-

आज मानव न अतर वTान एव तकनीक क म

अbवतीय मता हा1सल क ह इसी मता क कारण

ह आज हम कछ ह ण म पर yzमाड क इलSEो-

मनटक पSEम को आसानी स दख सकत हc साथ

ह दो dह क बीच का थान पण( करन वाल कवासार

पलसार [यEोन टार और Bलक-हॉल क बार म जान

सकत हc आज मानव क पास सौर-मडल का अ[वषण

करन हत यान भजन क मता ह इतना ह नह

अतर तकनीक क इस वतत मता क कारण ह

दर-सचार दरदश(न मौसम का पवा(नमान तथा

अवलोकन ाकतक ससाधन का अययन कष

आपित |यवथापन वाय दर-1शा मनोरजन

आद म तज गत स उ[नत वकास हआ ह

सदर-सवद (Remote Sensing) उपdह क मदद स पवी

5

क ाकतक ोत क वातवक िथत भौगो1लक

िथत खनज-महासागर सम ोत क अययन

सरलता स Uकय जात हc कष एव वानक क

अययन म भी अतर वTान का सहारा 1लया जाता

lsquo(लोबल पोिजशनग स-टम-जीपीएसrsquo ndashअतर वTान

क ह एक महवपण( उपलिBध ह इस णाल न

मानव क बरसो परान एव अत जटल Xन का सह

हल ढढ नकाला ह मc इस धरती पर कहा ह इस

धरती पर मरा सह थान (Location) Sया ह इस सरल

Xन का हल आज स बीस साल पहल Uकसी क पास

नह था बीस-पRचीस साल क कडी महनत क बाद

मानव आज पवी क Uकसी भी कोन म हो अपना

निXचत थान और समय सह यथाथ(ता (Accuracy) स

बता सकता ह आज हर औbयोगक म इस

णाल का महवपण( उपयोग हो रहा ह म~यतः

वमान का सह थान-अवतरण रल-सडक यातायात

का बधन सनक उपकरण म यह णाल बहत ह

उपयोगी 1स हई ह जहा सटक थान एव परश

समय क सचना मलभत आवXयकता ह उन सभी

म इस णाल न अपनी उRच अनवाय(ता साxबत कर

द ह

य म अबाधत सचार सवा जाससी उपdह क भ1मका

Uकतनी महवपण( हो गई ह इसका अनमान हम खाडी

6

य क परणाम स लगा सकत हc इस य म

अमरका तथा साथी दश न अतर तकनीUकय का

महतम उपयोग Uकया था आज कई वक1सत दश न

धरती पर नगरानी रखन क 1लए अतर म जाससी

उपdह क खला खडी कर द ह य उपdह हर पल

क जानकार यहा तक Uक 1मसाइल दाग जान या कह

पर हए परमाण वफोट का पता लगान म भी पर

तरह समथ( ह

इटरनशनल पस टशन (ISS) वत(मान क सबस बड़ी

परयोजना ह िजसम अमरका +स जापान सहत

अनक यरोपयन दश शा1मल ह यहा बहत स

अनसधान काय( अतर क वातवक पया(वरण म Uकय

जात हc यह तरता हआ अतर टशन सन 1968 स

मानव जात क सवा कर रहा ह

सामा0य जन-जीवन म1 अतर तकनीक2 का -थानः-

अतर वTान एव तकनीक न ववध म

मानवता क सवा क ह खास तौर पर दरसचार

नौसचालन भ-सवtण मौसम आपित |यवथापन

कष आद म अतर तकनीक का |यापक

उपयोग हो रहा ह आज वXव क दरथ एव दग(म

थान म 1शा तथा वशष चUकसा सवधाए दान

करन क 1लए इस उपयोग म 1लया जा रहा ह उपdह

सचार तथा सचना ौbयोगक (IT) क सम[वय स पवी

क वशाल म सचार एव सपक( |यवथा (वन

7

PXय एव सचना) वरत थापत क जा सकती ह इस

वशषता को यान म लत हए 1शा तथा दरदराज

म उचत वाय सवधाए थापत करन क 1लए

अतर तकनीक को योग म लाया जा रहा ह

लोबल वॉ1मग एव जलवाय परवत(न क समया

व+प आज वXव म हर रोज कह न कह ाकतक

आपितय (भकप सना1म च)वात आद) का बार-बार

आना आम बात हो गई ह इस सकट स नपटन क

1लए उपdह सचार सदर-सवदन और जीपीएस क मदद

स एक विXवक आपित |यवथापन नटवक( का वकास

काय( बड़ी तजी स चल रहा ह िजसस इनस होन वाला

आथ(क नकसान और मानव जानहान कम स कम हो

सकगी ऐसी अनक समाजोपयोगी अतर णा1लय

क वकास स अतर तकनीक न मानव क सामा[य

जनजीवन म अपना थान निXचत कर 1लया ह

8

अतर ampवान एव तकनीक2 म1 भारतः-

भारत म सन 1961 क दौरान परमाण ऊजा( वभाग

(DAE) को दश क सामािजक आथ(क और शातपण(

काय को काया(ि[वत करन क 1लए बाzय अतर का

उपयोग करन का काय( सौपा गया था उसक एक वष(

बाद डॉ व)म साराभाई क अयता म भारतीय

अतर अनसधान सगठन (इसरो) क थापना क गई

दनाक 21 नवबर 1963 को xव[म नजदक क

थ8बा भमयरखीय रोकट पण क[ (TERLS) स

lsquoनाइक अपाचrsquo नामक परTापी रोकट को अतर म

सफलतापव(क पत करक भारत न अतर यग म

वश Uकया

दश क अतर काय()म का म~य उXय अतर

वTान एव तकनीक का उपयोग दश क औbयोगक

आथ(क वकास क साथ-साथ जो लोग दश क दर-दराज

9

क dामीण दग(म एव सम तट म रहत हc

उनक मलभत समयाओ को सलझा कर उनका सवागी

वकास करना ह इसी महवपण( सामािजक उXय को

यान म रखत हए भारत (इसरो) न दश को अतर

तकनीक आधारत सवाए दान करन क 1लए अपन

दश म ह न1म(त कxम उपdह एव उनक पण क

मता क साथ-साथ काफ हद तक आमनभ(रता

हा1सल कर ल ह सदर-सवदन क म भी भारत क

आईआरएस णी क उपdह न दश को ववध सवधाए

दान क ह

आज भारत (इसरो) क सामन वत(मान काय क साथ-

साथ सन 2035 तक का अतर काय()म मौजद ह

िजसम

(1) पन+पयोगी पण यान (RLV)

(2) भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल (IRNSS)

(3) जीएसएलवी माक( -II तथा माक( -III का वकास

(4) चयान-2 (इसक अतग(त चमा क धरती पर एक

अवतरण मच तथा रोवर उतारन क योजना ह

(5) समानव अतर अ1भयान (HSP)

(6) साथ ह मगल dह अ1भयान श+ हो रहा ह

10

अतर उपयोग क04 (सक) क2 श8आतः-

सन 1966 म डॉ व)म साराभाई न अहमदाबाद म

ायोगक उपdह सचार भ-क[ (इEक) क थापना

क थी इसी घटना स lsquoसकrsquo क नीव रखी गई थी

श+आती दौर म (सन 1972 तक) अतर तकनीक क

व1भ[न (उपdह सचार सदर सवदन मौसम

आद) म अनसधान एव वकास काय( अहमदाबाद िथत

व1भ[न यनट म अलग-अलग जगह पर चल रहा था

इन सब को 1मला कर सन 1972 म अतर उपयोग

क[ सक क थापना क गई सक आज भारतीय

अतर अनसधान सगठन (इसरो) का एक व1शDट

क[ ह जहा कxम उपdह क पलोड वक1सत करन

स लकर उ[नत अतर ौbयोगक क सामािजक

अनयोWयता (Societal applications) स सबधत अनक

परयोजनाओ पर काय( Uकया जाता ह यह क[

म~यतः उपdह सचार सदर सवदन नौसचालन मौसम

11

वTान क उपयोग सबधी काय()म को काया(ि[वत करन

क 1लए नर[तर काय(रत ह

उपह सचार एव नौसचालन अनयोग (SNAA)-

अतर उपयोग क[ (सक) का एसएनएए उपdह

सचार (SATCOM) तथा नौसचालन (NAVIGATION) क

म व1भ[न उ[नत ौbयोगUकया एव उनक सामािजक

अनयोWयताओ क अ1भकqपना एव वकास काय( म

सU)यता स काय(रत ह

सटकोम उपयोगता काय()म अतग(त भारतीय ीय

नौसचालन उपdह णाल (IRNSS) परयोजना क 1लए

योSता अ1भdाह (USER RECEIVER) 1स8यलटर ववध

गgtतलखन िक8स कोड वXलषण वधय क

अ1भकqपना और वकास काय( इस (SNAA) bवारा

Uकया जा रहा ह इसरो क भावी एव महवाकाी

समानव अतर अ1भयान (HSP) हत कोड वभाजन बह

अ1भगम (CDMA) मोडम तथा अ[य भ-उपकरण

णा1लय का वकास भी इसी म चल रहा ह

जीसट-6 काय()म अतग(त ट व वीeडयो को[hि[सग

तथा डाटा Eा[सफर (144kbps) क 1लए सवाzय

मqटमीeडया ट1म(नल का वकास नमा(ण तथा

ौbयोगक दश(न इस bवारा सफलतापव(क Uकया

गया इसी क साथ जीसट-7 परयोजना अतग(त ट व

वॉइस कॉल क 1लए उRच आवित अ1भdाह (UHF Rx)

12

का वकास एव नमा(ण काय( भी इसी क उपलिBध

इसक अतरSत व1भ[न ौbयोगकय वकास

परयोजना अतग(त उ[नत सचार णा1लय का वकास

नमा(ण एव ौbयोगक हतातरण (Technology

Transfer) एसएनएए bवारा Uकया गया ह इ[सट

एमएसएस टाइप-सी तथा टाइप-डी ट1म(नल का अनसधान

एव वकास काय( सफलतापव(क Uकया गया इसी

(MSS-C) परयोजना अतग(त जहाज मानटरन णाल का

वकास नमा(ण तथा उसका सथापन मय सवtण

वभाग (FSI Porbandar) पोरबदर क परसर म

सफलतापव(क सप[न Uकया क[ म थापत

पसनट और सकनट सवधा का चालन भी एसएनएए

bवारा Uकया जाता ह

सचार उपdह (INSAT-3A) आधारत वपित चतावनी

षण णाल (DATS) का वकास नमा(ण तथा सथापन

काय( एसएनएए bवारा सफलतापव(क Uकया गया इस

णाल का |यावसायक उपादन एक भारतीय इकाई

bवारा Uकया गया ह इस णाल का नयण क[

(Hub) भारतीय तट रक दल क परसर म थापत

Uकया ह जो नरतर (24x7) काय(रत ह

बोपल-सक परसर म थापत भक[ (BES) भी

एसएनएए का ह एक भाग ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

13

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

सीएसएसटईपी अतग(त ए1शया एव प1सUफक क

छा क 1लए उपdह सचार उपdह-नौसचालन एव

मौसम-वTान क म नौ महन क नातकोतर

eडgtलोमा पाय)म का सपण( सचालन इस क[ bवारा

नय1मत +प स Uकया जाता ह इसक अतरSत अय

सभी सटकोम योग म इस क[ क सहायता ल

जाती ह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) भी एसएनएए स

सलन ह यह क[ म~यतः मोबाईल उपdह सवा

(एमएसएस टाइप-सी और टाइप-डी) कयका बcड सचरण

अययन क 1लए भ1मगत सवधाए दान करता ह

साथ ह आपित |यवथापन नटवक( (DMS-VPN) क

नय)म चालन तथा अनरण काय( भी दखता ह

सचार उपdह आधारत व1भ[न योग परयोजनाओ

का सचालन भी इसी क[ क िज8मदार ह

एसएनएए को उनक काय(- क अन+प

न8न1लVखत तीन dप म वभािजत Uकया गया हः

(1) चालन एव ायोगक मतावध(न dप (OESG)

(2) अकय सचार ौbयोगक dप (DCTG)

(3) उपdह सचार णाल ौbयोगक dप (SSTG)

14

उपह नौसचालन (SATNAV)-

उपdह नौसचालन ौbयोगक न नौसचालन क म

एक अभतपव( )ात थापत क ह जहा अयधक

एकयरट थान नधा(रण एव समय क सचना मलभत

आवXयकताए हc उन सभी म इस ौbयोगक न

अपनी उपयोगता क अनवाय(ता 1स कर द ह

दन-तदन अनक इस तकनीक स लाभाि[वत हो

रह हc

वत(मान म च1लत उपdह आधारत नौसचालन

णा1लय म अमरका क विXवक थान नधा(रण

णाल ndash जीपीएस ह सबस Wयादा च1लत ह अ[य

णा1लय म +स क लोनास यरोप क ग1ल1लयो एव

अ[य विXवक नौसचालन णा1लया (GNSS) काय(रत ह

15

भारत क गगन परयोजना भी जीपीएस का ह

वतारत +प ह जो भारतीय भ- म काय(रत ह

कस काय करती ह उपह नौसचालन णालः-

कोई भी अतर आधारत नौसचालन णाल म~यतः

कxम उपdह का अतर म Tान (known) थान एव

पवी पर अ1भdाह क थान इन दोन क बीच का

दर-मापन (रज मज़रमट) और उपdह स सारत

रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क समय पर

आधारत ह न8नतर चार उपdह bवारा ाgtत क

गई दर और समय क सचना को 1मला कर चार

समीकरण बनत हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक

(ोससर) bवारा सलझा कर अ1भdाह क सह थान

(पोिजशन) एव समय का परकलन Uकया जाता ह

उपdह स ाgtत सचनाओ को अ1भdाह तक पहचन को

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

दर = वग x समय (Distance = Velocity x Time) को

योग म लाया जाता ह रeडयो सकत का वग काश

वग (299792458Uकमीसकड) क समान होता ह

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक

सनिXचत समय पर नमा(ण करत हc तथा दोन क घड़ी

(clock) भी लगभग समका1लन ह बाद म उपdह bवारा

ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त सकत को एक साथ

1मलाया जाता ह इस तरह स चार उपdह bवारा

16

सारत रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क

समय (Time) क गणना क जाती ह बाद म अ1भdाह

िथत अत आधनक सगणक सोटवयर bवारा

अ1भdाह क सह थान एव समय क सचना का

नधा(रण Uकया जाता ह यथाथ( थान-नधा(रण क साथ-

साथ अयाधक सटक समय ऊचाई और गतमापन भी

इस णाल bवारा सभव हो सका ह

xकोण1मत क 1सात अनसार थान नधा(रण क

U)या म 1सफ( तीन उपdह स दरमापन पया(gtत ह

िजसस 3D थान नधा(रण क गणना सभव ह परत

उपdह क समय को उस पर लगी एट1मक Sलोक स

नापा जाता ह जो कछ ननो सकड तक क परशता

रखती ह जब Uक अ1भdाह का कद भार और लागत

न8नतर रखन हत उसक Sलोक इतनी अचक नह रखी

जाती िजसस समय क परकलन म थोड़ा सा परवत(न

(ट) आ जाता ह इस ट को [यनतम करन क 1लए

ह एक ओर उपdह स दरमापन Uकया जाता ह िजसक

सहायता स समय क अत)मण (offset) को नDका1सत

Uकया जाता ह

(लोबल पोिजशनग स-टम-जीपीएस

लोबल पोिजशनग 1सटम-जीपीएसrsquo जीपीएस ldquoनवटार

जीपीएसrdquo का परवत(त नाम ह िजसका वतत नाम

नवगशन 1सटम वथ टाइम एड रिजग लोबल

पोिजशनग 1सटम ह इस णाल क आवDकार स

17

मानव क दघ(का1लन एव सबस जटल समया का

सह समाधान 1मल गया ह मc इस धरती पर कहा ह

मरा इस धरती पर सह थान Sया ह आप अपन

सह थान (पोिजशन) को सरलता स तभी बता सकत

हc जब आपक आसपास कोई चीज या ठोस पदाथ( सदभ(

क 1लए हो उसी सदभ( स आप अपन मल थान का

पता लगा सकत हc लUकन जब आपक आसपास या

नजदक सदभ( क 1लए कछ भी नह ह आप बीच

सागर आकाश रगतान या घन जगल म ह तब

समया और भी गभीर हो सकती ह

परान समय म जब मानव न याा करना आरभ Uकया

तब वह अपन रात म पथर या कोई चीज नशानी

(सदभ() क तौर पर रख दता था और लौटत समय उसक

सदभ( स अपन मल थान पर वापस लौट आता था

यह |यवथा बहत ह सी1मत वतार क 1लए मया(दत

थी बारश या बफ( गरन पर मसीबत और भी बढ़

जाती थी बाद म मानव न जब सागर याा ारभ क

तब तो समया और भी बढ़ गई SयUक बीच सागर म

शान कहा लगाए जा सकत थ तब उसन आकाश क

ओर दखा आकाश म तार का थान और उनक

गनती क आधार पर वह अपना राता तय करन लगा

लUकन तार हमस बहत दर ह और 1सफ( रात को ह

दखत हc तथा उसक 1लए आकाश भी वRछ होना

चाहए इसक बाद दशा सचन एव नौसचालन क 1लए

कछ और उपकरण (कपास सSस[ट) का वकास Uकया

18

गया लUकन उनक यथाथ(ता पर Xनच[ह ह लगा

था

आधनक मानव न और कई इलSEोनक उपकरण

अपना कर यन Uकए लUकन उनक उपयोगता 1स

नह हो सक थी बाद म टरिEयल रeडयो आधारत

नौसचालन णाल (लोरन ओमगा)य का वकास हआ

इस णाल न नावक को दशासचन और नौकायन म

काफ मदद क लUकन इनक भी अपनी कछ मया(दाए

थी इसक बाद सन 1960 क दशक म अतर

आधारत सटनव णाल (Eािज़ट टाइमशन और

डSका)य का वकास हआ िजसम पवी क नजदक

का (एलईओ) म एक स Wयादा कxम उपdह को

थापत Uकया गया था यह णा1लया UhSव[सी

डोgtलर वचलन पर आधारत थी और उपdह स सकत

ाgtत करन म बहत तीा करनी पड़ती थी इनम

हआ थोड़ा सा भी गत परवत(न अ1भdाह (र1सवर) क

िथत म बहत बड़ी ट पदा कर दता था इ[ह

मया(दाओ न एक उRच यथाथ(ता दान कर ऐसी विXवक

नौसचालन णाल वक1सत करन को रत Uकया

सन 1970 क दशक म अमरका क रा वभाग न एक

योजना को मजर द िजसका नाम था ndash विXवक

थान नधा(रण णाल ndash जीपीएस इस योजना पर

लगातार बीस वष( तक काय( चलता रहा अत म इस

णाल न सह काम Uकया और आज मानवी दनया क

Uकसी भी कोन म हो Uकसी भी समय पर अपना

19

निXचत थान (पोिजशन) और समय वातवक काल

म आसानी स बता सकता ह

ारभ म यह णाल 1सफ( अमरक सना क नजी

उपयोग हत सी1मत थी बाद म सामा[य लोग क

उपयोग क 1लए भी इस उपलBध कराया गया आज

सनक उपयोग क अलावा म~य सामा[य उपयोग ह

1) नौसचालन (भ1म सागर एव वाय म)

2) सामा[य सवtण

3) विXवक समय का आकलन

इसक अतरSत जीपीएस अ1भdाह क उपयोगता क

कोई सीमाए नह ह आज लगभग यक ौbयोगक

म इस णाल का य या अय महतम उपयोग

हो रहा ह

3 कस काय करती ह विltवक -थान नधारण णाल

(gtच स 1)

20

जीपीएस म~यतः कxम उपdह (मानव न1म(त तार)

का अतर म थान एव अ1भdाह (र1सवर) का पवी

पर थान इन दोन क बीच का दरमापन (रज

मज़रम[ट) और उपdह स ाgtत सचना (डाटा) को

अ1भdाह तक पहचन का समय पर आधारत ह

[यनतम चार उपdह bवारा (च स 1) ाgtत क गई

दर और समय दोन को 1मला कर चार समीकरण बनत

हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक bवारा सलझा

कर अ1भdाह का सह थान और समय का परकलन

Uकया जाता ह उपdह bवारा सारत सचना को

अ1भdाह तक पहचन क समय को Tात करन क 1लए

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

= वग X समय को योग म 1लया गया ह रeडयो

सकत का वग काश वग (299792458 Uकमी त

सकड) क समान ह

च स~या-2

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक ह

21

सनिXचत समय पर उप[न करत हc और दोन क घड़ी

(एट1मक Sलोक) भी समका1लन ह बाद म उपdह

bवारा ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त दोन सकत

को एक साथ 1मला जाना ह च स~या-2 दख इस

तरह 4 उपdह bवारा सारत रeडयो सकत को

अ1भdाह तक पहचन क समय क गणना क जाती ह

जीपीएस णाल क वतत तकनीक जानकार ाgtत

करन क 1लए इस म~य तीन भाग म बाटना आवXयक

1) अतर खड (पस सगम[ट)

2) नयण एव नगरानी खड (कEोल एड मोनटरग

सगमट)

3) योSता खड (यज़र सगमट)

(1) अतर खडः-

च स~या - 3 च स~या - 4

अतर खड िजसम 24 कxम उपdह (+4 आरvत)

को पवी क अतरम मणका म (च स~या 3 और

22

4 दख) करब 20200 Uकमी क दर पर निXचत 6

काओ म थापत Uकया गया ह सभी उपdह

निXचत 12 घट म पवी का एक परमण करत हc

यक उपdह पवी पर एक ह vतज सीमा म दन

म दो बार गजरता ह अतर खड क अ1भकqपना

कछ इस कार स न1म(त क गई ह Uक Uकसी भी

समय और पवी क Uकसी भी भाग म [यनतम 4

उपdह एक ह vतज सीमा म नरतर PिDटमान रहत

हc अनभव स Tात हआ ह Uक कभी-कभी एक ह

समय पर एक ह vतज सीमा म 8-10 उपdह सदव

PिDटमान रहत हc

यक उपdह पर बहत ह यथाथ( (एSयरट) दो एट1मक

घeड़या (Sलोक) होती ह िजन क मल आवित 1023

मगाह(स होती ह इस आवित क सदभ( स उपdह

म कट सकत नमा(ण Uकय जात हc इन सकत को

पवी क ओर सतत सारत Uकया जाता ह िजसम

उपdह का अपना पहचान )माक (आईडी) समय

अतर म अपना थान (लोकशन) एव उसी समय

उसक आसपास मणशील अ[य उपdह क सपण(

जानकार सि8म1लत होती ह िजस ldquoअqमनकrdquo कहत

हc यह जानकार एक महन तक मा[य रहती ह

इन सकत को पवी क ओर सारत करन हत उपdह

दो वाहक आवितय का उपयोग करत हc जो

न8न1लVखत हः-

23

च स~या-5

1) एल-1 = 157542 मगाहट(ज (MHz)

2) एल-2 = 122760 मगाहट(ज (MHz)

एल-1 वाहक आवित िजस पर दो कट सकत (कोड)

अध1मत Uकए जात हc (च स~या-5 दख)

1) सीए कोड जो 1023 MHz मल आवित पर और

2) पी कोड िजस 1023 MHz मल आवित पर

अध1मत Uकया जाता ह

एल-2 वाहक आवित पर 1सफ( पी कोड 1023 MHz

मल आवित पर अध1मत Uकया जाता ह पी कोड

कवल अमरक सना क नजी उपयोग क 1लए ह

सी1मत रखा गया ह

पवी पर िथत जीपीएस अ1भdाह उपरोSत सकत का

उपयोग अतर म उपdह का थान समय एव उस

24

समय अ[य उपdह क अतर म वत(मान िथत

जानन क 1लए करता ह इन सकत का म~य उपयोग

अतर म उपdह क वत(मान िथत (लोकशन) एव

पवी पर अ1भdाह क बीच का दरमापन (रज) करना

ह न8नतम 4 उपdह bवारा ाgtत सकत स दरमापन

U)या सप[न करक अ1भdाह क सह थान क

सगणना क जाती ह

(2) नयण एव नगरानी खडः

च स~या-6

अतर म थापत सभी 24 उपdह पर नगरानी

रखन क 1लए पवी पर भमय रखा क आसपास 1

म~य नयण क एव 5 नगरानी भ-क (च स~या-

6) )मशः कोलोराडो एक[सन (Ascension) eडयागो

(Diego) Sवाजलन (Kwajalein) तथा हवाई (Hawaii) म

काय(रत ह य सभी भ-क णाल क सभी उपdह क

साथ नरतर सपक( बनाए रखत हc एक बहत ह

महवपण( काय( इस खड bवारा काया(ि[वत Uकया जाता

ह Uक मणका म घम रह सभी उपdह का अनवत(न

(EUकग) कर क उनक कीय िथत क सटक जाच

करना और उन पर िथत एट1मक Sलोक को

25

असशोधत कर क अगर उसम कछ टया ह तो उस

सधार कर म~य नयण क bवारा सभी उपdह को

पनः सारत करना ह िजसस यक उपdह क पास

उसक अतर म वातवक सह िथत एव समय क

जानकार उपलBध करायी जाती ह यह जानकार पवी

पर िथत जीपीएस अ1भdाह क 1लए बहत ह आवXयक

होती ह

3) योEता खडः

इसक अतग(त जीपीएस अ1भdाह (र1सवर) जो उपdह

bवारा सारत कट सकत को अपन सगणक bवारा

वXलषण करक पवी पर अपना निXचत थान और

समय क सचना ाgtत करत हc इस अ1भdाह का

उपयोग कोई भी सामा[य |यिSत आसानी स कर सकता

न8न1लVखत उपयोग हत जीपीएस णाल अयत

महवपण( 1स हई हः

1) स[य सवtण

2) भ-सवtण

3) नौ-सचालन (भ1म सागर एव वाय म)

4) भ-गतUकय अययन

5) वाहन यातायात (रल सडक) नयण एव बधन

6) ववध याxक नयण णा1लया

7) वXव म कह भी समय को समका1लन (1स)ोनाइज़)

करन क 1लए

8) विXवक भकप सनामी जसी ाकतक आपितय क

बधन म

26

भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल

ndash आईआरएनएसएस

उपdह नौसचालन णाल क बहहतक व1शDटताओ को

दखत हए वत(मान समय म इस णाल का कोई

वकqप नह ह जीपीएस क सवाए भारतीय भ- म

सरलता स उपलBध ह लUकन आपातकाल या य क

दौरान यह सवधा हम उपलBध ना हो या Uफर इस

णाल bवारा ाgtत सचनाओ को टज[य भी Uकया जा

सकता ह SयUक यह णाल सपण(तः अमरका क

रा वभाग bवारा नयxत ह सvgtत म कहा जाय

तो आपातकाल म जीपीएस क सवाए सदहापद ह

उपरोSत वात को यान म रखत हए भारत (इसरो) भी

दश क नौसचालनय आवXयकता को (सनक तथा

असनक सभी) को परा करन क 1लए सपण(तः वायत

एव वनयxत ीय नौसचालन उपdह णाल-

आईआरएनएसएस थापत करन जा रहा ह जो

भारतीय उपमहाbवीप म व1भ[न उपयोगकता(ओ को

27

सह यथाथ(ता स थान-नधा(रण नौसचालन एव समय

क सचना जसी आवXयक सवाए दान करगी बाद म

अतरSत घटक को शा1मल करन क सामय(ता स इस

वतारत भी Uकया जा सकता ह िजसस पडोसी

को उपरोSत यथाथ(ता स नौसचालन सवाए दान क जा

सक

नFपादन उGltय

bull दश क नौसचालनय आवXयकता को को परा

करन क 1लए सपण(तः वायत एव वनयxत

ीय नौसचालन उपdह णाल का अ1भकqपन

वकास एव काया([वयन

bull उRच यथाथ(ता स थान-नधा(रण (lt 20 मीटर)

एव समय क सचना (lt10-20 ननो सकड)

bull आयनमडलय सशोधन क साथ सभी ऋत म

चालन

bull उRचतम उपलBधता (24 X 7) 999

bull भारतीय भ- उपरात 1500 Uक मी क

आसपास म भी उRच यथाथ(ता स

नौसचालन सवा उपलBध

bull बाद म इसक सवा को )मशः वतत भी

Uकया जाएगा िजसस पडोसी को उपरोSत

यथाथ(ता स नौसचालन सवधा उपलBध हो सक

इस तावत ीय नौसचालन णाल क म~य तीन

भाग ह -

1 अतर खड (पस सगमट)

28

2 भ1म खड (dाउड सगमट)

3 उपयोगकता( खड (यजर सगमट)

(1) अतर खड - Uकसी भी अतर आधारत

नौसचालन णाल म उपयोग कता( को िथतनधा(रण

U)या हत [यनतम चार उपdह क नरतर PDयता

अयावXयक ह इस1लए व1भ[न उपdहय तारमडल

का अययन Uकया गया अनक वकqप सोच गए

उनका क8gtयटर 1स8यलशन भी Uकया गया कम

लागत सरल चालन उपयोगकता( को पाई जान वाल

यथाथ(ता एव सवा को यान म रखन हए गहन

अययन क पXचात इस तावत नौसचालन णाल क

1लए सात उपdह का तारामडल निXचत Uकया गया

िजसम तीन उपdह भ-िथर मणका (GEO) म

)मश 34deg83deg132deg रखाश पर थापत Uकए जाएग

शष चार उपdह म स दो उपdह भ-तqयकाल मण

का (GSO) म 55deg अाश पर और अ[य दो 111deg

अाश पर 29deg झकाव क साथ थापत Uकए जाएग

इस कार क Wया1मतय सरचना स सात उपdह

नरतर भारतीय भ- (सवा ) म उपयोगकता(ओ को

िथत नधा(रण U)या हत हमशा PDटमान रहग इस

तारामडलय सरचना स 30 स बहतर क जीडीओपी

(GDOP) ािgtत भी सनिXचत क गई ह इन सभी

उपdह को भारतीय वीय उपdह पण यान

(पीएसएलवी) bवारा सतीश धवन उपdह क

29

(ीहरकोटा) स अतर भ-थानातरण मणका म

पत Uकया जाएगा

उपह स8पण - इस णाल क सभी सात उपdह क

सरचना एक समान होगी दायभार एव अ[य सभी

उपकरण इसरो क कqपना बस म वशष नौसचालन

अ1भयान हत आवXयक परवत(न करक समि[वत Uकया

गया ह उपdह का उथापन वजन (Lift of Mass)

1425 Uकdा क साथ-साथ शDक वजन (Dry Mass)

616 Uकdा होगा सौर पनल का 215 मीX18

मी रखा गया ह जो 1268 वॉट पावर ऊजा( दगा

dहण क दौरान ऊजा( पत ( क 1लए 64 Ah Li-ion बटर

भी रखी गई ह इन सभी उपdह को भ1म-खड िथत

सवा म वतरत नयण क bग bवारा नरतर

मॉनीटर Uकया जाएगा

(2) भ म खड- भ1म खड म~यत अतर म उपdह

तारामडल का नयण सचालन एव नौसचालन

आकड़ नमा(ण करन क 1लए अवरत काय(

करगा इस भ1म खड म न8न1लVखत आवXयक

सवधाए होगी

1 उपdह नयण क

2 नौसचालन नयण क

3 परासन क (सीडीएमए एव लसर परासन)

4 समय एव आकड़ा उव(-कड़ी टशन

5 आकड़ा सचार जाल

30

उपdह क अतर म सह िथत उनक का

सबधी ताजा-सचनाए ािgtत क 1लए दर1मत-दरादश

एव आयनमडलय मॉडलग सशोधन U)या क 1लए

20 परास एव इटdीट मॉनीटरग टशन (IRIMs)

सपण( सवा म वतरत Uकए जाएग िजनम 6

सीडीममए परासन 1 लसर परासन क bग एव 1

परमािवक घड़ी स सिWजत नटवक( टाई1मग सटर

भी शा1मल ह

नौसचालन नयण क का म~य काय( त क आकड़ा

सचार जाल bवारा ाgtत सचनाओ को ससाधत करक

एक परभाषत नौसचालन सदश का नमा(ण करना

िजसम उपdह क अतर म कvय िथत समय

आयनमडलय ट-सशोधन एव अ[य सशोधत सचनाए

हो ह उनको त क अप-1लक टशन को भजना ह

(3) उपयोगकता खड - उपयोगकता( खड म उपभोSता

अपन नौसचालन अ1भdाह (रसीवर) क जरए भारतीय

भ- (भ1म वाय एव सम) म सह िथत नधा(रण

सवा सटक समय क जानकार ाgtत कर सकत ह

इस णाल bवारा विXवक िथत नधा(रण णाल

(जीपीएस) क समान दो कार क सवाए उपलBध कराई

जाएगी िजसम (1) सामा[य िथत नधा(रण सवा

जो सभी कार क उपभोSताओ को सरलता स उपलBध

31

होगी िजसम lt20 मी तक क यथाथ(ता अपvत ह

और (2) 1स1मत(Restricted) िथत नधा(रण सवा जो

1स1मत ाधकत उपभोSताओ को ह उपलBध होगी इस

सवा क यथाथ(ता सामा[य िथत नधा(रण सवा स कई

गना बहतर होगी इस सवा म थान (पोिजशन) क

अतरSत सटक समय क सचना भी शा1मल ह और

य सभी सकत एि[)gtटड िथत म होग इस सवा को

ाgtत करन क 1लए bव-आकत अ1भdाह का उपयोग

करना होगा

32

उपह सचार (SATCOM)

पछल चार दशक म हमन दश क सवागी वकास म

भारतीय अतर काय()म का भाव दखा ह इस

काय()म म उपdह सचार णा1लय क भ1मका अयत

महवपण( ह उपdह सचार ौbयोगक bवारा पवी क

वशाल म आथ(क PिDट स सती (LOW COST) एव

वXवसनीय सचार तथा सपक( |यवथा थापत क जा

सकती ह दश का समd वकास तभी सभव होगा जब

हम दश क दर-दराज क दग(म एव dामीण म

आपसी सचार तथा सपक( |यवथा कायम कर पायग

िजसम उपdह सचार ौbयोगक एक मा वXवसनीय

तकनीक ह आज हमार दश म इ[सट तथा जीसट

णी क अनक सचार उपdह dामसट वीआरएस

(Village Resources System) एव अ[य अनक

परयोजनाओ क अतग(त दरसचार दरदश(न सारण

1शा वाय भ1म जगल एव सम सवtण

33

उ[नत मौसम मानटरन आपित |यवथापन जसी

अनक जन-कqयाणकार सवधाए दान कर रह हc

भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) क

अहमदाबाद क (SAC) का एसएनएए उपdह सचार

अनयोग अतग(त व1भ[न णा1लया एव उपकरण क

वकास तथा नमा(ण काय( म काय(रत ह िजसम मख

ह-

(1) Iलट मानटरन णालः-

इ[सट-एमएसएस आधारत लट मानटरन णाल

(FMS) म~यतः दश क परवहन (सड़क रल सम)

म काय(रत व1भ[न सगठन उbयोग क आवXयकताओ

को यान म रख कर वकसीत क गई ह यह सचार

उपdह आधारत वय सचा1लत लट मानटरन णाल

ह िजसक सवाए भारतीय उपमहाbवीप उपरात

सागर म भी उपलBध ह परवहन सचालक अपन

लट क वत(मान अपिथत (पोिजशन) समय एव

उनक सामयक गत पर ऑन-लाइन नगरानी रखन क

1लए इस योग म ल सकत हc आकिमक परिथत

म लट bवारा सvgtत सदश (Short messages of 40

34

characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

35

सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

1

उपह सचार एव नौसचालन अनयोग

(SNAA) एक झलक

अतर क अनगनत रहय को जानन और समझन

क िजजीवषा मानव जगत म सदय स चल आ रह

ह Pढ इRछा शिSत एव वTान क तज बढत कदम न

अब अतर क कछ रहय को उजागर Uकया ह और

यह 1सल1सला नरतर चल रहा ह

कछ समय पहल आपन अखबार क सVख(य म पढा

होगा Uक भारतीय मल क अमरकन अतर याी

सनता व1लय8स न अतर म सबस Wयादा दन तक

रहन का वXवव)म थापत Uकया सनता न

अतर क वातवक पया(वरण म ऐस अनक समाज

उपयोगी योग Uकय िज[ह पवी पर करना लगभग

असभव था कछ समय पहल भारत न भी अपना सौवा

अतर 1मशन सफलतापव(क सप[न कर क समत

वXव को अपनी ओर आकष(त Uकया था

भारत क महान वTानक डॉ व)म साराभाई न भी

कहा था Uक ndash lsquoमानव और समाज क मलभत

समयाओ को सलझान क 1लए उ[नत तकनीक क

अनयोग म हम Uकसी स भी पीछ नह रहना चाहयlsquo

आज यद कोई ऐसा ह िजसस मानवी तज गत स

अपना सवागी वकास कर सकता हो तो अवXय ह वह

2

अतर वTान एव तकनीक का ह उपरोSत

तय को समझत हए भारतीय अतर अनसधान

सगठन इसरो अपन व1भ[न क क मायम स

अतर वTान और ौbयोगक क म ववध

सामािजक परयोजनाओ पर काय( कर रहा ह तो आइय

दखत हc ndash भारत न अतर वTान क म कहा

तक गत हा1सल क ह

पव भ मकाः-

ऐतहा1सक काल स ह दख तो मानव क उ[नत

वTान और तकनीक क वकास स जडी ह अगर हम

ारभ स दख तो आधनक काल म िजन लोग न उडन

क सबध म गभीरता स वचार Uकया था उनम तरहवी

सद का एक अdजी पादर भी शा1मल था वह यह

यान स दखता था Uक चeडया Uकस कार स उडती ह

कभी-कभी वह वतः भी सोचता था Uक अगर बनावट

पख लगा दय जाय तो आदमी भी आकाश म उड

सकता ह

hा[स म सतरहवी सद म उडान क वषय म गभीर

योग हए थ सन 1783 म दो hासीसी नौजवान न

गरम हवा क रशम क गBबार (Hot Air Balloon) म बठ

कर आकाश म उडन का सफल योग Uकया था बाद

म हवाई जहाज का भी आवDकार हआ सन 1920 म

hास क ह एक सना अधकार न हवाई जहाज बनान

3

म सफलता हा1सल क उनका नाम था ndash काउट

झप1लन इसी दौरान पEोल इजन स चलन वाला

वाययान भी बनाया गया िजस उडान क बार म

मानवी तरहवी सद म कवल कqपना करता था उसी

उडान को वह उ[नीसवी सद म सफलतापव(क कर सका

सन 1865 म जल वनt (JULES VERNE) नामक लखक

(Science fiction) न पता लगाया Uक अगर Uकसी चीज

को अत वग स ऊपर आकाश क ओर फc का जाए तो

वह धरती क पकड स छट कर अतर म चल जाएगी

और धरती पर वापस नह आएगी वह पवी क उपdह

क +प म नधा(रत गत म पवी क दvणा करती

रहगी एक और अधक कqपनाओ को यिSतसगत

बनाकर परवत(न और योग करत-करत मानव को

वXवास होन लगा Uक अतर म पहचना मिXकल ज+र

ह परत असभव नह ह Uफर रोकट क अवDकार न

वायमडल स बाहर उड सकन का माग( शत Uकया

और चमा तक पहचन का माग( भी खोल दया

दनाक 04-10-1957 को +स bवारा पतनक-1 नामक

कxम उपdह को अतर म सफलतापव(क पत

Uकया गया इसक साथ ह मानव न अतर यग म

वश Uकया इस महान उपलिBध क बाद अतर

वTान और तकनीक म अधक तजी स वकास हआ

दनाक 12 अल 1961 को +सी अतर याी यर

गागरन अतर म पहच गए व अतर म पवी

4

क पर)मा करक सकशल धरती पर वापस भी आ

गए

आज अतर यग क वकास न समत मानव जात

पर गहरा असर छोडा ह इस म हए वकास Uकसी

अ[य म हए वकास क तलना म Uकसी भी दश

को Wयादा तज गत स गत क ओर ल जात हc

हम ारभ काल स दख तो तरहवी सद म उडान क

1सफ( कqपना करन वाला मानवी आज अतर म

कोलोनी बनान का सपना दख रहा ह

अतर ampवान क उपयोगः-

आज मानव न अतर वTान एव तकनीक क म

अbवतीय मता हा1सल क ह इसी मता क कारण

ह आज हम कछ ह ण म पर yzमाड क इलSEो-

मनटक पSEम को आसानी स दख सकत हc साथ

ह दो dह क बीच का थान पण( करन वाल कवासार

पलसार [यEोन टार और Bलक-हॉल क बार म जान

सकत हc आज मानव क पास सौर-मडल का अ[वषण

करन हत यान भजन क मता ह इतना ह नह

अतर तकनीक क इस वतत मता क कारण ह

दर-सचार दरदश(न मौसम का पवा(नमान तथा

अवलोकन ाकतक ससाधन का अययन कष

आपित |यवथापन वाय दर-1शा मनोरजन

आद म तज गत स उ[नत वकास हआ ह

सदर-सवद (Remote Sensing) उपdह क मदद स पवी

5

क ाकतक ोत क वातवक िथत भौगो1लक

िथत खनज-महासागर सम ोत क अययन

सरलता स Uकय जात हc कष एव वानक क

अययन म भी अतर वTान का सहारा 1लया जाता

lsquo(लोबल पोिजशनग स-टम-जीपीएसrsquo ndashअतर वTान

क ह एक महवपण( उपलिBध ह इस णाल न

मानव क बरसो परान एव अत जटल Xन का सह

हल ढढ नकाला ह मc इस धरती पर कहा ह इस

धरती पर मरा सह थान (Location) Sया ह इस सरल

Xन का हल आज स बीस साल पहल Uकसी क पास

नह था बीस-पRचीस साल क कडी महनत क बाद

मानव आज पवी क Uकसी भी कोन म हो अपना

निXचत थान और समय सह यथाथ(ता (Accuracy) स

बता सकता ह आज हर औbयोगक म इस

णाल का महवपण( उपयोग हो रहा ह म~यतः

वमान का सह थान-अवतरण रल-सडक यातायात

का बधन सनक उपकरण म यह णाल बहत ह

उपयोगी 1स हई ह जहा सटक थान एव परश

समय क सचना मलभत आवXयकता ह उन सभी

म इस णाल न अपनी उRच अनवाय(ता साxबत कर

द ह

य म अबाधत सचार सवा जाससी उपdह क भ1मका

Uकतनी महवपण( हो गई ह इसका अनमान हम खाडी

6

य क परणाम स लगा सकत हc इस य म

अमरका तथा साथी दश न अतर तकनीUकय का

महतम उपयोग Uकया था आज कई वक1सत दश न

धरती पर नगरानी रखन क 1लए अतर म जाससी

उपdह क खला खडी कर द ह य उपdह हर पल

क जानकार यहा तक Uक 1मसाइल दाग जान या कह

पर हए परमाण वफोट का पता लगान म भी पर

तरह समथ( ह

इटरनशनल पस टशन (ISS) वत(मान क सबस बड़ी

परयोजना ह िजसम अमरका +स जापान सहत

अनक यरोपयन दश शा1मल ह यहा बहत स

अनसधान काय( अतर क वातवक पया(वरण म Uकय

जात हc यह तरता हआ अतर टशन सन 1968 स

मानव जात क सवा कर रहा ह

सामा0य जन-जीवन म1 अतर तकनीक2 का -थानः-

अतर वTान एव तकनीक न ववध म

मानवता क सवा क ह खास तौर पर दरसचार

नौसचालन भ-सवtण मौसम आपित |यवथापन

कष आद म अतर तकनीक का |यापक

उपयोग हो रहा ह आज वXव क दरथ एव दग(म

थान म 1शा तथा वशष चUकसा सवधाए दान

करन क 1लए इस उपयोग म 1लया जा रहा ह उपdह

सचार तथा सचना ौbयोगक (IT) क सम[वय स पवी

क वशाल म सचार एव सपक( |यवथा (वन

7

PXय एव सचना) वरत थापत क जा सकती ह इस

वशषता को यान म लत हए 1शा तथा दरदराज

म उचत वाय सवधाए थापत करन क 1लए

अतर तकनीक को योग म लाया जा रहा ह

लोबल वॉ1मग एव जलवाय परवत(न क समया

व+प आज वXव म हर रोज कह न कह ाकतक

आपितय (भकप सना1म च)वात आद) का बार-बार

आना आम बात हो गई ह इस सकट स नपटन क

1लए उपdह सचार सदर-सवदन और जीपीएस क मदद

स एक विXवक आपित |यवथापन नटवक( का वकास

काय( बड़ी तजी स चल रहा ह िजसस इनस होन वाला

आथ(क नकसान और मानव जानहान कम स कम हो

सकगी ऐसी अनक समाजोपयोगी अतर णा1लय

क वकास स अतर तकनीक न मानव क सामा[य

जनजीवन म अपना थान निXचत कर 1लया ह

8

अतर ampवान एव तकनीक2 म1 भारतः-

भारत म सन 1961 क दौरान परमाण ऊजा( वभाग

(DAE) को दश क सामािजक आथ(क और शातपण(

काय को काया(ि[वत करन क 1लए बाzय अतर का

उपयोग करन का काय( सौपा गया था उसक एक वष(

बाद डॉ व)म साराभाई क अयता म भारतीय

अतर अनसधान सगठन (इसरो) क थापना क गई

दनाक 21 नवबर 1963 को xव[म नजदक क

थ8बा भमयरखीय रोकट पण क[ (TERLS) स

lsquoनाइक अपाचrsquo नामक परTापी रोकट को अतर म

सफलतापव(क पत करक भारत न अतर यग म

वश Uकया

दश क अतर काय()म का म~य उXय अतर

वTान एव तकनीक का उपयोग दश क औbयोगक

आथ(क वकास क साथ-साथ जो लोग दश क दर-दराज

9

क dामीण दग(म एव सम तट म रहत हc

उनक मलभत समयाओ को सलझा कर उनका सवागी

वकास करना ह इसी महवपण( सामािजक उXय को

यान म रखत हए भारत (इसरो) न दश को अतर

तकनीक आधारत सवाए दान करन क 1लए अपन

दश म ह न1म(त कxम उपdह एव उनक पण क

मता क साथ-साथ काफ हद तक आमनभ(रता

हा1सल कर ल ह सदर-सवदन क म भी भारत क

आईआरएस णी क उपdह न दश को ववध सवधाए

दान क ह

आज भारत (इसरो) क सामन वत(मान काय क साथ-

साथ सन 2035 तक का अतर काय()म मौजद ह

िजसम

(1) पन+पयोगी पण यान (RLV)

(2) भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल (IRNSS)

(3) जीएसएलवी माक( -II तथा माक( -III का वकास

(4) चयान-2 (इसक अतग(त चमा क धरती पर एक

अवतरण मच तथा रोवर उतारन क योजना ह

(5) समानव अतर अ1भयान (HSP)

(6) साथ ह मगल dह अ1भयान श+ हो रहा ह

10

अतर उपयोग क04 (सक) क2 श8आतः-

सन 1966 म डॉ व)म साराभाई न अहमदाबाद म

ायोगक उपdह सचार भ-क[ (इEक) क थापना

क थी इसी घटना स lsquoसकrsquo क नीव रखी गई थी

श+आती दौर म (सन 1972 तक) अतर तकनीक क

व1भ[न (उपdह सचार सदर सवदन मौसम

आद) म अनसधान एव वकास काय( अहमदाबाद िथत

व1भ[न यनट म अलग-अलग जगह पर चल रहा था

इन सब को 1मला कर सन 1972 म अतर उपयोग

क[ सक क थापना क गई सक आज भारतीय

अतर अनसधान सगठन (इसरो) का एक व1शDट

क[ ह जहा कxम उपdह क पलोड वक1सत करन

स लकर उ[नत अतर ौbयोगक क सामािजक

अनयोWयता (Societal applications) स सबधत अनक

परयोजनाओ पर काय( Uकया जाता ह यह क[

म~यतः उपdह सचार सदर सवदन नौसचालन मौसम

11

वTान क उपयोग सबधी काय()म को काया(ि[वत करन

क 1लए नर[तर काय(रत ह

उपह सचार एव नौसचालन अनयोग (SNAA)-

अतर उपयोग क[ (सक) का एसएनएए उपdह

सचार (SATCOM) तथा नौसचालन (NAVIGATION) क

म व1भ[न उ[नत ौbयोगUकया एव उनक सामािजक

अनयोWयताओ क अ1भकqपना एव वकास काय( म

सU)यता स काय(रत ह

सटकोम उपयोगता काय()म अतग(त भारतीय ीय

नौसचालन उपdह णाल (IRNSS) परयोजना क 1लए

योSता अ1भdाह (USER RECEIVER) 1स8यलटर ववध

गgtतलखन िक8स कोड वXलषण वधय क

अ1भकqपना और वकास काय( इस (SNAA) bवारा

Uकया जा रहा ह इसरो क भावी एव महवाकाी

समानव अतर अ1भयान (HSP) हत कोड वभाजन बह

अ1भगम (CDMA) मोडम तथा अ[य भ-उपकरण

णा1लय का वकास भी इसी म चल रहा ह

जीसट-6 काय()म अतग(त ट व वीeडयो को[hि[सग

तथा डाटा Eा[सफर (144kbps) क 1लए सवाzय

मqटमीeडया ट1म(नल का वकास नमा(ण तथा

ौbयोगक दश(न इस bवारा सफलतापव(क Uकया

गया इसी क साथ जीसट-7 परयोजना अतग(त ट व

वॉइस कॉल क 1लए उRच आवित अ1भdाह (UHF Rx)

12

का वकास एव नमा(ण काय( भी इसी क उपलिBध

इसक अतरSत व1भ[न ौbयोगकय वकास

परयोजना अतग(त उ[नत सचार णा1लय का वकास

नमा(ण एव ौbयोगक हतातरण (Technology

Transfer) एसएनएए bवारा Uकया गया ह इ[सट

एमएसएस टाइप-सी तथा टाइप-डी ट1म(नल का अनसधान

एव वकास काय( सफलतापव(क Uकया गया इसी

(MSS-C) परयोजना अतग(त जहाज मानटरन णाल का

वकास नमा(ण तथा उसका सथापन मय सवtण

वभाग (FSI Porbandar) पोरबदर क परसर म

सफलतापव(क सप[न Uकया क[ म थापत

पसनट और सकनट सवधा का चालन भी एसएनएए

bवारा Uकया जाता ह

सचार उपdह (INSAT-3A) आधारत वपित चतावनी

षण णाल (DATS) का वकास नमा(ण तथा सथापन

काय( एसएनएए bवारा सफलतापव(क Uकया गया इस

णाल का |यावसायक उपादन एक भारतीय इकाई

bवारा Uकया गया ह इस णाल का नयण क[

(Hub) भारतीय तट रक दल क परसर म थापत

Uकया ह जो नरतर (24x7) काय(रत ह

बोपल-सक परसर म थापत भक[ (BES) भी

एसएनएए का ह एक भाग ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

13

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

सीएसएसटईपी अतग(त ए1शया एव प1सUफक क

छा क 1लए उपdह सचार उपdह-नौसचालन एव

मौसम-वTान क म नौ महन क नातकोतर

eडgtलोमा पाय)म का सपण( सचालन इस क[ bवारा

नय1मत +प स Uकया जाता ह इसक अतरSत अय

सभी सटकोम योग म इस क[ क सहायता ल

जाती ह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) भी एसएनएए स

सलन ह यह क[ म~यतः मोबाईल उपdह सवा

(एमएसएस टाइप-सी और टाइप-डी) कयका बcड सचरण

अययन क 1लए भ1मगत सवधाए दान करता ह

साथ ह आपित |यवथापन नटवक( (DMS-VPN) क

नय)म चालन तथा अनरण काय( भी दखता ह

सचार उपdह आधारत व1भ[न योग परयोजनाओ

का सचालन भी इसी क[ क िज8मदार ह

एसएनएए को उनक काय(- क अन+प

न8न1लVखत तीन dप म वभािजत Uकया गया हः

(1) चालन एव ायोगक मतावध(न dप (OESG)

(2) अकय सचार ौbयोगक dप (DCTG)

(3) उपdह सचार णाल ौbयोगक dप (SSTG)

14

उपह नौसचालन (SATNAV)-

उपdह नौसचालन ौbयोगक न नौसचालन क म

एक अभतपव( )ात थापत क ह जहा अयधक

एकयरट थान नधा(रण एव समय क सचना मलभत

आवXयकताए हc उन सभी म इस ौbयोगक न

अपनी उपयोगता क अनवाय(ता 1स कर द ह

दन-तदन अनक इस तकनीक स लाभाि[वत हो

रह हc

वत(मान म च1लत उपdह आधारत नौसचालन

णा1लय म अमरका क विXवक थान नधा(रण

णाल ndash जीपीएस ह सबस Wयादा च1लत ह अ[य

णा1लय म +स क लोनास यरोप क ग1ल1लयो एव

अ[य विXवक नौसचालन णा1लया (GNSS) काय(रत ह

15

भारत क गगन परयोजना भी जीपीएस का ह

वतारत +प ह जो भारतीय भ- म काय(रत ह

कस काय करती ह उपह नौसचालन णालः-

कोई भी अतर आधारत नौसचालन णाल म~यतः

कxम उपdह का अतर म Tान (known) थान एव

पवी पर अ1भdाह क थान इन दोन क बीच का

दर-मापन (रज मज़रमट) और उपdह स सारत

रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क समय पर

आधारत ह न8नतर चार उपdह bवारा ाgtत क

गई दर और समय क सचना को 1मला कर चार

समीकरण बनत हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक

(ोससर) bवारा सलझा कर अ1भdाह क सह थान

(पोिजशन) एव समय का परकलन Uकया जाता ह

उपdह स ाgtत सचनाओ को अ1भdाह तक पहचन को

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

दर = वग x समय (Distance = Velocity x Time) को

योग म लाया जाता ह रeडयो सकत का वग काश

वग (299792458Uकमीसकड) क समान होता ह

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक

सनिXचत समय पर नमा(ण करत हc तथा दोन क घड़ी

(clock) भी लगभग समका1लन ह बाद म उपdह bवारा

ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त सकत को एक साथ

1मलाया जाता ह इस तरह स चार उपdह bवारा

16

सारत रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क

समय (Time) क गणना क जाती ह बाद म अ1भdाह

िथत अत आधनक सगणक सोटवयर bवारा

अ1भdाह क सह थान एव समय क सचना का

नधा(रण Uकया जाता ह यथाथ( थान-नधा(रण क साथ-

साथ अयाधक सटक समय ऊचाई और गतमापन भी

इस णाल bवारा सभव हो सका ह

xकोण1मत क 1सात अनसार थान नधा(रण क

U)या म 1सफ( तीन उपdह स दरमापन पया(gtत ह

िजसस 3D थान नधा(रण क गणना सभव ह परत

उपdह क समय को उस पर लगी एट1मक Sलोक स

नापा जाता ह जो कछ ननो सकड तक क परशता

रखती ह जब Uक अ1भdाह का कद भार और लागत

न8नतर रखन हत उसक Sलोक इतनी अचक नह रखी

जाती िजसस समय क परकलन म थोड़ा सा परवत(न

(ट) आ जाता ह इस ट को [यनतम करन क 1लए

ह एक ओर उपdह स दरमापन Uकया जाता ह िजसक

सहायता स समय क अत)मण (offset) को नDका1सत

Uकया जाता ह

(लोबल पोिजशनग स-टम-जीपीएस

लोबल पोिजशनग 1सटम-जीपीएसrsquo जीपीएस ldquoनवटार

जीपीएसrdquo का परवत(त नाम ह िजसका वतत नाम

नवगशन 1सटम वथ टाइम एड रिजग लोबल

पोिजशनग 1सटम ह इस णाल क आवDकार स

17

मानव क दघ(का1लन एव सबस जटल समया का

सह समाधान 1मल गया ह मc इस धरती पर कहा ह

मरा इस धरती पर सह थान Sया ह आप अपन

सह थान (पोिजशन) को सरलता स तभी बता सकत

हc जब आपक आसपास कोई चीज या ठोस पदाथ( सदभ(

क 1लए हो उसी सदभ( स आप अपन मल थान का

पता लगा सकत हc लUकन जब आपक आसपास या

नजदक सदभ( क 1लए कछ भी नह ह आप बीच

सागर आकाश रगतान या घन जगल म ह तब

समया और भी गभीर हो सकती ह

परान समय म जब मानव न याा करना आरभ Uकया

तब वह अपन रात म पथर या कोई चीज नशानी

(सदभ() क तौर पर रख दता था और लौटत समय उसक

सदभ( स अपन मल थान पर वापस लौट आता था

यह |यवथा बहत ह सी1मत वतार क 1लए मया(दत

थी बारश या बफ( गरन पर मसीबत और भी बढ़

जाती थी बाद म मानव न जब सागर याा ारभ क

तब तो समया और भी बढ़ गई SयUक बीच सागर म

शान कहा लगाए जा सकत थ तब उसन आकाश क

ओर दखा आकाश म तार का थान और उनक

गनती क आधार पर वह अपना राता तय करन लगा

लUकन तार हमस बहत दर ह और 1सफ( रात को ह

दखत हc तथा उसक 1लए आकाश भी वRछ होना

चाहए इसक बाद दशा सचन एव नौसचालन क 1लए

कछ और उपकरण (कपास सSस[ट) का वकास Uकया

18

गया लUकन उनक यथाथ(ता पर Xनच[ह ह लगा

था

आधनक मानव न और कई इलSEोनक उपकरण

अपना कर यन Uकए लUकन उनक उपयोगता 1स

नह हो सक थी बाद म टरिEयल रeडयो आधारत

नौसचालन णाल (लोरन ओमगा)य का वकास हआ

इस णाल न नावक को दशासचन और नौकायन म

काफ मदद क लUकन इनक भी अपनी कछ मया(दाए

थी इसक बाद सन 1960 क दशक म अतर

आधारत सटनव णाल (Eािज़ट टाइमशन और

डSका)य का वकास हआ िजसम पवी क नजदक

का (एलईओ) म एक स Wयादा कxम उपdह को

थापत Uकया गया था यह णा1लया UhSव[सी

डोgtलर वचलन पर आधारत थी और उपdह स सकत

ाgtत करन म बहत तीा करनी पड़ती थी इनम

हआ थोड़ा सा भी गत परवत(न अ1भdाह (र1सवर) क

िथत म बहत बड़ी ट पदा कर दता था इ[ह

मया(दाओ न एक उRच यथाथ(ता दान कर ऐसी विXवक

नौसचालन णाल वक1सत करन को रत Uकया

सन 1970 क दशक म अमरका क रा वभाग न एक

योजना को मजर द िजसका नाम था ndash विXवक

थान नधा(रण णाल ndash जीपीएस इस योजना पर

लगातार बीस वष( तक काय( चलता रहा अत म इस

णाल न सह काम Uकया और आज मानवी दनया क

Uकसी भी कोन म हो Uकसी भी समय पर अपना

19

निXचत थान (पोिजशन) और समय वातवक काल

म आसानी स बता सकता ह

ारभ म यह णाल 1सफ( अमरक सना क नजी

उपयोग हत सी1मत थी बाद म सामा[य लोग क

उपयोग क 1लए भी इस उपलBध कराया गया आज

सनक उपयोग क अलावा म~य सामा[य उपयोग ह

1) नौसचालन (भ1म सागर एव वाय म)

2) सामा[य सवtण

3) विXवक समय का आकलन

इसक अतरSत जीपीएस अ1भdाह क उपयोगता क

कोई सीमाए नह ह आज लगभग यक ौbयोगक

म इस णाल का य या अय महतम उपयोग

हो रहा ह

3 कस काय करती ह विltवक -थान नधारण णाल

(gtच स 1)

20

जीपीएस म~यतः कxम उपdह (मानव न1म(त तार)

का अतर म थान एव अ1भdाह (र1सवर) का पवी

पर थान इन दोन क बीच का दरमापन (रज

मज़रम[ट) और उपdह स ाgtत सचना (डाटा) को

अ1भdाह तक पहचन का समय पर आधारत ह

[यनतम चार उपdह bवारा (च स 1) ाgtत क गई

दर और समय दोन को 1मला कर चार समीकरण बनत

हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक bवारा सलझा

कर अ1भdाह का सह थान और समय का परकलन

Uकया जाता ह उपdह bवारा सारत सचना को

अ1भdाह तक पहचन क समय को Tात करन क 1लए

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

= वग X समय को योग म 1लया गया ह रeडयो

सकत का वग काश वग (299792458 Uकमी त

सकड) क समान ह

च स~या-2

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक ह

21

सनिXचत समय पर उप[न करत हc और दोन क घड़ी

(एट1मक Sलोक) भी समका1लन ह बाद म उपdह

bवारा ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त दोन सकत

को एक साथ 1मला जाना ह च स~या-2 दख इस

तरह 4 उपdह bवारा सारत रeडयो सकत को

अ1भdाह तक पहचन क समय क गणना क जाती ह

जीपीएस णाल क वतत तकनीक जानकार ाgtत

करन क 1लए इस म~य तीन भाग म बाटना आवXयक

1) अतर खड (पस सगम[ट)

2) नयण एव नगरानी खड (कEोल एड मोनटरग

सगमट)

3) योSता खड (यज़र सगमट)

(1) अतर खडः-

च स~या - 3 च स~या - 4

अतर खड िजसम 24 कxम उपdह (+4 आरvत)

को पवी क अतरम मणका म (च स~या 3 और

22

4 दख) करब 20200 Uकमी क दर पर निXचत 6

काओ म थापत Uकया गया ह सभी उपdह

निXचत 12 घट म पवी का एक परमण करत हc

यक उपdह पवी पर एक ह vतज सीमा म दन

म दो बार गजरता ह अतर खड क अ1भकqपना

कछ इस कार स न1म(त क गई ह Uक Uकसी भी

समय और पवी क Uकसी भी भाग म [यनतम 4

उपdह एक ह vतज सीमा म नरतर PिDटमान रहत

हc अनभव स Tात हआ ह Uक कभी-कभी एक ह

समय पर एक ह vतज सीमा म 8-10 उपdह सदव

PिDटमान रहत हc

यक उपdह पर बहत ह यथाथ( (एSयरट) दो एट1मक

घeड़या (Sलोक) होती ह िजन क मल आवित 1023

मगाह(स होती ह इस आवित क सदभ( स उपdह

म कट सकत नमा(ण Uकय जात हc इन सकत को

पवी क ओर सतत सारत Uकया जाता ह िजसम

उपdह का अपना पहचान )माक (आईडी) समय

अतर म अपना थान (लोकशन) एव उसी समय

उसक आसपास मणशील अ[य उपdह क सपण(

जानकार सि8म1लत होती ह िजस ldquoअqमनकrdquo कहत

हc यह जानकार एक महन तक मा[य रहती ह

इन सकत को पवी क ओर सारत करन हत उपdह

दो वाहक आवितय का उपयोग करत हc जो

न8न1लVखत हः-

23

च स~या-5

1) एल-1 = 157542 मगाहट(ज (MHz)

2) एल-2 = 122760 मगाहट(ज (MHz)

एल-1 वाहक आवित िजस पर दो कट सकत (कोड)

अध1मत Uकए जात हc (च स~या-5 दख)

1) सीए कोड जो 1023 MHz मल आवित पर और

2) पी कोड िजस 1023 MHz मल आवित पर

अध1मत Uकया जाता ह

एल-2 वाहक आवित पर 1सफ( पी कोड 1023 MHz

मल आवित पर अध1मत Uकया जाता ह पी कोड

कवल अमरक सना क नजी उपयोग क 1लए ह

सी1मत रखा गया ह

पवी पर िथत जीपीएस अ1भdाह उपरोSत सकत का

उपयोग अतर म उपdह का थान समय एव उस

24

समय अ[य उपdह क अतर म वत(मान िथत

जानन क 1लए करता ह इन सकत का म~य उपयोग

अतर म उपdह क वत(मान िथत (लोकशन) एव

पवी पर अ1भdाह क बीच का दरमापन (रज) करना

ह न8नतम 4 उपdह bवारा ाgtत सकत स दरमापन

U)या सप[न करक अ1भdाह क सह थान क

सगणना क जाती ह

(2) नयण एव नगरानी खडः

च स~या-6

अतर म थापत सभी 24 उपdह पर नगरानी

रखन क 1लए पवी पर भमय रखा क आसपास 1

म~य नयण क एव 5 नगरानी भ-क (च स~या-

6) )मशः कोलोराडो एक[सन (Ascension) eडयागो

(Diego) Sवाजलन (Kwajalein) तथा हवाई (Hawaii) म

काय(रत ह य सभी भ-क णाल क सभी उपdह क

साथ नरतर सपक( बनाए रखत हc एक बहत ह

महवपण( काय( इस खड bवारा काया(ि[वत Uकया जाता

ह Uक मणका म घम रह सभी उपdह का अनवत(न

(EUकग) कर क उनक कीय िथत क सटक जाच

करना और उन पर िथत एट1मक Sलोक को

25

असशोधत कर क अगर उसम कछ टया ह तो उस

सधार कर म~य नयण क bवारा सभी उपdह को

पनः सारत करना ह िजसस यक उपdह क पास

उसक अतर म वातवक सह िथत एव समय क

जानकार उपलBध करायी जाती ह यह जानकार पवी

पर िथत जीपीएस अ1भdाह क 1लए बहत ह आवXयक

होती ह

3) योEता खडः

इसक अतग(त जीपीएस अ1भdाह (र1सवर) जो उपdह

bवारा सारत कट सकत को अपन सगणक bवारा

वXलषण करक पवी पर अपना निXचत थान और

समय क सचना ाgtत करत हc इस अ1भdाह का

उपयोग कोई भी सामा[य |यिSत आसानी स कर सकता

न8न1लVखत उपयोग हत जीपीएस णाल अयत

महवपण( 1स हई हः

1) स[य सवtण

2) भ-सवtण

3) नौ-सचालन (भ1म सागर एव वाय म)

4) भ-गतUकय अययन

5) वाहन यातायात (रल सडक) नयण एव बधन

6) ववध याxक नयण णा1लया

7) वXव म कह भी समय को समका1लन (1स)ोनाइज़)

करन क 1लए

8) विXवक भकप सनामी जसी ाकतक आपितय क

बधन म

26

भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल

ndash आईआरएनएसएस

उपdह नौसचालन णाल क बहहतक व1शDटताओ को

दखत हए वत(मान समय म इस णाल का कोई

वकqप नह ह जीपीएस क सवाए भारतीय भ- म

सरलता स उपलBध ह लUकन आपातकाल या य क

दौरान यह सवधा हम उपलBध ना हो या Uफर इस

णाल bवारा ाgtत सचनाओ को टज[य भी Uकया जा

सकता ह SयUक यह णाल सपण(तः अमरका क

रा वभाग bवारा नयxत ह सvgtत म कहा जाय

तो आपातकाल म जीपीएस क सवाए सदहापद ह

उपरोSत वात को यान म रखत हए भारत (इसरो) भी

दश क नौसचालनय आवXयकता को (सनक तथा

असनक सभी) को परा करन क 1लए सपण(तः वायत

एव वनयxत ीय नौसचालन उपdह णाल-

आईआरएनएसएस थापत करन जा रहा ह जो

भारतीय उपमहाbवीप म व1भ[न उपयोगकता(ओ को

27

सह यथाथ(ता स थान-नधा(रण नौसचालन एव समय

क सचना जसी आवXयक सवाए दान करगी बाद म

अतरSत घटक को शा1मल करन क सामय(ता स इस

वतारत भी Uकया जा सकता ह िजसस पडोसी

को उपरोSत यथाथ(ता स नौसचालन सवाए दान क जा

सक

नFपादन उGltय

bull दश क नौसचालनय आवXयकता को को परा

करन क 1लए सपण(तः वायत एव वनयxत

ीय नौसचालन उपdह णाल का अ1भकqपन

वकास एव काया([वयन

bull उRच यथाथ(ता स थान-नधा(रण (lt 20 मीटर)

एव समय क सचना (lt10-20 ननो सकड)

bull आयनमडलय सशोधन क साथ सभी ऋत म

चालन

bull उRचतम उपलBधता (24 X 7) 999

bull भारतीय भ- उपरात 1500 Uक मी क

आसपास म भी उRच यथाथ(ता स

नौसचालन सवा उपलBध

bull बाद म इसक सवा को )मशः वतत भी

Uकया जाएगा िजसस पडोसी को उपरोSत

यथाथ(ता स नौसचालन सवधा उपलBध हो सक

इस तावत ीय नौसचालन णाल क म~य तीन

भाग ह -

1 अतर खड (पस सगमट)

28

2 भ1म खड (dाउड सगमट)

3 उपयोगकता( खड (यजर सगमट)

(1) अतर खड - Uकसी भी अतर आधारत

नौसचालन णाल म उपयोग कता( को िथतनधा(रण

U)या हत [यनतम चार उपdह क नरतर PDयता

अयावXयक ह इस1लए व1भ[न उपdहय तारमडल

का अययन Uकया गया अनक वकqप सोच गए

उनका क8gtयटर 1स8यलशन भी Uकया गया कम

लागत सरल चालन उपयोगकता( को पाई जान वाल

यथाथ(ता एव सवा को यान म रखन हए गहन

अययन क पXचात इस तावत नौसचालन णाल क

1लए सात उपdह का तारामडल निXचत Uकया गया

िजसम तीन उपdह भ-िथर मणका (GEO) म

)मश 34deg83deg132deg रखाश पर थापत Uकए जाएग

शष चार उपdह म स दो उपdह भ-तqयकाल मण

का (GSO) म 55deg अाश पर और अ[य दो 111deg

अाश पर 29deg झकाव क साथ थापत Uकए जाएग

इस कार क Wया1मतय सरचना स सात उपdह

नरतर भारतीय भ- (सवा ) म उपयोगकता(ओ को

िथत नधा(रण U)या हत हमशा PDटमान रहग इस

तारामडलय सरचना स 30 स बहतर क जीडीओपी

(GDOP) ािgtत भी सनिXचत क गई ह इन सभी

उपdह को भारतीय वीय उपdह पण यान

(पीएसएलवी) bवारा सतीश धवन उपdह क

29

(ीहरकोटा) स अतर भ-थानातरण मणका म

पत Uकया जाएगा

उपह स8पण - इस णाल क सभी सात उपdह क

सरचना एक समान होगी दायभार एव अ[य सभी

उपकरण इसरो क कqपना बस म वशष नौसचालन

अ1भयान हत आवXयक परवत(न करक समि[वत Uकया

गया ह उपdह का उथापन वजन (Lift of Mass)

1425 Uकdा क साथ-साथ शDक वजन (Dry Mass)

616 Uकdा होगा सौर पनल का 215 मीX18

मी रखा गया ह जो 1268 वॉट पावर ऊजा( दगा

dहण क दौरान ऊजा( पत ( क 1लए 64 Ah Li-ion बटर

भी रखी गई ह इन सभी उपdह को भ1म-खड िथत

सवा म वतरत नयण क bग bवारा नरतर

मॉनीटर Uकया जाएगा

(2) भ म खड- भ1म खड म~यत अतर म उपdह

तारामडल का नयण सचालन एव नौसचालन

आकड़ नमा(ण करन क 1लए अवरत काय(

करगा इस भ1म खड म न8न1लVखत आवXयक

सवधाए होगी

1 उपdह नयण क

2 नौसचालन नयण क

3 परासन क (सीडीएमए एव लसर परासन)

4 समय एव आकड़ा उव(-कड़ी टशन

5 आकड़ा सचार जाल

30

उपdह क अतर म सह िथत उनक का

सबधी ताजा-सचनाए ािgtत क 1लए दर1मत-दरादश

एव आयनमडलय मॉडलग सशोधन U)या क 1लए

20 परास एव इटdीट मॉनीटरग टशन (IRIMs)

सपण( सवा म वतरत Uकए जाएग िजनम 6

सीडीममए परासन 1 लसर परासन क bग एव 1

परमािवक घड़ी स सिWजत नटवक( टाई1मग सटर

भी शा1मल ह

नौसचालन नयण क का म~य काय( त क आकड़ा

सचार जाल bवारा ाgtत सचनाओ को ससाधत करक

एक परभाषत नौसचालन सदश का नमा(ण करना

िजसम उपdह क अतर म कvय िथत समय

आयनमडलय ट-सशोधन एव अ[य सशोधत सचनाए

हो ह उनको त क अप-1लक टशन को भजना ह

(3) उपयोगकता खड - उपयोगकता( खड म उपभोSता

अपन नौसचालन अ1भdाह (रसीवर) क जरए भारतीय

भ- (भ1म वाय एव सम) म सह िथत नधा(रण

सवा सटक समय क जानकार ाgtत कर सकत ह

इस णाल bवारा विXवक िथत नधा(रण णाल

(जीपीएस) क समान दो कार क सवाए उपलBध कराई

जाएगी िजसम (1) सामा[य िथत नधा(रण सवा

जो सभी कार क उपभोSताओ को सरलता स उपलBध

31

होगी िजसम lt20 मी तक क यथाथ(ता अपvत ह

और (2) 1स1मत(Restricted) िथत नधा(रण सवा जो

1स1मत ाधकत उपभोSताओ को ह उपलBध होगी इस

सवा क यथाथ(ता सामा[य िथत नधा(रण सवा स कई

गना बहतर होगी इस सवा म थान (पोिजशन) क

अतरSत सटक समय क सचना भी शा1मल ह और

य सभी सकत एि[)gtटड िथत म होग इस सवा को

ाgtत करन क 1लए bव-आकत अ1भdाह का उपयोग

करना होगा

32

उपह सचार (SATCOM)

पछल चार दशक म हमन दश क सवागी वकास म

भारतीय अतर काय()म का भाव दखा ह इस

काय()म म उपdह सचार णा1लय क भ1मका अयत

महवपण( ह उपdह सचार ौbयोगक bवारा पवी क

वशाल म आथ(क PिDट स सती (LOW COST) एव

वXवसनीय सचार तथा सपक( |यवथा थापत क जा

सकती ह दश का समd वकास तभी सभव होगा जब

हम दश क दर-दराज क दग(म एव dामीण म

आपसी सचार तथा सपक( |यवथा कायम कर पायग

िजसम उपdह सचार ौbयोगक एक मा वXवसनीय

तकनीक ह आज हमार दश म इ[सट तथा जीसट

णी क अनक सचार उपdह dामसट वीआरएस

(Village Resources System) एव अ[य अनक

परयोजनाओ क अतग(त दरसचार दरदश(न सारण

1शा वाय भ1म जगल एव सम सवtण

33

उ[नत मौसम मानटरन आपित |यवथापन जसी

अनक जन-कqयाणकार सवधाए दान कर रह हc

भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) क

अहमदाबाद क (SAC) का एसएनएए उपdह सचार

अनयोग अतग(त व1भ[न णा1लया एव उपकरण क

वकास तथा नमा(ण काय( म काय(रत ह िजसम मख

ह-

(1) Iलट मानटरन णालः-

इ[सट-एमएसएस आधारत लट मानटरन णाल

(FMS) म~यतः दश क परवहन (सड़क रल सम)

म काय(रत व1भ[न सगठन उbयोग क आवXयकताओ

को यान म रख कर वकसीत क गई ह यह सचार

उपdह आधारत वय सचा1लत लट मानटरन णाल

ह िजसक सवाए भारतीय उपमहाbवीप उपरात

सागर म भी उपलBध ह परवहन सचालक अपन

लट क वत(मान अपिथत (पोिजशन) समय एव

उनक सामयक गत पर ऑन-लाइन नगरानी रखन क

1लए इस योग म ल सकत हc आकिमक परिथत

म लट bवारा सvgtत सदश (Short messages of 40

34

characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

35

सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

2

अतर वTान एव तकनीक का ह उपरोSत

तय को समझत हए भारतीय अतर अनसधान

सगठन इसरो अपन व1भ[न क क मायम स

अतर वTान और ौbयोगक क म ववध

सामािजक परयोजनाओ पर काय( कर रहा ह तो आइय

दखत हc ndash भारत न अतर वTान क म कहा

तक गत हा1सल क ह

पव भ मकाः-

ऐतहा1सक काल स ह दख तो मानव क उ[नत

वTान और तकनीक क वकास स जडी ह अगर हम

ारभ स दख तो आधनक काल म िजन लोग न उडन

क सबध म गभीरता स वचार Uकया था उनम तरहवी

सद का एक अdजी पादर भी शा1मल था वह यह

यान स दखता था Uक चeडया Uकस कार स उडती ह

कभी-कभी वह वतः भी सोचता था Uक अगर बनावट

पख लगा दय जाय तो आदमी भी आकाश म उड

सकता ह

hा[स म सतरहवी सद म उडान क वषय म गभीर

योग हए थ सन 1783 म दो hासीसी नौजवान न

गरम हवा क रशम क गBबार (Hot Air Balloon) म बठ

कर आकाश म उडन का सफल योग Uकया था बाद

म हवाई जहाज का भी आवDकार हआ सन 1920 म

hास क ह एक सना अधकार न हवाई जहाज बनान

3

म सफलता हा1सल क उनका नाम था ndash काउट

झप1लन इसी दौरान पEोल इजन स चलन वाला

वाययान भी बनाया गया िजस उडान क बार म

मानवी तरहवी सद म कवल कqपना करता था उसी

उडान को वह उ[नीसवी सद म सफलतापव(क कर सका

सन 1865 म जल वनt (JULES VERNE) नामक लखक

(Science fiction) न पता लगाया Uक अगर Uकसी चीज

को अत वग स ऊपर आकाश क ओर फc का जाए तो

वह धरती क पकड स छट कर अतर म चल जाएगी

और धरती पर वापस नह आएगी वह पवी क उपdह

क +प म नधा(रत गत म पवी क दvणा करती

रहगी एक और अधक कqपनाओ को यिSतसगत

बनाकर परवत(न और योग करत-करत मानव को

वXवास होन लगा Uक अतर म पहचना मिXकल ज+र

ह परत असभव नह ह Uफर रोकट क अवDकार न

वायमडल स बाहर उड सकन का माग( शत Uकया

और चमा तक पहचन का माग( भी खोल दया

दनाक 04-10-1957 को +स bवारा पतनक-1 नामक

कxम उपdह को अतर म सफलतापव(क पत

Uकया गया इसक साथ ह मानव न अतर यग म

वश Uकया इस महान उपलिBध क बाद अतर

वTान और तकनीक म अधक तजी स वकास हआ

दनाक 12 अल 1961 को +सी अतर याी यर

गागरन अतर म पहच गए व अतर म पवी

4

क पर)मा करक सकशल धरती पर वापस भी आ

गए

आज अतर यग क वकास न समत मानव जात

पर गहरा असर छोडा ह इस म हए वकास Uकसी

अ[य म हए वकास क तलना म Uकसी भी दश

को Wयादा तज गत स गत क ओर ल जात हc

हम ारभ काल स दख तो तरहवी सद म उडान क

1सफ( कqपना करन वाला मानवी आज अतर म

कोलोनी बनान का सपना दख रहा ह

अतर ampवान क उपयोगः-

आज मानव न अतर वTान एव तकनीक क म

अbवतीय मता हा1सल क ह इसी मता क कारण

ह आज हम कछ ह ण म पर yzमाड क इलSEो-

मनटक पSEम को आसानी स दख सकत हc साथ

ह दो dह क बीच का थान पण( करन वाल कवासार

पलसार [यEोन टार और Bलक-हॉल क बार म जान

सकत हc आज मानव क पास सौर-मडल का अ[वषण

करन हत यान भजन क मता ह इतना ह नह

अतर तकनीक क इस वतत मता क कारण ह

दर-सचार दरदश(न मौसम का पवा(नमान तथा

अवलोकन ाकतक ससाधन का अययन कष

आपित |यवथापन वाय दर-1शा मनोरजन

आद म तज गत स उ[नत वकास हआ ह

सदर-सवद (Remote Sensing) उपdह क मदद स पवी

5

क ाकतक ोत क वातवक िथत भौगो1लक

िथत खनज-महासागर सम ोत क अययन

सरलता स Uकय जात हc कष एव वानक क

अययन म भी अतर वTान का सहारा 1लया जाता

lsquo(लोबल पोिजशनग स-टम-जीपीएसrsquo ndashअतर वTान

क ह एक महवपण( उपलिBध ह इस णाल न

मानव क बरसो परान एव अत जटल Xन का सह

हल ढढ नकाला ह मc इस धरती पर कहा ह इस

धरती पर मरा सह थान (Location) Sया ह इस सरल

Xन का हल आज स बीस साल पहल Uकसी क पास

नह था बीस-पRचीस साल क कडी महनत क बाद

मानव आज पवी क Uकसी भी कोन म हो अपना

निXचत थान और समय सह यथाथ(ता (Accuracy) स

बता सकता ह आज हर औbयोगक म इस

णाल का महवपण( उपयोग हो रहा ह म~यतः

वमान का सह थान-अवतरण रल-सडक यातायात

का बधन सनक उपकरण म यह णाल बहत ह

उपयोगी 1स हई ह जहा सटक थान एव परश

समय क सचना मलभत आवXयकता ह उन सभी

म इस णाल न अपनी उRच अनवाय(ता साxबत कर

द ह

य म अबाधत सचार सवा जाससी उपdह क भ1मका

Uकतनी महवपण( हो गई ह इसका अनमान हम खाडी

6

य क परणाम स लगा सकत हc इस य म

अमरका तथा साथी दश न अतर तकनीUकय का

महतम उपयोग Uकया था आज कई वक1सत दश न

धरती पर नगरानी रखन क 1लए अतर म जाससी

उपdह क खला खडी कर द ह य उपdह हर पल

क जानकार यहा तक Uक 1मसाइल दाग जान या कह

पर हए परमाण वफोट का पता लगान म भी पर

तरह समथ( ह

इटरनशनल पस टशन (ISS) वत(मान क सबस बड़ी

परयोजना ह िजसम अमरका +स जापान सहत

अनक यरोपयन दश शा1मल ह यहा बहत स

अनसधान काय( अतर क वातवक पया(वरण म Uकय

जात हc यह तरता हआ अतर टशन सन 1968 स

मानव जात क सवा कर रहा ह

सामा0य जन-जीवन म1 अतर तकनीक2 का -थानः-

अतर वTान एव तकनीक न ववध म

मानवता क सवा क ह खास तौर पर दरसचार

नौसचालन भ-सवtण मौसम आपित |यवथापन

कष आद म अतर तकनीक का |यापक

उपयोग हो रहा ह आज वXव क दरथ एव दग(म

थान म 1शा तथा वशष चUकसा सवधाए दान

करन क 1लए इस उपयोग म 1लया जा रहा ह उपdह

सचार तथा सचना ौbयोगक (IT) क सम[वय स पवी

क वशाल म सचार एव सपक( |यवथा (वन

7

PXय एव सचना) वरत थापत क जा सकती ह इस

वशषता को यान म लत हए 1शा तथा दरदराज

म उचत वाय सवधाए थापत करन क 1लए

अतर तकनीक को योग म लाया जा रहा ह

लोबल वॉ1मग एव जलवाय परवत(न क समया

व+प आज वXव म हर रोज कह न कह ाकतक

आपितय (भकप सना1म च)वात आद) का बार-बार

आना आम बात हो गई ह इस सकट स नपटन क

1लए उपdह सचार सदर-सवदन और जीपीएस क मदद

स एक विXवक आपित |यवथापन नटवक( का वकास

काय( बड़ी तजी स चल रहा ह िजसस इनस होन वाला

आथ(क नकसान और मानव जानहान कम स कम हो

सकगी ऐसी अनक समाजोपयोगी अतर णा1लय

क वकास स अतर तकनीक न मानव क सामा[य

जनजीवन म अपना थान निXचत कर 1लया ह

8

अतर ampवान एव तकनीक2 म1 भारतः-

भारत म सन 1961 क दौरान परमाण ऊजा( वभाग

(DAE) को दश क सामािजक आथ(क और शातपण(

काय को काया(ि[वत करन क 1लए बाzय अतर का

उपयोग करन का काय( सौपा गया था उसक एक वष(

बाद डॉ व)म साराभाई क अयता म भारतीय

अतर अनसधान सगठन (इसरो) क थापना क गई

दनाक 21 नवबर 1963 को xव[म नजदक क

थ8बा भमयरखीय रोकट पण क[ (TERLS) स

lsquoनाइक अपाचrsquo नामक परTापी रोकट को अतर म

सफलतापव(क पत करक भारत न अतर यग म

वश Uकया

दश क अतर काय()म का म~य उXय अतर

वTान एव तकनीक का उपयोग दश क औbयोगक

आथ(क वकास क साथ-साथ जो लोग दश क दर-दराज

9

क dामीण दग(म एव सम तट म रहत हc

उनक मलभत समयाओ को सलझा कर उनका सवागी

वकास करना ह इसी महवपण( सामािजक उXय को

यान म रखत हए भारत (इसरो) न दश को अतर

तकनीक आधारत सवाए दान करन क 1लए अपन

दश म ह न1म(त कxम उपdह एव उनक पण क

मता क साथ-साथ काफ हद तक आमनभ(रता

हा1सल कर ल ह सदर-सवदन क म भी भारत क

आईआरएस णी क उपdह न दश को ववध सवधाए

दान क ह

आज भारत (इसरो) क सामन वत(मान काय क साथ-

साथ सन 2035 तक का अतर काय()म मौजद ह

िजसम

(1) पन+पयोगी पण यान (RLV)

(2) भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल (IRNSS)

(3) जीएसएलवी माक( -II तथा माक( -III का वकास

(4) चयान-2 (इसक अतग(त चमा क धरती पर एक

अवतरण मच तथा रोवर उतारन क योजना ह

(5) समानव अतर अ1भयान (HSP)

(6) साथ ह मगल dह अ1भयान श+ हो रहा ह

10

अतर उपयोग क04 (सक) क2 श8आतः-

सन 1966 म डॉ व)म साराभाई न अहमदाबाद म

ायोगक उपdह सचार भ-क[ (इEक) क थापना

क थी इसी घटना स lsquoसकrsquo क नीव रखी गई थी

श+आती दौर म (सन 1972 तक) अतर तकनीक क

व1भ[न (उपdह सचार सदर सवदन मौसम

आद) म अनसधान एव वकास काय( अहमदाबाद िथत

व1भ[न यनट म अलग-अलग जगह पर चल रहा था

इन सब को 1मला कर सन 1972 म अतर उपयोग

क[ सक क थापना क गई सक आज भारतीय

अतर अनसधान सगठन (इसरो) का एक व1शDट

क[ ह जहा कxम उपdह क पलोड वक1सत करन

स लकर उ[नत अतर ौbयोगक क सामािजक

अनयोWयता (Societal applications) स सबधत अनक

परयोजनाओ पर काय( Uकया जाता ह यह क[

म~यतः उपdह सचार सदर सवदन नौसचालन मौसम

11

वTान क उपयोग सबधी काय()म को काया(ि[वत करन

क 1लए नर[तर काय(रत ह

उपह सचार एव नौसचालन अनयोग (SNAA)-

अतर उपयोग क[ (सक) का एसएनएए उपdह

सचार (SATCOM) तथा नौसचालन (NAVIGATION) क

म व1भ[न उ[नत ौbयोगUकया एव उनक सामािजक

अनयोWयताओ क अ1भकqपना एव वकास काय( म

सU)यता स काय(रत ह

सटकोम उपयोगता काय()म अतग(त भारतीय ीय

नौसचालन उपdह णाल (IRNSS) परयोजना क 1लए

योSता अ1भdाह (USER RECEIVER) 1स8यलटर ववध

गgtतलखन िक8स कोड वXलषण वधय क

अ1भकqपना और वकास काय( इस (SNAA) bवारा

Uकया जा रहा ह इसरो क भावी एव महवाकाी

समानव अतर अ1भयान (HSP) हत कोड वभाजन बह

अ1भगम (CDMA) मोडम तथा अ[य भ-उपकरण

णा1लय का वकास भी इसी म चल रहा ह

जीसट-6 काय()म अतग(त ट व वीeडयो को[hि[सग

तथा डाटा Eा[सफर (144kbps) क 1लए सवाzय

मqटमीeडया ट1म(नल का वकास नमा(ण तथा

ौbयोगक दश(न इस bवारा सफलतापव(क Uकया

गया इसी क साथ जीसट-7 परयोजना अतग(त ट व

वॉइस कॉल क 1लए उRच आवित अ1भdाह (UHF Rx)

12

का वकास एव नमा(ण काय( भी इसी क उपलिBध

इसक अतरSत व1भ[न ौbयोगकय वकास

परयोजना अतग(त उ[नत सचार णा1लय का वकास

नमा(ण एव ौbयोगक हतातरण (Technology

Transfer) एसएनएए bवारा Uकया गया ह इ[सट

एमएसएस टाइप-सी तथा टाइप-डी ट1म(नल का अनसधान

एव वकास काय( सफलतापव(क Uकया गया इसी

(MSS-C) परयोजना अतग(त जहाज मानटरन णाल का

वकास नमा(ण तथा उसका सथापन मय सवtण

वभाग (FSI Porbandar) पोरबदर क परसर म

सफलतापव(क सप[न Uकया क[ म थापत

पसनट और सकनट सवधा का चालन भी एसएनएए

bवारा Uकया जाता ह

सचार उपdह (INSAT-3A) आधारत वपित चतावनी

षण णाल (DATS) का वकास नमा(ण तथा सथापन

काय( एसएनएए bवारा सफलतापव(क Uकया गया इस

णाल का |यावसायक उपादन एक भारतीय इकाई

bवारा Uकया गया ह इस णाल का नयण क[

(Hub) भारतीय तट रक दल क परसर म थापत

Uकया ह जो नरतर (24x7) काय(रत ह

बोपल-सक परसर म थापत भक[ (BES) भी

एसएनएए का ह एक भाग ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

13

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

सीएसएसटईपी अतग(त ए1शया एव प1सUफक क

छा क 1लए उपdह सचार उपdह-नौसचालन एव

मौसम-वTान क म नौ महन क नातकोतर

eडgtलोमा पाय)म का सपण( सचालन इस क[ bवारा

नय1मत +प स Uकया जाता ह इसक अतरSत अय

सभी सटकोम योग म इस क[ क सहायता ल

जाती ह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) भी एसएनएए स

सलन ह यह क[ म~यतः मोबाईल उपdह सवा

(एमएसएस टाइप-सी और टाइप-डी) कयका बcड सचरण

अययन क 1लए भ1मगत सवधाए दान करता ह

साथ ह आपित |यवथापन नटवक( (DMS-VPN) क

नय)म चालन तथा अनरण काय( भी दखता ह

सचार उपdह आधारत व1भ[न योग परयोजनाओ

का सचालन भी इसी क[ क िज8मदार ह

एसएनएए को उनक काय(- क अन+प

न8न1लVखत तीन dप म वभािजत Uकया गया हः

(1) चालन एव ायोगक मतावध(न dप (OESG)

(2) अकय सचार ौbयोगक dप (DCTG)

(3) उपdह सचार णाल ौbयोगक dप (SSTG)

14

उपह नौसचालन (SATNAV)-

उपdह नौसचालन ौbयोगक न नौसचालन क म

एक अभतपव( )ात थापत क ह जहा अयधक

एकयरट थान नधा(रण एव समय क सचना मलभत

आवXयकताए हc उन सभी म इस ौbयोगक न

अपनी उपयोगता क अनवाय(ता 1स कर द ह

दन-तदन अनक इस तकनीक स लाभाि[वत हो

रह हc

वत(मान म च1लत उपdह आधारत नौसचालन

णा1लय म अमरका क विXवक थान नधा(रण

णाल ndash जीपीएस ह सबस Wयादा च1लत ह अ[य

णा1लय म +स क लोनास यरोप क ग1ल1लयो एव

अ[य विXवक नौसचालन णा1लया (GNSS) काय(रत ह

15

भारत क गगन परयोजना भी जीपीएस का ह

वतारत +प ह जो भारतीय भ- म काय(रत ह

कस काय करती ह उपह नौसचालन णालः-

कोई भी अतर आधारत नौसचालन णाल म~यतः

कxम उपdह का अतर म Tान (known) थान एव

पवी पर अ1भdाह क थान इन दोन क बीच का

दर-मापन (रज मज़रमट) और उपdह स सारत

रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क समय पर

आधारत ह न8नतर चार उपdह bवारा ाgtत क

गई दर और समय क सचना को 1मला कर चार

समीकरण बनत हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक

(ोससर) bवारा सलझा कर अ1भdाह क सह थान

(पोिजशन) एव समय का परकलन Uकया जाता ह

उपdह स ाgtत सचनाओ को अ1भdाह तक पहचन को

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

दर = वग x समय (Distance = Velocity x Time) को

योग म लाया जाता ह रeडयो सकत का वग काश

वग (299792458Uकमीसकड) क समान होता ह

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक

सनिXचत समय पर नमा(ण करत हc तथा दोन क घड़ी

(clock) भी लगभग समका1लन ह बाद म उपdह bवारा

ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त सकत को एक साथ

1मलाया जाता ह इस तरह स चार उपdह bवारा

16

सारत रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क

समय (Time) क गणना क जाती ह बाद म अ1भdाह

िथत अत आधनक सगणक सोटवयर bवारा

अ1भdाह क सह थान एव समय क सचना का

नधा(रण Uकया जाता ह यथाथ( थान-नधा(रण क साथ-

साथ अयाधक सटक समय ऊचाई और गतमापन भी

इस णाल bवारा सभव हो सका ह

xकोण1मत क 1सात अनसार थान नधा(रण क

U)या म 1सफ( तीन उपdह स दरमापन पया(gtत ह

िजसस 3D थान नधा(रण क गणना सभव ह परत

उपdह क समय को उस पर लगी एट1मक Sलोक स

नापा जाता ह जो कछ ननो सकड तक क परशता

रखती ह जब Uक अ1भdाह का कद भार और लागत

न8नतर रखन हत उसक Sलोक इतनी अचक नह रखी

जाती िजसस समय क परकलन म थोड़ा सा परवत(न

(ट) आ जाता ह इस ट को [यनतम करन क 1लए

ह एक ओर उपdह स दरमापन Uकया जाता ह िजसक

सहायता स समय क अत)मण (offset) को नDका1सत

Uकया जाता ह

(लोबल पोिजशनग स-टम-जीपीएस

लोबल पोिजशनग 1सटम-जीपीएसrsquo जीपीएस ldquoनवटार

जीपीएसrdquo का परवत(त नाम ह िजसका वतत नाम

नवगशन 1सटम वथ टाइम एड रिजग लोबल

पोिजशनग 1सटम ह इस णाल क आवDकार स

17

मानव क दघ(का1लन एव सबस जटल समया का

सह समाधान 1मल गया ह मc इस धरती पर कहा ह

मरा इस धरती पर सह थान Sया ह आप अपन

सह थान (पोिजशन) को सरलता स तभी बता सकत

हc जब आपक आसपास कोई चीज या ठोस पदाथ( सदभ(

क 1लए हो उसी सदभ( स आप अपन मल थान का

पता लगा सकत हc लUकन जब आपक आसपास या

नजदक सदभ( क 1लए कछ भी नह ह आप बीच

सागर आकाश रगतान या घन जगल म ह तब

समया और भी गभीर हो सकती ह

परान समय म जब मानव न याा करना आरभ Uकया

तब वह अपन रात म पथर या कोई चीज नशानी

(सदभ() क तौर पर रख दता था और लौटत समय उसक

सदभ( स अपन मल थान पर वापस लौट आता था

यह |यवथा बहत ह सी1मत वतार क 1लए मया(दत

थी बारश या बफ( गरन पर मसीबत और भी बढ़

जाती थी बाद म मानव न जब सागर याा ारभ क

तब तो समया और भी बढ़ गई SयUक बीच सागर म

शान कहा लगाए जा सकत थ तब उसन आकाश क

ओर दखा आकाश म तार का थान और उनक

गनती क आधार पर वह अपना राता तय करन लगा

लUकन तार हमस बहत दर ह और 1सफ( रात को ह

दखत हc तथा उसक 1लए आकाश भी वRछ होना

चाहए इसक बाद दशा सचन एव नौसचालन क 1लए

कछ और उपकरण (कपास सSस[ट) का वकास Uकया

18

गया लUकन उनक यथाथ(ता पर Xनच[ह ह लगा

था

आधनक मानव न और कई इलSEोनक उपकरण

अपना कर यन Uकए लUकन उनक उपयोगता 1स

नह हो सक थी बाद म टरिEयल रeडयो आधारत

नौसचालन णाल (लोरन ओमगा)य का वकास हआ

इस णाल न नावक को दशासचन और नौकायन म

काफ मदद क लUकन इनक भी अपनी कछ मया(दाए

थी इसक बाद सन 1960 क दशक म अतर

आधारत सटनव णाल (Eािज़ट टाइमशन और

डSका)य का वकास हआ िजसम पवी क नजदक

का (एलईओ) म एक स Wयादा कxम उपdह को

थापत Uकया गया था यह णा1लया UhSव[सी

डोgtलर वचलन पर आधारत थी और उपdह स सकत

ाgtत करन म बहत तीा करनी पड़ती थी इनम

हआ थोड़ा सा भी गत परवत(न अ1भdाह (र1सवर) क

िथत म बहत बड़ी ट पदा कर दता था इ[ह

मया(दाओ न एक उRच यथाथ(ता दान कर ऐसी विXवक

नौसचालन णाल वक1सत करन को रत Uकया

सन 1970 क दशक म अमरका क रा वभाग न एक

योजना को मजर द िजसका नाम था ndash विXवक

थान नधा(रण णाल ndash जीपीएस इस योजना पर

लगातार बीस वष( तक काय( चलता रहा अत म इस

णाल न सह काम Uकया और आज मानवी दनया क

Uकसी भी कोन म हो Uकसी भी समय पर अपना

19

निXचत थान (पोिजशन) और समय वातवक काल

म आसानी स बता सकता ह

ारभ म यह णाल 1सफ( अमरक सना क नजी

उपयोग हत सी1मत थी बाद म सामा[य लोग क

उपयोग क 1लए भी इस उपलBध कराया गया आज

सनक उपयोग क अलावा म~य सामा[य उपयोग ह

1) नौसचालन (भ1म सागर एव वाय म)

2) सामा[य सवtण

3) विXवक समय का आकलन

इसक अतरSत जीपीएस अ1भdाह क उपयोगता क

कोई सीमाए नह ह आज लगभग यक ौbयोगक

म इस णाल का य या अय महतम उपयोग

हो रहा ह

3 कस काय करती ह विltवक -थान नधारण णाल

(gtच स 1)

20

जीपीएस म~यतः कxम उपdह (मानव न1म(त तार)

का अतर म थान एव अ1भdाह (र1सवर) का पवी

पर थान इन दोन क बीच का दरमापन (रज

मज़रम[ट) और उपdह स ाgtत सचना (डाटा) को

अ1भdाह तक पहचन का समय पर आधारत ह

[यनतम चार उपdह bवारा (च स 1) ाgtत क गई

दर और समय दोन को 1मला कर चार समीकरण बनत

हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक bवारा सलझा

कर अ1भdाह का सह थान और समय का परकलन

Uकया जाता ह उपdह bवारा सारत सचना को

अ1भdाह तक पहचन क समय को Tात करन क 1लए

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

= वग X समय को योग म 1लया गया ह रeडयो

सकत का वग काश वग (299792458 Uकमी त

सकड) क समान ह

च स~या-2

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक ह

21

सनिXचत समय पर उप[न करत हc और दोन क घड़ी

(एट1मक Sलोक) भी समका1लन ह बाद म उपdह

bवारा ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त दोन सकत

को एक साथ 1मला जाना ह च स~या-2 दख इस

तरह 4 उपdह bवारा सारत रeडयो सकत को

अ1भdाह तक पहचन क समय क गणना क जाती ह

जीपीएस णाल क वतत तकनीक जानकार ाgtत

करन क 1लए इस म~य तीन भाग म बाटना आवXयक

1) अतर खड (पस सगम[ट)

2) नयण एव नगरानी खड (कEोल एड मोनटरग

सगमट)

3) योSता खड (यज़र सगमट)

(1) अतर खडः-

च स~या - 3 च स~या - 4

अतर खड िजसम 24 कxम उपdह (+4 आरvत)

को पवी क अतरम मणका म (च स~या 3 और

22

4 दख) करब 20200 Uकमी क दर पर निXचत 6

काओ म थापत Uकया गया ह सभी उपdह

निXचत 12 घट म पवी का एक परमण करत हc

यक उपdह पवी पर एक ह vतज सीमा म दन

म दो बार गजरता ह अतर खड क अ1भकqपना

कछ इस कार स न1म(त क गई ह Uक Uकसी भी

समय और पवी क Uकसी भी भाग म [यनतम 4

उपdह एक ह vतज सीमा म नरतर PिDटमान रहत

हc अनभव स Tात हआ ह Uक कभी-कभी एक ह

समय पर एक ह vतज सीमा म 8-10 उपdह सदव

PिDटमान रहत हc

यक उपdह पर बहत ह यथाथ( (एSयरट) दो एट1मक

घeड़या (Sलोक) होती ह िजन क मल आवित 1023

मगाह(स होती ह इस आवित क सदभ( स उपdह

म कट सकत नमा(ण Uकय जात हc इन सकत को

पवी क ओर सतत सारत Uकया जाता ह िजसम

उपdह का अपना पहचान )माक (आईडी) समय

अतर म अपना थान (लोकशन) एव उसी समय

उसक आसपास मणशील अ[य उपdह क सपण(

जानकार सि8म1लत होती ह िजस ldquoअqमनकrdquo कहत

हc यह जानकार एक महन तक मा[य रहती ह

इन सकत को पवी क ओर सारत करन हत उपdह

दो वाहक आवितय का उपयोग करत हc जो

न8न1लVखत हः-

23

च स~या-5

1) एल-1 = 157542 मगाहट(ज (MHz)

2) एल-2 = 122760 मगाहट(ज (MHz)

एल-1 वाहक आवित िजस पर दो कट सकत (कोड)

अध1मत Uकए जात हc (च स~या-5 दख)

1) सीए कोड जो 1023 MHz मल आवित पर और

2) पी कोड िजस 1023 MHz मल आवित पर

अध1मत Uकया जाता ह

एल-2 वाहक आवित पर 1सफ( पी कोड 1023 MHz

मल आवित पर अध1मत Uकया जाता ह पी कोड

कवल अमरक सना क नजी उपयोग क 1लए ह

सी1मत रखा गया ह

पवी पर िथत जीपीएस अ1भdाह उपरोSत सकत का

उपयोग अतर म उपdह का थान समय एव उस

24

समय अ[य उपdह क अतर म वत(मान िथत

जानन क 1लए करता ह इन सकत का म~य उपयोग

अतर म उपdह क वत(मान िथत (लोकशन) एव

पवी पर अ1भdाह क बीच का दरमापन (रज) करना

ह न8नतम 4 उपdह bवारा ाgtत सकत स दरमापन

U)या सप[न करक अ1भdाह क सह थान क

सगणना क जाती ह

(2) नयण एव नगरानी खडः

च स~या-6

अतर म थापत सभी 24 उपdह पर नगरानी

रखन क 1लए पवी पर भमय रखा क आसपास 1

म~य नयण क एव 5 नगरानी भ-क (च स~या-

6) )मशः कोलोराडो एक[सन (Ascension) eडयागो

(Diego) Sवाजलन (Kwajalein) तथा हवाई (Hawaii) म

काय(रत ह य सभी भ-क णाल क सभी उपdह क

साथ नरतर सपक( बनाए रखत हc एक बहत ह

महवपण( काय( इस खड bवारा काया(ि[वत Uकया जाता

ह Uक मणका म घम रह सभी उपdह का अनवत(न

(EUकग) कर क उनक कीय िथत क सटक जाच

करना और उन पर िथत एट1मक Sलोक को

25

असशोधत कर क अगर उसम कछ टया ह तो उस

सधार कर म~य नयण क bवारा सभी उपdह को

पनः सारत करना ह िजसस यक उपdह क पास

उसक अतर म वातवक सह िथत एव समय क

जानकार उपलBध करायी जाती ह यह जानकार पवी

पर िथत जीपीएस अ1भdाह क 1लए बहत ह आवXयक

होती ह

3) योEता खडः

इसक अतग(त जीपीएस अ1भdाह (र1सवर) जो उपdह

bवारा सारत कट सकत को अपन सगणक bवारा

वXलषण करक पवी पर अपना निXचत थान और

समय क सचना ाgtत करत हc इस अ1भdाह का

उपयोग कोई भी सामा[य |यिSत आसानी स कर सकता

न8न1लVखत उपयोग हत जीपीएस णाल अयत

महवपण( 1स हई हः

1) स[य सवtण

2) भ-सवtण

3) नौ-सचालन (भ1म सागर एव वाय म)

4) भ-गतUकय अययन

5) वाहन यातायात (रल सडक) नयण एव बधन

6) ववध याxक नयण णा1लया

7) वXव म कह भी समय को समका1लन (1स)ोनाइज़)

करन क 1लए

8) विXवक भकप सनामी जसी ाकतक आपितय क

बधन म

26

भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल

ndash आईआरएनएसएस

उपdह नौसचालन णाल क बहहतक व1शDटताओ को

दखत हए वत(मान समय म इस णाल का कोई

वकqप नह ह जीपीएस क सवाए भारतीय भ- म

सरलता स उपलBध ह लUकन आपातकाल या य क

दौरान यह सवधा हम उपलBध ना हो या Uफर इस

णाल bवारा ाgtत सचनाओ को टज[य भी Uकया जा

सकता ह SयUक यह णाल सपण(तः अमरका क

रा वभाग bवारा नयxत ह सvgtत म कहा जाय

तो आपातकाल म जीपीएस क सवाए सदहापद ह

उपरोSत वात को यान म रखत हए भारत (इसरो) भी

दश क नौसचालनय आवXयकता को (सनक तथा

असनक सभी) को परा करन क 1लए सपण(तः वायत

एव वनयxत ीय नौसचालन उपdह णाल-

आईआरएनएसएस थापत करन जा रहा ह जो

भारतीय उपमहाbवीप म व1भ[न उपयोगकता(ओ को

27

सह यथाथ(ता स थान-नधा(रण नौसचालन एव समय

क सचना जसी आवXयक सवाए दान करगी बाद म

अतरSत घटक को शा1मल करन क सामय(ता स इस

वतारत भी Uकया जा सकता ह िजसस पडोसी

को उपरोSत यथाथ(ता स नौसचालन सवाए दान क जा

सक

नFपादन उGltय

bull दश क नौसचालनय आवXयकता को को परा

करन क 1लए सपण(तः वायत एव वनयxत

ीय नौसचालन उपdह णाल का अ1भकqपन

वकास एव काया([वयन

bull उRच यथाथ(ता स थान-नधा(रण (lt 20 मीटर)

एव समय क सचना (lt10-20 ननो सकड)

bull आयनमडलय सशोधन क साथ सभी ऋत म

चालन

bull उRचतम उपलBधता (24 X 7) 999

bull भारतीय भ- उपरात 1500 Uक मी क

आसपास म भी उRच यथाथ(ता स

नौसचालन सवा उपलBध

bull बाद म इसक सवा को )मशः वतत भी

Uकया जाएगा िजसस पडोसी को उपरोSत

यथाथ(ता स नौसचालन सवधा उपलBध हो सक

इस तावत ीय नौसचालन णाल क म~य तीन

भाग ह -

1 अतर खड (पस सगमट)

28

2 भ1म खड (dाउड सगमट)

3 उपयोगकता( खड (यजर सगमट)

(1) अतर खड - Uकसी भी अतर आधारत

नौसचालन णाल म उपयोग कता( को िथतनधा(रण

U)या हत [यनतम चार उपdह क नरतर PDयता

अयावXयक ह इस1लए व1भ[न उपdहय तारमडल

का अययन Uकया गया अनक वकqप सोच गए

उनका क8gtयटर 1स8यलशन भी Uकया गया कम

लागत सरल चालन उपयोगकता( को पाई जान वाल

यथाथ(ता एव सवा को यान म रखन हए गहन

अययन क पXचात इस तावत नौसचालन णाल क

1लए सात उपdह का तारामडल निXचत Uकया गया

िजसम तीन उपdह भ-िथर मणका (GEO) म

)मश 34deg83deg132deg रखाश पर थापत Uकए जाएग

शष चार उपdह म स दो उपdह भ-तqयकाल मण

का (GSO) म 55deg अाश पर और अ[य दो 111deg

अाश पर 29deg झकाव क साथ थापत Uकए जाएग

इस कार क Wया1मतय सरचना स सात उपdह

नरतर भारतीय भ- (सवा ) म उपयोगकता(ओ को

िथत नधा(रण U)या हत हमशा PDटमान रहग इस

तारामडलय सरचना स 30 स बहतर क जीडीओपी

(GDOP) ािgtत भी सनिXचत क गई ह इन सभी

उपdह को भारतीय वीय उपdह पण यान

(पीएसएलवी) bवारा सतीश धवन उपdह क

29

(ीहरकोटा) स अतर भ-थानातरण मणका म

पत Uकया जाएगा

उपह स8पण - इस णाल क सभी सात उपdह क

सरचना एक समान होगी दायभार एव अ[य सभी

उपकरण इसरो क कqपना बस म वशष नौसचालन

अ1भयान हत आवXयक परवत(न करक समि[वत Uकया

गया ह उपdह का उथापन वजन (Lift of Mass)

1425 Uकdा क साथ-साथ शDक वजन (Dry Mass)

616 Uकdा होगा सौर पनल का 215 मीX18

मी रखा गया ह जो 1268 वॉट पावर ऊजा( दगा

dहण क दौरान ऊजा( पत ( क 1लए 64 Ah Li-ion बटर

भी रखी गई ह इन सभी उपdह को भ1म-खड िथत

सवा म वतरत नयण क bग bवारा नरतर

मॉनीटर Uकया जाएगा

(2) भ म खड- भ1म खड म~यत अतर म उपdह

तारामडल का नयण सचालन एव नौसचालन

आकड़ नमा(ण करन क 1लए अवरत काय(

करगा इस भ1म खड म न8न1लVखत आवXयक

सवधाए होगी

1 उपdह नयण क

2 नौसचालन नयण क

3 परासन क (सीडीएमए एव लसर परासन)

4 समय एव आकड़ा उव(-कड़ी टशन

5 आकड़ा सचार जाल

30

उपdह क अतर म सह िथत उनक का

सबधी ताजा-सचनाए ािgtत क 1लए दर1मत-दरादश

एव आयनमडलय मॉडलग सशोधन U)या क 1लए

20 परास एव इटdीट मॉनीटरग टशन (IRIMs)

सपण( सवा म वतरत Uकए जाएग िजनम 6

सीडीममए परासन 1 लसर परासन क bग एव 1

परमािवक घड़ी स सिWजत नटवक( टाई1मग सटर

भी शा1मल ह

नौसचालन नयण क का म~य काय( त क आकड़ा

सचार जाल bवारा ाgtत सचनाओ को ससाधत करक

एक परभाषत नौसचालन सदश का नमा(ण करना

िजसम उपdह क अतर म कvय िथत समय

आयनमडलय ट-सशोधन एव अ[य सशोधत सचनाए

हो ह उनको त क अप-1लक टशन को भजना ह

(3) उपयोगकता खड - उपयोगकता( खड म उपभोSता

अपन नौसचालन अ1भdाह (रसीवर) क जरए भारतीय

भ- (भ1म वाय एव सम) म सह िथत नधा(रण

सवा सटक समय क जानकार ाgtत कर सकत ह

इस णाल bवारा विXवक िथत नधा(रण णाल

(जीपीएस) क समान दो कार क सवाए उपलBध कराई

जाएगी िजसम (1) सामा[य िथत नधा(रण सवा

जो सभी कार क उपभोSताओ को सरलता स उपलBध

31

होगी िजसम lt20 मी तक क यथाथ(ता अपvत ह

और (2) 1स1मत(Restricted) िथत नधा(रण सवा जो

1स1मत ाधकत उपभोSताओ को ह उपलBध होगी इस

सवा क यथाथ(ता सामा[य िथत नधा(रण सवा स कई

गना बहतर होगी इस सवा म थान (पोिजशन) क

अतरSत सटक समय क सचना भी शा1मल ह और

य सभी सकत एि[)gtटड िथत म होग इस सवा को

ाgtत करन क 1लए bव-आकत अ1भdाह का उपयोग

करना होगा

32

उपह सचार (SATCOM)

पछल चार दशक म हमन दश क सवागी वकास म

भारतीय अतर काय()म का भाव दखा ह इस

काय()म म उपdह सचार णा1लय क भ1मका अयत

महवपण( ह उपdह सचार ौbयोगक bवारा पवी क

वशाल म आथ(क PिDट स सती (LOW COST) एव

वXवसनीय सचार तथा सपक( |यवथा थापत क जा

सकती ह दश का समd वकास तभी सभव होगा जब

हम दश क दर-दराज क दग(म एव dामीण म

आपसी सचार तथा सपक( |यवथा कायम कर पायग

िजसम उपdह सचार ौbयोगक एक मा वXवसनीय

तकनीक ह आज हमार दश म इ[सट तथा जीसट

णी क अनक सचार उपdह dामसट वीआरएस

(Village Resources System) एव अ[य अनक

परयोजनाओ क अतग(त दरसचार दरदश(न सारण

1शा वाय भ1म जगल एव सम सवtण

33

उ[नत मौसम मानटरन आपित |यवथापन जसी

अनक जन-कqयाणकार सवधाए दान कर रह हc

भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) क

अहमदाबाद क (SAC) का एसएनएए उपdह सचार

अनयोग अतग(त व1भ[न णा1लया एव उपकरण क

वकास तथा नमा(ण काय( म काय(रत ह िजसम मख

ह-

(1) Iलट मानटरन णालः-

इ[सट-एमएसएस आधारत लट मानटरन णाल

(FMS) म~यतः दश क परवहन (सड़क रल सम)

म काय(रत व1भ[न सगठन उbयोग क आवXयकताओ

को यान म रख कर वकसीत क गई ह यह सचार

उपdह आधारत वय सचा1लत लट मानटरन णाल

ह िजसक सवाए भारतीय उपमहाbवीप उपरात

सागर म भी उपलBध ह परवहन सचालक अपन

लट क वत(मान अपिथत (पोिजशन) समय एव

उनक सामयक गत पर ऑन-लाइन नगरानी रखन क

1लए इस योग म ल सकत हc आकिमक परिथत

म लट bवारा सvgtत सदश (Short messages of 40

34

characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

35

सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

3

म सफलता हा1सल क उनका नाम था ndash काउट

झप1लन इसी दौरान पEोल इजन स चलन वाला

वाययान भी बनाया गया िजस उडान क बार म

मानवी तरहवी सद म कवल कqपना करता था उसी

उडान को वह उ[नीसवी सद म सफलतापव(क कर सका

सन 1865 म जल वनt (JULES VERNE) नामक लखक

(Science fiction) न पता लगाया Uक अगर Uकसी चीज

को अत वग स ऊपर आकाश क ओर फc का जाए तो

वह धरती क पकड स छट कर अतर म चल जाएगी

और धरती पर वापस नह आएगी वह पवी क उपdह

क +प म नधा(रत गत म पवी क दvणा करती

रहगी एक और अधक कqपनाओ को यिSतसगत

बनाकर परवत(न और योग करत-करत मानव को

वXवास होन लगा Uक अतर म पहचना मिXकल ज+र

ह परत असभव नह ह Uफर रोकट क अवDकार न

वायमडल स बाहर उड सकन का माग( शत Uकया

और चमा तक पहचन का माग( भी खोल दया

दनाक 04-10-1957 को +स bवारा पतनक-1 नामक

कxम उपdह को अतर म सफलतापव(क पत

Uकया गया इसक साथ ह मानव न अतर यग म

वश Uकया इस महान उपलिBध क बाद अतर

वTान और तकनीक म अधक तजी स वकास हआ

दनाक 12 अल 1961 को +सी अतर याी यर

गागरन अतर म पहच गए व अतर म पवी

4

क पर)मा करक सकशल धरती पर वापस भी आ

गए

आज अतर यग क वकास न समत मानव जात

पर गहरा असर छोडा ह इस म हए वकास Uकसी

अ[य म हए वकास क तलना म Uकसी भी दश

को Wयादा तज गत स गत क ओर ल जात हc

हम ारभ काल स दख तो तरहवी सद म उडान क

1सफ( कqपना करन वाला मानवी आज अतर म

कोलोनी बनान का सपना दख रहा ह

अतर ampवान क उपयोगः-

आज मानव न अतर वTान एव तकनीक क म

अbवतीय मता हा1सल क ह इसी मता क कारण

ह आज हम कछ ह ण म पर yzमाड क इलSEो-

मनटक पSEम को आसानी स दख सकत हc साथ

ह दो dह क बीच का थान पण( करन वाल कवासार

पलसार [यEोन टार और Bलक-हॉल क बार म जान

सकत हc आज मानव क पास सौर-मडल का अ[वषण

करन हत यान भजन क मता ह इतना ह नह

अतर तकनीक क इस वतत मता क कारण ह

दर-सचार दरदश(न मौसम का पवा(नमान तथा

अवलोकन ाकतक ससाधन का अययन कष

आपित |यवथापन वाय दर-1शा मनोरजन

आद म तज गत स उ[नत वकास हआ ह

सदर-सवद (Remote Sensing) उपdह क मदद स पवी

5

क ाकतक ोत क वातवक िथत भौगो1लक

िथत खनज-महासागर सम ोत क अययन

सरलता स Uकय जात हc कष एव वानक क

अययन म भी अतर वTान का सहारा 1लया जाता

lsquo(लोबल पोिजशनग स-टम-जीपीएसrsquo ndashअतर वTान

क ह एक महवपण( उपलिBध ह इस णाल न

मानव क बरसो परान एव अत जटल Xन का सह

हल ढढ नकाला ह मc इस धरती पर कहा ह इस

धरती पर मरा सह थान (Location) Sया ह इस सरल

Xन का हल आज स बीस साल पहल Uकसी क पास

नह था बीस-पRचीस साल क कडी महनत क बाद

मानव आज पवी क Uकसी भी कोन म हो अपना

निXचत थान और समय सह यथाथ(ता (Accuracy) स

बता सकता ह आज हर औbयोगक म इस

णाल का महवपण( उपयोग हो रहा ह म~यतः

वमान का सह थान-अवतरण रल-सडक यातायात

का बधन सनक उपकरण म यह णाल बहत ह

उपयोगी 1स हई ह जहा सटक थान एव परश

समय क सचना मलभत आवXयकता ह उन सभी

म इस णाल न अपनी उRच अनवाय(ता साxबत कर

द ह

य म अबाधत सचार सवा जाससी उपdह क भ1मका

Uकतनी महवपण( हो गई ह इसका अनमान हम खाडी

6

य क परणाम स लगा सकत हc इस य म

अमरका तथा साथी दश न अतर तकनीUकय का

महतम उपयोग Uकया था आज कई वक1सत दश न

धरती पर नगरानी रखन क 1लए अतर म जाससी

उपdह क खला खडी कर द ह य उपdह हर पल

क जानकार यहा तक Uक 1मसाइल दाग जान या कह

पर हए परमाण वफोट का पता लगान म भी पर

तरह समथ( ह

इटरनशनल पस टशन (ISS) वत(मान क सबस बड़ी

परयोजना ह िजसम अमरका +स जापान सहत

अनक यरोपयन दश शा1मल ह यहा बहत स

अनसधान काय( अतर क वातवक पया(वरण म Uकय

जात हc यह तरता हआ अतर टशन सन 1968 स

मानव जात क सवा कर रहा ह

सामा0य जन-जीवन म1 अतर तकनीक2 का -थानः-

अतर वTान एव तकनीक न ववध म

मानवता क सवा क ह खास तौर पर दरसचार

नौसचालन भ-सवtण मौसम आपित |यवथापन

कष आद म अतर तकनीक का |यापक

उपयोग हो रहा ह आज वXव क दरथ एव दग(म

थान म 1शा तथा वशष चUकसा सवधाए दान

करन क 1लए इस उपयोग म 1लया जा रहा ह उपdह

सचार तथा सचना ौbयोगक (IT) क सम[वय स पवी

क वशाल म सचार एव सपक( |यवथा (वन

7

PXय एव सचना) वरत थापत क जा सकती ह इस

वशषता को यान म लत हए 1शा तथा दरदराज

म उचत वाय सवधाए थापत करन क 1लए

अतर तकनीक को योग म लाया जा रहा ह

लोबल वॉ1मग एव जलवाय परवत(न क समया

व+प आज वXव म हर रोज कह न कह ाकतक

आपितय (भकप सना1म च)वात आद) का बार-बार

आना आम बात हो गई ह इस सकट स नपटन क

1लए उपdह सचार सदर-सवदन और जीपीएस क मदद

स एक विXवक आपित |यवथापन नटवक( का वकास

काय( बड़ी तजी स चल रहा ह िजसस इनस होन वाला

आथ(क नकसान और मानव जानहान कम स कम हो

सकगी ऐसी अनक समाजोपयोगी अतर णा1लय

क वकास स अतर तकनीक न मानव क सामा[य

जनजीवन म अपना थान निXचत कर 1लया ह

8

अतर ampवान एव तकनीक2 म1 भारतः-

भारत म सन 1961 क दौरान परमाण ऊजा( वभाग

(DAE) को दश क सामािजक आथ(क और शातपण(

काय को काया(ि[वत करन क 1लए बाzय अतर का

उपयोग करन का काय( सौपा गया था उसक एक वष(

बाद डॉ व)म साराभाई क अयता म भारतीय

अतर अनसधान सगठन (इसरो) क थापना क गई

दनाक 21 नवबर 1963 को xव[म नजदक क

थ8बा भमयरखीय रोकट पण क[ (TERLS) स

lsquoनाइक अपाचrsquo नामक परTापी रोकट को अतर म

सफलतापव(क पत करक भारत न अतर यग म

वश Uकया

दश क अतर काय()म का म~य उXय अतर

वTान एव तकनीक का उपयोग दश क औbयोगक

आथ(क वकास क साथ-साथ जो लोग दश क दर-दराज

9

क dामीण दग(म एव सम तट म रहत हc

उनक मलभत समयाओ को सलझा कर उनका सवागी

वकास करना ह इसी महवपण( सामािजक उXय को

यान म रखत हए भारत (इसरो) न दश को अतर

तकनीक आधारत सवाए दान करन क 1लए अपन

दश म ह न1म(त कxम उपdह एव उनक पण क

मता क साथ-साथ काफ हद तक आमनभ(रता

हा1सल कर ल ह सदर-सवदन क म भी भारत क

आईआरएस णी क उपdह न दश को ववध सवधाए

दान क ह

आज भारत (इसरो) क सामन वत(मान काय क साथ-

साथ सन 2035 तक का अतर काय()म मौजद ह

िजसम

(1) पन+पयोगी पण यान (RLV)

(2) भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल (IRNSS)

(3) जीएसएलवी माक( -II तथा माक( -III का वकास

(4) चयान-2 (इसक अतग(त चमा क धरती पर एक

अवतरण मच तथा रोवर उतारन क योजना ह

(5) समानव अतर अ1भयान (HSP)

(6) साथ ह मगल dह अ1भयान श+ हो रहा ह

10

अतर उपयोग क04 (सक) क2 श8आतः-

सन 1966 म डॉ व)म साराभाई न अहमदाबाद म

ायोगक उपdह सचार भ-क[ (इEक) क थापना

क थी इसी घटना स lsquoसकrsquo क नीव रखी गई थी

श+आती दौर म (सन 1972 तक) अतर तकनीक क

व1भ[न (उपdह सचार सदर सवदन मौसम

आद) म अनसधान एव वकास काय( अहमदाबाद िथत

व1भ[न यनट म अलग-अलग जगह पर चल रहा था

इन सब को 1मला कर सन 1972 म अतर उपयोग

क[ सक क थापना क गई सक आज भारतीय

अतर अनसधान सगठन (इसरो) का एक व1शDट

क[ ह जहा कxम उपdह क पलोड वक1सत करन

स लकर उ[नत अतर ौbयोगक क सामािजक

अनयोWयता (Societal applications) स सबधत अनक

परयोजनाओ पर काय( Uकया जाता ह यह क[

म~यतः उपdह सचार सदर सवदन नौसचालन मौसम

11

वTान क उपयोग सबधी काय()म को काया(ि[वत करन

क 1लए नर[तर काय(रत ह

उपह सचार एव नौसचालन अनयोग (SNAA)-

अतर उपयोग क[ (सक) का एसएनएए उपdह

सचार (SATCOM) तथा नौसचालन (NAVIGATION) क

म व1भ[न उ[नत ौbयोगUकया एव उनक सामािजक

अनयोWयताओ क अ1भकqपना एव वकास काय( म

सU)यता स काय(रत ह

सटकोम उपयोगता काय()म अतग(त भारतीय ीय

नौसचालन उपdह णाल (IRNSS) परयोजना क 1लए

योSता अ1भdाह (USER RECEIVER) 1स8यलटर ववध

गgtतलखन िक8स कोड वXलषण वधय क

अ1भकqपना और वकास काय( इस (SNAA) bवारा

Uकया जा रहा ह इसरो क भावी एव महवाकाी

समानव अतर अ1भयान (HSP) हत कोड वभाजन बह

अ1भगम (CDMA) मोडम तथा अ[य भ-उपकरण

णा1लय का वकास भी इसी म चल रहा ह

जीसट-6 काय()म अतग(त ट व वीeडयो को[hि[सग

तथा डाटा Eा[सफर (144kbps) क 1लए सवाzय

मqटमीeडया ट1म(नल का वकास नमा(ण तथा

ौbयोगक दश(न इस bवारा सफलतापव(क Uकया

गया इसी क साथ जीसट-7 परयोजना अतग(त ट व

वॉइस कॉल क 1लए उRच आवित अ1भdाह (UHF Rx)

12

का वकास एव नमा(ण काय( भी इसी क उपलिBध

इसक अतरSत व1भ[न ौbयोगकय वकास

परयोजना अतग(त उ[नत सचार णा1लय का वकास

नमा(ण एव ौbयोगक हतातरण (Technology

Transfer) एसएनएए bवारा Uकया गया ह इ[सट

एमएसएस टाइप-सी तथा टाइप-डी ट1म(नल का अनसधान

एव वकास काय( सफलतापव(क Uकया गया इसी

(MSS-C) परयोजना अतग(त जहाज मानटरन णाल का

वकास नमा(ण तथा उसका सथापन मय सवtण

वभाग (FSI Porbandar) पोरबदर क परसर म

सफलतापव(क सप[न Uकया क[ म थापत

पसनट और सकनट सवधा का चालन भी एसएनएए

bवारा Uकया जाता ह

सचार उपdह (INSAT-3A) आधारत वपित चतावनी

षण णाल (DATS) का वकास नमा(ण तथा सथापन

काय( एसएनएए bवारा सफलतापव(क Uकया गया इस

णाल का |यावसायक उपादन एक भारतीय इकाई

bवारा Uकया गया ह इस णाल का नयण क[

(Hub) भारतीय तट रक दल क परसर म थापत

Uकया ह जो नरतर (24x7) काय(रत ह

बोपल-सक परसर म थापत भक[ (BES) भी

एसएनएए का ह एक भाग ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

13

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

सीएसएसटईपी अतग(त ए1शया एव प1सUफक क

छा क 1लए उपdह सचार उपdह-नौसचालन एव

मौसम-वTान क म नौ महन क नातकोतर

eडgtलोमा पाय)म का सपण( सचालन इस क[ bवारा

नय1मत +प स Uकया जाता ह इसक अतरSत अय

सभी सटकोम योग म इस क[ क सहायता ल

जाती ह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) भी एसएनएए स

सलन ह यह क[ म~यतः मोबाईल उपdह सवा

(एमएसएस टाइप-सी और टाइप-डी) कयका बcड सचरण

अययन क 1लए भ1मगत सवधाए दान करता ह

साथ ह आपित |यवथापन नटवक( (DMS-VPN) क

नय)म चालन तथा अनरण काय( भी दखता ह

सचार उपdह आधारत व1भ[न योग परयोजनाओ

का सचालन भी इसी क[ क िज8मदार ह

एसएनएए को उनक काय(- क अन+प

न8न1लVखत तीन dप म वभािजत Uकया गया हः

(1) चालन एव ायोगक मतावध(न dप (OESG)

(2) अकय सचार ौbयोगक dप (DCTG)

(3) उपdह सचार णाल ौbयोगक dप (SSTG)

14

उपह नौसचालन (SATNAV)-

उपdह नौसचालन ौbयोगक न नौसचालन क म

एक अभतपव( )ात थापत क ह जहा अयधक

एकयरट थान नधा(रण एव समय क सचना मलभत

आवXयकताए हc उन सभी म इस ौbयोगक न

अपनी उपयोगता क अनवाय(ता 1स कर द ह

दन-तदन अनक इस तकनीक स लाभाि[वत हो

रह हc

वत(मान म च1लत उपdह आधारत नौसचालन

णा1लय म अमरका क विXवक थान नधा(रण

णाल ndash जीपीएस ह सबस Wयादा च1लत ह अ[य

णा1लय म +स क लोनास यरोप क ग1ल1लयो एव

अ[य विXवक नौसचालन णा1लया (GNSS) काय(रत ह

15

भारत क गगन परयोजना भी जीपीएस का ह

वतारत +प ह जो भारतीय भ- म काय(रत ह

कस काय करती ह उपह नौसचालन णालः-

कोई भी अतर आधारत नौसचालन णाल म~यतः

कxम उपdह का अतर म Tान (known) थान एव

पवी पर अ1भdाह क थान इन दोन क बीच का

दर-मापन (रज मज़रमट) और उपdह स सारत

रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क समय पर

आधारत ह न8नतर चार उपdह bवारा ाgtत क

गई दर और समय क सचना को 1मला कर चार

समीकरण बनत हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक

(ोससर) bवारा सलझा कर अ1भdाह क सह थान

(पोिजशन) एव समय का परकलन Uकया जाता ह

उपdह स ाgtत सचनाओ को अ1भdाह तक पहचन को

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

दर = वग x समय (Distance = Velocity x Time) को

योग म लाया जाता ह रeडयो सकत का वग काश

वग (299792458Uकमीसकड) क समान होता ह

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक

सनिXचत समय पर नमा(ण करत हc तथा दोन क घड़ी

(clock) भी लगभग समका1लन ह बाद म उपdह bवारा

ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त सकत को एक साथ

1मलाया जाता ह इस तरह स चार उपdह bवारा

16

सारत रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क

समय (Time) क गणना क जाती ह बाद म अ1भdाह

िथत अत आधनक सगणक सोटवयर bवारा

अ1भdाह क सह थान एव समय क सचना का

नधा(रण Uकया जाता ह यथाथ( थान-नधा(रण क साथ-

साथ अयाधक सटक समय ऊचाई और गतमापन भी

इस णाल bवारा सभव हो सका ह

xकोण1मत क 1सात अनसार थान नधा(रण क

U)या म 1सफ( तीन उपdह स दरमापन पया(gtत ह

िजसस 3D थान नधा(रण क गणना सभव ह परत

उपdह क समय को उस पर लगी एट1मक Sलोक स

नापा जाता ह जो कछ ननो सकड तक क परशता

रखती ह जब Uक अ1भdाह का कद भार और लागत

न8नतर रखन हत उसक Sलोक इतनी अचक नह रखी

जाती िजसस समय क परकलन म थोड़ा सा परवत(न

(ट) आ जाता ह इस ट को [यनतम करन क 1लए

ह एक ओर उपdह स दरमापन Uकया जाता ह िजसक

सहायता स समय क अत)मण (offset) को नDका1सत

Uकया जाता ह

(लोबल पोिजशनग स-टम-जीपीएस

लोबल पोिजशनग 1सटम-जीपीएसrsquo जीपीएस ldquoनवटार

जीपीएसrdquo का परवत(त नाम ह िजसका वतत नाम

नवगशन 1सटम वथ टाइम एड रिजग लोबल

पोिजशनग 1सटम ह इस णाल क आवDकार स

17

मानव क दघ(का1लन एव सबस जटल समया का

सह समाधान 1मल गया ह मc इस धरती पर कहा ह

मरा इस धरती पर सह थान Sया ह आप अपन

सह थान (पोिजशन) को सरलता स तभी बता सकत

हc जब आपक आसपास कोई चीज या ठोस पदाथ( सदभ(

क 1लए हो उसी सदभ( स आप अपन मल थान का

पता लगा सकत हc लUकन जब आपक आसपास या

नजदक सदभ( क 1लए कछ भी नह ह आप बीच

सागर आकाश रगतान या घन जगल म ह तब

समया और भी गभीर हो सकती ह

परान समय म जब मानव न याा करना आरभ Uकया

तब वह अपन रात म पथर या कोई चीज नशानी

(सदभ() क तौर पर रख दता था और लौटत समय उसक

सदभ( स अपन मल थान पर वापस लौट आता था

यह |यवथा बहत ह सी1मत वतार क 1लए मया(दत

थी बारश या बफ( गरन पर मसीबत और भी बढ़

जाती थी बाद म मानव न जब सागर याा ारभ क

तब तो समया और भी बढ़ गई SयUक बीच सागर म

शान कहा लगाए जा सकत थ तब उसन आकाश क

ओर दखा आकाश म तार का थान और उनक

गनती क आधार पर वह अपना राता तय करन लगा

लUकन तार हमस बहत दर ह और 1सफ( रात को ह

दखत हc तथा उसक 1लए आकाश भी वRछ होना

चाहए इसक बाद दशा सचन एव नौसचालन क 1लए

कछ और उपकरण (कपास सSस[ट) का वकास Uकया

18

गया लUकन उनक यथाथ(ता पर Xनच[ह ह लगा

था

आधनक मानव न और कई इलSEोनक उपकरण

अपना कर यन Uकए लUकन उनक उपयोगता 1स

नह हो सक थी बाद म टरिEयल रeडयो आधारत

नौसचालन णाल (लोरन ओमगा)य का वकास हआ

इस णाल न नावक को दशासचन और नौकायन म

काफ मदद क लUकन इनक भी अपनी कछ मया(दाए

थी इसक बाद सन 1960 क दशक म अतर

आधारत सटनव णाल (Eािज़ट टाइमशन और

डSका)य का वकास हआ िजसम पवी क नजदक

का (एलईओ) म एक स Wयादा कxम उपdह को

थापत Uकया गया था यह णा1लया UhSव[सी

डोgtलर वचलन पर आधारत थी और उपdह स सकत

ाgtत करन म बहत तीा करनी पड़ती थी इनम

हआ थोड़ा सा भी गत परवत(न अ1भdाह (र1सवर) क

िथत म बहत बड़ी ट पदा कर दता था इ[ह

मया(दाओ न एक उRच यथाथ(ता दान कर ऐसी विXवक

नौसचालन णाल वक1सत करन को रत Uकया

सन 1970 क दशक म अमरका क रा वभाग न एक

योजना को मजर द िजसका नाम था ndash विXवक

थान नधा(रण णाल ndash जीपीएस इस योजना पर

लगातार बीस वष( तक काय( चलता रहा अत म इस

णाल न सह काम Uकया और आज मानवी दनया क

Uकसी भी कोन म हो Uकसी भी समय पर अपना

19

निXचत थान (पोिजशन) और समय वातवक काल

म आसानी स बता सकता ह

ारभ म यह णाल 1सफ( अमरक सना क नजी

उपयोग हत सी1मत थी बाद म सामा[य लोग क

उपयोग क 1लए भी इस उपलBध कराया गया आज

सनक उपयोग क अलावा म~य सामा[य उपयोग ह

1) नौसचालन (भ1म सागर एव वाय म)

2) सामा[य सवtण

3) विXवक समय का आकलन

इसक अतरSत जीपीएस अ1भdाह क उपयोगता क

कोई सीमाए नह ह आज लगभग यक ौbयोगक

म इस णाल का य या अय महतम उपयोग

हो रहा ह

3 कस काय करती ह विltवक -थान नधारण णाल

(gtच स 1)

20

जीपीएस म~यतः कxम उपdह (मानव न1म(त तार)

का अतर म थान एव अ1भdाह (र1सवर) का पवी

पर थान इन दोन क बीच का दरमापन (रज

मज़रम[ट) और उपdह स ाgtत सचना (डाटा) को

अ1भdाह तक पहचन का समय पर आधारत ह

[यनतम चार उपdह bवारा (च स 1) ाgtत क गई

दर और समय दोन को 1मला कर चार समीकरण बनत

हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक bवारा सलझा

कर अ1भdाह का सह थान और समय का परकलन

Uकया जाता ह उपdह bवारा सारत सचना को

अ1भdाह तक पहचन क समय को Tात करन क 1लए

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

= वग X समय को योग म 1लया गया ह रeडयो

सकत का वग काश वग (299792458 Uकमी त

सकड) क समान ह

च स~या-2

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक ह

21

सनिXचत समय पर उप[न करत हc और दोन क घड़ी

(एट1मक Sलोक) भी समका1लन ह बाद म उपdह

bवारा ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त दोन सकत

को एक साथ 1मला जाना ह च स~या-2 दख इस

तरह 4 उपdह bवारा सारत रeडयो सकत को

अ1भdाह तक पहचन क समय क गणना क जाती ह

जीपीएस णाल क वतत तकनीक जानकार ाgtत

करन क 1लए इस म~य तीन भाग म बाटना आवXयक

1) अतर खड (पस सगम[ट)

2) नयण एव नगरानी खड (कEोल एड मोनटरग

सगमट)

3) योSता खड (यज़र सगमट)

(1) अतर खडः-

च स~या - 3 च स~या - 4

अतर खड िजसम 24 कxम उपdह (+4 आरvत)

को पवी क अतरम मणका म (च स~या 3 और

22

4 दख) करब 20200 Uकमी क दर पर निXचत 6

काओ म थापत Uकया गया ह सभी उपdह

निXचत 12 घट म पवी का एक परमण करत हc

यक उपdह पवी पर एक ह vतज सीमा म दन

म दो बार गजरता ह अतर खड क अ1भकqपना

कछ इस कार स न1म(त क गई ह Uक Uकसी भी

समय और पवी क Uकसी भी भाग म [यनतम 4

उपdह एक ह vतज सीमा म नरतर PिDटमान रहत

हc अनभव स Tात हआ ह Uक कभी-कभी एक ह

समय पर एक ह vतज सीमा म 8-10 उपdह सदव

PिDटमान रहत हc

यक उपdह पर बहत ह यथाथ( (एSयरट) दो एट1मक

घeड़या (Sलोक) होती ह िजन क मल आवित 1023

मगाह(स होती ह इस आवित क सदभ( स उपdह

म कट सकत नमा(ण Uकय जात हc इन सकत को

पवी क ओर सतत सारत Uकया जाता ह िजसम

उपdह का अपना पहचान )माक (आईडी) समय

अतर म अपना थान (लोकशन) एव उसी समय

उसक आसपास मणशील अ[य उपdह क सपण(

जानकार सि8म1लत होती ह िजस ldquoअqमनकrdquo कहत

हc यह जानकार एक महन तक मा[य रहती ह

इन सकत को पवी क ओर सारत करन हत उपdह

दो वाहक आवितय का उपयोग करत हc जो

न8न1लVखत हः-

23

च स~या-5

1) एल-1 = 157542 मगाहट(ज (MHz)

2) एल-2 = 122760 मगाहट(ज (MHz)

एल-1 वाहक आवित िजस पर दो कट सकत (कोड)

अध1मत Uकए जात हc (च स~या-5 दख)

1) सीए कोड जो 1023 MHz मल आवित पर और

2) पी कोड िजस 1023 MHz मल आवित पर

अध1मत Uकया जाता ह

एल-2 वाहक आवित पर 1सफ( पी कोड 1023 MHz

मल आवित पर अध1मत Uकया जाता ह पी कोड

कवल अमरक सना क नजी उपयोग क 1लए ह

सी1मत रखा गया ह

पवी पर िथत जीपीएस अ1भdाह उपरोSत सकत का

उपयोग अतर म उपdह का थान समय एव उस

24

समय अ[य उपdह क अतर म वत(मान िथत

जानन क 1लए करता ह इन सकत का म~य उपयोग

अतर म उपdह क वत(मान िथत (लोकशन) एव

पवी पर अ1भdाह क बीच का दरमापन (रज) करना

ह न8नतम 4 उपdह bवारा ाgtत सकत स दरमापन

U)या सप[न करक अ1भdाह क सह थान क

सगणना क जाती ह

(2) नयण एव नगरानी खडः

च स~या-6

अतर म थापत सभी 24 उपdह पर नगरानी

रखन क 1लए पवी पर भमय रखा क आसपास 1

म~य नयण क एव 5 नगरानी भ-क (च स~या-

6) )मशः कोलोराडो एक[सन (Ascension) eडयागो

(Diego) Sवाजलन (Kwajalein) तथा हवाई (Hawaii) म

काय(रत ह य सभी भ-क णाल क सभी उपdह क

साथ नरतर सपक( बनाए रखत हc एक बहत ह

महवपण( काय( इस खड bवारा काया(ि[वत Uकया जाता

ह Uक मणका म घम रह सभी उपdह का अनवत(न

(EUकग) कर क उनक कीय िथत क सटक जाच

करना और उन पर िथत एट1मक Sलोक को

25

असशोधत कर क अगर उसम कछ टया ह तो उस

सधार कर म~य नयण क bवारा सभी उपdह को

पनः सारत करना ह िजसस यक उपdह क पास

उसक अतर म वातवक सह िथत एव समय क

जानकार उपलBध करायी जाती ह यह जानकार पवी

पर िथत जीपीएस अ1भdाह क 1लए बहत ह आवXयक

होती ह

3) योEता खडः

इसक अतग(त जीपीएस अ1भdाह (र1सवर) जो उपdह

bवारा सारत कट सकत को अपन सगणक bवारा

वXलषण करक पवी पर अपना निXचत थान और

समय क सचना ाgtत करत हc इस अ1भdाह का

उपयोग कोई भी सामा[य |यिSत आसानी स कर सकता

न8न1लVखत उपयोग हत जीपीएस णाल अयत

महवपण( 1स हई हः

1) स[य सवtण

2) भ-सवtण

3) नौ-सचालन (भ1म सागर एव वाय म)

4) भ-गतUकय अययन

5) वाहन यातायात (रल सडक) नयण एव बधन

6) ववध याxक नयण णा1लया

7) वXव म कह भी समय को समका1लन (1स)ोनाइज़)

करन क 1लए

8) विXवक भकप सनामी जसी ाकतक आपितय क

बधन म

26

भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल

ndash आईआरएनएसएस

उपdह नौसचालन णाल क बहहतक व1शDटताओ को

दखत हए वत(मान समय म इस णाल का कोई

वकqप नह ह जीपीएस क सवाए भारतीय भ- म

सरलता स उपलBध ह लUकन आपातकाल या य क

दौरान यह सवधा हम उपलBध ना हो या Uफर इस

णाल bवारा ाgtत सचनाओ को टज[य भी Uकया जा

सकता ह SयUक यह णाल सपण(तः अमरका क

रा वभाग bवारा नयxत ह सvgtत म कहा जाय

तो आपातकाल म जीपीएस क सवाए सदहापद ह

उपरोSत वात को यान म रखत हए भारत (इसरो) भी

दश क नौसचालनय आवXयकता को (सनक तथा

असनक सभी) को परा करन क 1लए सपण(तः वायत

एव वनयxत ीय नौसचालन उपdह णाल-

आईआरएनएसएस थापत करन जा रहा ह जो

भारतीय उपमहाbवीप म व1भ[न उपयोगकता(ओ को

27

सह यथाथ(ता स थान-नधा(रण नौसचालन एव समय

क सचना जसी आवXयक सवाए दान करगी बाद म

अतरSत घटक को शा1मल करन क सामय(ता स इस

वतारत भी Uकया जा सकता ह िजसस पडोसी

को उपरोSत यथाथ(ता स नौसचालन सवाए दान क जा

सक

नFपादन उGltय

bull दश क नौसचालनय आवXयकता को को परा

करन क 1लए सपण(तः वायत एव वनयxत

ीय नौसचालन उपdह णाल का अ1भकqपन

वकास एव काया([वयन

bull उRच यथाथ(ता स थान-नधा(रण (lt 20 मीटर)

एव समय क सचना (lt10-20 ननो सकड)

bull आयनमडलय सशोधन क साथ सभी ऋत म

चालन

bull उRचतम उपलBधता (24 X 7) 999

bull भारतीय भ- उपरात 1500 Uक मी क

आसपास म भी उRच यथाथ(ता स

नौसचालन सवा उपलBध

bull बाद म इसक सवा को )मशः वतत भी

Uकया जाएगा िजसस पडोसी को उपरोSत

यथाथ(ता स नौसचालन सवधा उपलBध हो सक

इस तावत ीय नौसचालन णाल क म~य तीन

भाग ह -

1 अतर खड (पस सगमट)

28

2 भ1म खड (dाउड सगमट)

3 उपयोगकता( खड (यजर सगमट)

(1) अतर खड - Uकसी भी अतर आधारत

नौसचालन णाल म उपयोग कता( को िथतनधा(रण

U)या हत [यनतम चार उपdह क नरतर PDयता

अयावXयक ह इस1लए व1भ[न उपdहय तारमडल

का अययन Uकया गया अनक वकqप सोच गए

उनका क8gtयटर 1स8यलशन भी Uकया गया कम

लागत सरल चालन उपयोगकता( को पाई जान वाल

यथाथ(ता एव सवा को यान म रखन हए गहन

अययन क पXचात इस तावत नौसचालन णाल क

1लए सात उपdह का तारामडल निXचत Uकया गया

िजसम तीन उपdह भ-िथर मणका (GEO) म

)मश 34deg83deg132deg रखाश पर थापत Uकए जाएग

शष चार उपdह म स दो उपdह भ-तqयकाल मण

का (GSO) म 55deg अाश पर और अ[य दो 111deg

अाश पर 29deg झकाव क साथ थापत Uकए जाएग

इस कार क Wया1मतय सरचना स सात उपdह

नरतर भारतीय भ- (सवा ) म उपयोगकता(ओ को

िथत नधा(रण U)या हत हमशा PDटमान रहग इस

तारामडलय सरचना स 30 स बहतर क जीडीओपी

(GDOP) ािgtत भी सनिXचत क गई ह इन सभी

उपdह को भारतीय वीय उपdह पण यान

(पीएसएलवी) bवारा सतीश धवन उपdह क

29

(ीहरकोटा) स अतर भ-थानातरण मणका म

पत Uकया जाएगा

उपह स8पण - इस णाल क सभी सात उपdह क

सरचना एक समान होगी दायभार एव अ[य सभी

उपकरण इसरो क कqपना बस म वशष नौसचालन

अ1भयान हत आवXयक परवत(न करक समि[वत Uकया

गया ह उपdह का उथापन वजन (Lift of Mass)

1425 Uकdा क साथ-साथ शDक वजन (Dry Mass)

616 Uकdा होगा सौर पनल का 215 मीX18

मी रखा गया ह जो 1268 वॉट पावर ऊजा( दगा

dहण क दौरान ऊजा( पत ( क 1लए 64 Ah Li-ion बटर

भी रखी गई ह इन सभी उपdह को भ1म-खड िथत

सवा म वतरत नयण क bग bवारा नरतर

मॉनीटर Uकया जाएगा

(2) भ म खड- भ1म खड म~यत अतर म उपdह

तारामडल का नयण सचालन एव नौसचालन

आकड़ नमा(ण करन क 1लए अवरत काय(

करगा इस भ1म खड म न8न1लVखत आवXयक

सवधाए होगी

1 उपdह नयण क

2 नौसचालन नयण क

3 परासन क (सीडीएमए एव लसर परासन)

4 समय एव आकड़ा उव(-कड़ी टशन

5 आकड़ा सचार जाल

30

उपdह क अतर म सह िथत उनक का

सबधी ताजा-सचनाए ािgtत क 1लए दर1मत-दरादश

एव आयनमडलय मॉडलग सशोधन U)या क 1लए

20 परास एव इटdीट मॉनीटरग टशन (IRIMs)

सपण( सवा म वतरत Uकए जाएग िजनम 6

सीडीममए परासन 1 लसर परासन क bग एव 1

परमािवक घड़ी स सिWजत नटवक( टाई1मग सटर

भी शा1मल ह

नौसचालन नयण क का म~य काय( त क आकड़ा

सचार जाल bवारा ाgtत सचनाओ को ससाधत करक

एक परभाषत नौसचालन सदश का नमा(ण करना

िजसम उपdह क अतर म कvय िथत समय

आयनमडलय ट-सशोधन एव अ[य सशोधत सचनाए

हो ह उनको त क अप-1लक टशन को भजना ह

(3) उपयोगकता खड - उपयोगकता( खड म उपभोSता

अपन नौसचालन अ1भdाह (रसीवर) क जरए भारतीय

भ- (भ1म वाय एव सम) म सह िथत नधा(रण

सवा सटक समय क जानकार ाgtत कर सकत ह

इस णाल bवारा विXवक िथत नधा(रण णाल

(जीपीएस) क समान दो कार क सवाए उपलBध कराई

जाएगी िजसम (1) सामा[य िथत नधा(रण सवा

जो सभी कार क उपभोSताओ को सरलता स उपलBध

31

होगी िजसम lt20 मी तक क यथाथ(ता अपvत ह

और (2) 1स1मत(Restricted) िथत नधा(रण सवा जो

1स1मत ाधकत उपभोSताओ को ह उपलBध होगी इस

सवा क यथाथ(ता सामा[य िथत नधा(रण सवा स कई

गना बहतर होगी इस सवा म थान (पोिजशन) क

अतरSत सटक समय क सचना भी शा1मल ह और

य सभी सकत एि[)gtटड िथत म होग इस सवा को

ाgtत करन क 1लए bव-आकत अ1भdाह का उपयोग

करना होगा

32

उपह सचार (SATCOM)

पछल चार दशक म हमन दश क सवागी वकास म

भारतीय अतर काय()म का भाव दखा ह इस

काय()म म उपdह सचार णा1लय क भ1मका अयत

महवपण( ह उपdह सचार ौbयोगक bवारा पवी क

वशाल म आथ(क PिDट स सती (LOW COST) एव

वXवसनीय सचार तथा सपक( |यवथा थापत क जा

सकती ह दश का समd वकास तभी सभव होगा जब

हम दश क दर-दराज क दग(म एव dामीण म

आपसी सचार तथा सपक( |यवथा कायम कर पायग

िजसम उपdह सचार ौbयोगक एक मा वXवसनीय

तकनीक ह आज हमार दश म इ[सट तथा जीसट

णी क अनक सचार उपdह dामसट वीआरएस

(Village Resources System) एव अ[य अनक

परयोजनाओ क अतग(त दरसचार दरदश(न सारण

1शा वाय भ1म जगल एव सम सवtण

33

उ[नत मौसम मानटरन आपित |यवथापन जसी

अनक जन-कqयाणकार सवधाए दान कर रह हc

भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) क

अहमदाबाद क (SAC) का एसएनएए उपdह सचार

अनयोग अतग(त व1भ[न णा1लया एव उपकरण क

वकास तथा नमा(ण काय( म काय(रत ह िजसम मख

ह-

(1) Iलट मानटरन णालः-

इ[सट-एमएसएस आधारत लट मानटरन णाल

(FMS) म~यतः दश क परवहन (सड़क रल सम)

म काय(रत व1भ[न सगठन उbयोग क आवXयकताओ

को यान म रख कर वकसीत क गई ह यह सचार

उपdह आधारत वय सचा1लत लट मानटरन णाल

ह िजसक सवाए भारतीय उपमहाbवीप उपरात

सागर म भी उपलBध ह परवहन सचालक अपन

लट क वत(मान अपिथत (पोिजशन) समय एव

उनक सामयक गत पर ऑन-लाइन नगरानी रखन क

1लए इस योग म ल सकत हc आकिमक परिथत

म लट bवारा सvgtत सदश (Short messages of 40

34

characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

35

सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

4

क पर)मा करक सकशल धरती पर वापस भी आ

गए

आज अतर यग क वकास न समत मानव जात

पर गहरा असर छोडा ह इस म हए वकास Uकसी

अ[य म हए वकास क तलना म Uकसी भी दश

को Wयादा तज गत स गत क ओर ल जात हc

हम ारभ काल स दख तो तरहवी सद म उडान क

1सफ( कqपना करन वाला मानवी आज अतर म

कोलोनी बनान का सपना दख रहा ह

अतर ampवान क उपयोगः-

आज मानव न अतर वTान एव तकनीक क म

अbवतीय मता हा1सल क ह इसी मता क कारण

ह आज हम कछ ह ण म पर yzमाड क इलSEो-

मनटक पSEम को आसानी स दख सकत हc साथ

ह दो dह क बीच का थान पण( करन वाल कवासार

पलसार [यEोन टार और Bलक-हॉल क बार म जान

सकत हc आज मानव क पास सौर-मडल का अ[वषण

करन हत यान भजन क मता ह इतना ह नह

अतर तकनीक क इस वतत मता क कारण ह

दर-सचार दरदश(न मौसम का पवा(नमान तथा

अवलोकन ाकतक ससाधन का अययन कष

आपित |यवथापन वाय दर-1शा मनोरजन

आद म तज गत स उ[नत वकास हआ ह

सदर-सवद (Remote Sensing) उपdह क मदद स पवी

5

क ाकतक ोत क वातवक िथत भौगो1लक

िथत खनज-महासागर सम ोत क अययन

सरलता स Uकय जात हc कष एव वानक क

अययन म भी अतर वTान का सहारा 1लया जाता

lsquo(लोबल पोिजशनग स-टम-जीपीएसrsquo ndashअतर वTान

क ह एक महवपण( उपलिBध ह इस णाल न

मानव क बरसो परान एव अत जटल Xन का सह

हल ढढ नकाला ह मc इस धरती पर कहा ह इस

धरती पर मरा सह थान (Location) Sया ह इस सरल

Xन का हल आज स बीस साल पहल Uकसी क पास

नह था बीस-पRचीस साल क कडी महनत क बाद

मानव आज पवी क Uकसी भी कोन म हो अपना

निXचत थान और समय सह यथाथ(ता (Accuracy) स

बता सकता ह आज हर औbयोगक म इस

णाल का महवपण( उपयोग हो रहा ह म~यतः

वमान का सह थान-अवतरण रल-सडक यातायात

का बधन सनक उपकरण म यह णाल बहत ह

उपयोगी 1स हई ह जहा सटक थान एव परश

समय क सचना मलभत आवXयकता ह उन सभी

म इस णाल न अपनी उRच अनवाय(ता साxबत कर

द ह

य म अबाधत सचार सवा जाससी उपdह क भ1मका

Uकतनी महवपण( हो गई ह इसका अनमान हम खाडी

6

य क परणाम स लगा सकत हc इस य म

अमरका तथा साथी दश न अतर तकनीUकय का

महतम उपयोग Uकया था आज कई वक1सत दश न

धरती पर नगरानी रखन क 1लए अतर म जाससी

उपdह क खला खडी कर द ह य उपdह हर पल

क जानकार यहा तक Uक 1मसाइल दाग जान या कह

पर हए परमाण वफोट का पता लगान म भी पर

तरह समथ( ह

इटरनशनल पस टशन (ISS) वत(मान क सबस बड़ी

परयोजना ह िजसम अमरका +स जापान सहत

अनक यरोपयन दश शा1मल ह यहा बहत स

अनसधान काय( अतर क वातवक पया(वरण म Uकय

जात हc यह तरता हआ अतर टशन सन 1968 स

मानव जात क सवा कर रहा ह

सामा0य जन-जीवन म1 अतर तकनीक2 का -थानः-

अतर वTान एव तकनीक न ववध म

मानवता क सवा क ह खास तौर पर दरसचार

नौसचालन भ-सवtण मौसम आपित |यवथापन

कष आद म अतर तकनीक का |यापक

उपयोग हो रहा ह आज वXव क दरथ एव दग(म

थान म 1शा तथा वशष चUकसा सवधाए दान

करन क 1लए इस उपयोग म 1लया जा रहा ह उपdह

सचार तथा सचना ौbयोगक (IT) क सम[वय स पवी

क वशाल म सचार एव सपक( |यवथा (वन

7

PXय एव सचना) वरत थापत क जा सकती ह इस

वशषता को यान म लत हए 1शा तथा दरदराज

म उचत वाय सवधाए थापत करन क 1लए

अतर तकनीक को योग म लाया जा रहा ह

लोबल वॉ1मग एव जलवाय परवत(न क समया

व+प आज वXव म हर रोज कह न कह ाकतक

आपितय (भकप सना1म च)वात आद) का बार-बार

आना आम बात हो गई ह इस सकट स नपटन क

1लए उपdह सचार सदर-सवदन और जीपीएस क मदद

स एक विXवक आपित |यवथापन नटवक( का वकास

काय( बड़ी तजी स चल रहा ह िजसस इनस होन वाला

आथ(क नकसान और मानव जानहान कम स कम हो

सकगी ऐसी अनक समाजोपयोगी अतर णा1लय

क वकास स अतर तकनीक न मानव क सामा[य

जनजीवन म अपना थान निXचत कर 1लया ह

8

अतर ampवान एव तकनीक2 म1 भारतः-

भारत म सन 1961 क दौरान परमाण ऊजा( वभाग

(DAE) को दश क सामािजक आथ(क और शातपण(

काय को काया(ि[वत करन क 1लए बाzय अतर का

उपयोग करन का काय( सौपा गया था उसक एक वष(

बाद डॉ व)म साराभाई क अयता म भारतीय

अतर अनसधान सगठन (इसरो) क थापना क गई

दनाक 21 नवबर 1963 को xव[म नजदक क

थ8बा भमयरखीय रोकट पण क[ (TERLS) स

lsquoनाइक अपाचrsquo नामक परTापी रोकट को अतर म

सफलतापव(क पत करक भारत न अतर यग म

वश Uकया

दश क अतर काय()म का म~य उXय अतर

वTान एव तकनीक का उपयोग दश क औbयोगक

आथ(क वकास क साथ-साथ जो लोग दश क दर-दराज

9

क dामीण दग(म एव सम तट म रहत हc

उनक मलभत समयाओ को सलझा कर उनका सवागी

वकास करना ह इसी महवपण( सामािजक उXय को

यान म रखत हए भारत (इसरो) न दश को अतर

तकनीक आधारत सवाए दान करन क 1लए अपन

दश म ह न1म(त कxम उपdह एव उनक पण क

मता क साथ-साथ काफ हद तक आमनभ(रता

हा1सल कर ल ह सदर-सवदन क म भी भारत क

आईआरएस णी क उपdह न दश को ववध सवधाए

दान क ह

आज भारत (इसरो) क सामन वत(मान काय क साथ-

साथ सन 2035 तक का अतर काय()म मौजद ह

िजसम

(1) पन+पयोगी पण यान (RLV)

(2) भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल (IRNSS)

(3) जीएसएलवी माक( -II तथा माक( -III का वकास

(4) चयान-2 (इसक अतग(त चमा क धरती पर एक

अवतरण मच तथा रोवर उतारन क योजना ह

(5) समानव अतर अ1भयान (HSP)

(6) साथ ह मगल dह अ1भयान श+ हो रहा ह

10

अतर उपयोग क04 (सक) क2 श8आतः-

सन 1966 म डॉ व)म साराभाई न अहमदाबाद म

ायोगक उपdह सचार भ-क[ (इEक) क थापना

क थी इसी घटना स lsquoसकrsquo क नीव रखी गई थी

श+आती दौर म (सन 1972 तक) अतर तकनीक क

व1भ[न (उपdह सचार सदर सवदन मौसम

आद) म अनसधान एव वकास काय( अहमदाबाद िथत

व1भ[न यनट म अलग-अलग जगह पर चल रहा था

इन सब को 1मला कर सन 1972 म अतर उपयोग

क[ सक क थापना क गई सक आज भारतीय

अतर अनसधान सगठन (इसरो) का एक व1शDट

क[ ह जहा कxम उपdह क पलोड वक1सत करन

स लकर उ[नत अतर ौbयोगक क सामािजक

अनयोWयता (Societal applications) स सबधत अनक

परयोजनाओ पर काय( Uकया जाता ह यह क[

म~यतः उपdह सचार सदर सवदन नौसचालन मौसम

11

वTान क उपयोग सबधी काय()म को काया(ि[वत करन

क 1लए नर[तर काय(रत ह

उपह सचार एव नौसचालन अनयोग (SNAA)-

अतर उपयोग क[ (सक) का एसएनएए उपdह

सचार (SATCOM) तथा नौसचालन (NAVIGATION) क

म व1भ[न उ[नत ौbयोगUकया एव उनक सामािजक

अनयोWयताओ क अ1भकqपना एव वकास काय( म

सU)यता स काय(रत ह

सटकोम उपयोगता काय()म अतग(त भारतीय ीय

नौसचालन उपdह णाल (IRNSS) परयोजना क 1लए

योSता अ1भdाह (USER RECEIVER) 1स8यलटर ववध

गgtतलखन िक8स कोड वXलषण वधय क

अ1भकqपना और वकास काय( इस (SNAA) bवारा

Uकया जा रहा ह इसरो क भावी एव महवाकाी

समानव अतर अ1भयान (HSP) हत कोड वभाजन बह

अ1भगम (CDMA) मोडम तथा अ[य भ-उपकरण

णा1लय का वकास भी इसी म चल रहा ह

जीसट-6 काय()म अतग(त ट व वीeडयो को[hि[सग

तथा डाटा Eा[सफर (144kbps) क 1लए सवाzय

मqटमीeडया ट1म(नल का वकास नमा(ण तथा

ौbयोगक दश(न इस bवारा सफलतापव(क Uकया

गया इसी क साथ जीसट-7 परयोजना अतग(त ट व

वॉइस कॉल क 1लए उRच आवित अ1भdाह (UHF Rx)

12

का वकास एव नमा(ण काय( भी इसी क उपलिBध

इसक अतरSत व1भ[न ौbयोगकय वकास

परयोजना अतग(त उ[नत सचार णा1लय का वकास

नमा(ण एव ौbयोगक हतातरण (Technology

Transfer) एसएनएए bवारा Uकया गया ह इ[सट

एमएसएस टाइप-सी तथा टाइप-डी ट1म(नल का अनसधान

एव वकास काय( सफलतापव(क Uकया गया इसी

(MSS-C) परयोजना अतग(त जहाज मानटरन णाल का

वकास नमा(ण तथा उसका सथापन मय सवtण

वभाग (FSI Porbandar) पोरबदर क परसर म

सफलतापव(क सप[न Uकया क[ म थापत

पसनट और सकनट सवधा का चालन भी एसएनएए

bवारा Uकया जाता ह

सचार उपdह (INSAT-3A) आधारत वपित चतावनी

षण णाल (DATS) का वकास नमा(ण तथा सथापन

काय( एसएनएए bवारा सफलतापव(क Uकया गया इस

णाल का |यावसायक उपादन एक भारतीय इकाई

bवारा Uकया गया ह इस णाल का नयण क[

(Hub) भारतीय तट रक दल क परसर म थापत

Uकया ह जो नरतर (24x7) काय(रत ह

बोपल-सक परसर म थापत भक[ (BES) भी

एसएनएए का ह एक भाग ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

13

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

सीएसएसटईपी अतग(त ए1शया एव प1सUफक क

छा क 1लए उपdह सचार उपdह-नौसचालन एव

मौसम-वTान क म नौ महन क नातकोतर

eडgtलोमा पाय)म का सपण( सचालन इस क[ bवारा

नय1मत +प स Uकया जाता ह इसक अतरSत अय

सभी सटकोम योग म इस क[ क सहायता ल

जाती ह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) भी एसएनएए स

सलन ह यह क[ म~यतः मोबाईल उपdह सवा

(एमएसएस टाइप-सी और टाइप-डी) कयका बcड सचरण

अययन क 1लए भ1मगत सवधाए दान करता ह

साथ ह आपित |यवथापन नटवक( (DMS-VPN) क

नय)म चालन तथा अनरण काय( भी दखता ह

सचार उपdह आधारत व1भ[न योग परयोजनाओ

का सचालन भी इसी क[ क िज8मदार ह

एसएनएए को उनक काय(- क अन+प

न8न1लVखत तीन dप म वभािजत Uकया गया हः

(1) चालन एव ायोगक मतावध(न dप (OESG)

(2) अकय सचार ौbयोगक dप (DCTG)

(3) उपdह सचार णाल ौbयोगक dप (SSTG)

14

उपह नौसचालन (SATNAV)-

उपdह नौसचालन ौbयोगक न नौसचालन क म

एक अभतपव( )ात थापत क ह जहा अयधक

एकयरट थान नधा(रण एव समय क सचना मलभत

आवXयकताए हc उन सभी म इस ौbयोगक न

अपनी उपयोगता क अनवाय(ता 1स कर द ह

दन-तदन अनक इस तकनीक स लाभाि[वत हो

रह हc

वत(मान म च1लत उपdह आधारत नौसचालन

णा1लय म अमरका क विXवक थान नधा(रण

णाल ndash जीपीएस ह सबस Wयादा च1लत ह अ[य

णा1लय म +स क लोनास यरोप क ग1ल1लयो एव

अ[य विXवक नौसचालन णा1लया (GNSS) काय(रत ह

15

भारत क गगन परयोजना भी जीपीएस का ह

वतारत +प ह जो भारतीय भ- म काय(रत ह

कस काय करती ह उपह नौसचालन णालः-

कोई भी अतर आधारत नौसचालन णाल म~यतः

कxम उपdह का अतर म Tान (known) थान एव

पवी पर अ1भdाह क थान इन दोन क बीच का

दर-मापन (रज मज़रमट) और उपdह स सारत

रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क समय पर

आधारत ह न8नतर चार उपdह bवारा ाgtत क

गई दर और समय क सचना को 1मला कर चार

समीकरण बनत हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक

(ोससर) bवारा सलझा कर अ1भdाह क सह थान

(पोिजशन) एव समय का परकलन Uकया जाता ह

उपdह स ाgtत सचनाओ को अ1भdाह तक पहचन को

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

दर = वग x समय (Distance = Velocity x Time) को

योग म लाया जाता ह रeडयो सकत का वग काश

वग (299792458Uकमीसकड) क समान होता ह

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक

सनिXचत समय पर नमा(ण करत हc तथा दोन क घड़ी

(clock) भी लगभग समका1लन ह बाद म उपdह bवारा

ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त सकत को एक साथ

1मलाया जाता ह इस तरह स चार उपdह bवारा

16

सारत रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क

समय (Time) क गणना क जाती ह बाद म अ1भdाह

िथत अत आधनक सगणक सोटवयर bवारा

अ1भdाह क सह थान एव समय क सचना का

नधा(रण Uकया जाता ह यथाथ( थान-नधा(रण क साथ-

साथ अयाधक सटक समय ऊचाई और गतमापन भी

इस णाल bवारा सभव हो सका ह

xकोण1मत क 1सात अनसार थान नधा(रण क

U)या म 1सफ( तीन उपdह स दरमापन पया(gtत ह

िजसस 3D थान नधा(रण क गणना सभव ह परत

उपdह क समय को उस पर लगी एट1मक Sलोक स

नापा जाता ह जो कछ ननो सकड तक क परशता

रखती ह जब Uक अ1भdाह का कद भार और लागत

न8नतर रखन हत उसक Sलोक इतनी अचक नह रखी

जाती िजसस समय क परकलन म थोड़ा सा परवत(न

(ट) आ जाता ह इस ट को [यनतम करन क 1लए

ह एक ओर उपdह स दरमापन Uकया जाता ह िजसक

सहायता स समय क अत)मण (offset) को नDका1सत

Uकया जाता ह

(लोबल पोिजशनग स-टम-जीपीएस

लोबल पोिजशनग 1सटम-जीपीएसrsquo जीपीएस ldquoनवटार

जीपीएसrdquo का परवत(त नाम ह िजसका वतत नाम

नवगशन 1सटम वथ टाइम एड रिजग लोबल

पोिजशनग 1सटम ह इस णाल क आवDकार स

17

मानव क दघ(का1लन एव सबस जटल समया का

सह समाधान 1मल गया ह मc इस धरती पर कहा ह

मरा इस धरती पर सह थान Sया ह आप अपन

सह थान (पोिजशन) को सरलता स तभी बता सकत

हc जब आपक आसपास कोई चीज या ठोस पदाथ( सदभ(

क 1लए हो उसी सदभ( स आप अपन मल थान का

पता लगा सकत हc लUकन जब आपक आसपास या

नजदक सदभ( क 1लए कछ भी नह ह आप बीच

सागर आकाश रगतान या घन जगल म ह तब

समया और भी गभीर हो सकती ह

परान समय म जब मानव न याा करना आरभ Uकया

तब वह अपन रात म पथर या कोई चीज नशानी

(सदभ() क तौर पर रख दता था और लौटत समय उसक

सदभ( स अपन मल थान पर वापस लौट आता था

यह |यवथा बहत ह सी1मत वतार क 1लए मया(दत

थी बारश या बफ( गरन पर मसीबत और भी बढ़

जाती थी बाद म मानव न जब सागर याा ारभ क

तब तो समया और भी बढ़ गई SयUक बीच सागर म

शान कहा लगाए जा सकत थ तब उसन आकाश क

ओर दखा आकाश म तार का थान और उनक

गनती क आधार पर वह अपना राता तय करन लगा

लUकन तार हमस बहत दर ह और 1सफ( रात को ह

दखत हc तथा उसक 1लए आकाश भी वRछ होना

चाहए इसक बाद दशा सचन एव नौसचालन क 1लए

कछ और उपकरण (कपास सSस[ट) का वकास Uकया

18

गया लUकन उनक यथाथ(ता पर Xनच[ह ह लगा

था

आधनक मानव न और कई इलSEोनक उपकरण

अपना कर यन Uकए लUकन उनक उपयोगता 1स

नह हो सक थी बाद म टरिEयल रeडयो आधारत

नौसचालन णाल (लोरन ओमगा)य का वकास हआ

इस णाल न नावक को दशासचन और नौकायन म

काफ मदद क लUकन इनक भी अपनी कछ मया(दाए

थी इसक बाद सन 1960 क दशक म अतर

आधारत सटनव णाल (Eािज़ट टाइमशन और

डSका)य का वकास हआ िजसम पवी क नजदक

का (एलईओ) म एक स Wयादा कxम उपdह को

थापत Uकया गया था यह णा1लया UhSव[सी

डोgtलर वचलन पर आधारत थी और उपdह स सकत

ाgtत करन म बहत तीा करनी पड़ती थी इनम

हआ थोड़ा सा भी गत परवत(न अ1भdाह (र1सवर) क

िथत म बहत बड़ी ट पदा कर दता था इ[ह

मया(दाओ न एक उRच यथाथ(ता दान कर ऐसी विXवक

नौसचालन णाल वक1सत करन को रत Uकया

सन 1970 क दशक म अमरका क रा वभाग न एक

योजना को मजर द िजसका नाम था ndash विXवक

थान नधा(रण णाल ndash जीपीएस इस योजना पर

लगातार बीस वष( तक काय( चलता रहा अत म इस

णाल न सह काम Uकया और आज मानवी दनया क

Uकसी भी कोन म हो Uकसी भी समय पर अपना

19

निXचत थान (पोिजशन) और समय वातवक काल

म आसानी स बता सकता ह

ारभ म यह णाल 1सफ( अमरक सना क नजी

उपयोग हत सी1मत थी बाद म सामा[य लोग क

उपयोग क 1लए भी इस उपलBध कराया गया आज

सनक उपयोग क अलावा म~य सामा[य उपयोग ह

1) नौसचालन (भ1म सागर एव वाय म)

2) सामा[य सवtण

3) विXवक समय का आकलन

इसक अतरSत जीपीएस अ1भdाह क उपयोगता क

कोई सीमाए नह ह आज लगभग यक ौbयोगक

म इस णाल का य या अय महतम उपयोग

हो रहा ह

3 कस काय करती ह विltवक -थान नधारण णाल

(gtच स 1)

20

जीपीएस म~यतः कxम उपdह (मानव न1म(त तार)

का अतर म थान एव अ1भdाह (र1सवर) का पवी

पर थान इन दोन क बीच का दरमापन (रज

मज़रम[ट) और उपdह स ाgtत सचना (डाटा) को

अ1भdाह तक पहचन का समय पर आधारत ह

[यनतम चार उपdह bवारा (च स 1) ाgtत क गई

दर और समय दोन को 1मला कर चार समीकरण बनत

हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक bवारा सलझा

कर अ1भdाह का सह थान और समय का परकलन

Uकया जाता ह उपdह bवारा सारत सचना को

अ1भdाह तक पहचन क समय को Tात करन क 1लए

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

= वग X समय को योग म 1लया गया ह रeडयो

सकत का वग काश वग (299792458 Uकमी त

सकड) क समान ह

च स~या-2

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक ह

21

सनिXचत समय पर उप[न करत हc और दोन क घड़ी

(एट1मक Sलोक) भी समका1लन ह बाद म उपdह

bवारा ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त दोन सकत

को एक साथ 1मला जाना ह च स~या-2 दख इस

तरह 4 उपdह bवारा सारत रeडयो सकत को

अ1भdाह तक पहचन क समय क गणना क जाती ह

जीपीएस णाल क वतत तकनीक जानकार ाgtत

करन क 1लए इस म~य तीन भाग म बाटना आवXयक

1) अतर खड (पस सगम[ट)

2) नयण एव नगरानी खड (कEोल एड मोनटरग

सगमट)

3) योSता खड (यज़र सगमट)

(1) अतर खडः-

च स~या - 3 च स~या - 4

अतर खड िजसम 24 कxम उपdह (+4 आरvत)

को पवी क अतरम मणका म (च स~या 3 और

22

4 दख) करब 20200 Uकमी क दर पर निXचत 6

काओ म थापत Uकया गया ह सभी उपdह

निXचत 12 घट म पवी का एक परमण करत हc

यक उपdह पवी पर एक ह vतज सीमा म दन

म दो बार गजरता ह अतर खड क अ1भकqपना

कछ इस कार स न1म(त क गई ह Uक Uकसी भी

समय और पवी क Uकसी भी भाग म [यनतम 4

उपdह एक ह vतज सीमा म नरतर PिDटमान रहत

हc अनभव स Tात हआ ह Uक कभी-कभी एक ह

समय पर एक ह vतज सीमा म 8-10 उपdह सदव

PिDटमान रहत हc

यक उपdह पर बहत ह यथाथ( (एSयरट) दो एट1मक

घeड़या (Sलोक) होती ह िजन क मल आवित 1023

मगाह(स होती ह इस आवित क सदभ( स उपdह

म कट सकत नमा(ण Uकय जात हc इन सकत को

पवी क ओर सतत सारत Uकया जाता ह िजसम

उपdह का अपना पहचान )माक (आईडी) समय

अतर म अपना थान (लोकशन) एव उसी समय

उसक आसपास मणशील अ[य उपdह क सपण(

जानकार सि8म1लत होती ह िजस ldquoअqमनकrdquo कहत

हc यह जानकार एक महन तक मा[य रहती ह

इन सकत को पवी क ओर सारत करन हत उपdह

दो वाहक आवितय का उपयोग करत हc जो

न8न1लVखत हः-

23

च स~या-5

1) एल-1 = 157542 मगाहट(ज (MHz)

2) एल-2 = 122760 मगाहट(ज (MHz)

एल-1 वाहक आवित िजस पर दो कट सकत (कोड)

अध1मत Uकए जात हc (च स~या-5 दख)

1) सीए कोड जो 1023 MHz मल आवित पर और

2) पी कोड िजस 1023 MHz मल आवित पर

अध1मत Uकया जाता ह

एल-2 वाहक आवित पर 1सफ( पी कोड 1023 MHz

मल आवित पर अध1मत Uकया जाता ह पी कोड

कवल अमरक सना क नजी उपयोग क 1लए ह

सी1मत रखा गया ह

पवी पर िथत जीपीएस अ1भdाह उपरोSत सकत का

उपयोग अतर म उपdह का थान समय एव उस

24

समय अ[य उपdह क अतर म वत(मान िथत

जानन क 1लए करता ह इन सकत का म~य उपयोग

अतर म उपdह क वत(मान िथत (लोकशन) एव

पवी पर अ1भdाह क बीच का दरमापन (रज) करना

ह न8नतम 4 उपdह bवारा ाgtत सकत स दरमापन

U)या सप[न करक अ1भdाह क सह थान क

सगणना क जाती ह

(2) नयण एव नगरानी खडः

च स~या-6

अतर म थापत सभी 24 उपdह पर नगरानी

रखन क 1लए पवी पर भमय रखा क आसपास 1

म~य नयण क एव 5 नगरानी भ-क (च स~या-

6) )मशः कोलोराडो एक[सन (Ascension) eडयागो

(Diego) Sवाजलन (Kwajalein) तथा हवाई (Hawaii) म

काय(रत ह य सभी भ-क णाल क सभी उपdह क

साथ नरतर सपक( बनाए रखत हc एक बहत ह

महवपण( काय( इस खड bवारा काया(ि[वत Uकया जाता

ह Uक मणका म घम रह सभी उपdह का अनवत(न

(EUकग) कर क उनक कीय िथत क सटक जाच

करना और उन पर िथत एट1मक Sलोक को

25

असशोधत कर क अगर उसम कछ टया ह तो उस

सधार कर म~य नयण क bवारा सभी उपdह को

पनः सारत करना ह िजसस यक उपdह क पास

उसक अतर म वातवक सह िथत एव समय क

जानकार उपलBध करायी जाती ह यह जानकार पवी

पर िथत जीपीएस अ1भdाह क 1लए बहत ह आवXयक

होती ह

3) योEता खडः

इसक अतग(त जीपीएस अ1भdाह (र1सवर) जो उपdह

bवारा सारत कट सकत को अपन सगणक bवारा

वXलषण करक पवी पर अपना निXचत थान और

समय क सचना ाgtत करत हc इस अ1भdाह का

उपयोग कोई भी सामा[य |यिSत आसानी स कर सकता

न8न1लVखत उपयोग हत जीपीएस णाल अयत

महवपण( 1स हई हः

1) स[य सवtण

2) भ-सवtण

3) नौ-सचालन (भ1म सागर एव वाय म)

4) भ-गतUकय अययन

5) वाहन यातायात (रल सडक) नयण एव बधन

6) ववध याxक नयण णा1लया

7) वXव म कह भी समय को समका1लन (1स)ोनाइज़)

करन क 1लए

8) विXवक भकप सनामी जसी ाकतक आपितय क

बधन म

26

भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल

ndash आईआरएनएसएस

उपdह नौसचालन णाल क बहहतक व1शDटताओ को

दखत हए वत(मान समय म इस णाल का कोई

वकqप नह ह जीपीएस क सवाए भारतीय भ- म

सरलता स उपलBध ह लUकन आपातकाल या य क

दौरान यह सवधा हम उपलBध ना हो या Uफर इस

णाल bवारा ाgtत सचनाओ को टज[य भी Uकया जा

सकता ह SयUक यह णाल सपण(तः अमरका क

रा वभाग bवारा नयxत ह सvgtत म कहा जाय

तो आपातकाल म जीपीएस क सवाए सदहापद ह

उपरोSत वात को यान म रखत हए भारत (इसरो) भी

दश क नौसचालनय आवXयकता को (सनक तथा

असनक सभी) को परा करन क 1लए सपण(तः वायत

एव वनयxत ीय नौसचालन उपdह णाल-

आईआरएनएसएस थापत करन जा रहा ह जो

भारतीय उपमहाbवीप म व1भ[न उपयोगकता(ओ को

27

सह यथाथ(ता स थान-नधा(रण नौसचालन एव समय

क सचना जसी आवXयक सवाए दान करगी बाद म

अतरSत घटक को शा1मल करन क सामय(ता स इस

वतारत भी Uकया जा सकता ह िजसस पडोसी

को उपरोSत यथाथ(ता स नौसचालन सवाए दान क जा

सक

नFपादन उGltय

bull दश क नौसचालनय आवXयकता को को परा

करन क 1लए सपण(तः वायत एव वनयxत

ीय नौसचालन उपdह णाल का अ1भकqपन

वकास एव काया([वयन

bull उRच यथाथ(ता स थान-नधा(रण (lt 20 मीटर)

एव समय क सचना (lt10-20 ननो सकड)

bull आयनमडलय सशोधन क साथ सभी ऋत म

चालन

bull उRचतम उपलBधता (24 X 7) 999

bull भारतीय भ- उपरात 1500 Uक मी क

आसपास म भी उRच यथाथ(ता स

नौसचालन सवा उपलBध

bull बाद म इसक सवा को )मशः वतत भी

Uकया जाएगा िजसस पडोसी को उपरोSत

यथाथ(ता स नौसचालन सवधा उपलBध हो सक

इस तावत ीय नौसचालन णाल क म~य तीन

भाग ह -

1 अतर खड (पस सगमट)

28

2 भ1म खड (dाउड सगमट)

3 उपयोगकता( खड (यजर सगमट)

(1) अतर खड - Uकसी भी अतर आधारत

नौसचालन णाल म उपयोग कता( को िथतनधा(रण

U)या हत [यनतम चार उपdह क नरतर PDयता

अयावXयक ह इस1लए व1भ[न उपdहय तारमडल

का अययन Uकया गया अनक वकqप सोच गए

उनका क8gtयटर 1स8यलशन भी Uकया गया कम

लागत सरल चालन उपयोगकता( को पाई जान वाल

यथाथ(ता एव सवा को यान म रखन हए गहन

अययन क पXचात इस तावत नौसचालन णाल क

1लए सात उपdह का तारामडल निXचत Uकया गया

िजसम तीन उपdह भ-िथर मणका (GEO) म

)मश 34deg83deg132deg रखाश पर थापत Uकए जाएग

शष चार उपdह म स दो उपdह भ-तqयकाल मण

का (GSO) म 55deg अाश पर और अ[य दो 111deg

अाश पर 29deg झकाव क साथ थापत Uकए जाएग

इस कार क Wया1मतय सरचना स सात उपdह

नरतर भारतीय भ- (सवा ) म उपयोगकता(ओ को

िथत नधा(रण U)या हत हमशा PDटमान रहग इस

तारामडलय सरचना स 30 स बहतर क जीडीओपी

(GDOP) ािgtत भी सनिXचत क गई ह इन सभी

उपdह को भारतीय वीय उपdह पण यान

(पीएसएलवी) bवारा सतीश धवन उपdह क

29

(ीहरकोटा) स अतर भ-थानातरण मणका म

पत Uकया जाएगा

उपह स8पण - इस णाल क सभी सात उपdह क

सरचना एक समान होगी दायभार एव अ[य सभी

उपकरण इसरो क कqपना बस म वशष नौसचालन

अ1भयान हत आवXयक परवत(न करक समि[वत Uकया

गया ह उपdह का उथापन वजन (Lift of Mass)

1425 Uकdा क साथ-साथ शDक वजन (Dry Mass)

616 Uकdा होगा सौर पनल का 215 मीX18

मी रखा गया ह जो 1268 वॉट पावर ऊजा( दगा

dहण क दौरान ऊजा( पत ( क 1लए 64 Ah Li-ion बटर

भी रखी गई ह इन सभी उपdह को भ1म-खड िथत

सवा म वतरत नयण क bग bवारा नरतर

मॉनीटर Uकया जाएगा

(2) भ म खड- भ1म खड म~यत अतर म उपdह

तारामडल का नयण सचालन एव नौसचालन

आकड़ नमा(ण करन क 1लए अवरत काय(

करगा इस भ1म खड म न8न1लVखत आवXयक

सवधाए होगी

1 उपdह नयण क

2 नौसचालन नयण क

3 परासन क (सीडीएमए एव लसर परासन)

4 समय एव आकड़ा उव(-कड़ी टशन

5 आकड़ा सचार जाल

30

उपdह क अतर म सह िथत उनक का

सबधी ताजा-सचनाए ािgtत क 1लए दर1मत-दरादश

एव आयनमडलय मॉडलग सशोधन U)या क 1लए

20 परास एव इटdीट मॉनीटरग टशन (IRIMs)

सपण( सवा म वतरत Uकए जाएग िजनम 6

सीडीममए परासन 1 लसर परासन क bग एव 1

परमािवक घड़ी स सिWजत नटवक( टाई1मग सटर

भी शा1मल ह

नौसचालन नयण क का म~य काय( त क आकड़ा

सचार जाल bवारा ाgtत सचनाओ को ससाधत करक

एक परभाषत नौसचालन सदश का नमा(ण करना

िजसम उपdह क अतर म कvय िथत समय

आयनमडलय ट-सशोधन एव अ[य सशोधत सचनाए

हो ह उनको त क अप-1लक टशन को भजना ह

(3) उपयोगकता खड - उपयोगकता( खड म उपभोSता

अपन नौसचालन अ1भdाह (रसीवर) क जरए भारतीय

भ- (भ1म वाय एव सम) म सह िथत नधा(रण

सवा सटक समय क जानकार ाgtत कर सकत ह

इस णाल bवारा विXवक िथत नधा(रण णाल

(जीपीएस) क समान दो कार क सवाए उपलBध कराई

जाएगी िजसम (1) सामा[य िथत नधा(रण सवा

जो सभी कार क उपभोSताओ को सरलता स उपलBध

31

होगी िजसम lt20 मी तक क यथाथ(ता अपvत ह

और (2) 1स1मत(Restricted) िथत नधा(रण सवा जो

1स1मत ाधकत उपभोSताओ को ह उपलBध होगी इस

सवा क यथाथ(ता सामा[य िथत नधा(रण सवा स कई

गना बहतर होगी इस सवा म थान (पोिजशन) क

अतरSत सटक समय क सचना भी शा1मल ह और

य सभी सकत एि[)gtटड िथत म होग इस सवा को

ाgtत करन क 1लए bव-आकत अ1भdाह का उपयोग

करना होगा

32

उपह सचार (SATCOM)

पछल चार दशक म हमन दश क सवागी वकास म

भारतीय अतर काय()म का भाव दखा ह इस

काय()म म उपdह सचार णा1लय क भ1मका अयत

महवपण( ह उपdह सचार ौbयोगक bवारा पवी क

वशाल म आथ(क PिDट स सती (LOW COST) एव

वXवसनीय सचार तथा सपक( |यवथा थापत क जा

सकती ह दश का समd वकास तभी सभव होगा जब

हम दश क दर-दराज क दग(म एव dामीण म

आपसी सचार तथा सपक( |यवथा कायम कर पायग

िजसम उपdह सचार ौbयोगक एक मा वXवसनीय

तकनीक ह आज हमार दश म इ[सट तथा जीसट

णी क अनक सचार उपdह dामसट वीआरएस

(Village Resources System) एव अ[य अनक

परयोजनाओ क अतग(त दरसचार दरदश(न सारण

1शा वाय भ1म जगल एव सम सवtण

33

उ[नत मौसम मानटरन आपित |यवथापन जसी

अनक जन-कqयाणकार सवधाए दान कर रह हc

भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) क

अहमदाबाद क (SAC) का एसएनएए उपdह सचार

अनयोग अतग(त व1भ[न णा1लया एव उपकरण क

वकास तथा नमा(ण काय( म काय(रत ह िजसम मख

ह-

(1) Iलट मानटरन णालः-

इ[सट-एमएसएस आधारत लट मानटरन णाल

(FMS) म~यतः दश क परवहन (सड़क रल सम)

म काय(रत व1भ[न सगठन उbयोग क आवXयकताओ

को यान म रख कर वकसीत क गई ह यह सचार

उपdह आधारत वय सचा1लत लट मानटरन णाल

ह िजसक सवाए भारतीय उपमहाbवीप उपरात

सागर म भी उपलBध ह परवहन सचालक अपन

लट क वत(मान अपिथत (पोिजशन) समय एव

उनक सामयक गत पर ऑन-लाइन नगरानी रखन क

1लए इस योग म ल सकत हc आकिमक परिथत

म लट bवारा सvgtत सदश (Short messages of 40

34

characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

35

सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

5

क ाकतक ोत क वातवक िथत भौगो1लक

िथत खनज-महासागर सम ोत क अययन

सरलता स Uकय जात हc कष एव वानक क

अययन म भी अतर वTान का सहारा 1लया जाता

lsquo(लोबल पोिजशनग स-टम-जीपीएसrsquo ndashअतर वTान

क ह एक महवपण( उपलिBध ह इस णाल न

मानव क बरसो परान एव अत जटल Xन का सह

हल ढढ नकाला ह मc इस धरती पर कहा ह इस

धरती पर मरा सह थान (Location) Sया ह इस सरल

Xन का हल आज स बीस साल पहल Uकसी क पास

नह था बीस-पRचीस साल क कडी महनत क बाद

मानव आज पवी क Uकसी भी कोन म हो अपना

निXचत थान और समय सह यथाथ(ता (Accuracy) स

बता सकता ह आज हर औbयोगक म इस

णाल का महवपण( उपयोग हो रहा ह म~यतः

वमान का सह थान-अवतरण रल-सडक यातायात

का बधन सनक उपकरण म यह णाल बहत ह

उपयोगी 1स हई ह जहा सटक थान एव परश

समय क सचना मलभत आवXयकता ह उन सभी

म इस णाल न अपनी उRच अनवाय(ता साxबत कर

द ह

य म अबाधत सचार सवा जाससी उपdह क भ1मका

Uकतनी महवपण( हो गई ह इसका अनमान हम खाडी

6

य क परणाम स लगा सकत हc इस य म

अमरका तथा साथी दश न अतर तकनीUकय का

महतम उपयोग Uकया था आज कई वक1सत दश न

धरती पर नगरानी रखन क 1लए अतर म जाससी

उपdह क खला खडी कर द ह य उपdह हर पल

क जानकार यहा तक Uक 1मसाइल दाग जान या कह

पर हए परमाण वफोट का पता लगान म भी पर

तरह समथ( ह

इटरनशनल पस टशन (ISS) वत(मान क सबस बड़ी

परयोजना ह िजसम अमरका +स जापान सहत

अनक यरोपयन दश शा1मल ह यहा बहत स

अनसधान काय( अतर क वातवक पया(वरण म Uकय

जात हc यह तरता हआ अतर टशन सन 1968 स

मानव जात क सवा कर रहा ह

सामा0य जन-जीवन म1 अतर तकनीक2 का -थानः-

अतर वTान एव तकनीक न ववध म

मानवता क सवा क ह खास तौर पर दरसचार

नौसचालन भ-सवtण मौसम आपित |यवथापन

कष आद म अतर तकनीक का |यापक

उपयोग हो रहा ह आज वXव क दरथ एव दग(म

थान म 1शा तथा वशष चUकसा सवधाए दान

करन क 1लए इस उपयोग म 1लया जा रहा ह उपdह

सचार तथा सचना ौbयोगक (IT) क सम[वय स पवी

क वशाल म सचार एव सपक( |यवथा (वन

7

PXय एव सचना) वरत थापत क जा सकती ह इस

वशषता को यान म लत हए 1शा तथा दरदराज

म उचत वाय सवधाए थापत करन क 1लए

अतर तकनीक को योग म लाया जा रहा ह

लोबल वॉ1मग एव जलवाय परवत(न क समया

व+प आज वXव म हर रोज कह न कह ाकतक

आपितय (भकप सना1म च)वात आद) का बार-बार

आना आम बात हो गई ह इस सकट स नपटन क

1लए उपdह सचार सदर-सवदन और जीपीएस क मदद

स एक विXवक आपित |यवथापन नटवक( का वकास

काय( बड़ी तजी स चल रहा ह िजसस इनस होन वाला

आथ(क नकसान और मानव जानहान कम स कम हो

सकगी ऐसी अनक समाजोपयोगी अतर णा1लय

क वकास स अतर तकनीक न मानव क सामा[य

जनजीवन म अपना थान निXचत कर 1लया ह

8

अतर ampवान एव तकनीक2 म1 भारतः-

भारत म सन 1961 क दौरान परमाण ऊजा( वभाग

(DAE) को दश क सामािजक आथ(क और शातपण(

काय को काया(ि[वत करन क 1लए बाzय अतर का

उपयोग करन का काय( सौपा गया था उसक एक वष(

बाद डॉ व)म साराभाई क अयता म भारतीय

अतर अनसधान सगठन (इसरो) क थापना क गई

दनाक 21 नवबर 1963 को xव[म नजदक क

थ8बा भमयरखीय रोकट पण क[ (TERLS) स

lsquoनाइक अपाचrsquo नामक परTापी रोकट को अतर म

सफलतापव(क पत करक भारत न अतर यग म

वश Uकया

दश क अतर काय()म का म~य उXय अतर

वTान एव तकनीक का उपयोग दश क औbयोगक

आथ(क वकास क साथ-साथ जो लोग दश क दर-दराज

9

क dामीण दग(म एव सम तट म रहत हc

उनक मलभत समयाओ को सलझा कर उनका सवागी

वकास करना ह इसी महवपण( सामािजक उXय को

यान म रखत हए भारत (इसरो) न दश को अतर

तकनीक आधारत सवाए दान करन क 1लए अपन

दश म ह न1म(त कxम उपdह एव उनक पण क

मता क साथ-साथ काफ हद तक आमनभ(रता

हा1सल कर ल ह सदर-सवदन क म भी भारत क

आईआरएस णी क उपdह न दश को ववध सवधाए

दान क ह

आज भारत (इसरो) क सामन वत(मान काय क साथ-

साथ सन 2035 तक का अतर काय()म मौजद ह

िजसम

(1) पन+पयोगी पण यान (RLV)

(2) भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल (IRNSS)

(3) जीएसएलवी माक( -II तथा माक( -III का वकास

(4) चयान-2 (इसक अतग(त चमा क धरती पर एक

अवतरण मच तथा रोवर उतारन क योजना ह

(5) समानव अतर अ1भयान (HSP)

(6) साथ ह मगल dह अ1भयान श+ हो रहा ह

10

अतर उपयोग क04 (सक) क2 श8आतः-

सन 1966 म डॉ व)म साराभाई न अहमदाबाद म

ायोगक उपdह सचार भ-क[ (इEक) क थापना

क थी इसी घटना स lsquoसकrsquo क नीव रखी गई थी

श+आती दौर म (सन 1972 तक) अतर तकनीक क

व1भ[न (उपdह सचार सदर सवदन मौसम

आद) म अनसधान एव वकास काय( अहमदाबाद िथत

व1भ[न यनट म अलग-अलग जगह पर चल रहा था

इन सब को 1मला कर सन 1972 म अतर उपयोग

क[ सक क थापना क गई सक आज भारतीय

अतर अनसधान सगठन (इसरो) का एक व1शDट

क[ ह जहा कxम उपdह क पलोड वक1सत करन

स लकर उ[नत अतर ौbयोगक क सामािजक

अनयोWयता (Societal applications) स सबधत अनक

परयोजनाओ पर काय( Uकया जाता ह यह क[

म~यतः उपdह सचार सदर सवदन नौसचालन मौसम

11

वTान क उपयोग सबधी काय()म को काया(ि[वत करन

क 1लए नर[तर काय(रत ह

उपह सचार एव नौसचालन अनयोग (SNAA)-

अतर उपयोग क[ (सक) का एसएनएए उपdह

सचार (SATCOM) तथा नौसचालन (NAVIGATION) क

म व1भ[न उ[नत ौbयोगUकया एव उनक सामािजक

अनयोWयताओ क अ1भकqपना एव वकास काय( म

सU)यता स काय(रत ह

सटकोम उपयोगता काय()म अतग(त भारतीय ीय

नौसचालन उपdह णाल (IRNSS) परयोजना क 1लए

योSता अ1भdाह (USER RECEIVER) 1स8यलटर ववध

गgtतलखन िक8स कोड वXलषण वधय क

अ1भकqपना और वकास काय( इस (SNAA) bवारा

Uकया जा रहा ह इसरो क भावी एव महवाकाी

समानव अतर अ1भयान (HSP) हत कोड वभाजन बह

अ1भगम (CDMA) मोडम तथा अ[य भ-उपकरण

णा1लय का वकास भी इसी म चल रहा ह

जीसट-6 काय()म अतग(त ट व वीeडयो को[hि[सग

तथा डाटा Eा[सफर (144kbps) क 1लए सवाzय

मqटमीeडया ट1म(नल का वकास नमा(ण तथा

ौbयोगक दश(न इस bवारा सफलतापव(क Uकया

गया इसी क साथ जीसट-7 परयोजना अतग(त ट व

वॉइस कॉल क 1लए उRच आवित अ1भdाह (UHF Rx)

12

का वकास एव नमा(ण काय( भी इसी क उपलिBध

इसक अतरSत व1भ[न ौbयोगकय वकास

परयोजना अतग(त उ[नत सचार णा1लय का वकास

नमा(ण एव ौbयोगक हतातरण (Technology

Transfer) एसएनएए bवारा Uकया गया ह इ[सट

एमएसएस टाइप-सी तथा टाइप-डी ट1म(नल का अनसधान

एव वकास काय( सफलतापव(क Uकया गया इसी

(MSS-C) परयोजना अतग(त जहाज मानटरन णाल का

वकास नमा(ण तथा उसका सथापन मय सवtण

वभाग (FSI Porbandar) पोरबदर क परसर म

सफलतापव(क सप[न Uकया क[ म थापत

पसनट और सकनट सवधा का चालन भी एसएनएए

bवारा Uकया जाता ह

सचार उपdह (INSAT-3A) आधारत वपित चतावनी

षण णाल (DATS) का वकास नमा(ण तथा सथापन

काय( एसएनएए bवारा सफलतापव(क Uकया गया इस

णाल का |यावसायक उपादन एक भारतीय इकाई

bवारा Uकया गया ह इस णाल का नयण क[

(Hub) भारतीय तट रक दल क परसर म थापत

Uकया ह जो नरतर (24x7) काय(रत ह

बोपल-सक परसर म थापत भक[ (BES) भी

एसएनएए का ह एक भाग ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

13

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

सीएसएसटईपी अतग(त ए1शया एव प1सUफक क

छा क 1लए उपdह सचार उपdह-नौसचालन एव

मौसम-वTान क म नौ महन क नातकोतर

eडgtलोमा पाय)म का सपण( सचालन इस क[ bवारा

नय1मत +प स Uकया जाता ह इसक अतरSत अय

सभी सटकोम योग म इस क[ क सहायता ल

जाती ह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) भी एसएनएए स

सलन ह यह क[ म~यतः मोबाईल उपdह सवा

(एमएसएस टाइप-सी और टाइप-डी) कयका बcड सचरण

अययन क 1लए भ1मगत सवधाए दान करता ह

साथ ह आपित |यवथापन नटवक( (DMS-VPN) क

नय)म चालन तथा अनरण काय( भी दखता ह

सचार उपdह आधारत व1भ[न योग परयोजनाओ

का सचालन भी इसी क[ क िज8मदार ह

एसएनएए को उनक काय(- क अन+प

न8न1लVखत तीन dप म वभािजत Uकया गया हः

(1) चालन एव ायोगक मतावध(न dप (OESG)

(2) अकय सचार ौbयोगक dप (DCTG)

(3) उपdह सचार णाल ौbयोगक dप (SSTG)

14

उपह नौसचालन (SATNAV)-

उपdह नौसचालन ौbयोगक न नौसचालन क म

एक अभतपव( )ात थापत क ह जहा अयधक

एकयरट थान नधा(रण एव समय क सचना मलभत

आवXयकताए हc उन सभी म इस ौbयोगक न

अपनी उपयोगता क अनवाय(ता 1स कर द ह

दन-तदन अनक इस तकनीक स लाभाि[वत हो

रह हc

वत(मान म च1लत उपdह आधारत नौसचालन

णा1लय म अमरका क विXवक थान नधा(रण

णाल ndash जीपीएस ह सबस Wयादा च1लत ह अ[य

णा1लय म +स क लोनास यरोप क ग1ल1लयो एव

अ[य विXवक नौसचालन णा1लया (GNSS) काय(रत ह

15

भारत क गगन परयोजना भी जीपीएस का ह

वतारत +प ह जो भारतीय भ- म काय(रत ह

कस काय करती ह उपह नौसचालन णालः-

कोई भी अतर आधारत नौसचालन णाल म~यतः

कxम उपdह का अतर म Tान (known) थान एव

पवी पर अ1भdाह क थान इन दोन क बीच का

दर-मापन (रज मज़रमट) और उपdह स सारत

रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क समय पर

आधारत ह न8नतर चार उपdह bवारा ाgtत क

गई दर और समय क सचना को 1मला कर चार

समीकरण बनत हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक

(ोससर) bवारा सलझा कर अ1भdाह क सह थान

(पोिजशन) एव समय का परकलन Uकया जाता ह

उपdह स ाgtत सचनाओ को अ1भdाह तक पहचन को

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

दर = वग x समय (Distance = Velocity x Time) को

योग म लाया जाता ह रeडयो सकत का वग काश

वग (299792458Uकमीसकड) क समान होता ह

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक

सनिXचत समय पर नमा(ण करत हc तथा दोन क घड़ी

(clock) भी लगभग समका1लन ह बाद म उपdह bवारा

ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त सकत को एक साथ

1मलाया जाता ह इस तरह स चार उपdह bवारा

16

सारत रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क

समय (Time) क गणना क जाती ह बाद म अ1भdाह

िथत अत आधनक सगणक सोटवयर bवारा

अ1भdाह क सह थान एव समय क सचना का

नधा(रण Uकया जाता ह यथाथ( थान-नधा(रण क साथ-

साथ अयाधक सटक समय ऊचाई और गतमापन भी

इस णाल bवारा सभव हो सका ह

xकोण1मत क 1सात अनसार थान नधा(रण क

U)या म 1सफ( तीन उपdह स दरमापन पया(gtत ह

िजसस 3D थान नधा(रण क गणना सभव ह परत

उपdह क समय को उस पर लगी एट1मक Sलोक स

नापा जाता ह जो कछ ननो सकड तक क परशता

रखती ह जब Uक अ1भdाह का कद भार और लागत

न8नतर रखन हत उसक Sलोक इतनी अचक नह रखी

जाती िजसस समय क परकलन म थोड़ा सा परवत(न

(ट) आ जाता ह इस ट को [यनतम करन क 1लए

ह एक ओर उपdह स दरमापन Uकया जाता ह िजसक

सहायता स समय क अत)मण (offset) को नDका1सत

Uकया जाता ह

(लोबल पोिजशनग स-टम-जीपीएस

लोबल पोिजशनग 1सटम-जीपीएसrsquo जीपीएस ldquoनवटार

जीपीएसrdquo का परवत(त नाम ह िजसका वतत नाम

नवगशन 1सटम वथ टाइम एड रिजग लोबल

पोिजशनग 1सटम ह इस णाल क आवDकार स

17

मानव क दघ(का1लन एव सबस जटल समया का

सह समाधान 1मल गया ह मc इस धरती पर कहा ह

मरा इस धरती पर सह थान Sया ह आप अपन

सह थान (पोिजशन) को सरलता स तभी बता सकत

हc जब आपक आसपास कोई चीज या ठोस पदाथ( सदभ(

क 1लए हो उसी सदभ( स आप अपन मल थान का

पता लगा सकत हc लUकन जब आपक आसपास या

नजदक सदभ( क 1लए कछ भी नह ह आप बीच

सागर आकाश रगतान या घन जगल म ह तब

समया और भी गभीर हो सकती ह

परान समय म जब मानव न याा करना आरभ Uकया

तब वह अपन रात म पथर या कोई चीज नशानी

(सदभ() क तौर पर रख दता था और लौटत समय उसक

सदभ( स अपन मल थान पर वापस लौट आता था

यह |यवथा बहत ह सी1मत वतार क 1लए मया(दत

थी बारश या बफ( गरन पर मसीबत और भी बढ़

जाती थी बाद म मानव न जब सागर याा ारभ क

तब तो समया और भी बढ़ गई SयUक बीच सागर म

शान कहा लगाए जा सकत थ तब उसन आकाश क

ओर दखा आकाश म तार का थान और उनक

गनती क आधार पर वह अपना राता तय करन लगा

लUकन तार हमस बहत दर ह और 1सफ( रात को ह

दखत हc तथा उसक 1लए आकाश भी वRछ होना

चाहए इसक बाद दशा सचन एव नौसचालन क 1लए

कछ और उपकरण (कपास सSस[ट) का वकास Uकया

18

गया लUकन उनक यथाथ(ता पर Xनच[ह ह लगा

था

आधनक मानव न और कई इलSEोनक उपकरण

अपना कर यन Uकए लUकन उनक उपयोगता 1स

नह हो सक थी बाद म टरिEयल रeडयो आधारत

नौसचालन णाल (लोरन ओमगा)य का वकास हआ

इस णाल न नावक को दशासचन और नौकायन म

काफ मदद क लUकन इनक भी अपनी कछ मया(दाए

थी इसक बाद सन 1960 क दशक म अतर

आधारत सटनव णाल (Eािज़ट टाइमशन और

डSका)य का वकास हआ िजसम पवी क नजदक

का (एलईओ) म एक स Wयादा कxम उपdह को

थापत Uकया गया था यह णा1लया UhSव[सी

डोgtलर वचलन पर आधारत थी और उपdह स सकत

ाgtत करन म बहत तीा करनी पड़ती थी इनम

हआ थोड़ा सा भी गत परवत(न अ1भdाह (र1सवर) क

िथत म बहत बड़ी ट पदा कर दता था इ[ह

मया(दाओ न एक उRच यथाथ(ता दान कर ऐसी विXवक

नौसचालन णाल वक1सत करन को रत Uकया

सन 1970 क दशक म अमरका क रा वभाग न एक

योजना को मजर द िजसका नाम था ndash विXवक

थान नधा(रण णाल ndash जीपीएस इस योजना पर

लगातार बीस वष( तक काय( चलता रहा अत म इस

णाल न सह काम Uकया और आज मानवी दनया क

Uकसी भी कोन म हो Uकसी भी समय पर अपना

19

निXचत थान (पोिजशन) और समय वातवक काल

म आसानी स बता सकता ह

ारभ म यह णाल 1सफ( अमरक सना क नजी

उपयोग हत सी1मत थी बाद म सामा[य लोग क

उपयोग क 1लए भी इस उपलBध कराया गया आज

सनक उपयोग क अलावा म~य सामा[य उपयोग ह

1) नौसचालन (भ1म सागर एव वाय म)

2) सामा[य सवtण

3) विXवक समय का आकलन

इसक अतरSत जीपीएस अ1भdाह क उपयोगता क

कोई सीमाए नह ह आज लगभग यक ौbयोगक

म इस णाल का य या अय महतम उपयोग

हो रहा ह

3 कस काय करती ह विltवक -थान नधारण णाल

(gtच स 1)

20

जीपीएस म~यतः कxम उपdह (मानव न1म(त तार)

का अतर म थान एव अ1भdाह (र1सवर) का पवी

पर थान इन दोन क बीच का दरमापन (रज

मज़रम[ट) और उपdह स ाgtत सचना (डाटा) को

अ1भdाह तक पहचन का समय पर आधारत ह

[यनतम चार उपdह bवारा (च स 1) ाgtत क गई

दर और समय दोन को 1मला कर चार समीकरण बनत

हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक bवारा सलझा

कर अ1भdाह का सह थान और समय का परकलन

Uकया जाता ह उपdह bवारा सारत सचना को

अ1भdाह तक पहचन क समय को Tात करन क 1लए

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

= वग X समय को योग म 1लया गया ह रeडयो

सकत का वग काश वग (299792458 Uकमी त

सकड) क समान ह

च स~या-2

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक ह

21

सनिXचत समय पर उप[न करत हc और दोन क घड़ी

(एट1मक Sलोक) भी समका1लन ह बाद म उपdह

bवारा ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त दोन सकत

को एक साथ 1मला जाना ह च स~या-2 दख इस

तरह 4 उपdह bवारा सारत रeडयो सकत को

अ1भdाह तक पहचन क समय क गणना क जाती ह

जीपीएस णाल क वतत तकनीक जानकार ाgtत

करन क 1लए इस म~य तीन भाग म बाटना आवXयक

1) अतर खड (पस सगम[ट)

2) नयण एव नगरानी खड (कEोल एड मोनटरग

सगमट)

3) योSता खड (यज़र सगमट)

(1) अतर खडः-

च स~या - 3 च स~या - 4

अतर खड िजसम 24 कxम उपdह (+4 आरvत)

को पवी क अतरम मणका म (च स~या 3 और

22

4 दख) करब 20200 Uकमी क दर पर निXचत 6

काओ म थापत Uकया गया ह सभी उपdह

निXचत 12 घट म पवी का एक परमण करत हc

यक उपdह पवी पर एक ह vतज सीमा म दन

म दो बार गजरता ह अतर खड क अ1भकqपना

कछ इस कार स न1म(त क गई ह Uक Uकसी भी

समय और पवी क Uकसी भी भाग म [यनतम 4

उपdह एक ह vतज सीमा म नरतर PिDटमान रहत

हc अनभव स Tात हआ ह Uक कभी-कभी एक ह

समय पर एक ह vतज सीमा म 8-10 उपdह सदव

PिDटमान रहत हc

यक उपdह पर बहत ह यथाथ( (एSयरट) दो एट1मक

घeड़या (Sलोक) होती ह िजन क मल आवित 1023

मगाह(स होती ह इस आवित क सदभ( स उपdह

म कट सकत नमा(ण Uकय जात हc इन सकत को

पवी क ओर सतत सारत Uकया जाता ह िजसम

उपdह का अपना पहचान )माक (आईडी) समय

अतर म अपना थान (लोकशन) एव उसी समय

उसक आसपास मणशील अ[य उपdह क सपण(

जानकार सि8म1लत होती ह िजस ldquoअqमनकrdquo कहत

हc यह जानकार एक महन तक मा[य रहती ह

इन सकत को पवी क ओर सारत करन हत उपdह

दो वाहक आवितय का उपयोग करत हc जो

न8न1लVखत हः-

23

च स~या-5

1) एल-1 = 157542 मगाहट(ज (MHz)

2) एल-2 = 122760 मगाहट(ज (MHz)

एल-1 वाहक आवित िजस पर दो कट सकत (कोड)

अध1मत Uकए जात हc (च स~या-5 दख)

1) सीए कोड जो 1023 MHz मल आवित पर और

2) पी कोड िजस 1023 MHz मल आवित पर

अध1मत Uकया जाता ह

एल-2 वाहक आवित पर 1सफ( पी कोड 1023 MHz

मल आवित पर अध1मत Uकया जाता ह पी कोड

कवल अमरक सना क नजी उपयोग क 1लए ह

सी1मत रखा गया ह

पवी पर िथत जीपीएस अ1भdाह उपरोSत सकत का

उपयोग अतर म उपdह का थान समय एव उस

24

समय अ[य उपdह क अतर म वत(मान िथत

जानन क 1लए करता ह इन सकत का म~य उपयोग

अतर म उपdह क वत(मान िथत (लोकशन) एव

पवी पर अ1भdाह क बीच का दरमापन (रज) करना

ह न8नतम 4 उपdह bवारा ाgtत सकत स दरमापन

U)या सप[न करक अ1भdाह क सह थान क

सगणना क जाती ह

(2) नयण एव नगरानी खडः

च स~या-6

अतर म थापत सभी 24 उपdह पर नगरानी

रखन क 1लए पवी पर भमय रखा क आसपास 1

म~य नयण क एव 5 नगरानी भ-क (च स~या-

6) )मशः कोलोराडो एक[सन (Ascension) eडयागो

(Diego) Sवाजलन (Kwajalein) तथा हवाई (Hawaii) म

काय(रत ह य सभी भ-क णाल क सभी उपdह क

साथ नरतर सपक( बनाए रखत हc एक बहत ह

महवपण( काय( इस खड bवारा काया(ि[वत Uकया जाता

ह Uक मणका म घम रह सभी उपdह का अनवत(न

(EUकग) कर क उनक कीय िथत क सटक जाच

करना और उन पर िथत एट1मक Sलोक को

25

असशोधत कर क अगर उसम कछ टया ह तो उस

सधार कर म~य नयण क bवारा सभी उपdह को

पनः सारत करना ह िजसस यक उपdह क पास

उसक अतर म वातवक सह िथत एव समय क

जानकार उपलBध करायी जाती ह यह जानकार पवी

पर िथत जीपीएस अ1भdाह क 1लए बहत ह आवXयक

होती ह

3) योEता खडः

इसक अतग(त जीपीएस अ1भdाह (र1सवर) जो उपdह

bवारा सारत कट सकत को अपन सगणक bवारा

वXलषण करक पवी पर अपना निXचत थान और

समय क सचना ाgtत करत हc इस अ1भdाह का

उपयोग कोई भी सामा[य |यिSत आसानी स कर सकता

न8न1लVखत उपयोग हत जीपीएस णाल अयत

महवपण( 1स हई हः

1) स[य सवtण

2) भ-सवtण

3) नौ-सचालन (भ1म सागर एव वाय म)

4) भ-गतUकय अययन

5) वाहन यातायात (रल सडक) नयण एव बधन

6) ववध याxक नयण णा1लया

7) वXव म कह भी समय को समका1लन (1स)ोनाइज़)

करन क 1लए

8) विXवक भकप सनामी जसी ाकतक आपितय क

बधन म

26

भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल

ndash आईआरएनएसएस

उपdह नौसचालन णाल क बहहतक व1शDटताओ को

दखत हए वत(मान समय म इस णाल का कोई

वकqप नह ह जीपीएस क सवाए भारतीय भ- म

सरलता स उपलBध ह लUकन आपातकाल या य क

दौरान यह सवधा हम उपलBध ना हो या Uफर इस

णाल bवारा ाgtत सचनाओ को टज[य भी Uकया जा

सकता ह SयUक यह णाल सपण(तः अमरका क

रा वभाग bवारा नयxत ह सvgtत म कहा जाय

तो आपातकाल म जीपीएस क सवाए सदहापद ह

उपरोSत वात को यान म रखत हए भारत (इसरो) भी

दश क नौसचालनय आवXयकता को (सनक तथा

असनक सभी) को परा करन क 1लए सपण(तः वायत

एव वनयxत ीय नौसचालन उपdह णाल-

आईआरएनएसएस थापत करन जा रहा ह जो

भारतीय उपमहाbवीप म व1भ[न उपयोगकता(ओ को

27

सह यथाथ(ता स थान-नधा(रण नौसचालन एव समय

क सचना जसी आवXयक सवाए दान करगी बाद म

अतरSत घटक को शा1मल करन क सामय(ता स इस

वतारत भी Uकया जा सकता ह िजसस पडोसी

को उपरोSत यथाथ(ता स नौसचालन सवाए दान क जा

सक

नFपादन उGltय

bull दश क नौसचालनय आवXयकता को को परा

करन क 1लए सपण(तः वायत एव वनयxत

ीय नौसचालन उपdह णाल का अ1भकqपन

वकास एव काया([वयन

bull उRच यथाथ(ता स थान-नधा(रण (lt 20 मीटर)

एव समय क सचना (lt10-20 ननो सकड)

bull आयनमडलय सशोधन क साथ सभी ऋत म

चालन

bull उRचतम उपलBधता (24 X 7) 999

bull भारतीय भ- उपरात 1500 Uक मी क

आसपास म भी उRच यथाथ(ता स

नौसचालन सवा उपलBध

bull बाद म इसक सवा को )मशः वतत भी

Uकया जाएगा िजसस पडोसी को उपरोSत

यथाथ(ता स नौसचालन सवधा उपलBध हो सक

इस तावत ीय नौसचालन णाल क म~य तीन

भाग ह -

1 अतर खड (पस सगमट)

28

2 भ1म खड (dाउड सगमट)

3 उपयोगकता( खड (यजर सगमट)

(1) अतर खड - Uकसी भी अतर आधारत

नौसचालन णाल म उपयोग कता( को िथतनधा(रण

U)या हत [यनतम चार उपdह क नरतर PDयता

अयावXयक ह इस1लए व1भ[न उपdहय तारमडल

का अययन Uकया गया अनक वकqप सोच गए

उनका क8gtयटर 1स8यलशन भी Uकया गया कम

लागत सरल चालन उपयोगकता( को पाई जान वाल

यथाथ(ता एव सवा को यान म रखन हए गहन

अययन क पXचात इस तावत नौसचालन णाल क

1लए सात उपdह का तारामडल निXचत Uकया गया

िजसम तीन उपdह भ-िथर मणका (GEO) म

)मश 34deg83deg132deg रखाश पर थापत Uकए जाएग

शष चार उपdह म स दो उपdह भ-तqयकाल मण

का (GSO) म 55deg अाश पर और अ[य दो 111deg

अाश पर 29deg झकाव क साथ थापत Uकए जाएग

इस कार क Wया1मतय सरचना स सात उपdह

नरतर भारतीय भ- (सवा ) म उपयोगकता(ओ को

िथत नधा(रण U)या हत हमशा PDटमान रहग इस

तारामडलय सरचना स 30 स बहतर क जीडीओपी

(GDOP) ािgtत भी सनिXचत क गई ह इन सभी

उपdह को भारतीय वीय उपdह पण यान

(पीएसएलवी) bवारा सतीश धवन उपdह क

29

(ीहरकोटा) स अतर भ-थानातरण मणका म

पत Uकया जाएगा

उपह स8पण - इस णाल क सभी सात उपdह क

सरचना एक समान होगी दायभार एव अ[य सभी

उपकरण इसरो क कqपना बस म वशष नौसचालन

अ1भयान हत आवXयक परवत(न करक समि[वत Uकया

गया ह उपdह का उथापन वजन (Lift of Mass)

1425 Uकdा क साथ-साथ शDक वजन (Dry Mass)

616 Uकdा होगा सौर पनल का 215 मीX18

मी रखा गया ह जो 1268 वॉट पावर ऊजा( दगा

dहण क दौरान ऊजा( पत ( क 1लए 64 Ah Li-ion बटर

भी रखी गई ह इन सभी उपdह को भ1म-खड िथत

सवा म वतरत नयण क bग bवारा नरतर

मॉनीटर Uकया जाएगा

(2) भ म खड- भ1म खड म~यत अतर म उपdह

तारामडल का नयण सचालन एव नौसचालन

आकड़ नमा(ण करन क 1लए अवरत काय(

करगा इस भ1म खड म न8न1लVखत आवXयक

सवधाए होगी

1 उपdह नयण क

2 नौसचालन नयण क

3 परासन क (सीडीएमए एव लसर परासन)

4 समय एव आकड़ा उव(-कड़ी टशन

5 आकड़ा सचार जाल

30

उपdह क अतर म सह िथत उनक का

सबधी ताजा-सचनाए ािgtत क 1लए दर1मत-दरादश

एव आयनमडलय मॉडलग सशोधन U)या क 1लए

20 परास एव इटdीट मॉनीटरग टशन (IRIMs)

सपण( सवा म वतरत Uकए जाएग िजनम 6

सीडीममए परासन 1 लसर परासन क bग एव 1

परमािवक घड़ी स सिWजत नटवक( टाई1मग सटर

भी शा1मल ह

नौसचालन नयण क का म~य काय( त क आकड़ा

सचार जाल bवारा ाgtत सचनाओ को ससाधत करक

एक परभाषत नौसचालन सदश का नमा(ण करना

िजसम उपdह क अतर म कvय िथत समय

आयनमडलय ट-सशोधन एव अ[य सशोधत सचनाए

हो ह उनको त क अप-1लक टशन को भजना ह

(3) उपयोगकता खड - उपयोगकता( खड म उपभोSता

अपन नौसचालन अ1भdाह (रसीवर) क जरए भारतीय

भ- (भ1म वाय एव सम) म सह िथत नधा(रण

सवा सटक समय क जानकार ाgtत कर सकत ह

इस णाल bवारा विXवक िथत नधा(रण णाल

(जीपीएस) क समान दो कार क सवाए उपलBध कराई

जाएगी िजसम (1) सामा[य िथत नधा(रण सवा

जो सभी कार क उपभोSताओ को सरलता स उपलBध

31

होगी िजसम lt20 मी तक क यथाथ(ता अपvत ह

और (2) 1स1मत(Restricted) िथत नधा(रण सवा जो

1स1मत ाधकत उपभोSताओ को ह उपलBध होगी इस

सवा क यथाथ(ता सामा[य िथत नधा(रण सवा स कई

गना बहतर होगी इस सवा म थान (पोिजशन) क

अतरSत सटक समय क सचना भी शा1मल ह और

य सभी सकत एि[)gtटड िथत म होग इस सवा को

ाgtत करन क 1लए bव-आकत अ1भdाह का उपयोग

करना होगा

32

उपह सचार (SATCOM)

पछल चार दशक म हमन दश क सवागी वकास म

भारतीय अतर काय()म का भाव दखा ह इस

काय()म म उपdह सचार णा1लय क भ1मका अयत

महवपण( ह उपdह सचार ौbयोगक bवारा पवी क

वशाल म आथ(क PिDट स सती (LOW COST) एव

वXवसनीय सचार तथा सपक( |यवथा थापत क जा

सकती ह दश का समd वकास तभी सभव होगा जब

हम दश क दर-दराज क दग(म एव dामीण म

आपसी सचार तथा सपक( |यवथा कायम कर पायग

िजसम उपdह सचार ौbयोगक एक मा वXवसनीय

तकनीक ह आज हमार दश म इ[सट तथा जीसट

णी क अनक सचार उपdह dामसट वीआरएस

(Village Resources System) एव अ[य अनक

परयोजनाओ क अतग(त दरसचार दरदश(न सारण

1शा वाय भ1म जगल एव सम सवtण

33

उ[नत मौसम मानटरन आपित |यवथापन जसी

अनक जन-कqयाणकार सवधाए दान कर रह हc

भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) क

अहमदाबाद क (SAC) का एसएनएए उपdह सचार

अनयोग अतग(त व1भ[न णा1लया एव उपकरण क

वकास तथा नमा(ण काय( म काय(रत ह िजसम मख

ह-

(1) Iलट मानटरन णालः-

इ[सट-एमएसएस आधारत लट मानटरन णाल

(FMS) म~यतः दश क परवहन (सड़क रल सम)

म काय(रत व1भ[न सगठन उbयोग क आवXयकताओ

को यान म रख कर वकसीत क गई ह यह सचार

उपdह आधारत वय सचा1लत लट मानटरन णाल

ह िजसक सवाए भारतीय उपमहाbवीप उपरात

सागर म भी उपलBध ह परवहन सचालक अपन

लट क वत(मान अपिथत (पोिजशन) समय एव

उनक सामयक गत पर ऑन-लाइन नगरानी रखन क

1लए इस योग म ल सकत हc आकिमक परिथत

म लट bवारा सvgtत सदश (Short messages of 40

34

characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

35

सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

6

य क परणाम स लगा सकत हc इस य म

अमरका तथा साथी दश न अतर तकनीUकय का

महतम उपयोग Uकया था आज कई वक1सत दश न

धरती पर नगरानी रखन क 1लए अतर म जाससी

उपdह क खला खडी कर द ह य उपdह हर पल

क जानकार यहा तक Uक 1मसाइल दाग जान या कह

पर हए परमाण वफोट का पता लगान म भी पर

तरह समथ( ह

इटरनशनल पस टशन (ISS) वत(मान क सबस बड़ी

परयोजना ह िजसम अमरका +स जापान सहत

अनक यरोपयन दश शा1मल ह यहा बहत स

अनसधान काय( अतर क वातवक पया(वरण म Uकय

जात हc यह तरता हआ अतर टशन सन 1968 स

मानव जात क सवा कर रहा ह

सामा0य जन-जीवन म1 अतर तकनीक2 का -थानः-

अतर वTान एव तकनीक न ववध म

मानवता क सवा क ह खास तौर पर दरसचार

नौसचालन भ-सवtण मौसम आपित |यवथापन

कष आद म अतर तकनीक का |यापक

उपयोग हो रहा ह आज वXव क दरथ एव दग(म

थान म 1शा तथा वशष चUकसा सवधाए दान

करन क 1लए इस उपयोग म 1लया जा रहा ह उपdह

सचार तथा सचना ौbयोगक (IT) क सम[वय स पवी

क वशाल म सचार एव सपक( |यवथा (वन

7

PXय एव सचना) वरत थापत क जा सकती ह इस

वशषता को यान म लत हए 1शा तथा दरदराज

म उचत वाय सवधाए थापत करन क 1लए

अतर तकनीक को योग म लाया जा रहा ह

लोबल वॉ1मग एव जलवाय परवत(न क समया

व+प आज वXव म हर रोज कह न कह ाकतक

आपितय (भकप सना1म च)वात आद) का बार-बार

आना आम बात हो गई ह इस सकट स नपटन क

1लए उपdह सचार सदर-सवदन और जीपीएस क मदद

स एक विXवक आपित |यवथापन नटवक( का वकास

काय( बड़ी तजी स चल रहा ह िजसस इनस होन वाला

आथ(क नकसान और मानव जानहान कम स कम हो

सकगी ऐसी अनक समाजोपयोगी अतर णा1लय

क वकास स अतर तकनीक न मानव क सामा[य

जनजीवन म अपना थान निXचत कर 1लया ह

8

अतर ampवान एव तकनीक2 म1 भारतः-

भारत म सन 1961 क दौरान परमाण ऊजा( वभाग

(DAE) को दश क सामािजक आथ(क और शातपण(

काय को काया(ि[वत करन क 1लए बाzय अतर का

उपयोग करन का काय( सौपा गया था उसक एक वष(

बाद डॉ व)म साराभाई क अयता म भारतीय

अतर अनसधान सगठन (इसरो) क थापना क गई

दनाक 21 नवबर 1963 को xव[म नजदक क

थ8बा भमयरखीय रोकट पण क[ (TERLS) स

lsquoनाइक अपाचrsquo नामक परTापी रोकट को अतर म

सफलतापव(क पत करक भारत न अतर यग म

वश Uकया

दश क अतर काय()म का म~य उXय अतर

वTान एव तकनीक का उपयोग दश क औbयोगक

आथ(क वकास क साथ-साथ जो लोग दश क दर-दराज

9

क dामीण दग(म एव सम तट म रहत हc

उनक मलभत समयाओ को सलझा कर उनका सवागी

वकास करना ह इसी महवपण( सामािजक उXय को

यान म रखत हए भारत (इसरो) न दश को अतर

तकनीक आधारत सवाए दान करन क 1लए अपन

दश म ह न1म(त कxम उपdह एव उनक पण क

मता क साथ-साथ काफ हद तक आमनभ(रता

हा1सल कर ल ह सदर-सवदन क म भी भारत क

आईआरएस णी क उपdह न दश को ववध सवधाए

दान क ह

आज भारत (इसरो) क सामन वत(मान काय क साथ-

साथ सन 2035 तक का अतर काय()म मौजद ह

िजसम

(1) पन+पयोगी पण यान (RLV)

(2) भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल (IRNSS)

(3) जीएसएलवी माक( -II तथा माक( -III का वकास

(4) चयान-2 (इसक अतग(त चमा क धरती पर एक

अवतरण मच तथा रोवर उतारन क योजना ह

(5) समानव अतर अ1भयान (HSP)

(6) साथ ह मगल dह अ1भयान श+ हो रहा ह

10

अतर उपयोग क04 (सक) क2 श8आतः-

सन 1966 म डॉ व)म साराभाई न अहमदाबाद म

ायोगक उपdह सचार भ-क[ (इEक) क थापना

क थी इसी घटना स lsquoसकrsquo क नीव रखी गई थी

श+आती दौर म (सन 1972 तक) अतर तकनीक क

व1भ[न (उपdह सचार सदर सवदन मौसम

आद) म अनसधान एव वकास काय( अहमदाबाद िथत

व1भ[न यनट म अलग-अलग जगह पर चल रहा था

इन सब को 1मला कर सन 1972 म अतर उपयोग

क[ सक क थापना क गई सक आज भारतीय

अतर अनसधान सगठन (इसरो) का एक व1शDट

क[ ह जहा कxम उपdह क पलोड वक1सत करन

स लकर उ[नत अतर ौbयोगक क सामािजक

अनयोWयता (Societal applications) स सबधत अनक

परयोजनाओ पर काय( Uकया जाता ह यह क[

म~यतः उपdह सचार सदर सवदन नौसचालन मौसम

11

वTान क उपयोग सबधी काय()म को काया(ि[वत करन

क 1लए नर[तर काय(रत ह

उपह सचार एव नौसचालन अनयोग (SNAA)-

अतर उपयोग क[ (सक) का एसएनएए उपdह

सचार (SATCOM) तथा नौसचालन (NAVIGATION) क

म व1भ[न उ[नत ौbयोगUकया एव उनक सामािजक

अनयोWयताओ क अ1भकqपना एव वकास काय( म

सU)यता स काय(रत ह

सटकोम उपयोगता काय()म अतग(त भारतीय ीय

नौसचालन उपdह णाल (IRNSS) परयोजना क 1लए

योSता अ1भdाह (USER RECEIVER) 1स8यलटर ववध

गgtतलखन िक8स कोड वXलषण वधय क

अ1भकqपना और वकास काय( इस (SNAA) bवारा

Uकया जा रहा ह इसरो क भावी एव महवाकाी

समानव अतर अ1भयान (HSP) हत कोड वभाजन बह

अ1भगम (CDMA) मोडम तथा अ[य भ-उपकरण

णा1लय का वकास भी इसी म चल रहा ह

जीसट-6 काय()म अतग(त ट व वीeडयो को[hि[सग

तथा डाटा Eा[सफर (144kbps) क 1लए सवाzय

मqटमीeडया ट1म(नल का वकास नमा(ण तथा

ौbयोगक दश(न इस bवारा सफलतापव(क Uकया

गया इसी क साथ जीसट-7 परयोजना अतग(त ट व

वॉइस कॉल क 1लए उRच आवित अ1भdाह (UHF Rx)

12

का वकास एव नमा(ण काय( भी इसी क उपलिBध

इसक अतरSत व1भ[न ौbयोगकय वकास

परयोजना अतग(त उ[नत सचार णा1लय का वकास

नमा(ण एव ौbयोगक हतातरण (Technology

Transfer) एसएनएए bवारा Uकया गया ह इ[सट

एमएसएस टाइप-सी तथा टाइप-डी ट1म(नल का अनसधान

एव वकास काय( सफलतापव(क Uकया गया इसी

(MSS-C) परयोजना अतग(त जहाज मानटरन णाल का

वकास नमा(ण तथा उसका सथापन मय सवtण

वभाग (FSI Porbandar) पोरबदर क परसर म

सफलतापव(क सप[न Uकया क[ म थापत

पसनट और सकनट सवधा का चालन भी एसएनएए

bवारा Uकया जाता ह

सचार उपdह (INSAT-3A) आधारत वपित चतावनी

षण णाल (DATS) का वकास नमा(ण तथा सथापन

काय( एसएनएए bवारा सफलतापव(क Uकया गया इस

णाल का |यावसायक उपादन एक भारतीय इकाई

bवारा Uकया गया ह इस णाल का नयण क[

(Hub) भारतीय तट रक दल क परसर म थापत

Uकया ह जो नरतर (24x7) काय(रत ह

बोपल-सक परसर म थापत भक[ (BES) भी

एसएनएए का ह एक भाग ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

13

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

सीएसएसटईपी अतग(त ए1शया एव प1सUफक क

छा क 1लए उपdह सचार उपdह-नौसचालन एव

मौसम-वTान क म नौ महन क नातकोतर

eडgtलोमा पाय)म का सपण( सचालन इस क[ bवारा

नय1मत +प स Uकया जाता ह इसक अतरSत अय

सभी सटकोम योग म इस क[ क सहायता ल

जाती ह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) भी एसएनएए स

सलन ह यह क[ म~यतः मोबाईल उपdह सवा

(एमएसएस टाइप-सी और टाइप-डी) कयका बcड सचरण

अययन क 1लए भ1मगत सवधाए दान करता ह

साथ ह आपित |यवथापन नटवक( (DMS-VPN) क

नय)म चालन तथा अनरण काय( भी दखता ह

सचार उपdह आधारत व1भ[न योग परयोजनाओ

का सचालन भी इसी क[ क िज8मदार ह

एसएनएए को उनक काय(- क अन+प

न8न1लVखत तीन dप म वभािजत Uकया गया हः

(1) चालन एव ायोगक मतावध(न dप (OESG)

(2) अकय सचार ौbयोगक dप (DCTG)

(3) उपdह सचार णाल ौbयोगक dप (SSTG)

14

उपह नौसचालन (SATNAV)-

उपdह नौसचालन ौbयोगक न नौसचालन क म

एक अभतपव( )ात थापत क ह जहा अयधक

एकयरट थान नधा(रण एव समय क सचना मलभत

आवXयकताए हc उन सभी म इस ौbयोगक न

अपनी उपयोगता क अनवाय(ता 1स कर द ह

दन-तदन अनक इस तकनीक स लाभाि[वत हो

रह हc

वत(मान म च1लत उपdह आधारत नौसचालन

णा1लय म अमरका क विXवक थान नधा(रण

णाल ndash जीपीएस ह सबस Wयादा च1लत ह अ[य

णा1लय म +स क लोनास यरोप क ग1ल1लयो एव

अ[य विXवक नौसचालन णा1लया (GNSS) काय(रत ह

15

भारत क गगन परयोजना भी जीपीएस का ह

वतारत +प ह जो भारतीय भ- म काय(रत ह

कस काय करती ह उपह नौसचालन णालः-

कोई भी अतर आधारत नौसचालन णाल म~यतः

कxम उपdह का अतर म Tान (known) थान एव

पवी पर अ1भdाह क थान इन दोन क बीच का

दर-मापन (रज मज़रमट) और उपdह स सारत

रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क समय पर

आधारत ह न8नतर चार उपdह bवारा ाgtत क

गई दर और समय क सचना को 1मला कर चार

समीकरण बनत हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक

(ोससर) bवारा सलझा कर अ1भdाह क सह थान

(पोिजशन) एव समय का परकलन Uकया जाता ह

उपdह स ाgtत सचनाओ को अ1भdाह तक पहचन को

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

दर = वग x समय (Distance = Velocity x Time) को

योग म लाया जाता ह रeडयो सकत का वग काश

वग (299792458Uकमीसकड) क समान होता ह

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक

सनिXचत समय पर नमा(ण करत हc तथा दोन क घड़ी

(clock) भी लगभग समका1लन ह बाद म उपdह bवारा

ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त सकत को एक साथ

1मलाया जाता ह इस तरह स चार उपdह bवारा

16

सारत रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क

समय (Time) क गणना क जाती ह बाद म अ1भdाह

िथत अत आधनक सगणक सोटवयर bवारा

अ1भdाह क सह थान एव समय क सचना का

नधा(रण Uकया जाता ह यथाथ( थान-नधा(रण क साथ-

साथ अयाधक सटक समय ऊचाई और गतमापन भी

इस णाल bवारा सभव हो सका ह

xकोण1मत क 1सात अनसार थान नधा(रण क

U)या म 1सफ( तीन उपdह स दरमापन पया(gtत ह

िजसस 3D थान नधा(रण क गणना सभव ह परत

उपdह क समय को उस पर लगी एट1मक Sलोक स

नापा जाता ह जो कछ ननो सकड तक क परशता

रखती ह जब Uक अ1भdाह का कद भार और लागत

न8नतर रखन हत उसक Sलोक इतनी अचक नह रखी

जाती िजसस समय क परकलन म थोड़ा सा परवत(न

(ट) आ जाता ह इस ट को [यनतम करन क 1लए

ह एक ओर उपdह स दरमापन Uकया जाता ह िजसक

सहायता स समय क अत)मण (offset) को नDका1सत

Uकया जाता ह

(लोबल पोिजशनग स-टम-जीपीएस

लोबल पोिजशनग 1सटम-जीपीएसrsquo जीपीएस ldquoनवटार

जीपीएसrdquo का परवत(त नाम ह िजसका वतत नाम

नवगशन 1सटम वथ टाइम एड रिजग लोबल

पोिजशनग 1सटम ह इस णाल क आवDकार स

17

मानव क दघ(का1लन एव सबस जटल समया का

सह समाधान 1मल गया ह मc इस धरती पर कहा ह

मरा इस धरती पर सह थान Sया ह आप अपन

सह थान (पोिजशन) को सरलता स तभी बता सकत

हc जब आपक आसपास कोई चीज या ठोस पदाथ( सदभ(

क 1लए हो उसी सदभ( स आप अपन मल थान का

पता लगा सकत हc लUकन जब आपक आसपास या

नजदक सदभ( क 1लए कछ भी नह ह आप बीच

सागर आकाश रगतान या घन जगल म ह तब

समया और भी गभीर हो सकती ह

परान समय म जब मानव न याा करना आरभ Uकया

तब वह अपन रात म पथर या कोई चीज नशानी

(सदभ() क तौर पर रख दता था और लौटत समय उसक

सदभ( स अपन मल थान पर वापस लौट आता था

यह |यवथा बहत ह सी1मत वतार क 1लए मया(दत

थी बारश या बफ( गरन पर मसीबत और भी बढ़

जाती थी बाद म मानव न जब सागर याा ारभ क

तब तो समया और भी बढ़ गई SयUक बीच सागर म

शान कहा लगाए जा सकत थ तब उसन आकाश क

ओर दखा आकाश म तार का थान और उनक

गनती क आधार पर वह अपना राता तय करन लगा

लUकन तार हमस बहत दर ह और 1सफ( रात को ह

दखत हc तथा उसक 1लए आकाश भी वRछ होना

चाहए इसक बाद दशा सचन एव नौसचालन क 1लए

कछ और उपकरण (कपास सSस[ट) का वकास Uकया

18

गया लUकन उनक यथाथ(ता पर Xनच[ह ह लगा

था

आधनक मानव न और कई इलSEोनक उपकरण

अपना कर यन Uकए लUकन उनक उपयोगता 1स

नह हो सक थी बाद म टरिEयल रeडयो आधारत

नौसचालन णाल (लोरन ओमगा)य का वकास हआ

इस णाल न नावक को दशासचन और नौकायन म

काफ मदद क लUकन इनक भी अपनी कछ मया(दाए

थी इसक बाद सन 1960 क दशक म अतर

आधारत सटनव णाल (Eािज़ट टाइमशन और

डSका)य का वकास हआ िजसम पवी क नजदक

का (एलईओ) म एक स Wयादा कxम उपdह को

थापत Uकया गया था यह णा1लया UhSव[सी

डोgtलर वचलन पर आधारत थी और उपdह स सकत

ाgtत करन म बहत तीा करनी पड़ती थी इनम

हआ थोड़ा सा भी गत परवत(न अ1भdाह (र1सवर) क

िथत म बहत बड़ी ट पदा कर दता था इ[ह

मया(दाओ न एक उRच यथाथ(ता दान कर ऐसी विXवक

नौसचालन णाल वक1सत करन को रत Uकया

सन 1970 क दशक म अमरका क रा वभाग न एक

योजना को मजर द िजसका नाम था ndash विXवक

थान नधा(रण णाल ndash जीपीएस इस योजना पर

लगातार बीस वष( तक काय( चलता रहा अत म इस

णाल न सह काम Uकया और आज मानवी दनया क

Uकसी भी कोन म हो Uकसी भी समय पर अपना

19

निXचत थान (पोिजशन) और समय वातवक काल

म आसानी स बता सकता ह

ारभ म यह णाल 1सफ( अमरक सना क नजी

उपयोग हत सी1मत थी बाद म सामा[य लोग क

उपयोग क 1लए भी इस उपलBध कराया गया आज

सनक उपयोग क अलावा म~य सामा[य उपयोग ह

1) नौसचालन (भ1म सागर एव वाय म)

2) सामा[य सवtण

3) विXवक समय का आकलन

इसक अतरSत जीपीएस अ1भdाह क उपयोगता क

कोई सीमाए नह ह आज लगभग यक ौbयोगक

म इस णाल का य या अय महतम उपयोग

हो रहा ह

3 कस काय करती ह विltवक -थान नधारण णाल

(gtच स 1)

20

जीपीएस म~यतः कxम उपdह (मानव न1म(त तार)

का अतर म थान एव अ1भdाह (र1सवर) का पवी

पर थान इन दोन क बीच का दरमापन (रज

मज़रम[ट) और उपdह स ाgtत सचना (डाटा) को

अ1भdाह तक पहचन का समय पर आधारत ह

[यनतम चार उपdह bवारा (च स 1) ाgtत क गई

दर और समय दोन को 1मला कर चार समीकरण बनत

हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक bवारा सलझा

कर अ1भdाह का सह थान और समय का परकलन

Uकया जाता ह उपdह bवारा सारत सचना को

अ1भdाह तक पहचन क समय को Tात करन क 1लए

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

= वग X समय को योग म 1लया गया ह रeडयो

सकत का वग काश वग (299792458 Uकमी त

सकड) क समान ह

च स~या-2

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक ह

21

सनिXचत समय पर उप[न करत हc और दोन क घड़ी

(एट1मक Sलोक) भी समका1लन ह बाद म उपdह

bवारा ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त दोन सकत

को एक साथ 1मला जाना ह च स~या-2 दख इस

तरह 4 उपdह bवारा सारत रeडयो सकत को

अ1भdाह तक पहचन क समय क गणना क जाती ह

जीपीएस णाल क वतत तकनीक जानकार ाgtत

करन क 1लए इस म~य तीन भाग म बाटना आवXयक

1) अतर खड (पस सगम[ट)

2) नयण एव नगरानी खड (कEोल एड मोनटरग

सगमट)

3) योSता खड (यज़र सगमट)

(1) अतर खडः-

च स~या - 3 च स~या - 4

अतर खड िजसम 24 कxम उपdह (+4 आरvत)

को पवी क अतरम मणका म (च स~या 3 और

22

4 दख) करब 20200 Uकमी क दर पर निXचत 6

काओ म थापत Uकया गया ह सभी उपdह

निXचत 12 घट म पवी का एक परमण करत हc

यक उपdह पवी पर एक ह vतज सीमा म दन

म दो बार गजरता ह अतर खड क अ1भकqपना

कछ इस कार स न1म(त क गई ह Uक Uकसी भी

समय और पवी क Uकसी भी भाग म [यनतम 4

उपdह एक ह vतज सीमा म नरतर PिDटमान रहत

हc अनभव स Tात हआ ह Uक कभी-कभी एक ह

समय पर एक ह vतज सीमा म 8-10 उपdह सदव

PिDटमान रहत हc

यक उपdह पर बहत ह यथाथ( (एSयरट) दो एट1मक

घeड़या (Sलोक) होती ह िजन क मल आवित 1023

मगाह(स होती ह इस आवित क सदभ( स उपdह

म कट सकत नमा(ण Uकय जात हc इन सकत को

पवी क ओर सतत सारत Uकया जाता ह िजसम

उपdह का अपना पहचान )माक (आईडी) समय

अतर म अपना थान (लोकशन) एव उसी समय

उसक आसपास मणशील अ[य उपdह क सपण(

जानकार सि8म1लत होती ह िजस ldquoअqमनकrdquo कहत

हc यह जानकार एक महन तक मा[य रहती ह

इन सकत को पवी क ओर सारत करन हत उपdह

दो वाहक आवितय का उपयोग करत हc जो

न8न1लVखत हः-

23

च स~या-5

1) एल-1 = 157542 मगाहट(ज (MHz)

2) एल-2 = 122760 मगाहट(ज (MHz)

एल-1 वाहक आवित िजस पर दो कट सकत (कोड)

अध1मत Uकए जात हc (च स~या-5 दख)

1) सीए कोड जो 1023 MHz मल आवित पर और

2) पी कोड िजस 1023 MHz मल आवित पर

अध1मत Uकया जाता ह

एल-2 वाहक आवित पर 1सफ( पी कोड 1023 MHz

मल आवित पर अध1मत Uकया जाता ह पी कोड

कवल अमरक सना क नजी उपयोग क 1लए ह

सी1मत रखा गया ह

पवी पर िथत जीपीएस अ1भdाह उपरोSत सकत का

उपयोग अतर म उपdह का थान समय एव उस

24

समय अ[य उपdह क अतर म वत(मान िथत

जानन क 1लए करता ह इन सकत का म~य उपयोग

अतर म उपdह क वत(मान िथत (लोकशन) एव

पवी पर अ1भdाह क बीच का दरमापन (रज) करना

ह न8नतम 4 उपdह bवारा ाgtत सकत स दरमापन

U)या सप[न करक अ1भdाह क सह थान क

सगणना क जाती ह

(2) नयण एव नगरानी खडः

च स~या-6

अतर म थापत सभी 24 उपdह पर नगरानी

रखन क 1लए पवी पर भमय रखा क आसपास 1

म~य नयण क एव 5 नगरानी भ-क (च स~या-

6) )मशः कोलोराडो एक[सन (Ascension) eडयागो

(Diego) Sवाजलन (Kwajalein) तथा हवाई (Hawaii) म

काय(रत ह य सभी भ-क णाल क सभी उपdह क

साथ नरतर सपक( बनाए रखत हc एक बहत ह

महवपण( काय( इस खड bवारा काया(ि[वत Uकया जाता

ह Uक मणका म घम रह सभी उपdह का अनवत(न

(EUकग) कर क उनक कीय िथत क सटक जाच

करना और उन पर िथत एट1मक Sलोक को

25

असशोधत कर क अगर उसम कछ टया ह तो उस

सधार कर म~य नयण क bवारा सभी उपdह को

पनः सारत करना ह िजसस यक उपdह क पास

उसक अतर म वातवक सह िथत एव समय क

जानकार उपलBध करायी जाती ह यह जानकार पवी

पर िथत जीपीएस अ1भdाह क 1लए बहत ह आवXयक

होती ह

3) योEता खडः

इसक अतग(त जीपीएस अ1भdाह (र1सवर) जो उपdह

bवारा सारत कट सकत को अपन सगणक bवारा

वXलषण करक पवी पर अपना निXचत थान और

समय क सचना ाgtत करत हc इस अ1भdाह का

उपयोग कोई भी सामा[य |यिSत आसानी स कर सकता

न8न1लVखत उपयोग हत जीपीएस णाल अयत

महवपण( 1स हई हः

1) स[य सवtण

2) भ-सवtण

3) नौ-सचालन (भ1म सागर एव वाय म)

4) भ-गतUकय अययन

5) वाहन यातायात (रल सडक) नयण एव बधन

6) ववध याxक नयण णा1लया

7) वXव म कह भी समय को समका1लन (1स)ोनाइज़)

करन क 1लए

8) विXवक भकप सनामी जसी ाकतक आपितय क

बधन म

26

भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल

ndash आईआरएनएसएस

उपdह नौसचालन णाल क बहहतक व1शDटताओ को

दखत हए वत(मान समय म इस णाल का कोई

वकqप नह ह जीपीएस क सवाए भारतीय भ- म

सरलता स उपलBध ह लUकन आपातकाल या य क

दौरान यह सवधा हम उपलBध ना हो या Uफर इस

णाल bवारा ाgtत सचनाओ को टज[य भी Uकया जा

सकता ह SयUक यह णाल सपण(तः अमरका क

रा वभाग bवारा नयxत ह सvgtत म कहा जाय

तो आपातकाल म जीपीएस क सवाए सदहापद ह

उपरोSत वात को यान म रखत हए भारत (इसरो) भी

दश क नौसचालनय आवXयकता को (सनक तथा

असनक सभी) को परा करन क 1लए सपण(तः वायत

एव वनयxत ीय नौसचालन उपdह णाल-

आईआरएनएसएस थापत करन जा रहा ह जो

भारतीय उपमहाbवीप म व1भ[न उपयोगकता(ओ को

27

सह यथाथ(ता स थान-नधा(रण नौसचालन एव समय

क सचना जसी आवXयक सवाए दान करगी बाद म

अतरSत घटक को शा1मल करन क सामय(ता स इस

वतारत भी Uकया जा सकता ह िजसस पडोसी

को उपरोSत यथाथ(ता स नौसचालन सवाए दान क जा

सक

नFपादन उGltय

bull दश क नौसचालनय आवXयकता को को परा

करन क 1लए सपण(तः वायत एव वनयxत

ीय नौसचालन उपdह णाल का अ1भकqपन

वकास एव काया([वयन

bull उRच यथाथ(ता स थान-नधा(रण (lt 20 मीटर)

एव समय क सचना (lt10-20 ननो सकड)

bull आयनमडलय सशोधन क साथ सभी ऋत म

चालन

bull उRचतम उपलBधता (24 X 7) 999

bull भारतीय भ- उपरात 1500 Uक मी क

आसपास म भी उRच यथाथ(ता स

नौसचालन सवा उपलBध

bull बाद म इसक सवा को )मशः वतत भी

Uकया जाएगा िजसस पडोसी को उपरोSत

यथाथ(ता स नौसचालन सवधा उपलBध हो सक

इस तावत ीय नौसचालन णाल क म~य तीन

भाग ह -

1 अतर खड (पस सगमट)

28

2 भ1म खड (dाउड सगमट)

3 उपयोगकता( खड (यजर सगमट)

(1) अतर खड - Uकसी भी अतर आधारत

नौसचालन णाल म उपयोग कता( को िथतनधा(रण

U)या हत [यनतम चार उपdह क नरतर PDयता

अयावXयक ह इस1लए व1भ[न उपdहय तारमडल

का अययन Uकया गया अनक वकqप सोच गए

उनका क8gtयटर 1स8यलशन भी Uकया गया कम

लागत सरल चालन उपयोगकता( को पाई जान वाल

यथाथ(ता एव सवा को यान म रखन हए गहन

अययन क पXचात इस तावत नौसचालन णाल क

1लए सात उपdह का तारामडल निXचत Uकया गया

िजसम तीन उपdह भ-िथर मणका (GEO) म

)मश 34deg83deg132deg रखाश पर थापत Uकए जाएग

शष चार उपdह म स दो उपdह भ-तqयकाल मण

का (GSO) म 55deg अाश पर और अ[य दो 111deg

अाश पर 29deg झकाव क साथ थापत Uकए जाएग

इस कार क Wया1मतय सरचना स सात उपdह

नरतर भारतीय भ- (सवा ) म उपयोगकता(ओ को

िथत नधा(रण U)या हत हमशा PDटमान रहग इस

तारामडलय सरचना स 30 स बहतर क जीडीओपी

(GDOP) ािgtत भी सनिXचत क गई ह इन सभी

उपdह को भारतीय वीय उपdह पण यान

(पीएसएलवी) bवारा सतीश धवन उपdह क

29

(ीहरकोटा) स अतर भ-थानातरण मणका म

पत Uकया जाएगा

उपह स8पण - इस णाल क सभी सात उपdह क

सरचना एक समान होगी दायभार एव अ[य सभी

उपकरण इसरो क कqपना बस म वशष नौसचालन

अ1भयान हत आवXयक परवत(न करक समि[वत Uकया

गया ह उपdह का उथापन वजन (Lift of Mass)

1425 Uकdा क साथ-साथ शDक वजन (Dry Mass)

616 Uकdा होगा सौर पनल का 215 मीX18

मी रखा गया ह जो 1268 वॉट पावर ऊजा( दगा

dहण क दौरान ऊजा( पत ( क 1लए 64 Ah Li-ion बटर

भी रखी गई ह इन सभी उपdह को भ1म-खड िथत

सवा म वतरत नयण क bग bवारा नरतर

मॉनीटर Uकया जाएगा

(2) भ म खड- भ1म खड म~यत अतर म उपdह

तारामडल का नयण सचालन एव नौसचालन

आकड़ नमा(ण करन क 1लए अवरत काय(

करगा इस भ1म खड म न8न1लVखत आवXयक

सवधाए होगी

1 उपdह नयण क

2 नौसचालन नयण क

3 परासन क (सीडीएमए एव लसर परासन)

4 समय एव आकड़ा उव(-कड़ी टशन

5 आकड़ा सचार जाल

30

उपdह क अतर म सह िथत उनक का

सबधी ताजा-सचनाए ािgtत क 1लए दर1मत-दरादश

एव आयनमडलय मॉडलग सशोधन U)या क 1लए

20 परास एव इटdीट मॉनीटरग टशन (IRIMs)

सपण( सवा म वतरत Uकए जाएग िजनम 6

सीडीममए परासन 1 लसर परासन क bग एव 1

परमािवक घड़ी स सिWजत नटवक( टाई1मग सटर

भी शा1मल ह

नौसचालन नयण क का म~य काय( त क आकड़ा

सचार जाल bवारा ाgtत सचनाओ को ससाधत करक

एक परभाषत नौसचालन सदश का नमा(ण करना

िजसम उपdह क अतर म कvय िथत समय

आयनमडलय ट-सशोधन एव अ[य सशोधत सचनाए

हो ह उनको त क अप-1लक टशन को भजना ह

(3) उपयोगकता खड - उपयोगकता( खड म उपभोSता

अपन नौसचालन अ1भdाह (रसीवर) क जरए भारतीय

भ- (भ1म वाय एव सम) म सह िथत नधा(रण

सवा सटक समय क जानकार ाgtत कर सकत ह

इस णाल bवारा विXवक िथत नधा(रण णाल

(जीपीएस) क समान दो कार क सवाए उपलBध कराई

जाएगी िजसम (1) सामा[य िथत नधा(रण सवा

जो सभी कार क उपभोSताओ को सरलता स उपलBध

31

होगी िजसम lt20 मी तक क यथाथ(ता अपvत ह

और (2) 1स1मत(Restricted) िथत नधा(रण सवा जो

1स1मत ाधकत उपभोSताओ को ह उपलBध होगी इस

सवा क यथाथ(ता सामा[य िथत नधा(रण सवा स कई

गना बहतर होगी इस सवा म थान (पोिजशन) क

अतरSत सटक समय क सचना भी शा1मल ह और

य सभी सकत एि[)gtटड िथत म होग इस सवा को

ाgtत करन क 1लए bव-आकत अ1भdाह का उपयोग

करना होगा

32

उपह सचार (SATCOM)

पछल चार दशक म हमन दश क सवागी वकास म

भारतीय अतर काय()म का भाव दखा ह इस

काय()म म उपdह सचार णा1लय क भ1मका अयत

महवपण( ह उपdह सचार ौbयोगक bवारा पवी क

वशाल म आथ(क PिDट स सती (LOW COST) एव

वXवसनीय सचार तथा सपक( |यवथा थापत क जा

सकती ह दश का समd वकास तभी सभव होगा जब

हम दश क दर-दराज क दग(म एव dामीण म

आपसी सचार तथा सपक( |यवथा कायम कर पायग

िजसम उपdह सचार ौbयोगक एक मा वXवसनीय

तकनीक ह आज हमार दश म इ[सट तथा जीसट

णी क अनक सचार उपdह dामसट वीआरएस

(Village Resources System) एव अ[य अनक

परयोजनाओ क अतग(त दरसचार दरदश(न सारण

1शा वाय भ1म जगल एव सम सवtण

33

उ[नत मौसम मानटरन आपित |यवथापन जसी

अनक जन-कqयाणकार सवधाए दान कर रह हc

भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) क

अहमदाबाद क (SAC) का एसएनएए उपdह सचार

अनयोग अतग(त व1भ[न णा1लया एव उपकरण क

वकास तथा नमा(ण काय( म काय(रत ह िजसम मख

ह-

(1) Iलट मानटरन णालः-

इ[सट-एमएसएस आधारत लट मानटरन णाल

(FMS) म~यतः दश क परवहन (सड़क रल सम)

म काय(रत व1भ[न सगठन उbयोग क आवXयकताओ

को यान म रख कर वकसीत क गई ह यह सचार

उपdह आधारत वय सचा1लत लट मानटरन णाल

ह िजसक सवाए भारतीय उपमहाbवीप उपरात

सागर म भी उपलBध ह परवहन सचालक अपन

लट क वत(मान अपिथत (पोिजशन) समय एव

उनक सामयक गत पर ऑन-लाइन नगरानी रखन क

1लए इस योग म ल सकत हc आकिमक परिथत

म लट bवारा सvgtत सदश (Short messages of 40

34

characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

35

सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

7

PXय एव सचना) वरत थापत क जा सकती ह इस

वशषता को यान म लत हए 1शा तथा दरदराज

म उचत वाय सवधाए थापत करन क 1लए

अतर तकनीक को योग म लाया जा रहा ह

लोबल वॉ1मग एव जलवाय परवत(न क समया

व+प आज वXव म हर रोज कह न कह ाकतक

आपितय (भकप सना1म च)वात आद) का बार-बार

आना आम बात हो गई ह इस सकट स नपटन क

1लए उपdह सचार सदर-सवदन और जीपीएस क मदद

स एक विXवक आपित |यवथापन नटवक( का वकास

काय( बड़ी तजी स चल रहा ह िजसस इनस होन वाला

आथ(क नकसान और मानव जानहान कम स कम हो

सकगी ऐसी अनक समाजोपयोगी अतर णा1लय

क वकास स अतर तकनीक न मानव क सामा[य

जनजीवन म अपना थान निXचत कर 1लया ह

8

अतर ampवान एव तकनीक2 म1 भारतः-

भारत म सन 1961 क दौरान परमाण ऊजा( वभाग

(DAE) को दश क सामािजक आथ(क और शातपण(

काय को काया(ि[वत करन क 1लए बाzय अतर का

उपयोग करन का काय( सौपा गया था उसक एक वष(

बाद डॉ व)म साराभाई क अयता म भारतीय

अतर अनसधान सगठन (इसरो) क थापना क गई

दनाक 21 नवबर 1963 को xव[म नजदक क

थ8बा भमयरखीय रोकट पण क[ (TERLS) स

lsquoनाइक अपाचrsquo नामक परTापी रोकट को अतर म

सफलतापव(क पत करक भारत न अतर यग म

वश Uकया

दश क अतर काय()म का म~य उXय अतर

वTान एव तकनीक का उपयोग दश क औbयोगक

आथ(क वकास क साथ-साथ जो लोग दश क दर-दराज

9

क dामीण दग(म एव सम तट म रहत हc

उनक मलभत समयाओ को सलझा कर उनका सवागी

वकास करना ह इसी महवपण( सामािजक उXय को

यान म रखत हए भारत (इसरो) न दश को अतर

तकनीक आधारत सवाए दान करन क 1लए अपन

दश म ह न1म(त कxम उपdह एव उनक पण क

मता क साथ-साथ काफ हद तक आमनभ(रता

हा1सल कर ल ह सदर-सवदन क म भी भारत क

आईआरएस णी क उपdह न दश को ववध सवधाए

दान क ह

आज भारत (इसरो) क सामन वत(मान काय क साथ-

साथ सन 2035 तक का अतर काय()म मौजद ह

िजसम

(1) पन+पयोगी पण यान (RLV)

(2) भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल (IRNSS)

(3) जीएसएलवी माक( -II तथा माक( -III का वकास

(4) चयान-2 (इसक अतग(त चमा क धरती पर एक

अवतरण मच तथा रोवर उतारन क योजना ह

(5) समानव अतर अ1भयान (HSP)

(6) साथ ह मगल dह अ1भयान श+ हो रहा ह

10

अतर उपयोग क04 (सक) क2 श8आतः-

सन 1966 म डॉ व)म साराभाई न अहमदाबाद म

ायोगक उपdह सचार भ-क[ (इEक) क थापना

क थी इसी घटना स lsquoसकrsquo क नीव रखी गई थी

श+आती दौर म (सन 1972 तक) अतर तकनीक क

व1भ[न (उपdह सचार सदर सवदन मौसम

आद) म अनसधान एव वकास काय( अहमदाबाद िथत

व1भ[न यनट म अलग-अलग जगह पर चल रहा था

इन सब को 1मला कर सन 1972 म अतर उपयोग

क[ सक क थापना क गई सक आज भारतीय

अतर अनसधान सगठन (इसरो) का एक व1शDट

क[ ह जहा कxम उपdह क पलोड वक1सत करन

स लकर उ[नत अतर ौbयोगक क सामािजक

अनयोWयता (Societal applications) स सबधत अनक

परयोजनाओ पर काय( Uकया जाता ह यह क[

म~यतः उपdह सचार सदर सवदन नौसचालन मौसम

11

वTान क उपयोग सबधी काय()म को काया(ि[वत करन

क 1लए नर[तर काय(रत ह

उपह सचार एव नौसचालन अनयोग (SNAA)-

अतर उपयोग क[ (सक) का एसएनएए उपdह

सचार (SATCOM) तथा नौसचालन (NAVIGATION) क

म व1भ[न उ[नत ौbयोगUकया एव उनक सामािजक

अनयोWयताओ क अ1भकqपना एव वकास काय( म

सU)यता स काय(रत ह

सटकोम उपयोगता काय()म अतग(त भारतीय ीय

नौसचालन उपdह णाल (IRNSS) परयोजना क 1लए

योSता अ1भdाह (USER RECEIVER) 1स8यलटर ववध

गgtतलखन िक8स कोड वXलषण वधय क

अ1भकqपना और वकास काय( इस (SNAA) bवारा

Uकया जा रहा ह इसरो क भावी एव महवाकाी

समानव अतर अ1भयान (HSP) हत कोड वभाजन बह

अ1भगम (CDMA) मोडम तथा अ[य भ-उपकरण

णा1लय का वकास भी इसी म चल रहा ह

जीसट-6 काय()म अतग(त ट व वीeडयो को[hि[सग

तथा डाटा Eा[सफर (144kbps) क 1लए सवाzय

मqटमीeडया ट1म(नल का वकास नमा(ण तथा

ौbयोगक दश(न इस bवारा सफलतापव(क Uकया

गया इसी क साथ जीसट-7 परयोजना अतग(त ट व

वॉइस कॉल क 1लए उRच आवित अ1भdाह (UHF Rx)

12

का वकास एव नमा(ण काय( भी इसी क उपलिBध

इसक अतरSत व1भ[न ौbयोगकय वकास

परयोजना अतग(त उ[नत सचार णा1लय का वकास

नमा(ण एव ौbयोगक हतातरण (Technology

Transfer) एसएनएए bवारा Uकया गया ह इ[सट

एमएसएस टाइप-सी तथा टाइप-डी ट1म(नल का अनसधान

एव वकास काय( सफलतापव(क Uकया गया इसी

(MSS-C) परयोजना अतग(त जहाज मानटरन णाल का

वकास नमा(ण तथा उसका सथापन मय सवtण

वभाग (FSI Porbandar) पोरबदर क परसर म

सफलतापव(क सप[न Uकया क[ म थापत

पसनट और सकनट सवधा का चालन भी एसएनएए

bवारा Uकया जाता ह

सचार उपdह (INSAT-3A) आधारत वपित चतावनी

षण णाल (DATS) का वकास नमा(ण तथा सथापन

काय( एसएनएए bवारा सफलतापव(क Uकया गया इस

णाल का |यावसायक उपादन एक भारतीय इकाई

bवारा Uकया गया ह इस णाल का नयण क[

(Hub) भारतीय तट रक दल क परसर म थापत

Uकया ह जो नरतर (24x7) काय(रत ह

बोपल-सक परसर म थापत भक[ (BES) भी

एसएनएए का ह एक भाग ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

13

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

सीएसएसटईपी अतग(त ए1शया एव प1सUफक क

छा क 1लए उपdह सचार उपdह-नौसचालन एव

मौसम-वTान क म नौ महन क नातकोतर

eडgtलोमा पाय)म का सपण( सचालन इस क[ bवारा

नय1मत +प स Uकया जाता ह इसक अतरSत अय

सभी सटकोम योग म इस क[ क सहायता ल

जाती ह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) भी एसएनएए स

सलन ह यह क[ म~यतः मोबाईल उपdह सवा

(एमएसएस टाइप-सी और टाइप-डी) कयका बcड सचरण

अययन क 1लए भ1मगत सवधाए दान करता ह

साथ ह आपित |यवथापन नटवक( (DMS-VPN) क

नय)म चालन तथा अनरण काय( भी दखता ह

सचार उपdह आधारत व1भ[न योग परयोजनाओ

का सचालन भी इसी क[ क िज8मदार ह

एसएनएए को उनक काय(- क अन+प

न8न1लVखत तीन dप म वभािजत Uकया गया हः

(1) चालन एव ायोगक मतावध(न dप (OESG)

(2) अकय सचार ौbयोगक dप (DCTG)

(3) उपdह सचार णाल ौbयोगक dप (SSTG)

14

उपह नौसचालन (SATNAV)-

उपdह नौसचालन ौbयोगक न नौसचालन क म

एक अभतपव( )ात थापत क ह जहा अयधक

एकयरट थान नधा(रण एव समय क सचना मलभत

आवXयकताए हc उन सभी म इस ौbयोगक न

अपनी उपयोगता क अनवाय(ता 1स कर द ह

दन-तदन अनक इस तकनीक स लाभाि[वत हो

रह हc

वत(मान म च1लत उपdह आधारत नौसचालन

णा1लय म अमरका क विXवक थान नधा(रण

णाल ndash जीपीएस ह सबस Wयादा च1लत ह अ[य

णा1लय म +स क लोनास यरोप क ग1ल1लयो एव

अ[य विXवक नौसचालन णा1लया (GNSS) काय(रत ह

15

भारत क गगन परयोजना भी जीपीएस का ह

वतारत +प ह जो भारतीय भ- म काय(रत ह

कस काय करती ह उपह नौसचालन णालः-

कोई भी अतर आधारत नौसचालन णाल म~यतः

कxम उपdह का अतर म Tान (known) थान एव

पवी पर अ1भdाह क थान इन दोन क बीच का

दर-मापन (रज मज़रमट) और उपdह स सारत

रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क समय पर

आधारत ह न8नतर चार उपdह bवारा ाgtत क

गई दर और समय क सचना को 1मला कर चार

समीकरण बनत हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक

(ोससर) bवारा सलझा कर अ1भdाह क सह थान

(पोिजशन) एव समय का परकलन Uकया जाता ह

उपdह स ाgtत सचनाओ को अ1भdाह तक पहचन को

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

दर = वग x समय (Distance = Velocity x Time) को

योग म लाया जाता ह रeडयो सकत का वग काश

वग (299792458Uकमीसकड) क समान होता ह

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक

सनिXचत समय पर नमा(ण करत हc तथा दोन क घड़ी

(clock) भी लगभग समका1लन ह बाद म उपdह bवारा

ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त सकत को एक साथ

1मलाया जाता ह इस तरह स चार उपdह bवारा

16

सारत रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क

समय (Time) क गणना क जाती ह बाद म अ1भdाह

िथत अत आधनक सगणक सोटवयर bवारा

अ1भdाह क सह थान एव समय क सचना का

नधा(रण Uकया जाता ह यथाथ( थान-नधा(रण क साथ-

साथ अयाधक सटक समय ऊचाई और गतमापन भी

इस णाल bवारा सभव हो सका ह

xकोण1मत क 1सात अनसार थान नधा(रण क

U)या म 1सफ( तीन उपdह स दरमापन पया(gtत ह

िजसस 3D थान नधा(रण क गणना सभव ह परत

उपdह क समय को उस पर लगी एट1मक Sलोक स

नापा जाता ह जो कछ ननो सकड तक क परशता

रखती ह जब Uक अ1भdाह का कद भार और लागत

न8नतर रखन हत उसक Sलोक इतनी अचक नह रखी

जाती िजसस समय क परकलन म थोड़ा सा परवत(न

(ट) आ जाता ह इस ट को [यनतम करन क 1लए

ह एक ओर उपdह स दरमापन Uकया जाता ह िजसक

सहायता स समय क अत)मण (offset) को नDका1सत

Uकया जाता ह

(लोबल पोिजशनग स-टम-जीपीएस

लोबल पोिजशनग 1सटम-जीपीएसrsquo जीपीएस ldquoनवटार

जीपीएसrdquo का परवत(त नाम ह िजसका वतत नाम

नवगशन 1सटम वथ टाइम एड रिजग लोबल

पोिजशनग 1सटम ह इस णाल क आवDकार स

17

मानव क दघ(का1लन एव सबस जटल समया का

सह समाधान 1मल गया ह मc इस धरती पर कहा ह

मरा इस धरती पर सह थान Sया ह आप अपन

सह थान (पोिजशन) को सरलता स तभी बता सकत

हc जब आपक आसपास कोई चीज या ठोस पदाथ( सदभ(

क 1लए हो उसी सदभ( स आप अपन मल थान का

पता लगा सकत हc लUकन जब आपक आसपास या

नजदक सदभ( क 1लए कछ भी नह ह आप बीच

सागर आकाश रगतान या घन जगल म ह तब

समया और भी गभीर हो सकती ह

परान समय म जब मानव न याा करना आरभ Uकया

तब वह अपन रात म पथर या कोई चीज नशानी

(सदभ() क तौर पर रख दता था और लौटत समय उसक

सदभ( स अपन मल थान पर वापस लौट आता था

यह |यवथा बहत ह सी1मत वतार क 1लए मया(दत

थी बारश या बफ( गरन पर मसीबत और भी बढ़

जाती थी बाद म मानव न जब सागर याा ारभ क

तब तो समया और भी बढ़ गई SयUक बीच सागर म

शान कहा लगाए जा सकत थ तब उसन आकाश क

ओर दखा आकाश म तार का थान और उनक

गनती क आधार पर वह अपना राता तय करन लगा

लUकन तार हमस बहत दर ह और 1सफ( रात को ह

दखत हc तथा उसक 1लए आकाश भी वRछ होना

चाहए इसक बाद दशा सचन एव नौसचालन क 1लए

कछ और उपकरण (कपास सSस[ट) का वकास Uकया

18

गया लUकन उनक यथाथ(ता पर Xनच[ह ह लगा

था

आधनक मानव न और कई इलSEोनक उपकरण

अपना कर यन Uकए लUकन उनक उपयोगता 1स

नह हो सक थी बाद म टरिEयल रeडयो आधारत

नौसचालन णाल (लोरन ओमगा)य का वकास हआ

इस णाल न नावक को दशासचन और नौकायन म

काफ मदद क लUकन इनक भी अपनी कछ मया(दाए

थी इसक बाद सन 1960 क दशक म अतर

आधारत सटनव णाल (Eािज़ट टाइमशन और

डSका)य का वकास हआ िजसम पवी क नजदक

का (एलईओ) म एक स Wयादा कxम उपdह को

थापत Uकया गया था यह णा1लया UhSव[सी

डोgtलर वचलन पर आधारत थी और उपdह स सकत

ाgtत करन म बहत तीा करनी पड़ती थी इनम

हआ थोड़ा सा भी गत परवत(न अ1भdाह (र1सवर) क

िथत म बहत बड़ी ट पदा कर दता था इ[ह

मया(दाओ न एक उRच यथाथ(ता दान कर ऐसी विXवक

नौसचालन णाल वक1सत करन को रत Uकया

सन 1970 क दशक म अमरका क रा वभाग न एक

योजना को मजर द िजसका नाम था ndash विXवक

थान नधा(रण णाल ndash जीपीएस इस योजना पर

लगातार बीस वष( तक काय( चलता रहा अत म इस

णाल न सह काम Uकया और आज मानवी दनया क

Uकसी भी कोन म हो Uकसी भी समय पर अपना

19

निXचत थान (पोिजशन) और समय वातवक काल

म आसानी स बता सकता ह

ारभ म यह णाल 1सफ( अमरक सना क नजी

उपयोग हत सी1मत थी बाद म सामा[य लोग क

उपयोग क 1लए भी इस उपलBध कराया गया आज

सनक उपयोग क अलावा म~य सामा[य उपयोग ह

1) नौसचालन (भ1म सागर एव वाय म)

2) सामा[य सवtण

3) विXवक समय का आकलन

इसक अतरSत जीपीएस अ1भdाह क उपयोगता क

कोई सीमाए नह ह आज लगभग यक ौbयोगक

म इस णाल का य या अय महतम उपयोग

हो रहा ह

3 कस काय करती ह विltवक -थान नधारण णाल

(gtच स 1)

20

जीपीएस म~यतः कxम उपdह (मानव न1म(त तार)

का अतर म थान एव अ1भdाह (र1सवर) का पवी

पर थान इन दोन क बीच का दरमापन (रज

मज़रम[ट) और उपdह स ाgtत सचना (डाटा) को

अ1भdाह तक पहचन का समय पर आधारत ह

[यनतम चार उपdह bवारा (च स 1) ाgtत क गई

दर और समय दोन को 1मला कर चार समीकरण बनत

हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक bवारा सलझा

कर अ1भdाह का सह थान और समय का परकलन

Uकया जाता ह उपdह bवारा सारत सचना को

अ1भdाह तक पहचन क समय को Tात करन क 1लए

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

= वग X समय को योग म 1लया गया ह रeडयो

सकत का वग काश वग (299792458 Uकमी त

सकड) क समान ह

च स~या-2

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक ह

21

सनिXचत समय पर उप[न करत हc और दोन क घड़ी

(एट1मक Sलोक) भी समका1लन ह बाद म उपdह

bवारा ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त दोन सकत

को एक साथ 1मला जाना ह च स~या-2 दख इस

तरह 4 उपdह bवारा सारत रeडयो सकत को

अ1भdाह तक पहचन क समय क गणना क जाती ह

जीपीएस णाल क वतत तकनीक जानकार ाgtत

करन क 1लए इस म~य तीन भाग म बाटना आवXयक

1) अतर खड (पस सगम[ट)

2) नयण एव नगरानी खड (कEोल एड मोनटरग

सगमट)

3) योSता खड (यज़र सगमट)

(1) अतर खडः-

च स~या - 3 च स~या - 4

अतर खड िजसम 24 कxम उपdह (+4 आरvत)

को पवी क अतरम मणका म (च स~या 3 और

22

4 दख) करब 20200 Uकमी क दर पर निXचत 6

काओ म थापत Uकया गया ह सभी उपdह

निXचत 12 घट म पवी का एक परमण करत हc

यक उपdह पवी पर एक ह vतज सीमा म दन

म दो बार गजरता ह अतर खड क अ1भकqपना

कछ इस कार स न1म(त क गई ह Uक Uकसी भी

समय और पवी क Uकसी भी भाग म [यनतम 4

उपdह एक ह vतज सीमा म नरतर PिDटमान रहत

हc अनभव स Tात हआ ह Uक कभी-कभी एक ह

समय पर एक ह vतज सीमा म 8-10 उपdह सदव

PिDटमान रहत हc

यक उपdह पर बहत ह यथाथ( (एSयरट) दो एट1मक

घeड़या (Sलोक) होती ह िजन क मल आवित 1023

मगाह(स होती ह इस आवित क सदभ( स उपdह

म कट सकत नमा(ण Uकय जात हc इन सकत को

पवी क ओर सतत सारत Uकया जाता ह िजसम

उपdह का अपना पहचान )माक (आईडी) समय

अतर म अपना थान (लोकशन) एव उसी समय

उसक आसपास मणशील अ[य उपdह क सपण(

जानकार सि8म1लत होती ह िजस ldquoअqमनकrdquo कहत

हc यह जानकार एक महन तक मा[य रहती ह

इन सकत को पवी क ओर सारत करन हत उपdह

दो वाहक आवितय का उपयोग करत हc जो

न8न1लVखत हः-

23

च स~या-5

1) एल-1 = 157542 मगाहट(ज (MHz)

2) एल-2 = 122760 मगाहट(ज (MHz)

एल-1 वाहक आवित िजस पर दो कट सकत (कोड)

अध1मत Uकए जात हc (च स~या-5 दख)

1) सीए कोड जो 1023 MHz मल आवित पर और

2) पी कोड िजस 1023 MHz मल आवित पर

अध1मत Uकया जाता ह

एल-2 वाहक आवित पर 1सफ( पी कोड 1023 MHz

मल आवित पर अध1मत Uकया जाता ह पी कोड

कवल अमरक सना क नजी उपयोग क 1लए ह

सी1मत रखा गया ह

पवी पर िथत जीपीएस अ1भdाह उपरोSत सकत का

उपयोग अतर म उपdह का थान समय एव उस

24

समय अ[य उपdह क अतर म वत(मान िथत

जानन क 1लए करता ह इन सकत का म~य उपयोग

अतर म उपdह क वत(मान िथत (लोकशन) एव

पवी पर अ1भdाह क बीच का दरमापन (रज) करना

ह न8नतम 4 उपdह bवारा ाgtत सकत स दरमापन

U)या सप[न करक अ1भdाह क सह थान क

सगणना क जाती ह

(2) नयण एव नगरानी खडः

च स~या-6

अतर म थापत सभी 24 उपdह पर नगरानी

रखन क 1लए पवी पर भमय रखा क आसपास 1

म~य नयण क एव 5 नगरानी भ-क (च स~या-

6) )मशः कोलोराडो एक[सन (Ascension) eडयागो

(Diego) Sवाजलन (Kwajalein) तथा हवाई (Hawaii) म

काय(रत ह य सभी भ-क णाल क सभी उपdह क

साथ नरतर सपक( बनाए रखत हc एक बहत ह

महवपण( काय( इस खड bवारा काया(ि[वत Uकया जाता

ह Uक मणका म घम रह सभी उपdह का अनवत(न

(EUकग) कर क उनक कीय िथत क सटक जाच

करना और उन पर िथत एट1मक Sलोक को

25

असशोधत कर क अगर उसम कछ टया ह तो उस

सधार कर म~य नयण क bवारा सभी उपdह को

पनः सारत करना ह िजसस यक उपdह क पास

उसक अतर म वातवक सह िथत एव समय क

जानकार उपलBध करायी जाती ह यह जानकार पवी

पर िथत जीपीएस अ1भdाह क 1लए बहत ह आवXयक

होती ह

3) योEता खडः

इसक अतग(त जीपीएस अ1भdाह (र1सवर) जो उपdह

bवारा सारत कट सकत को अपन सगणक bवारा

वXलषण करक पवी पर अपना निXचत थान और

समय क सचना ाgtत करत हc इस अ1भdाह का

उपयोग कोई भी सामा[य |यिSत आसानी स कर सकता

न8न1लVखत उपयोग हत जीपीएस णाल अयत

महवपण( 1स हई हः

1) स[य सवtण

2) भ-सवtण

3) नौ-सचालन (भ1म सागर एव वाय म)

4) भ-गतUकय अययन

5) वाहन यातायात (रल सडक) नयण एव बधन

6) ववध याxक नयण णा1लया

7) वXव म कह भी समय को समका1लन (1स)ोनाइज़)

करन क 1लए

8) विXवक भकप सनामी जसी ाकतक आपितय क

बधन म

26

भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल

ndash आईआरएनएसएस

उपdह नौसचालन णाल क बहहतक व1शDटताओ को

दखत हए वत(मान समय म इस णाल का कोई

वकqप नह ह जीपीएस क सवाए भारतीय भ- म

सरलता स उपलBध ह लUकन आपातकाल या य क

दौरान यह सवधा हम उपलBध ना हो या Uफर इस

णाल bवारा ाgtत सचनाओ को टज[य भी Uकया जा

सकता ह SयUक यह णाल सपण(तः अमरका क

रा वभाग bवारा नयxत ह सvgtत म कहा जाय

तो आपातकाल म जीपीएस क सवाए सदहापद ह

उपरोSत वात को यान म रखत हए भारत (इसरो) भी

दश क नौसचालनय आवXयकता को (सनक तथा

असनक सभी) को परा करन क 1लए सपण(तः वायत

एव वनयxत ीय नौसचालन उपdह णाल-

आईआरएनएसएस थापत करन जा रहा ह जो

भारतीय उपमहाbवीप म व1भ[न उपयोगकता(ओ को

27

सह यथाथ(ता स थान-नधा(रण नौसचालन एव समय

क सचना जसी आवXयक सवाए दान करगी बाद म

अतरSत घटक को शा1मल करन क सामय(ता स इस

वतारत भी Uकया जा सकता ह िजसस पडोसी

को उपरोSत यथाथ(ता स नौसचालन सवाए दान क जा

सक

नFपादन उGltय

bull दश क नौसचालनय आवXयकता को को परा

करन क 1लए सपण(तः वायत एव वनयxत

ीय नौसचालन उपdह णाल का अ1भकqपन

वकास एव काया([वयन

bull उRच यथाथ(ता स थान-नधा(रण (lt 20 मीटर)

एव समय क सचना (lt10-20 ननो सकड)

bull आयनमडलय सशोधन क साथ सभी ऋत म

चालन

bull उRचतम उपलBधता (24 X 7) 999

bull भारतीय भ- उपरात 1500 Uक मी क

आसपास म भी उRच यथाथ(ता स

नौसचालन सवा उपलBध

bull बाद म इसक सवा को )मशः वतत भी

Uकया जाएगा िजसस पडोसी को उपरोSत

यथाथ(ता स नौसचालन सवधा उपलBध हो सक

इस तावत ीय नौसचालन णाल क म~य तीन

भाग ह -

1 अतर खड (पस सगमट)

28

2 भ1म खड (dाउड सगमट)

3 उपयोगकता( खड (यजर सगमट)

(1) अतर खड - Uकसी भी अतर आधारत

नौसचालन णाल म उपयोग कता( को िथतनधा(रण

U)या हत [यनतम चार उपdह क नरतर PDयता

अयावXयक ह इस1लए व1भ[न उपdहय तारमडल

का अययन Uकया गया अनक वकqप सोच गए

उनका क8gtयटर 1स8यलशन भी Uकया गया कम

लागत सरल चालन उपयोगकता( को पाई जान वाल

यथाथ(ता एव सवा को यान म रखन हए गहन

अययन क पXचात इस तावत नौसचालन णाल क

1लए सात उपdह का तारामडल निXचत Uकया गया

िजसम तीन उपdह भ-िथर मणका (GEO) म

)मश 34deg83deg132deg रखाश पर थापत Uकए जाएग

शष चार उपdह म स दो उपdह भ-तqयकाल मण

का (GSO) म 55deg अाश पर और अ[य दो 111deg

अाश पर 29deg झकाव क साथ थापत Uकए जाएग

इस कार क Wया1मतय सरचना स सात उपdह

नरतर भारतीय भ- (सवा ) म उपयोगकता(ओ को

िथत नधा(रण U)या हत हमशा PDटमान रहग इस

तारामडलय सरचना स 30 स बहतर क जीडीओपी

(GDOP) ािgtत भी सनिXचत क गई ह इन सभी

उपdह को भारतीय वीय उपdह पण यान

(पीएसएलवी) bवारा सतीश धवन उपdह क

29

(ीहरकोटा) स अतर भ-थानातरण मणका म

पत Uकया जाएगा

उपह स8पण - इस णाल क सभी सात उपdह क

सरचना एक समान होगी दायभार एव अ[य सभी

उपकरण इसरो क कqपना बस म वशष नौसचालन

अ1भयान हत आवXयक परवत(न करक समि[वत Uकया

गया ह उपdह का उथापन वजन (Lift of Mass)

1425 Uकdा क साथ-साथ शDक वजन (Dry Mass)

616 Uकdा होगा सौर पनल का 215 मीX18

मी रखा गया ह जो 1268 वॉट पावर ऊजा( दगा

dहण क दौरान ऊजा( पत ( क 1लए 64 Ah Li-ion बटर

भी रखी गई ह इन सभी उपdह को भ1म-खड िथत

सवा म वतरत नयण क bग bवारा नरतर

मॉनीटर Uकया जाएगा

(2) भ म खड- भ1म खड म~यत अतर म उपdह

तारामडल का नयण सचालन एव नौसचालन

आकड़ नमा(ण करन क 1लए अवरत काय(

करगा इस भ1म खड म न8न1लVखत आवXयक

सवधाए होगी

1 उपdह नयण क

2 नौसचालन नयण क

3 परासन क (सीडीएमए एव लसर परासन)

4 समय एव आकड़ा उव(-कड़ी टशन

5 आकड़ा सचार जाल

30

उपdह क अतर म सह िथत उनक का

सबधी ताजा-सचनाए ािgtत क 1लए दर1मत-दरादश

एव आयनमडलय मॉडलग सशोधन U)या क 1लए

20 परास एव इटdीट मॉनीटरग टशन (IRIMs)

सपण( सवा म वतरत Uकए जाएग िजनम 6

सीडीममए परासन 1 लसर परासन क bग एव 1

परमािवक घड़ी स सिWजत नटवक( टाई1मग सटर

भी शा1मल ह

नौसचालन नयण क का म~य काय( त क आकड़ा

सचार जाल bवारा ाgtत सचनाओ को ससाधत करक

एक परभाषत नौसचालन सदश का नमा(ण करना

िजसम उपdह क अतर म कvय िथत समय

आयनमडलय ट-सशोधन एव अ[य सशोधत सचनाए

हो ह उनको त क अप-1लक टशन को भजना ह

(3) उपयोगकता खड - उपयोगकता( खड म उपभोSता

अपन नौसचालन अ1भdाह (रसीवर) क जरए भारतीय

भ- (भ1म वाय एव सम) म सह िथत नधा(रण

सवा सटक समय क जानकार ाgtत कर सकत ह

इस णाल bवारा विXवक िथत नधा(रण णाल

(जीपीएस) क समान दो कार क सवाए उपलBध कराई

जाएगी िजसम (1) सामा[य िथत नधा(रण सवा

जो सभी कार क उपभोSताओ को सरलता स उपलBध

31

होगी िजसम lt20 मी तक क यथाथ(ता अपvत ह

और (2) 1स1मत(Restricted) िथत नधा(रण सवा जो

1स1मत ाधकत उपभोSताओ को ह उपलBध होगी इस

सवा क यथाथ(ता सामा[य िथत नधा(रण सवा स कई

गना बहतर होगी इस सवा म थान (पोिजशन) क

अतरSत सटक समय क सचना भी शा1मल ह और

य सभी सकत एि[)gtटड िथत म होग इस सवा को

ाgtत करन क 1लए bव-आकत अ1भdाह का उपयोग

करना होगा

32

उपह सचार (SATCOM)

पछल चार दशक म हमन दश क सवागी वकास म

भारतीय अतर काय()म का भाव दखा ह इस

काय()म म उपdह सचार णा1लय क भ1मका अयत

महवपण( ह उपdह सचार ौbयोगक bवारा पवी क

वशाल म आथ(क PिDट स सती (LOW COST) एव

वXवसनीय सचार तथा सपक( |यवथा थापत क जा

सकती ह दश का समd वकास तभी सभव होगा जब

हम दश क दर-दराज क दग(म एव dामीण म

आपसी सचार तथा सपक( |यवथा कायम कर पायग

िजसम उपdह सचार ौbयोगक एक मा वXवसनीय

तकनीक ह आज हमार दश म इ[सट तथा जीसट

णी क अनक सचार उपdह dामसट वीआरएस

(Village Resources System) एव अ[य अनक

परयोजनाओ क अतग(त दरसचार दरदश(न सारण

1शा वाय भ1म जगल एव सम सवtण

33

उ[नत मौसम मानटरन आपित |यवथापन जसी

अनक जन-कqयाणकार सवधाए दान कर रह हc

भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) क

अहमदाबाद क (SAC) का एसएनएए उपdह सचार

अनयोग अतग(त व1भ[न णा1लया एव उपकरण क

वकास तथा नमा(ण काय( म काय(रत ह िजसम मख

ह-

(1) Iलट मानटरन णालः-

इ[सट-एमएसएस आधारत लट मानटरन णाल

(FMS) म~यतः दश क परवहन (सड़क रल सम)

म काय(रत व1भ[न सगठन उbयोग क आवXयकताओ

को यान म रख कर वकसीत क गई ह यह सचार

उपdह आधारत वय सचा1लत लट मानटरन णाल

ह िजसक सवाए भारतीय उपमहाbवीप उपरात

सागर म भी उपलBध ह परवहन सचालक अपन

लट क वत(मान अपिथत (पोिजशन) समय एव

उनक सामयक गत पर ऑन-लाइन नगरानी रखन क

1लए इस योग म ल सकत हc आकिमक परिथत

म लट bवारा सvgtत सदश (Short messages of 40

34

characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

35

सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

8

अतर ampवान एव तकनीक2 म1 भारतः-

भारत म सन 1961 क दौरान परमाण ऊजा( वभाग

(DAE) को दश क सामािजक आथ(क और शातपण(

काय को काया(ि[वत करन क 1लए बाzय अतर का

उपयोग करन का काय( सौपा गया था उसक एक वष(

बाद डॉ व)म साराभाई क अयता म भारतीय

अतर अनसधान सगठन (इसरो) क थापना क गई

दनाक 21 नवबर 1963 को xव[म नजदक क

थ8बा भमयरखीय रोकट पण क[ (TERLS) स

lsquoनाइक अपाचrsquo नामक परTापी रोकट को अतर म

सफलतापव(क पत करक भारत न अतर यग म

वश Uकया

दश क अतर काय()म का म~य उXय अतर

वTान एव तकनीक का उपयोग दश क औbयोगक

आथ(क वकास क साथ-साथ जो लोग दश क दर-दराज

9

क dामीण दग(म एव सम तट म रहत हc

उनक मलभत समयाओ को सलझा कर उनका सवागी

वकास करना ह इसी महवपण( सामािजक उXय को

यान म रखत हए भारत (इसरो) न दश को अतर

तकनीक आधारत सवाए दान करन क 1लए अपन

दश म ह न1म(त कxम उपdह एव उनक पण क

मता क साथ-साथ काफ हद तक आमनभ(रता

हा1सल कर ल ह सदर-सवदन क म भी भारत क

आईआरएस णी क उपdह न दश को ववध सवधाए

दान क ह

आज भारत (इसरो) क सामन वत(मान काय क साथ-

साथ सन 2035 तक का अतर काय()म मौजद ह

िजसम

(1) पन+पयोगी पण यान (RLV)

(2) भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल (IRNSS)

(3) जीएसएलवी माक( -II तथा माक( -III का वकास

(4) चयान-2 (इसक अतग(त चमा क धरती पर एक

अवतरण मच तथा रोवर उतारन क योजना ह

(5) समानव अतर अ1भयान (HSP)

(6) साथ ह मगल dह अ1भयान श+ हो रहा ह

10

अतर उपयोग क04 (सक) क2 श8आतः-

सन 1966 म डॉ व)म साराभाई न अहमदाबाद म

ायोगक उपdह सचार भ-क[ (इEक) क थापना

क थी इसी घटना स lsquoसकrsquo क नीव रखी गई थी

श+आती दौर म (सन 1972 तक) अतर तकनीक क

व1भ[न (उपdह सचार सदर सवदन मौसम

आद) म अनसधान एव वकास काय( अहमदाबाद िथत

व1भ[न यनट म अलग-अलग जगह पर चल रहा था

इन सब को 1मला कर सन 1972 म अतर उपयोग

क[ सक क थापना क गई सक आज भारतीय

अतर अनसधान सगठन (इसरो) का एक व1शDट

क[ ह जहा कxम उपdह क पलोड वक1सत करन

स लकर उ[नत अतर ौbयोगक क सामािजक

अनयोWयता (Societal applications) स सबधत अनक

परयोजनाओ पर काय( Uकया जाता ह यह क[

म~यतः उपdह सचार सदर सवदन नौसचालन मौसम

11

वTान क उपयोग सबधी काय()म को काया(ि[वत करन

क 1लए नर[तर काय(रत ह

उपह सचार एव नौसचालन अनयोग (SNAA)-

अतर उपयोग क[ (सक) का एसएनएए उपdह

सचार (SATCOM) तथा नौसचालन (NAVIGATION) क

म व1भ[न उ[नत ौbयोगUकया एव उनक सामािजक

अनयोWयताओ क अ1भकqपना एव वकास काय( म

सU)यता स काय(रत ह

सटकोम उपयोगता काय()म अतग(त भारतीय ीय

नौसचालन उपdह णाल (IRNSS) परयोजना क 1लए

योSता अ1भdाह (USER RECEIVER) 1स8यलटर ववध

गgtतलखन िक8स कोड वXलषण वधय क

अ1भकqपना और वकास काय( इस (SNAA) bवारा

Uकया जा रहा ह इसरो क भावी एव महवाकाी

समानव अतर अ1भयान (HSP) हत कोड वभाजन बह

अ1भगम (CDMA) मोडम तथा अ[य भ-उपकरण

णा1लय का वकास भी इसी म चल रहा ह

जीसट-6 काय()म अतग(त ट व वीeडयो को[hि[सग

तथा डाटा Eा[सफर (144kbps) क 1लए सवाzय

मqटमीeडया ट1म(नल का वकास नमा(ण तथा

ौbयोगक दश(न इस bवारा सफलतापव(क Uकया

गया इसी क साथ जीसट-7 परयोजना अतग(त ट व

वॉइस कॉल क 1लए उRच आवित अ1भdाह (UHF Rx)

12

का वकास एव नमा(ण काय( भी इसी क उपलिBध

इसक अतरSत व1भ[न ौbयोगकय वकास

परयोजना अतग(त उ[नत सचार णा1लय का वकास

नमा(ण एव ौbयोगक हतातरण (Technology

Transfer) एसएनएए bवारा Uकया गया ह इ[सट

एमएसएस टाइप-सी तथा टाइप-डी ट1म(नल का अनसधान

एव वकास काय( सफलतापव(क Uकया गया इसी

(MSS-C) परयोजना अतग(त जहाज मानटरन णाल का

वकास नमा(ण तथा उसका सथापन मय सवtण

वभाग (FSI Porbandar) पोरबदर क परसर म

सफलतापव(क सप[न Uकया क[ म थापत

पसनट और सकनट सवधा का चालन भी एसएनएए

bवारा Uकया जाता ह

सचार उपdह (INSAT-3A) आधारत वपित चतावनी

षण णाल (DATS) का वकास नमा(ण तथा सथापन

काय( एसएनएए bवारा सफलतापव(क Uकया गया इस

णाल का |यावसायक उपादन एक भारतीय इकाई

bवारा Uकया गया ह इस णाल का नयण क[

(Hub) भारतीय तट रक दल क परसर म थापत

Uकया ह जो नरतर (24x7) काय(रत ह

बोपल-सक परसर म थापत भक[ (BES) भी

एसएनएए का ह एक भाग ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

13

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

सीएसएसटईपी अतग(त ए1शया एव प1सUफक क

छा क 1लए उपdह सचार उपdह-नौसचालन एव

मौसम-वTान क म नौ महन क नातकोतर

eडgtलोमा पाय)म का सपण( सचालन इस क[ bवारा

नय1मत +प स Uकया जाता ह इसक अतरSत अय

सभी सटकोम योग म इस क[ क सहायता ल

जाती ह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) भी एसएनएए स

सलन ह यह क[ म~यतः मोबाईल उपdह सवा

(एमएसएस टाइप-सी और टाइप-डी) कयका बcड सचरण

अययन क 1लए भ1मगत सवधाए दान करता ह

साथ ह आपित |यवथापन नटवक( (DMS-VPN) क

नय)म चालन तथा अनरण काय( भी दखता ह

सचार उपdह आधारत व1भ[न योग परयोजनाओ

का सचालन भी इसी क[ क िज8मदार ह

एसएनएए को उनक काय(- क अन+प

न8न1लVखत तीन dप म वभािजत Uकया गया हः

(1) चालन एव ायोगक मतावध(न dप (OESG)

(2) अकय सचार ौbयोगक dप (DCTG)

(3) उपdह सचार णाल ौbयोगक dप (SSTG)

14

उपह नौसचालन (SATNAV)-

उपdह नौसचालन ौbयोगक न नौसचालन क म

एक अभतपव( )ात थापत क ह जहा अयधक

एकयरट थान नधा(रण एव समय क सचना मलभत

आवXयकताए हc उन सभी म इस ौbयोगक न

अपनी उपयोगता क अनवाय(ता 1स कर द ह

दन-तदन अनक इस तकनीक स लाभाि[वत हो

रह हc

वत(मान म च1लत उपdह आधारत नौसचालन

णा1लय म अमरका क विXवक थान नधा(रण

णाल ndash जीपीएस ह सबस Wयादा च1लत ह अ[य

णा1लय म +स क लोनास यरोप क ग1ल1लयो एव

अ[य विXवक नौसचालन णा1लया (GNSS) काय(रत ह

15

भारत क गगन परयोजना भी जीपीएस का ह

वतारत +प ह जो भारतीय भ- म काय(रत ह

कस काय करती ह उपह नौसचालन णालः-

कोई भी अतर आधारत नौसचालन णाल म~यतः

कxम उपdह का अतर म Tान (known) थान एव

पवी पर अ1भdाह क थान इन दोन क बीच का

दर-मापन (रज मज़रमट) और उपdह स सारत

रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क समय पर

आधारत ह न8नतर चार उपdह bवारा ाgtत क

गई दर और समय क सचना को 1मला कर चार

समीकरण बनत हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक

(ोससर) bवारा सलझा कर अ1भdाह क सह थान

(पोिजशन) एव समय का परकलन Uकया जाता ह

उपdह स ाgtत सचनाओ को अ1भdाह तक पहचन को

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

दर = वग x समय (Distance = Velocity x Time) को

योग म लाया जाता ह रeडयो सकत का वग काश

वग (299792458Uकमीसकड) क समान होता ह

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक

सनिXचत समय पर नमा(ण करत हc तथा दोन क घड़ी

(clock) भी लगभग समका1लन ह बाद म उपdह bवारा

ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त सकत को एक साथ

1मलाया जाता ह इस तरह स चार उपdह bवारा

16

सारत रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क

समय (Time) क गणना क जाती ह बाद म अ1भdाह

िथत अत आधनक सगणक सोटवयर bवारा

अ1भdाह क सह थान एव समय क सचना का

नधा(रण Uकया जाता ह यथाथ( थान-नधा(रण क साथ-

साथ अयाधक सटक समय ऊचाई और गतमापन भी

इस णाल bवारा सभव हो सका ह

xकोण1मत क 1सात अनसार थान नधा(रण क

U)या म 1सफ( तीन उपdह स दरमापन पया(gtत ह

िजसस 3D थान नधा(रण क गणना सभव ह परत

उपdह क समय को उस पर लगी एट1मक Sलोक स

नापा जाता ह जो कछ ननो सकड तक क परशता

रखती ह जब Uक अ1भdाह का कद भार और लागत

न8नतर रखन हत उसक Sलोक इतनी अचक नह रखी

जाती िजसस समय क परकलन म थोड़ा सा परवत(न

(ट) आ जाता ह इस ट को [यनतम करन क 1लए

ह एक ओर उपdह स दरमापन Uकया जाता ह िजसक

सहायता स समय क अत)मण (offset) को नDका1सत

Uकया जाता ह

(लोबल पोिजशनग स-टम-जीपीएस

लोबल पोिजशनग 1सटम-जीपीएसrsquo जीपीएस ldquoनवटार

जीपीएसrdquo का परवत(त नाम ह िजसका वतत नाम

नवगशन 1सटम वथ टाइम एड रिजग लोबल

पोिजशनग 1सटम ह इस णाल क आवDकार स

17

मानव क दघ(का1लन एव सबस जटल समया का

सह समाधान 1मल गया ह मc इस धरती पर कहा ह

मरा इस धरती पर सह थान Sया ह आप अपन

सह थान (पोिजशन) को सरलता स तभी बता सकत

हc जब आपक आसपास कोई चीज या ठोस पदाथ( सदभ(

क 1लए हो उसी सदभ( स आप अपन मल थान का

पता लगा सकत हc लUकन जब आपक आसपास या

नजदक सदभ( क 1लए कछ भी नह ह आप बीच

सागर आकाश रगतान या घन जगल म ह तब

समया और भी गभीर हो सकती ह

परान समय म जब मानव न याा करना आरभ Uकया

तब वह अपन रात म पथर या कोई चीज नशानी

(सदभ() क तौर पर रख दता था और लौटत समय उसक

सदभ( स अपन मल थान पर वापस लौट आता था

यह |यवथा बहत ह सी1मत वतार क 1लए मया(दत

थी बारश या बफ( गरन पर मसीबत और भी बढ़

जाती थी बाद म मानव न जब सागर याा ारभ क

तब तो समया और भी बढ़ गई SयUक बीच सागर म

शान कहा लगाए जा सकत थ तब उसन आकाश क

ओर दखा आकाश म तार का थान और उनक

गनती क आधार पर वह अपना राता तय करन लगा

लUकन तार हमस बहत दर ह और 1सफ( रात को ह

दखत हc तथा उसक 1लए आकाश भी वRछ होना

चाहए इसक बाद दशा सचन एव नौसचालन क 1लए

कछ और उपकरण (कपास सSस[ट) का वकास Uकया

18

गया लUकन उनक यथाथ(ता पर Xनच[ह ह लगा

था

आधनक मानव न और कई इलSEोनक उपकरण

अपना कर यन Uकए लUकन उनक उपयोगता 1स

नह हो सक थी बाद म टरिEयल रeडयो आधारत

नौसचालन णाल (लोरन ओमगा)य का वकास हआ

इस णाल न नावक को दशासचन और नौकायन म

काफ मदद क लUकन इनक भी अपनी कछ मया(दाए

थी इसक बाद सन 1960 क दशक म अतर

आधारत सटनव णाल (Eािज़ट टाइमशन और

डSका)य का वकास हआ िजसम पवी क नजदक

का (एलईओ) म एक स Wयादा कxम उपdह को

थापत Uकया गया था यह णा1लया UhSव[सी

डोgtलर वचलन पर आधारत थी और उपdह स सकत

ाgtत करन म बहत तीा करनी पड़ती थी इनम

हआ थोड़ा सा भी गत परवत(न अ1भdाह (र1सवर) क

िथत म बहत बड़ी ट पदा कर दता था इ[ह

मया(दाओ न एक उRच यथाथ(ता दान कर ऐसी विXवक

नौसचालन णाल वक1सत करन को रत Uकया

सन 1970 क दशक म अमरका क रा वभाग न एक

योजना को मजर द िजसका नाम था ndash विXवक

थान नधा(रण णाल ndash जीपीएस इस योजना पर

लगातार बीस वष( तक काय( चलता रहा अत म इस

णाल न सह काम Uकया और आज मानवी दनया क

Uकसी भी कोन म हो Uकसी भी समय पर अपना

19

निXचत थान (पोिजशन) और समय वातवक काल

म आसानी स बता सकता ह

ारभ म यह णाल 1सफ( अमरक सना क नजी

उपयोग हत सी1मत थी बाद म सामा[य लोग क

उपयोग क 1लए भी इस उपलBध कराया गया आज

सनक उपयोग क अलावा म~य सामा[य उपयोग ह

1) नौसचालन (भ1म सागर एव वाय म)

2) सामा[य सवtण

3) विXवक समय का आकलन

इसक अतरSत जीपीएस अ1भdाह क उपयोगता क

कोई सीमाए नह ह आज लगभग यक ौbयोगक

म इस णाल का य या अय महतम उपयोग

हो रहा ह

3 कस काय करती ह विltवक -थान नधारण णाल

(gtच स 1)

20

जीपीएस म~यतः कxम उपdह (मानव न1म(त तार)

का अतर म थान एव अ1भdाह (र1सवर) का पवी

पर थान इन दोन क बीच का दरमापन (रज

मज़रम[ट) और उपdह स ाgtत सचना (डाटा) को

अ1भdाह तक पहचन का समय पर आधारत ह

[यनतम चार उपdह bवारा (च स 1) ाgtत क गई

दर और समय दोन को 1मला कर चार समीकरण बनत

हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक bवारा सलझा

कर अ1भdाह का सह थान और समय का परकलन

Uकया जाता ह उपdह bवारा सारत सचना को

अ1भdाह तक पहचन क समय को Tात करन क 1लए

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

= वग X समय को योग म 1लया गया ह रeडयो

सकत का वग काश वग (299792458 Uकमी त

सकड) क समान ह

च स~या-2

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक ह

21

सनिXचत समय पर उप[न करत हc और दोन क घड़ी

(एट1मक Sलोक) भी समका1लन ह बाद म उपdह

bवारा ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त दोन सकत

को एक साथ 1मला जाना ह च स~या-2 दख इस

तरह 4 उपdह bवारा सारत रeडयो सकत को

अ1भdाह तक पहचन क समय क गणना क जाती ह

जीपीएस णाल क वतत तकनीक जानकार ाgtत

करन क 1लए इस म~य तीन भाग म बाटना आवXयक

1) अतर खड (पस सगम[ट)

2) नयण एव नगरानी खड (कEोल एड मोनटरग

सगमट)

3) योSता खड (यज़र सगमट)

(1) अतर खडः-

च स~या - 3 च स~या - 4

अतर खड िजसम 24 कxम उपdह (+4 आरvत)

को पवी क अतरम मणका म (च स~या 3 और

22

4 दख) करब 20200 Uकमी क दर पर निXचत 6

काओ म थापत Uकया गया ह सभी उपdह

निXचत 12 घट म पवी का एक परमण करत हc

यक उपdह पवी पर एक ह vतज सीमा म दन

म दो बार गजरता ह अतर खड क अ1भकqपना

कछ इस कार स न1म(त क गई ह Uक Uकसी भी

समय और पवी क Uकसी भी भाग म [यनतम 4

उपdह एक ह vतज सीमा म नरतर PिDटमान रहत

हc अनभव स Tात हआ ह Uक कभी-कभी एक ह

समय पर एक ह vतज सीमा म 8-10 उपdह सदव

PिDटमान रहत हc

यक उपdह पर बहत ह यथाथ( (एSयरट) दो एट1मक

घeड़या (Sलोक) होती ह िजन क मल आवित 1023

मगाह(स होती ह इस आवित क सदभ( स उपdह

म कट सकत नमा(ण Uकय जात हc इन सकत को

पवी क ओर सतत सारत Uकया जाता ह िजसम

उपdह का अपना पहचान )माक (आईडी) समय

अतर म अपना थान (लोकशन) एव उसी समय

उसक आसपास मणशील अ[य उपdह क सपण(

जानकार सि8म1लत होती ह िजस ldquoअqमनकrdquo कहत

हc यह जानकार एक महन तक मा[य रहती ह

इन सकत को पवी क ओर सारत करन हत उपdह

दो वाहक आवितय का उपयोग करत हc जो

न8न1लVखत हः-

23

च स~या-5

1) एल-1 = 157542 मगाहट(ज (MHz)

2) एल-2 = 122760 मगाहट(ज (MHz)

एल-1 वाहक आवित िजस पर दो कट सकत (कोड)

अध1मत Uकए जात हc (च स~या-5 दख)

1) सीए कोड जो 1023 MHz मल आवित पर और

2) पी कोड िजस 1023 MHz मल आवित पर

अध1मत Uकया जाता ह

एल-2 वाहक आवित पर 1सफ( पी कोड 1023 MHz

मल आवित पर अध1मत Uकया जाता ह पी कोड

कवल अमरक सना क नजी उपयोग क 1लए ह

सी1मत रखा गया ह

पवी पर िथत जीपीएस अ1भdाह उपरोSत सकत का

उपयोग अतर म उपdह का थान समय एव उस

24

समय अ[य उपdह क अतर म वत(मान िथत

जानन क 1लए करता ह इन सकत का म~य उपयोग

अतर म उपdह क वत(मान िथत (लोकशन) एव

पवी पर अ1भdाह क बीच का दरमापन (रज) करना

ह न8नतम 4 उपdह bवारा ाgtत सकत स दरमापन

U)या सप[न करक अ1भdाह क सह थान क

सगणना क जाती ह

(2) नयण एव नगरानी खडः

च स~या-6

अतर म थापत सभी 24 उपdह पर नगरानी

रखन क 1लए पवी पर भमय रखा क आसपास 1

म~य नयण क एव 5 नगरानी भ-क (च स~या-

6) )मशः कोलोराडो एक[सन (Ascension) eडयागो

(Diego) Sवाजलन (Kwajalein) तथा हवाई (Hawaii) म

काय(रत ह य सभी भ-क णाल क सभी उपdह क

साथ नरतर सपक( बनाए रखत हc एक बहत ह

महवपण( काय( इस खड bवारा काया(ि[वत Uकया जाता

ह Uक मणका म घम रह सभी उपdह का अनवत(न

(EUकग) कर क उनक कीय िथत क सटक जाच

करना और उन पर िथत एट1मक Sलोक को

25

असशोधत कर क अगर उसम कछ टया ह तो उस

सधार कर म~य नयण क bवारा सभी उपdह को

पनः सारत करना ह िजसस यक उपdह क पास

उसक अतर म वातवक सह िथत एव समय क

जानकार उपलBध करायी जाती ह यह जानकार पवी

पर िथत जीपीएस अ1भdाह क 1लए बहत ह आवXयक

होती ह

3) योEता खडः

इसक अतग(त जीपीएस अ1भdाह (र1सवर) जो उपdह

bवारा सारत कट सकत को अपन सगणक bवारा

वXलषण करक पवी पर अपना निXचत थान और

समय क सचना ाgtत करत हc इस अ1भdाह का

उपयोग कोई भी सामा[य |यिSत आसानी स कर सकता

न8न1लVखत उपयोग हत जीपीएस णाल अयत

महवपण( 1स हई हः

1) स[य सवtण

2) भ-सवtण

3) नौ-सचालन (भ1म सागर एव वाय म)

4) भ-गतUकय अययन

5) वाहन यातायात (रल सडक) नयण एव बधन

6) ववध याxक नयण णा1लया

7) वXव म कह भी समय को समका1लन (1स)ोनाइज़)

करन क 1लए

8) विXवक भकप सनामी जसी ाकतक आपितय क

बधन म

26

भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल

ndash आईआरएनएसएस

उपdह नौसचालन णाल क बहहतक व1शDटताओ को

दखत हए वत(मान समय म इस णाल का कोई

वकqप नह ह जीपीएस क सवाए भारतीय भ- म

सरलता स उपलBध ह लUकन आपातकाल या य क

दौरान यह सवधा हम उपलBध ना हो या Uफर इस

णाल bवारा ाgtत सचनाओ को टज[य भी Uकया जा

सकता ह SयUक यह णाल सपण(तः अमरका क

रा वभाग bवारा नयxत ह सvgtत म कहा जाय

तो आपातकाल म जीपीएस क सवाए सदहापद ह

उपरोSत वात को यान म रखत हए भारत (इसरो) भी

दश क नौसचालनय आवXयकता को (सनक तथा

असनक सभी) को परा करन क 1लए सपण(तः वायत

एव वनयxत ीय नौसचालन उपdह णाल-

आईआरएनएसएस थापत करन जा रहा ह जो

भारतीय उपमहाbवीप म व1भ[न उपयोगकता(ओ को

27

सह यथाथ(ता स थान-नधा(रण नौसचालन एव समय

क सचना जसी आवXयक सवाए दान करगी बाद म

अतरSत घटक को शा1मल करन क सामय(ता स इस

वतारत भी Uकया जा सकता ह िजसस पडोसी

को उपरोSत यथाथ(ता स नौसचालन सवाए दान क जा

सक

नFपादन उGltय

bull दश क नौसचालनय आवXयकता को को परा

करन क 1लए सपण(तः वायत एव वनयxत

ीय नौसचालन उपdह णाल का अ1भकqपन

वकास एव काया([वयन

bull उRच यथाथ(ता स थान-नधा(रण (lt 20 मीटर)

एव समय क सचना (lt10-20 ननो सकड)

bull आयनमडलय सशोधन क साथ सभी ऋत म

चालन

bull उRचतम उपलBधता (24 X 7) 999

bull भारतीय भ- उपरात 1500 Uक मी क

आसपास म भी उRच यथाथ(ता स

नौसचालन सवा उपलBध

bull बाद म इसक सवा को )मशः वतत भी

Uकया जाएगा िजसस पडोसी को उपरोSत

यथाथ(ता स नौसचालन सवधा उपलBध हो सक

इस तावत ीय नौसचालन णाल क म~य तीन

भाग ह -

1 अतर खड (पस सगमट)

28

2 भ1म खड (dाउड सगमट)

3 उपयोगकता( खड (यजर सगमट)

(1) अतर खड - Uकसी भी अतर आधारत

नौसचालन णाल म उपयोग कता( को िथतनधा(रण

U)या हत [यनतम चार उपdह क नरतर PDयता

अयावXयक ह इस1लए व1भ[न उपdहय तारमडल

का अययन Uकया गया अनक वकqप सोच गए

उनका क8gtयटर 1स8यलशन भी Uकया गया कम

लागत सरल चालन उपयोगकता( को पाई जान वाल

यथाथ(ता एव सवा को यान म रखन हए गहन

अययन क पXचात इस तावत नौसचालन णाल क

1लए सात उपdह का तारामडल निXचत Uकया गया

िजसम तीन उपdह भ-िथर मणका (GEO) म

)मश 34deg83deg132deg रखाश पर थापत Uकए जाएग

शष चार उपdह म स दो उपdह भ-तqयकाल मण

का (GSO) म 55deg अाश पर और अ[य दो 111deg

अाश पर 29deg झकाव क साथ थापत Uकए जाएग

इस कार क Wया1मतय सरचना स सात उपdह

नरतर भारतीय भ- (सवा ) म उपयोगकता(ओ को

िथत नधा(रण U)या हत हमशा PDटमान रहग इस

तारामडलय सरचना स 30 स बहतर क जीडीओपी

(GDOP) ािgtत भी सनिXचत क गई ह इन सभी

उपdह को भारतीय वीय उपdह पण यान

(पीएसएलवी) bवारा सतीश धवन उपdह क

29

(ीहरकोटा) स अतर भ-थानातरण मणका म

पत Uकया जाएगा

उपह स8पण - इस णाल क सभी सात उपdह क

सरचना एक समान होगी दायभार एव अ[य सभी

उपकरण इसरो क कqपना बस म वशष नौसचालन

अ1भयान हत आवXयक परवत(न करक समि[वत Uकया

गया ह उपdह का उथापन वजन (Lift of Mass)

1425 Uकdा क साथ-साथ शDक वजन (Dry Mass)

616 Uकdा होगा सौर पनल का 215 मीX18

मी रखा गया ह जो 1268 वॉट पावर ऊजा( दगा

dहण क दौरान ऊजा( पत ( क 1लए 64 Ah Li-ion बटर

भी रखी गई ह इन सभी उपdह को भ1म-खड िथत

सवा म वतरत नयण क bग bवारा नरतर

मॉनीटर Uकया जाएगा

(2) भ म खड- भ1म खड म~यत अतर म उपdह

तारामडल का नयण सचालन एव नौसचालन

आकड़ नमा(ण करन क 1लए अवरत काय(

करगा इस भ1म खड म न8न1लVखत आवXयक

सवधाए होगी

1 उपdह नयण क

2 नौसचालन नयण क

3 परासन क (सीडीएमए एव लसर परासन)

4 समय एव आकड़ा उव(-कड़ी टशन

5 आकड़ा सचार जाल

30

उपdह क अतर म सह िथत उनक का

सबधी ताजा-सचनाए ािgtत क 1लए दर1मत-दरादश

एव आयनमडलय मॉडलग सशोधन U)या क 1लए

20 परास एव इटdीट मॉनीटरग टशन (IRIMs)

सपण( सवा म वतरत Uकए जाएग िजनम 6

सीडीममए परासन 1 लसर परासन क bग एव 1

परमािवक घड़ी स सिWजत नटवक( टाई1मग सटर

भी शा1मल ह

नौसचालन नयण क का म~य काय( त क आकड़ा

सचार जाल bवारा ाgtत सचनाओ को ससाधत करक

एक परभाषत नौसचालन सदश का नमा(ण करना

िजसम उपdह क अतर म कvय िथत समय

आयनमडलय ट-सशोधन एव अ[य सशोधत सचनाए

हो ह उनको त क अप-1लक टशन को भजना ह

(3) उपयोगकता खड - उपयोगकता( खड म उपभोSता

अपन नौसचालन अ1भdाह (रसीवर) क जरए भारतीय

भ- (भ1म वाय एव सम) म सह िथत नधा(रण

सवा सटक समय क जानकार ाgtत कर सकत ह

इस णाल bवारा विXवक िथत नधा(रण णाल

(जीपीएस) क समान दो कार क सवाए उपलBध कराई

जाएगी िजसम (1) सामा[य िथत नधा(रण सवा

जो सभी कार क उपभोSताओ को सरलता स उपलBध

31

होगी िजसम lt20 मी तक क यथाथ(ता अपvत ह

और (2) 1स1मत(Restricted) िथत नधा(रण सवा जो

1स1मत ाधकत उपभोSताओ को ह उपलBध होगी इस

सवा क यथाथ(ता सामा[य िथत नधा(रण सवा स कई

गना बहतर होगी इस सवा म थान (पोिजशन) क

अतरSत सटक समय क सचना भी शा1मल ह और

य सभी सकत एि[)gtटड िथत म होग इस सवा को

ाgtत करन क 1लए bव-आकत अ1भdाह का उपयोग

करना होगा

32

उपह सचार (SATCOM)

पछल चार दशक म हमन दश क सवागी वकास म

भारतीय अतर काय()म का भाव दखा ह इस

काय()म म उपdह सचार णा1लय क भ1मका अयत

महवपण( ह उपdह सचार ौbयोगक bवारा पवी क

वशाल म आथ(क PिDट स सती (LOW COST) एव

वXवसनीय सचार तथा सपक( |यवथा थापत क जा

सकती ह दश का समd वकास तभी सभव होगा जब

हम दश क दर-दराज क दग(म एव dामीण म

आपसी सचार तथा सपक( |यवथा कायम कर पायग

िजसम उपdह सचार ौbयोगक एक मा वXवसनीय

तकनीक ह आज हमार दश म इ[सट तथा जीसट

णी क अनक सचार उपdह dामसट वीआरएस

(Village Resources System) एव अ[य अनक

परयोजनाओ क अतग(त दरसचार दरदश(न सारण

1शा वाय भ1म जगल एव सम सवtण

33

उ[नत मौसम मानटरन आपित |यवथापन जसी

अनक जन-कqयाणकार सवधाए दान कर रह हc

भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) क

अहमदाबाद क (SAC) का एसएनएए उपdह सचार

अनयोग अतग(त व1भ[न णा1लया एव उपकरण क

वकास तथा नमा(ण काय( म काय(रत ह िजसम मख

ह-

(1) Iलट मानटरन णालः-

इ[सट-एमएसएस आधारत लट मानटरन णाल

(FMS) म~यतः दश क परवहन (सड़क रल सम)

म काय(रत व1भ[न सगठन उbयोग क आवXयकताओ

को यान म रख कर वकसीत क गई ह यह सचार

उपdह आधारत वय सचा1लत लट मानटरन णाल

ह िजसक सवाए भारतीय उपमहाbवीप उपरात

सागर म भी उपलBध ह परवहन सचालक अपन

लट क वत(मान अपिथत (पोिजशन) समय एव

उनक सामयक गत पर ऑन-लाइन नगरानी रखन क

1लए इस योग म ल सकत हc आकिमक परिथत

म लट bवारा सvgtत सदश (Short messages of 40

34

characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

35

सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

9

क dामीण दग(म एव सम तट म रहत हc

उनक मलभत समयाओ को सलझा कर उनका सवागी

वकास करना ह इसी महवपण( सामािजक उXय को

यान म रखत हए भारत (इसरो) न दश को अतर

तकनीक आधारत सवाए दान करन क 1लए अपन

दश म ह न1म(त कxम उपdह एव उनक पण क

मता क साथ-साथ काफ हद तक आमनभ(रता

हा1सल कर ल ह सदर-सवदन क म भी भारत क

आईआरएस णी क उपdह न दश को ववध सवधाए

दान क ह

आज भारत (इसरो) क सामन वत(मान काय क साथ-

साथ सन 2035 तक का अतर काय()म मौजद ह

िजसम

(1) पन+पयोगी पण यान (RLV)

(2) भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल (IRNSS)

(3) जीएसएलवी माक( -II तथा माक( -III का वकास

(4) चयान-2 (इसक अतग(त चमा क धरती पर एक

अवतरण मच तथा रोवर उतारन क योजना ह

(5) समानव अतर अ1भयान (HSP)

(6) साथ ह मगल dह अ1भयान श+ हो रहा ह

10

अतर उपयोग क04 (सक) क2 श8आतः-

सन 1966 म डॉ व)म साराभाई न अहमदाबाद म

ायोगक उपdह सचार भ-क[ (इEक) क थापना

क थी इसी घटना स lsquoसकrsquo क नीव रखी गई थी

श+आती दौर म (सन 1972 तक) अतर तकनीक क

व1भ[न (उपdह सचार सदर सवदन मौसम

आद) म अनसधान एव वकास काय( अहमदाबाद िथत

व1भ[न यनट म अलग-अलग जगह पर चल रहा था

इन सब को 1मला कर सन 1972 म अतर उपयोग

क[ सक क थापना क गई सक आज भारतीय

अतर अनसधान सगठन (इसरो) का एक व1शDट

क[ ह जहा कxम उपdह क पलोड वक1सत करन

स लकर उ[नत अतर ौbयोगक क सामािजक

अनयोWयता (Societal applications) स सबधत अनक

परयोजनाओ पर काय( Uकया जाता ह यह क[

म~यतः उपdह सचार सदर सवदन नौसचालन मौसम

11

वTान क उपयोग सबधी काय()म को काया(ि[वत करन

क 1लए नर[तर काय(रत ह

उपह सचार एव नौसचालन अनयोग (SNAA)-

अतर उपयोग क[ (सक) का एसएनएए उपdह

सचार (SATCOM) तथा नौसचालन (NAVIGATION) क

म व1भ[न उ[नत ौbयोगUकया एव उनक सामािजक

अनयोWयताओ क अ1भकqपना एव वकास काय( म

सU)यता स काय(रत ह

सटकोम उपयोगता काय()म अतग(त भारतीय ीय

नौसचालन उपdह णाल (IRNSS) परयोजना क 1लए

योSता अ1भdाह (USER RECEIVER) 1स8यलटर ववध

गgtतलखन िक8स कोड वXलषण वधय क

अ1भकqपना और वकास काय( इस (SNAA) bवारा

Uकया जा रहा ह इसरो क भावी एव महवाकाी

समानव अतर अ1भयान (HSP) हत कोड वभाजन बह

अ1भगम (CDMA) मोडम तथा अ[य भ-उपकरण

णा1लय का वकास भी इसी म चल रहा ह

जीसट-6 काय()म अतग(त ट व वीeडयो को[hि[सग

तथा डाटा Eा[सफर (144kbps) क 1लए सवाzय

मqटमीeडया ट1म(नल का वकास नमा(ण तथा

ौbयोगक दश(न इस bवारा सफलतापव(क Uकया

गया इसी क साथ जीसट-7 परयोजना अतग(त ट व

वॉइस कॉल क 1लए उRच आवित अ1भdाह (UHF Rx)

12

का वकास एव नमा(ण काय( भी इसी क उपलिBध

इसक अतरSत व1भ[न ौbयोगकय वकास

परयोजना अतग(त उ[नत सचार णा1लय का वकास

नमा(ण एव ौbयोगक हतातरण (Technology

Transfer) एसएनएए bवारा Uकया गया ह इ[सट

एमएसएस टाइप-सी तथा टाइप-डी ट1म(नल का अनसधान

एव वकास काय( सफलतापव(क Uकया गया इसी

(MSS-C) परयोजना अतग(त जहाज मानटरन णाल का

वकास नमा(ण तथा उसका सथापन मय सवtण

वभाग (FSI Porbandar) पोरबदर क परसर म

सफलतापव(क सप[न Uकया क[ म थापत

पसनट और सकनट सवधा का चालन भी एसएनएए

bवारा Uकया जाता ह

सचार उपdह (INSAT-3A) आधारत वपित चतावनी

षण णाल (DATS) का वकास नमा(ण तथा सथापन

काय( एसएनएए bवारा सफलतापव(क Uकया गया इस

णाल का |यावसायक उपादन एक भारतीय इकाई

bवारा Uकया गया ह इस णाल का नयण क[

(Hub) भारतीय तट रक दल क परसर म थापत

Uकया ह जो नरतर (24x7) काय(रत ह

बोपल-सक परसर म थापत भक[ (BES) भी

एसएनएए का ह एक भाग ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

13

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

सीएसएसटईपी अतग(त ए1शया एव प1सUफक क

छा क 1लए उपdह सचार उपdह-नौसचालन एव

मौसम-वTान क म नौ महन क नातकोतर

eडgtलोमा पाय)म का सपण( सचालन इस क[ bवारा

नय1मत +प स Uकया जाता ह इसक अतरSत अय

सभी सटकोम योग म इस क[ क सहायता ल

जाती ह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) भी एसएनएए स

सलन ह यह क[ म~यतः मोबाईल उपdह सवा

(एमएसएस टाइप-सी और टाइप-डी) कयका बcड सचरण

अययन क 1लए भ1मगत सवधाए दान करता ह

साथ ह आपित |यवथापन नटवक( (DMS-VPN) क

नय)म चालन तथा अनरण काय( भी दखता ह

सचार उपdह आधारत व1भ[न योग परयोजनाओ

का सचालन भी इसी क[ क िज8मदार ह

एसएनएए को उनक काय(- क अन+प

न8न1लVखत तीन dप म वभािजत Uकया गया हः

(1) चालन एव ायोगक मतावध(न dप (OESG)

(2) अकय सचार ौbयोगक dप (DCTG)

(3) उपdह सचार णाल ौbयोगक dप (SSTG)

14

उपह नौसचालन (SATNAV)-

उपdह नौसचालन ौbयोगक न नौसचालन क म

एक अभतपव( )ात थापत क ह जहा अयधक

एकयरट थान नधा(रण एव समय क सचना मलभत

आवXयकताए हc उन सभी म इस ौbयोगक न

अपनी उपयोगता क अनवाय(ता 1स कर द ह

दन-तदन अनक इस तकनीक स लाभाि[वत हो

रह हc

वत(मान म च1लत उपdह आधारत नौसचालन

णा1लय म अमरका क विXवक थान नधा(रण

णाल ndash जीपीएस ह सबस Wयादा च1लत ह अ[य

णा1लय म +स क लोनास यरोप क ग1ल1लयो एव

अ[य विXवक नौसचालन णा1लया (GNSS) काय(रत ह

15

भारत क गगन परयोजना भी जीपीएस का ह

वतारत +प ह जो भारतीय भ- म काय(रत ह

कस काय करती ह उपह नौसचालन णालः-

कोई भी अतर आधारत नौसचालन णाल म~यतः

कxम उपdह का अतर म Tान (known) थान एव

पवी पर अ1भdाह क थान इन दोन क बीच का

दर-मापन (रज मज़रमट) और उपdह स सारत

रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क समय पर

आधारत ह न8नतर चार उपdह bवारा ाgtत क

गई दर और समय क सचना को 1मला कर चार

समीकरण बनत हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक

(ोससर) bवारा सलझा कर अ1भdाह क सह थान

(पोिजशन) एव समय का परकलन Uकया जाता ह

उपdह स ाgtत सचनाओ को अ1भdाह तक पहचन को

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

दर = वग x समय (Distance = Velocity x Time) को

योग म लाया जाता ह रeडयो सकत का वग काश

वग (299792458Uकमीसकड) क समान होता ह

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक

सनिXचत समय पर नमा(ण करत हc तथा दोन क घड़ी

(clock) भी लगभग समका1लन ह बाद म उपdह bवारा

ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त सकत को एक साथ

1मलाया जाता ह इस तरह स चार उपdह bवारा

16

सारत रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क

समय (Time) क गणना क जाती ह बाद म अ1भdाह

िथत अत आधनक सगणक सोटवयर bवारा

अ1भdाह क सह थान एव समय क सचना का

नधा(रण Uकया जाता ह यथाथ( थान-नधा(रण क साथ-

साथ अयाधक सटक समय ऊचाई और गतमापन भी

इस णाल bवारा सभव हो सका ह

xकोण1मत क 1सात अनसार थान नधा(रण क

U)या म 1सफ( तीन उपdह स दरमापन पया(gtत ह

िजसस 3D थान नधा(रण क गणना सभव ह परत

उपdह क समय को उस पर लगी एट1मक Sलोक स

नापा जाता ह जो कछ ननो सकड तक क परशता

रखती ह जब Uक अ1भdाह का कद भार और लागत

न8नतर रखन हत उसक Sलोक इतनी अचक नह रखी

जाती िजसस समय क परकलन म थोड़ा सा परवत(न

(ट) आ जाता ह इस ट को [यनतम करन क 1लए

ह एक ओर उपdह स दरमापन Uकया जाता ह िजसक

सहायता स समय क अत)मण (offset) को नDका1सत

Uकया जाता ह

(लोबल पोिजशनग स-टम-जीपीएस

लोबल पोिजशनग 1सटम-जीपीएसrsquo जीपीएस ldquoनवटार

जीपीएसrdquo का परवत(त नाम ह िजसका वतत नाम

नवगशन 1सटम वथ टाइम एड रिजग लोबल

पोिजशनग 1सटम ह इस णाल क आवDकार स

17

मानव क दघ(का1लन एव सबस जटल समया का

सह समाधान 1मल गया ह मc इस धरती पर कहा ह

मरा इस धरती पर सह थान Sया ह आप अपन

सह थान (पोिजशन) को सरलता स तभी बता सकत

हc जब आपक आसपास कोई चीज या ठोस पदाथ( सदभ(

क 1लए हो उसी सदभ( स आप अपन मल थान का

पता लगा सकत हc लUकन जब आपक आसपास या

नजदक सदभ( क 1लए कछ भी नह ह आप बीच

सागर आकाश रगतान या घन जगल म ह तब

समया और भी गभीर हो सकती ह

परान समय म जब मानव न याा करना आरभ Uकया

तब वह अपन रात म पथर या कोई चीज नशानी

(सदभ() क तौर पर रख दता था और लौटत समय उसक

सदभ( स अपन मल थान पर वापस लौट आता था

यह |यवथा बहत ह सी1मत वतार क 1लए मया(दत

थी बारश या बफ( गरन पर मसीबत और भी बढ़

जाती थी बाद म मानव न जब सागर याा ारभ क

तब तो समया और भी बढ़ गई SयUक बीच सागर म

शान कहा लगाए जा सकत थ तब उसन आकाश क

ओर दखा आकाश म तार का थान और उनक

गनती क आधार पर वह अपना राता तय करन लगा

लUकन तार हमस बहत दर ह और 1सफ( रात को ह

दखत हc तथा उसक 1लए आकाश भी वRछ होना

चाहए इसक बाद दशा सचन एव नौसचालन क 1लए

कछ और उपकरण (कपास सSस[ट) का वकास Uकया

18

गया लUकन उनक यथाथ(ता पर Xनच[ह ह लगा

था

आधनक मानव न और कई इलSEोनक उपकरण

अपना कर यन Uकए लUकन उनक उपयोगता 1स

नह हो सक थी बाद म टरिEयल रeडयो आधारत

नौसचालन णाल (लोरन ओमगा)य का वकास हआ

इस णाल न नावक को दशासचन और नौकायन म

काफ मदद क लUकन इनक भी अपनी कछ मया(दाए

थी इसक बाद सन 1960 क दशक म अतर

आधारत सटनव णाल (Eािज़ट टाइमशन और

डSका)य का वकास हआ िजसम पवी क नजदक

का (एलईओ) म एक स Wयादा कxम उपdह को

थापत Uकया गया था यह णा1लया UhSव[सी

डोgtलर वचलन पर आधारत थी और उपdह स सकत

ाgtत करन म बहत तीा करनी पड़ती थी इनम

हआ थोड़ा सा भी गत परवत(न अ1भdाह (र1सवर) क

िथत म बहत बड़ी ट पदा कर दता था इ[ह

मया(दाओ न एक उRच यथाथ(ता दान कर ऐसी विXवक

नौसचालन णाल वक1सत करन को रत Uकया

सन 1970 क दशक म अमरका क रा वभाग न एक

योजना को मजर द िजसका नाम था ndash विXवक

थान नधा(रण णाल ndash जीपीएस इस योजना पर

लगातार बीस वष( तक काय( चलता रहा अत म इस

णाल न सह काम Uकया और आज मानवी दनया क

Uकसी भी कोन म हो Uकसी भी समय पर अपना

19

निXचत थान (पोिजशन) और समय वातवक काल

म आसानी स बता सकता ह

ारभ म यह णाल 1सफ( अमरक सना क नजी

उपयोग हत सी1मत थी बाद म सामा[य लोग क

उपयोग क 1लए भी इस उपलBध कराया गया आज

सनक उपयोग क अलावा म~य सामा[य उपयोग ह

1) नौसचालन (भ1म सागर एव वाय म)

2) सामा[य सवtण

3) विXवक समय का आकलन

इसक अतरSत जीपीएस अ1भdाह क उपयोगता क

कोई सीमाए नह ह आज लगभग यक ौbयोगक

म इस णाल का य या अय महतम उपयोग

हो रहा ह

3 कस काय करती ह विltवक -थान नधारण णाल

(gtच स 1)

20

जीपीएस म~यतः कxम उपdह (मानव न1म(त तार)

का अतर म थान एव अ1भdाह (र1सवर) का पवी

पर थान इन दोन क बीच का दरमापन (रज

मज़रम[ट) और उपdह स ाgtत सचना (डाटा) को

अ1भdाह तक पहचन का समय पर आधारत ह

[यनतम चार उपdह bवारा (च स 1) ाgtत क गई

दर और समय दोन को 1मला कर चार समीकरण बनत

हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक bवारा सलझा

कर अ1भdाह का सह थान और समय का परकलन

Uकया जाता ह उपdह bवारा सारत सचना को

अ1भdाह तक पहचन क समय को Tात करन क 1लए

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

= वग X समय को योग म 1लया गया ह रeडयो

सकत का वग काश वग (299792458 Uकमी त

सकड) क समान ह

च स~या-2

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक ह

21

सनिXचत समय पर उप[न करत हc और दोन क घड़ी

(एट1मक Sलोक) भी समका1लन ह बाद म उपdह

bवारा ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त दोन सकत

को एक साथ 1मला जाना ह च स~या-2 दख इस

तरह 4 उपdह bवारा सारत रeडयो सकत को

अ1भdाह तक पहचन क समय क गणना क जाती ह

जीपीएस णाल क वतत तकनीक जानकार ाgtत

करन क 1लए इस म~य तीन भाग म बाटना आवXयक

1) अतर खड (पस सगम[ट)

2) नयण एव नगरानी खड (कEोल एड मोनटरग

सगमट)

3) योSता खड (यज़र सगमट)

(1) अतर खडः-

च स~या - 3 च स~या - 4

अतर खड िजसम 24 कxम उपdह (+4 आरvत)

को पवी क अतरम मणका म (च स~या 3 और

22

4 दख) करब 20200 Uकमी क दर पर निXचत 6

काओ म थापत Uकया गया ह सभी उपdह

निXचत 12 घट म पवी का एक परमण करत हc

यक उपdह पवी पर एक ह vतज सीमा म दन

म दो बार गजरता ह अतर खड क अ1भकqपना

कछ इस कार स न1म(त क गई ह Uक Uकसी भी

समय और पवी क Uकसी भी भाग म [यनतम 4

उपdह एक ह vतज सीमा म नरतर PिDटमान रहत

हc अनभव स Tात हआ ह Uक कभी-कभी एक ह

समय पर एक ह vतज सीमा म 8-10 उपdह सदव

PिDटमान रहत हc

यक उपdह पर बहत ह यथाथ( (एSयरट) दो एट1मक

घeड़या (Sलोक) होती ह िजन क मल आवित 1023

मगाह(स होती ह इस आवित क सदभ( स उपdह

म कट सकत नमा(ण Uकय जात हc इन सकत को

पवी क ओर सतत सारत Uकया जाता ह िजसम

उपdह का अपना पहचान )माक (आईडी) समय

अतर म अपना थान (लोकशन) एव उसी समय

उसक आसपास मणशील अ[य उपdह क सपण(

जानकार सि8म1लत होती ह िजस ldquoअqमनकrdquo कहत

हc यह जानकार एक महन तक मा[य रहती ह

इन सकत को पवी क ओर सारत करन हत उपdह

दो वाहक आवितय का उपयोग करत हc जो

न8न1लVखत हः-

23

च स~या-5

1) एल-1 = 157542 मगाहट(ज (MHz)

2) एल-2 = 122760 मगाहट(ज (MHz)

एल-1 वाहक आवित िजस पर दो कट सकत (कोड)

अध1मत Uकए जात हc (च स~या-5 दख)

1) सीए कोड जो 1023 MHz मल आवित पर और

2) पी कोड िजस 1023 MHz मल आवित पर

अध1मत Uकया जाता ह

एल-2 वाहक आवित पर 1सफ( पी कोड 1023 MHz

मल आवित पर अध1मत Uकया जाता ह पी कोड

कवल अमरक सना क नजी उपयोग क 1लए ह

सी1मत रखा गया ह

पवी पर िथत जीपीएस अ1भdाह उपरोSत सकत का

उपयोग अतर म उपdह का थान समय एव उस

24

समय अ[य उपdह क अतर म वत(मान िथत

जानन क 1लए करता ह इन सकत का म~य उपयोग

अतर म उपdह क वत(मान िथत (लोकशन) एव

पवी पर अ1भdाह क बीच का दरमापन (रज) करना

ह न8नतम 4 उपdह bवारा ाgtत सकत स दरमापन

U)या सप[न करक अ1भdाह क सह थान क

सगणना क जाती ह

(2) नयण एव नगरानी खडः

च स~या-6

अतर म थापत सभी 24 उपdह पर नगरानी

रखन क 1लए पवी पर भमय रखा क आसपास 1

म~य नयण क एव 5 नगरानी भ-क (च स~या-

6) )मशः कोलोराडो एक[सन (Ascension) eडयागो

(Diego) Sवाजलन (Kwajalein) तथा हवाई (Hawaii) म

काय(रत ह य सभी भ-क णाल क सभी उपdह क

साथ नरतर सपक( बनाए रखत हc एक बहत ह

महवपण( काय( इस खड bवारा काया(ि[वत Uकया जाता

ह Uक मणका म घम रह सभी उपdह का अनवत(न

(EUकग) कर क उनक कीय िथत क सटक जाच

करना और उन पर िथत एट1मक Sलोक को

25

असशोधत कर क अगर उसम कछ टया ह तो उस

सधार कर म~य नयण क bवारा सभी उपdह को

पनः सारत करना ह िजसस यक उपdह क पास

उसक अतर म वातवक सह िथत एव समय क

जानकार उपलBध करायी जाती ह यह जानकार पवी

पर िथत जीपीएस अ1भdाह क 1लए बहत ह आवXयक

होती ह

3) योEता खडः

इसक अतग(त जीपीएस अ1भdाह (र1सवर) जो उपdह

bवारा सारत कट सकत को अपन सगणक bवारा

वXलषण करक पवी पर अपना निXचत थान और

समय क सचना ाgtत करत हc इस अ1भdाह का

उपयोग कोई भी सामा[य |यिSत आसानी स कर सकता

न8न1लVखत उपयोग हत जीपीएस णाल अयत

महवपण( 1स हई हः

1) स[य सवtण

2) भ-सवtण

3) नौ-सचालन (भ1म सागर एव वाय म)

4) भ-गतUकय अययन

5) वाहन यातायात (रल सडक) नयण एव बधन

6) ववध याxक नयण णा1लया

7) वXव म कह भी समय को समका1लन (1स)ोनाइज़)

करन क 1लए

8) विXवक भकप सनामी जसी ाकतक आपितय क

बधन म

26

भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल

ndash आईआरएनएसएस

उपdह नौसचालन णाल क बहहतक व1शDटताओ को

दखत हए वत(मान समय म इस णाल का कोई

वकqप नह ह जीपीएस क सवाए भारतीय भ- म

सरलता स उपलBध ह लUकन आपातकाल या य क

दौरान यह सवधा हम उपलBध ना हो या Uफर इस

णाल bवारा ाgtत सचनाओ को टज[य भी Uकया जा

सकता ह SयUक यह णाल सपण(तः अमरका क

रा वभाग bवारा नयxत ह सvgtत म कहा जाय

तो आपातकाल म जीपीएस क सवाए सदहापद ह

उपरोSत वात को यान म रखत हए भारत (इसरो) भी

दश क नौसचालनय आवXयकता को (सनक तथा

असनक सभी) को परा करन क 1लए सपण(तः वायत

एव वनयxत ीय नौसचालन उपdह णाल-

आईआरएनएसएस थापत करन जा रहा ह जो

भारतीय उपमहाbवीप म व1भ[न उपयोगकता(ओ को

27

सह यथाथ(ता स थान-नधा(रण नौसचालन एव समय

क सचना जसी आवXयक सवाए दान करगी बाद म

अतरSत घटक को शा1मल करन क सामय(ता स इस

वतारत भी Uकया जा सकता ह िजसस पडोसी

को उपरोSत यथाथ(ता स नौसचालन सवाए दान क जा

सक

नFपादन उGltय

bull दश क नौसचालनय आवXयकता को को परा

करन क 1लए सपण(तः वायत एव वनयxत

ीय नौसचालन उपdह णाल का अ1भकqपन

वकास एव काया([वयन

bull उRच यथाथ(ता स थान-नधा(रण (lt 20 मीटर)

एव समय क सचना (lt10-20 ननो सकड)

bull आयनमडलय सशोधन क साथ सभी ऋत म

चालन

bull उRचतम उपलBधता (24 X 7) 999

bull भारतीय भ- उपरात 1500 Uक मी क

आसपास म भी उRच यथाथ(ता स

नौसचालन सवा उपलBध

bull बाद म इसक सवा को )मशः वतत भी

Uकया जाएगा िजसस पडोसी को उपरोSत

यथाथ(ता स नौसचालन सवधा उपलBध हो सक

इस तावत ीय नौसचालन णाल क म~य तीन

भाग ह -

1 अतर खड (पस सगमट)

28

2 भ1म खड (dाउड सगमट)

3 उपयोगकता( खड (यजर सगमट)

(1) अतर खड - Uकसी भी अतर आधारत

नौसचालन णाल म उपयोग कता( को िथतनधा(रण

U)या हत [यनतम चार उपdह क नरतर PDयता

अयावXयक ह इस1लए व1भ[न उपdहय तारमडल

का अययन Uकया गया अनक वकqप सोच गए

उनका क8gtयटर 1स8यलशन भी Uकया गया कम

लागत सरल चालन उपयोगकता( को पाई जान वाल

यथाथ(ता एव सवा को यान म रखन हए गहन

अययन क पXचात इस तावत नौसचालन णाल क

1लए सात उपdह का तारामडल निXचत Uकया गया

िजसम तीन उपdह भ-िथर मणका (GEO) म

)मश 34deg83deg132deg रखाश पर थापत Uकए जाएग

शष चार उपdह म स दो उपdह भ-तqयकाल मण

का (GSO) म 55deg अाश पर और अ[य दो 111deg

अाश पर 29deg झकाव क साथ थापत Uकए जाएग

इस कार क Wया1मतय सरचना स सात उपdह

नरतर भारतीय भ- (सवा ) म उपयोगकता(ओ को

िथत नधा(रण U)या हत हमशा PDटमान रहग इस

तारामडलय सरचना स 30 स बहतर क जीडीओपी

(GDOP) ािgtत भी सनिXचत क गई ह इन सभी

उपdह को भारतीय वीय उपdह पण यान

(पीएसएलवी) bवारा सतीश धवन उपdह क

29

(ीहरकोटा) स अतर भ-थानातरण मणका म

पत Uकया जाएगा

उपह स8पण - इस णाल क सभी सात उपdह क

सरचना एक समान होगी दायभार एव अ[य सभी

उपकरण इसरो क कqपना बस म वशष नौसचालन

अ1भयान हत आवXयक परवत(न करक समि[वत Uकया

गया ह उपdह का उथापन वजन (Lift of Mass)

1425 Uकdा क साथ-साथ शDक वजन (Dry Mass)

616 Uकdा होगा सौर पनल का 215 मीX18

मी रखा गया ह जो 1268 वॉट पावर ऊजा( दगा

dहण क दौरान ऊजा( पत ( क 1लए 64 Ah Li-ion बटर

भी रखी गई ह इन सभी उपdह को भ1म-खड िथत

सवा म वतरत नयण क bग bवारा नरतर

मॉनीटर Uकया जाएगा

(2) भ म खड- भ1म खड म~यत अतर म उपdह

तारामडल का नयण सचालन एव नौसचालन

आकड़ नमा(ण करन क 1लए अवरत काय(

करगा इस भ1म खड म न8न1लVखत आवXयक

सवधाए होगी

1 उपdह नयण क

2 नौसचालन नयण क

3 परासन क (सीडीएमए एव लसर परासन)

4 समय एव आकड़ा उव(-कड़ी टशन

5 आकड़ा सचार जाल

30

उपdह क अतर म सह िथत उनक का

सबधी ताजा-सचनाए ािgtत क 1लए दर1मत-दरादश

एव आयनमडलय मॉडलग सशोधन U)या क 1लए

20 परास एव इटdीट मॉनीटरग टशन (IRIMs)

सपण( सवा म वतरत Uकए जाएग िजनम 6

सीडीममए परासन 1 लसर परासन क bग एव 1

परमािवक घड़ी स सिWजत नटवक( टाई1मग सटर

भी शा1मल ह

नौसचालन नयण क का म~य काय( त क आकड़ा

सचार जाल bवारा ाgtत सचनाओ को ससाधत करक

एक परभाषत नौसचालन सदश का नमा(ण करना

िजसम उपdह क अतर म कvय िथत समय

आयनमडलय ट-सशोधन एव अ[य सशोधत सचनाए

हो ह उनको त क अप-1लक टशन को भजना ह

(3) उपयोगकता खड - उपयोगकता( खड म उपभोSता

अपन नौसचालन अ1भdाह (रसीवर) क जरए भारतीय

भ- (भ1म वाय एव सम) म सह िथत नधा(रण

सवा सटक समय क जानकार ाgtत कर सकत ह

इस णाल bवारा विXवक िथत नधा(रण णाल

(जीपीएस) क समान दो कार क सवाए उपलBध कराई

जाएगी िजसम (1) सामा[य िथत नधा(रण सवा

जो सभी कार क उपभोSताओ को सरलता स उपलBध

31

होगी िजसम lt20 मी तक क यथाथ(ता अपvत ह

और (2) 1स1मत(Restricted) िथत नधा(रण सवा जो

1स1मत ाधकत उपभोSताओ को ह उपलBध होगी इस

सवा क यथाथ(ता सामा[य िथत नधा(रण सवा स कई

गना बहतर होगी इस सवा म थान (पोिजशन) क

अतरSत सटक समय क सचना भी शा1मल ह और

य सभी सकत एि[)gtटड िथत म होग इस सवा को

ाgtत करन क 1लए bव-आकत अ1भdाह का उपयोग

करना होगा

32

उपह सचार (SATCOM)

पछल चार दशक म हमन दश क सवागी वकास म

भारतीय अतर काय()म का भाव दखा ह इस

काय()म म उपdह सचार णा1लय क भ1मका अयत

महवपण( ह उपdह सचार ौbयोगक bवारा पवी क

वशाल म आथ(क PिDट स सती (LOW COST) एव

वXवसनीय सचार तथा सपक( |यवथा थापत क जा

सकती ह दश का समd वकास तभी सभव होगा जब

हम दश क दर-दराज क दग(म एव dामीण म

आपसी सचार तथा सपक( |यवथा कायम कर पायग

िजसम उपdह सचार ौbयोगक एक मा वXवसनीय

तकनीक ह आज हमार दश म इ[सट तथा जीसट

णी क अनक सचार उपdह dामसट वीआरएस

(Village Resources System) एव अ[य अनक

परयोजनाओ क अतग(त दरसचार दरदश(न सारण

1शा वाय भ1म जगल एव सम सवtण

33

उ[नत मौसम मानटरन आपित |यवथापन जसी

अनक जन-कqयाणकार सवधाए दान कर रह हc

भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) क

अहमदाबाद क (SAC) का एसएनएए उपdह सचार

अनयोग अतग(त व1भ[न णा1लया एव उपकरण क

वकास तथा नमा(ण काय( म काय(रत ह िजसम मख

ह-

(1) Iलट मानटरन णालः-

इ[सट-एमएसएस आधारत लट मानटरन णाल

(FMS) म~यतः दश क परवहन (सड़क रल सम)

म काय(रत व1भ[न सगठन उbयोग क आवXयकताओ

को यान म रख कर वकसीत क गई ह यह सचार

उपdह आधारत वय सचा1लत लट मानटरन णाल

ह िजसक सवाए भारतीय उपमहाbवीप उपरात

सागर म भी उपलBध ह परवहन सचालक अपन

लट क वत(मान अपिथत (पोिजशन) समय एव

उनक सामयक गत पर ऑन-लाइन नगरानी रखन क

1लए इस योग म ल सकत हc आकिमक परिथत

म लट bवारा सvgtत सदश (Short messages of 40

34

characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

35

सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

10

अतर उपयोग क04 (सक) क2 श8आतः-

सन 1966 म डॉ व)म साराभाई न अहमदाबाद म

ायोगक उपdह सचार भ-क[ (इEक) क थापना

क थी इसी घटना स lsquoसकrsquo क नीव रखी गई थी

श+आती दौर म (सन 1972 तक) अतर तकनीक क

व1भ[न (उपdह सचार सदर सवदन मौसम

आद) म अनसधान एव वकास काय( अहमदाबाद िथत

व1भ[न यनट म अलग-अलग जगह पर चल रहा था

इन सब को 1मला कर सन 1972 म अतर उपयोग

क[ सक क थापना क गई सक आज भारतीय

अतर अनसधान सगठन (इसरो) का एक व1शDट

क[ ह जहा कxम उपdह क पलोड वक1सत करन

स लकर उ[नत अतर ौbयोगक क सामािजक

अनयोWयता (Societal applications) स सबधत अनक

परयोजनाओ पर काय( Uकया जाता ह यह क[

म~यतः उपdह सचार सदर सवदन नौसचालन मौसम

11

वTान क उपयोग सबधी काय()म को काया(ि[वत करन

क 1लए नर[तर काय(रत ह

उपह सचार एव नौसचालन अनयोग (SNAA)-

अतर उपयोग क[ (सक) का एसएनएए उपdह

सचार (SATCOM) तथा नौसचालन (NAVIGATION) क

म व1भ[न उ[नत ौbयोगUकया एव उनक सामािजक

अनयोWयताओ क अ1भकqपना एव वकास काय( म

सU)यता स काय(रत ह

सटकोम उपयोगता काय()म अतग(त भारतीय ीय

नौसचालन उपdह णाल (IRNSS) परयोजना क 1लए

योSता अ1भdाह (USER RECEIVER) 1स8यलटर ववध

गgtतलखन िक8स कोड वXलषण वधय क

अ1भकqपना और वकास काय( इस (SNAA) bवारा

Uकया जा रहा ह इसरो क भावी एव महवाकाी

समानव अतर अ1भयान (HSP) हत कोड वभाजन बह

अ1भगम (CDMA) मोडम तथा अ[य भ-उपकरण

णा1लय का वकास भी इसी म चल रहा ह

जीसट-6 काय()म अतग(त ट व वीeडयो को[hि[सग

तथा डाटा Eा[सफर (144kbps) क 1लए सवाzय

मqटमीeडया ट1म(नल का वकास नमा(ण तथा

ौbयोगक दश(न इस bवारा सफलतापव(क Uकया

गया इसी क साथ जीसट-7 परयोजना अतग(त ट व

वॉइस कॉल क 1लए उRच आवित अ1भdाह (UHF Rx)

12

का वकास एव नमा(ण काय( भी इसी क उपलिBध

इसक अतरSत व1भ[न ौbयोगकय वकास

परयोजना अतग(त उ[नत सचार णा1लय का वकास

नमा(ण एव ौbयोगक हतातरण (Technology

Transfer) एसएनएए bवारा Uकया गया ह इ[सट

एमएसएस टाइप-सी तथा टाइप-डी ट1म(नल का अनसधान

एव वकास काय( सफलतापव(क Uकया गया इसी

(MSS-C) परयोजना अतग(त जहाज मानटरन णाल का

वकास नमा(ण तथा उसका सथापन मय सवtण

वभाग (FSI Porbandar) पोरबदर क परसर म

सफलतापव(क सप[न Uकया क[ म थापत

पसनट और सकनट सवधा का चालन भी एसएनएए

bवारा Uकया जाता ह

सचार उपdह (INSAT-3A) आधारत वपित चतावनी

षण णाल (DATS) का वकास नमा(ण तथा सथापन

काय( एसएनएए bवारा सफलतापव(क Uकया गया इस

णाल का |यावसायक उपादन एक भारतीय इकाई

bवारा Uकया गया ह इस णाल का नयण क[

(Hub) भारतीय तट रक दल क परसर म थापत

Uकया ह जो नरतर (24x7) काय(रत ह

बोपल-सक परसर म थापत भक[ (BES) भी

एसएनएए का ह एक भाग ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

13

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

सीएसएसटईपी अतग(त ए1शया एव प1सUफक क

छा क 1लए उपdह सचार उपdह-नौसचालन एव

मौसम-वTान क म नौ महन क नातकोतर

eडgtलोमा पाय)म का सपण( सचालन इस क[ bवारा

नय1मत +प स Uकया जाता ह इसक अतरSत अय

सभी सटकोम योग म इस क[ क सहायता ल

जाती ह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) भी एसएनएए स

सलन ह यह क[ म~यतः मोबाईल उपdह सवा

(एमएसएस टाइप-सी और टाइप-डी) कयका बcड सचरण

अययन क 1लए भ1मगत सवधाए दान करता ह

साथ ह आपित |यवथापन नटवक( (DMS-VPN) क

नय)म चालन तथा अनरण काय( भी दखता ह

सचार उपdह आधारत व1भ[न योग परयोजनाओ

का सचालन भी इसी क[ क िज8मदार ह

एसएनएए को उनक काय(- क अन+प

न8न1लVखत तीन dप म वभािजत Uकया गया हः

(1) चालन एव ायोगक मतावध(न dप (OESG)

(2) अकय सचार ौbयोगक dप (DCTG)

(3) उपdह सचार णाल ौbयोगक dप (SSTG)

14

उपह नौसचालन (SATNAV)-

उपdह नौसचालन ौbयोगक न नौसचालन क म

एक अभतपव( )ात थापत क ह जहा अयधक

एकयरट थान नधा(रण एव समय क सचना मलभत

आवXयकताए हc उन सभी म इस ौbयोगक न

अपनी उपयोगता क अनवाय(ता 1स कर द ह

दन-तदन अनक इस तकनीक स लाभाि[वत हो

रह हc

वत(मान म च1लत उपdह आधारत नौसचालन

णा1लय म अमरका क विXवक थान नधा(रण

णाल ndash जीपीएस ह सबस Wयादा च1लत ह अ[य

णा1लय म +स क लोनास यरोप क ग1ल1लयो एव

अ[य विXवक नौसचालन णा1लया (GNSS) काय(रत ह

15

भारत क गगन परयोजना भी जीपीएस का ह

वतारत +प ह जो भारतीय भ- म काय(रत ह

कस काय करती ह उपह नौसचालन णालः-

कोई भी अतर आधारत नौसचालन णाल म~यतः

कxम उपdह का अतर म Tान (known) थान एव

पवी पर अ1भdाह क थान इन दोन क बीच का

दर-मापन (रज मज़रमट) और उपdह स सारत

रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क समय पर

आधारत ह न8नतर चार उपdह bवारा ाgtत क

गई दर और समय क सचना को 1मला कर चार

समीकरण बनत हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक

(ोससर) bवारा सलझा कर अ1भdाह क सह थान

(पोिजशन) एव समय का परकलन Uकया जाता ह

उपdह स ाgtत सचनाओ को अ1भdाह तक पहचन को

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

दर = वग x समय (Distance = Velocity x Time) को

योग म लाया जाता ह रeडयो सकत का वग काश

वग (299792458Uकमीसकड) क समान होता ह

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक

सनिXचत समय पर नमा(ण करत हc तथा दोन क घड़ी

(clock) भी लगभग समका1लन ह बाद म उपdह bवारा

ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त सकत को एक साथ

1मलाया जाता ह इस तरह स चार उपdह bवारा

16

सारत रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क

समय (Time) क गणना क जाती ह बाद म अ1भdाह

िथत अत आधनक सगणक सोटवयर bवारा

अ1भdाह क सह थान एव समय क सचना का

नधा(रण Uकया जाता ह यथाथ( थान-नधा(रण क साथ-

साथ अयाधक सटक समय ऊचाई और गतमापन भी

इस णाल bवारा सभव हो सका ह

xकोण1मत क 1सात अनसार थान नधा(रण क

U)या म 1सफ( तीन उपdह स दरमापन पया(gtत ह

िजसस 3D थान नधा(रण क गणना सभव ह परत

उपdह क समय को उस पर लगी एट1मक Sलोक स

नापा जाता ह जो कछ ननो सकड तक क परशता

रखती ह जब Uक अ1भdाह का कद भार और लागत

न8नतर रखन हत उसक Sलोक इतनी अचक नह रखी

जाती िजसस समय क परकलन म थोड़ा सा परवत(न

(ट) आ जाता ह इस ट को [यनतम करन क 1लए

ह एक ओर उपdह स दरमापन Uकया जाता ह िजसक

सहायता स समय क अत)मण (offset) को नDका1सत

Uकया जाता ह

(लोबल पोिजशनग स-टम-जीपीएस

लोबल पोिजशनग 1सटम-जीपीएसrsquo जीपीएस ldquoनवटार

जीपीएसrdquo का परवत(त नाम ह िजसका वतत नाम

नवगशन 1सटम वथ टाइम एड रिजग लोबल

पोिजशनग 1सटम ह इस णाल क आवDकार स

17

मानव क दघ(का1लन एव सबस जटल समया का

सह समाधान 1मल गया ह मc इस धरती पर कहा ह

मरा इस धरती पर सह थान Sया ह आप अपन

सह थान (पोिजशन) को सरलता स तभी बता सकत

हc जब आपक आसपास कोई चीज या ठोस पदाथ( सदभ(

क 1लए हो उसी सदभ( स आप अपन मल थान का

पता लगा सकत हc लUकन जब आपक आसपास या

नजदक सदभ( क 1लए कछ भी नह ह आप बीच

सागर आकाश रगतान या घन जगल म ह तब

समया और भी गभीर हो सकती ह

परान समय म जब मानव न याा करना आरभ Uकया

तब वह अपन रात म पथर या कोई चीज नशानी

(सदभ() क तौर पर रख दता था और लौटत समय उसक

सदभ( स अपन मल थान पर वापस लौट आता था

यह |यवथा बहत ह सी1मत वतार क 1लए मया(दत

थी बारश या बफ( गरन पर मसीबत और भी बढ़

जाती थी बाद म मानव न जब सागर याा ारभ क

तब तो समया और भी बढ़ गई SयUक बीच सागर म

शान कहा लगाए जा सकत थ तब उसन आकाश क

ओर दखा आकाश म तार का थान और उनक

गनती क आधार पर वह अपना राता तय करन लगा

लUकन तार हमस बहत दर ह और 1सफ( रात को ह

दखत हc तथा उसक 1लए आकाश भी वRछ होना

चाहए इसक बाद दशा सचन एव नौसचालन क 1लए

कछ और उपकरण (कपास सSस[ट) का वकास Uकया

18

गया लUकन उनक यथाथ(ता पर Xनच[ह ह लगा

था

आधनक मानव न और कई इलSEोनक उपकरण

अपना कर यन Uकए लUकन उनक उपयोगता 1स

नह हो सक थी बाद म टरिEयल रeडयो आधारत

नौसचालन णाल (लोरन ओमगा)य का वकास हआ

इस णाल न नावक को दशासचन और नौकायन म

काफ मदद क लUकन इनक भी अपनी कछ मया(दाए

थी इसक बाद सन 1960 क दशक म अतर

आधारत सटनव णाल (Eािज़ट टाइमशन और

डSका)य का वकास हआ िजसम पवी क नजदक

का (एलईओ) म एक स Wयादा कxम उपdह को

थापत Uकया गया था यह णा1लया UhSव[सी

डोgtलर वचलन पर आधारत थी और उपdह स सकत

ाgtत करन म बहत तीा करनी पड़ती थी इनम

हआ थोड़ा सा भी गत परवत(न अ1भdाह (र1सवर) क

िथत म बहत बड़ी ट पदा कर दता था इ[ह

मया(दाओ न एक उRच यथाथ(ता दान कर ऐसी विXवक

नौसचालन णाल वक1सत करन को रत Uकया

सन 1970 क दशक म अमरका क रा वभाग न एक

योजना को मजर द िजसका नाम था ndash विXवक

थान नधा(रण णाल ndash जीपीएस इस योजना पर

लगातार बीस वष( तक काय( चलता रहा अत म इस

णाल न सह काम Uकया और आज मानवी दनया क

Uकसी भी कोन म हो Uकसी भी समय पर अपना

19

निXचत थान (पोिजशन) और समय वातवक काल

म आसानी स बता सकता ह

ारभ म यह णाल 1सफ( अमरक सना क नजी

उपयोग हत सी1मत थी बाद म सामा[य लोग क

उपयोग क 1लए भी इस उपलBध कराया गया आज

सनक उपयोग क अलावा म~य सामा[य उपयोग ह

1) नौसचालन (भ1म सागर एव वाय म)

2) सामा[य सवtण

3) विXवक समय का आकलन

इसक अतरSत जीपीएस अ1भdाह क उपयोगता क

कोई सीमाए नह ह आज लगभग यक ौbयोगक

म इस णाल का य या अय महतम उपयोग

हो रहा ह

3 कस काय करती ह विltवक -थान नधारण णाल

(gtच स 1)

20

जीपीएस म~यतः कxम उपdह (मानव न1म(त तार)

का अतर म थान एव अ1भdाह (र1सवर) का पवी

पर थान इन दोन क बीच का दरमापन (रज

मज़रम[ट) और उपdह स ाgtत सचना (डाटा) को

अ1भdाह तक पहचन का समय पर आधारत ह

[यनतम चार उपdह bवारा (च स 1) ाgtत क गई

दर और समय दोन को 1मला कर चार समीकरण बनत

हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक bवारा सलझा

कर अ1भdाह का सह थान और समय का परकलन

Uकया जाता ह उपdह bवारा सारत सचना को

अ1भdाह तक पहचन क समय को Tात करन क 1लए

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

= वग X समय को योग म 1लया गया ह रeडयो

सकत का वग काश वग (299792458 Uकमी त

सकड) क समान ह

च स~या-2

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक ह

21

सनिXचत समय पर उप[न करत हc और दोन क घड़ी

(एट1मक Sलोक) भी समका1लन ह बाद म उपdह

bवारा ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त दोन सकत

को एक साथ 1मला जाना ह च स~या-2 दख इस

तरह 4 उपdह bवारा सारत रeडयो सकत को

अ1भdाह तक पहचन क समय क गणना क जाती ह

जीपीएस णाल क वतत तकनीक जानकार ाgtत

करन क 1लए इस म~य तीन भाग म बाटना आवXयक

1) अतर खड (पस सगम[ट)

2) नयण एव नगरानी खड (कEोल एड मोनटरग

सगमट)

3) योSता खड (यज़र सगमट)

(1) अतर खडः-

च स~या - 3 च स~या - 4

अतर खड िजसम 24 कxम उपdह (+4 आरvत)

को पवी क अतरम मणका म (च स~या 3 और

22

4 दख) करब 20200 Uकमी क दर पर निXचत 6

काओ म थापत Uकया गया ह सभी उपdह

निXचत 12 घट म पवी का एक परमण करत हc

यक उपdह पवी पर एक ह vतज सीमा म दन

म दो बार गजरता ह अतर खड क अ1भकqपना

कछ इस कार स न1म(त क गई ह Uक Uकसी भी

समय और पवी क Uकसी भी भाग म [यनतम 4

उपdह एक ह vतज सीमा म नरतर PिDटमान रहत

हc अनभव स Tात हआ ह Uक कभी-कभी एक ह

समय पर एक ह vतज सीमा म 8-10 उपdह सदव

PिDटमान रहत हc

यक उपdह पर बहत ह यथाथ( (एSयरट) दो एट1मक

घeड़या (Sलोक) होती ह िजन क मल आवित 1023

मगाह(स होती ह इस आवित क सदभ( स उपdह

म कट सकत नमा(ण Uकय जात हc इन सकत को

पवी क ओर सतत सारत Uकया जाता ह िजसम

उपdह का अपना पहचान )माक (आईडी) समय

अतर म अपना थान (लोकशन) एव उसी समय

उसक आसपास मणशील अ[य उपdह क सपण(

जानकार सि8म1लत होती ह िजस ldquoअqमनकrdquo कहत

हc यह जानकार एक महन तक मा[य रहती ह

इन सकत को पवी क ओर सारत करन हत उपdह

दो वाहक आवितय का उपयोग करत हc जो

न8न1लVखत हः-

23

च स~या-5

1) एल-1 = 157542 मगाहट(ज (MHz)

2) एल-2 = 122760 मगाहट(ज (MHz)

एल-1 वाहक आवित िजस पर दो कट सकत (कोड)

अध1मत Uकए जात हc (च स~या-5 दख)

1) सीए कोड जो 1023 MHz मल आवित पर और

2) पी कोड िजस 1023 MHz मल आवित पर

अध1मत Uकया जाता ह

एल-2 वाहक आवित पर 1सफ( पी कोड 1023 MHz

मल आवित पर अध1मत Uकया जाता ह पी कोड

कवल अमरक सना क नजी उपयोग क 1लए ह

सी1मत रखा गया ह

पवी पर िथत जीपीएस अ1भdाह उपरोSत सकत का

उपयोग अतर म उपdह का थान समय एव उस

24

समय अ[य उपdह क अतर म वत(मान िथत

जानन क 1लए करता ह इन सकत का म~य उपयोग

अतर म उपdह क वत(मान िथत (लोकशन) एव

पवी पर अ1भdाह क बीच का दरमापन (रज) करना

ह न8नतम 4 उपdह bवारा ाgtत सकत स दरमापन

U)या सप[न करक अ1भdाह क सह थान क

सगणना क जाती ह

(2) नयण एव नगरानी खडः

च स~या-6

अतर म थापत सभी 24 उपdह पर नगरानी

रखन क 1लए पवी पर भमय रखा क आसपास 1

म~य नयण क एव 5 नगरानी भ-क (च स~या-

6) )मशः कोलोराडो एक[सन (Ascension) eडयागो

(Diego) Sवाजलन (Kwajalein) तथा हवाई (Hawaii) म

काय(रत ह य सभी भ-क णाल क सभी उपdह क

साथ नरतर सपक( बनाए रखत हc एक बहत ह

महवपण( काय( इस खड bवारा काया(ि[वत Uकया जाता

ह Uक मणका म घम रह सभी उपdह का अनवत(न

(EUकग) कर क उनक कीय िथत क सटक जाच

करना और उन पर िथत एट1मक Sलोक को

25

असशोधत कर क अगर उसम कछ टया ह तो उस

सधार कर म~य नयण क bवारा सभी उपdह को

पनः सारत करना ह िजसस यक उपdह क पास

उसक अतर म वातवक सह िथत एव समय क

जानकार उपलBध करायी जाती ह यह जानकार पवी

पर िथत जीपीएस अ1भdाह क 1लए बहत ह आवXयक

होती ह

3) योEता खडः

इसक अतग(त जीपीएस अ1भdाह (र1सवर) जो उपdह

bवारा सारत कट सकत को अपन सगणक bवारा

वXलषण करक पवी पर अपना निXचत थान और

समय क सचना ाgtत करत हc इस अ1भdाह का

उपयोग कोई भी सामा[य |यिSत आसानी स कर सकता

न8न1लVखत उपयोग हत जीपीएस णाल अयत

महवपण( 1स हई हः

1) स[य सवtण

2) भ-सवtण

3) नौ-सचालन (भ1म सागर एव वाय म)

4) भ-गतUकय अययन

5) वाहन यातायात (रल सडक) नयण एव बधन

6) ववध याxक नयण णा1लया

7) वXव म कह भी समय को समका1लन (1स)ोनाइज़)

करन क 1लए

8) विXवक भकप सनामी जसी ाकतक आपितय क

बधन म

26

भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल

ndash आईआरएनएसएस

उपdह नौसचालन णाल क बहहतक व1शDटताओ को

दखत हए वत(मान समय म इस णाल का कोई

वकqप नह ह जीपीएस क सवाए भारतीय भ- म

सरलता स उपलBध ह लUकन आपातकाल या य क

दौरान यह सवधा हम उपलBध ना हो या Uफर इस

णाल bवारा ाgtत सचनाओ को टज[य भी Uकया जा

सकता ह SयUक यह णाल सपण(तः अमरका क

रा वभाग bवारा नयxत ह सvgtत म कहा जाय

तो आपातकाल म जीपीएस क सवाए सदहापद ह

उपरोSत वात को यान म रखत हए भारत (इसरो) भी

दश क नौसचालनय आवXयकता को (सनक तथा

असनक सभी) को परा करन क 1लए सपण(तः वायत

एव वनयxत ीय नौसचालन उपdह णाल-

आईआरएनएसएस थापत करन जा रहा ह जो

भारतीय उपमहाbवीप म व1भ[न उपयोगकता(ओ को

27

सह यथाथ(ता स थान-नधा(रण नौसचालन एव समय

क सचना जसी आवXयक सवाए दान करगी बाद म

अतरSत घटक को शा1मल करन क सामय(ता स इस

वतारत भी Uकया जा सकता ह िजसस पडोसी

को उपरोSत यथाथ(ता स नौसचालन सवाए दान क जा

सक

नFपादन उGltय

bull दश क नौसचालनय आवXयकता को को परा

करन क 1लए सपण(तः वायत एव वनयxत

ीय नौसचालन उपdह णाल का अ1भकqपन

वकास एव काया([वयन

bull उRच यथाथ(ता स थान-नधा(रण (lt 20 मीटर)

एव समय क सचना (lt10-20 ननो सकड)

bull आयनमडलय सशोधन क साथ सभी ऋत म

चालन

bull उRचतम उपलBधता (24 X 7) 999

bull भारतीय भ- उपरात 1500 Uक मी क

आसपास म भी उRच यथाथ(ता स

नौसचालन सवा उपलBध

bull बाद म इसक सवा को )मशः वतत भी

Uकया जाएगा िजसस पडोसी को उपरोSत

यथाथ(ता स नौसचालन सवधा उपलBध हो सक

इस तावत ीय नौसचालन णाल क म~य तीन

भाग ह -

1 अतर खड (पस सगमट)

28

2 भ1म खड (dाउड सगमट)

3 उपयोगकता( खड (यजर सगमट)

(1) अतर खड - Uकसी भी अतर आधारत

नौसचालन णाल म उपयोग कता( को िथतनधा(रण

U)या हत [यनतम चार उपdह क नरतर PDयता

अयावXयक ह इस1लए व1भ[न उपdहय तारमडल

का अययन Uकया गया अनक वकqप सोच गए

उनका क8gtयटर 1स8यलशन भी Uकया गया कम

लागत सरल चालन उपयोगकता( को पाई जान वाल

यथाथ(ता एव सवा को यान म रखन हए गहन

अययन क पXचात इस तावत नौसचालन णाल क

1लए सात उपdह का तारामडल निXचत Uकया गया

िजसम तीन उपdह भ-िथर मणका (GEO) म

)मश 34deg83deg132deg रखाश पर थापत Uकए जाएग

शष चार उपdह म स दो उपdह भ-तqयकाल मण

का (GSO) म 55deg अाश पर और अ[य दो 111deg

अाश पर 29deg झकाव क साथ थापत Uकए जाएग

इस कार क Wया1मतय सरचना स सात उपdह

नरतर भारतीय भ- (सवा ) म उपयोगकता(ओ को

िथत नधा(रण U)या हत हमशा PDटमान रहग इस

तारामडलय सरचना स 30 स बहतर क जीडीओपी

(GDOP) ािgtत भी सनिXचत क गई ह इन सभी

उपdह को भारतीय वीय उपdह पण यान

(पीएसएलवी) bवारा सतीश धवन उपdह क

29

(ीहरकोटा) स अतर भ-थानातरण मणका म

पत Uकया जाएगा

उपह स8पण - इस णाल क सभी सात उपdह क

सरचना एक समान होगी दायभार एव अ[य सभी

उपकरण इसरो क कqपना बस म वशष नौसचालन

अ1भयान हत आवXयक परवत(न करक समि[वत Uकया

गया ह उपdह का उथापन वजन (Lift of Mass)

1425 Uकdा क साथ-साथ शDक वजन (Dry Mass)

616 Uकdा होगा सौर पनल का 215 मीX18

मी रखा गया ह जो 1268 वॉट पावर ऊजा( दगा

dहण क दौरान ऊजा( पत ( क 1लए 64 Ah Li-ion बटर

भी रखी गई ह इन सभी उपdह को भ1म-खड िथत

सवा म वतरत नयण क bग bवारा नरतर

मॉनीटर Uकया जाएगा

(2) भ म खड- भ1म खड म~यत अतर म उपdह

तारामडल का नयण सचालन एव नौसचालन

आकड़ नमा(ण करन क 1लए अवरत काय(

करगा इस भ1म खड म न8न1लVखत आवXयक

सवधाए होगी

1 उपdह नयण क

2 नौसचालन नयण क

3 परासन क (सीडीएमए एव लसर परासन)

4 समय एव आकड़ा उव(-कड़ी टशन

5 आकड़ा सचार जाल

30

उपdह क अतर म सह िथत उनक का

सबधी ताजा-सचनाए ािgtत क 1लए दर1मत-दरादश

एव आयनमडलय मॉडलग सशोधन U)या क 1लए

20 परास एव इटdीट मॉनीटरग टशन (IRIMs)

सपण( सवा म वतरत Uकए जाएग िजनम 6

सीडीममए परासन 1 लसर परासन क bग एव 1

परमािवक घड़ी स सिWजत नटवक( टाई1मग सटर

भी शा1मल ह

नौसचालन नयण क का म~य काय( त क आकड़ा

सचार जाल bवारा ाgtत सचनाओ को ससाधत करक

एक परभाषत नौसचालन सदश का नमा(ण करना

िजसम उपdह क अतर म कvय िथत समय

आयनमडलय ट-सशोधन एव अ[य सशोधत सचनाए

हो ह उनको त क अप-1लक टशन को भजना ह

(3) उपयोगकता खड - उपयोगकता( खड म उपभोSता

अपन नौसचालन अ1भdाह (रसीवर) क जरए भारतीय

भ- (भ1म वाय एव सम) म सह िथत नधा(रण

सवा सटक समय क जानकार ाgtत कर सकत ह

इस णाल bवारा विXवक िथत नधा(रण णाल

(जीपीएस) क समान दो कार क सवाए उपलBध कराई

जाएगी िजसम (1) सामा[य िथत नधा(रण सवा

जो सभी कार क उपभोSताओ को सरलता स उपलBध

31

होगी िजसम lt20 मी तक क यथाथ(ता अपvत ह

और (2) 1स1मत(Restricted) िथत नधा(रण सवा जो

1स1मत ाधकत उपभोSताओ को ह उपलBध होगी इस

सवा क यथाथ(ता सामा[य िथत नधा(रण सवा स कई

गना बहतर होगी इस सवा म थान (पोिजशन) क

अतरSत सटक समय क सचना भी शा1मल ह और

य सभी सकत एि[)gtटड िथत म होग इस सवा को

ाgtत करन क 1लए bव-आकत अ1भdाह का उपयोग

करना होगा

32

उपह सचार (SATCOM)

पछल चार दशक म हमन दश क सवागी वकास म

भारतीय अतर काय()म का भाव दखा ह इस

काय()म म उपdह सचार णा1लय क भ1मका अयत

महवपण( ह उपdह सचार ौbयोगक bवारा पवी क

वशाल म आथ(क PिDट स सती (LOW COST) एव

वXवसनीय सचार तथा सपक( |यवथा थापत क जा

सकती ह दश का समd वकास तभी सभव होगा जब

हम दश क दर-दराज क दग(म एव dामीण म

आपसी सचार तथा सपक( |यवथा कायम कर पायग

िजसम उपdह सचार ौbयोगक एक मा वXवसनीय

तकनीक ह आज हमार दश म इ[सट तथा जीसट

णी क अनक सचार उपdह dामसट वीआरएस

(Village Resources System) एव अ[य अनक

परयोजनाओ क अतग(त दरसचार दरदश(न सारण

1शा वाय भ1म जगल एव सम सवtण

33

उ[नत मौसम मानटरन आपित |यवथापन जसी

अनक जन-कqयाणकार सवधाए दान कर रह हc

भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) क

अहमदाबाद क (SAC) का एसएनएए उपdह सचार

अनयोग अतग(त व1भ[न णा1लया एव उपकरण क

वकास तथा नमा(ण काय( म काय(रत ह िजसम मख

ह-

(1) Iलट मानटरन णालः-

इ[सट-एमएसएस आधारत लट मानटरन णाल

(FMS) म~यतः दश क परवहन (सड़क रल सम)

म काय(रत व1भ[न सगठन उbयोग क आवXयकताओ

को यान म रख कर वकसीत क गई ह यह सचार

उपdह आधारत वय सचा1लत लट मानटरन णाल

ह िजसक सवाए भारतीय उपमहाbवीप उपरात

सागर म भी उपलBध ह परवहन सचालक अपन

लट क वत(मान अपिथत (पोिजशन) समय एव

उनक सामयक गत पर ऑन-लाइन नगरानी रखन क

1लए इस योग म ल सकत हc आकिमक परिथत

म लट bवारा सvgtत सदश (Short messages of 40

34

characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

35

सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

11

वTान क उपयोग सबधी काय()म को काया(ि[वत करन

क 1लए नर[तर काय(रत ह

उपह सचार एव नौसचालन अनयोग (SNAA)-

अतर उपयोग क[ (सक) का एसएनएए उपdह

सचार (SATCOM) तथा नौसचालन (NAVIGATION) क

म व1भ[न उ[नत ौbयोगUकया एव उनक सामािजक

अनयोWयताओ क अ1भकqपना एव वकास काय( म

सU)यता स काय(रत ह

सटकोम उपयोगता काय()म अतग(त भारतीय ीय

नौसचालन उपdह णाल (IRNSS) परयोजना क 1लए

योSता अ1भdाह (USER RECEIVER) 1स8यलटर ववध

गgtतलखन िक8स कोड वXलषण वधय क

अ1भकqपना और वकास काय( इस (SNAA) bवारा

Uकया जा रहा ह इसरो क भावी एव महवाकाी

समानव अतर अ1भयान (HSP) हत कोड वभाजन बह

अ1भगम (CDMA) मोडम तथा अ[य भ-उपकरण

णा1लय का वकास भी इसी म चल रहा ह

जीसट-6 काय()म अतग(त ट व वीeडयो को[hि[सग

तथा डाटा Eा[सफर (144kbps) क 1लए सवाzय

मqटमीeडया ट1म(नल का वकास नमा(ण तथा

ौbयोगक दश(न इस bवारा सफलतापव(क Uकया

गया इसी क साथ जीसट-7 परयोजना अतग(त ट व

वॉइस कॉल क 1लए उRच आवित अ1भdाह (UHF Rx)

12

का वकास एव नमा(ण काय( भी इसी क उपलिBध

इसक अतरSत व1भ[न ौbयोगकय वकास

परयोजना अतग(त उ[नत सचार णा1लय का वकास

नमा(ण एव ौbयोगक हतातरण (Technology

Transfer) एसएनएए bवारा Uकया गया ह इ[सट

एमएसएस टाइप-सी तथा टाइप-डी ट1म(नल का अनसधान

एव वकास काय( सफलतापव(क Uकया गया इसी

(MSS-C) परयोजना अतग(त जहाज मानटरन णाल का

वकास नमा(ण तथा उसका सथापन मय सवtण

वभाग (FSI Porbandar) पोरबदर क परसर म

सफलतापव(क सप[न Uकया क[ म थापत

पसनट और सकनट सवधा का चालन भी एसएनएए

bवारा Uकया जाता ह

सचार उपdह (INSAT-3A) आधारत वपित चतावनी

षण णाल (DATS) का वकास नमा(ण तथा सथापन

काय( एसएनएए bवारा सफलतापव(क Uकया गया इस

णाल का |यावसायक उपादन एक भारतीय इकाई

bवारा Uकया गया ह इस णाल का नयण क[

(Hub) भारतीय तट रक दल क परसर म थापत

Uकया ह जो नरतर (24x7) काय(रत ह

बोपल-सक परसर म थापत भक[ (BES) भी

एसएनएए का ह एक भाग ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

13

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

सीएसएसटईपी अतग(त ए1शया एव प1सUफक क

छा क 1लए उपdह सचार उपdह-नौसचालन एव

मौसम-वTान क म नौ महन क नातकोतर

eडgtलोमा पाय)म का सपण( सचालन इस क[ bवारा

नय1मत +प स Uकया जाता ह इसक अतरSत अय

सभी सटकोम योग म इस क[ क सहायता ल

जाती ह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) भी एसएनएए स

सलन ह यह क[ म~यतः मोबाईल उपdह सवा

(एमएसएस टाइप-सी और टाइप-डी) कयका बcड सचरण

अययन क 1लए भ1मगत सवधाए दान करता ह

साथ ह आपित |यवथापन नटवक( (DMS-VPN) क

नय)म चालन तथा अनरण काय( भी दखता ह

सचार उपdह आधारत व1भ[न योग परयोजनाओ

का सचालन भी इसी क[ क िज8मदार ह

एसएनएए को उनक काय(- क अन+प

न8न1लVखत तीन dप म वभािजत Uकया गया हः

(1) चालन एव ायोगक मतावध(न dप (OESG)

(2) अकय सचार ौbयोगक dप (DCTG)

(3) उपdह सचार णाल ौbयोगक dप (SSTG)

14

उपह नौसचालन (SATNAV)-

उपdह नौसचालन ौbयोगक न नौसचालन क म

एक अभतपव( )ात थापत क ह जहा अयधक

एकयरट थान नधा(रण एव समय क सचना मलभत

आवXयकताए हc उन सभी म इस ौbयोगक न

अपनी उपयोगता क अनवाय(ता 1स कर द ह

दन-तदन अनक इस तकनीक स लाभाि[वत हो

रह हc

वत(मान म च1लत उपdह आधारत नौसचालन

णा1लय म अमरका क विXवक थान नधा(रण

णाल ndash जीपीएस ह सबस Wयादा च1लत ह अ[य

णा1लय म +स क लोनास यरोप क ग1ल1लयो एव

अ[य विXवक नौसचालन णा1लया (GNSS) काय(रत ह

15

भारत क गगन परयोजना भी जीपीएस का ह

वतारत +प ह जो भारतीय भ- म काय(रत ह

कस काय करती ह उपह नौसचालन णालः-

कोई भी अतर आधारत नौसचालन णाल म~यतः

कxम उपdह का अतर म Tान (known) थान एव

पवी पर अ1भdाह क थान इन दोन क बीच का

दर-मापन (रज मज़रमट) और उपdह स सारत

रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क समय पर

आधारत ह न8नतर चार उपdह bवारा ाgtत क

गई दर और समय क सचना को 1मला कर चार

समीकरण बनत हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक

(ोससर) bवारा सलझा कर अ1भdाह क सह थान

(पोिजशन) एव समय का परकलन Uकया जाता ह

उपdह स ाgtत सचनाओ को अ1भdाह तक पहचन को

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

दर = वग x समय (Distance = Velocity x Time) को

योग म लाया जाता ह रeडयो सकत का वग काश

वग (299792458Uकमीसकड) क समान होता ह

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक

सनिXचत समय पर नमा(ण करत हc तथा दोन क घड़ी

(clock) भी लगभग समका1लन ह बाद म उपdह bवारा

ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त सकत को एक साथ

1मलाया जाता ह इस तरह स चार उपdह bवारा

16

सारत रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क

समय (Time) क गणना क जाती ह बाद म अ1भdाह

िथत अत आधनक सगणक सोटवयर bवारा

अ1भdाह क सह थान एव समय क सचना का

नधा(रण Uकया जाता ह यथाथ( थान-नधा(रण क साथ-

साथ अयाधक सटक समय ऊचाई और गतमापन भी

इस णाल bवारा सभव हो सका ह

xकोण1मत क 1सात अनसार थान नधा(रण क

U)या म 1सफ( तीन उपdह स दरमापन पया(gtत ह

िजसस 3D थान नधा(रण क गणना सभव ह परत

उपdह क समय को उस पर लगी एट1मक Sलोक स

नापा जाता ह जो कछ ननो सकड तक क परशता

रखती ह जब Uक अ1भdाह का कद भार और लागत

न8नतर रखन हत उसक Sलोक इतनी अचक नह रखी

जाती िजसस समय क परकलन म थोड़ा सा परवत(न

(ट) आ जाता ह इस ट को [यनतम करन क 1लए

ह एक ओर उपdह स दरमापन Uकया जाता ह िजसक

सहायता स समय क अत)मण (offset) को नDका1सत

Uकया जाता ह

(लोबल पोिजशनग स-टम-जीपीएस

लोबल पोिजशनग 1सटम-जीपीएसrsquo जीपीएस ldquoनवटार

जीपीएसrdquo का परवत(त नाम ह िजसका वतत नाम

नवगशन 1सटम वथ टाइम एड रिजग लोबल

पोिजशनग 1सटम ह इस णाल क आवDकार स

17

मानव क दघ(का1लन एव सबस जटल समया का

सह समाधान 1मल गया ह मc इस धरती पर कहा ह

मरा इस धरती पर सह थान Sया ह आप अपन

सह थान (पोिजशन) को सरलता स तभी बता सकत

हc जब आपक आसपास कोई चीज या ठोस पदाथ( सदभ(

क 1लए हो उसी सदभ( स आप अपन मल थान का

पता लगा सकत हc लUकन जब आपक आसपास या

नजदक सदभ( क 1लए कछ भी नह ह आप बीच

सागर आकाश रगतान या घन जगल म ह तब

समया और भी गभीर हो सकती ह

परान समय म जब मानव न याा करना आरभ Uकया

तब वह अपन रात म पथर या कोई चीज नशानी

(सदभ() क तौर पर रख दता था और लौटत समय उसक

सदभ( स अपन मल थान पर वापस लौट आता था

यह |यवथा बहत ह सी1मत वतार क 1लए मया(दत

थी बारश या बफ( गरन पर मसीबत और भी बढ़

जाती थी बाद म मानव न जब सागर याा ारभ क

तब तो समया और भी बढ़ गई SयUक बीच सागर म

शान कहा लगाए जा सकत थ तब उसन आकाश क

ओर दखा आकाश म तार का थान और उनक

गनती क आधार पर वह अपना राता तय करन लगा

लUकन तार हमस बहत दर ह और 1सफ( रात को ह

दखत हc तथा उसक 1लए आकाश भी वRछ होना

चाहए इसक बाद दशा सचन एव नौसचालन क 1लए

कछ और उपकरण (कपास सSस[ट) का वकास Uकया

18

गया लUकन उनक यथाथ(ता पर Xनच[ह ह लगा

था

आधनक मानव न और कई इलSEोनक उपकरण

अपना कर यन Uकए लUकन उनक उपयोगता 1स

नह हो सक थी बाद म टरिEयल रeडयो आधारत

नौसचालन णाल (लोरन ओमगा)य का वकास हआ

इस णाल न नावक को दशासचन और नौकायन म

काफ मदद क लUकन इनक भी अपनी कछ मया(दाए

थी इसक बाद सन 1960 क दशक म अतर

आधारत सटनव णाल (Eािज़ट टाइमशन और

डSका)य का वकास हआ िजसम पवी क नजदक

का (एलईओ) म एक स Wयादा कxम उपdह को

थापत Uकया गया था यह णा1लया UhSव[सी

डोgtलर वचलन पर आधारत थी और उपdह स सकत

ाgtत करन म बहत तीा करनी पड़ती थी इनम

हआ थोड़ा सा भी गत परवत(न अ1भdाह (र1सवर) क

िथत म बहत बड़ी ट पदा कर दता था इ[ह

मया(दाओ न एक उRच यथाथ(ता दान कर ऐसी विXवक

नौसचालन णाल वक1सत करन को रत Uकया

सन 1970 क दशक म अमरका क रा वभाग न एक

योजना को मजर द िजसका नाम था ndash विXवक

थान नधा(रण णाल ndash जीपीएस इस योजना पर

लगातार बीस वष( तक काय( चलता रहा अत म इस

णाल न सह काम Uकया और आज मानवी दनया क

Uकसी भी कोन म हो Uकसी भी समय पर अपना

19

निXचत थान (पोिजशन) और समय वातवक काल

म आसानी स बता सकता ह

ारभ म यह णाल 1सफ( अमरक सना क नजी

उपयोग हत सी1मत थी बाद म सामा[य लोग क

उपयोग क 1लए भी इस उपलBध कराया गया आज

सनक उपयोग क अलावा म~य सामा[य उपयोग ह

1) नौसचालन (भ1म सागर एव वाय म)

2) सामा[य सवtण

3) विXवक समय का आकलन

इसक अतरSत जीपीएस अ1भdाह क उपयोगता क

कोई सीमाए नह ह आज लगभग यक ौbयोगक

म इस णाल का य या अय महतम उपयोग

हो रहा ह

3 कस काय करती ह विltवक -थान नधारण णाल

(gtच स 1)

20

जीपीएस म~यतः कxम उपdह (मानव न1म(त तार)

का अतर म थान एव अ1भdाह (र1सवर) का पवी

पर थान इन दोन क बीच का दरमापन (रज

मज़रम[ट) और उपdह स ाgtत सचना (डाटा) को

अ1भdाह तक पहचन का समय पर आधारत ह

[यनतम चार उपdह bवारा (च स 1) ाgtत क गई

दर और समय दोन को 1मला कर चार समीकरण बनत

हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक bवारा सलझा

कर अ1भdाह का सह थान और समय का परकलन

Uकया जाता ह उपdह bवारा सारत सचना को

अ1भdाह तक पहचन क समय को Tात करन क 1लए

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

= वग X समय को योग म 1लया गया ह रeडयो

सकत का वग काश वग (299792458 Uकमी त

सकड) क समान ह

च स~या-2

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक ह

21

सनिXचत समय पर उप[न करत हc और दोन क घड़ी

(एट1मक Sलोक) भी समका1लन ह बाद म उपdह

bवारा ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त दोन सकत

को एक साथ 1मला जाना ह च स~या-2 दख इस

तरह 4 उपdह bवारा सारत रeडयो सकत को

अ1भdाह तक पहचन क समय क गणना क जाती ह

जीपीएस णाल क वतत तकनीक जानकार ाgtत

करन क 1लए इस म~य तीन भाग म बाटना आवXयक

1) अतर खड (पस सगम[ट)

2) नयण एव नगरानी खड (कEोल एड मोनटरग

सगमट)

3) योSता खड (यज़र सगमट)

(1) अतर खडः-

च स~या - 3 च स~या - 4

अतर खड िजसम 24 कxम उपdह (+4 आरvत)

को पवी क अतरम मणका म (च स~या 3 और

22

4 दख) करब 20200 Uकमी क दर पर निXचत 6

काओ म थापत Uकया गया ह सभी उपdह

निXचत 12 घट म पवी का एक परमण करत हc

यक उपdह पवी पर एक ह vतज सीमा म दन

म दो बार गजरता ह अतर खड क अ1भकqपना

कछ इस कार स न1म(त क गई ह Uक Uकसी भी

समय और पवी क Uकसी भी भाग म [यनतम 4

उपdह एक ह vतज सीमा म नरतर PिDटमान रहत

हc अनभव स Tात हआ ह Uक कभी-कभी एक ह

समय पर एक ह vतज सीमा म 8-10 उपdह सदव

PिDटमान रहत हc

यक उपdह पर बहत ह यथाथ( (एSयरट) दो एट1मक

घeड़या (Sलोक) होती ह िजन क मल आवित 1023

मगाह(स होती ह इस आवित क सदभ( स उपdह

म कट सकत नमा(ण Uकय जात हc इन सकत को

पवी क ओर सतत सारत Uकया जाता ह िजसम

उपdह का अपना पहचान )माक (आईडी) समय

अतर म अपना थान (लोकशन) एव उसी समय

उसक आसपास मणशील अ[य उपdह क सपण(

जानकार सि8म1लत होती ह िजस ldquoअqमनकrdquo कहत

हc यह जानकार एक महन तक मा[य रहती ह

इन सकत को पवी क ओर सारत करन हत उपdह

दो वाहक आवितय का उपयोग करत हc जो

न8न1लVखत हः-

23

च स~या-5

1) एल-1 = 157542 मगाहट(ज (MHz)

2) एल-2 = 122760 मगाहट(ज (MHz)

एल-1 वाहक आवित िजस पर दो कट सकत (कोड)

अध1मत Uकए जात हc (च स~या-5 दख)

1) सीए कोड जो 1023 MHz मल आवित पर और

2) पी कोड िजस 1023 MHz मल आवित पर

अध1मत Uकया जाता ह

एल-2 वाहक आवित पर 1सफ( पी कोड 1023 MHz

मल आवित पर अध1मत Uकया जाता ह पी कोड

कवल अमरक सना क नजी उपयोग क 1लए ह

सी1मत रखा गया ह

पवी पर िथत जीपीएस अ1भdाह उपरोSत सकत का

उपयोग अतर म उपdह का थान समय एव उस

24

समय अ[य उपdह क अतर म वत(मान िथत

जानन क 1लए करता ह इन सकत का म~य उपयोग

अतर म उपdह क वत(मान िथत (लोकशन) एव

पवी पर अ1भdाह क बीच का दरमापन (रज) करना

ह न8नतम 4 उपdह bवारा ाgtत सकत स दरमापन

U)या सप[न करक अ1भdाह क सह थान क

सगणना क जाती ह

(2) नयण एव नगरानी खडः

च स~या-6

अतर म थापत सभी 24 उपdह पर नगरानी

रखन क 1लए पवी पर भमय रखा क आसपास 1

म~य नयण क एव 5 नगरानी भ-क (च स~या-

6) )मशः कोलोराडो एक[सन (Ascension) eडयागो

(Diego) Sवाजलन (Kwajalein) तथा हवाई (Hawaii) म

काय(रत ह य सभी भ-क णाल क सभी उपdह क

साथ नरतर सपक( बनाए रखत हc एक बहत ह

महवपण( काय( इस खड bवारा काया(ि[वत Uकया जाता

ह Uक मणका म घम रह सभी उपdह का अनवत(न

(EUकग) कर क उनक कीय िथत क सटक जाच

करना और उन पर िथत एट1मक Sलोक को

25

असशोधत कर क अगर उसम कछ टया ह तो उस

सधार कर म~य नयण क bवारा सभी उपdह को

पनः सारत करना ह िजसस यक उपdह क पास

उसक अतर म वातवक सह िथत एव समय क

जानकार उपलBध करायी जाती ह यह जानकार पवी

पर िथत जीपीएस अ1भdाह क 1लए बहत ह आवXयक

होती ह

3) योEता खडः

इसक अतग(त जीपीएस अ1भdाह (र1सवर) जो उपdह

bवारा सारत कट सकत को अपन सगणक bवारा

वXलषण करक पवी पर अपना निXचत थान और

समय क सचना ाgtत करत हc इस अ1भdाह का

उपयोग कोई भी सामा[य |यिSत आसानी स कर सकता

न8न1लVखत उपयोग हत जीपीएस णाल अयत

महवपण( 1स हई हः

1) स[य सवtण

2) भ-सवtण

3) नौ-सचालन (भ1म सागर एव वाय म)

4) भ-गतUकय अययन

5) वाहन यातायात (रल सडक) नयण एव बधन

6) ववध याxक नयण णा1लया

7) वXव म कह भी समय को समका1लन (1स)ोनाइज़)

करन क 1लए

8) विXवक भकप सनामी जसी ाकतक आपितय क

बधन म

26

भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल

ndash आईआरएनएसएस

उपdह नौसचालन णाल क बहहतक व1शDटताओ को

दखत हए वत(मान समय म इस णाल का कोई

वकqप नह ह जीपीएस क सवाए भारतीय भ- म

सरलता स उपलBध ह लUकन आपातकाल या य क

दौरान यह सवधा हम उपलBध ना हो या Uफर इस

णाल bवारा ाgtत सचनाओ को टज[य भी Uकया जा

सकता ह SयUक यह णाल सपण(तः अमरका क

रा वभाग bवारा नयxत ह सvgtत म कहा जाय

तो आपातकाल म जीपीएस क सवाए सदहापद ह

उपरोSत वात को यान म रखत हए भारत (इसरो) भी

दश क नौसचालनय आवXयकता को (सनक तथा

असनक सभी) को परा करन क 1लए सपण(तः वायत

एव वनयxत ीय नौसचालन उपdह णाल-

आईआरएनएसएस थापत करन जा रहा ह जो

भारतीय उपमहाbवीप म व1भ[न उपयोगकता(ओ को

27

सह यथाथ(ता स थान-नधा(रण नौसचालन एव समय

क सचना जसी आवXयक सवाए दान करगी बाद म

अतरSत घटक को शा1मल करन क सामय(ता स इस

वतारत भी Uकया जा सकता ह िजसस पडोसी

को उपरोSत यथाथ(ता स नौसचालन सवाए दान क जा

सक

नFपादन उGltय

bull दश क नौसचालनय आवXयकता को को परा

करन क 1लए सपण(तः वायत एव वनयxत

ीय नौसचालन उपdह णाल का अ1भकqपन

वकास एव काया([वयन

bull उRच यथाथ(ता स थान-नधा(रण (lt 20 मीटर)

एव समय क सचना (lt10-20 ननो सकड)

bull आयनमडलय सशोधन क साथ सभी ऋत म

चालन

bull उRचतम उपलBधता (24 X 7) 999

bull भारतीय भ- उपरात 1500 Uक मी क

आसपास म भी उRच यथाथ(ता स

नौसचालन सवा उपलBध

bull बाद म इसक सवा को )मशः वतत भी

Uकया जाएगा िजसस पडोसी को उपरोSत

यथाथ(ता स नौसचालन सवधा उपलBध हो सक

इस तावत ीय नौसचालन णाल क म~य तीन

भाग ह -

1 अतर खड (पस सगमट)

28

2 भ1म खड (dाउड सगमट)

3 उपयोगकता( खड (यजर सगमट)

(1) अतर खड - Uकसी भी अतर आधारत

नौसचालन णाल म उपयोग कता( को िथतनधा(रण

U)या हत [यनतम चार उपdह क नरतर PDयता

अयावXयक ह इस1लए व1भ[न उपdहय तारमडल

का अययन Uकया गया अनक वकqप सोच गए

उनका क8gtयटर 1स8यलशन भी Uकया गया कम

लागत सरल चालन उपयोगकता( को पाई जान वाल

यथाथ(ता एव सवा को यान म रखन हए गहन

अययन क पXचात इस तावत नौसचालन णाल क

1लए सात उपdह का तारामडल निXचत Uकया गया

िजसम तीन उपdह भ-िथर मणका (GEO) म

)मश 34deg83deg132deg रखाश पर थापत Uकए जाएग

शष चार उपdह म स दो उपdह भ-तqयकाल मण

का (GSO) म 55deg अाश पर और अ[य दो 111deg

अाश पर 29deg झकाव क साथ थापत Uकए जाएग

इस कार क Wया1मतय सरचना स सात उपdह

नरतर भारतीय भ- (सवा ) म उपयोगकता(ओ को

िथत नधा(रण U)या हत हमशा PDटमान रहग इस

तारामडलय सरचना स 30 स बहतर क जीडीओपी

(GDOP) ािgtत भी सनिXचत क गई ह इन सभी

उपdह को भारतीय वीय उपdह पण यान

(पीएसएलवी) bवारा सतीश धवन उपdह क

29

(ीहरकोटा) स अतर भ-थानातरण मणका म

पत Uकया जाएगा

उपह स8पण - इस णाल क सभी सात उपdह क

सरचना एक समान होगी दायभार एव अ[य सभी

उपकरण इसरो क कqपना बस म वशष नौसचालन

अ1भयान हत आवXयक परवत(न करक समि[वत Uकया

गया ह उपdह का उथापन वजन (Lift of Mass)

1425 Uकdा क साथ-साथ शDक वजन (Dry Mass)

616 Uकdा होगा सौर पनल का 215 मीX18

मी रखा गया ह जो 1268 वॉट पावर ऊजा( दगा

dहण क दौरान ऊजा( पत ( क 1लए 64 Ah Li-ion बटर

भी रखी गई ह इन सभी उपdह को भ1म-खड िथत

सवा म वतरत नयण क bग bवारा नरतर

मॉनीटर Uकया जाएगा

(2) भ म खड- भ1म खड म~यत अतर म उपdह

तारामडल का नयण सचालन एव नौसचालन

आकड़ नमा(ण करन क 1लए अवरत काय(

करगा इस भ1म खड म न8न1लVखत आवXयक

सवधाए होगी

1 उपdह नयण क

2 नौसचालन नयण क

3 परासन क (सीडीएमए एव लसर परासन)

4 समय एव आकड़ा उव(-कड़ी टशन

5 आकड़ा सचार जाल

30

उपdह क अतर म सह िथत उनक का

सबधी ताजा-सचनाए ािgtत क 1लए दर1मत-दरादश

एव आयनमडलय मॉडलग सशोधन U)या क 1लए

20 परास एव इटdीट मॉनीटरग टशन (IRIMs)

सपण( सवा म वतरत Uकए जाएग िजनम 6

सीडीममए परासन 1 लसर परासन क bग एव 1

परमािवक घड़ी स सिWजत नटवक( टाई1मग सटर

भी शा1मल ह

नौसचालन नयण क का म~य काय( त क आकड़ा

सचार जाल bवारा ाgtत सचनाओ को ससाधत करक

एक परभाषत नौसचालन सदश का नमा(ण करना

िजसम उपdह क अतर म कvय िथत समय

आयनमडलय ट-सशोधन एव अ[य सशोधत सचनाए

हो ह उनको त क अप-1लक टशन को भजना ह

(3) उपयोगकता खड - उपयोगकता( खड म उपभोSता

अपन नौसचालन अ1भdाह (रसीवर) क जरए भारतीय

भ- (भ1म वाय एव सम) म सह िथत नधा(रण

सवा सटक समय क जानकार ाgtत कर सकत ह

इस णाल bवारा विXवक िथत नधा(रण णाल

(जीपीएस) क समान दो कार क सवाए उपलBध कराई

जाएगी िजसम (1) सामा[य िथत नधा(रण सवा

जो सभी कार क उपभोSताओ को सरलता स उपलBध

31

होगी िजसम lt20 मी तक क यथाथ(ता अपvत ह

और (2) 1स1मत(Restricted) िथत नधा(रण सवा जो

1स1मत ाधकत उपभोSताओ को ह उपलBध होगी इस

सवा क यथाथ(ता सामा[य िथत नधा(रण सवा स कई

गना बहतर होगी इस सवा म थान (पोिजशन) क

अतरSत सटक समय क सचना भी शा1मल ह और

य सभी सकत एि[)gtटड िथत म होग इस सवा को

ाgtत करन क 1लए bव-आकत अ1भdाह का उपयोग

करना होगा

32

उपह सचार (SATCOM)

पछल चार दशक म हमन दश क सवागी वकास म

भारतीय अतर काय()म का भाव दखा ह इस

काय()म म उपdह सचार णा1लय क भ1मका अयत

महवपण( ह उपdह सचार ौbयोगक bवारा पवी क

वशाल म आथ(क PिDट स सती (LOW COST) एव

वXवसनीय सचार तथा सपक( |यवथा थापत क जा

सकती ह दश का समd वकास तभी सभव होगा जब

हम दश क दर-दराज क दग(म एव dामीण म

आपसी सचार तथा सपक( |यवथा कायम कर पायग

िजसम उपdह सचार ौbयोगक एक मा वXवसनीय

तकनीक ह आज हमार दश म इ[सट तथा जीसट

णी क अनक सचार उपdह dामसट वीआरएस

(Village Resources System) एव अ[य अनक

परयोजनाओ क अतग(त दरसचार दरदश(न सारण

1शा वाय भ1म जगल एव सम सवtण

33

उ[नत मौसम मानटरन आपित |यवथापन जसी

अनक जन-कqयाणकार सवधाए दान कर रह हc

भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) क

अहमदाबाद क (SAC) का एसएनएए उपdह सचार

अनयोग अतग(त व1भ[न णा1लया एव उपकरण क

वकास तथा नमा(ण काय( म काय(रत ह िजसम मख

ह-

(1) Iलट मानटरन णालः-

इ[सट-एमएसएस आधारत लट मानटरन णाल

(FMS) म~यतः दश क परवहन (सड़क रल सम)

म काय(रत व1भ[न सगठन उbयोग क आवXयकताओ

को यान म रख कर वकसीत क गई ह यह सचार

उपdह आधारत वय सचा1लत लट मानटरन णाल

ह िजसक सवाए भारतीय उपमहाbवीप उपरात

सागर म भी उपलBध ह परवहन सचालक अपन

लट क वत(मान अपिथत (पोिजशन) समय एव

उनक सामयक गत पर ऑन-लाइन नगरानी रखन क

1लए इस योग म ल सकत हc आकिमक परिथत

म लट bवारा सvgtत सदश (Short messages of 40

34

characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

35

सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

12

का वकास एव नमा(ण काय( भी इसी क उपलिBध

इसक अतरSत व1भ[न ौbयोगकय वकास

परयोजना अतग(त उ[नत सचार णा1लय का वकास

नमा(ण एव ौbयोगक हतातरण (Technology

Transfer) एसएनएए bवारा Uकया गया ह इ[सट

एमएसएस टाइप-सी तथा टाइप-डी ट1म(नल का अनसधान

एव वकास काय( सफलतापव(क Uकया गया इसी

(MSS-C) परयोजना अतग(त जहाज मानटरन णाल का

वकास नमा(ण तथा उसका सथापन मय सवtण

वभाग (FSI Porbandar) पोरबदर क परसर म

सफलतापव(क सप[न Uकया क[ म थापत

पसनट और सकनट सवधा का चालन भी एसएनएए

bवारा Uकया जाता ह

सचार उपdह (INSAT-3A) आधारत वपित चतावनी

षण णाल (DATS) का वकास नमा(ण तथा सथापन

काय( एसएनएए bवारा सफलतापव(क Uकया गया इस

णाल का |यावसायक उपादन एक भारतीय इकाई

bवारा Uकया गया ह इस णाल का नयण क[

(Hub) भारतीय तट रक दल क परसर म थापत

Uकया ह जो नरतर (24x7) काय(रत ह

बोपल-सक परसर म थापत भक[ (BES) भी

एसएनएए का ह एक भाग ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

13

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

सीएसएसटईपी अतग(त ए1शया एव प1सUफक क

छा क 1लए उपdह सचार उपdह-नौसचालन एव

मौसम-वTान क म नौ महन क नातकोतर

eडgtलोमा पाय)म का सपण( सचालन इस क[ bवारा

नय1मत +प स Uकया जाता ह इसक अतरSत अय

सभी सटकोम योग म इस क[ क सहायता ल

जाती ह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) भी एसएनएए स

सलन ह यह क[ म~यतः मोबाईल उपdह सवा

(एमएसएस टाइप-सी और टाइप-डी) कयका बcड सचरण

अययन क 1लए भ1मगत सवधाए दान करता ह

साथ ह आपित |यवथापन नटवक( (DMS-VPN) क

नय)म चालन तथा अनरण काय( भी दखता ह

सचार उपdह आधारत व1भ[न योग परयोजनाओ

का सचालन भी इसी क[ क िज8मदार ह

एसएनएए को उनक काय(- क अन+प

न8न1लVखत तीन dप म वभािजत Uकया गया हः

(1) चालन एव ायोगक मतावध(न dप (OESG)

(2) अकय सचार ौbयोगक dप (DCTG)

(3) उपdह सचार णाल ौbयोगक dप (SSTG)

14

उपह नौसचालन (SATNAV)-

उपdह नौसचालन ौbयोगक न नौसचालन क म

एक अभतपव( )ात थापत क ह जहा अयधक

एकयरट थान नधा(रण एव समय क सचना मलभत

आवXयकताए हc उन सभी म इस ौbयोगक न

अपनी उपयोगता क अनवाय(ता 1स कर द ह

दन-तदन अनक इस तकनीक स लाभाि[वत हो

रह हc

वत(मान म च1लत उपdह आधारत नौसचालन

णा1लय म अमरका क विXवक थान नधा(रण

णाल ndash जीपीएस ह सबस Wयादा च1लत ह अ[य

णा1लय म +स क लोनास यरोप क ग1ल1लयो एव

अ[य विXवक नौसचालन णा1लया (GNSS) काय(रत ह

15

भारत क गगन परयोजना भी जीपीएस का ह

वतारत +प ह जो भारतीय भ- म काय(रत ह

कस काय करती ह उपह नौसचालन णालः-

कोई भी अतर आधारत नौसचालन णाल म~यतः

कxम उपdह का अतर म Tान (known) थान एव

पवी पर अ1भdाह क थान इन दोन क बीच का

दर-मापन (रज मज़रमट) और उपdह स सारत

रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क समय पर

आधारत ह न8नतर चार उपdह bवारा ाgtत क

गई दर और समय क सचना को 1मला कर चार

समीकरण बनत हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक

(ोससर) bवारा सलझा कर अ1भdाह क सह थान

(पोिजशन) एव समय का परकलन Uकया जाता ह

उपdह स ाgtत सचनाओ को अ1भdाह तक पहचन को

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

दर = वग x समय (Distance = Velocity x Time) को

योग म लाया जाता ह रeडयो सकत का वग काश

वग (299792458Uकमीसकड) क समान होता ह

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक

सनिXचत समय पर नमा(ण करत हc तथा दोन क घड़ी

(clock) भी लगभग समका1लन ह बाद म उपdह bवारा

ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त सकत को एक साथ

1मलाया जाता ह इस तरह स चार उपdह bवारा

16

सारत रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क

समय (Time) क गणना क जाती ह बाद म अ1भdाह

िथत अत आधनक सगणक सोटवयर bवारा

अ1भdाह क सह थान एव समय क सचना का

नधा(रण Uकया जाता ह यथाथ( थान-नधा(रण क साथ-

साथ अयाधक सटक समय ऊचाई और गतमापन भी

इस णाल bवारा सभव हो सका ह

xकोण1मत क 1सात अनसार थान नधा(रण क

U)या म 1सफ( तीन उपdह स दरमापन पया(gtत ह

िजसस 3D थान नधा(रण क गणना सभव ह परत

उपdह क समय को उस पर लगी एट1मक Sलोक स

नापा जाता ह जो कछ ननो सकड तक क परशता

रखती ह जब Uक अ1भdाह का कद भार और लागत

न8नतर रखन हत उसक Sलोक इतनी अचक नह रखी

जाती िजसस समय क परकलन म थोड़ा सा परवत(न

(ट) आ जाता ह इस ट को [यनतम करन क 1लए

ह एक ओर उपdह स दरमापन Uकया जाता ह िजसक

सहायता स समय क अत)मण (offset) को नDका1सत

Uकया जाता ह

(लोबल पोिजशनग स-टम-जीपीएस

लोबल पोिजशनग 1सटम-जीपीएसrsquo जीपीएस ldquoनवटार

जीपीएसrdquo का परवत(त नाम ह िजसका वतत नाम

नवगशन 1सटम वथ टाइम एड रिजग लोबल

पोिजशनग 1सटम ह इस णाल क आवDकार स

17

मानव क दघ(का1लन एव सबस जटल समया का

सह समाधान 1मल गया ह मc इस धरती पर कहा ह

मरा इस धरती पर सह थान Sया ह आप अपन

सह थान (पोिजशन) को सरलता स तभी बता सकत

हc जब आपक आसपास कोई चीज या ठोस पदाथ( सदभ(

क 1लए हो उसी सदभ( स आप अपन मल थान का

पता लगा सकत हc लUकन जब आपक आसपास या

नजदक सदभ( क 1लए कछ भी नह ह आप बीच

सागर आकाश रगतान या घन जगल म ह तब

समया और भी गभीर हो सकती ह

परान समय म जब मानव न याा करना आरभ Uकया

तब वह अपन रात म पथर या कोई चीज नशानी

(सदभ() क तौर पर रख दता था और लौटत समय उसक

सदभ( स अपन मल थान पर वापस लौट आता था

यह |यवथा बहत ह सी1मत वतार क 1लए मया(दत

थी बारश या बफ( गरन पर मसीबत और भी बढ़

जाती थी बाद म मानव न जब सागर याा ारभ क

तब तो समया और भी बढ़ गई SयUक बीच सागर म

शान कहा लगाए जा सकत थ तब उसन आकाश क

ओर दखा आकाश म तार का थान और उनक

गनती क आधार पर वह अपना राता तय करन लगा

लUकन तार हमस बहत दर ह और 1सफ( रात को ह

दखत हc तथा उसक 1लए आकाश भी वRछ होना

चाहए इसक बाद दशा सचन एव नौसचालन क 1लए

कछ और उपकरण (कपास सSस[ट) का वकास Uकया

18

गया लUकन उनक यथाथ(ता पर Xनच[ह ह लगा

था

आधनक मानव न और कई इलSEोनक उपकरण

अपना कर यन Uकए लUकन उनक उपयोगता 1स

नह हो सक थी बाद म टरिEयल रeडयो आधारत

नौसचालन णाल (लोरन ओमगा)य का वकास हआ

इस णाल न नावक को दशासचन और नौकायन म

काफ मदद क लUकन इनक भी अपनी कछ मया(दाए

थी इसक बाद सन 1960 क दशक म अतर

आधारत सटनव णाल (Eािज़ट टाइमशन और

डSका)य का वकास हआ िजसम पवी क नजदक

का (एलईओ) म एक स Wयादा कxम उपdह को

थापत Uकया गया था यह णा1लया UhSव[सी

डोgtलर वचलन पर आधारत थी और उपdह स सकत

ाgtत करन म बहत तीा करनी पड़ती थी इनम

हआ थोड़ा सा भी गत परवत(न अ1भdाह (र1सवर) क

िथत म बहत बड़ी ट पदा कर दता था इ[ह

मया(दाओ न एक उRच यथाथ(ता दान कर ऐसी विXवक

नौसचालन णाल वक1सत करन को रत Uकया

सन 1970 क दशक म अमरका क रा वभाग न एक

योजना को मजर द िजसका नाम था ndash विXवक

थान नधा(रण णाल ndash जीपीएस इस योजना पर

लगातार बीस वष( तक काय( चलता रहा अत म इस

णाल न सह काम Uकया और आज मानवी दनया क

Uकसी भी कोन म हो Uकसी भी समय पर अपना

19

निXचत थान (पोिजशन) और समय वातवक काल

म आसानी स बता सकता ह

ारभ म यह णाल 1सफ( अमरक सना क नजी

उपयोग हत सी1मत थी बाद म सामा[य लोग क

उपयोग क 1लए भी इस उपलBध कराया गया आज

सनक उपयोग क अलावा म~य सामा[य उपयोग ह

1) नौसचालन (भ1म सागर एव वाय म)

2) सामा[य सवtण

3) विXवक समय का आकलन

इसक अतरSत जीपीएस अ1भdाह क उपयोगता क

कोई सीमाए नह ह आज लगभग यक ौbयोगक

म इस णाल का य या अय महतम उपयोग

हो रहा ह

3 कस काय करती ह विltवक -थान नधारण णाल

(gtच स 1)

20

जीपीएस म~यतः कxम उपdह (मानव न1म(त तार)

का अतर म थान एव अ1भdाह (र1सवर) का पवी

पर थान इन दोन क बीच का दरमापन (रज

मज़रम[ट) और उपdह स ाgtत सचना (डाटा) को

अ1भdाह तक पहचन का समय पर आधारत ह

[यनतम चार उपdह bवारा (च स 1) ाgtत क गई

दर और समय दोन को 1मला कर चार समीकरण बनत

हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक bवारा सलझा

कर अ1भdाह का सह थान और समय का परकलन

Uकया जाता ह उपdह bवारा सारत सचना को

अ1भdाह तक पहचन क समय को Tात करन क 1लए

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

= वग X समय को योग म 1लया गया ह रeडयो

सकत का वग काश वग (299792458 Uकमी त

सकड) क समान ह

च स~या-2

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक ह

21

सनिXचत समय पर उप[न करत हc और दोन क घड़ी

(एट1मक Sलोक) भी समका1लन ह बाद म उपdह

bवारा ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त दोन सकत

को एक साथ 1मला जाना ह च स~या-2 दख इस

तरह 4 उपdह bवारा सारत रeडयो सकत को

अ1भdाह तक पहचन क समय क गणना क जाती ह

जीपीएस णाल क वतत तकनीक जानकार ाgtत

करन क 1लए इस म~य तीन भाग म बाटना आवXयक

1) अतर खड (पस सगम[ट)

2) नयण एव नगरानी खड (कEोल एड मोनटरग

सगमट)

3) योSता खड (यज़र सगमट)

(1) अतर खडः-

च स~या - 3 च स~या - 4

अतर खड िजसम 24 कxम उपdह (+4 आरvत)

को पवी क अतरम मणका म (च स~या 3 और

22

4 दख) करब 20200 Uकमी क दर पर निXचत 6

काओ म थापत Uकया गया ह सभी उपdह

निXचत 12 घट म पवी का एक परमण करत हc

यक उपdह पवी पर एक ह vतज सीमा म दन

म दो बार गजरता ह अतर खड क अ1भकqपना

कछ इस कार स न1म(त क गई ह Uक Uकसी भी

समय और पवी क Uकसी भी भाग म [यनतम 4

उपdह एक ह vतज सीमा म नरतर PिDटमान रहत

हc अनभव स Tात हआ ह Uक कभी-कभी एक ह

समय पर एक ह vतज सीमा म 8-10 उपdह सदव

PिDटमान रहत हc

यक उपdह पर बहत ह यथाथ( (एSयरट) दो एट1मक

घeड़या (Sलोक) होती ह िजन क मल आवित 1023

मगाह(स होती ह इस आवित क सदभ( स उपdह

म कट सकत नमा(ण Uकय जात हc इन सकत को

पवी क ओर सतत सारत Uकया जाता ह िजसम

उपdह का अपना पहचान )माक (आईडी) समय

अतर म अपना थान (लोकशन) एव उसी समय

उसक आसपास मणशील अ[य उपdह क सपण(

जानकार सि8म1लत होती ह िजस ldquoअqमनकrdquo कहत

हc यह जानकार एक महन तक मा[य रहती ह

इन सकत को पवी क ओर सारत करन हत उपdह

दो वाहक आवितय का उपयोग करत हc जो

न8न1लVखत हः-

23

च स~या-5

1) एल-1 = 157542 मगाहट(ज (MHz)

2) एल-2 = 122760 मगाहट(ज (MHz)

एल-1 वाहक आवित िजस पर दो कट सकत (कोड)

अध1मत Uकए जात हc (च स~या-5 दख)

1) सीए कोड जो 1023 MHz मल आवित पर और

2) पी कोड िजस 1023 MHz मल आवित पर

अध1मत Uकया जाता ह

एल-2 वाहक आवित पर 1सफ( पी कोड 1023 MHz

मल आवित पर अध1मत Uकया जाता ह पी कोड

कवल अमरक सना क नजी उपयोग क 1लए ह

सी1मत रखा गया ह

पवी पर िथत जीपीएस अ1भdाह उपरोSत सकत का

उपयोग अतर म उपdह का थान समय एव उस

24

समय अ[य उपdह क अतर म वत(मान िथत

जानन क 1लए करता ह इन सकत का म~य उपयोग

अतर म उपdह क वत(मान िथत (लोकशन) एव

पवी पर अ1भdाह क बीच का दरमापन (रज) करना

ह न8नतम 4 उपdह bवारा ाgtत सकत स दरमापन

U)या सप[न करक अ1भdाह क सह थान क

सगणना क जाती ह

(2) नयण एव नगरानी खडः

च स~या-6

अतर म थापत सभी 24 उपdह पर नगरानी

रखन क 1लए पवी पर भमय रखा क आसपास 1

म~य नयण क एव 5 नगरानी भ-क (च स~या-

6) )मशः कोलोराडो एक[सन (Ascension) eडयागो

(Diego) Sवाजलन (Kwajalein) तथा हवाई (Hawaii) म

काय(रत ह य सभी भ-क णाल क सभी उपdह क

साथ नरतर सपक( बनाए रखत हc एक बहत ह

महवपण( काय( इस खड bवारा काया(ि[वत Uकया जाता

ह Uक मणका म घम रह सभी उपdह का अनवत(न

(EUकग) कर क उनक कीय िथत क सटक जाच

करना और उन पर िथत एट1मक Sलोक को

25

असशोधत कर क अगर उसम कछ टया ह तो उस

सधार कर म~य नयण क bवारा सभी उपdह को

पनः सारत करना ह िजसस यक उपdह क पास

उसक अतर म वातवक सह िथत एव समय क

जानकार उपलBध करायी जाती ह यह जानकार पवी

पर िथत जीपीएस अ1भdाह क 1लए बहत ह आवXयक

होती ह

3) योEता खडः

इसक अतग(त जीपीएस अ1भdाह (र1सवर) जो उपdह

bवारा सारत कट सकत को अपन सगणक bवारा

वXलषण करक पवी पर अपना निXचत थान और

समय क सचना ाgtत करत हc इस अ1भdाह का

उपयोग कोई भी सामा[य |यिSत आसानी स कर सकता

न8न1लVखत उपयोग हत जीपीएस णाल अयत

महवपण( 1स हई हः

1) स[य सवtण

2) भ-सवtण

3) नौ-सचालन (भ1म सागर एव वाय म)

4) भ-गतUकय अययन

5) वाहन यातायात (रल सडक) नयण एव बधन

6) ववध याxक नयण णा1लया

7) वXव म कह भी समय को समका1लन (1स)ोनाइज़)

करन क 1लए

8) विXवक भकप सनामी जसी ाकतक आपितय क

बधन म

26

भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल

ndash आईआरएनएसएस

उपdह नौसचालन णाल क बहहतक व1शDटताओ को

दखत हए वत(मान समय म इस णाल का कोई

वकqप नह ह जीपीएस क सवाए भारतीय भ- म

सरलता स उपलBध ह लUकन आपातकाल या य क

दौरान यह सवधा हम उपलBध ना हो या Uफर इस

णाल bवारा ाgtत सचनाओ को टज[य भी Uकया जा

सकता ह SयUक यह णाल सपण(तः अमरका क

रा वभाग bवारा नयxत ह सvgtत म कहा जाय

तो आपातकाल म जीपीएस क सवाए सदहापद ह

उपरोSत वात को यान म रखत हए भारत (इसरो) भी

दश क नौसचालनय आवXयकता को (सनक तथा

असनक सभी) को परा करन क 1लए सपण(तः वायत

एव वनयxत ीय नौसचालन उपdह णाल-

आईआरएनएसएस थापत करन जा रहा ह जो

भारतीय उपमहाbवीप म व1भ[न उपयोगकता(ओ को

27

सह यथाथ(ता स थान-नधा(रण नौसचालन एव समय

क सचना जसी आवXयक सवाए दान करगी बाद म

अतरSत घटक को शा1मल करन क सामय(ता स इस

वतारत भी Uकया जा सकता ह िजसस पडोसी

को उपरोSत यथाथ(ता स नौसचालन सवाए दान क जा

सक

नFपादन उGltय

bull दश क नौसचालनय आवXयकता को को परा

करन क 1लए सपण(तः वायत एव वनयxत

ीय नौसचालन उपdह णाल का अ1भकqपन

वकास एव काया([वयन

bull उRच यथाथ(ता स थान-नधा(रण (lt 20 मीटर)

एव समय क सचना (lt10-20 ननो सकड)

bull आयनमडलय सशोधन क साथ सभी ऋत म

चालन

bull उRचतम उपलBधता (24 X 7) 999

bull भारतीय भ- उपरात 1500 Uक मी क

आसपास म भी उRच यथाथ(ता स

नौसचालन सवा उपलBध

bull बाद म इसक सवा को )मशः वतत भी

Uकया जाएगा िजसस पडोसी को उपरोSत

यथाथ(ता स नौसचालन सवधा उपलBध हो सक

इस तावत ीय नौसचालन णाल क म~य तीन

भाग ह -

1 अतर खड (पस सगमट)

28

2 भ1म खड (dाउड सगमट)

3 उपयोगकता( खड (यजर सगमट)

(1) अतर खड - Uकसी भी अतर आधारत

नौसचालन णाल म उपयोग कता( को िथतनधा(रण

U)या हत [यनतम चार उपdह क नरतर PDयता

अयावXयक ह इस1लए व1भ[न उपdहय तारमडल

का अययन Uकया गया अनक वकqप सोच गए

उनका क8gtयटर 1स8यलशन भी Uकया गया कम

लागत सरल चालन उपयोगकता( को पाई जान वाल

यथाथ(ता एव सवा को यान म रखन हए गहन

अययन क पXचात इस तावत नौसचालन णाल क

1लए सात उपdह का तारामडल निXचत Uकया गया

िजसम तीन उपdह भ-िथर मणका (GEO) म

)मश 34deg83deg132deg रखाश पर थापत Uकए जाएग

शष चार उपdह म स दो उपdह भ-तqयकाल मण

का (GSO) म 55deg अाश पर और अ[य दो 111deg

अाश पर 29deg झकाव क साथ थापत Uकए जाएग

इस कार क Wया1मतय सरचना स सात उपdह

नरतर भारतीय भ- (सवा ) म उपयोगकता(ओ को

िथत नधा(रण U)या हत हमशा PDटमान रहग इस

तारामडलय सरचना स 30 स बहतर क जीडीओपी

(GDOP) ािgtत भी सनिXचत क गई ह इन सभी

उपdह को भारतीय वीय उपdह पण यान

(पीएसएलवी) bवारा सतीश धवन उपdह क

29

(ीहरकोटा) स अतर भ-थानातरण मणका म

पत Uकया जाएगा

उपह स8पण - इस णाल क सभी सात उपdह क

सरचना एक समान होगी दायभार एव अ[य सभी

उपकरण इसरो क कqपना बस म वशष नौसचालन

अ1भयान हत आवXयक परवत(न करक समि[वत Uकया

गया ह उपdह का उथापन वजन (Lift of Mass)

1425 Uकdा क साथ-साथ शDक वजन (Dry Mass)

616 Uकdा होगा सौर पनल का 215 मीX18

मी रखा गया ह जो 1268 वॉट पावर ऊजा( दगा

dहण क दौरान ऊजा( पत ( क 1लए 64 Ah Li-ion बटर

भी रखी गई ह इन सभी उपdह को भ1म-खड िथत

सवा म वतरत नयण क bग bवारा नरतर

मॉनीटर Uकया जाएगा

(2) भ म खड- भ1म खड म~यत अतर म उपdह

तारामडल का नयण सचालन एव नौसचालन

आकड़ नमा(ण करन क 1लए अवरत काय(

करगा इस भ1म खड म न8न1लVखत आवXयक

सवधाए होगी

1 उपdह नयण क

2 नौसचालन नयण क

3 परासन क (सीडीएमए एव लसर परासन)

4 समय एव आकड़ा उव(-कड़ी टशन

5 आकड़ा सचार जाल

30

उपdह क अतर म सह िथत उनक का

सबधी ताजा-सचनाए ािgtत क 1लए दर1मत-दरादश

एव आयनमडलय मॉडलग सशोधन U)या क 1लए

20 परास एव इटdीट मॉनीटरग टशन (IRIMs)

सपण( सवा म वतरत Uकए जाएग िजनम 6

सीडीममए परासन 1 लसर परासन क bग एव 1

परमािवक घड़ी स सिWजत नटवक( टाई1मग सटर

भी शा1मल ह

नौसचालन नयण क का म~य काय( त क आकड़ा

सचार जाल bवारा ाgtत सचनाओ को ससाधत करक

एक परभाषत नौसचालन सदश का नमा(ण करना

िजसम उपdह क अतर म कvय िथत समय

आयनमडलय ट-सशोधन एव अ[य सशोधत सचनाए

हो ह उनको त क अप-1लक टशन को भजना ह

(3) उपयोगकता खड - उपयोगकता( खड म उपभोSता

अपन नौसचालन अ1भdाह (रसीवर) क जरए भारतीय

भ- (भ1म वाय एव सम) म सह िथत नधा(रण

सवा सटक समय क जानकार ाgtत कर सकत ह

इस णाल bवारा विXवक िथत नधा(रण णाल

(जीपीएस) क समान दो कार क सवाए उपलBध कराई

जाएगी िजसम (1) सामा[य िथत नधा(रण सवा

जो सभी कार क उपभोSताओ को सरलता स उपलBध

31

होगी िजसम lt20 मी तक क यथाथ(ता अपvत ह

और (2) 1स1मत(Restricted) िथत नधा(रण सवा जो

1स1मत ाधकत उपभोSताओ को ह उपलBध होगी इस

सवा क यथाथ(ता सामा[य िथत नधा(रण सवा स कई

गना बहतर होगी इस सवा म थान (पोिजशन) क

अतरSत सटक समय क सचना भी शा1मल ह और

य सभी सकत एि[)gtटड िथत म होग इस सवा को

ाgtत करन क 1लए bव-आकत अ1भdाह का उपयोग

करना होगा

32

उपह सचार (SATCOM)

पछल चार दशक म हमन दश क सवागी वकास म

भारतीय अतर काय()म का भाव दखा ह इस

काय()म म उपdह सचार णा1लय क भ1मका अयत

महवपण( ह उपdह सचार ौbयोगक bवारा पवी क

वशाल म आथ(क PिDट स सती (LOW COST) एव

वXवसनीय सचार तथा सपक( |यवथा थापत क जा

सकती ह दश का समd वकास तभी सभव होगा जब

हम दश क दर-दराज क दग(म एव dामीण म

आपसी सचार तथा सपक( |यवथा कायम कर पायग

िजसम उपdह सचार ौbयोगक एक मा वXवसनीय

तकनीक ह आज हमार दश म इ[सट तथा जीसट

णी क अनक सचार उपdह dामसट वीआरएस

(Village Resources System) एव अ[य अनक

परयोजनाओ क अतग(त दरसचार दरदश(न सारण

1शा वाय भ1म जगल एव सम सवtण

33

उ[नत मौसम मानटरन आपित |यवथापन जसी

अनक जन-कqयाणकार सवधाए दान कर रह हc

भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) क

अहमदाबाद क (SAC) का एसएनएए उपdह सचार

अनयोग अतग(त व1भ[न णा1लया एव उपकरण क

वकास तथा नमा(ण काय( म काय(रत ह िजसम मख

ह-

(1) Iलट मानटरन णालः-

इ[सट-एमएसएस आधारत लट मानटरन णाल

(FMS) म~यतः दश क परवहन (सड़क रल सम)

म काय(रत व1भ[न सगठन उbयोग क आवXयकताओ

को यान म रख कर वकसीत क गई ह यह सचार

उपdह आधारत वय सचा1लत लट मानटरन णाल

ह िजसक सवाए भारतीय उपमहाbवीप उपरात

सागर म भी उपलBध ह परवहन सचालक अपन

लट क वत(मान अपिथत (पोिजशन) समय एव

उनक सामयक गत पर ऑन-लाइन नगरानी रखन क

1लए इस योग म ल सकत हc आकिमक परिथत

म लट bवारा सvgtत सदश (Short messages of 40

34

characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

35

सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

13

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

सीएसएसटईपी अतग(त ए1शया एव प1सUफक क

छा क 1लए उपdह सचार उपdह-नौसचालन एव

मौसम-वTान क म नौ महन क नातकोतर

eडgtलोमा पाय)म का सपण( सचालन इस क[ bवारा

नय1मत +प स Uकया जाता ह इसक अतरSत अय

सभी सटकोम योग म इस क[ क सहायता ल

जाती ह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) भी एसएनएए स

सलन ह यह क[ म~यतः मोबाईल उपdह सवा

(एमएसएस टाइप-सी और टाइप-डी) कयका बcड सचरण

अययन क 1लए भ1मगत सवधाए दान करता ह

साथ ह आपित |यवथापन नटवक( (DMS-VPN) क

नय)म चालन तथा अनरण काय( भी दखता ह

सचार उपdह आधारत व1भ[न योग परयोजनाओ

का सचालन भी इसी क[ क िज8मदार ह

एसएनएए को उनक काय(- क अन+प

न8न1लVखत तीन dप म वभािजत Uकया गया हः

(1) चालन एव ायोगक मतावध(न dप (OESG)

(2) अकय सचार ौbयोगक dप (DCTG)

(3) उपdह सचार णाल ौbयोगक dप (SSTG)

14

उपह नौसचालन (SATNAV)-

उपdह नौसचालन ौbयोगक न नौसचालन क म

एक अभतपव( )ात थापत क ह जहा अयधक

एकयरट थान नधा(रण एव समय क सचना मलभत

आवXयकताए हc उन सभी म इस ौbयोगक न

अपनी उपयोगता क अनवाय(ता 1स कर द ह

दन-तदन अनक इस तकनीक स लाभाि[वत हो

रह हc

वत(मान म च1लत उपdह आधारत नौसचालन

णा1लय म अमरका क विXवक थान नधा(रण

णाल ndash जीपीएस ह सबस Wयादा च1लत ह अ[य

णा1लय म +स क लोनास यरोप क ग1ल1लयो एव

अ[य विXवक नौसचालन णा1लया (GNSS) काय(रत ह

15

भारत क गगन परयोजना भी जीपीएस का ह

वतारत +प ह जो भारतीय भ- म काय(रत ह

कस काय करती ह उपह नौसचालन णालः-

कोई भी अतर आधारत नौसचालन णाल म~यतः

कxम उपdह का अतर म Tान (known) थान एव

पवी पर अ1भdाह क थान इन दोन क बीच का

दर-मापन (रज मज़रमट) और उपdह स सारत

रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क समय पर

आधारत ह न8नतर चार उपdह bवारा ाgtत क

गई दर और समय क सचना को 1मला कर चार

समीकरण बनत हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक

(ोससर) bवारा सलझा कर अ1भdाह क सह थान

(पोिजशन) एव समय का परकलन Uकया जाता ह

उपdह स ाgtत सचनाओ को अ1भdाह तक पहचन को

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

दर = वग x समय (Distance = Velocity x Time) को

योग म लाया जाता ह रeडयो सकत का वग काश

वग (299792458Uकमीसकड) क समान होता ह

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक

सनिXचत समय पर नमा(ण करत हc तथा दोन क घड़ी

(clock) भी लगभग समका1लन ह बाद म उपdह bवारा

ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त सकत को एक साथ

1मलाया जाता ह इस तरह स चार उपdह bवारा

16

सारत रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क

समय (Time) क गणना क जाती ह बाद म अ1भdाह

िथत अत आधनक सगणक सोटवयर bवारा

अ1भdाह क सह थान एव समय क सचना का

नधा(रण Uकया जाता ह यथाथ( थान-नधा(रण क साथ-

साथ अयाधक सटक समय ऊचाई और गतमापन भी

इस णाल bवारा सभव हो सका ह

xकोण1मत क 1सात अनसार थान नधा(रण क

U)या म 1सफ( तीन उपdह स दरमापन पया(gtत ह

िजसस 3D थान नधा(रण क गणना सभव ह परत

उपdह क समय को उस पर लगी एट1मक Sलोक स

नापा जाता ह जो कछ ननो सकड तक क परशता

रखती ह जब Uक अ1भdाह का कद भार और लागत

न8नतर रखन हत उसक Sलोक इतनी अचक नह रखी

जाती िजसस समय क परकलन म थोड़ा सा परवत(न

(ट) आ जाता ह इस ट को [यनतम करन क 1लए

ह एक ओर उपdह स दरमापन Uकया जाता ह िजसक

सहायता स समय क अत)मण (offset) को नDका1सत

Uकया जाता ह

(लोबल पोिजशनग स-टम-जीपीएस

लोबल पोिजशनग 1सटम-जीपीएसrsquo जीपीएस ldquoनवटार

जीपीएसrdquo का परवत(त नाम ह िजसका वतत नाम

नवगशन 1सटम वथ टाइम एड रिजग लोबल

पोिजशनग 1सटम ह इस णाल क आवDकार स

17

मानव क दघ(का1लन एव सबस जटल समया का

सह समाधान 1मल गया ह मc इस धरती पर कहा ह

मरा इस धरती पर सह थान Sया ह आप अपन

सह थान (पोिजशन) को सरलता स तभी बता सकत

हc जब आपक आसपास कोई चीज या ठोस पदाथ( सदभ(

क 1लए हो उसी सदभ( स आप अपन मल थान का

पता लगा सकत हc लUकन जब आपक आसपास या

नजदक सदभ( क 1लए कछ भी नह ह आप बीच

सागर आकाश रगतान या घन जगल म ह तब

समया और भी गभीर हो सकती ह

परान समय म जब मानव न याा करना आरभ Uकया

तब वह अपन रात म पथर या कोई चीज नशानी

(सदभ() क तौर पर रख दता था और लौटत समय उसक

सदभ( स अपन मल थान पर वापस लौट आता था

यह |यवथा बहत ह सी1मत वतार क 1लए मया(दत

थी बारश या बफ( गरन पर मसीबत और भी बढ़

जाती थी बाद म मानव न जब सागर याा ारभ क

तब तो समया और भी बढ़ गई SयUक बीच सागर म

शान कहा लगाए जा सकत थ तब उसन आकाश क

ओर दखा आकाश म तार का थान और उनक

गनती क आधार पर वह अपना राता तय करन लगा

लUकन तार हमस बहत दर ह और 1सफ( रात को ह

दखत हc तथा उसक 1लए आकाश भी वRछ होना

चाहए इसक बाद दशा सचन एव नौसचालन क 1लए

कछ और उपकरण (कपास सSस[ट) का वकास Uकया

18

गया लUकन उनक यथाथ(ता पर Xनच[ह ह लगा

था

आधनक मानव न और कई इलSEोनक उपकरण

अपना कर यन Uकए लUकन उनक उपयोगता 1स

नह हो सक थी बाद म टरिEयल रeडयो आधारत

नौसचालन णाल (लोरन ओमगा)य का वकास हआ

इस णाल न नावक को दशासचन और नौकायन म

काफ मदद क लUकन इनक भी अपनी कछ मया(दाए

थी इसक बाद सन 1960 क दशक म अतर

आधारत सटनव णाल (Eािज़ट टाइमशन और

डSका)य का वकास हआ िजसम पवी क नजदक

का (एलईओ) म एक स Wयादा कxम उपdह को

थापत Uकया गया था यह णा1लया UhSव[सी

डोgtलर वचलन पर आधारत थी और उपdह स सकत

ाgtत करन म बहत तीा करनी पड़ती थी इनम

हआ थोड़ा सा भी गत परवत(न अ1भdाह (र1सवर) क

िथत म बहत बड़ी ट पदा कर दता था इ[ह

मया(दाओ न एक उRच यथाथ(ता दान कर ऐसी विXवक

नौसचालन णाल वक1सत करन को रत Uकया

सन 1970 क दशक म अमरका क रा वभाग न एक

योजना को मजर द िजसका नाम था ndash विXवक

थान नधा(रण णाल ndash जीपीएस इस योजना पर

लगातार बीस वष( तक काय( चलता रहा अत म इस

णाल न सह काम Uकया और आज मानवी दनया क

Uकसी भी कोन म हो Uकसी भी समय पर अपना

19

निXचत थान (पोिजशन) और समय वातवक काल

म आसानी स बता सकता ह

ारभ म यह णाल 1सफ( अमरक सना क नजी

उपयोग हत सी1मत थी बाद म सामा[य लोग क

उपयोग क 1लए भी इस उपलBध कराया गया आज

सनक उपयोग क अलावा म~य सामा[य उपयोग ह

1) नौसचालन (भ1म सागर एव वाय म)

2) सामा[य सवtण

3) विXवक समय का आकलन

इसक अतरSत जीपीएस अ1भdाह क उपयोगता क

कोई सीमाए नह ह आज लगभग यक ौbयोगक

म इस णाल का य या अय महतम उपयोग

हो रहा ह

3 कस काय करती ह विltवक -थान नधारण णाल

(gtच स 1)

20

जीपीएस म~यतः कxम उपdह (मानव न1म(त तार)

का अतर म थान एव अ1भdाह (र1सवर) का पवी

पर थान इन दोन क बीच का दरमापन (रज

मज़रम[ट) और उपdह स ाgtत सचना (डाटा) को

अ1भdाह तक पहचन का समय पर आधारत ह

[यनतम चार उपdह bवारा (च स 1) ाgtत क गई

दर और समय दोन को 1मला कर चार समीकरण बनत

हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक bवारा सलझा

कर अ1भdाह का सह थान और समय का परकलन

Uकया जाता ह उपdह bवारा सारत सचना को

अ1भdाह तक पहचन क समय को Tात करन क 1लए

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

= वग X समय को योग म 1लया गया ह रeडयो

सकत का वग काश वग (299792458 Uकमी त

सकड) क समान ह

च स~या-2

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक ह

21

सनिXचत समय पर उप[न करत हc और दोन क घड़ी

(एट1मक Sलोक) भी समका1लन ह बाद म उपdह

bवारा ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त दोन सकत

को एक साथ 1मला जाना ह च स~या-2 दख इस

तरह 4 उपdह bवारा सारत रeडयो सकत को

अ1भdाह तक पहचन क समय क गणना क जाती ह

जीपीएस णाल क वतत तकनीक जानकार ाgtत

करन क 1लए इस म~य तीन भाग म बाटना आवXयक

1) अतर खड (पस सगम[ट)

2) नयण एव नगरानी खड (कEोल एड मोनटरग

सगमट)

3) योSता खड (यज़र सगमट)

(1) अतर खडः-

च स~या - 3 च स~या - 4

अतर खड िजसम 24 कxम उपdह (+4 आरvत)

को पवी क अतरम मणका म (च स~या 3 और

22

4 दख) करब 20200 Uकमी क दर पर निXचत 6

काओ म थापत Uकया गया ह सभी उपdह

निXचत 12 घट म पवी का एक परमण करत हc

यक उपdह पवी पर एक ह vतज सीमा म दन

म दो बार गजरता ह अतर खड क अ1भकqपना

कछ इस कार स न1म(त क गई ह Uक Uकसी भी

समय और पवी क Uकसी भी भाग म [यनतम 4

उपdह एक ह vतज सीमा म नरतर PिDटमान रहत

हc अनभव स Tात हआ ह Uक कभी-कभी एक ह

समय पर एक ह vतज सीमा म 8-10 उपdह सदव

PिDटमान रहत हc

यक उपdह पर बहत ह यथाथ( (एSयरट) दो एट1मक

घeड़या (Sलोक) होती ह िजन क मल आवित 1023

मगाह(स होती ह इस आवित क सदभ( स उपdह

म कट सकत नमा(ण Uकय जात हc इन सकत को

पवी क ओर सतत सारत Uकया जाता ह िजसम

उपdह का अपना पहचान )माक (आईडी) समय

अतर म अपना थान (लोकशन) एव उसी समय

उसक आसपास मणशील अ[य उपdह क सपण(

जानकार सि8म1लत होती ह िजस ldquoअqमनकrdquo कहत

हc यह जानकार एक महन तक मा[य रहती ह

इन सकत को पवी क ओर सारत करन हत उपdह

दो वाहक आवितय का उपयोग करत हc जो

न8न1लVखत हः-

23

च स~या-5

1) एल-1 = 157542 मगाहट(ज (MHz)

2) एल-2 = 122760 मगाहट(ज (MHz)

एल-1 वाहक आवित िजस पर दो कट सकत (कोड)

अध1मत Uकए जात हc (च स~या-5 दख)

1) सीए कोड जो 1023 MHz मल आवित पर और

2) पी कोड िजस 1023 MHz मल आवित पर

अध1मत Uकया जाता ह

एल-2 वाहक आवित पर 1सफ( पी कोड 1023 MHz

मल आवित पर अध1मत Uकया जाता ह पी कोड

कवल अमरक सना क नजी उपयोग क 1लए ह

सी1मत रखा गया ह

पवी पर िथत जीपीएस अ1भdाह उपरोSत सकत का

उपयोग अतर म उपdह का थान समय एव उस

24

समय अ[य उपdह क अतर म वत(मान िथत

जानन क 1लए करता ह इन सकत का म~य उपयोग

अतर म उपdह क वत(मान िथत (लोकशन) एव

पवी पर अ1भdाह क बीच का दरमापन (रज) करना

ह न8नतम 4 उपdह bवारा ाgtत सकत स दरमापन

U)या सप[न करक अ1भdाह क सह थान क

सगणना क जाती ह

(2) नयण एव नगरानी खडः

च स~या-6

अतर म थापत सभी 24 उपdह पर नगरानी

रखन क 1लए पवी पर भमय रखा क आसपास 1

म~य नयण क एव 5 नगरानी भ-क (च स~या-

6) )मशः कोलोराडो एक[सन (Ascension) eडयागो

(Diego) Sवाजलन (Kwajalein) तथा हवाई (Hawaii) म

काय(रत ह य सभी भ-क णाल क सभी उपdह क

साथ नरतर सपक( बनाए रखत हc एक बहत ह

महवपण( काय( इस खड bवारा काया(ि[वत Uकया जाता

ह Uक मणका म घम रह सभी उपdह का अनवत(न

(EUकग) कर क उनक कीय िथत क सटक जाच

करना और उन पर िथत एट1मक Sलोक को

25

असशोधत कर क अगर उसम कछ टया ह तो उस

सधार कर म~य नयण क bवारा सभी उपdह को

पनः सारत करना ह िजसस यक उपdह क पास

उसक अतर म वातवक सह िथत एव समय क

जानकार उपलBध करायी जाती ह यह जानकार पवी

पर िथत जीपीएस अ1भdाह क 1लए बहत ह आवXयक

होती ह

3) योEता खडः

इसक अतग(त जीपीएस अ1भdाह (र1सवर) जो उपdह

bवारा सारत कट सकत को अपन सगणक bवारा

वXलषण करक पवी पर अपना निXचत थान और

समय क सचना ाgtत करत हc इस अ1भdाह का

उपयोग कोई भी सामा[य |यिSत आसानी स कर सकता

न8न1लVखत उपयोग हत जीपीएस णाल अयत

महवपण( 1स हई हः

1) स[य सवtण

2) भ-सवtण

3) नौ-सचालन (भ1म सागर एव वाय म)

4) भ-गतUकय अययन

5) वाहन यातायात (रल सडक) नयण एव बधन

6) ववध याxक नयण णा1लया

7) वXव म कह भी समय को समका1लन (1स)ोनाइज़)

करन क 1लए

8) विXवक भकप सनामी जसी ाकतक आपितय क

बधन म

26

भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल

ndash आईआरएनएसएस

उपdह नौसचालन णाल क बहहतक व1शDटताओ को

दखत हए वत(मान समय म इस णाल का कोई

वकqप नह ह जीपीएस क सवाए भारतीय भ- म

सरलता स उपलBध ह लUकन आपातकाल या य क

दौरान यह सवधा हम उपलBध ना हो या Uफर इस

णाल bवारा ाgtत सचनाओ को टज[य भी Uकया जा

सकता ह SयUक यह णाल सपण(तः अमरका क

रा वभाग bवारा नयxत ह सvgtत म कहा जाय

तो आपातकाल म जीपीएस क सवाए सदहापद ह

उपरोSत वात को यान म रखत हए भारत (इसरो) भी

दश क नौसचालनय आवXयकता को (सनक तथा

असनक सभी) को परा करन क 1लए सपण(तः वायत

एव वनयxत ीय नौसचालन उपdह णाल-

आईआरएनएसएस थापत करन जा रहा ह जो

भारतीय उपमहाbवीप म व1भ[न उपयोगकता(ओ को

27

सह यथाथ(ता स थान-नधा(रण नौसचालन एव समय

क सचना जसी आवXयक सवाए दान करगी बाद म

अतरSत घटक को शा1मल करन क सामय(ता स इस

वतारत भी Uकया जा सकता ह िजसस पडोसी

को उपरोSत यथाथ(ता स नौसचालन सवाए दान क जा

सक

नFपादन उGltय

bull दश क नौसचालनय आवXयकता को को परा

करन क 1लए सपण(तः वायत एव वनयxत

ीय नौसचालन उपdह णाल का अ1भकqपन

वकास एव काया([वयन

bull उRच यथाथ(ता स थान-नधा(रण (lt 20 मीटर)

एव समय क सचना (lt10-20 ननो सकड)

bull आयनमडलय सशोधन क साथ सभी ऋत म

चालन

bull उRचतम उपलBधता (24 X 7) 999

bull भारतीय भ- उपरात 1500 Uक मी क

आसपास म भी उRच यथाथ(ता स

नौसचालन सवा उपलBध

bull बाद म इसक सवा को )मशः वतत भी

Uकया जाएगा िजसस पडोसी को उपरोSत

यथाथ(ता स नौसचालन सवधा उपलBध हो सक

इस तावत ीय नौसचालन णाल क म~य तीन

भाग ह -

1 अतर खड (पस सगमट)

28

2 भ1म खड (dाउड सगमट)

3 उपयोगकता( खड (यजर सगमट)

(1) अतर खड - Uकसी भी अतर आधारत

नौसचालन णाल म उपयोग कता( को िथतनधा(रण

U)या हत [यनतम चार उपdह क नरतर PDयता

अयावXयक ह इस1लए व1भ[न उपdहय तारमडल

का अययन Uकया गया अनक वकqप सोच गए

उनका क8gtयटर 1स8यलशन भी Uकया गया कम

लागत सरल चालन उपयोगकता( को पाई जान वाल

यथाथ(ता एव सवा को यान म रखन हए गहन

अययन क पXचात इस तावत नौसचालन णाल क

1लए सात उपdह का तारामडल निXचत Uकया गया

िजसम तीन उपdह भ-िथर मणका (GEO) म

)मश 34deg83deg132deg रखाश पर थापत Uकए जाएग

शष चार उपdह म स दो उपdह भ-तqयकाल मण

का (GSO) म 55deg अाश पर और अ[य दो 111deg

अाश पर 29deg झकाव क साथ थापत Uकए जाएग

इस कार क Wया1मतय सरचना स सात उपdह

नरतर भारतीय भ- (सवा ) म उपयोगकता(ओ को

िथत नधा(रण U)या हत हमशा PDटमान रहग इस

तारामडलय सरचना स 30 स बहतर क जीडीओपी

(GDOP) ािgtत भी सनिXचत क गई ह इन सभी

उपdह को भारतीय वीय उपdह पण यान

(पीएसएलवी) bवारा सतीश धवन उपdह क

29

(ीहरकोटा) स अतर भ-थानातरण मणका म

पत Uकया जाएगा

उपह स8पण - इस णाल क सभी सात उपdह क

सरचना एक समान होगी दायभार एव अ[य सभी

उपकरण इसरो क कqपना बस म वशष नौसचालन

अ1भयान हत आवXयक परवत(न करक समि[वत Uकया

गया ह उपdह का उथापन वजन (Lift of Mass)

1425 Uकdा क साथ-साथ शDक वजन (Dry Mass)

616 Uकdा होगा सौर पनल का 215 मीX18

मी रखा गया ह जो 1268 वॉट पावर ऊजा( दगा

dहण क दौरान ऊजा( पत ( क 1लए 64 Ah Li-ion बटर

भी रखी गई ह इन सभी उपdह को भ1म-खड िथत

सवा म वतरत नयण क bग bवारा नरतर

मॉनीटर Uकया जाएगा

(2) भ म खड- भ1म खड म~यत अतर म उपdह

तारामडल का नयण सचालन एव नौसचालन

आकड़ नमा(ण करन क 1लए अवरत काय(

करगा इस भ1म खड म न8न1लVखत आवXयक

सवधाए होगी

1 उपdह नयण क

2 नौसचालन नयण क

3 परासन क (सीडीएमए एव लसर परासन)

4 समय एव आकड़ा उव(-कड़ी टशन

5 आकड़ा सचार जाल

30

उपdह क अतर म सह िथत उनक का

सबधी ताजा-सचनाए ािgtत क 1लए दर1मत-दरादश

एव आयनमडलय मॉडलग सशोधन U)या क 1लए

20 परास एव इटdीट मॉनीटरग टशन (IRIMs)

सपण( सवा म वतरत Uकए जाएग िजनम 6

सीडीममए परासन 1 लसर परासन क bग एव 1

परमािवक घड़ी स सिWजत नटवक( टाई1मग सटर

भी शा1मल ह

नौसचालन नयण क का म~य काय( त क आकड़ा

सचार जाल bवारा ाgtत सचनाओ को ससाधत करक

एक परभाषत नौसचालन सदश का नमा(ण करना

िजसम उपdह क अतर म कvय िथत समय

आयनमडलय ट-सशोधन एव अ[य सशोधत सचनाए

हो ह उनको त क अप-1लक टशन को भजना ह

(3) उपयोगकता खड - उपयोगकता( खड म उपभोSता

अपन नौसचालन अ1भdाह (रसीवर) क जरए भारतीय

भ- (भ1म वाय एव सम) म सह िथत नधा(रण

सवा सटक समय क जानकार ाgtत कर सकत ह

इस णाल bवारा विXवक िथत नधा(रण णाल

(जीपीएस) क समान दो कार क सवाए उपलBध कराई

जाएगी िजसम (1) सामा[य िथत नधा(रण सवा

जो सभी कार क उपभोSताओ को सरलता स उपलBध

31

होगी िजसम lt20 मी तक क यथाथ(ता अपvत ह

और (2) 1स1मत(Restricted) िथत नधा(रण सवा जो

1स1मत ाधकत उपभोSताओ को ह उपलBध होगी इस

सवा क यथाथ(ता सामा[य िथत नधा(रण सवा स कई

गना बहतर होगी इस सवा म थान (पोिजशन) क

अतरSत सटक समय क सचना भी शा1मल ह और

य सभी सकत एि[)gtटड िथत म होग इस सवा को

ाgtत करन क 1लए bव-आकत अ1भdाह का उपयोग

करना होगा

32

उपह सचार (SATCOM)

पछल चार दशक म हमन दश क सवागी वकास म

भारतीय अतर काय()म का भाव दखा ह इस

काय()म म उपdह सचार णा1लय क भ1मका अयत

महवपण( ह उपdह सचार ौbयोगक bवारा पवी क

वशाल म आथ(क PिDट स सती (LOW COST) एव

वXवसनीय सचार तथा सपक( |यवथा थापत क जा

सकती ह दश का समd वकास तभी सभव होगा जब

हम दश क दर-दराज क दग(म एव dामीण म

आपसी सचार तथा सपक( |यवथा कायम कर पायग

िजसम उपdह सचार ौbयोगक एक मा वXवसनीय

तकनीक ह आज हमार दश म इ[सट तथा जीसट

णी क अनक सचार उपdह dामसट वीआरएस

(Village Resources System) एव अ[य अनक

परयोजनाओ क अतग(त दरसचार दरदश(न सारण

1शा वाय भ1म जगल एव सम सवtण

33

उ[नत मौसम मानटरन आपित |यवथापन जसी

अनक जन-कqयाणकार सवधाए दान कर रह हc

भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) क

अहमदाबाद क (SAC) का एसएनएए उपdह सचार

अनयोग अतग(त व1भ[न णा1लया एव उपकरण क

वकास तथा नमा(ण काय( म काय(रत ह िजसम मख

ह-

(1) Iलट मानटरन णालः-

इ[सट-एमएसएस आधारत लट मानटरन णाल

(FMS) म~यतः दश क परवहन (सड़क रल सम)

म काय(रत व1भ[न सगठन उbयोग क आवXयकताओ

को यान म रख कर वकसीत क गई ह यह सचार

उपdह आधारत वय सचा1लत लट मानटरन णाल

ह िजसक सवाए भारतीय उपमहाbवीप उपरात

सागर म भी उपलBध ह परवहन सचालक अपन

लट क वत(मान अपिथत (पोिजशन) समय एव

उनक सामयक गत पर ऑन-लाइन नगरानी रखन क

1लए इस योग म ल सकत हc आकिमक परिथत

म लट bवारा सvgtत सदश (Short messages of 40

34

characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

35

सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

14

उपह नौसचालन (SATNAV)-

उपdह नौसचालन ौbयोगक न नौसचालन क म

एक अभतपव( )ात थापत क ह जहा अयधक

एकयरट थान नधा(रण एव समय क सचना मलभत

आवXयकताए हc उन सभी म इस ौbयोगक न

अपनी उपयोगता क अनवाय(ता 1स कर द ह

दन-तदन अनक इस तकनीक स लाभाि[वत हो

रह हc

वत(मान म च1लत उपdह आधारत नौसचालन

णा1लय म अमरका क विXवक थान नधा(रण

णाल ndash जीपीएस ह सबस Wयादा च1लत ह अ[य

णा1लय म +स क लोनास यरोप क ग1ल1लयो एव

अ[य विXवक नौसचालन णा1लया (GNSS) काय(रत ह

15

भारत क गगन परयोजना भी जीपीएस का ह

वतारत +प ह जो भारतीय भ- म काय(रत ह

कस काय करती ह उपह नौसचालन णालः-

कोई भी अतर आधारत नौसचालन णाल म~यतः

कxम उपdह का अतर म Tान (known) थान एव

पवी पर अ1भdाह क थान इन दोन क बीच का

दर-मापन (रज मज़रमट) और उपdह स सारत

रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क समय पर

आधारत ह न8नतर चार उपdह bवारा ाgtत क

गई दर और समय क सचना को 1मला कर चार

समीकरण बनत हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक

(ोससर) bवारा सलझा कर अ1भdाह क सह थान

(पोिजशन) एव समय का परकलन Uकया जाता ह

उपdह स ाgtत सचनाओ को अ1भdाह तक पहचन को

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

दर = वग x समय (Distance = Velocity x Time) को

योग म लाया जाता ह रeडयो सकत का वग काश

वग (299792458Uकमीसकड) क समान होता ह

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक

सनिXचत समय पर नमा(ण करत हc तथा दोन क घड़ी

(clock) भी लगभग समका1लन ह बाद म उपdह bवारा

ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त सकत को एक साथ

1मलाया जाता ह इस तरह स चार उपdह bवारा

16

सारत रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क

समय (Time) क गणना क जाती ह बाद म अ1भdाह

िथत अत आधनक सगणक सोटवयर bवारा

अ1भdाह क सह थान एव समय क सचना का

नधा(रण Uकया जाता ह यथाथ( थान-नधा(रण क साथ-

साथ अयाधक सटक समय ऊचाई और गतमापन भी

इस णाल bवारा सभव हो सका ह

xकोण1मत क 1सात अनसार थान नधा(रण क

U)या म 1सफ( तीन उपdह स दरमापन पया(gtत ह

िजसस 3D थान नधा(रण क गणना सभव ह परत

उपdह क समय को उस पर लगी एट1मक Sलोक स

नापा जाता ह जो कछ ननो सकड तक क परशता

रखती ह जब Uक अ1भdाह का कद भार और लागत

न8नतर रखन हत उसक Sलोक इतनी अचक नह रखी

जाती िजसस समय क परकलन म थोड़ा सा परवत(न

(ट) आ जाता ह इस ट को [यनतम करन क 1लए

ह एक ओर उपdह स दरमापन Uकया जाता ह िजसक

सहायता स समय क अत)मण (offset) को नDका1सत

Uकया जाता ह

(लोबल पोिजशनग स-टम-जीपीएस

लोबल पोिजशनग 1सटम-जीपीएसrsquo जीपीएस ldquoनवटार

जीपीएसrdquo का परवत(त नाम ह िजसका वतत नाम

नवगशन 1सटम वथ टाइम एड रिजग लोबल

पोिजशनग 1सटम ह इस णाल क आवDकार स

17

मानव क दघ(का1लन एव सबस जटल समया का

सह समाधान 1मल गया ह मc इस धरती पर कहा ह

मरा इस धरती पर सह थान Sया ह आप अपन

सह थान (पोिजशन) को सरलता स तभी बता सकत

हc जब आपक आसपास कोई चीज या ठोस पदाथ( सदभ(

क 1लए हो उसी सदभ( स आप अपन मल थान का

पता लगा सकत हc लUकन जब आपक आसपास या

नजदक सदभ( क 1लए कछ भी नह ह आप बीच

सागर आकाश रगतान या घन जगल म ह तब

समया और भी गभीर हो सकती ह

परान समय म जब मानव न याा करना आरभ Uकया

तब वह अपन रात म पथर या कोई चीज नशानी

(सदभ() क तौर पर रख दता था और लौटत समय उसक

सदभ( स अपन मल थान पर वापस लौट आता था

यह |यवथा बहत ह सी1मत वतार क 1लए मया(दत

थी बारश या बफ( गरन पर मसीबत और भी बढ़

जाती थी बाद म मानव न जब सागर याा ारभ क

तब तो समया और भी बढ़ गई SयUक बीच सागर म

शान कहा लगाए जा सकत थ तब उसन आकाश क

ओर दखा आकाश म तार का थान और उनक

गनती क आधार पर वह अपना राता तय करन लगा

लUकन तार हमस बहत दर ह और 1सफ( रात को ह

दखत हc तथा उसक 1लए आकाश भी वRछ होना

चाहए इसक बाद दशा सचन एव नौसचालन क 1लए

कछ और उपकरण (कपास सSस[ट) का वकास Uकया

18

गया लUकन उनक यथाथ(ता पर Xनच[ह ह लगा

था

आधनक मानव न और कई इलSEोनक उपकरण

अपना कर यन Uकए लUकन उनक उपयोगता 1स

नह हो सक थी बाद म टरिEयल रeडयो आधारत

नौसचालन णाल (लोरन ओमगा)य का वकास हआ

इस णाल न नावक को दशासचन और नौकायन म

काफ मदद क लUकन इनक भी अपनी कछ मया(दाए

थी इसक बाद सन 1960 क दशक म अतर

आधारत सटनव णाल (Eािज़ट टाइमशन और

डSका)य का वकास हआ िजसम पवी क नजदक

का (एलईओ) म एक स Wयादा कxम उपdह को

थापत Uकया गया था यह णा1लया UhSव[सी

डोgtलर वचलन पर आधारत थी और उपdह स सकत

ाgtत करन म बहत तीा करनी पड़ती थी इनम

हआ थोड़ा सा भी गत परवत(न अ1भdाह (र1सवर) क

िथत म बहत बड़ी ट पदा कर दता था इ[ह

मया(दाओ न एक उRच यथाथ(ता दान कर ऐसी विXवक

नौसचालन णाल वक1सत करन को रत Uकया

सन 1970 क दशक म अमरका क रा वभाग न एक

योजना को मजर द िजसका नाम था ndash विXवक

थान नधा(रण णाल ndash जीपीएस इस योजना पर

लगातार बीस वष( तक काय( चलता रहा अत म इस

णाल न सह काम Uकया और आज मानवी दनया क

Uकसी भी कोन म हो Uकसी भी समय पर अपना

19

निXचत थान (पोिजशन) और समय वातवक काल

म आसानी स बता सकता ह

ारभ म यह णाल 1सफ( अमरक सना क नजी

उपयोग हत सी1मत थी बाद म सामा[य लोग क

उपयोग क 1लए भी इस उपलBध कराया गया आज

सनक उपयोग क अलावा म~य सामा[य उपयोग ह

1) नौसचालन (भ1म सागर एव वाय म)

2) सामा[य सवtण

3) विXवक समय का आकलन

इसक अतरSत जीपीएस अ1भdाह क उपयोगता क

कोई सीमाए नह ह आज लगभग यक ौbयोगक

म इस णाल का य या अय महतम उपयोग

हो रहा ह

3 कस काय करती ह विltवक -थान नधारण णाल

(gtच स 1)

20

जीपीएस म~यतः कxम उपdह (मानव न1म(त तार)

का अतर म थान एव अ1भdाह (र1सवर) का पवी

पर थान इन दोन क बीच का दरमापन (रज

मज़रम[ट) और उपdह स ाgtत सचना (डाटा) को

अ1भdाह तक पहचन का समय पर आधारत ह

[यनतम चार उपdह bवारा (च स 1) ाgtत क गई

दर और समय दोन को 1मला कर चार समीकरण बनत

हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक bवारा सलझा

कर अ1भdाह का सह थान और समय का परकलन

Uकया जाता ह उपdह bवारा सारत सचना को

अ1भdाह तक पहचन क समय को Tात करन क 1लए

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

= वग X समय को योग म 1लया गया ह रeडयो

सकत का वग काश वग (299792458 Uकमी त

सकड) क समान ह

च स~या-2

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक ह

21

सनिXचत समय पर उप[न करत हc और दोन क घड़ी

(एट1मक Sलोक) भी समका1लन ह बाद म उपdह

bवारा ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त दोन सकत

को एक साथ 1मला जाना ह च स~या-2 दख इस

तरह 4 उपdह bवारा सारत रeडयो सकत को

अ1भdाह तक पहचन क समय क गणना क जाती ह

जीपीएस णाल क वतत तकनीक जानकार ाgtत

करन क 1लए इस म~य तीन भाग म बाटना आवXयक

1) अतर खड (पस सगम[ट)

2) नयण एव नगरानी खड (कEोल एड मोनटरग

सगमट)

3) योSता खड (यज़र सगमट)

(1) अतर खडः-

च स~या - 3 च स~या - 4

अतर खड िजसम 24 कxम उपdह (+4 आरvत)

को पवी क अतरम मणका म (च स~या 3 और

22

4 दख) करब 20200 Uकमी क दर पर निXचत 6

काओ म थापत Uकया गया ह सभी उपdह

निXचत 12 घट म पवी का एक परमण करत हc

यक उपdह पवी पर एक ह vतज सीमा म दन

म दो बार गजरता ह अतर खड क अ1भकqपना

कछ इस कार स न1म(त क गई ह Uक Uकसी भी

समय और पवी क Uकसी भी भाग म [यनतम 4

उपdह एक ह vतज सीमा म नरतर PिDटमान रहत

हc अनभव स Tात हआ ह Uक कभी-कभी एक ह

समय पर एक ह vतज सीमा म 8-10 उपdह सदव

PिDटमान रहत हc

यक उपdह पर बहत ह यथाथ( (एSयरट) दो एट1मक

घeड़या (Sलोक) होती ह िजन क मल आवित 1023

मगाह(स होती ह इस आवित क सदभ( स उपdह

म कट सकत नमा(ण Uकय जात हc इन सकत को

पवी क ओर सतत सारत Uकया जाता ह िजसम

उपdह का अपना पहचान )माक (आईडी) समय

अतर म अपना थान (लोकशन) एव उसी समय

उसक आसपास मणशील अ[य उपdह क सपण(

जानकार सि8म1लत होती ह िजस ldquoअqमनकrdquo कहत

हc यह जानकार एक महन तक मा[य रहती ह

इन सकत को पवी क ओर सारत करन हत उपdह

दो वाहक आवितय का उपयोग करत हc जो

न8न1लVखत हः-

23

च स~या-5

1) एल-1 = 157542 मगाहट(ज (MHz)

2) एल-2 = 122760 मगाहट(ज (MHz)

एल-1 वाहक आवित िजस पर दो कट सकत (कोड)

अध1मत Uकए जात हc (च स~या-5 दख)

1) सीए कोड जो 1023 MHz मल आवित पर और

2) पी कोड िजस 1023 MHz मल आवित पर

अध1मत Uकया जाता ह

एल-2 वाहक आवित पर 1सफ( पी कोड 1023 MHz

मल आवित पर अध1मत Uकया जाता ह पी कोड

कवल अमरक सना क नजी उपयोग क 1लए ह

सी1मत रखा गया ह

पवी पर िथत जीपीएस अ1भdाह उपरोSत सकत का

उपयोग अतर म उपdह का थान समय एव उस

24

समय अ[य उपdह क अतर म वत(मान िथत

जानन क 1लए करता ह इन सकत का म~य उपयोग

अतर म उपdह क वत(मान िथत (लोकशन) एव

पवी पर अ1भdाह क बीच का दरमापन (रज) करना

ह न8नतम 4 उपdह bवारा ाgtत सकत स दरमापन

U)या सप[न करक अ1भdाह क सह थान क

सगणना क जाती ह

(2) नयण एव नगरानी खडः

च स~या-6

अतर म थापत सभी 24 उपdह पर नगरानी

रखन क 1लए पवी पर भमय रखा क आसपास 1

म~य नयण क एव 5 नगरानी भ-क (च स~या-

6) )मशः कोलोराडो एक[सन (Ascension) eडयागो

(Diego) Sवाजलन (Kwajalein) तथा हवाई (Hawaii) म

काय(रत ह य सभी भ-क णाल क सभी उपdह क

साथ नरतर सपक( बनाए रखत हc एक बहत ह

महवपण( काय( इस खड bवारा काया(ि[वत Uकया जाता

ह Uक मणका म घम रह सभी उपdह का अनवत(न

(EUकग) कर क उनक कीय िथत क सटक जाच

करना और उन पर िथत एट1मक Sलोक को

25

असशोधत कर क अगर उसम कछ टया ह तो उस

सधार कर म~य नयण क bवारा सभी उपdह को

पनः सारत करना ह िजसस यक उपdह क पास

उसक अतर म वातवक सह िथत एव समय क

जानकार उपलBध करायी जाती ह यह जानकार पवी

पर िथत जीपीएस अ1भdाह क 1लए बहत ह आवXयक

होती ह

3) योEता खडः

इसक अतग(त जीपीएस अ1भdाह (र1सवर) जो उपdह

bवारा सारत कट सकत को अपन सगणक bवारा

वXलषण करक पवी पर अपना निXचत थान और

समय क सचना ाgtत करत हc इस अ1भdाह का

उपयोग कोई भी सामा[य |यिSत आसानी स कर सकता

न8न1लVखत उपयोग हत जीपीएस णाल अयत

महवपण( 1स हई हः

1) स[य सवtण

2) भ-सवtण

3) नौ-सचालन (भ1म सागर एव वाय म)

4) भ-गतUकय अययन

5) वाहन यातायात (रल सडक) नयण एव बधन

6) ववध याxक नयण णा1लया

7) वXव म कह भी समय को समका1लन (1स)ोनाइज़)

करन क 1लए

8) विXवक भकप सनामी जसी ाकतक आपितय क

बधन म

26

भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल

ndash आईआरएनएसएस

उपdह नौसचालन णाल क बहहतक व1शDटताओ को

दखत हए वत(मान समय म इस णाल का कोई

वकqप नह ह जीपीएस क सवाए भारतीय भ- म

सरलता स उपलBध ह लUकन आपातकाल या य क

दौरान यह सवधा हम उपलBध ना हो या Uफर इस

णाल bवारा ाgtत सचनाओ को टज[य भी Uकया जा

सकता ह SयUक यह णाल सपण(तः अमरका क

रा वभाग bवारा नयxत ह सvgtत म कहा जाय

तो आपातकाल म जीपीएस क सवाए सदहापद ह

उपरोSत वात को यान म रखत हए भारत (इसरो) भी

दश क नौसचालनय आवXयकता को (सनक तथा

असनक सभी) को परा करन क 1लए सपण(तः वायत

एव वनयxत ीय नौसचालन उपdह णाल-

आईआरएनएसएस थापत करन जा रहा ह जो

भारतीय उपमहाbवीप म व1भ[न उपयोगकता(ओ को

27

सह यथाथ(ता स थान-नधा(रण नौसचालन एव समय

क सचना जसी आवXयक सवाए दान करगी बाद म

अतरSत घटक को शा1मल करन क सामय(ता स इस

वतारत भी Uकया जा सकता ह िजसस पडोसी

को उपरोSत यथाथ(ता स नौसचालन सवाए दान क जा

सक

नFपादन उGltय

bull दश क नौसचालनय आवXयकता को को परा

करन क 1लए सपण(तः वायत एव वनयxत

ीय नौसचालन उपdह णाल का अ1भकqपन

वकास एव काया([वयन

bull उRच यथाथ(ता स थान-नधा(रण (lt 20 मीटर)

एव समय क सचना (lt10-20 ननो सकड)

bull आयनमडलय सशोधन क साथ सभी ऋत म

चालन

bull उRचतम उपलBधता (24 X 7) 999

bull भारतीय भ- उपरात 1500 Uक मी क

आसपास म भी उRच यथाथ(ता स

नौसचालन सवा उपलBध

bull बाद म इसक सवा को )मशः वतत भी

Uकया जाएगा िजसस पडोसी को उपरोSत

यथाथ(ता स नौसचालन सवधा उपलBध हो सक

इस तावत ीय नौसचालन णाल क म~य तीन

भाग ह -

1 अतर खड (पस सगमट)

28

2 भ1म खड (dाउड सगमट)

3 उपयोगकता( खड (यजर सगमट)

(1) अतर खड - Uकसी भी अतर आधारत

नौसचालन णाल म उपयोग कता( को िथतनधा(रण

U)या हत [यनतम चार उपdह क नरतर PDयता

अयावXयक ह इस1लए व1भ[न उपdहय तारमडल

का अययन Uकया गया अनक वकqप सोच गए

उनका क8gtयटर 1स8यलशन भी Uकया गया कम

लागत सरल चालन उपयोगकता( को पाई जान वाल

यथाथ(ता एव सवा को यान म रखन हए गहन

अययन क पXचात इस तावत नौसचालन णाल क

1लए सात उपdह का तारामडल निXचत Uकया गया

िजसम तीन उपdह भ-िथर मणका (GEO) म

)मश 34deg83deg132deg रखाश पर थापत Uकए जाएग

शष चार उपdह म स दो उपdह भ-तqयकाल मण

का (GSO) म 55deg अाश पर और अ[य दो 111deg

अाश पर 29deg झकाव क साथ थापत Uकए जाएग

इस कार क Wया1मतय सरचना स सात उपdह

नरतर भारतीय भ- (सवा ) म उपयोगकता(ओ को

िथत नधा(रण U)या हत हमशा PDटमान रहग इस

तारामडलय सरचना स 30 स बहतर क जीडीओपी

(GDOP) ािgtत भी सनिXचत क गई ह इन सभी

उपdह को भारतीय वीय उपdह पण यान

(पीएसएलवी) bवारा सतीश धवन उपdह क

29

(ीहरकोटा) स अतर भ-थानातरण मणका म

पत Uकया जाएगा

उपह स8पण - इस णाल क सभी सात उपdह क

सरचना एक समान होगी दायभार एव अ[य सभी

उपकरण इसरो क कqपना बस म वशष नौसचालन

अ1भयान हत आवXयक परवत(न करक समि[वत Uकया

गया ह उपdह का उथापन वजन (Lift of Mass)

1425 Uकdा क साथ-साथ शDक वजन (Dry Mass)

616 Uकdा होगा सौर पनल का 215 मीX18

मी रखा गया ह जो 1268 वॉट पावर ऊजा( दगा

dहण क दौरान ऊजा( पत ( क 1लए 64 Ah Li-ion बटर

भी रखी गई ह इन सभी उपdह को भ1म-खड िथत

सवा म वतरत नयण क bग bवारा नरतर

मॉनीटर Uकया जाएगा

(2) भ म खड- भ1म खड म~यत अतर म उपdह

तारामडल का नयण सचालन एव नौसचालन

आकड़ नमा(ण करन क 1लए अवरत काय(

करगा इस भ1म खड म न8न1लVखत आवXयक

सवधाए होगी

1 उपdह नयण क

2 नौसचालन नयण क

3 परासन क (सीडीएमए एव लसर परासन)

4 समय एव आकड़ा उव(-कड़ी टशन

5 आकड़ा सचार जाल

30

उपdह क अतर म सह िथत उनक का

सबधी ताजा-सचनाए ािgtत क 1लए दर1मत-दरादश

एव आयनमडलय मॉडलग सशोधन U)या क 1लए

20 परास एव इटdीट मॉनीटरग टशन (IRIMs)

सपण( सवा म वतरत Uकए जाएग िजनम 6

सीडीममए परासन 1 लसर परासन क bग एव 1

परमािवक घड़ी स सिWजत नटवक( टाई1मग सटर

भी शा1मल ह

नौसचालन नयण क का म~य काय( त क आकड़ा

सचार जाल bवारा ाgtत सचनाओ को ससाधत करक

एक परभाषत नौसचालन सदश का नमा(ण करना

िजसम उपdह क अतर म कvय िथत समय

आयनमडलय ट-सशोधन एव अ[य सशोधत सचनाए

हो ह उनको त क अप-1लक टशन को भजना ह

(3) उपयोगकता खड - उपयोगकता( खड म उपभोSता

अपन नौसचालन अ1भdाह (रसीवर) क जरए भारतीय

भ- (भ1म वाय एव सम) म सह िथत नधा(रण

सवा सटक समय क जानकार ाgtत कर सकत ह

इस णाल bवारा विXवक िथत नधा(रण णाल

(जीपीएस) क समान दो कार क सवाए उपलBध कराई

जाएगी िजसम (1) सामा[य िथत नधा(रण सवा

जो सभी कार क उपभोSताओ को सरलता स उपलBध

31

होगी िजसम lt20 मी तक क यथाथ(ता अपvत ह

और (2) 1स1मत(Restricted) िथत नधा(रण सवा जो

1स1मत ाधकत उपभोSताओ को ह उपलBध होगी इस

सवा क यथाथ(ता सामा[य िथत नधा(रण सवा स कई

गना बहतर होगी इस सवा म थान (पोिजशन) क

अतरSत सटक समय क सचना भी शा1मल ह और

य सभी सकत एि[)gtटड िथत म होग इस सवा को

ाgtत करन क 1लए bव-आकत अ1भdाह का उपयोग

करना होगा

32

उपह सचार (SATCOM)

पछल चार दशक म हमन दश क सवागी वकास म

भारतीय अतर काय()म का भाव दखा ह इस

काय()म म उपdह सचार णा1लय क भ1मका अयत

महवपण( ह उपdह सचार ौbयोगक bवारा पवी क

वशाल म आथ(क PिDट स सती (LOW COST) एव

वXवसनीय सचार तथा सपक( |यवथा थापत क जा

सकती ह दश का समd वकास तभी सभव होगा जब

हम दश क दर-दराज क दग(म एव dामीण म

आपसी सचार तथा सपक( |यवथा कायम कर पायग

िजसम उपdह सचार ौbयोगक एक मा वXवसनीय

तकनीक ह आज हमार दश म इ[सट तथा जीसट

णी क अनक सचार उपdह dामसट वीआरएस

(Village Resources System) एव अ[य अनक

परयोजनाओ क अतग(त दरसचार दरदश(न सारण

1शा वाय भ1म जगल एव सम सवtण

33

उ[नत मौसम मानटरन आपित |यवथापन जसी

अनक जन-कqयाणकार सवधाए दान कर रह हc

भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) क

अहमदाबाद क (SAC) का एसएनएए उपdह सचार

अनयोग अतग(त व1भ[न णा1लया एव उपकरण क

वकास तथा नमा(ण काय( म काय(रत ह िजसम मख

ह-

(1) Iलट मानटरन णालः-

इ[सट-एमएसएस आधारत लट मानटरन णाल

(FMS) म~यतः दश क परवहन (सड़क रल सम)

म काय(रत व1भ[न सगठन उbयोग क आवXयकताओ

को यान म रख कर वकसीत क गई ह यह सचार

उपdह आधारत वय सचा1लत लट मानटरन णाल

ह िजसक सवाए भारतीय उपमहाbवीप उपरात

सागर म भी उपलBध ह परवहन सचालक अपन

लट क वत(मान अपिथत (पोिजशन) समय एव

उनक सामयक गत पर ऑन-लाइन नगरानी रखन क

1लए इस योग म ल सकत हc आकिमक परिथत

म लट bवारा सvgtत सदश (Short messages of 40

34

characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

35

सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

15

भारत क गगन परयोजना भी जीपीएस का ह

वतारत +प ह जो भारतीय भ- म काय(रत ह

कस काय करती ह उपह नौसचालन णालः-

कोई भी अतर आधारत नौसचालन णाल म~यतः

कxम उपdह का अतर म Tान (known) थान एव

पवी पर अ1भdाह क थान इन दोन क बीच का

दर-मापन (रज मज़रमट) और उपdह स सारत

रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क समय पर

आधारत ह न8नतर चार उपdह bवारा ाgtत क

गई दर और समय क सचना को 1मला कर चार

समीकरण बनत हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक

(ोससर) bवारा सलझा कर अ1भdाह क सह थान

(पोिजशन) एव समय का परकलन Uकया जाता ह

उपdह स ाgtत सचनाओ को अ1भdाह तक पहचन को

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

दर = वग x समय (Distance = Velocity x Time) को

योग म लाया जाता ह रeडयो सकत का वग काश

वग (299792458Uकमीसकड) क समान होता ह

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक

सनिXचत समय पर नमा(ण करत हc तथा दोन क घड़ी

(clock) भी लगभग समका1लन ह बाद म उपdह bवारा

ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त सकत को एक साथ

1मलाया जाता ह इस तरह स चार उपdह bवारा

16

सारत रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क

समय (Time) क गणना क जाती ह बाद म अ1भdाह

िथत अत आधनक सगणक सोटवयर bवारा

अ1भdाह क सह थान एव समय क सचना का

नधा(रण Uकया जाता ह यथाथ( थान-नधा(रण क साथ-

साथ अयाधक सटक समय ऊचाई और गतमापन भी

इस णाल bवारा सभव हो सका ह

xकोण1मत क 1सात अनसार थान नधा(रण क

U)या म 1सफ( तीन उपdह स दरमापन पया(gtत ह

िजसस 3D थान नधा(रण क गणना सभव ह परत

उपdह क समय को उस पर लगी एट1मक Sलोक स

नापा जाता ह जो कछ ननो सकड तक क परशता

रखती ह जब Uक अ1भdाह का कद भार और लागत

न8नतर रखन हत उसक Sलोक इतनी अचक नह रखी

जाती िजसस समय क परकलन म थोड़ा सा परवत(न

(ट) आ जाता ह इस ट को [यनतम करन क 1लए

ह एक ओर उपdह स दरमापन Uकया जाता ह िजसक

सहायता स समय क अत)मण (offset) को नDका1सत

Uकया जाता ह

(लोबल पोिजशनग स-टम-जीपीएस

लोबल पोिजशनग 1सटम-जीपीएसrsquo जीपीएस ldquoनवटार

जीपीएसrdquo का परवत(त नाम ह िजसका वतत नाम

नवगशन 1सटम वथ टाइम एड रिजग लोबल

पोिजशनग 1सटम ह इस णाल क आवDकार स

17

मानव क दघ(का1लन एव सबस जटल समया का

सह समाधान 1मल गया ह मc इस धरती पर कहा ह

मरा इस धरती पर सह थान Sया ह आप अपन

सह थान (पोिजशन) को सरलता स तभी बता सकत

हc जब आपक आसपास कोई चीज या ठोस पदाथ( सदभ(

क 1लए हो उसी सदभ( स आप अपन मल थान का

पता लगा सकत हc लUकन जब आपक आसपास या

नजदक सदभ( क 1लए कछ भी नह ह आप बीच

सागर आकाश रगतान या घन जगल म ह तब

समया और भी गभीर हो सकती ह

परान समय म जब मानव न याा करना आरभ Uकया

तब वह अपन रात म पथर या कोई चीज नशानी

(सदभ() क तौर पर रख दता था और लौटत समय उसक

सदभ( स अपन मल थान पर वापस लौट आता था

यह |यवथा बहत ह सी1मत वतार क 1लए मया(दत

थी बारश या बफ( गरन पर मसीबत और भी बढ़

जाती थी बाद म मानव न जब सागर याा ारभ क

तब तो समया और भी बढ़ गई SयUक बीच सागर म

शान कहा लगाए जा सकत थ तब उसन आकाश क

ओर दखा आकाश म तार का थान और उनक

गनती क आधार पर वह अपना राता तय करन लगा

लUकन तार हमस बहत दर ह और 1सफ( रात को ह

दखत हc तथा उसक 1लए आकाश भी वRछ होना

चाहए इसक बाद दशा सचन एव नौसचालन क 1लए

कछ और उपकरण (कपास सSस[ट) का वकास Uकया

18

गया लUकन उनक यथाथ(ता पर Xनच[ह ह लगा

था

आधनक मानव न और कई इलSEोनक उपकरण

अपना कर यन Uकए लUकन उनक उपयोगता 1स

नह हो सक थी बाद म टरिEयल रeडयो आधारत

नौसचालन णाल (लोरन ओमगा)य का वकास हआ

इस णाल न नावक को दशासचन और नौकायन म

काफ मदद क लUकन इनक भी अपनी कछ मया(दाए

थी इसक बाद सन 1960 क दशक म अतर

आधारत सटनव णाल (Eािज़ट टाइमशन और

डSका)य का वकास हआ िजसम पवी क नजदक

का (एलईओ) म एक स Wयादा कxम उपdह को

थापत Uकया गया था यह णा1लया UhSव[सी

डोgtलर वचलन पर आधारत थी और उपdह स सकत

ाgtत करन म बहत तीा करनी पड़ती थी इनम

हआ थोड़ा सा भी गत परवत(न अ1भdाह (र1सवर) क

िथत म बहत बड़ी ट पदा कर दता था इ[ह

मया(दाओ न एक उRच यथाथ(ता दान कर ऐसी विXवक

नौसचालन णाल वक1सत करन को रत Uकया

सन 1970 क दशक म अमरका क रा वभाग न एक

योजना को मजर द िजसका नाम था ndash विXवक

थान नधा(रण णाल ndash जीपीएस इस योजना पर

लगातार बीस वष( तक काय( चलता रहा अत म इस

णाल न सह काम Uकया और आज मानवी दनया क

Uकसी भी कोन म हो Uकसी भी समय पर अपना

19

निXचत थान (पोिजशन) और समय वातवक काल

म आसानी स बता सकता ह

ारभ म यह णाल 1सफ( अमरक सना क नजी

उपयोग हत सी1मत थी बाद म सामा[य लोग क

उपयोग क 1लए भी इस उपलBध कराया गया आज

सनक उपयोग क अलावा म~य सामा[य उपयोग ह

1) नौसचालन (भ1म सागर एव वाय म)

2) सामा[य सवtण

3) विXवक समय का आकलन

इसक अतरSत जीपीएस अ1भdाह क उपयोगता क

कोई सीमाए नह ह आज लगभग यक ौbयोगक

म इस णाल का य या अय महतम उपयोग

हो रहा ह

3 कस काय करती ह विltवक -थान नधारण णाल

(gtच स 1)

20

जीपीएस म~यतः कxम उपdह (मानव न1म(त तार)

का अतर म थान एव अ1भdाह (र1सवर) का पवी

पर थान इन दोन क बीच का दरमापन (रज

मज़रम[ट) और उपdह स ाgtत सचना (डाटा) को

अ1भdाह तक पहचन का समय पर आधारत ह

[यनतम चार उपdह bवारा (च स 1) ाgtत क गई

दर और समय दोन को 1मला कर चार समीकरण बनत

हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक bवारा सलझा

कर अ1भdाह का सह थान और समय का परकलन

Uकया जाता ह उपdह bवारा सारत सचना को

अ1भdाह तक पहचन क समय को Tात करन क 1लए

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

= वग X समय को योग म 1लया गया ह रeडयो

सकत का वग काश वग (299792458 Uकमी त

सकड) क समान ह

च स~या-2

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक ह

21

सनिXचत समय पर उप[न करत हc और दोन क घड़ी

(एट1मक Sलोक) भी समका1लन ह बाद म उपdह

bवारा ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त दोन सकत

को एक साथ 1मला जाना ह च स~या-2 दख इस

तरह 4 उपdह bवारा सारत रeडयो सकत को

अ1भdाह तक पहचन क समय क गणना क जाती ह

जीपीएस णाल क वतत तकनीक जानकार ाgtत

करन क 1लए इस म~य तीन भाग म बाटना आवXयक

1) अतर खड (पस सगम[ट)

2) नयण एव नगरानी खड (कEोल एड मोनटरग

सगमट)

3) योSता खड (यज़र सगमट)

(1) अतर खडः-

च स~या - 3 च स~या - 4

अतर खड िजसम 24 कxम उपdह (+4 आरvत)

को पवी क अतरम मणका म (च स~या 3 और

22

4 दख) करब 20200 Uकमी क दर पर निXचत 6

काओ म थापत Uकया गया ह सभी उपdह

निXचत 12 घट म पवी का एक परमण करत हc

यक उपdह पवी पर एक ह vतज सीमा म दन

म दो बार गजरता ह अतर खड क अ1भकqपना

कछ इस कार स न1म(त क गई ह Uक Uकसी भी

समय और पवी क Uकसी भी भाग म [यनतम 4

उपdह एक ह vतज सीमा म नरतर PिDटमान रहत

हc अनभव स Tात हआ ह Uक कभी-कभी एक ह

समय पर एक ह vतज सीमा म 8-10 उपdह सदव

PिDटमान रहत हc

यक उपdह पर बहत ह यथाथ( (एSयरट) दो एट1मक

घeड़या (Sलोक) होती ह िजन क मल आवित 1023

मगाह(स होती ह इस आवित क सदभ( स उपdह

म कट सकत नमा(ण Uकय जात हc इन सकत को

पवी क ओर सतत सारत Uकया जाता ह िजसम

उपdह का अपना पहचान )माक (आईडी) समय

अतर म अपना थान (लोकशन) एव उसी समय

उसक आसपास मणशील अ[य उपdह क सपण(

जानकार सि8म1लत होती ह िजस ldquoअqमनकrdquo कहत

हc यह जानकार एक महन तक मा[य रहती ह

इन सकत को पवी क ओर सारत करन हत उपdह

दो वाहक आवितय का उपयोग करत हc जो

न8न1लVखत हः-

23

च स~या-5

1) एल-1 = 157542 मगाहट(ज (MHz)

2) एल-2 = 122760 मगाहट(ज (MHz)

एल-1 वाहक आवित िजस पर दो कट सकत (कोड)

अध1मत Uकए जात हc (च स~या-5 दख)

1) सीए कोड जो 1023 MHz मल आवित पर और

2) पी कोड िजस 1023 MHz मल आवित पर

अध1मत Uकया जाता ह

एल-2 वाहक आवित पर 1सफ( पी कोड 1023 MHz

मल आवित पर अध1मत Uकया जाता ह पी कोड

कवल अमरक सना क नजी उपयोग क 1लए ह

सी1मत रखा गया ह

पवी पर िथत जीपीएस अ1भdाह उपरोSत सकत का

उपयोग अतर म उपdह का थान समय एव उस

24

समय अ[य उपdह क अतर म वत(मान िथत

जानन क 1लए करता ह इन सकत का म~य उपयोग

अतर म उपdह क वत(मान िथत (लोकशन) एव

पवी पर अ1भdाह क बीच का दरमापन (रज) करना

ह न8नतम 4 उपdह bवारा ाgtत सकत स दरमापन

U)या सप[न करक अ1भdाह क सह थान क

सगणना क जाती ह

(2) नयण एव नगरानी खडः

च स~या-6

अतर म थापत सभी 24 उपdह पर नगरानी

रखन क 1लए पवी पर भमय रखा क आसपास 1

म~य नयण क एव 5 नगरानी भ-क (च स~या-

6) )मशः कोलोराडो एक[सन (Ascension) eडयागो

(Diego) Sवाजलन (Kwajalein) तथा हवाई (Hawaii) म

काय(रत ह य सभी भ-क णाल क सभी उपdह क

साथ नरतर सपक( बनाए रखत हc एक बहत ह

महवपण( काय( इस खड bवारा काया(ि[वत Uकया जाता

ह Uक मणका म घम रह सभी उपdह का अनवत(न

(EUकग) कर क उनक कीय िथत क सटक जाच

करना और उन पर िथत एट1मक Sलोक को

25

असशोधत कर क अगर उसम कछ टया ह तो उस

सधार कर म~य नयण क bवारा सभी उपdह को

पनः सारत करना ह िजसस यक उपdह क पास

उसक अतर म वातवक सह िथत एव समय क

जानकार उपलBध करायी जाती ह यह जानकार पवी

पर िथत जीपीएस अ1भdाह क 1लए बहत ह आवXयक

होती ह

3) योEता खडः

इसक अतग(त जीपीएस अ1भdाह (र1सवर) जो उपdह

bवारा सारत कट सकत को अपन सगणक bवारा

वXलषण करक पवी पर अपना निXचत थान और

समय क सचना ाgtत करत हc इस अ1भdाह का

उपयोग कोई भी सामा[य |यिSत आसानी स कर सकता

न8न1लVखत उपयोग हत जीपीएस णाल अयत

महवपण( 1स हई हः

1) स[य सवtण

2) भ-सवtण

3) नौ-सचालन (भ1म सागर एव वाय म)

4) भ-गतUकय अययन

5) वाहन यातायात (रल सडक) नयण एव बधन

6) ववध याxक नयण णा1लया

7) वXव म कह भी समय को समका1लन (1स)ोनाइज़)

करन क 1लए

8) विXवक भकप सनामी जसी ाकतक आपितय क

बधन म

26

भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल

ndash आईआरएनएसएस

उपdह नौसचालन णाल क बहहतक व1शDटताओ को

दखत हए वत(मान समय म इस णाल का कोई

वकqप नह ह जीपीएस क सवाए भारतीय भ- म

सरलता स उपलBध ह लUकन आपातकाल या य क

दौरान यह सवधा हम उपलBध ना हो या Uफर इस

णाल bवारा ाgtत सचनाओ को टज[य भी Uकया जा

सकता ह SयUक यह णाल सपण(तः अमरका क

रा वभाग bवारा नयxत ह सvgtत म कहा जाय

तो आपातकाल म जीपीएस क सवाए सदहापद ह

उपरोSत वात को यान म रखत हए भारत (इसरो) भी

दश क नौसचालनय आवXयकता को (सनक तथा

असनक सभी) को परा करन क 1लए सपण(तः वायत

एव वनयxत ीय नौसचालन उपdह णाल-

आईआरएनएसएस थापत करन जा रहा ह जो

भारतीय उपमहाbवीप म व1भ[न उपयोगकता(ओ को

27

सह यथाथ(ता स थान-नधा(रण नौसचालन एव समय

क सचना जसी आवXयक सवाए दान करगी बाद म

अतरSत घटक को शा1मल करन क सामय(ता स इस

वतारत भी Uकया जा सकता ह िजसस पडोसी

को उपरोSत यथाथ(ता स नौसचालन सवाए दान क जा

सक

नFपादन उGltय

bull दश क नौसचालनय आवXयकता को को परा

करन क 1लए सपण(तः वायत एव वनयxत

ीय नौसचालन उपdह णाल का अ1भकqपन

वकास एव काया([वयन

bull उRच यथाथ(ता स थान-नधा(रण (lt 20 मीटर)

एव समय क सचना (lt10-20 ननो सकड)

bull आयनमडलय सशोधन क साथ सभी ऋत म

चालन

bull उRचतम उपलBधता (24 X 7) 999

bull भारतीय भ- उपरात 1500 Uक मी क

आसपास म भी उRच यथाथ(ता स

नौसचालन सवा उपलBध

bull बाद म इसक सवा को )मशः वतत भी

Uकया जाएगा िजसस पडोसी को उपरोSत

यथाथ(ता स नौसचालन सवधा उपलBध हो सक

इस तावत ीय नौसचालन णाल क म~य तीन

भाग ह -

1 अतर खड (पस सगमट)

28

2 भ1म खड (dाउड सगमट)

3 उपयोगकता( खड (यजर सगमट)

(1) अतर खड - Uकसी भी अतर आधारत

नौसचालन णाल म उपयोग कता( को िथतनधा(रण

U)या हत [यनतम चार उपdह क नरतर PDयता

अयावXयक ह इस1लए व1भ[न उपdहय तारमडल

का अययन Uकया गया अनक वकqप सोच गए

उनका क8gtयटर 1स8यलशन भी Uकया गया कम

लागत सरल चालन उपयोगकता( को पाई जान वाल

यथाथ(ता एव सवा को यान म रखन हए गहन

अययन क पXचात इस तावत नौसचालन णाल क

1लए सात उपdह का तारामडल निXचत Uकया गया

िजसम तीन उपdह भ-िथर मणका (GEO) म

)मश 34deg83deg132deg रखाश पर थापत Uकए जाएग

शष चार उपdह म स दो उपdह भ-तqयकाल मण

का (GSO) म 55deg अाश पर और अ[य दो 111deg

अाश पर 29deg झकाव क साथ थापत Uकए जाएग

इस कार क Wया1मतय सरचना स सात उपdह

नरतर भारतीय भ- (सवा ) म उपयोगकता(ओ को

िथत नधा(रण U)या हत हमशा PDटमान रहग इस

तारामडलय सरचना स 30 स बहतर क जीडीओपी

(GDOP) ािgtत भी सनिXचत क गई ह इन सभी

उपdह को भारतीय वीय उपdह पण यान

(पीएसएलवी) bवारा सतीश धवन उपdह क

29

(ीहरकोटा) स अतर भ-थानातरण मणका म

पत Uकया जाएगा

उपह स8पण - इस णाल क सभी सात उपdह क

सरचना एक समान होगी दायभार एव अ[य सभी

उपकरण इसरो क कqपना बस म वशष नौसचालन

अ1भयान हत आवXयक परवत(न करक समि[वत Uकया

गया ह उपdह का उथापन वजन (Lift of Mass)

1425 Uकdा क साथ-साथ शDक वजन (Dry Mass)

616 Uकdा होगा सौर पनल का 215 मीX18

मी रखा गया ह जो 1268 वॉट पावर ऊजा( दगा

dहण क दौरान ऊजा( पत ( क 1लए 64 Ah Li-ion बटर

भी रखी गई ह इन सभी उपdह को भ1म-खड िथत

सवा म वतरत नयण क bग bवारा नरतर

मॉनीटर Uकया जाएगा

(2) भ म खड- भ1म खड म~यत अतर म उपdह

तारामडल का नयण सचालन एव नौसचालन

आकड़ नमा(ण करन क 1लए अवरत काय(

करगा इस भ1म खड म न8न1लVखत आवXयक

सवधाए होगी

1 उपdह नयण क

2 नौसचालन नयण क

3 परासन क (सीडीएमए एव लसर परासन)

4 समय एव आकड़ा उव(-कड़ी टशन

5 आकड़ा सचार जाल

30

उपdह क अतर म सह िथत उनक का

सबधी ताजा-सचनाए ािgtत क 1लए दर1मत-दरादश

एव आयनमडलय मॉडलग सशोधन U)या क 1लए

20 परास एव इटdीट मॉनीटरग टशन (IRIMs)

सपण( सवा म वतरत Uकए जाएग िजनम 6

सीडीममए परासन 1 लसर परासन क bग एव 1

परमािवक घड़ी स सिWजत नटवक( टाई1मग सटर

भी शा1मल ह

नौसचालन नयण क का म~य काय( त क आकड़ा

सचार जाल bवारा ाgtत सचनाओ को ससाधत करक

एक परभाषत नौसचालन सदश का नमा(ण करना

िजसम उपdह क अतर म कvय िथत समय

आयनमडलय ट-सशोधन एव अ[य सशोधत सचनाए

हो ह उनको त क अप-1लक टशन को भजना ह

(3) उपयोगकता खड - उपयोगकता( खड म उपभोSता

अपन नौसचालन अ1भdाह (रसीवर) क जरए भारतीय

भ- (भ1म वाय एव सम) म सह िथत नधा(रण

सवा सटक समय क जानकार ाgtत कर सकत ह

इस णाल bवारा विXवक िथत नधा(रण णाल

(जीपीएस) क समान दो कार क सवाए उपलBध कराई

जाएगी िजसम (1) सामा[य िथत नधा(रण सवा

जो सभी कार क उपभोSताओ को सरलता स उपलBध

31

होगी िजसम lt20 मी तक क यथाथ(ता अपvत ह

और (2) 1स1मत(Restricted) िथत नधा(रण सवा जो

1स1मत ाधकत उपभोSताओ को ह उपलBध होगी इस

सवा क यथाथ(ता सामा[य िथत नधा(रण सवा स कई

गना बहतर होगी इस सवा म थान (पोिजशन) क

अतरSत सटक समय क सचना भी शा1मल ह और

य सभी सकत एि[)gtटड िथत म होग इस सवा को

ाgtत करन क 1लए bव-आकत अ1भdाह का उपयोग

करना होगा

32

उपह सचार (SATCOM)

पछल चार दशक म हमन दश क सवागी वकास म

भारतीय अतर काय()म का भाव दखा ह इस

काय()म म उपdह सचार णा1लय क भ1मका अयत

महवपण( ह उपdह सचार ौbयोगक bवारा पवी क

वशाल म आथ(क PिDट स सती (LOW COST) एव

वXवसनीय सचार तथा सपक( |यवथा थापत क जा

सकती ह दश का समd वकास तभी सभव होगा जब

हम दश क दर-दराज क दग(म एव dामीण म

आपसी सचार तथा सपक( |यवथा कायम कर पायग

िजसम उपdह सचार ौbयोगक एक मा वXवसनीय

तकनीक ह आज हमार दश म इ[सट तथा जीसट

णी क अनक सचार उपdह dामसट वीआरएस

(Village Resources System) एव अ[य अनक

परयोजनाओ क अतग(त दरसचार दरदश(न सारण

1शा वाय भ1म जगल एव सम सवtण

33

उ[नत मौसम मानटरन आपित |यवथापन जसी

अनक जन-कqयाणकार सवधाए दान कर रह हc

भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) क

अहमदाबाद क (SAC) का एसएनएए उपdह सचार

अनयोग अतग(त व1भ[न णा1लया एव उपकरण क

वकास तथा नमा(ण काय( म काय(रत ह िजसम मख

ह-

(1) Iलट मानटरन णालः-

इ[सट-एमएसएस आधारत लट मानटरन णाल

(FMS) म~यतः दश क परवहन (सड़क रल सम)

म काय(रत व1भ[न सगठन उbयोग क आवXयकताओ

को यान म रख कर वकसीत क गई ह यह सचार

उपdह आधारत वय सचा1लत लट मानटरन णाल

ह िजसक सवाए भारतीय उपमहाbवीप उपरात

सागर म भी उपलBध ह परवहन सचालक अपन

लट क वत(मान अपिथत (पोिजशन) समय एव

उनक सामयक गत पर ऑन-लाइन नगरानी रखन क

1लए इस योग म ल सकत हc आकिमक परिथत

म लट bवारा सvgtत सदश (Short messages of 40

34

characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

35

सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

16

सारत रeडयो सकत को अ1भdाह तक पहचन क

समय (Time) क गणना क जाती ह बाद म अ1भdाह

िथत अत आधनक सगणक सोटवयर bवारा

अ1भdाह क सह थान एव समय क सचना का

नधा(रण Uकया जाता ह यथाथ( थान-नधा(रण क साथ-

साथ अयाधक सटक समय ऊचाई और गतमापन भी

इस णाल bवारा सभव हो सका ह

xकोण1मत क 1सात अनसार थान नधा(रण क

U)या म 1सफ( तीन उपdह स दरमापन पया(gtत ह

िजसस 3D थान नधा(रण क गणना सभव ह परत

उपdह क समय को उस पर लगी एट1मक Sलोक स

नापा जाता ह जो कछ ननो सकड तक क परशता

रखती ह जब Uक अ1भdाह का कद भार और लागत

न8नतर रखन हत उसक Sलोक इतनी अचक नह रखी

जाती िजसस समय क परकलन म थोड़ा सा परवत(न

(ट) आ जाता ह इस ट को [यनतम करन क 1लए

ह एक ओर उपdह स दरमापन Uकया जाता ह िजसक

सहायता स समय क अत)मण (offset) को नDका1सत

Uकया जाता ह

(लोबल पोिजशनग स-टम-जीपीएस

लोबल पोिजशनग 1सटम-जीपीएसrsquo जीपीएस ldquoनवटार

जीपीएसrdquo का परवत(त नाम ह िजसका वतत नाम

नवगशन 1सटम वथ टाइम एड रिजग लोबल

पोिजशनग 1सटम ह इस णाल क आवDकार स

17

मानव क दघ(का1लन एव सबस जटल समया का

सह समाधान 1मल गया ह मc इस धरती पर कहा ह

मरा इस धरती पर सह थान Sया ह आप अपन

सह थान (पोिजशन) को सरलता स तभी बता सकत

हc जब आपक आसपास कोई चीज या ठोस पदाथ( सदभ(

क 1लए हो उसी सदभ( स आप अपन मल थान का

पता लगा सकत हc लUकन जब आपक आसपास या

नजदक सदभ( क 1लए कछ भी नह ह आप बीच

सागर आकाश रगतान या घन जगल म ह तब

समया और भी गभीर हो सकती ह

परान समय म जब मानव न याा करना आरभ Uकया

तब वह अपन रात म पथर या कोई चीज नशानी

(सदभ() क तौर पर रख दता था और लौटत समय उसक

सदभ( स अपन मल थान पर वापस लौट आता था

यह |यवथा बहत ह सी1मत वतार क 1लए मया(दत

थी बारश या बफ( गरन पर मसीबत और भी बढ़

जाती थी बाद म मानव न जब सागर याा ारभ क

तब तो समया और भी बढ़ गई SयUक बीच सागर म

शान कहा लगाए जा सकत थ तब उसन आकाश क

ओर दखा आकाश म तार का थान और उनक

गनती क आधार पर वह अपना राता तय करन लगा

लUकन तार हमस बहत दर ह और 1सफ( रात को ह

दखत हc तथा उसक 1लए आकाश भी वRछ होना

चाहए इसक बाद दशा सचन एव नौसचालन क 1लए

कछ और उपकरण (कपास सSस[ट) का वकास Uकया

18

गया लUकन उनक यथाथ(ता पर Xनच[ह ह लगा

था

आधनक मानव न और कई इलSEोनक उपकरण

अपना कर यन Uकए लUकन उनक उपयोगता 1स

नह हो सक थी बाद म टरिEयल रeडयो आधारत

नौसचालन णाल (लोरन ओमगा)य का वकास हआ

इस णाल न नावक को दशासचन और नौकायन म

काफ मदद क लUकन इनक भी अपनी कछ मया(दाए

थी इसक बाद सन 1960 क दशक म अतर

आधारत सटनव णाल (Eािज़ट टाइमशन और

डSका)य का वकास हआ िजसम पवी क नजदक

का (एलईओ) म एक स Wयादा कxम उपdह को

थापत Uकया गया था यह णा1लया UhSव[सी

डोgtलर वचलन पर आधारत थी और उपdह स सकत

ाgtत करन म बहत तीा करनी पड़ती थी इनम

हआ थोड़ा सा भी गत परवत(न अ1भdाह (र1सवर) क

िथत म बहत बड़ी ट पदा कर दता था इ[ह

मया(दाओ न एक उRच यथाथ(ता दान कर ऐसी विXवक

नौसचालन णाल वक1सत करन को रत Uकया

सन 1970 क दशक म अमरका क रा वभाग न एक

योजना को मजर द िजसका नाम था ndash विXवक

थान नधा(रण णाल ndash जीपीएस इस योजना पर

लगातार बीस वष( तक काय( चलता रहा अत म इस

णाल न सह काम Uकया और आज मानवी दनया क

Uकसी भी कोन म हो Uकसी भी समय पर अपना

19

निXचत थान (पोिजशन) और समय वातवक काल

म आसानी स बता सकता ह

ारभ म यह णाल 1सफ( अमरक सना क नजी

उपयोग हत सी1मत थी बाद म सामा[य लोग क

उपयोग क 1लए भी इस उपलBध कराया गया आज

सनक उपयोग क अलावा म~य सामा[य उपयोग ह

1) नौसचालन (भ1म सागर एव वाय म)

2) सामा[य सवtण

3) विXवक समय का आकलन

इसक अतरSत जीपीएस अ1भdाह क उपयोगता क

कोई सीमाए नह ह आज लगभग यक ौbयोगक

म इस णाल का य या अय महतम उपयोग

हो रहा ह

3 कस काय करती ह विltवक -थान नधारण णाल

(gtच स 1)

20

जीपीएस म~यतः कxम उपdह (मानव न1म(त तार)

का अतर म थान एव अ1भdाह (र1सवर) का पवी

पर थान इन दोन क बीच का दरमापन (रज

मज़रम[ट) और उपdह स ाgtत सचना (डाटा) को

अ1भdाह तक पहचन का समय पर आधारत ह

[यनतम चार उपdह bवारा (च स 1) ाgtत क गई

दर और समय दोन को 1मला कर चार समीकरण बनत

हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक bवारा सलझा

कर अ1भdाह का सह थान और समय का परकलन

Uकया जाता ह उपdह bवारा सारत सचना को

अ1भdाह तक पहचन क समय को Tात करन क 1लए

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

= वग X समय को योग म 1लया गया ह रeडयो

सकत का वग काश वग (299792458 Uकमी त

सकड) क समान ह

च स~या-2

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक ह

21

सनिXचत समय पर उप[न करत हc और दोन क घड़ी

(एट1मक Sलोक) भी समका1लन ह बाद म उपdह

bवारा ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त दोन सकत

को एक साथ 1मला जाना ह च स~या-2 दख इस

तरह 4 उपdह bवारा सारत रeडयो सकत को

अ1भdाह तक पहचन क समय क गणना क जाती ह

जीपीएस णाल क वतत तकनीक जानकार ाgtत

करन क 1लए इस म~य तीन भाग म बाटना आवXयक

1) अतर खड (पस सगम[ट)

2) नयण एव नगरानी खड (कEोल एड मोनटरग

सगमट)

3) योSता खड (यज़र सगमट)

(1) अतर खडः-

च स~या - 3 च स~या - 4

अतर खड िजसम 24 कxम उपdह (+4 आरvत)

को पवी क अतरम मणका म (च स~या 3 और

22

4 दख) करब 20200 Uकमी क दर पर निXचत 6

काओ म थापत Uकया गया ह सभी उपdह

निXचत 12 घट म पवी का एक परमण करत हc

यक उपdह पवी पर एक ह vतज सीमा म दन

म दो बार गजरता ह अतर खड क अ1भकqपना

कछ इस कार स न1म(त क गई ह Uक Uकसी भी

समय और पवी क Uकसी भी भाग म [यनतम 4

उपdह एक ह vतज सीमा म नरतर PिDटमान रहत

हc अनभव स Tात हआ ह Uक कभी-कभी एक ह

समय पर एक ह vतज सीमा म 8-10 उपdह सदव

PिDटमान रहत हc

यक उपdह पर बहत ह यथाथ( (एSयरट) दो एट1मक

घeड़या (Sलोक) होती ह िजन क मल आवित 1023

मगाह(स होती ह इस आवित क सदभ( स उपdह

म कट सकत नमा(ण Uकय जात हc इन सकत को

पवी क ओर सतत सारत Uकया जाता ह िजसम

उपdह का अपना पहचान )माक (आईडी) समय

अतर म अपना थान (लोकशन) एव उसी समय

उसक आसपास मणशील अ[य उपdह क सपण(

जानकार सि8म1लत होती ह िजस ldquoअqमनकrdquo कहत

हc यह जानकार एक महन तक मा[य रहती ह

इन सकत को पवी क ओर सारत करन हत उपdह

दो वाहक आवितय का उपयोग करत हc जो

न8न1लVखत हः-

23

च स~या-5

1) एल-1 = 157542 मगाहट(ज (MHz)

2) एल-2 = 122760 मगाहट(ज (MHz)

एल-1 वाहक आवित िजस पर दो कट सकत (कोड)

अध1मत Uकए जात हc (च स~या-5 दख)

1) सीए कोड जो 1023 MHz मल आवित पर और

2) पी कोड िजस 1023 MHz मल आवित पर

अध1मत Uकया जाता ह

एल-2 वाहक आवित पर 1सफ( पी कोड 1023 MHz

मल आवित पर अध1मत Uकया जाता ह पी कोड

कवल अमरक सना क नजी उपयोग क 1लए ह

सी1मत रखा गया ह

पवी पर िथत जीपीएस अ1भdाह उपरोSत सकत का

उपयोग अतर म उपdह का थान समय एव उस

24

समय अ[य उपdह क अतर म वत(मान िथत

जानन क 1लए करता ह इन सकत का म~य उपयोग

अतर म उपdह क वत(मान िथत (लोकशन) एव

पवी पर अ1भdाह क बीच का दरमापन (रज) करना

ह न8नतम 4 उपdह bवारा ाgtत सकत स दरमापन

U)या सप[न करक अ1भdाह क सह थान क

सगणना क जाती ह

(2) नयण एव नगरानी खडः

च स~या-6

अतर म थापत सभी 24 उपdह पर नगरानी

रखन क 1लए पवी पर भमय रखा क आसपास 1

म~य नयण क एव 5 नगरानी भ-क (च स~या-

6) )मशः कोलोराडो एक[सन (Ascension) eडयागो

(Diego) Sवाजलन (Kwajalein) तथा हवाई (Hawaii) म

काय(रत ह य सभी भ-क णाल क सभी उपdह क

साथ नरतर सपक( बनाए रखत हc एक बहत ह

महवपण( काय( इस खड bवारा काया(ि[वत Uकया जाता

ह Uक मणका म घम रह सभी उपdह का अनवत(न

(EUकग) कर क उनक कीय िथत क सटक जाच

करना और उन पर िथत एट1मक Sलोक को

25

असशोधत कर क अगर उसम कछ टया ह तो उस

सधार कर म~य नयण क bवारा सभी उपdह को

पनः सारत करना ह िजसस यक उपdह क पास

उसक अतर म वातवक सह िथत एव समय क

जानकार उपलBध करायी जाती ह यह जानकार पवी

पर िथत जीपीएस अ1भdाह क 1लए बहत ह आवXयक

होती ह

3) योEता खडः

इसक अतग(त जीपीएस अ1भdाह (र1सवर) जो उपdह

bवारा सारत कट सकत को अपन सगणक bवारा

वXलषण करक पवी पर अपना निXचत थान और

समय क सचना ाgtत करत हc इस अ1भdाह का

उपयोग कोई भी सामा[य |यिSत आसानी स कर सकता

न8न1लVखत उपयोग हत जीपीएस णाल अयत

महवपण( 1स हई हः

1) स[य सवtण

2) भ-सवtण

3) नौ-सचालन (भ1म सागर एव वाय म)

4) भ-गतUकय अययन

5) वाहन यातायात (रल सडक) नयण एव बधन

6) ववध याxक नयण णा1लया

7) वXव म कह भी समय को समका1लन (1स)ोनाइज़)

करन क 1लए

8) विXवक भकप सनामी जसी ाकतक आपितय क

बधन म

26

भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल

ndash आईआरएनएसएस

उपdह नौसचालन णाल क बहहतक व1शDटताओ को

दखत हए वत(मान समय म इस णाल का कोई

वकqप नह ह जीपीएस क सवाए भारतीय भ- म

सरलता स उपलBध ह लUकन आपातकाल या य क

दौरान यह सवधा हम उपलBध ना हो या Uफर इस

णाल bवारा ाgtत सचनाओ को टज[य भी Uकया जा

सकता ह SयUक यह णाल सपण(तः अमरका क

रा वभाग bवारा नयxत ह सvgtत म कहा जाय

तो आपातकाल म जीपीएस क सवाए सदहापद ह

उपरोSत वात को यान म रखत हए भारत (इसरो) भी

दश क नौसचालनय आवXयकता को (सनक तथा

असनक सभी) को परा करन क 1लए सपण(तः वायत

एव वनयxत ीय नौसचालन उपdह णाल-

आईआरएनएसएस थापत करन जा रहा ह जो

भारतीय उपमहाbवीप म व1भ[न उपयोगकता(ओ को

27

सह यथाथ(ता स थान-नधा(रण नौसचालन एव समय

क सचना जसी आवXयक सवाए दान करगी बाद म

अतरSत घटक को शा1मल करन क सामय(ता स इस

वतारत भी Uकया जा सकता ह िजसस पडोसी

को उपरोSत यथाथ(ता स नौसचालन सवाए दान क जा

सक

नFपादन उGltय

bull दश क नौसचालनय आवXयकता को को परा

करन क 1लए सपण(तः वायत एव वनयxत

ीय नौसचालन उपdह णाल का अ1भकqपन

वकास एव काया([वयन

bull उRच यथाथ(ता स थान-नधा(रण (lt 20 मीटर)

एव समय क सचना (lt10-20 ननो सकड)

bull आयनमडलय सशोधन क साथ सभी ऋत म

चालन

bull उRचतम उपलBधता (24 X 7) 999

bull भारतीय भ- उपरात 1500 Uक मी क

आसपास म भी उRच यथाथ(ता स

नौसचालन सवा उपलBध

bull बाद म इसक सवा को )मशः वतत भी

Uकया जाएगा िजसस पडोसी को उपरोSत

यथाथ(ता स नौसचालन सवधा उपलBध हो सक

इस तावत ीय नौसचालन णाल क म~य तीन

भाग ह -

1 अतर खड (पस सगमट)

28

2 भ1म खड (dाउड सगमट)

3 उपयोगकता( खड (यजर सगमट)

(1) अतर खड - Uकसी भी अतर आधारत

नौसचालन णाल म उपयोग कता( को िथतनधा(रण

U)या हत [यनतम चार उपdह क नरतर PDयता

अयावXयक ह इस1लए व1भ[न उपdहय तारमडल

का अययन Uकया गया अनक वकqप सोच गए

उनका क8gtयटर 1स8यलशन भी Uकया गया कम

लागत सरल चालन उपयोगकता( को पाई जान वाल

यथाथ(ता एव सवा को यान म रखन हए गहन

अययन क पXचात इस तावत नौसचालन णाल क

1लए सात उपdह का तारामडल निXचत Uकया गया

िजसम तीन उपdह भ-िथर मणका (GEO) म

)मश 34deg83deg132deg रखाश पर थापत Uकए जाएग

शष चार उपdह म स दो उपdह भ-तqयकाल मण

का (GSO) म 55deg अाश पर और अ[य दो 111deg

अाश पर 29deg झकाव क साथ थापत Uकए जाएग

इस कार क Wया1मतय सरचना स सात उपdह

नरतर भारतीय भ- (सवा ) म उपयोगकता(ओ को

िथत नधा(रण U)या हत हमशा PDटमान रहग इस

तारामडलय सरचना स 30 स बहतर क जीडीओपी

(GDOP) ािgtत भी सनिXचत क गई ह इन सभी

उपdह को भारतीय वीय उपdह पण यान

(पीएसएलवी) bवारा सतीश धवन उपdह क

29

(ीहरकोटा) स अतर भ-थानातरण मणका म

पत Uकया जाएगा

उपह स8पण - इस णाल क सभी सात उपdह क

सरचना एक समान होगी दायभार एव अ[य सभी

उपकरण इसरो क कqपना बस म वशष नौसचालन

अ1भयान हत आवXयक परवत(न करक समि[वत Uकया

गया ह उपdह का उथापन वजन (Lift of Mass)

1425 Uकdा क साथ-साथ शDक वजन (Dry Mass)

616 Uकdा होगा सौर पनल का 215 मीX18

मी रखा गया ह जो 1268 वॉट पावर ऊजा( दगा

dहण क दौरान ऊजा( पत ( क 1लए 64 Ah Li-ion बटर

भी रखी गई ह इन सभी उपdह को भ1म-खड िथत

सवा म वतरत नयण क bग bवारा नरतर

मॉनीटर Uकया जाएगा

(2) भ म खड- भ1म खड म~यत अतर म उपdह

तारामडल का नयण सचालन एव नौसचालन

आकड़ नमा(ण करन क 1लए अवरत काय(

करगा इस भ1म खड म न8न1लVखत आवXयक

सवधाए होगी

1 उपdह नयण क

2 नौसचालन नयण क

3 परासन क (सीडीएमए एव लसर परासन)

4 समय एव आकड़ा उव(-कड़ी टशन

5 आकड़ा सचार जाल

30

उपdह क अतर म सह िथत उनक का

सबधी ताजा-सचनाए ािgtत क 1लए दर1मत-दरादश

एव आयनमडलय मॉडलग सशोधन U)या क 1लए

20 परास एव इटdीट मॉनीटरग टशन (IRIMs)

सपण( सवा म वतरत Uकए जाएग िजनम 6

सीडीममए परासन 1 लसर परासन क bग एव 1

परमािवक घड़ी स सिWजत नटवक( टाई1मग सटर

भी शा1मल ह

नौसचालन नयण क का म~य काय( त क आकड़ा

सचार जाल bवारा ाgtत सचनाओ को ससाधत करक

एक परभाषत नौसचालन सदश का नमा(ण करना

िजसम उपdह क अतर म कvय िथत समय

आयनमडलय ट-सशोधन एव अ[य सशोधत सचनाए

हो ह उनको त क अप-1लक टशन को भजना ह

(3) उपयोगकता खड - उपयोगकता( खड म उपभोSता

अपन नौसचालन अ1भdाह (रसीवर) क जरए भारतीय

भ- (भ1म वाय एव सम) म सह िथत नधा(रण

सवा सटक समय क जानकार ाgtत कर सकत ह

इस णाल bवारा विXवक िथत नधा(रण णाल

(जीपीएस) क समान दो कार क सवाए उपलBध कराई

जाएगी िजसम (1) सामा[य िथत नधा(रण सवा

जो सभी कार क उपभोSताओ को सरलता स उपलBध

31

होगी िजसम lt20 मी तक क यथाथ(ता अपvत ह

और (2) 1स1मत(Restricted) िथत नधा(रण सवा जो

1स1मत ाधकत उपभोSताओ को ह उपलBध होगी इस

सवा क यथाथ(ता सामा[य िथत नधा(रण सवा स कई

गना बहतर होगी इस सवा म थान (पोिजशन) क

अतरSत सटक समय क सचना भी शा1मल ह और

य सभी सकत एि[)gtटड िथत म होग इस सवा को

ाgtत करन क 1लए bव-आकत अ1भdाह का उपयोग

करना होगा

32

उपह सचार (SATCOM)

पछल चार दशक म हमन दश क सवागी वकास म

भारतीय अतर काय()म का भाव दखा ह इस

काय()म म उपdह सचार णा1लय क भ1मका अयत

महवपण( ह उपdह सचार ौbयोगक bवारा पवी क

वशाल म आथ(क PिDट स सती (LOW COST) एव

वXवसनीय सचार तथा सपक( |यवथा थापत क जा

सकती ह दश का समd वकास तभी सभव होगा जब

हम दश क दर-दराज क दग(म एव dामीण म

आपसी सचार तथा सपक( |यवथा कायम कर पायग

िजसम उपdह सचार ौbयोगक एक मा वXवसनीय

तकनीक ह आज हमार दश म इ[सट तथा जीसट

णी क अनक सचार उपdह dामसट वीआरएस

(Village Resources System) एव अ[य अनक

परयोजनाओ क अतग(त दरसचार दरदश(न सारण

1शा वाय भ1म जगल एव सम सवtण

33

उ[नत मौसम मानटरन आपित |यवथापन जसी

अनक जन-कqयाणकार सवधाए दान कर रह हc

भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) क

अहमदाबाद क (SAC) का एसएनएए उपdह सचार

अनयोग अतग(त व1भ[न णा1लया एव उपकरण क

वकास तथा नमा(ण काय( म काय(रत ह िजसम मख

ह-

(1) Iलट मानटरन णालः-

इ[सट-एमएसएस आधारत लट मानटरन णाल

(FMS) म~यतः दश क परवहन (सड़क रल सम)

म काय(रत व1भ[न सगठन उbयोग क आवXयकताओ

को यान म रख कर वकसीत क गई ह यह सचार

उपdह आधारत वय सचा1लत लट मानटरन णाल

ह िजसक सवाए भारतीय उपमहाbवीप उपरात

सागर म भी उपलBध ह परवहन सचालक अपन

लट क वत(मान अपिथत (पोिजशन) समय एव

उनक सामयक गत पर ऑन-लाइन नगरानी रखन क

1लए इस योग म ल सकत हc आकिमक परिथत

म लट bवारा सvgtत सदश (Short messages of 40

34

characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

35

सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

17

मानव क दघ(का1लन एव सबस जटल समया का

सह समाधान 1मल गया ह मc इस धरती पर कहा ह

मरा इस धरती पर सह थान Sया ह आप अपन

सह थान (पोिजशन) को सरलता स तभी बता सकत

हc जब आपक आसपास कोई चीज या ठोस पदाथ( सदभ(

क 1लए हो उसी सदभ( स आप अपन मल थान का

पता लगा सकत हc लUकन जब आपक आसपास या

नजदक सदभ( क 1लए कछ भी नह ह आप बीच

सागर आकाश रगतान या घन जगल म ह तब

समया और भी गभीर हो सकती ह

परान समय म जब मानव न याा करना आरभ Uकया

तब वह अपन रात म पथर या कोई चीज नशानी

(सदभ() क तौर पर रख दता था और लौटत समय उसक

सदभ( स अपन मल थान पर वापस लौट आता था

यह |यवथा बहत ह सी1मत वतार क 1लए मया(दत

थी बारश या बफ( गरन पर मसीबत और भी बढ़

जाती थी बाद म मानव न जब सागर याा ारभ क

तब तो समया और भी बढ़ गई SयUक बीच सागर म

शान कहा लगाए जा सकत थ तब उसन आकाश क

ओर दखा आकाश म तार का थान और उनक

गनती क आधार पर वह अपना राता तय करन लगा

लUकन तार हमस बहत दर ह और 1सफ( रात को ह

दखत हc तथा उसक 1लए आकाश भी वRछ होना

चाहए इसक बाद दशा सचन एव नौसचालन क 1लए

कछ और उपकरण (कपास सSस[ट) का वकास Uकया

18

गया लUकन उनक यथाथ(ता पर Xनच[ह ह लगा

था

आधनक मानव न और कई इलSEोनक उपकरण

अपना कर यन Uकए लUकन उनक उपयोगता 1स

नह हो सक थी बाद म टरिEयल रeडयो आधारत

नौसचालन णाल (लोरन ओमगा)य का वकास हआ

इस णाल न नावक को दशासचन और नौकायन म

काफ मदद क लUकन इनक भी अपनी कछ मया(दाए

थी इसक बाद सन 1960 क दशक म अतर

आधारत सटनव णाल (Eािज़ट टाइमशन और

डSका)य का वकास हआ िजसम पवी क नजदक

का (एलईओ) म एक स Wयादा कxम उपdह को

थापत Uकया गया था यह णा1लया UhSव[सी

डोgtलर वचलन पर आधारत थी और उपdह स सकत

ाgtत करन म बहत तीा करनी पड़ती थी इनम

हआ थोड़ा सा भी गत परवत(न अ1भdाह (र1सवर) क

िथत म बहत बड़ी ट पदा कर दता था इ[ह

मया(दाओ न एक उRच यथाथ(ता दान कर ऐसी विXवक

नौसचालन णाल वक1सत करन को रत Uकया

सन 1970 क दशक म अमरका क रा वभाग न एक

योजना को मजर द िजसका नाम था ndash विXवक

थान नधा(रण णाल ndash जीपीएस इस योजना पर

लगातार बीस वष( तक काय( चलता रहा अत म इस

णाल न सह काम Uकया और आज मानवी दनया क

Uकसी भी कोन म हो Uकसी भी समय पर अपना

19

निXचत थान (पोिजशन) और समय वातवक काल

म आसानी स बता सकता ह

ारभ म यह णाल 1सफ( अमरक सना क नजी

उपयोग हत सी1मत थी बाद म सामा[य लोग क

उपयोग क 1लए भी इस उपलBध कराया गया आज

सनक उपयोग क अलावा म~य सामा[य उपयोग ह

1) नौसचालन (भ1म सागर एव वाय म)

2) सामा[य सवtण

3) विXवक समय का आकलन

इसक अतरSत जीपीएस अ1भdाह क उपयोगता क

कोई सीमाए नह ह आज लगभग यक ौbयोगक

म इस णाल का य या अय महतम उपयोग

हो रहा ह

3 कस काय करती ह विltवक -थान नधारण णाल

(gtच स 1)

20

जीपीएस म~यतः कxम उपdह (मानव न1म(त तार)

का अतर म थान एव अ1भdाह (र1सवर) का पवी

पर थान इन दोन क बीच का दरमापन (रज

मज़रम[ट) और उपdह स ाgtत सचना (डाटा) को

अ1भdाह तक पहचन का समय पर आधारत ह

[यनतम चार उपdह bवारा (च स 1) ाgtत क गई

दर और समय दोन को 1मला कर चार समीकरण बनत

हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक bवारा सलझा

कर अ1भdाह का सह थान और समय का परकलन

Uकया जाता ह उपdह bवारा सारत सचना को

अ1भdाह तक पहचन क समय को Tात करन क 1लए

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

= वग X समय को योग म 1लया गया ह रeडयो

सकत का वग काश वग (299792458 Uकमी त

सकड) क समान ह

च स~या-2

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक ह

21

सनिXचत समय पर उप[न करत हc और दोन क घड़ी

(एट1मक Sलोक) भी समका1लन ह बाद म उपdह

bवारा ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त दोन सकत

को एक साथ 1मला जाना ह च स~या-2 दख इस

तरह 4 उपdह bवारा सारत रeडयो सकत को

अ1भdाह तक पहचन क समय क गणना क जाती ह

जीपीएस णाल क वतत तकनीक जानकार ाgtत

करन क 1लए इस म~य तीन भाग म बाटना आवXयक

1) अतर खड (पस सगम[ट)

2) नयण एव नगरानी खड (कEोल एड मोनटरग

सगमट)

3) योSता खड (यज़र सगमट)

(1) अतर खडः-

च स~या - 3 च स~या - 4

अतर खड िजसम 24 कxम उपdह (+4 आरvत)

को पवी क अतरम मणका म (च स~या 3 और

22

4 दख) करब 20200 Uकमी क दर पर निXचत 6

काओ म थापत Uकया गया ह सभी उपdह

निXचत 12 घट म पवी का एक परमण करत हc

यक उपdह पवी पर एक ह vतज सीमा म दन

म दो बार गजरता ह अतर खड क अ1भकqपना

कछ इस कार स न1म(त क गई ह Uक Uकसी भी

समय और पवी क Uकसी भी भाग म [यनतम 4

उपdह एक ह vतज सीमा म नरतर PिDटमान रहत

हc अनभव स Tात हआ ह Uक कभी-कभी एक ह

समय पर एक ह vतज सीमा म 8-10 उपdह सदव

PिDटमान रहत हc

यक उपdह पर बहत ह यथाथ( (एSयरट) दो एट1मक

घeड़या (Sलोक) होती ह िजन क मल आवित 1023

मगाह(स होती ह इस आवित क सदभ( स उपdह

म कट सकत नमा(ण Uकय जात हc इन सकत को

पवी क ओर सतत सारत Uकया जाता ह िजसम

उपdह का अपना पहचान )माक (आईडी) समय

अतर म अपना थान (लोकशन) एव उसी समय

उसक आसपास मणशील अ[य उपdह क सपण(

जानकार सि8म1लत होती ह िजस ldquoअqमनकrdquo कहत

हc यह जानकार एक महन तक मा[य रहती ह

इन सकत को पवी क ओर सारत करन हत उपdह

दो वाहक आवितय का उपयोग करत हc जो

न8न1लVखत हः-

23

च स~या-5

1) एल-1 = 157542 मगाहट(ज (MHz)

2) एल-2 = 122760 मगाहट(ज (MHz)

एल-1 वाहक आवित िजस पर दो कट सकत (कोड)

अध1मत Uकए जात हc (च स~या-5 दख)

1) सीए कोड जो 1023 MHz मल आवित पर और

2) पी कोड िजस 1023 MHz मल आवित पर

अध1मत Uकया जाता ह

एल-2 वाहक आवित पर 1सफ( पी कोड 1023 MHz

मल आवित पर अध1मत Uकया जाता ह पी कोड

कवल अमरक सना क नजी उपयोग क 1लए ह

सी1मत रखा गया ह

पवी पर िथत जीपीएस अ1भdाह उपरोSत सकत का

उपयोग अतर म उपdह का थान समय एव उस

24

समय अ[य उपdह क अतर म वत(मान िथत

जानन क 1लए करता ह इन सकत का म~य उपयोग

अतर म उपdह क वत(मान िथत (लोकशन) एव

पवी पर अ1भdाह क बीच का दरमापन (रज) करना

ह न8नतम 4 उपdह bवारा ाgtत सकत स दरमापन

U)या सप[न करक अ1भdाह क सह थान क

सगणना क जाती ह

(2) नयण एव नगरानी खडः

च स~या-6

अतर म थापत सभी 24 उपdह पर नगरानी

रखन क 1लए पवी पर भमय रखा क आसपास 1

म~य नयण क एव 5 नगरानी भ-क (च स~या-

6) )मशः कोलोराडो एक[सन (Ascension) eडयागो

(Diego) Sवाजलन (Kwajalein) तथा हवाई (Hawaii) म

काय(रत ह य सभी भ-क णाल क सभी उपdह क

साथ नरतर सपक( बनाए रखत हc एक बहत ह

महवपण( काय( इस खड bवारा काया(ि[वत Uकया जाता

ह Uक मणका म घम रह सभी उपdह का अनवत(न

(EUकग) कर क उनक कीय िथत क सटक जाच

करना और उन पर िथत एट1मक Sलोक को

25

असशोधत कर क अगर उसम कछ टया ह तो उस

सधार कर म~य नयण क bवारा सभी उपdह को

पनः सारत करना ह िजसस यक उपdह क पास

उसक अतर म वातवक सह िथत एव समय क

जानकार उपलBध करायी जाती ह यह जानकार पवी

पर िथत जीपीएस अ1भdाह क 1लए बहत ह आवXयक

होती ह

3) योEता खडः

इसक अतग(त जीपीएस अ1भdाह (र1सवर) जो उपdह

bवारा सारत कट सकत को अपन सगणक bवारा

वXलषण करक पवी पर अपना निXचत थान और

समय क सचना ाgtत करत हc इस अ1भdाह का

उपयोग कोई भी सामा[य |यिSत आसानी स कर सकता

न8न1लVखत उपयोग हत जीपीएस णाल अयत

महवपण( 1स हई हः

1) स[य सवtण

2) भ-सवtण

3) नौ-सचालन (भ1म सागर एव वाय म)

4) भ-गतUकय अययन

5) वाहन यातायात (रल सडक) नयण एव बधन

6) ववध याxक नयण णा1लया

7) वXव म कह भी समय को समका1लन (1स)ोनाइज़)

करन क 1लए

8) विXवक भकप सनामी जसी ाकतक आपितय क

बधन म

26

भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल

ndash आईआरएनएसएस

उपdह नौसचालन णाल क बहहतक व1शDटताओ को

दखत हए वत(मान समय म इस णाल का कोई

वकqप नह ह जीपीएस क सवाए भारतीय भ- म

सरलता स उपलBध ह लUकन आपातकाल या य क

दौरान यह सवधा हम उपलBध ना हो या Uफर इस

णाल bवारा ाgtत सचनाओ को टज[य भी Uकया जा

सकता ह SयUक यह णाल सपण(तः अमरका क

रा वभाग bवारा नयxत ह सvgtत म कहा जाय

तो आपातकाल म जीपीएस क सवाए सदहापद ह

उपरोSत वात को यान म रखत हए भारत (इसरो) भी

दश क नौसचालनय आवXयकता को (सनक तथा

असनक सभी) को परा करन क 1लए सपण(तः वायत

एव वनयxत ीय नौसचालन उपdह णाल-

आईआरएनएसएस थापत करन जा रहा ह जो

भारतीय उपमहाbवीप म व1भ[न उपयोगकता(ओ को

27

सह यथाथ(ता स थान-नधा(रण नौसचालन एव समय

क सचना जसी आवXयक सवाए दान करगी बाद म

अतरSत घटक को शा1मल करन क सामय(ता स इस

वतारत भी Uकया जा सकता ह िजसस पडोसी

को उपरोSत यथाथ(ता स नौसचालन सवाए दान क जा

सक

नFपादन उGltय

bull दश क नौसचालनय आवXयकता को को परा

करन क 1लए सपण(तः वायत एव वनयxत

ीय नौसचालन उपdह णाल का अ1भकqपन

वकास एव काया([वयन

bull उRच यथाथ(ता स थान-नधा(रण (lt 20 मीटर)

एव समय क सचना (lt10-20 ननो सकड)

bull आयनमडलय सशोधन क साथ सभी ऋत म

चालन

bull उRचतम उपलBधता (24 X 7) 999

bull भारतीय भ- उपरात 1500 Uक मी क

आसपास म भी उRच यथाथ(ता स

नौसचालन सवा उपलBध

bull बाद म इसक सवा को )मशः वतत भी

Uकया जाएगा िजसस पडोसी को उपरोSत

यथाथ(ता स नौसचालन सवधा उपलBध हो सक

इस तावत ीय नौसचालन णाल क म~य तीन

भाग ह -

1 अतर खड (पस सगमट)

28

2 भ1म खड (dाउड सगमट)

3 उपयोगकता( खड (यजर सगमट)

(1) अतर खड - Uकसी भी अतर आधारत

नौसचालन णाल म उपयोग कता( को िथतनधा(रण

U)या हत [यनतम चार उपdह क नरतर PDयता

अयावXयक ह इस1लए व1भ[न उपdहय तारमडल

का अययन Uकया गया अनक वकqप सोच गए

उनका क8gtयटर 1स8यलशन भी Uकया गया कम

लागत सरल चालन उपयोगकता( को पाई जान वाल

यथाथ(ता एव सवा को यान म रखन हए गहन

अययन क पXचात इस तावत नौसचालन णाल क

1लए सात उपdह का तारामडल निXचत Uकया गया

िजसम तीन उपdह भ-िथर मणका (GEO) म

)मश 34deg83deg132deg रखाश पर थापत Uकए जाएग

शष चार उपdह म स दो उपdह भ-तqयकाल मण

का (GSO) म 55deg अाश पर और अ[य दो 111deg

अाश पर 29deg झकाव क साथ थापत Uकए जाएग

इस कार क Wया1मतय सरचना स सात उपdह

नरतर भारतीय भ- (सवा ) म उपयोगकता(ओ को

िथत नधा(रण U)या हत हमशा PDटमान रहग इस

तारामडलय सरचना स 30 स बहतर क जीडीओपी

(GDOP) ािgtत भी सनिXचत क गई ह इन सभी

उपdह को भारतीय वीय उपdह पण यान

(पीएसएलवी) bवारा सतीश धवन उपdह क

29

(ीहरकोटा) स अतर भ-थानातरण मणका म

पत Uकया जाएगा

उपह स8पण - इस णाल क सभी सात उपdह क

सरचना एक समान होगी दायभार एव अ[य सभी

उपकरण इसरो क कqपना बस म वशष नौसचालन

अ1भयान हत आवXयक परवत(न करक समि[वत Uकया

गया ह उपdह का उथापन वजन (Lift of Mass)

1425 Uकdा क साथ-साथ शDक वजन (Dry Mass)

616 Uकdा होगा सौर पनल का 215 मीX18

मी रखा गया ह जो 1268 वॉट पावर ऊजा( दगा

dहण क दौरान ऊजा( पत ( क 1लए 64 Ah Li-ion बटर

भी रखी गई ह इन सभी उपdह को भ1म-खड िथत

सवा म वतरत नयण क bग bवारा नरतर

मॉनीटर Uकया जाएगा

(2) भ म खड- भ1म खड म~यत अतर म उपdह

तारामडल का नयण सचालन एव नौसचालन

आकड़ नमा(ण करन क 1लए अवरत काय(

करगा इस भ1म खड म न8न1लVखत आवXयक

सवधाए होगी

1 उपdह नयण क

2 नौसचालन नयण क

3 परासन क (सीडीएमए एव लसर परासन)

4 समय एव आकड़ा उव(-कड़ी टशन

5 आकड़ा सचार जाल

30

उपdह क अतर म सह िथत उनक का

सबधी ताजा-सचनाए ािgtत क 1लए दर1मत-दरादश

एव आयनमडलय मॉडलग सशोधन U)या क 1लए

20 परास एव इटdीट मॉनीटरग टशन (IRIMs)

सपण( सवा म वतरत Uकए जाएग िजनम 6

सीडीममए परासन 1 लसर परासन क bग एव 1

परमािवक घड़ी स सिWजत नटवक( टाई1मग सटर

भी शा1मल ह

नौसचालन नयण क का म~य काय( त क आकड़ा

सचार जाल bवारा ाgtत सचनाओ को ससाधत करक

एक परभाषत नौसचालन सदश का नमा(ण करना

िजसम उपdह क अतर म कvय िथत समय

आयनमडलय ट-सशोधन एव अ[य सशोधत सचनाए

हो ह उनको त क अप-1लक टशन को भजना ह

(3) उपयोगकता खड - उपयोगकता( खड म उपभोSता

अपन नौसचालन अ1भdाह (रसीवर) क जरए भारतीय

भ- (भ1म वाय एव सम) म सह िथत नधा(रण

सवा सटक समय क जानकार ाgtत कर सकत ह

इस णाल bवारा विXवक िथत नधा(रण णाल

(जीपीएस) क समान दो कार क सवाए उपलBध कराई

जाएगी िजसम (1) सामा[य िथत नधा(रण सवा

जो सभी कार क उपभोSताओ को सरलता स उपलBध

31

होगी िजसम lt20 मी तक क यथाथ(ता अपvत ह

और (2) 1स1मत(Restricted) िथत नधा(रण सवा जो

1स1मत ाधकत उपभोSताओ को ह उपलBध होगी इस

सवा क यथाथ(ता सामा[य िथत नधा(रण सवा स कई

गना बहतर होगी इस सवा म थान (पोिजशन) क

अतरSत सटक समय क सचना भी शा1मल ह और

य सभी सकत एि[)gtटड िथत म होग इस सवा को

ाgtत करन क 1लए bव-आकत अ1भdाह का उपयोग

करना होगा

32

उपह सचार (SATCOM)

पछल चार दशक म हमन दश क सवागी वकास म

भारतीय अतर काय()म का भाव दखा ह इस

काय()म म उपdह सचार णा1लय क भ1मका अयत

महवपण( ह उपdह सचार ौbयोगक bवारा पवी क

वशाल म आथ(क PिDट स सती (LOW COST) एव

वXवसनीय सचार तथा सपक( |यवथा थापत क जा

सकती ह दश का समd वकास तभी सभव होगा जब

हम दश क दर-दराज क दग(म एव dामीण म

आपसी सचार तथा सपक( |यवथा कायम कर पायग

िजसम उपdह सचार ौbयोगक एक मा वXवसनीय

तकनीक ह आज हमार दश म इ[सट तथा जीसट

णी क अनक सचार उपdह dामसट वीआरएस

(Village Resources System) एव अ[य अनक

परयोजनाओ क अतग(त दरसचार दरदश(न सारण

1शा वाय भ1म जगल एव सम सवtण

33

उ[नत मौसम मानटरन आपित |यवथापन जसी

अनक जन-कqयाणकार सवधाए दान कर रह हc

भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) क

अहमदाबाद क (SAC) का एसएनएए उपdह सचार

अनयोग अतग(त व1भ[न णा1लया एव उपकरण क

वकास तथा नमा(ण काय( म काय(रत ह िजसम मख

ह-

(1) Iलट मानटरन णालः-

इ[सट-एमएसएस आधारत लट मानटरन णाल

(FMS) म~यतः दश क परवहन (सड़क रल सम)

म काय(रत व1भ[न सगठन उbयोग क आवXयकताओ

को यान म रख कर वकसीत क गई ह यह सचार

उपdह आधारत वय सचा1लत लट मानटरन णाल

ह िजसक सवाए भारतीय उपमहाbवीप उपरात

सागर म भी उपलBध ह परवहन सचालक अपन

लट क वत(मान अपिथत (पोिजशन) समय एव

उनक सामयक गत पर ऑन-लाइन नगरानी रखन क

1लए इस योग म ल सकत हc आकिमक परिथत

म लट bवारा सvgtत सदश (Short messages of 40

34

characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

35

सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

18

गया लUकन उनक यथाथ(ता पर Xनच[ह ह लगा

था

आधनक मानव न और कई इलSEोनक उपकरण

अपना कर यन Uकए लUकन उनक उपयोगता 1स

नह हो सक थी बाद म टरिEयल रeडयो आधारत

नौसचालन णाल (लोरन ओमगा)य का वकास हआ

इस णाल न नावक को दशासचन और नौकायन म

काफ मदद क लUकन इनक भी अपनी कछ मया(दाए

थी इसक बाद सन 1960 क दशक म अतर

आधारत सटनव णाल (Eािज़ट टाइमशन और

डSका)य का वकास हआ िजसम पवी क नजदक

का (एलईओ) म एक स Wयादा कxम उपdह को

थापत Uकया गया था यह णा1लया UhSव[सी

डोgtलर वचलन पर आधारत थी और उपdह स सकत

ाgtत करन म बहत तीा करनी पड़ती थी इनम

हआ थोड़ा सा भी गत परवत(न अ1भdाह (र1सवर) क

िथत म बहत बड़ी ट पदा कर दता था इ[ह

मया(दाओ न एक उRच यथाथ(ता दान कर ऐसी विXवक

नौसचालन णाल वक1सत करन को रत Uकया

सन 1970 क दशक म अमरका क रा वभाग न एक

योजना को मजर द िजसका नाम था ndash विXवक

थान नधा(रण णाल ndash जीपीएस इस योजना पर

लगातार बीस वष( तक काय( चलता रहा अत म इस

णाल न सह काम Uकया और आज मानवी दनया क

Uकसी भी कोन म हो Uकसी भी समय पर अपना

19

निXचत थान (पोिजशन) और समय वातवक काल

म आसानी स बता सकता ह

ारभ म यह णाल 1सफ( अमरक सना क नजी

उपयोग हत सी1मत थी बाद म सामा[य लोग क

उपयोग क 1लए भी इस उपलBध कराया गया आज

सनक उपयोग क अलावा म~य सामा[य उपयोग ह

1) नौसचालन (भ1म सागर एव वाय म)

2) सामा[य सवtण

3) विXवक समय का आकलन

इसक अतरSत जीपीएस अ1भdाह क उपयोगता क

कोई सीमाए नह ह आज लगभग यक ौbयोगक

म इस णाल का य या अय महतम उपयोग

हो रहा ह

3 कस काय करती ह विltवक -थान नधारण णाल

(gtच स 1)

20

जीपीएस म~यतः कxम उपdह (मानव न1म(त तार)

का अतर म थान एव अ1भdाह (र1सवर) का पवी

पर थान इन दोन क बीच का दरमापन (रज

मज़रम[ट) और उपdह स ाgtत सचना (डाटा) को

अ1भdाह तक पहचन का समय पर आधारत ह

[यनतम चार उपdह bवारा (च स 1) ाgtत क गई

दर और समय दोन को 1मला कर चार समीकरण बनत

हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक bवारा सलझा

कर अ1भdाह का सह थान और समय का परकलन

Uकया जाता ह उपdह bवारा सारत सचना को

अ1भdाह तक पहचन क समय को Tात करन क 1लए

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

= वग X समय को योग म 1लया गया ह रeडयो

सकत का वग काश वग (299792458 Uकमी त

सकड) क समान ह

च स~या-2

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक ह

21

सनिXचत समय पर उप[न करत हc और दोन क घड़ी

(एट1मक Sलोक) भी समका1लन ह बाद म उपdह

bवारा ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त दोन सकत

को एक साथ 1मला जाना ह च स~या-2 दख इस

तरह 4 उपdह bवारा सारत रeडयो सकत को

अ1भdाह तक पहचन क समय क गणना क जाती ह

जीपीएस णाल क वतत तकनीक जानकार ाgtत

करन क 1लए इस म~य तीन भाग म बाटना आवXयक

1) अतर खड (पस सगम[ट)

2) नयण एव नगरानी खड (कEोल एड मोनटरग

सगमट)

3) योSता खड (यज़र सगमट)

(1) अतर खडः-

च स~या - 3 च स~या - 4

अतर खड िजसम 24 कxम उपdह (+4 आरvत)

को पवी क अतरम मणका म (च स~या 3 और

22

4 दख) करब 20200 Uकमी क दर पर निXचत 6

काओ म थापत Uकया गया ह सभी उपdह

निXचत 12 घट म पवी का एक परमण करत हc

यक उपdह पवी पर एक ह vतज सीमा म दन

म दो बार गजरता ह अतर खड क अ1भकqपना

कछ इस कार स न1म(त क गई ह Uक Uकसी भी

समय और पवी क Uकसी भी भाग म [यनतम 4

उपdह एक ह vतज सीमा म नरतर PिDटमान रहत

हc अनभव स Tात हआ ह Uक कभी-कभी एक ह

समय पर एक ह vतज सीमा म 8-10 उपdह सदव

PिDटमान रहत हc

यक उपdह पर बहत ह यथाथ( (एSयरट) दो एट1मक

घeड़या (Sलोक) होती ह िजन क मल आवित 1023

मगाह(स होती ह इस आवित क सदभ( स उपdह

म कट सकत नमा(ण Uकय जात हc इन सकत को

पवी क ओर सतत सारत Uकया जाता ह िजसम

उपdह का अपना पहचान )माक (आईडी) समय

अतर म अपना थान (लोकशन) एव उसी समय

उसक आसपास मणशील अ[य उपdह क सपण(

जानकार सि8म1लत होती ह िजस ldquoअqमनकrdquo कहत

हc यह जानकार एक महन तक मा[य रहती ह

इन सकत को पवी क ओर सारत करन हत उपdह

दो वाहक आवितय का उपयोग करत हc जो

न8न1लVखत हः-

23

च स~या-5

1) एल-1 = 157542 मगाहट(ज (MHz)

2) एल-2 = 122760 मगाहट(ज (MHz)

एल-1 वाहक आवित िजस पर दो कट सकत (कोड)

अध1मत Uकए जात हc (च स~या-5 दख)

1) सीए कोड जो 1023 MHz मल आवित पर और

2) पी कोड िजस 1023 MHz मल आवित पर

अध1मत Uकया जाता ह

एल-2 वाहक आवित पर 1सफ( पी कोड 1023 MHz

मल आवित पर अध1मत Uकया जाता ह पी कोड

कवल अमरक सना क नजी उपयोग क 1लए ह

सी1मत रखा गया ह

पवी पर िथत जीपीएस अ1भdाह उपरोSत सकत का

उपयोग अतर म उपdह का थान समय एव उस

24

समय अ[य उपdह क अतर म वत(मान िथत

जानन क 1लए करता ह इन सकत का म~य उपयोग

अतर म उपdह क वत(मान िथत (लोकशन) एव

पवी पर अ1भdाह क बीच का दरमापन (रज) करना

ह न8नतम 4 उपdह bवारा ाgtत सकत स दरमापन

U)या सप[न करक अ1भdाह क सह थान क

सगणना क जाती ह

(2) नयण एव नगरानी खडः

च स~या-6

अतर म थापत सभी 24 उपdह पर नगरानी

रखन क 1लए पवी पर भमय रखा क आसपास 1

म~य नयण क एव 5 नगरानी भ-क (च स~या-

6) )मशः कोलोराडो एक[सन (Ascension) eडयागो

(Diego) Sवाजलन (Kwajalein) तथा हवाई (Hawaii) म

काय(रत ह य सभी भ-क णाल क सभी उपdह क

साथ नरतर सपक( बनाए रखत हc एक बहत ह

महवपण( काय( इस खड bवारा काया(ि[वत Uकया जाता

ह Uक मणका म घम रह सभी उपdह का अनवत(न

(EUकग) कर क उनक कीय िथत क सटक जाच

करना और उन पर िथत एट1मक Sलोक को

25

असशोधत कर क अगर उसम कछ टया ह तो उस

सधार कर म~य नयण क bवारा सभी उपdह को

पनः सारत करना ह िजसस यक उपdह क पास

उसक अतर म वातवक सह िथत एव समय क

जानकार उपलBध करायी जाती ह यह जानकार पवी

पर िथत जीपीएस अ1भdाह क 1लए बहत ह आवXयक

होती ह

3) योEता खडः

इसक अतग(त जीपीएस अ1भdाह (र1सवर) जो उपdह

bवारा सारत कट सकत को अपन सगणक bवारा

वXलषण करक पवी पर अपना निXचत थान और

समय क सचना ाgtत करत हc इस अ1भdाह का

उपयोग कोई भी सामा[य |यिSत आसानी स कर सकता

न8न1लVखत उपयोग हत जीपीएस णाल अयत

महवपण( 1स हई हः

1) स[य सवtण

2) भ-सवtण

3) नौ-सचालन (भ1म सागर एव वाय म)

4) भ-गतUकय अययन

5) वाहन यातायात (रल सडक) नयण एव बधन

6) ववध याxक नयण णा1लया

7) वXव म कह भी समय को समका1लन (1स)ोनाइज़)

करन क 1लए

8) विXवक भकप सनामी जसी ाकतक आपितय क

बधन म

26

भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल

ndash आईआरएनएसएस

उपdह नौसचालन णाल क बहहतक व1शDटताओ को

दखत हए वत(मान समय म इस णाल का कोई

वकqप नह ह जीपीएस क सवाए भारतीय भ- म

सरलता स उपलBध ह लUकन आपातकाल या य क

दौरान यह सवधा हम उपलBध ना हो या Uफर इस

णाल bवारा ाgtत सचनाओ को टज[य भी Uकया जा

सकता ह SयUक यह णाल सपण(तः अमरका क

रा वभाग bवारा नयxत ह सvgtत म कहा जाय

तो आपातकाल म जीपीएस क सवाए सदहापद ह

उपरोSत वात को यान म रखत हए भारत (इसरो) भी

दश क नौसचालनय आवXयकता को (सनक तथा

असनक सभी) को परा करन क 1लए सपण(तः वायत

एव वनयxत ीय नौसचालन उपdह णाल-

आईआरएनएसएस थापत करन जा रहा ह जो

भारतीय उपमहाbवीप म व1भ[न उपयोगकता(ओ को

27

सह यथाथ(ता स थान-नधा(रण नौसचालन एव समय

क सचना जसी आवXयक सवाए दान करगी बाद म

अतरSत घटक को शा1मल करन क सामय(ता स इस

वतारत भी Uकया जा सकता ह िजसस पडोसी

को उपरोSत यथाथ(ता स नौसचालन सवाए दान क जा

सक

नFपादन उGltय

bull दश क नौसचालनय आवXयकता को को परा

करन क 1लए सपण(तः वायत एव वनयxत

ीय नौसचालन उपdह णाल का अ1भकqपन

वकास एव काया([वयन

bull उRच यथाथ(ता स थान-नधा(रण (lt 20 मीटर)

एव समय क सचना (lt10-20 ननो सकड)

bull आयनमडलय सशोधन क साथ सभी ऋत म

चालन

bull उRचतम उपलBधता (24 X 7) 999

bull भारतीय भ- उपरात 1500 Uक मी क

आसपास म भी उRच यथाथ(ता स

नौसचालन सवा उपलBध

bull बाद म इसक सवा को )मशः वतत भी

Uकया जाएगा िजसस पडोसी को उपरोSत

यथाथ(ता स नौसचालन सवधा उपलBध हो सक

इस तावत ीय नौसचालन णाल क म~य तीन

भाग ह -

1 अतर खड (पस सगमट)

28

2 भ1म खड (dाउड सगमट)

3 उपयोगकता( खड (यजर सगमट)

(1) अतर खड - Uकसी भी अतर आधारत

नौसचालन णाल म उपयोग कता( को िथतनधा(रण

U)या हत [यनतम चार उपdह क नरतर PDयता

अयावXयक ह इस1लए व1भ[न उपdहय तारमडल

का अययन Uकया गया अनक वकqप सोच गए

उनका क8gtयटर 1स8यलशन भी Uकया गया कम

लागत सरल चालन उपयोगकता( को पाई जान वाल

यथाथ(ता एव सवा को यान म रखन हए गहन

अययन क पXचात इस तावत नौसचालन णाल क

1लए सात उपdह का तारामडल निXचत Uकया गया

िजसम तीन उपdह भ-िथर मणका (GEO) म

)मश 34deg83deg132deg रखाश पर थापत Uकए जाएग

शष चार उपdह म स दो उपdह भ-तqयकाल मण

का (GSO) म 55deg अाश पर और अ[य दो 111deg

अाश पर 29deg झकाव क साथ थापत Uकए जाएग

इस कार क Wया1मतय सरचना स सात उपdह

नरतर भारतीय भ- (सवा ) म उपयोगकता(ओ को

िथत नधा(रण U)या हत हमशा PDटमान रहग इस

तारामडलय सरचना स 30 स बहतर क जीडीओपी

(GDOP) ािgtत भी सनिXचत क गई ह इन सभी

उपdह को भारतीय वीय उपdह पण यान

(पीएसएलवी) bवारा सतीश धवन उपdह क

29

(ीहरकोटा) स अतर भ-थानातरण मणका म

पत Uकया जाएगा

उपह स8पण - इस णाल क सभी सात उपdह क

सरचना एक समान होगी दायभार एव अ[य सभी

उपकरण इसरो क कqपना बस म वशष नौसचालन

अ1भयान हत आवXयक परवत(न करक समि[वत Uकया

गया ह उपdह का उथापन वजन (Lift of Mass)

1425 Uकdा क साथ-साथ शDक वजन (Dry Mass)

616 Uकdा होगा सौर पनल का 215 मीX18

मी रखा गया ह जो 1268 वॉट पावर ऊजा( दगा

dहण क दौरान ऊजा( पत ( क 1लए 64 Ah Li-ion बटर

भी रखी गई ह इन सभी उपdह को भ1म-खड िथत

सवा म वतरत नयण क bग bवारा नरतर

मॉनीटर Uकया जाएगा

(2) भ म खड- भ1म खड म~यत अतर म उपdह

तारामडल का नयण सचालन एव नौसचालन

आकड़ नमा(ण करन क 1लए अवरत काय(

करगा इस भ1म खड म न8न1लVखत आवXयक

सवधाए होगी

1 उपdह नयण क

2 नौसचालन नयण क

3 परासन क (सीडीएमए एव लसर परासन)

4 समय एव आकड़ा उव(-कड़ी टशन

5 आकड़ा सचार जाल

30

उपdह क अतर म सह िथत उनक का

सबधी ताजा-सचनाए ािgtत क 1लए दर1मत-दरादश

एव आयनमडलय मॉडलग सशोधन U)या क 1लए

20 परास एव इटdीट मॉनीटरग टशन (IRIMs)

सपण( सवा म वतरत Uकए जाएग िजनम 6

सीडीममए परासन 1 लसर परासन क bग एव 1

परमािवक घड़ी स सिWजत नटवक( टाई1मग सटर

भी शा1मल ह

नौसचालन नयण क का म~य काय( त क आकड़ा

सचार जाल bवारा ाgtत सचनाओ को ससाधत करक

एक परभाषत नौसचालन सदश का नमा(ण करना

िजसम उपdह क अतर म कvय िथत समय

आयनमडलय ट-सशोधन एव अ[य सशोधत सचनाए

हो ह उनको त क अप-1लक टशन को भजना ह

(3) उपयोगकता खड - उपयोगकता( खड म उपभोSता

अपन नौसचालन अ1भdाह (रसीवर) क जरए भारतीय

भ- (भ1म वाय एव सम) म सह िथत नधा(रण

सवा सटक समय क जानकार ाgtत कर सकत ह

इस णाल bवारा विXवक िथत नधा(रण णाल

(जीपीएस) क समान दो कार क सवाए उपलBध कराई

जाएगी िजसम (1) सामा[य िथत नधा(रण सवा

जो सभी कार क उपभोSताओ को सरलता स उपलBध

31

होगी िजसम lt20 मी तक क यथाथ(ता अपvत ह

और (2) 1स1मत(Restricted) िथत नधा(रण सवा जो

1स1मत ाधकत उपभोSताओ को ह उपलBध होगी इस

सवा क यथाथ(ता सामा[य िथत नधा(रण सवा स कई

गना बहतर होगी इस सवा म थान (पोिजशन) क

अतरSत सटक समय क सचना भी शा1मल ह और

य सभी सकत एि[)gtटड िथत म होग इस सवा को

ाgtत करन क 1लए bव-आकत अ1भdाह का उपयोग

करना होगा

32

उपह सचार (SATCOM)

पछल चार दशक म हमन दश क सवागी वकास म

भारतीय अतर काय()म का भाव दखा ह इस

काय()म म उपdह सचार णा1लय क भ1मका अयत

महवपण( ह उपdह सचार ौbयोगक bवारा पवी क

वशाल म आथ(क PिDट स सती (LOW COST) एव

वXवसनीय सचार तथा सपक( |यवथा थापत क जा

सकती ह दश का समd वकास तभी सभव होगा जब

हम दश क दर-दराज क दग(म एव dामीण म

आपसी सचार तथा सपक( |यवथा कायम कर पायग

िजसम उपdह सचार ौbयोगक एक मा वXवसनीय

तकनीक ह आज हमार दश म इ[सट तथा जीसट

णी क अनक सचार उपdह dामसट वीआरएस

(Village Resources System) एव अ[य अनक

परयोजनाओ क अतग(त दरसचार दरदश(न सारण

1शा वाय भ1म जगल एव सम सवtण

33

उ[नत मौसम मानटरन आपित |यवथापन जसी

अनक जन-कqयाणकार सवधाए दान कर रह हc

भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) क

अहमदाबाद क (SAC) का एसएनएए उपdह सचार

अनयोग अतग(त व1भ[न णा1लया एव उपकरण क

वकास तथा नमा(ण काय( म काय(रत ह िजसम मख

ह-

(1) Iलट मानटरन णालः-

इ[सट-एमएसएस आधारत लट मानटरन णाल

(FMS) म~यतः दश क परवहन (सड़क रल सम)

म काय(रत व1भ[न सगठन उbयोग क आवXयकताओ

को यान म रख कर वकसीत क गई ह यह सचार

उपdह आधारत वय सचा1लत लट मानटरन णाल

ह िजसक सवाए भारतीय उपमहाbवीप उपरात

सागर म भी उपलBध ह परवहन सचालक अपन

लट क वत(मान अपिथत (पोिजशन) समय एव

उनक सामयक गत पर ऑन-लाइन नगरानी रखन क

1लए इस योग म ल सकत हc आकिमक परिथत

म लट bवारा सvgtत सदश (Short messages of 40

34

characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

35

सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

19

निXचत थान (पोिजशन) और समय वातवक काल

म आसानी स बता सकता ह

ारभ म यह णाल 1सफ( अमरक सना क नजी

उपयोग हत सी1मत थी बाद म सामा[य लोग क

उपयोग क 1लए भी इस उपलBध कराया गया आज

सनक उपयोग क अलावा म~य सामा[य उपयोग ह

1) नौसचालन (भ1म सागर एव वाय म)

2) सामा[य सवtण

3) विXवक समय का आकलन

इसक अतरSत जीपीएस अ1भdाह क उपयोगता क

कोई सीमाए नह ह आज लगभग यक ौbयोगक

म इस णाल का य या अय महतम उपयोग

हो रहा ह

3 कस काय करती ह विltवक -थान नधारण णाल

(gtच स 1)

20

जीपीएस म~यतः कxम उपdह (मानव न1म(त तार)

का अतर म थान एव अ1भdाह (र1सवर) का पवी

पर थान इन दोन क बीच का दरमापन (रज

मज़रम[ट) और उपdह स ाgtत सचना (डाटा) को

अ1भdाह तक पहचन का समय पर आधारत ह

[यनतम चार उपdह bवारा (च स 1) ाgtत क गई

दर और समय दोन को 1मला कर चार समीकरण बनत

हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक bवारा सलझा

कर अ1भdाह का सह थान और समय का परकलन

Uकया जाता ह उपdह bवारा सारत सचना को

अ1भdाह तक पहचन क समय को Tात करन क 1लए

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

= वग X समय को योग म 1लया गया ह रeडयो

सकत का वग काश वग (299792458 Uकमी त

सकड) क समान ह

च स~या-2

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक ह

21

सनिXचत समय पर उप[न करत हc और दोन क घड़ी

(एट1मक Sलोक) भी समका1लन ह बाद म उपdह

bवारा ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त दोन सकत

को एक साथ 1मला जाना ह च स~या-2 दख इस

तरह 4 उपdह bवारा सारत रeडयो सकत को

अ1भdाह तक पहचन क समय क गणना क जाती ह

जीपीएस णाल क वतत तकनीक जानकार ाgtत

करन क 1लए इस म~य तीन भाग म बाटना आवXयक

1) अतर खड (पस सगम[ट)

2) नयण एव नगरानी खड (कEोल एड मोनटरग

सगमट)

3) योSता खड (यज़र सगमट)

(1) अतर खडः-

च स~या - 3 च स~या - 4

अतर खड िजसम 24 कxम उपdह (+4 आरvत)

को पवी क अतरम मणका म (च स~या 3 और

22

4 दख) करब 20200 Uकमी क दर पर निXचत 6

काओ म थापत Uकया गया ह सभी उपdह

निXचत 12 घट म पवी का एक परमण करत हc

यक उपdह पवी पर एक ह vतज सीमा म दन

म दो बार गजरता ह अतर खड क अ1भकqपना

कछ इस कार स न1म(त क गई ह Uक Uकसी भी

समय और पवी क Uकसी भी भाग म [यनतम 4

उपdह एक ह vतज सीमा म नरतर PिDटमान रहत

हc अनभव स Tात हआ ह Uक कभी-कभी एक ह

समय पर एक ह vतज सीमा म 8-10 उपdह सदव

PिDटमान रहत हc

यक उपdह पर बहत ह यथाथ( (एSयरट) दो एट1मक

घeड़या (Sलोक) होती ह िजन क मल आवित 1023

मगाह(स होती ह इस आवित क सदभ( स उपdह

म कट सकत नमा(ण Uकय जात हc इन सकत को

पवी क ओर सतत सारत Uकया जाता ह िजसम

उपdह का अपना पहचान )माक (आईडी) समय

अतर म अपना थान (लोकशन) एव उसी समय

उसक आसपास मणशील अ[य उपdह क सपण(

जानकार सि8म1लत होती ह िजस ldquoअqमनकrdquo कहत

हc यह जानकार एक महन तक मा[य रहती ह

इन सकत को पवी क ओर सारत करन हत उपdह

दो वाहक आवितय का उपयोग करत हc जो

न8न1लVखत हः-

23

च स~या-5

1) एल-1 = 157542 मगाहट(ज (MHz)

2) एल-2 = 122760 मगाहट(ज (MHz)

एल-1 वाहक आवित िजस पर दो कट सकत (कोड)

अध1मत Uकए जात हc (च स~या-5 दख)

1) सीए कोड जो 1023 MHz मल आवित पर और

2) पी कोड िजस 1023 MHz मल आवित पर

अध1मत Uकया जाता ह

एल-2 वाहक आवित पर 1सफ( पी कोड 1023 MHz

मल आवित पर अध1मत Uकया जाता ह पी कोड

कवल अमरक सना क नजी उपयोग क 1लए ह

सी1मत रखा गया ह

पवी पर िथत जीपीएस अ1भdाह उपरोSत सकत का

उपयोग अतर म उपdह का थान समय एव उस

24

समय अ[य उपdह क अतर म वत(मान िथत

जानन क 1लए करता ह इन सकत का म~य उपयोग

अतर म उपdह क वत(मान िथत (लोकशन) एव

पवी पर अ1भdाह क बीच का दरमापन (रज) करना

ह न8नतम 4 उपdह bवारा ाgtत सकत स दरमापन

U)या सप[न करक अ1भdाह क सह थान क

सगणना क जाती ह

(2) नयण एव नगरानी खडः

च स~या-6

अतर म थापत सभी 24 उपdह पर नगरानी

रखन क 1लए पवी पर भमय रखा क आसपास 1

म~य नयण क एव 5 नगरानी भ-क (च स~या-

6) )मशः कोलोराडो एक[सन (Ascension) eडयागो

(Diego) Sवाजलन (Kwajalein) तथा हवाई (Hawaii) म

काय(रत ह य सभी भ-क णाल क सभी उपdह क

साथ नरतर सपक( बनाए रखत हc एक बहत ह

महवपण( काय( इस खड bवारा काया(ि[वत Uकया जाता

ह Uक मणका म घम रह सभी उपdह का अनवत(न

(EUकग) कर क उनक कीय िथत क सटक जाच

करना और उन पर िथत एट1मक Sलोक को

25

असशोधत कर क अगर उसम कछ टया ह तो उस

सधार कर म~य नयण क bवारा सभी उपdह को

पनः सारत करना ह िजसस यक उपdह क पास

उसक अतर म वातवक सह िथत एव समय क

जानकार उपलBध करायी जाती ह यह जानकार पवी

पर िथत जीपीएस अ1भdाह क 1लए बहत ह आवXयक

होती ह

3) योEता खडः

इसक अतग(त जीपीएस अ1भdाह (र1सवर) जो उपdह

bवारा सारत कट सकत को अपन सगणक bवारा

वXलषण करक पवी पर अपना निXचत थान और

समय क सचना ाgtत करत हc इस अ1भdाह का

उपयोग कोई भी सामा[य |यिSत आसानी स कर सकता

न8न1लVखत उपयोग हत जीपीएस णाल अयत

महवपण( 1स हई हः

1) स[य सवtण

2) भ-सवtण

3) नौ-सचालन (भ1म सागर एव वाय म)

4) भ-गतUकय अययन

5) वाहन यातायात (रल सडक) नयण एव बधन

6) ववध याxक नयण णा1लया

7) वXव म कह भी समय को समका1लन (1स)ोनाइज़)

करन क 1लए

8) विXवक भकप सनामी जसी ाकतक आपितय क

बधन म

26

भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल

ndash आईआरएनएसएस

उपdह नौसचालन णाल क बहहतक व1शDटताओ को

दखत हए वत(मान समय म इस णाल का कोई

वकqप नह ह जीपीएस क सवाए भारतीय भ- म

सरलता स उपलBध ह लUकन आपातकाल या य क

दौरान यह सवधा हम उपलBध ना हो या Uफर इस

णाल bवारा ाgtत सचनाओ को टज[य भी Uकया जा

सकता ह SयUक यह णाल सपण(तः अमरका क

रा वभाग bवारा नयxत ह सvgtत म कहा जाय

तो आपातकाल म जीपीएस क सवाए सदहापद ह

उपरोSत वात को यान म रखत हए भारत (इसरो) भी

दश क नौसचालनय आवXयकता को (सनक तथा

असनक सभी) को परा करन क 1लए सपण(तः वायत

एव वनयxत ीय नौसचालन उपdह णाल-

आईआरएनएसएस थापत करन जा रहा ह जो

भारतीय उपमहाbवीप म व1भ[न उपयोगकता(ओ को

27

सह यथाथ(ता स थान-नधा(रण नौसचालन एव समय

क सचना जसी आवXयक सवाए दान करगी बाद म

अतरSत घटक को शा1मल करन क सामय(ता स इस

वतारत भी Uकया जा सकता ह िजसस पडोसी

को उपरोSत यथाथ(ता स नौसचालन सवाए दान क जा

सक

नFपादन उGltय

bull दश क नौसचालनय आवXयकता को को परा

करन क 1लए सपण(तः वायत एव वनयxत

ीय नौसचालन उपdह णाल का अ1भकqपन

वकास एव काया([वयन

bull उRच यथाथ(ता स थान-नधा(रण (lt 20 मीटर)

एव समय क सचना (lt10-20 ननो सकड)

bull आयनमडलय सशोधन क साथ सभी ऋत म

चालन

bull उRचतम उपलBधता (24 X 7) 999

bull भारतीय भ- उपरात 1500 Uक मी क

आसपास म भी उRच यथाथ(ता स

नौसचालन सवा उपलBध

bull बाद म इसक सवा को )मशः वतत भी

Uकया जाएगा िजसस पडोसी को उपरोSत

यथाथ(ता स नौसचालन सवधा उपलBध हो सक

इस तावत ीय नौसचालन णाल क म~य तीन

भाग ह -

1 अतर खड (पस सगमट)

28

2 भ1म खड (dाउड सगमट)

3 उपयोगकता( खड (यजर सगमट)

(1) अतर खड - Uकसी भी अतर आधारत

नौसचालन णाल म उपयोग कता( को िथतनधा(रण

U)या हत [यनतम चार उपdह क नरतर PDयता

अयावXयक ह इस1लए व1भ[न उपdहय तारमडल

का अययन Uकया गया अनक वकqप सोच गए

उनका क8gtयटर 1स8यलशन भी Uकया गया कम

लागत सरल चालन उपयोगकता( को पाई जान वाल

यथाथ(ता एव सवा को यान म रखन हए गहन

अययन क पXचात इस तावत नौसचालन णाल क

1लए सात उपdह का तारामडल निXचत Uकया गया

िजसम तीन उपdह भ-िथर मणका (GEO) म

)मश 34deg83deg132deg रखाश पर थापत Uकए जाएग

शष चार उपdह म स दो उपdह भ-तqयकाल मण

का (GSO) म 55deg अाश पर और अ[य दो 111deg

अाश पर 29deg झकाव क साथ थापत Uकए जाएग

इस कार क Wया1मतय सरचना स सात उपdह

नरतर भारतीय भ- (सवा ) म उपयोगकता(ओ को

िथत नधा(रण U)या हत हमशा PDटमान रहग इस

तारामडलय सरचना स 30 स बहतर क जीडीओपी

(GDOP) ािgtत भी सनिXचत क गई ह इन सभी

उपdह को भारतीय वीय उपdह पण यान

(पीएसएलवी) bवारा सतीश धवन उपdह क

29

(ीहरकोटा) स अतर भ-थानातरण मणका म

पत Uकया जाएगा

उपह स8पण - इस णाल क सभी सात उपdह क

सरचना एक समान होगी दायभार एव अ[य सभी

उपकरण इसरो क कqपना बस म वशष नौसचालन

अ1भयान हत आवXयक परवत(न करक समि[वत Uकया

गया ह उपdह का उथापन वजन (Lift of Mass)

1425 Uकdा क साथ-साथ शDक वजन (Dry Mass)

616 Uकdा होगा सौर पनल का 215 मीX18

मी रखा गया ह जो 1268 वॉट पावर ऊजा( दगा

dहण क दौरान ऊजा( पत ( क 1लए 64 Ah Li-ion बटर

भी रखी गई ह इन सभी उपdह को भ1म-खड िथत

सवा म वतरत नयण क bग bवारा नरतर

मॉनीटर Uकया जाएगा

(2) भ म खड- भ1म खड म~यत अतर म उपdह

तारामडल का नयण सचालन एव नौसचालन

आकड़ नमा(ण करन क 1लए अवरत काय(

करगा इस भ1म खड म न8न1लVखत आवXयक

सवधाए होगी

1 उपdह नयण क

2 नौसचालन नयण क

3 परासन क (सीडीएमए एव लसर परासन)

4 समय एव आकड़ा उव(-कड़ी टशन

5 आकड़ा सचार जाल

30

उपdह क अतर म सह िथत उनक का

सबधी ताजा-सचनाए ािgtत क 1लए दर1मत-दरादश

एव आयनमडलय मॉडलग सशोधन U)या क 1लए

20 परास एव इटdीट मॉनीटरग टशन (IRIMs)

सपण( सवा म वतरत Uकए जाएग िजनम 6

सीडीममए परासन 1 लसर परासन क bग एव 1

परमािवक घड़ी स सिWजत नटवक( टाई1मग सटर

भी शा1मल ह

नौसचालन नयण क का म~य काय( त क आकड़ा

सचार जाल bवारा ाgtत सचनाओ को ससाधत करक

एक परभाषत नौसचालन सदश का नमा(ण करना

िजसम उपdह क अतर म कvय िथत समय

आयनमडलय ट-सशोधन एव अ[य सशोधत सचनाए

हो ह उनको त क अप-1लक टशन को भजना ह

(3) उपयोगकता खड - उपयोगकता( खड म उपभोSता

अपन नौसचालन अ1भdाह (रसीवर) क जरए भारतीय

भ- (भ1म वाय एव सम) म सह िथत नधा(रण

सवा सटक समय क जानकार ाgtत कर सकत ह

इस णाल bवारा विXवक िथत नधा(रण णाल

(जीपीएस) क समान दो कार क सवाए उपलBध कराई

जाएगी िजसम (1) सामा[य िथत नधा(रण सवा

जो सभी कार क उपभोSताओ को सरलता स उपलBध

31

होगी िजसम lt20 मी तक क यथाथ(ता अपvत ह

और (2) 1स1मत(Restricted) िथत नधा(रण सवा जो

1स1मत ाधकत उपभोSताओ को ह उपलBध होगी इस

सवा क यथाथ(ता सामा[य िथत नधा(रण सवा स कई

गना बहतर होगी इस सवा म थान (पोिजशन) क

अतरSत सटक समय क सचना भी शा1मल ह और

य सभी सकत एि[)gtटड िथत म होग इस सवा को

ाgtत करन क 1लए bव-आकत अ1भdाह का उपयोग

करना होगा

32

उपह सचार (SATCOM)

पछल चार दशक म हमन दश क सवागी वकास म

भारतीय अतर काय()म का भाव दखा ह इस

काय()म म उपdह सचार णा1लय क भ1मका अयत

महवपण( ह उपdह सचार ौbयोगक bवारा पवी क

वशाल म आथ(क PिDट स सती (LOW COST) एव

वXवसनीय सचार तथा सपक( |यवथा थापत क जा

सकती ह दश का समd वकास तभी सभव होगा जब

हम दश क दर-दराज क दग(म एव dामीण म

आपसी सचार तथा सपक( |यवथा कायम कर पायग

िजसम उपdह सचार ौbयोगक एक मा वXवसनीय

तकनीक ह आज हमार दश म इ[सट तथा जीसट

णी क अनक सचार उपdह dामसट वीआरएस

(Village Resources System) एव अ[य अनक

परयोजनाओ क अतग(त दरसचार दरदश(न सारण

1शा वाय भ1म जगल एव सम सवtण

33

उ[नत मौसम मानटरन आपित |यवथापन जसी

अनक जन-कqयाणकार सवधाए दान कर रह हc

भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) क

अहमदाबाद क (SAC) का एसएनएए उपdह सचार

अनयोग अतग(त व1भ[न णा1लया एव उपकरण क

वकास तथा नमा(ण काय( म काय(रत ह िजसम मख

ह-

(1) Iलट मानटरन णालः-

इ[सट-एमएसएस आधारत लट मानटरन णाल

(FMS) म~यतः दश क परवहन (सड़क रल सम)

म काय(रत व1भ[न सगठन उbयोग क आवXयकताओ

को यान म रख कर वकसीत क गई ह यह सचार

उपdह आधारत वय सचा1लत लट मानटरन णाल

ह िजसक सवाए भारतीय उपमहाbवीप उपरात

सागर म भी उपलBध ह परवहन सचालक अपन

लट क वत(मान अपिथत (पोिजशन) समय एव

उनक सामयक गत पर ऑन-लाइन नगरानी रखन क

1लए इस योग म ल सकत हc आकिमक परिथत

म लट bवारा सvgtत सदश (Short messages of 40

34

characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

35

सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

20

जीपीएस म~यतः कxम उपdह (मानव न1म(त तार)

का अतर म थान एव अ1भdाह (र1सवर) का पवी

पर थान इन दोन क बीच का दरमापन (रज

मज़रम[ट) और उपdह स ाgtत सचना (डाटा) को

अ1भdाह तक पहचन का समय पर आधारत ह

[यनतम चार उपdह bवारा (च स 1) ाgtत क गई

दर और समय दोन को 1मला कर चार समीकरण बनत

हc उनको अ1भdाह िथत अ1भकलक bवारा सलझा

कर अ1भdाह का सह थान और समय का परकलन

Uकया जाता ह उपdह bवारा सारत सचना को

अ1भdाह तक पहचन क समय को Tात करन क 1लए

जो समय लगता ह उस [यटन क सामा[य गत नयम

= वग X समय को योग म 1लया गया ह रeडयो

सकत का वग काश वग (299792458 Uकमी त

सकड) क समान ह

च स~या-2

समय जानन क 1लए यह मान 1लया जाता ह Uक

उपdह और अ1भdाह दोन एक ह सकत एक ह

21

सनिXचत समय पर उप[न करत हc और दोन क घड़ी

(एट1मक Sलोक) भी समका1लन ह बाद म उपdह

bवारा ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त दोन सकत

को एक साथ 1मला जाना ह च स~या-2 दख इस

तरह 4 उपdह bवारा सारत रeडयो सकत को

अ1भdाह तक पहचन क समय क गणना क जाती ह

जीपीएस णाल क वतत तकनीक जानकार ाgtत

करन क 1लए इस म~य तीन भाग म बाटना आवXयक

1) अतर खड (पस सगम[ट)

2) नयण एव नगरानी खड (कEोल एड मोनटरग

सगमट)

3) योSता खड (यज़र सगमट)

(1) अतर खडः-

च स~या - 3 च स~या - 4

अतर खड िजसम 24 कxम उपdह (+4 आरvत)

को पवी क अतरम मणका म (च स~या 3 और

22

4 दख) करब 20200 Uकमी क दर पर निXचत 6

काओ म थापत Uकया गया ह सभी उपdह

निXचत 12 घट म पवी का एक परमण करत हc

यक उपdह पवी पर एक ह vतज सीमा म दन

म दो बार गजरता ह अतर खड क अ1भकqपना

कछ इस कार स न1म(त क गई ह Uक Uकसी भी

समय और पवी क Uकसी भी भाग म [यनतम 4

उपdह एक ह vतज सीमा म नरतर PिDटमान रहत

हc अनभव स Tात हआ ह Uक कभी-कभी एक ह

समय पर एक ह vतज सीमा म 8-10 उपdह सदव

PिDटमान रहत हc

यक उपdह पर बहत ह यथाथ( (एSयरट) दो एट1मक

घeड़या (Sलोक) होती ह िजन क मल आवित 1023

मगाह(स होती ह इस आवित क सदभ( स उपdह

म कट सकत नमा(ण Uकय जात हc इन सकत को

पवी क ओर सतत सारत Uकया जाता ह िजसम

उपdह का अपना पहचान )माक (आईडी) समय

अतर म अपना थान (लोकशन) एव उसी समय

उसक आसपास मणशील अ[य उपdह क सपण(

जानकार सि8म1लत होती ह िजस ldquoअqमनकrdquo कहत

हc यह जानकार एक महन तक मा[य रहती ह

इन सकत को पवी क ओर सारत करन हत उपdह

दो वाहक आवितय का उपयोग करत हc जो

न8न1लVखत हः-

23

च स~या-5

1) एल-1 = 157542 मगाहट(ज (MHz)

2) एल-2 = 122760 मगाहट(ज (MHz)

एल-1 वाहक आवित िजस पर दो कट सकत (कोड)

अध1मत Uकए जात हc (च स~या-5 दख)

1) सीए कोड जो 1023 MHz मल आवित पर और

2) पी कोड िजस 1023 MHz मल आवित पर

अध1मत Uकया जाता ह

एल-2 वाहक आवित पर 1सफ( पी कोड 1023 MHz

मल आवित पर अध1मत Uकया जाता ह पी कोड

कवल अमरक सना क नजी उपयोग क 1लए ह

सी1मत रखा गया ह

पवी पर िथत जीपीएस अ1भdाह उपरोSत सकत का

उपयोग अतर म उपdह का थान समय एव उस

24

समय अ[य उपdह क अतर म वत(मान िथत

जानन क 1लए करता ह इन सकत का म~य उपयोग

अतर म उपdह क वत(मान िथत (लोकशन) एव

पवी पर अ1भdाह क बीच का दरमापन (रज) करना

ह न8नतम 4 उपdह bवारा ाgtत सकत स दरमापन

U)या सप[न करक अ1भdाह क सह थान क

सगणना क जाती ह

(2) नयण एव नगरानी खडः

च स~या-6

अतर म थापत सभी 24 उपdह पर नगरानी

रखन क 1लए पवी पर भमय रखा क आसपास 1

म~य नयण क एव 5 नगरानी भ-क (च स~या-

6) )मशः कोलोराडो एक[सन (Ascension) eडयागो

(Diego) Sवाजलन (Kwajalein) तथा हवाई (Hawaii) म

काय(रत ह य सभी भ-क णाल क सभी उपdह क

साथ नरतर सपक( बनाए रखत हc एक बहत ह

महवपण( काय( इस खड bवारा काया(ि[वत Uकया जाता

ह Uक मणका म घम रह सभी उपdह का अनवत(न

(EUकग) कर क उनक कीय िथत क सटक जाच

करना और उन पर िथत एट1मक Sलोक को

25

असशोधत कर क अगर उसम कछ टया ह तो उस

सधार कर म~य नयण क bवारा सभी उपdह को

पनः सारत करना ह िजसस यक उपdह क पास

उसक अतर म वातवक सह िथत एव समय क

जानकार उपलBध करायी जाती ह यह जानकार पवी

पर िथत जीपीएस अ1भdाह क 1लए बहत ह आवXयक

होती ह

3) योEता खडः

इसक अतग(त जीपीएस अ1भdाह (र1सवर) जो उपdह

bवारा सारत कट सकत को अपन सगणक bवारा

वXलषण करक पवी पर अपना निXचत थान और

समय क सचना ाgtत करत हc इस अ1भdाह का

उपयोग कोई भी सामा[य |यिSत आसानी स कर सकता

न8न1लVखत उपयोग हत जीपीएस णाल अयत

महवपण( 1स हई हः

1) स[य सवtण

2) भ-सवtण

3) नौ-सचालन (भ1म सागर एव वाय म)

4) भ-गतUकय अययन

5) वाहन यातायात (रल सडक) नयण एव बधन

6) ववध याxक नयण णा1लया

7) वXव म कह भी समय को समका1लन (1स)ोनाइज़)

करन क 1लए

8) विXवक भकप सनामी जसी ाकतक आपितय क

बधन म

26

भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल

ndash आईआरएनएसएस

उपdह नौसचालन णाल क बहहतक व1शDटताओ को

दखत हए वत(मान समय म इस णाल का कोई

वकqप नह ह जीपीएस क सवाए भारतीय भ- म

सरलता स उपलBध ह लUकन आपातकाल या य क

दौरान यह सवधा हम उपलBध ना हो या Uफर इस

णाल bवारा ाgtत सचनाओ को टज[य भी Uकया जा

सकता ह SयUक यह णाल सपण(तः अमरका क

रा वभाग bवारा नयxत ह सvgtत म कहा जाय

तो आपातकाल म जीपीएस क सवाए सदहापद ह

उपरोSत वात को यान म रखत हए भारत (इसरो) भी

दश क नौसचालनय आवXयकता को (सनक तथा

असनक सभी) को परा करन क 1लए सपण(तः वायत

एव वनयxत ीय नौसचालन उपdह णाल-

आईआरएनएसएस थापत करन जा रहा ह जो

भारतीय उपमहाbवीप म व1भ[न उपयोगकता(ओ को

27

सह यथाथ(ता स थान-नधा(रण नौसचालन एव समय

क सचना जसी आवXयक सवाए दान करगी बाद म

अतरSत घटक को शा1मल करन क सामय(ता स इस

वतारत भी Uकया जा सकता ह िजसस पडोसी

को उपरोSत यथाथ(ता स नौसचालन सवाए दान क जा

सक

नFपादन उGltय

bull दश क नौसचालनय आवXयकता को को परा

करन क 1लए सपण(तः वायत एव वनयxत

ीय नौसचालन उपdह णाल का अ1भकqपन

वकास एव काया([वयन

bull उRच यथाथ(ता स थान-नधा(रण (lt 20 मीटर)

एव समय क सचना (lt10-20 ननो सकड)

bull आयनमडलय सशोधन क साथ सभी ऋत म

चालन

bull उRचतम उपलBधता (24 X 7) 999

bull भारतीय भ- उपरात 1500 Uक मी क

आसपास म भी उRच यथाथ(ता स

नौसचालन सवा उपलBध

bull बाद म इसक सवा को )मशः वतत भी

Uकया जाएगा िजसस पडोसी को उपरोSत

यथाथ(ता स नौसचालन सवधा उपलBध हो सक

इस तावत ीय नौसचालन णाल क म~य तीन

भाग ह -

1 अतर खड (पस सगमट)

28

2 भ1म खड (dाउड सगमट)

3 उपयोगकता( खड (यजर सगमट)

(1) अतर खड - Uकसी भी अतर आधारत

नौसचालन णाल म उपयोग कता( को िथतनधा(रण

U)या हत [यनतम चार उपdह क नरतर PDयता

अयावXयक ह इस1लए व1भ[न उपdहय तारमडल

का अययन Uकया गया अनक वकqप सोच गए

उनका क8gtयटर 1स8यलशन भी Uकया गया कम

लागत सरल चालन उपयोगकता( को पाई जान वाल

यथाथ(ता एव सवा को यान म रखन हए गहन

अययन क पXचात इस तावत नौसचालन णाल क

1लए सात उपdह का तारामडल निXचत Uकया गया

िजसम तीन उपdह भ-िथर मणका (GEO) म

)मश 34deg83deg132deg रखाश पर थापत Uकए जाएग

शष चार उपdह म स दो उपdह भ-तqयकाल मण

का (GSO) म 55deg अाश पर और अ[य दो 111deg

अाश पर 29deg झकाव क साथ थापत Uकए जाएग

इस कार क Wया1मतय सरचना स सात उपdह

नरतर भारतीय भ- (सवा ) म उपयोगकता(ओ को

िथत नधा(रण U)या हत हमशा PDटमान रहग इस

तारामडलय सरचना स 30 स बहतर क जीडीओपी

(GDOP) ािgtत भी सनिXचत क गई ह इन सभी

उपdह को भारतीय वीय उपdह पण यान

(पीएसएलवी) bवारा सतीश धवन उपdह क

29

(ीहरकोटा) स अतर भ-थानातरण मणका म

पत Uकया जाएगा

उपह स8पण - इस णाल क सभी सात उपdह क

सरचना एक समान होगी दायभार एव अ[य सभी

उपकरण इसरो क कqपना बस म वशष नौसचालन

अ1भयान हत आवXयक परवत(न करक समि[वत Uकया

गया ह उपdह का उथापन वजन (Lift of Mass)

1425 Uकdा क साथ-साथ शDक वजन (Dry Mass)

616 Uकdा होगा सौर पनल का 215 मीX18

मी रखा गया ह जो 1268 वॉट पावर ऊजा( दगा

dहण क दौरान ऊजा( पत ( क 1लए 64 Ah Li-ion बटर

भी रखी गई ह इन सभी उपdह को भ1म-खड िथत

सवा म वतरत नयण क bग bवारा नरतर

मॉनीटर Uकया जाएगा

(2) भ म खड- भ1म खड म~यत अतर म उपdह

तारामडल का नयण सचालन एव नौसचालन

आकड़ नमा(ण करन क 1लए अवरत काय(

करगा इस भ1म खड म न8न1लVखत आवXयक

सवधाए होगी

1 उपdह नयण क

2 नौसचालन नयण क

3 परासन क (सीडीएमए एव लसर परासन)

4 समय एव आकड़ा उव(-कड़ी टशन

5 आकड़ा सचार जाल

30

उपdह क अतर म सह िथत उनक का

सबधी ताजा-सचनाए ािgtत क 1लए दर1मत-दरादश

एव आयनमडलय मॉडलग सशोधन U)या क 1लए

20 परास एव इटdीट मॉनीटरग टशन (IRIMs)

सपण( सवा म वतरत Uकए जाएग िजनम 6

सीडीममए परासन 1 लसर परासन क bग एव 1

परमािवक घड़ी स सिWजत नटवक( टाई1मग सटर

भी शा1मल ह

नौसचालन नयण क का म~य काय( त क आकड़ा

सचार जाल bवारा ाgtत सचनाओ को ससाधत करक

एक परभाषत नौसचालन सदश का नमा(ण करना

िजसम उपdह क अतर म कvय िथत समय

आयनमडलय ट-सशोधन एव अ[य सशोधत सचनाए

हो ह उनको त क अप-1लक टशन को भजना ह

(3) उपयोगकता खड - उपयोगकता( खड म उपभोSता

अपन नौसचालन अ1भdाह (रसीवर) क जरए भारतीय

भ- (भ1म वाय एव सम) म सह िथत नधा(रण

सवा सटक समय क जानकार ाgtत कर सकत ह

इस णाल bवारा विXवक िथत नधा(रण णाल

(जीपीएस) क समान दो कार क सवाए उपलBध कराई

जाएगी िजसम (1) सामा[य िथत नधा(रण सवा

जो सभी कार क उपभोSताओ को सरलता स उपलBध

31

होगी िजसम lt20 मी तक क यथाथ(ता अपvत ह

और (2) 1स1मत(Restricted) िथत नधा(रण सवा जो

1स1मत ाधकत उपभोSताओ को ह उपलBध होगी इस

सवा क यथाथ(ता सामा[य िथत नधा(रण सवा स कई

गना बहतर होगी इस सवा म थान (पोिजशन) क

अतरSत सटक समय क सचना भी शा1मल ह और

य सभी सकत एि[)gtटड िथत म होग इस सवा को

ाgtत करन क 1लए bव-आकत अ1भdाह का उपयोग

करना होगा

32

उपह सचार (SATCOM)

पछल चार दशक म हमन दश क सवागी वकास म

भारतीय अतर काय()म का भाव दखा ह इस

काय()म म उपdह सचार णा1लय क भ1मका अयत

महवपण( ह उपdह सचार ौbयोगक bवारा पवी क

वशाल म आथ(क PिDट स सती (LOW COST) एव

वXवसनीय सचार तथा सपक( |यवथा थापत क जा

सकती ह दश का समd वकास तभी सभव होगा जब

हम दश क दर-दराज क दग(म एव dामीण म

आपसी सचार तथा सपक( |यवथा कायम कर पायग

िजसम उपdह सचार ौbयोगक एक मा वXवसनीय

तकनीक ह आज हमार दश म इ[सट तथा जीसट

णी क अनक सचार उपdह dामसट वीआरएस

(Village Resources System) एव अ[य अनक

परयोजनाओ क अतग(त दरसचार दरदश(न सारण

1शा वाय भ1म जगल एव सम सवtण

33

उ[नत मौसम मानटरन आपित |यवथापन जसी

अनक जन-कqयाणकार सवधाए दान कर रह हc

भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) क

अहमदाबाद क (SAC) का एसएनएए उपdह सचार

अनयोग अतग(त व1भ[न णा1लया एव उपकरण क

वकास तथा नमा(ण काय( म काय(रत ह िजसम मख

ह-

(1) Iलट मानटरन णालः-

इ[सट-एमएसएस आधारत लट मानटरन णाल

(FMS) म~यतः दश क परवहन (सड़क रल सम)

म काय(रत व1भ[न सगठन उbयोग क आवXयकताओ

को यान म रख कर वकसीत क गई ह यह सचार

उपdह आधारत वय सचा1लत लट मानटरन णाल

ह िजसक सवाए भारतीय उपमहाbवीप उपरात

सागर म भी उपलBध ह परवहन सचालक अपन

लट क वत(मान अपिथत (पोिजशन) समय एव

उनक सामयक गत पर ऑन-लाइन नगरानी रखन क

1लए इस योग म ल सकत हc आकिमक परिथत

म लट bवारा सvgtत सदश (Short messages of 40

34

characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

35

सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

21

सनिXचत समय पर उप[न करत हc और दोन क घड़ी

(एट1मक Sलोक) भी समका1लन ह बाद म उपdह

bवारा ाgtत और अ1भdाह bवारा न1म(त दोन सकत

को एक साथ 1मला जाना ह च स~या-2 दख इस

तरह 4 उपdह bवारा सारत रeडयो सकत को

अ1भdाह तक पहचन क समय क गणना क जाती ह

जीपीएस णाल क वतत तकनीक जानकार ाgtत

करन क 1लए इस म~य तीन भाग म बाटना आवXयक

1) अतर खड (पस सगम[ट)

2) नयण एव नगरानी खड (कEोल एड मोनटरग

सगमट)

3) योSता खड (यज़र सगमट)

(1) अतर खडः-

च स~या - 3 च स~या - 4

अतर खड िजसम 24 कxम उपdह (+4 आरvत)

को पवी क अतरम मणका म (च स~या 3 और

22

4 दख) करब 20200 Uकमी क दर पर निXचत 6

काओ म थापत Uकया गया ह सभी उपdह

निXचत 12 घट म पवी का एक परमण करत हc

यक उपdह पवी पर एक ह vतज सीमा म दन

म दो बार गजरता ह अतर खड क अ1भकqपना

कछ इस कार स न1म(त क गई ह Uक Uकसी भी

समय और पवी क Uकसी भी भाग म [यनतम 4

उपdह एक ह vतज सीमा म नरतर PिDटमान रहत

हc अनभव स Tात हआ ह Uक कभी-कभी एक ह

समय पर एक ह vतज सीमा म 8-10 उपdह सदव

PिDटमान रहत हc

यक उपdह पर बहत ह यथाथ( (एSयरट) दो एट1मक

घeड़या (Sलोक) होती ह िजन क मल आवित 1023

मगाह(स होती ह इस आवित क सदभ( स उपdह

म कट सकत नमा(ण Uकय जात हc इन सकत को

पवी क ओर सतत सारत Uकया जाता ह िजसम

उपdह का अपना पहचान )माक (आईडी) समय

अतर म अपना थान (लोकशन) एव उसी समय

उसक आसपास मणशील अ[य उपdह क सपण(

जानकार सि8म1लत होती ह िजस ldquoअqमनकrdquo कहत

हc यह जानकार एक महन तक मा[य रहती ह

इन सकत को पवी क ओर सारत करन हत उपdह

दो वाहक आवितय का उपयोग करत हc जो

न8न1लVखत हः-

23

च स~या-5

1) एल-1 = 157542 मगाहट(ज (MHz)

2) एल-2 = 122760 मगाहट(ज (MHz)

एल-1 वाहक आवित िजस पर दो कट सकत (कोड)

अध1मत Uकए जात हc (च स~या-5 दख)

1) सीए कोड जो 1023 MHz मल आवित पर और

2) पी कोड िजस 1023 MHz मल आवित पर

अध1मत Uकया जाता ह

एल-2 वाहक आवित पर 1सफ( पी कोड 1023 MHz

मल आवित पर अध1मत Uकया जाता ह पी कोड

कवल अमरक सना क नजी उपयोग क 1लए ह

सी1मत रखा गया ह

पवी पर िथत जीपीएस अ1भdाह उपरोSत सकत का

उपयोग अतर म उपdह का थान समय एव उस

24

समय अ[य उपdह क अतर म वत(मान िथत

जानन क 1लए करता ह इन सकत का म~य उपयोग

अतर म उपdह क वत(मान िथत (लोकशन) एव

पवी पर अ1भdाह क बीच का दरमापन (रज) करना

ह न8नतम 4 उपdह bवारा ाgtत सकत स दरमापन

U)या सप[न करक अ1भdाह क सह थान क

सगणना क जाती ह

(2) नयण एव नगरानी खडः

च स~या-6

अतर म थापत सभी 24 उपdह पर नगरानी

रखन क 1लए पवी पर भमय रखा क आसपास 1

म~य नयण क एव 5 नगरानी भ-क (च स~या-

6) )मशः कोलोराडो एक[सन (Ascension) eडयागो

(Diego) Sवाजलन (Kwajalein) तथा हवाई (Hawaii) म

काय(रत ह य सभी भ-क णाल क सभी उपdह क

साथ नरतर सपक( बनाए रखत हc एक बहत ह

महवपण( काय( इस खड bवारा काया(ि[वत Uकया जाता

ह Uक मणका म घम रह सभी उपdह का अनवत(न

(EUकग) कर क उनक कीय िथत क सटक जाच

करना और उन पर िथत एट1मक Sलोक को

25

असशोधत कर क अगर उसम कछ टया ह तो उस

सधार कर म~य नयण क bवारा सभी उपdह को

पनः सारत करना ह िजसस यक उपdह क पास

उसक अतर म वातवक सह िथत एव समय क

जानकार उपलBध करायी जाती ह यह जानकार पवी

पर िथत जीपीएस अ1भdाह क 1लए बहत ह आवXयक

होती ह

3) योEता खडः

इसक अतग(त जीपीएस अ1भdाह (र1सवर) जो उपdह

bवारा सारत कट सकत को अपन सगणक bवारा

वXलषण करक पवी पर अपना निXचत थान और

समय क सचना ाgtत करत हc इस अ1भdाह का

उपयोग कोई भी सामा[य |यिSत आसानी स कर सकता

न8न1लVखत उपयोग हत जीपीएस णाल अयत

महवपण( 1स हई हः

1) स[य सवtण

2) भ-सवtण

3) नौ-सचालन (भ1म सागर एव वाय म)

4) भ-गतUकय अययन

5) वाहन यातायात (रल सडक) नयण एव बधन

6) ववध याxक नयण णा1लया

7) वXव म कह भी समय को समका1लन (1स)ोनाइज़)

करन क 1लए

8) विXवक भकप सनामी जसी ाकतक आपितय क

बधन म

26

भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल

ndash आईआरएनएसएस

उपdह नौसचालन णाल क बहहतक व1शDटताओ को

दखत हए वत(मान समय म इस णाल का कोई

वकqप नह ह जीपीएस क सवाए भारतीय भ- म

सरलता स उपलBध ह लUकन आपातकाल या य क

दौरान यह सवधा हम उपलBध ना हो या Uफर इस

णाल bवारा ाgtत सचनाओ को टज[य भी Uकया जा

सकता ह SयUक यह णाल सपण(तः अमरका क

रा वभाग bवारा नयxत ह सvgtत म कहा जाय

तो आपातकाल म जीपीएस क सवाए सदहापद ह

उपरोSत वात को यान म रखत हए भारत (इसरो) भी

दश क नौसचालनय आवXयकता को (सनक तथा

असनक सभी) को परा करन क 1लए सपण(तः वायत

एव वनयxत ीय नौसचालन उपdह णाल-

आईआरएनएसएस थापत करन जा रहा ह जो

भारतीय उपमहाbवीप म व1भ[न उपयोगकता(ओ को

27

सह यथाथ(ता स थान-नधा(रण नौसचालन एव समय

क सचना जसी आवXयक सवाए दान करगी बाद म

अतरSत घटक को शा1मल करन क सामय(ता स इस

वतारत भी Uकया जा सकता ह िजसस पडोसी

को उपरोSत यथाथ(ता स नौसचालन सवाए दान क जा

सक

नFपादन उGltय

bull दश क नौसचालनय आवXयकता को को परा

करन क 1लए सपण(तः वायत एव वनयxत

ीय नौसचालन उपdह णाल का अ1भकqपन

वकास एव काया([वयन

bull उRच यथाथ(ता स थान-नधा(रण (lt 20 मीटर)

एव समय क सचना (lt10-20 ननो सकड)

bull आयनमडलय सशोधन क साथ सभी ऋत म

चालन

bull उRचतम उपलBधता (24 X 7) 999

bull भारतीय भ- उपरात 1500 Uक मी क

आसपास म भी उRच यथाथ(ता स

नौसचालन सवा उपलBध

bull बाद म इसक सवा को )मशः वतत भी

Uकया जाएगा िजसस पडोसी को उपरोSत

यथाथ(ता स नौसचालन सवधा उपलBध हो सक

इस तावत ीय नौसचालन णाल क म~य तीन

भाग ह -

1 अतर खड (पस सगमट)

28

2 भ1म खड (dाउड सगमट)

3 उपयोगकता( खड (यजर सगमट)

(1) अतर खड - Uकसी भी अतर आधारत

नौसचालन णाल म उपयोग कता( को िथतनधा(रण

U)या हत [यनतम चार उपdह क नरतर PDयता

अयावXयक ह इस1लए व1भ[न उपdहय तारमडल

का अययन Uकया गया अनक वकqप सोच गए

उनका क8gtयटर 1स8यलशन भी Uकया गया कम

लागत सरल चालन उपयोगकता( को पाई जान वाल

यथाथ(ता एव सवा को यान म रखन हए गहन

अययन क पXचात इस तावत नौसचालन णाल क

1लए सात उपdह का तारामडल निXचत Uकया गया

िजसम तीन उपdह भ-िथर मणका (GEO) म

)मश 34deg83deg132deg रखाश पर थापत Uकए जाएग

शष चार उपdह म स दो उपdह भ-तqयकाल मण

का (GSO) म 55deg अाश पर और अ[य दो 111deg

अाश पर 29deg झकाव क साथ थापत Uकए जाएग

इस कार क Wया1मतय सरचना स सात उपdह

नरतर भारतीय भ- (सवा ) म उपयोगकता(ओ को

िथत नधा(रण U)या हत हमशा PDटमान रहग इस

तारामडलय सरचना स 30 स बहतर क जीडीओपी

(GDOP) ािgtत भी सनिXचत क गई ह इन सभी

उपdह को भारतीय वीय उपdह पण यान

(पीएसएलवी) bवारा सतीश धवन उपdह क

29

(ीहरकोटा) स अतर भ-थानातरण मणका म

पत Uकया जाएगा

उपह स8पण - इस णाल क सभी सात उपdह क

सरचना एक समान होगी दायभार एव अ[य सभी

उपकरण इसरो क कqपना बस म वशष नौसचालन

अ1भयान हत आवXयक परवत(न करक समि[वत Uकया

गया ह उपdह का उथापन वजन (Lift of Mass)

1425 Uकdा क साथ-साथ शDक वजन (Dry Mass)

616 Uकdा होगा सौर पनल का 215 मीX18

मी रखा गया ह जो 1268 वॉट पावर ऊजा( दगा

dहण क दौरान ऊजा( पत ( क 1लए 64 Ah Li-ion बटर

भी रखी गई ह इन सभी उपdह को भ1म-खड िथत

सवा म वतरत नयण क bग bवारा नरतर

मॉनीटर Uकया जाएगा

(2) भ म खड- भ1म खड म~यत अतर म उपdह

तारामडल का नयण सचालन एव नौसचालन

आकड़ नमा(ण करन क 1लए अवरत काय(

करगा इस भ1म खड म न8न1लVखत आवXयक

सवधाए होगी

1 उपdह नयण क

2 नौसचालन नयण क

3 परासन क (सीडीएमए एव लसर परासन)

4 समय एव आकड़ा उव(-कड़ी टशन

5 आकड़ा सचार जाल

30

उपdह क अतर म सह िथत उनक का

सबधी ताजा-सचनाए ािgtत क 1लए दर1मत-दरादश

एव आयनमडलय मॉडलग सशोधन U)या क 1लए

20 परास एव इटdीट मॉनीटरग टशन (IRIMs)

सपण( सवा म वतरत Uकए जाएग िजनम 6

सीडीममए परासन 1 लसर परासन क bग एव 1

परमािवक घड़ी स सिWजत नटवक( टाई1मग सटर

भी शा1मल ह

नौसचालन नयण क का म~य काय( त क आकड़ा

सचार जाल bवारा ाgtत सचनाओ को ससाधत करक

एक परभाषत नौसचालन सदश का नमा(ण करना

िजसम उपdह क अतर म कvय िथत समय

आयनमडलय ट-सशोधन एव अ[य सशोधत सचनाए

हो ह उनको त क अप-1लक टशन को भजना ह

(3) उपयोगकता खड - उपयोगकता( खड म उपभोSता

अपन नौसचालन अ1भdाह (रसीवर) क जरए भारतीय

भ- (भ1म वाय एव सम) म सह िथत नधा(रण

सवा सटक समय क जानकार ाgtत कर सकत ह

इस णाल bवारा विXवक िथत नधा(रण णाल

(जीपीएस) क समान दो कार क सवाए उपलBध कराई

जाएगी िजसम (1) सामा[य िथत नधा(रण सवा

जो सभी कार क उपभोSताओ को सरलता स उपलBध

31

होगी िजसम lt20 मी तक क यथाथ(ता अपvत ह

और (2) 1स1मत(Restricted) िथत नधा(रण सवा जो

1स1मत ाधकत उपभोSताओ को ह उपलBध होगी इस

सवा क यथाथ(ता सामा[य िथत नधा(रण सवा स कई

गना बहतर होगी इस सवा म थान (पोिजशन) क

अतरSत सटक समय क सचना भी शा1मल ह और

य सभी सकत एि[)gtटड िथत म होग इस सवा को

ाgtत करन क 1लए bव-आकत अ1भdाह का उपयोग

करना होगा

32

उपह सचार (SATCOM)

पछल चार दशक म हमन दश क सवागी वकास म

भारतीय अतर काय()म का भाव दखा ह इस

काय()म म उपdह सचार णा1लय क भ1मका अयत

महवपण( ह उपdह सचार ौbयोगक bवारा पवी क

वशाल म आथ(क PिDट स सती (LOW COST) एव

वXवसनीय सचार तथा सपक( |यवथा थापत क जा

सकती ह दश का समd वकास तभी सभव होगा जब

हम दश क दर-दराज क दग(म एव dामीण म

आपसी सचार तथा सपक( |यवथा कायम कर पायग

िजसम उपdह सचार ौbयोगक एक मा वXवसनीय

तकनीक ह आज हमार दश म इ[सट तथा जीसट

णी क अनक सचार उपdह dामसट वीआरएस

(Village Resources System) एव अ[य अनक

परयोजनाओ क अतग(त दरसचार दरदश(न सारण

1शा वाय भ1म जगल एव सम सवtण

33

उ[नत मौसम मानटरन आपित |यवथापन जसी

अनक जन-कqयाणकार सवधाए दान कर रह हc

भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) क

अहमदाबाद क (SAC) का एसएनएए उपdह सचार

अनयोग अतग(त व1भ[न णा1लया एव उपकरण क

वकास तथा नमा(ण काय( म काय(रत ह िजसम मख

ह-

(1) Iलट मानटरन णालः-

इ[सट-एमएसएस आधारत लट मानटरन णाल

(FMS) म~यतः दश क परवहन (सड़क रल सम)

म काय(रत व1भ[न सगठन उbयोग क आवXयकताओ

को यान म रख कर वकसीत क गई ह यह सचार

उपdह आधारत वय सचा1लत लट मानटरन णाल

ह िजसक सवाए भारतीय उपमहाbवीप उपरात

सागर म भी उपलBध ह परवहन सचालक अपन

लट क वत(मान अपिथत (पोिजशन) समय एव

उनक सामयक गत पर ऑन-लाइन नगरानी रखन क

1लए इस योग म ल सकत हc आकिमक परिथत

म लट bवारा सvgtत सदश (Short messages of 40

34

characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

35

सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

22

4 दख) करब 20200 Uकमी क दर पर निXचत 6

काओ म थापत Uकया गया ह सभी उपdह

निXचत 12 घट म पवी का एक परमण करत हc

यक उपdह पवी पर एक ह vतज सीमा म दन

म दो बार गजरता ह अतर खड क अ1भकqपना

कछ इस कार स न1म(त क गई ह Uक Uकसी भी

समय और पवी क Uकसी भी भाग म [यनतम 4

उपdह एक ह vतज सीमा म नरतर PिDटमान रहत

हc अनभव स Tात हआ ह Uक कभी-कभी एक ह

समय पर एक ह vतज सीमा म 8-10 उपdह सदव

PिDटमान रहत हc

यक उपdह पर बहत ह यथाथ( (एSयरट) दो एट1मक

घeड़या (Sलोक) होती ह िजन क मल आवित 1023

मगाह(स होती ह इस आवित क सदभ( स उपdह

म कट सकत नमा(ण Uकय जात हc इन सकत को

पवी क ओर सतत सारत Uकया जाता ह िजसम

उपdह का अपना पहचान )माक (आईडी) समय

अतर म अपना थान (लोकशन) एव उसी समय

उसक आसपास मणशील अ[य उपdह क सपण(

जानकार सि8म1लत होती ह िजस ldquoअqमनकrdquo कहत

हc यह जानकार एक महन तक मा[य रहती ह

इन सकत को पवी क ओर सारत करन हत उपdह

दो वाहक आवितय का उपयोग करत हc जो

न8न1लVखत हः-

23

च स~या-5

1) एल-1 = 157542 मगाहट(ज (MHz)

2) एल-2 = 122760 मगाहट(ज (MHz)

एल-1 वाहक आवित िजस पर दो कट सकत (कोड)

अध1मत Uकए जात हc (च स~या-5 दख)

1) सीए कोड जो 1023 MHz मल आवित पर और

2) पी कोड िजस 1023 MHz मल आवित पर

अध1मत Uकया जाता ह

एल-2 वाहक आवित पर 1सफ( पी कोड 1023 MHz

मल आवित पर अध1मत Uकया जाता ह पी कोड

कवल अमरक सना क नजी उपयोग क 1लए ह

सी1मत रखा गया ह

पवी पर िथत जीपीएस अ1भdाह उपरोSत सकत का

उपयोग अतर म उपdह का थान समय एव उस

24

समय अ[य उपdह क अतर म वत(मान िथत

जानन क 1लए करता ह इन सकत का म~य उपयोग

अतर म उपdह क वत(मान िथत (लोकशन) एव

पवी पर अ1भdाह क बीच का दरमापन (रज) करना

ह न8नतम 4 उपdह bवारा ाgtत सकत स दरमापन

U)या सप[न करक अ1भdाह क सह थान क

सगणना क जाती ह

(2) नयण एव नगरानी खडः

च स~या-6

अतर म थापत सभी 24 उपdह पर नगरानी

रखन क 1लए पवी पर भमय रखा क आसपास 1

म~य नयण क एव 5 नगरानी भ-क (च स~या-

6) )मशः कोलोराडो एक[सन (Ascension) eडयागो

(Diego) Sवाजलन (Kwajalein) तथा हवाई (Hawaii) म

काय(रत ह य सभी भ-क णाल क सभी उपdह क

साथ नरतर सपक( बनाए रखत हc एक बहत ह

महवपण( काय( इस खड bवारा काया(ि[वत Uकया जाता

ह Uक मणका म घम रह सभी उपdह का अनवत(न

(EUकग) कर क उनक कीय िथत क सटक जाच

करना और उन पर िथत एट1मक Sलोक को

25

असशोधत कर क अगर उसम कछ टया ह तो उस

सधार कर म~य नयण क bवारा सभी उपdह को

पनः सारत करना ह िजसस यक उपdह क पास

उसक अतर म वातवक सह िथत एव समय क

जानकार उपलBध करायी जाती ह यह जानकार पवी

पर िथत जीपीएस अ1भdाह क 1लए बहत ह आवXयक

होती ह

3) योEता खडः

इसक अतग(त जीपीएस अ1भdाह (र1सवर) जो उपdह

bवारा सारत कट सकत को अपन सगणक bवारा

वXलषण करक पवी पर अपना निXचत थान और

समय क सचना ाgtत करत हc इस अ1भdाह का

उपयोग कोई भी सामा[य |यिSत आसानी स कर सकता

न8न1लVखत उपयोग हत जीपीएस णाल अयत

महवपण( 1स हई हः

1) स[य सवtण

2) भ-सवtण

3) नौ-सचालन (भ1म सागर एव वाय म)

4) भ-गतUकय अययन

5) वाहन यातायात (रल सडक) नयण एव बधन

6) ववध याxक नयण णा1लया

7) वXव म कह भी समय को समका1लन (1स)ोनाइज़)

करन क 1लए

8) विXवक भकप सनामी जसी ाकतक आपितय क

बधन म

26

भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल

ndash आईआरएनएसएस

उपdह नौसचालन णाल क बहहतक व1शDटताओ को

दखत हए वत(मान समय म इस णाल का कोई

वकqप नह ह जीपीएस क सवाए भारतीय भ- म

सरलता स उपलBध ह लUकन आपातकाल या य क

दौरान यह सवधा हम उपलBध ना हो या Uफर इस

णाल bवारा ाgtत सचनाओ को टज[य भी Uकया जा

सकता ह SयUक यह णाल सपण(तः अमरका क

रा वभाग bवारा नयxत ह सvgtत म कहा जाय

तो आपातकाल म जीपीएस क सवाए सदहापद ह

उपरोSत वात को यान म रखत हए भारत (इसरो) भी

दश क नौसचालनय आवXयकता को (सनक तथा

असनक सभी) को परा करन क 1लए सपण(तः वायत

एव वनयxत ीय नौसचालन उपdह णाल-

आईआरएनएसएस थापत करन जा रहा ह जो

भारतीय उपमहाbवीप म व1भ[न उपयोगकता(ओ को

27

सह यथाथ(ता स थान-नधा(रण नौसचालन एव समय

क सचना जसी आवXयक सवाए दान करगी बाद म

अतरSत घटक को शा1मल करन क सामय(ता स इस

वतारत भी Uकया जा सकता ह िजसस पडोसी

को उपरोSत यथाथ(ता स नौसचालन सवाए दान क जा

सक

नFपादन उGltय

bull दश क नौसचालनय आवXयकता को को परा

करन क 1लए सपण(तः वायत एव वनयxत

ीय नौसचालन उपdह णाल का अ1भकqपन

वकास एव काया([वयन

bull उRच यथाथ(ता स थान-नधा(रण (lt 20 मीटर)

एव समय क सचना (lt10-20 ननो सकड)

bull आयनमडलय सशोधन क साथ सभी ऋत म

चालन

bull उRचतम उपलBधता (24 X 7) 999

bull भारतीय भ- उपरात 1500 Uक मी क

आसपास म भी उRच यथाथ(ता स

नौसचालन सवा उपलBध

bull बाद म इसक सवा को )मशः वतत भी

Uकया जाएगा िजसस पडोसी को उपरोSत

यथाथ(ता स नौसचालन सवधा उपलBध हो सक

इस तावत ीय नौसचालन णाल क म~य तीन

भाग ह -

1 अतर खड (पस सगमट)

28

2 भ1म खड (dाउड सगमट)

3 उपयोगकता( खड (यजर सगमट)

(1) अतर खड - Uकसी भी अतर आधारत

नौसचालन णाल म उपयोग कता( को िथतनधा(रण

U)या हत [यनतम चार उपdह क नरतर PDयता

अयावXयक ह इस1लए व1भ[न उपdहय तारमडल

का अययन Uकया गया अनक वकqप सोच गए

उनका क8gtयटर 1स8यलशन भी Uकया गया कम

लागत सरल चालन उपयोगकता( को पाई जान वाल

यथाथ(ता एव सवा को यान म रखन हए गहन

अययन क पXचात इस तावत नौसचालन णाल क

1लए सात उपdह का तारामडल निXचत Uकया गया

िजसम तीन उपdह भ-िथर मणका (GEO) म

)मश 34deg83deg132deg रखाश पर थापत Uकए जाएग

शष चार उपdह म स दो उपdह भ-तqयकाल मण

का (GSO) म 55deg अाश पर और अ[य दो 111deg

अाश पर 29deg झकाव क साथ थापत Uकए जाएग

इस कार क Wया1मतय सरचना स सात उपdह

नरतर भारतीय भ- (सवा ) म उपयोगकता(ओ को

िथत नधा(रण U)या हत हमशा PDटमान रहग इस

तारामडलय सरचना स 30 स बहतर क जीडीओपी

(GDOP) ािgtत भी सनिXचत क गई ह इन सभी

उपdह को भारतीय वीय उपdह पण यान

(पीएसएलवी) bवारा सतीश धवन उपdह क

29

(ीहरकोटा) स अतर भ-थानातरण मणका म

पत Uकया जाएगा

उपह स8पण - इस णाल क सभी सात उपdह क

सरचना एक समान होगी दायभार एव अ[य सभी

उपकरण इसरो क कqपना बस म वशष नौसचालन

अ1भयान हत आवXयक परवत(न करक समि[वत Uकया

गया ह उपdह का उथापन वजन (Lift of Mass)

1425 Uकdा क साथ-साथ शDक वजन (Dry Mass)

616 Uकdा होगा सौर पनल का 215 मीX18

मी रखा गया ह जो 1268 वॉट पावर ऊजा( दगा

dहण क दौरान ऊजा( पत ( क 1लए 64 Ah Li-ion बटर

भी रखी गई ह इन सभी उपdह को भ1म-खड िथत

सवा म वतरत नयण क bग bवारा नरतर

मॉनीटर Uकया जाएगा

(2) भ म खड- भ1म खड म~यत अतर म उपdह

तारामडल का नयण सचालन एव नौसचालन

आकड़ नमा(ण करन क 1लए अवरत काय(

करगा इस भ1म खड म न8न1लVखत आवXयक

सवधाए होगी

1 उपdह नयण क

2 नौसचालन नयण क

3 परासन क (सीडीएमए एव लसर परासन)

4 समय एव आकड़ा उव(-कड़ी टशन

5 आकड़ा सचार जाल

30

उपdह क अतर म सह िथत उनक का

सबधी ताजा-सचनाए ािgtत क 1लए दर1मत-दरादश

एव आयनमडलय मॉडलग सशोधन U)या क 1लए

20 परास एव इटdीट मॉनीटरग टशन (IRIMs)

सपण( सवा म वतरत Uकए जाएग िजनम 6

सीडीममए परासन 1 लसर परासन क bग एव 1

परमािवक घड़ी स सिWजत नटवक( टाई1मग सटर

भी शा1मल ह

नौसचालन नयण क का म~य काय( त क आकड़ा

सचार जाल bवारा ाgtत सचनाओ को ससाधत करक

एक परभाषत नौसचालन सदश का नमा(ण करना

िजसम उपdह क अतर म कvय िथत समय

आयनमडलय ट-सशोधन एव अ[य सशोधत सचनाए

हो ह उनको त क अप-1लक टशन को भजना ह

(3) उपयोगकता खड - उपयोगकता( खड म उपभोSता

अपन नौसचालन अ1भdाह (रसीवर) क जरए भारतीय

भ- (भ1म वाय एव सम) म सह िथत नधा(रण

सवा सटक समय क जानकार ाgtत कर सकत ह

इस णाल bवारा विXवक िथत नधा(रण णाल

(जीपीएस) क समान दो कार क सवाए उपलBध कराई

जाएगी िजसम (1) सामा[य िथत नधा(रण सवा

जो सभी कार क उपभोSताओ को सरलता स उपलBध

31

होगी िजसम lt20 मी तक क यथाथ(ता अपvत ह

और (2) 1स1मत(Restricted) िथत नधा(रण सवा जो

1स1मत ाधकत उपभोSताओ को ह उपलBध होगी इस

सवा क यथाथ(ता सामा[य िथत नधा(रण सवा स कई

गना बहतर होगी इस सवा म थान (पोिजशन) क

अतरSत सटक समय क सचना भी शा1मल ह और

य सभी सकत एि[)gtटड िथत म होग इस सवा को

ाgtत करन क 1लए bव-आकत अ1भdाह का उपयोग

करना होगा

32

उपह सचार (SATCOM)

पछल चार दशक म हमन दश क सवागी वकास म

भारतीय अतर काय()म का भाव दखा ह इस

काय()म म उपdह सचार णा1लय क भ1मका अयत

महवपण( ह उपdह सचार ौbयोगक bवारा पवी क

वशाल म आथ(क PिDट स सती (LOW COST) एव

वXवसनीय सचार तथा सपक( |यवथा थापत क जा

सकती ह दश का समd वकास तभी सभव होगा जब

हम दश क दर-दराज क दग(म एव dामीण म

आपसी सचार तथा सपक( |यवथा कायम कर पायग

िजसम उपdह सचार ौbयोगक एक मा वXवसनीय

तकनीक ह आज हमार दश म इ[सट तथा जीसट

णी क अनक सचार उपdह dामसट वीआरएस

(Village Resources System) एव अ[य अनक

परयोजनाओ क अतग(त दरसचार दरदश(न सारण

1शा वाय भ1म जगल एव सम सवtण

33

उ[नत मौसम मानटरन आपित |यवथापन जसी

अनक जन-कqयाणकार सवधाए दान कर रह हc

भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) क

अहमदाबाद क (SAC) का एसएनएए उपdह सचार

अनयोग अतग(त व1भ[न णा1लया एव उपकरण क

वकास तथा नमा(ण काय( म काय(रत ह िजसम मख

ह-

(1) Iलट मानटरन णालः-

इ[सट-एमएसएस आधारत लट मानटरन णाल

(FMS) म~यतः दश क परवहन (सड़क रल सम)

म काय(रत व1भ[न सगठन उbयोग क आवXयकताओ

को यान म रख कर वकसीत क गई ह यह सचार

उपdह आधारत वय सचा1लत लट मानटरन णाल

ह िजसक सवाए भारतीय उपमहाbवीप उपरात

सागर म भी उपलBध ह परवहन सचालक अपन

लट क वत(मान अपिथत (पोिजशन) समय एव

उनक सामयक गत पर ऑन-लाइन नगरानी रखन क

1लए इस योग म ल सकत हc आकिमक परिथत

म लट bवारा सvgtत सदश (Short messages of 40

34

characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

35

सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

23

च स~या-5

1) एल-1 = 157542 मगाहट(ज (MHz)

2) एल-2 = 122760 मगाहट(ज (MHz)

एल-1 वाहक आवित िजस पर दो कट सकत (कोड)

अध1मत Uकए जात हc (च स~या-5 दख)

1) सीए कोड जो 1023 MHz मल आवित पर और

2) पी कोड िजस 1023 MHz मल आवित पर

अध1मत Uकया जाता ह

एल-2 वाहक आवित पर 1सफ( पी कोड 1023 MHz

मल आवित पर अध1मत Uकया जाता ह पी कोड

कवल अमरक सना क नजी उपयोग क 1लए ह

सी1मत रखा गया ह

पवी पर िथत जीपीएस अ1भdाह उपरोSत सकत का

उपयोग अतर म उपdह का थान समय एव उस

24

समय अ[य उपdह क अतर म वत(मान िथत

जानन क 1लए करता ह इन सकत का म~य उपयोग

अतर म उपdह क वत(मान िथत (लोकशन) एव

पवी पर अ1भdाह क बीच का दरमापन (रज) करना

ह न8नतम 4 उपdह bवारा ाgtत सकत स दरमापन

U)या सप[न करक अ1भdाह क सह थान क

सगणना क जाती ह

(2) नयण एव नगरानी खडः

च स~या-6

अतर म थापत सभी 24 उपdह पर नगरानी

रखन क 1लए पवी पर भमय रखा क आसपास 1

म~य नयण क एव 5 नगरानी भ-क (च स~या-

6) )मशः कोलोराडो एक[सन (Ascension) eडयागो

(Diego) Sवाजलन (Kwajalein) तथा हवाई (Hawaii) म

काय(रत ह य सभी भ-क णाल क सभी उपdह क

साथ नरतर सपक( बनाए रखत हc एक बहत ह

महवपण( काय( इस खड bवारा काया(ि[वत Uकया जाता

ह Uक मणका म घम रह सभी उपdह का अनवत(न

(EUकग) कर क उनक कीय िथत क सटक जाच

करना और उन पर िथत एट1मक Sलोक को

25

असशोधत कर क अगर उसम कछ टया ह तो उस

सधार कर म~य नयण क bवारा सभी उपdह को

पनः सारत करना ह िजसस यक उपdह क पास

उसक अतर म वातवक सह िथत एव समय क

जानकार उपलBध करायी जाती ह यह जानकार पवी

पर िथत जीपीएस अ1भdाह क 1लए बहत ह आवXयक

होती ह

3) योEता खडः

इसक अतग(त जीपीएस अ1भdाह (र1सवर) जो उपdह

bवारा सारत कट सकत को अपन सगणक bवारा

वXलषण करक पवी पर अपना निXचत थान और

समय क सचना ाgtत करत हc इस अ1भdाह का

उपयोग कोई भी सामा[य |यिSत आसानी स कर सकता

न8न1लVखत उपयोग हत जीपीएस णाल अयत

महवपण( 1स हई हः

1) स[य सवtण

2) भ-सवtण

3) नौ-सचालन (भ1म सागर एव वाय म)

4) भ-गतUकय अययन

5) वाहन यातायात (रल सडक) नयण एव बधन

6) ववध याxक नयण णा1लया

7) वXव म कह भी समय को समका1लन (1स)ोनाइज़)

करन क 1लए

8) विXवक भकप सनामी जसी ाकतक आपितय क

बधन म

26

भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल

ndash आईआरएनएसएस

उपdह नौसचालन णाल क बहहतक व1शDटताओ को

दखत हए वत(मान समय म इस णाल का कोई

वकqप नह ह जीपीएस क सवाए भारतीय भ- म

सरलता स उपलBध ह लUकन आपातकाल या य क

दौरान यह सवधा हम उपलBध ना हो या Uफर इस

णाल bवारा ाgtत सचनाओ को टज[य भी Uकया जा

सकता ह SयUक यह णाल सपण(तः अमरका क

रा वभाग bवारा नयxत ह सvgtत म कहा जाय

तो आपातकाल म जीपीएस क सवाए सदहापद ह

उपरोSत वात को यान म रखत हए भारत (इसरो) भी

दश क नौसचालनय आवXयकता को (सनक तथा

असनक सभी) को परा करन क 1लए सपण(तः वायत

एव वनयxत ीय नौसचालन उपdह णाल-

आईआरएनएसएस थापत करन जा रहा ह जो

भारतीय उपमहाbवीप म व1भ[न उपयोगकता(ओ को

27

सह यथाथ(ता स थान-नधा(रण नौसचालन एव समय

क सचना जसी आवXयक सवाए दान करगी बाद म

अतरSत घटक को शा1मल करन क सामय(ता स इस

वतारत भी Uकया जा सकता ह िजसस पडोसी

को उपरोSत यथाथ(ता स नौसचालन सवाए दान क जा

सक

नFपादन उGltय

bull दश क नौसचालनय आवXयकता को को परा

करन क 1लए सपण(तः वायत एव वनयxत

ीय नौसचालन उपdह णाल का अ1भकqपन

वकास एव काया([वयन

bull उRच यथाथ(ता स थान-नधा(रण (lt 20 मीटर)

एव समय क सचना (lt10-20 ननो सकड)

bull आयनमडलय सशोधन क साथ सभी ऋत म

चालन

bull उRचतम उपलBधता (24 X 7) 999

bull भारतीय भ- उपरात 1500 Uक मी क

आसपास म भी उRच यथाथ(ता स

नौसचालन सवा उपलBध

bull बाद म इसक सवा को )मशः वतत भी

Uकया जाएगा िजसस पडोसी को उपरोSत

यथाथ(ता स नौसचालन सवधा उपलBध हो सक

इस तावत ीय नौसचालन णाल क म~य तीन

भाग ह -

1 अतर खड (पस सगमट)

28

2 भ1म खड (dाउड सगमट)

3 उपयोगकता( खड (यजर सगमट)

(1) अतर खड - Uकसी भी अतर आधारत

नौसचालन णाल म उपयोग कता( को िथतनधा(रण

U)या हत [यनतम चार उपdह क नरतर PDयता

अयावXयक ह इस1लए व1भ[न उपdहय तारमडल

का अययन Uकया गया अनक वकqप सोच गए

उनका क8gtयटर 1स8यलशन भी Uकया गया कम

लागत सरल चालन उपयोगकता( को पाई जान वाल

यथाथ(ता एव सवा को यान म रखन हए गहन

अययन क पXचात इस तावत नौसचालन णाल क

1लए सात उपdह का तारामडल निXचत Uकया गया

िजसम तीन उपdह भ-िथर मणका (GEO) म

)मश 34deg83deg132deg रखाश पर थापत Uकए जाएग

शष चार उपdह म स दो उपdह भ-तqयकाल मण

का (GSO) म 55deg अाश पर और अ[य दो 111deg

अाश पर 29deg झकाव क साथ थापत Uकए जाएग

इस कार क Wया1मतय सरचना स सात उपdह

नरतर भारतीय भ- (सवा ) म उपयोगकता(ओ को

िथत नधा(रण U)या हत हमशा PDटमान रहग इस

तारामडलय सरचना स 30 स बहतर क जीडीओपी

(GDOP) ािgtत भी सनिXचत क गई ह इन सभी

उपdह को भारतीय वीय उपdह पण यान

(पीएसएलवी) bवारा सतीश धवन उपdह क

29

(ीहरकोटा) स अतर भ-थानातरण मणका म

पत Uकया जाएगा

उपह स8पण - इस णाल क सभी सात उपdह क

सरचना एक समान होगी दायभार एव अ[य सभी

उपकरण इसरो क कqपना बस म वशष नौसचालन

अ1भयान हत आवXयक परवत(न करक समि[वत Uकया

गया ह उपdह का उथापन वजन (Lift of Mass)

1425 Uकdा क साथ-साथ शDक वजन (Dry Mass)

616 Uकdा होगा सौर पनल का 215 मीX18

मी रखा गया ह जो 1268 वॉट पावर ऊजा( दगा

dहण क दौरान ऊजा( पत ( क 1लए 64 Ah Li-ion बटर

भी रखी गई ह इन सभी उपdह को भ1म-खड िथत

सवा म वतरत नयण क bग bवारा नरतर

मॉनीटर Uकया जाएगा

(2) भ म खड- भ1म खड म~यत अतर म उपdह

तारामडल का नयण सचालन एव नौसचालन

आकड़ नमा(ण करन क 1लए अवरत काय(

करगा इस भ1म खड म न8न1लVखत आवXयक

सवधाए होगी

1 उपdह नयण क

2 नौसचालन नयण क

3 परासन क (सीडीएमए एव लसर परासन)

4 समय एव आकड़ा उव(-कड़ी टशन

5 आकड़ा सचार जाल

30

उपdह क अतर म सह िथत उनक का

सबधी ताजा-सचनाए ािgtत क 1लए दर1मत-दरादश

एव आयनमडलय मॉडलग सशोधन U)या क 1लए

20 परास एव इटdीट मॉनीटरग टशन (IRIMs)

सपण( सवा म वतरत Uकए जाएग िजनम 6

सीडीममए परासन 1 लसर परासन क bग एव 1

परमािवक घड़ी स सिWजत नटवक( टाई1मग सटर

भी शा1मल ह

नौसचालन नयण क का म~य काय( त क आकड़ा

सचार जाल bवारा ाgtत सचनाओ को ससाधत करक

एक परभाषत नौसचालन सदश का नमा(ण करना

िजसम उपdह क अतर म कvय िथत समय

आयनमडलय ट-सशोधन एव अ[य सशोधत सचनाए

हो ह उनको त क अप-1लक टशन को भजना ह

(3) उपयोगकता खड - उपयोगकता( खड म उपभोSता

अपन नौसचालन अ1भdाह (रसीवर) क जरए भारतीय

भ- (भ1म वाय एव सम) म सह िथत नधा(रण

सवा सटक समय क जानकार ाgtत कर सकत ह

इस णाल bवारा विXवक िथत नधा(रण णाल

(जीपीएस) क समान दो कार क सवाए उपलBध कराई

जाएगी िजसम (1) सामा[य िथत नधा(रण सवा

जो सभी कार क उपभोSताओ को सरलता स उपलBध

31

होगी िजसम lt20 मी तक क यथाथ(ता अपvत ह

और (2) 1स1मत(Restricted) िथत नधा(रण सवा जो

1स1मत ाधकत उपभोSताओ को ह उपलBध होगी इस

सवा क यथाथ(ता सामा[य िथत नधा(रण सवा स कई

गना बहतर होगी इस सवा म थान (पोिजशन) क

अतरSत सटक समय क सचना भी शा1मल ह और

य सभी सकत एि[)gtटड िथत म होग इस सवा को

ाgtत करन क 1लए bव-आकत अ1भdाह का उपयोग

करना होगा

32

उपह सचार (SATCOM)

पछल चार दशक म हमन दश क सवागी वकास म

भारतीय अतर काय()म का भाव दखा ह इस

काय()म म उपdह सचार णा1लय क भ1मका अयत

महवपण( ह उपdह सचार ौbयोगक bवारा पवी क

वशाल म आथ(क PिDट स सती (LOW COST) एव

वXवसनीय सचार तथा सपक( |यवथा थापत क जा

सकती ह दश का समd वकास तभी सभव होगा जब

हम दश क दर-दराज क दग(म एव dामीण म

आपसी सचार तथा सपक( |यवथा कायम कर पायग

िजसम उपdह सचार ौbयोगक एक मा वXवसनीय

तकनीक ह आज हमार दश म इ[सट तथा जीसट

णी क अनक सचार उपdह dामसट वीआरएस

(Village Resources System) एव अ[य अनक

परयोजनाओ क अतग(त दरसचार दरदश(न सारण

1शा वाय भ1म जगल एव सम सवtण

33

उ[नत मौसम मानटरन आपित |यवथापन जसी

अनक जन-कqयाणकार सवधाए दान कर रह हc

भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) क

अहमदाबाद क (SAC) का एसएनएए उपdह सचार

अनयोग अतग(त व1भ[न णा1लया एव उपकरण क

वकास तथा नमा(ण काय( म काय(रत ह िजसम मख

ह-

(1) Iलट मानटरन णालः-

इ[सट-एमएसएस आधारत लट मानटरन णाल

(FMS) म~यतः दश क परवहन (सड़क रल सम)

म काय(रत व1भ[न सगठन उbयोग क आवXयकताओ

को यान म रख कर वकसीत क गई ह यह सचार

उपdह आधारत वय सचा1लत लट मानटरन णाल

ह िजसक सवाए भारतीय उपमहाbवीप उपरात

सागर म भी उपलBध ह परवहन सचालक अपन

लट क वत(मान अपिथत (पोिजशन) समय एव

उनक सामयक गत पर ऑन-लाइन नगरानी रखन क

1लए इस योग म ल सकत हc आकिमक परिथत

म लट bवारा सvgtत सदश (Short messages of 40

34

characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

35

सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

24

समय अ[य उपdह क अतर म वत(मान िथत

जानन क 1लए करता ह इन सकत का म~य उपयोग

अतर म उपdह क वत(मान िथत (लोकशन) एव

पवी पर अ1भdाह क बीच का दरमापन (रज) करना

ह न8नतम 4 उपdह bवारा ाgtत सकत स दरमापन

U)या सप[न करक अ1भdाह क सह थान क

सगणना क जाती ह

(2) नयण एव नगरानी खडः

च स~या-6

अतर म थापत सभी 24 उपdह पर नगरानी

रखन क 1लए पवी पर भमय रखा क आसपास 1

म~य नयण क एव 5 नगरानी भ-क (च स~या-

6) )मशः कोलोराडो एक[सन (Ascension) eडयागो

(Diego) Sवाजलन (Kwajalein) तथा हवाई (Hawaii) म

काय(रत ह य सभी भ-क णाल क सभी उपdह क

साथ नरतर सपक( बनाए रखत हc एक बहत ह

महवपण( काय( इस खड bवारा काया(ि[वत Uकया जाता

ह Uक मणका म घम रह सभी उपdह का अनवत(न

(EUकग) कर क उनक कीय िथत क सटक जाच

करना और उन पर िथत एट1मक Sलोक को

25

असशोधत कर क अगर उसम कछ टया ह तो उस

सधार कर म~य नयण क bवारा सभी उपdह को

पनः सारत करना ह िजसस यक उपdह क पास

उसक अतर म वातवक सह िथत एव समय क

जानकार उपलBध करायी जाती ह यह जानकार पवी

पर िथत जीपीएस अ1भdाह क 1लए बहत ह आवXयक

होती ह

3) योEता खडः

इसक अतग(त जीपीएस अ1भdाह (र1सवर) जो उपdह

bवारा सारत कट सकत को अपन सगणक bवारा

वXलषण करक पवी पर अपना निXचत थान और

समय क सचना ाgtत करत हc इस अ1भdाह का

उपयोग कोई भी सामा[य |यिSत आसानी स कर सकता

न8न1लVखत उपयोग हत जीपीएस णाल अयत

महवपण( 1स हई हः

1) स[य सवtण

2) भ-सवtण

3) नौ-सचालन (भ1म सागर एव वाय म)

4) भ-गतUकय अययन

5) वाहन यातायात (रल सडक) नयण एव बधन

6) ववध याxक नयण णा1लया

7) वXव म कह भी समय को समका1लन (1स)ोनाइज़)

करन क 1लए

8) विXवक भकप सनामी जसी ाकतक आपितय क

बधन म

26

भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल

ndash आईआरएनएसएस

उपdह नौसचालन णाल क बहहतक व1शDटताओ को

दखत हए वत(मान समय म इस णाल का कोई

वकqप नह ह जीपीएस क सवाए भारतीय भ- म

सरलता स उपलBध ह लUकन आपातकाल या य क

दौरान यह सवधा हम उपलBध ना हो या Uफर इस

णाल bवारा ाgtत सचनाओ को टज[य भी Uकया जा

सकता ह SयUक यह णाल सपण(तः अमरका क

रा वभाग bवारा नयxत ह सvgtत म कहा जाय

तो आपातकाल म जीपीएस क सवाए सदहापद ह

उपरोSत वात को यान म रखत हए भारत (इसरो) भी

दश क नौसचालनय आवXयकता को (सनक तथा

असनक सभी) को परा करन क 1लए सपण(तः वायत

एव वनयxत ीय नौसचालन उपdह णाल-

आईआरएनएसएस थापत करन जा रहा ह जो

भारतीय उपमहाbवीप म व1भ[न उपयोगकता(ओ को

27

सह यथाथ(ता स थान-नधा(रण नौसचालन एव समय

क सचना जसी आवXयक सवाए दान करगी बाद म

अतरSत घटक को शा1मल करन क सामय(ता स इस

वतारत भी Uकया जा सकता ह िजसस पडोसी

को उपरोSत यथाथ(ता स नौसचालन सवाए दान क जा

सक

नFपादन उGltय

bull दश क नौसचालनय आवXयकता को को परा

करन क 1लए सपण(तः वायत एव वनयxत

ीय नौसचालन उपdह णाल का अ1भकqपन

वकास एव काया([वयन

bull उRच यथाथ(ता स थान-नधा(रण (lt 20 मीटर)

एव समय क सचना (lt10-20 ननो सकड)

bull आयनमडलय सशोधन क साथ सभी ऋत म

चालन

bull उRचतम उपलBधता (24 X 7) 999

bull भारतीय भ- उपरात 1500 Uक मी क

आसपास म भी उRच यथाथ(ता स

नौसचालन सवा उपलBध

bull बाद म इसक सवा को )मशः वतत भी

Uकया जाएगा िजसस पडोसी को उपरोSत

यथाथ(ता स नौसचालन सवधा उपलBध हो सक

इस तावत ीय नौसचालन णाल क म~य तीन

भाग ह -

1 अतर खड (पस सगमट)

28

2 भ1म खड (dाउड सगमट)

3 उपयोगकता( खड (यजर सगमट)

(1) अतर खड - Uकसी भी अतर आधारत

नौसचालन णाल म उपयोग कता( को िथतनधा(रण

U)या हत [यनतम चार उपdह क नरतर PDयता

अयावXयक ह इस1लए व1भ[न उपdहय तारमडल

का अययन Uकया गया अनक वकqप सोच गए

उनका क8gtयटर 1स8यलशन भी Uकया गया कम

लागत सरल चालन उपयोगकता( को पाई जान वाल

यथाथ(ता एव सवा को यान म रखन हए गहन

अययन क पXचात इस तावत नौसचालन णाल क

1लए सात उपdह का तारामडल निXचत Uकया गया

िजसम तीन उपdह भ-िथर मणका (GEO) म

)मश 34deg83deg132deg रखाश पर थापत Uकए जाएग

शष चार उपdह म स दो उपdह भ-तqयकाल मण

का (GSO) म 55deg अाश पर और अ[य दो 111deg

अाश पर 29deg झकाव क साथ थापत Uकए जाएग

इस कार क Wया1मतय सरचना स सात उपdह

नरतर भारतीय भ- (सवा ) म उपयोगकता(ओ को

िथत नधा(रण U)या हत हमशा PDटमान रहग इस

तारामडलय सरचना स 30 स बहतर क जीडीओपी

(GDOP) ािgtत भी सनिXचत क गई ह इन सभी

उपdह को भारतीय वीय उपdह पण यान

(पीएसएलवी) bवारा सतीश धवन उपdह क

29

(ीहरकोटा) स अतर भ-थानातरण मणका म

पत Uकया जाएगा

उपह स8पण - इस णाल क सभी सात उपdह क

सरचना एक समान होगी दायभार एव अ[य सभी

उपकरण इसरो क कqपना बस म वशष नौसचालन

अ1भयान हत आवXयक परवत(न करक समि[वत Uकया

गया ह उपdह का उथापन वजन (Lift of Mass)

1425 Uकdा क साथ-साथ शDक वजन (Dry Mass)

616 Uकdा होगा सौर पनल का 215 मीX18

मी रखा गया ह जो 1268 वॉट पावर ऊजा( दगा

dहण क दौरान ऊजा( पत ( क 1लए 64 Ah Li-ion बटर

भी रखी गई ह इन सभी उपdह को भ1म-खड िथत

सवा म वतरत नयण क bग bवारा नरतर

मॉनीटर Uकया जाएगा

(2) भ म खड- भ1म खड म~यत अतर म उपdह

तारामडल का नयण सचालन एव नौसचालन

आकड़ नमा(ण करन क 1लए अवरत काय(

करगा इस भ1म खड म न8न1लVखत आवXयक

सवधाए होगी

1 उपdह नयण क

2 नौसचालन नयण क

3 परासन क (सीडीएमए एव लसर परासन)

4 समय एव आकड़ा उव(-कड़ी टशन

5 आकड़ा सचार जाल

30

उपdह क अतर म सह िथत उनक का

सबधी ताजा-सचनाए ािgtत क 1लए दर1मत-दरादश

एव आयनमडलय मॉडलग सशोधन U)या क 1लए

20 परास एव इटdीट मॉनीटरग टशन (IRIMs)

सपण( सवा म वतरत Uकए जाएग िजनम 6

सीडीममए परासन 1 लसर परासन क bग एव 1

परमािवक घड़ी स सिWजत नटवक( टाई1मग सटर

भी शा1मल ह

नौसचालन नयण क का म~य काय( त क आकड़ा

सचार जाल bवारा ाgtत सचनाओ को ससाधत करक

एक परभाषत नौसचालन सदश का नमा(ण करना

िजसम उपdह क अतर म कvय िथत समय

आयनमडलय ट-सशोधन एव अ[य सशोधत सचनाए

हो ह उनको त क अप-1लक टशन को भजना ह

(3) उपयोगकता खड - उपयोगकता( खड म उपभोSता

अपन नौसचालन अ1भdाह (रसीवर) क जरए भारतीय

भ- (भ1म वाय एव सम) म सह िथत नधा(रण

सवा सटक समय क जानकार ाgtत कर सकत ह

इस णाल bवारा विXवक िथत नधा(रण णाल

(जीपीएस) क समान दो कार क सवाए उपलBध कराई

जाएगी िजसम (1) सामा[य िथत नधा(रण सवा

जो सभी कार क उपभोSताओ को सरलता स उपलBध

31

होगी िजसम lt20 मी तक क यथाथ(ता अपvत ह

और (2) 1स1मत(Restricted) िथत नधा(रण सवा जो

1स1मत ाधकत उपभोSताओ को ह उपलBध होगी इस

सवा क यथाथ(ता सामा[य िथत नधा(रण सवा स कई

गना बहतर होगी इस सवा म थान (पोिजशन) क

अतरSत सटक समय क सचना भी शा1मल ह और

य सभी सकत एि[)gtटड िथत म होग इस सवा को

ाgtत करन क 1लए bव-आकत अ1भdाह का उपयोग

करना होगा

32

उपह सचार (SATCOM)

पछल चार दशक म हमन दश क सवागी वकास म

भारतीय अतर काय()म का भाव दखा ह इस

काय()म म उपdह सचार णा1लय क भ1मका अयत

महवपण( ह उपdह सचार ौbयोगक bवारा पवी क

वशाल म आथ(क PिDट स सती (LOW COST) एव

वXवसनीय सचार तथा सपक( |यवथा थापत क जा

सकती ह दश का समd वकास तभी सभव होगा जब

हम दश क दर-दराज क दग(म एव dामीण म

आपसी सचार तथा सपक( |यवथा कायम कर पायग

िजसम उपdह सचार ौbयोगक एक मा वXवसनीय

तकनीक ह आज हमार दश म इ[सट तथा जीसट

णी क अनक सचार उपdह dामसट वीआरएस

(Village Resources System) एव अ[य अनक

परयोजनाओ क अतग(त दरसचार दरदश(न सारण

1शा वाय भ1म जगल एव सम सवtण

33

उ[नत मौसम मानटरन आपित |यवथापन जसी

अनक जन-कqयाणकार सवधाए दान कर रह हc

भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) क

अहमदाबाद क (SAC) का एसएनएए उपdह सचार

अनयोग अतग(त व1भ[न णा1लया एव उपकरण क

वकास तथा नमा(ण काय( म काय(रत ह िजसम मख

ह-

(1) Iलट मानटरन णालः-

इ[सट-एमएसएस आधारत लट मानटरन णाल

(FMS) म~यतः दश क परवहन (सड़क रल सम)

म काय(रत व1भ[न सगठन उbयोग क आवXयकताओ

को यान म रख कर वकसीत क गई ह यह सचार

उपdह आधारत वय सचा1लत लट मानटरन णाल

ह िजसक सवाए भारतीय उपमहाbवीप उपरात

सागर म भी उपलBध ह परवहन सचालक अपन

लट क वत(मान अपिथत (पोिजशन) समय एव

उनक सामयक गत पर ऑन-लाइन नगरानी रखन क

1लए इस योग म ल सकत हc आकिमक परिथत

म लट bवारा सvgtत सदश (Short messages of 40

34

characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

35

सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

25

असशोधत कर क अगर उसम कछ टया ह तो उस

सधार कर म~य नयण क bवारा सभी उपdह को

पनः सारत करना ह िजसस यक उपdह क पास

उसक अतर म वातवक सह िथत एव समय क

जानकार उपलBध करायी जाती ह यह जानकार पवी

पर िथत जीपीएस अ1भdाह क 1लए बहत ह आवXयक

होती ह

3) योEता खडः

इसक अतग(त जीपीएस अ1भdाह (र1सवर) जो उपdह

bवारा सारत कट सकत को अपन सगणक bवारा

वXलषण करक पवी पर अपना निXचत थान और

समय क सचना ाgtत करत हc इस अ1भdाह का

उपयोग कोई भी सामा[य |यिSत आसानी स कर सकता

न8न1लVखत उपयोग हत जीपीएस णाल अयत

महवपण( 1स हई हः

1) स[य सवtण

2) भ-सवtण

3) नौ-सचालन (भ1म सागर एव वाय म)

4) भ-गतUकय अययन

5) वाहन यातायात (रल सडक) नयण एव बधन

6) ववध याxक नयण णा1लया

7) वXव म कह भी समय को समका1लन (1स)ोनाइज़)

करन क 1लए

8) विXवक भकप सनामी जसी ाकतक आपितय क

बधन म

26

भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल

ndash आईआरएनएसएस

उपdह नौसचालन णाल क बहहतक व1शDटताओ को

दखत हए वत(मान समय म इस णाल का कोई

वकqप नह ह जीपीएस क सवाए भारतीय भ- म

सरलता स उपलBध ह लUकन आपातकाल या य क

दौरान यह सवधा हम उपलBध ना हो या Uफर इस

णाल bवारा ाgtत सचनाओ को टज[य भी Uकया जा

सकता ह SयUक यह णाल सपण(तः अमरका क

रा वभाग bवारा नयxत ह सvgtत म कहा जाय

तो आपातकाल म जीपीएस क सवाए सदहापद ह

उपरोSत वात को यान म रखत हए भारत (इसरो) भी

दश क नौसचालनय आवXयकता को (सनक तथा

असनक सभी) को परा करन क 1लए सपण(तः वायत

एव वनयxत ीय नौसचालन उपdह णाल-

आईआरएनएसएस थापत करन जा रहा ह जो

भारतीय उपमहाbवीप म व1भ[न उपयोगकता(ओ को

27

सह यथाथ(ता स थान-नधा(रण नौसचालन एव समय

क सचना जसी आवXयक सवाए दान करगी बाद म

अतरSत घटक को शा1मल करन क सामय(ता स इस

वतारत भी Uकया जा सकता ह िजसस पडोसी

को उपरोSत यथाथ(ता स नौसचालन सवाए दान क जा

सक

नFपादन उGltय

bull दश क नौसचालनय आवXयकता को को परा

करन क 1लए सपण(तः वायत एव वनयxत

ीय नौसचालन उपdह णाल का अ1भकqपन

वकास एव काया([वयन

bull उRच यथाथ(ता स थान-नधा(रण (lt 20 मीटर)

एव समय क सचना (lt10-20 ननो सकड)

bull आयनमडलय सशोधन क साथ सभी ऋत म

चालन

bull उRचतम उपलBधता (24 X 7) 999

bull भारतीय भ- उपरात 1500 Uक मी क

आसपास म भी उRच यथाथ(ता स

नौसचालन सवा उपलBध

bull बाद म इसक सवा को )मशः वतत भी

Uकया जाएगा िजसस पडोसी को उपरोSत

यथाथ(ता स नौसचालन सवधा उपलBध हो सक

इस तावत ीय नौसचालन णाल क म~य तीन

भाग ह -

1 अतर खड (पस सगमट)

28

2 भ1म खड (dाउड सगमट)

3 उपयोगकता( खड (यजर सगमट)

(1) अतर खड - Uकसी भी अतर आधारत

नौसचालन णाल म उपयोग कता( को िथतनधा(रण

U)या हत [यनतम चार उपdह क नरतर PDयता

अयावXयक ह इस1लए व1भ[न उपdहय तारमडल

का अययन Uकया गया अनक वकqप सोच गए

उनका क8gtयटर 1स8यलशन भी Uकया गया कम

लागत सरल चालन उपयोगकता( को पाई जान वाल

यथाथ(ता एव सवा को यान म रखन हए गहन

अययन क पXचात इस तावत नौसचालन णाल क

1लए सात उपdह का तारामडल निXचत Uकया गया

िजसम तीन उपdह भ-िथर मणका (GEO) म

)मश 34deg83deg132deg रखाश पर थापत Uकए जाएग

शष चार उपdह म स दो उपdह भ-तqयकाल मण

का (GSO) म 55deg अाश पर और अ[य दो 111deg

अाश पर 29deg झकाव क साथ थापत Uकए जाएग

इस कार क Wया1मतय सरचना स सात उपdह

नरतर भारतीय भ- (सवा ) म उपयोगकता(ओ को

िथत नधा(रण U)या हत हमशा PDटमान रहग इस

तारामडलय सरचना स 30 स बहतर क जीडीओपी

(GDOP) ािgtत भी सनिXचत क गई ह इन सभी

उपdह को भारतीय वीय उपdह पण यान

(पीएसएलवी) bवारा सतीश धवन उपdह क

29

(ीहरकोटा) स अतर भ-थानातरण मणका म

पत Uकया जाएगा

उपह स8पण - इस णाल क सभी सात उपdह क

सरचना एक समान होगी दायभार एव अ[य सभी

उपकरण इसरो क कqपना बस म वशष नौसचालन

अ1भयान हत आवXयक परवत(न करक समि[वत Uकया

गया ह उपdह का उथापन वजन (Lift of Mass)

1425 Uकdा क साथ-साथ शDक वजन (Dry Mass)

616 Uकdा होगा सौर पनल का 215 मीX18

मी रखा गया ह जो 1268 वॉट पावर ऊजा( दगा

dहण क दौरान ऊजा( पत ( क 1लए 64 Ah Li-ion बटर

भी रखी गई ह इन सभी उपdह को भ1म-खड िथत

सवा म वतरत नयण क bग bवारा नरतर

मॉनीटर Uकया जाएगा

(2) भ म खड- भ1म खड म~यत अतर म उपdह

तारामडल का नयण सचालन एव नौसचालन

आकड़ नमा(ण करन क 1लए अवरत काय(

करगा इस भ1म खड म न8न1लVखत आवXयक

सवधाए होगी

1 उपdह नयण क

2 नौसचालन नयण क

3 परासन क (सीडीएमए एव लसर परासन)

4 समय एव आकड़ा उव(-कड़ी टशन

5 आकड़ा सचार जाल

30

उपdह क अतर म सह िथत उनक का

सबधी ताजा-सचनाए ािgtत क 1लए दर1मत-दरादश

एव आयनमडलय मॉडलग सशोधन U)या क 1लए

20 परास एव इटdीट मॉनीटरग टशन (IRIMs)

सपण( सवा म वतरत Uकए जाएग िजनम 6

सीडीममए परासन 1 लसर परासन क bग एव 1

परमािवक घड़ी स सिWजत नटवक( टाई1मग सटर

भी शा1मल ह

नौसचालन नयण क का म~य काय( त क आकड़ा

सचार जाल bवारा ाgtत सचनाओ को ससाधत करक

एक परभाषत नौसचालन सदश का नमा(ण करना

िजसम उपdह क अतर म कvय िथत समय

आयनमडलय ट-सशोधन एव अ[य सशोधत सचनाए

हो ह उनको त क अप-1लक टशन को भजना ह

(3) उपयोगकता खड - उपयोगकता( खड म उपभोSता

अपन नौसचालन अ1भdाह (रसीवर) क जरए भारतीय

भ- (भ1म वाय एव सम) म सह िथत नधा(रण

सवा सटक समय क जानकार ाgtत कर सकत ह

इस णाल bवारा विXवक िथत नधा(रण णाल

(जीपीएस) क समान दो कार क सवाए उपलBध कराई

जाएगी िजसम (1) सामा[य िथत नधा(रण सवा

जो सभी कार क उपभोSताओ को सरलता स उपलBध

31

होगी िजसम lt20 मी तक क यथाथ(ता अपvत ह

और (2) 1स1मत(Restricted) िथत नधा(रण सवा जो

1स1मत ाधकत उपभोSताओ को ह उपलBध होगी इस

सवा क यथाथ(ता सामा[य िथत नधा(रण सवा स कई

गना बहतर होगी इस सवा म थान (पोिजशन) क

अतरSत सटक समय क सचना भी शा1मल ह और

य सभी सकत एि[)gtटड िथत म होग इस सवा को

ाgtत करन क 1लए bव-आकत अ1भdाह का उपयोग

करना होगा

32

उपह सचार (SATCOM)

पछल चार दशक म हमन दश क सवागी वकास म

भारतीय अतर काय()म का भाव दखा ह इस

काय()म म उपdह सचार णा1लय क भ1मका अयत

महवपण( ह उपdह सचार ौbयोगक bवारा पवी क

वशाल म आथ(क PिDट स सती (LOW COST) एव

वXवसनीय सचार तथा सपक( |यवथा थापत क जा

सकती ह दश का समd वकास तभी सभव होगा जब

हम दश क दर-दराज क दग(म एव dामीण म

आपसी सचार तथा सपक( |यवथा कायम कर पायग

िजसम उपdह सचार ौbयोगक एक मा वXवसनीय

तकनीक ह आज हमार दश म इ[सट तथा जीसट

णी क अनक सचार उपdह dामसट वीआरएस

(Village Resources System) एव अ[य अनक

परयोजनाओ क अतग(त दरसचार दरदश(न सारण

1शा वाय भ1म जगल एव सम सवtण

33

उ[नत मौसम मानटरन आपित |यवथापन जसी

अनक जन-कqयाणकार सवधाए दान कर रह हc

भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) क

अहमदाबाद क (SAC) का एसएनएए उपdह सचार

अनयोग अतग(त व1भ[न णा1लया एव उपकरण क

वकास तथा नमा(ण काय( म काय(रत ह िजसम मख

ह-

(1) Iलट मानटरन णालः-

इ[सट-एमएसएस आधारत लट मानटरन णाल

(FMS) म~यतः दश क परवहन (सड़क रल सम)

म काय(रत व1भ[न सगठन उbयोग क आवXयकताओ

को यान म रख कर वकसीत क गई ह यह सचार

उपdह आधारत वय सचा1लत लट मानटरन णाल

ह िजसक सवाए भारतीय उपमहाbवीप उपरात

सागर म भी उपलBध ह परवहन सचालक अपन

लट क वत(मान अपिथत (पोिजशन) समय एव

उनक सामयक गत पर ऑन-लाइन नगरानी रखन क

1लए इस योग म ल सकत हc आकिमक परिथत

म लट bवारा सvgtत सदश (Short messages of 40

34

characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

35

सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

26

भारतीय ीय नौसचालन उपdह णाल

ndash आईआरएनएसएस

उपdह नौसचालन णाल क बहहतक व1शDटताओ को

दखत हए वत(मान समय म इस णाल का कोई

वकqप नह ह जीपीएस क सवाए भारतीय भ- म

सरलता स उपलBध ह लUकन आपातकाल या य क

दौरान यह सवधा हम उपलBध ना हो या Uफर इस

णाल bवारा ाgtत सचनाओ को टज[य भी Uकया जा

सकता ह SयUक यह णाल सपण(तः अमरका क

रा वभाग bवारा नयxत ह सvgtत म कहा जाय

तो आपातकाल म जीपीएस क सवाए सदहापद ह

उपरोSत वात को यान म रखत हए भारत (इसरो) भी

दश क नौसचालनय आवXयकता को (सनक तथा

असनक सभी) को परा करन क 1लए सपण(तः वायत

एव वनयxत ीय नौसचालन उपdह णाल-

आईआरएनएसएस थापत करन जा रहा ह जो

भारतीय उपमहाbवीप म व1भ[न उपयोगकता(ओ को

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सह यथाथ(ता स थान-नधा(रण नौसचालन एव समय

क सचना जसी आवXयक सवाए दान करगी बाद म

अतरSत घटक को शा1मल करन क सामय(ता स इस

वतारत भी Uकया जा सकता ह िजसस पडोसी

को उपरोSत यथाथ(ता स नौसचालन सवाए दान क जा

सक

नFपादन उGltय

bull दश क नौसचालनय आवXयकता को को परा

करन क 1लए सपण(तः वायत एव वनयxत

ीय नौसचालन उपdह णाल का अ1भकqपन

वकास एव काया([वयन

bull उRच यथाथ(ता स थान-नधा(रण (lt 20 मीटर)

एव समय क सचना (lt10-20 ननो सकड)

bull आयनमडलय सशोधन क साथ सभी ऋत म

चालन

bull उRचतम उपलBधता (24 X 7) 999

bull भारतीय भ- उपरात 1500 Uक मी क

आसपास म भी उRच यथाथ(ता स

नौसचालन सवा उपलBध

bull बाद म इसक सवा को )मशः वतत भी

Uकया जाएगा िजसस पडोसी को उपरोSत

यथाथ(ता स नौसचालन सवधा उपलBध हो सक

इस तावत ीय नौसचालन णाल क म~य तीन

भाग ह -

1 अतर खड (पस सगमट)

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2 भ1म खड (dाउड सगमट)

3 उपयोगकता( खड (यजर सगमट)

(1) अतर खड - Uकसी भी अतर आधारत

नौसचालन णाल म उपयोग कता( को िथतनधा(रण

U)या हत [यनतम चार उपdह क नरतर PDयता

अयावXयक ह इस1लए व1भ[न उपdहय तारमडल

का अययन Uकया गया अनक वकqप सोच गए

उनका क8gtयटर 1स8यलशन भी Uकया गया कम

लागत सरल चालन उपयोगकता( को पाई जान वाल

यथाथ(ता एव सवा को यान म रखन हए गहन

अययन क पXचात इस तावत नौसचालन णाल क

1लए सात उपdह का तारामडल निXचत Uकया गया

िजसम तीन उपdह भ-िथर मणका (GEO) म

)मश 34deg83deg132deg रखाश पर थापत Uकए जाएग

शष चार उपdह म स दो उपdह भ-तqयकाल मण

का (GSO) म 55deg अाश पर और अ[य दो 111deg

अाश पर 29deg झकाव क साथ थापत Uकए जाएग

इस कार क Wया1मतय सरचना स सात उपdह

नरतर भारतीय भ- (सवा ) म उपयोगकता(ओ को

िथत नधा(रण U)या हत हमशा PDटमान रहग इस

तारामडलय सरचना स 30 स बहतर क जीडीओपी

(GDOP) ािgtत भी सनिXचत क गई ह इन सभी

उपdह को भारतीय वीय उपdह पण यान

(पीएसएलवी) bवारा सतीश धवन उपdह क

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(ीहरकोटा) स अतर भ-थानातरण मणका म

पत Uकया जाएगा

उपह स8पण - इस णाल क सभी सात उपdह क

सरचना एक समान होगी दायभार एव अ[य सभी

उपकरण इसरो क कqपना बस म वशष नौसचालन

अ1भयान हत आवXयक परवत(न करक समि[वत Uकया

गया ह उपdह का उथापन वजन (Lift of Mass)

1425 Uकdा क साथ-साथ शDक वजन (Dry Mass)

616 Uकdा होगा सौर पनल का 215 मीX18

मी रखा गया ह जो 1268 वॉट पावर ऊजा( दगा

dहण क दौरान ऊजा( पत ( क 1लए 64 Ah Li-ion बटर

भी रखी गई ह इन सभी उपdह को भ1म-खड िथत

सवा म वतरत नयण क bग bवारा नरतर

मॉनीटर Uकया जाएगा

(2) भ म खड- भ1म खड म~यत अतर म उपdह

तारामडल का नयण सचालन एव नौसचालन

आकड़ नमा(ण करन क 1लए अवरत काय(

करगा इस भ1म खड म न8न1लVखत आवXयक

सवधाए होगी

1 उपdह नयण क

2 नौसचालन नयण क

3 परासन क (सीडीएमए एव लसर परासन)

4 समय एव आकड़ा उव(-कड़ी टशन

5 आकड़ा सचार जाल

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उपdह क अतर म सह िथत उनक का

सबधी ताजा-सचनाए ािgtत क 1लए दर1मत-दरादश

एव आयनमडलय मॉडलग सशोधन U)या क 1लए

20 परास एव इटdीट मॉनीटरग टशन (IRIMs)

सपण( सवा म वतरत Uकए जाएग िजनम 6

सीडीममए परासन 1 लसर परासन क bग एव 1

परमािवक घड़ी स सिWजत नटवक( टाई1मग सटर

भी शा1मल ह

नौसचालन नयण क का म~य काय( त क आकड़ा

सचार जाल bवारा ाgtत सचनाओ को ससाधत करक

एक परभाषत नौसचालन सदश का नमा(ण करना

िजसम उपdह क अतर म कvय िथत समय

आयनमडलय ट-सशोधन एव अ[य सशोधत सचनाए

हो ह उनको त क अप-1लक टशन को भजना ह

(3) उपयोगकता खड - उपयोगकता( खड म उपभोSता

अपन नौसचालन अ1भdाह (रसीवर) क जरए भारतीय

भ- (भ1म वाय एव सम) म सह िथत नधा(रण

सवा सटक समय क जानकार ाgtत कर सकत ह

इस णाल bवारा विXवक िथत नधा(रण णाल

(जीपीएस) क समान दो कार क सवाए उपलBध कराई

जाएगी िजसम (1) सामा[य िथत नधा(रण सवा

जो सभी कार क उपभोSताओ को सरलता स उपलBध

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होगी िजसम lt20 मी तक क यथाथ(ता अपvत ह

और (2) 1स1मत(Restricted) िथत नधा(रण सवा जो

1स1मत ाधकत उपभोSताओ को ह उपलBध होगी इस

सवा क यथाथ(ता सामा[य िथत नधा(रण सवा स कई

गना बहतर होगी इस सवा म थान (पोिजशन) क

अतरSत सटक समय क सचना भी शा1मल ह और

य सभी सकत एि[)gtटड िथत म होग इस सवा को

ाgtत करन क 1लए bव-आकत अ1भdाह का उपयोग

करना होगा

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उपह सचार (SATCOM)

पछल चार दशक म हमन दश क सवागी वकास म

भारतीय अतर काय()म का भाव दखा ह इस

काय()म म उपdह सचार णा1लय क भ1मका अयत

महवपण( ह उपdह सचार ौbयोगक bवारा पवी क

वशाल म आथ(क PिDट स सती (LOW COST) एव

वXवसनीय सचार तथा सपक( |यवथा थापत क जा

सकती ह दश का समd वकास तभी सभव होगा जब

हम दश क दर-दराज क दग(म एव dामीण म

आपसी सचार तथा सपक( |यवथा कायम कर पायग

िजसम उपdह सचार ौbयोगक एक मा वXवसनीय

तकनीक ह आज हमार दश म इ[सट तथा जीसट

णी क अनक सचार उपdह dामसट वीआरएस

(Village Resources System) एव अ[य अनक

परयोजनाओ क अतग(त दरसचार दरदश(न सारण

1शा वाय भ1म जगल एव सम सवtण

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उ[नत मौसम मानटरन आपित |यवथापन जसी

अनक जन-कqयाणकार सवधाए दान कर रह हc

भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) क

अहमदाबाद क (SAC) का एसएनएए उपdह सचार

अनयोग अतग(त व1भ[न णा1लया एव उपकरण क

वकास तथा नमा(ण काय( म काय(रत ह िजसम मख

ह-

(1) Iलट मानटरन णालः-

इ[सट-एमएसएस आधारत लट मानटरन णाल

(FMS) म~यतः दश क परवहन (सड़क रल सम)

म काय(रत व1भ[न सगठन उbयोग क आवXयकताओ

को यान म रख कर वकसीत क गई ह यह सचार

उपdह आधारत वय सचा1लत लट मानटरन णाल

ह िजसक सवाए भारतीय उपमहाbवीप उपरात

सागर म भी उपलBध ह परवहन सचालक अपन

लट क वत(मान अपिथत (पोिजशन) समय एव

उनक सामयक गत पर ऑन-लाइन नगरानी रखन क

1लए इस योग म ल सकत हc आकिमक परिथत

म लट bवारा सvgtत सदश (Short messages of 40

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characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

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सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

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और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

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ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

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वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

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वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

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(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

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सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

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(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

27

सह यथाथ(ता स थान-नधा(रण नौसचालन एव समय

क सचना जसी आवXयक सवाए दान करगी बाद म

अतरSत घटक को शा1मल करन क सामय(ता स इस

वतारत भी Uकया जा सकता ह िजसस पडोसी

को उपरोSत यथाथ(ता स नौसचालन सवाए दान क जा

सक

नFपादन उGltय

bull दश क नौसचालनय आवXयकता को को परा

करन क 1लए सपण(तः वायत एव वनयxत

ीय नौसचालन उपdह णाल का अ1भकqपन

वकास एव काया([वयन

bull उRच यथाथ(ता स थान-नधा(रण (lt 20 मीटर)

एव समय क सचना (lt10-20 ननो सकड)

bull आयनमडलय सशोधन क साथ सभी ऋत म

चालन

bull उRचतम उपलBधता (24 X 7) 999

bull भारतीय भ- उपरात 1500 Uक मी क

आसपास म भी उRच यथाथ(ता स

नौसचालन सवा उपलBध

bull बाद म इसक सवा को )मशः वतत भी

Uकया जाएगा िजसस पडोसी को उपरोSत

यथाथ(ता स नौसचालन सवधा उपलBध हो सक

इस तावत ीय नौसचालन णाल क म~य तीन

भाग ह -

1 अतर खड (पस सगमट)

28

2 भ1म खड (dाउड सगमट)

3 उपयोगकता( खड (यजर सगमट)

(1) अतर खड - Uकसी भी अतर आधारत

नौसचालन णाल म उपयोग कता( को िथतनधा(रण

U)या हत [यनतम चार उपdह क नरतर PDयता

अयावXयक ह इस1लए व1भ[न उपdहय तारमडल

का अययन Uकया गया अनक वकqप सोच गए

उनका क8gtयटर 1स8यलशन भी Uकया गया कम

लागत सरल चालन उपयोगकता( को पाई जान वाल

यथाथ(ता एव सवा को यान म रखन हए गहन

अययन क पXचात इस तावत नौसचालन णाल क

1लए सात उपdह का तारामडल निXचत Uकया गया

िजसम तीन उपdह भ-िथर मणका (GEO) म

)मश 34deg83deg132deg रखाश पर थापत Uकए जाएग

शष चार उपdह म स दो उपdह भ-तqयकाल मण

का (GSO) म 55deg अाश पर और अ[य दो 111deg

अाश पर 29deg झकाव क साथ थापत Uकए जाएग

इस कार क Wया1मतय सरचना स सात उपdह

नरतर भारतीय भ- (सवा ) म उपयोगकता(ओ को

िथत नधा(रण U)या हत हमशा PDटमान रहग इस

तारामडलय सरचना स 30 स बहतर क जीडीओपी

(GDOP) ािgtत भी सनिXचत क गई ह इन सभी

उपdह को भारतीय वीय उपdह पण यान

(पीएसएलवी) bवारा सतीश धवन उपdह क

29

(ीहरकोटा) स अतर भ-थानातरण मणका म

पत Uकया जाएगा

उपह स8पण - इस णाल क सभी सात उपdह क

सरचना एक समान होगी दायभार एव अ[य सभी

उपकरण इसरो क कqपना बस म वशष नौसचालन

अ1भयान हत आवXयक परवत(न करक समि[वत Uकया

गया ह उपdह का उथापन वजन (Lift of Mass)

1425 Uकdा क साथ-साथ शDक वजन (Dry Mass)

616 Uकdा होगा सौर पनल का 215 मीX18

मी रखा गया ह जो 1268 वॉट पावर ऊजा( दगा

dहण क दौरान ऊजा( पत ( क 1लए 64 Ah Li-ion बटर

भी रखी गई ह इन सभी उपdह को भ1म-खड िथत

सवा म वतरत नयण क bग bवारा नरतर

मॉनीटर Uकया जाएगा

(2) भ म खड- भ1म खड म~यत अतर म उपdह

तारामडल का नयण सचालन एव नौसचालन

आकड़ नमा(ण करन क 1लए अवरत काय(

करगा इस भ1म खड म न8न1लVखत आवXयक

सवधाए होगी

1 उपdह नयण क

2 नौसचालन नयण क

3 परासन क (सीडीएमए एव लसर परासन)

4 समय एव आकड़ा उव(-कड़ी टशन

5 आकड़ा सचार जाल

30

उपdह क अतर म सह िथत उनक का

सबधी ताजा-सचनाए ािgtत क 1लए दर1मत-दरादश

एव आयनमडलय मॉडलग सशोधन U)या क 1लए

20 परास एव इटdीट मॉनीटरग टशन (IRIMs)

सपण( सवा म वतरत Uकए जाएग िजनम 6

सीडीममए परासन 1 लसर परासन क bग एव 1

परमािवक घड़ी स सिWजत नटवक( टाई1मग सटर

भी शा1मल ह

नौसचालन नयण क का म~य काय( त क आकड़ा

सचार जाल bवारा ाgtत सचनाओ को ससाधत करक

एक परभाषत नौसचालन सदश का नमा(ण करना

िजसम उपdह क अतर म कvय िथत समय

आयनमडलय ट-सशोधन एव अ[य सशोधत सचनाए

हो ह उनको त क अप-1लक टशन को भजना ह

(3) उपयोगकता खड - उपयोगकता( खड म उपभोSता

अपन नौसचालन अ1भdाह (रसीवर) क जरए भारतीय

भ- (भ1म वाय एव सम) म सह िथत नधा(रण

सवा सटक समय क जानकार ाgtत कर सकत ह

इस णाल bवारा विXवक िथत नधा(रण णाल

(जीपीएस) क समान दो कार क सवाए उपलBध कराई

जाएगी िजसम (1) सामा[य िथत नधा(रण सवा

जो सभी कार क उपभोSताओ को सरलता स उपलBध

31

होगी िजसम lt20 मी तक क यथाथ(ता अपvत ह

और (2) 1स1मत(Restricted) िथत नधा(रण सवा जो

1स1मत ाधकत उपभोSताओ को ह उपलBध होगी इस

सवा क यथाथ(ता सामा[य िथत नधा(रण सवा स कई

गना बहतर होगी इस सवा म थान (पोिजशन) क

अतरSत सटक समय क सचना भी शा1मल ह और

य सभी सकत एि[)gtटड िथत म होग इस सवा को

ाgtत करन क 1लए bव-आकत अ1भdाह का उपयोग

करना होगा

32

उपह सचार (SATCOM)

पछल चार दशक म हमन दश क सवागी वकास म

भारतीय अतर काय()म का भाव दखा ह इस

काय()म म उपdह सचार णा1लय क भ1मका अयत

महवपण( ह उपdह सचार ौbयोगक bवारा पवी क

वशाल म आथ(क PिDट स सती (LOW COST) एव

वXवसनीय सचार तथा सपक( |यवथा थापत क जा

सकती ह दश का समd वकास तभी सभव होगा जब

हम दश क दर-दराज क दग(म एव dामीण म

आपसी सचार तथा सपक( |यवथा कायम कर पायग

िजसम उपdह सचार ौbयोगक एक मा वXवसनीय

तकनीक ह आज हमार दश म इ[सट तथा जीसट

णी क अनक सचार उपdह dामसट वीआरएस

(Village Resources System) एव अ[य अनक

परयोजनाओ क अतग(त दरसचार दरदश(न सारण

1शा वाय भ1म जगल एव सम सवtण

33

उ[नत मौसम मानटरन आपित |यवथापन जसी

अनक जन-कqयाणकार सवधाए दान कर रह हc

भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) क

अहमदाबाद क (SAC) का एसएनएए उपdह सचार

अनयोग अतग(त व1भ[न णा1लया एव उपकरण क

वकास तथा नमा(ण काय( म काय(रत ह िजसम मख

ह-

(1) Iलट मानटरन णालः-

इ[सट-एमएसएस आधारत लट मानटरन णाल

(FMS) म~यतः दश क परवहन (सड़क रल सम)

म काय(रत व1भ[न सगठन उbयोग क आवXयकताओ

को यान म रख कर वकसीत क गई ह यह सचार

उपdह आधारत वय सचा1लत लट मानटरन णाल

ह िजसक सवाए भारतीय उपमहाbवीप उपरात

सागर म भी उपलBध ह परवहन सचालक अपन

लट क वत(मान अपिथत (पोिजशन) समय एव

उनक सामयक गत पर ऑन-लाइन नगरानी रखन क

1लए इस योग म ल सकत हc आकिमक परिथत

म लट bवारा सvgtत सदश (Short messages of 40

34

characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

35

सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

28

2 भ1म खड (dाउड सगमट)

3 उपयोगकता( खड (यजर सगमट)

(1) अतर खड - Uकसी भी अतर आधारत

नौसचालन णाल म उपयोग कता( को िथतनधा(रण

U)या हत [यनतम चार उपdह क नरतर PDयता

अयावXयक ह इस1लए व1भ[न उपdहय तारमडल

का अययन Uकया गया अनक वकqप सोच गए

उनका क8gtयटर 1स8यलशन भी Uकया गया कम

लागत सरल चालन उपयोगकता( को पाई जान वाल

यथाथ(ता एव सवा को यान म रखन हए गहन

अययन क पXचात इस तावत नौसचालन णाल क

1लए सात उपdह का तारामडल निXचत Uकया गया

िजसम तीन उपdह भ-िथर मणका (GEO) म

)मश 34deg83deg132deg रखाश पर थापत Uकए जाएग

शष चार उपdह म स दो उपdह भ-तqयकाल मण

का (GSO) म 55deg अाश पर और अ[य दो 111deg

अाश पर 29deg झकाव क साथ थापत Uकए जाएग

इस कार क Wया1मतय सरचना स सात उपdह

नरतर भारतीय भ- (सवा ) म उपयोगकता(ओ को

िथत नधा(रण U)या हत हमशा PDटमान रहग इस

तारामडलय सरचना स 30 स बहतर क जीडीओपी

(GDOP) ािgtत भी सनिXचत क गई ह इन सभी

उपdह को भारतीय वीय उपdह पण यान

(पीएसएलवी) bवारा सतीश धवन उपdह क

29

(ीहरकोटा) स अतर भ-थानातरण मणका म

पत Uकया जाएगा

उपह स8पण - इस णाल क सभी सात उपdह क

सरचना एक समान होगी दायभार एव अ[य सभी

उपकरण इसरो क कqपना बस म वशष नौसचालन

अ1भयान हत आवXयक परवत(न करक समि[वत Uकया

गया ह उपdह का उथापन वजन (Lift of Mass)

1425 Uकdा क साथ-साथ शDक वजन (Dry Mass)

616 Uकdा होगा सौर पनल का 215 मीX18

मी रखा गया ह जो 1268 वॉट पावर ऊजा( दगा

dहण क दौरान ऊजा( पत ( क 1लए 64 Ah Li-ion बटर

भी रखी गई ह इन सभी उपdह को भ1म-खड िथत

सवा म वतरत नयण क bग bवारा नरतर

मॉनीटर Uकया जाएगा

(2) भ म खड- भ1म खड म~यत अतर म उपdह

तारामडल का नयण सचालन एव नौसचालन

आकड़ नमा(ण करन क 1लए अवरत काय(

करगा इस भ1म खड म न8न1लVखत आवXयक

सवधाए होगी

1 उपdह नयण क

2 नौसचालन नयण क

3 परासन क (सीडीएमए एव लसर परासन)

4 समय एव आकड़ा उव(-कड़ी टशन

5 आकड़ा सचार जाल

30

उपdह क अतर म सह िथत उनक का

सबधी ताजा-सचनाए ािgtत क 1लए दर1मत-दरादश

एव आयनमडलय मॉडलग सशोधन U)या क 1लए

20 परास एव इटdीट मॉनीटरग टशन (IRIMs)

सपण( सवा म वतरत Uकए जाएग िजनम 6

सीडीममए परासन 1 लसर परासन क bग एव 1

परमािवक घड़ी स सिWजत नटवक( टाई1मग सटर

भी शा1मल ह

नौसचालन नयण क का म~य काय( त क आकड़ा

सचार जाल bवारा ाgtत सचनाओ को ससाधत करक

एक परभाषत नौसचालन सदश का नमा(ण करना

िजसम उपdह क अतर म कvय िथत समय

आयनमडलय ट-सशोधन एव अ[य सशोधत सचनाए

हो ह उनको त क अप-1लक टशन को भजना ह

(3) उपयोगकता खड - उपयोगकता( खड म उपभोSता

अपन नौसचालन अ1भdाह (रसीवर) क जरए भारतीय

भ- (भ1म वाय एव सम) म सह िथत नधा(रण

सवा सटक समय क जानकार ाgtत कर सकत ह

इस णाल bवारा विXवक िथत नधा(रण णाल

(जीपीएस) क समान दो कार क सवाए उपलBध कराई

जाएगी िजसम (1) सामा[य िथत नधा(रण सवा

जो सभी कार क उपभोSताओ को सरलता स उपलBध

31

होगी िजसम lt20 मी तक क यथाथ(ता अपvत ह

और (2) 1स1मत(Restricted) िथत नधा(रण सवा जो

1स1मत ाधकत उपभोSताओ को ह उपलBध होगी इस

सवा क यथाथ(ता सामा[य िथत नधा(रण सवा स कई

गना बहतर होगी इस सवा म थान (पोिजशन) क

अतरSत सटक समय क सचना भी शा1मल ह और

य सभी सकत एि[)gtटड िथत म होग इस सवा को

ाgtत करन क 1लए bव-आकत अ1भdाह का उपयोग

करना होगा

32

उपह सचार (SATCOM)

पछल चार दशक म हमन दश क सवागी वकास म

भारतीय अतर काय()म का भाव दखा ह इस

काय()म म उपdह सचार णा1लय क भ1मका अयत

महवपण( ह उपdह सचार ौbयोगक bवारा पवी क

वशाल म आथ(क PिDट स सती (LOW COST) एव

वXवसनीय सचार तथा सपक( |यवथा थापत क जा

सकती ह दश का समd वकास तभी सभव होगा जब

हम दश क दर-दराज क दग(म एव dामीण म

आपसी सचार तथा सपक( |यवथा कायम कर पायग

िजसम उपdह सचार ौbयोगक एक मा वXवसनीय

तकनीक ह आज हमार दश म इ[सट तथा जीसट

णी क अनक सचार उपdह dामसट वीआरएस

(Village Resources System) एव अ[य अनक

परयोजनाओ क अतग(त दरसचार दरदश(न सारण

1शा वाय भ1म जगल एव सम सवtण

33

उ[नत मौसम मानटरन आपित |यवथापन जसी

अनक जन-कqयाणकार सवधाए दान कर रह हc

भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) क

अहमदाबाद क (SAC) का एसएनएए उपdह सचार

अनयोग अतग(त व1भ[न णा1लया एव उपकरण क

वकास तथा नमा(ण काय( म काय(रत ह िजसम मख

ह-

(1) Iलट मानटरन णालः-

इ[सट-एमएसएस आधारत लट मानटरन णाल

(FMS) म~यतः दश क परवहन (सड़क रल सम)

म काय(रत व1भ[न सगठन उbयोग क आवXयकताओ

को यान म रख कर वकसीत क गई ह यह सचार

उपdह आधारत वय सचा1लत लट मानटरन णाल

ह िजसक सवाए भारतीय उपमहाbवीप उपरात

सागर म भी उपलBध ह परवहन सचालक अपन

लट क वत(मान अपिथत (पोिजशन) समय एव

उनक सामयक गत पर ऑन-लाइन नगरानी रखन क

1लए इस योग म ल सकत हc आकिमक परिथत

म लट bवारा सvgtत सदश (Short messages of 40

34

characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

35

सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

29

(ीहरकोटा) स अतर भ-थानातरण मणका म

पत Uकया जाएगा

उपह स8पण - इस णाल क सभी सात उपdह क

सरचना एक समान होगी दायभार एव अ[य सभी

उपकरण इसरो क कqपना बस म वशष नौसचालन

अ1भयान हत आवXयक परवत(न करक समि[वत Uकया

गया ह उपdह का उथापन वजन (Lift of Mass)

1425 Uकdा क साथ-साथ शDक वजन (Dry Mass)

616 Uकdा होगा सौर पनल का 215 मीX18

मी रखा गया ह जो 1268 वॉट पावर ऊजा( दगा

dहण क दौरान ऊजा( पत ( क 1लए 64 Ah Li-ion बटर

भी रखी गई ह इन सभी उपdह को भ1म-खड िथत

सवा म वतरत नयण क bग bवारा नरतर

मॉनीटर Uकया जाएगा

(2) भ म खड- भ1म खड म~यत अतर म उपdह

तारामडल का नयण सचालन एव नौसचालन

आकड़ नमा(ण करन क 1लए अवरत काय(

करगा इस भ1म खड म न8न1लVखत आवXयक

सवधाए होगी

1 उपdह नयण क

2 नौसचालन नयण क

3 परासन क (सीडीएमए एव लसर परासन)

4 समय एव आकड़ा उव(-कड़ी टशन

5 आकड़ा सचार जाल

30

उपdह क अतर म सह िथत उनक का

सबधी ताजा-सचनाए ािgtत क 1लए दर1मत-दरादश

एव आयनमडलय मॉडलग सशोधन U)या क 1लए

20 परास एव इटdीट मॉनीटरग टशन (IRIMs)

सपण( सवा म वतरत Uकए जाएग िजनम 6

सीडीममए परासन 1 लसर परासन क bग एव 1

परमािवक घड़ी स सिWजत नटवक( टाई1मग सटर

भी शा1मल ह

नौसचालन नयण क का म~य काय( त क आकड़ा

सचार जाल bवारा ाgtत सचनाओ को ससाधत करक

एक परभाषत नौसचालन सदश का नमा(ण करना

िजसम उपdह क अतर म कvय िथत समय

आयनमडलय ट-सशोधन एव अ[य सशोधत सचनाए

हो ह उनको त क अप-1लक टशन को भजना ह

(3) उपयोगकता खड - उपयोगकता( खड म उपभोSता

अपन नौसचालन अ1भdाह (रसीवर) क जरए भारतीय

भ- (भ1म वाय एव सम) म सह िथत नधा(रण

सवा सटक समय क जानकार ाgtत कर सकत ह

इस णाल bवारा विXवक िथत नधा(रण णाल

(जीपीएस) क समान दो कार क सवाए उपलBध कराई

जाएगी िजसम (1) सामा[य िथत नधा(रण सवा

जो सभी कार क उपभोSताओ को सरलता स उपलBध

31

होगी िजसम lt20 मी तक क यथाथ(ता अपvत ह

और (2) 1स1मत(Restricted) िथत नधा(रण सवा जो

1स1मत ाधकत उपभोSताओ को ह उपलBध होगी इस

सवा क यथाथ(ता सामा[य िथत नधा(रण सवा स कई

गना बहतर होगी इस सवा म थान (पोिजशन) क

अतरSत सटक समय क सचना भी शा1मल ह और

य सभी सकत एि[)gtटड िथत म होग इस सवा को

ाgtत करन क 1लए bव-आकत अ1भdाह का उपयोग

करना होगा

32

उपह सचार (SATCOM)

पछल चार दशक म हमन दश क सवागी वकास म

भारतीय अतर काय()म का भाव दखा ह इस

काय()म म उपdह सचार णा1लय क भ1मका अयत

महवपण( ह उपdह सचार ौbयोगक bवारा पवी क

वशाल म आथ(क PिDट स सती (LOW COST) एव

वXवसनीय सचार तथा सपक( |यवथा थापत क जा

सकती ह दश का समd वकास तभी सभव होगा जब

हम दश क दर-दराज क दग(म एव dामीण म

आपसी सचार तथा सपक( |यवथा कायम कर पायग

िजसम उपdह सचार ौbयोगक एक मा वXवसनीय

तकनीक ह आज हमार दश म इ[सट तथा जीसट

णी क अनक सचार उपdह dामसट वीआरएस

(Village Resources System) एव अ[य अनक

परयोजनाओ क अतग(त दरसचार दरदश(न सारण

1शा वाय भ1म जगल एव सम सवtण

33

उ[नत मौसम मानटरन आपित |यवथापन जसी

अनक जन-कqयाणकार सवधाए दान कर रह हc

भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) क

अहमदाबाद क (SAC) का एसएनएए उपdह सचार

अनयोग अतग(त व1भ[न णा1लया एव उपकरण क

वकास तथा नमा(ण काय( म काय(रत ह िजसम मख

ह-

(1) Iलट मानटरन णालः-

इ[सट-एमएसएस आधारत लट मानटरन णाल

(FMS) म~यतः दश क परवहन (सड़क रल सम)

म काय(रत व1भ[न सगठन उbयोग क आवXयकताओ

को यान म रख कर वकसीत क गई ह यह सचार

उपdह आधारत वय सचा1लत लट मानटरन णाल

ह िजसक सवाए भारतीय उपमहाbवीप उपरात

सागर म भी उपलBध ह परवहन सचालक अपन

लट क वत(मान अपिथत (पोिजशन) समय एव

उनक सामयक गत पर ऑन-लाइन नगरानी रखन क

1लए इस योग म ल सकत हc आकिमक परिथत

म लट bवारा सvgtत सदश (Short messages of 40

34

characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

35

सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

30

उपdह क अतर म सह िथत उनक का

सबधी ताजा-सचनाए ािgtत क 1लए दर1मत-दरादश

एव आयनमडलय मॉडलग सशोधन U)या क 1लए

20 परास एव इटdीट मॉनीटरग टशन (IRIMs)

सपण( सवा म वतरत Uकए जाएग िजनम 6

सीडीममए परासन 1 लसर परासन क bग एव 1

परमािवक घड़ी स सिWजत नटवक( टाई1मग सटर

भी शा1मल ह

नौसचालन नयण क का म~य काय( त क आकड़ा

सचार जाल bवारा ाgtत सचनाओ को ससाधत करक

एक परभाषत नौसचालन सदश का नमा(ण करना

िजसम उपdह क अतर म कvय िथत समय

आयनमडलय ट-सशोधन एव अ[य सशोधत सचनाए

हो ह उनको त क अप-1लक टशन को भजना ह

(3) उपयोगकता खड - उपयोगकता( खड म उपभोSता

अपन नौसचालन अ1भdाह (रसीवर) क जरए भारतीय

भ- (भ1म वाय एव सम) म सह िथत नधा(रण

सवा सटक समय क जानकार ाgtत कर सकत ह

इस णाल bवारा विXवक िथत नधा(रण णाल

(जीपीएस) क समान दो कार क सवाए उपलBध कराई

जाएगी िजसम (1) सामा[य िथत नधा(रण सवा

जो सभी कार क उपभोSताओ को सरलता स उपलBध

31

होगी िजसम lt20 मी तक क यथाथ(ता अपvत ह

और (2) 1स1मत(Restricted) िथत नधा(रण सवा जो

1स1मत ाधकत उपभोSताओ को ह उपलBध होगी इस

सवा क यथाथ(ता सामा[य िथत नधा(रण सवा स कई

गना बहतर होगी इस सवा म थान (पोिजशन) क

अतरSत सटक समय क सचना भी शा1मल ह और

य सभी सकत एि[)gtटड िथत म होग इस सवा को

ाgtत करन क 1लए bव-आकत अ1भdाह का उपयोग

करना होगा

32

उपह सचार (SATCOM)

पछल चार दशक म हमन दश क सवागी वकास म

भारतीय अतर काय()म का भाव दखा ह इस

काय()म म उपdह सचार णा1लय क भ1मका अयत

महवपण( ह उपdह सचार ौbयोगक bवारा पवी क

वशाल म आथ(क PिDट स सती (LOW COST) एव

वXवसनीय सचार तथा सपक( |यवथा थापत क जा

सकती ह दश का समd वकास तभी सभव होगा जब

हम दश क दर-दराज क दग(म एव dामीण म

आपसी सचार तथा सपक( |यवथा कायम कर पायग

िजसम उपdह सचार ौbयोगक एक मा वXवसनीय

तकनीक ह आज हमार दश म इ[सट तथा जीसट

णी क अनक सचार उपdह dामसट वीआरएस

(Village Resources System) एव अ[य अनक

परयोजनाओ क अतग(त दरसचार दरदश(न सारण

1शा वाय भ1म जगल एव सम सवtण

33

उ[नत मौसम मानटरन आपित |यवथापन जसी

अनक जन-कqयाणकार सवधाए दान कर रह हc

भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) क

अहमदाबाद क (SAC) का एसएनएए उपdह सचार

अनयोग अतग(त व1भ[न णा1लया एव उपकरण क

वकास तथा नमा(ण काय( म काय(रत ह िजसम मख

ह-

(1) Iलट मानटरन णालः-

इ[सट-एमएसएस आधारत लट मानटरन णाल

(FMS) म~यतः दश क परवहन (सड़क रल सम)

म काय(रत व1भ[न सगठन उbयोग क आवXयकताओ

को यान म रख कर वकसीत क गई ह यह सचार

उपdह आधारत वय सचा1लत लट मानटरन णाल

ह िजसक सवाए भारतीय उपमहाbवीप उपरात

सागर म भी उपलBध ह परवहन सचालक अपन

लट क वत(मान अपिथत (पोिजशन) समय एव

उनक सामयक गत पर ऑन-लाइन नगरानी रखन क

1लए इस योग म ल सकत हc आकिमक परिथत

म लट bवारा सvgtत सदश (Short messages of 40

34

characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

35

सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

31

होगी िजसम lt20 मी तक क यथाथ(ता अपvत ह

और (2) 1स1मत(Restricted) िथत नधा(रण सवा जो

1स1मत ाधकत उपभोSताओ को ह उपलBध होगी इस

सवा क यथाथ(ता सामा[य िथत नधा(रण सवा स कई

गना बहतर होगी इस सवा म थान (पोिजशन) क

अतरSत सटक समय क सचना भी शा1मल ह और

य सभी सकत एि[)gtटड िथत म होग इस सवा को

ाgtत करन क 1लए bव-आकत अ1भdाह का उपयोग

करना होगा

32

उपह सचार (SATCOM)

पछल चार दशक म हमन दश क सवागी वकास म

भारतीय अतर काय()म का भाव दखा ह इस

काय()म म उपdह सचार णा1लय क भ1मका अयत

महवपण( ह उपdह सचार ौbयोगक bवारा पवी क

वशाल म आथ(क PिDट स सती (LOW COST) एव

वXवसनीय सचार तथा सपक( |यवथा थापत क जा

सकती ह दश का समd वकास तभी सभव होगा जब

हम दश क दर-दराज क दग(म एव dामीण म

आपसी सचार तथा सपक( |यवथा कायम कर पायग

िजसम उपdह सचार ौbयोगक एक मा वXवसनीय

तकनीक ह आज हमार दश म इ[सट तथा जीसट

णी क अनक सचार उपdह dामसट वीआरएस

(Village Resources System) एव अ[य अनक

परयोजनाओ क अतग(त दरसचार दरदश(न सारण

1शा वाय भ1म जगल एव सम सवtण

33

उ[नत मौसम मानटरन आपित |यवथापन जसी

अनक जन-कqयाणकार सवधाए दान कर रह हc

भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) क

अहमदाबाद क (SAC) का एसएनएए उपdह सचार

अनयोग अतग(त व1भ[न णा1लया एव उपकरण क

वकास तथा नमा(ण काय( म काय(रत ह िजसम मख

ह-

(1) Iलट मानटरन णालः-

इ[सट-एमएसएस आधारत लट मानटरन णाल

(FMS) म~यतः दश क परवहन (सड़क रल सम)

म काय(रत व1भ[न सगठन उbयोग क आवXयकताओ

को यान म रख कर वकसीत क गई ह यह सचार

उपdह आधारत वय सचा1लत लट मानटरन णाल

ह िजसक सवाए भारतीय उपमहाbवीप उपरात

सागर म भी उपलBध ह परवहन सचालक अपन

लट क वत(मान अपिथत (पोिजशन) समय एव

उनक सामयक गत पर ऑन-लाइन नगरानी रखन क

1लए इस योग म ल सकत हc आकिमक परिथत

म लट bवारा सvgtत सदश (Short messages of 40

34

characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

35

सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

32

उपह सचार (SATCOM)

पछल चार दशक म हमन दश क सवागी वकास म

भारतीय अतर काय()म का भाव दखा ह इस

काय()म म उपdह सचार णा1लय क भ1मका अयत

महवपण( ह उपdह सचार ौbयोगक bवारा पवी क

वशाल म आथ(क PिDट स सती (LOW COST) एव

वXवसनीय सचार तथा सपक( |यवथा थापत क जा

सकती ह दश का समd वकास तभी सभव होगा जब

हम दश क दर-दराज क दग(म एव dामीण म

आपसी सचार तथा सपक( |यवथा कायम कर पायग

िजसम उपdह सचार ौbयोगक एक मा वXवसनीय

तकनीक ह आज हमार दश म इ[सट तथा जीसट

णी क अनक सचार उपdह dामसट वीआरएस

(Village Resources System) एव अ[य अनक

परयोजनाओ क अतग(त दरसचार दरदश(न सारण

1शा वाय भ1म जगल एव सम सवtण

33

उ[नत मौसम मानटरन आपित |यवथापन जसी

अनक जन-कqयाणकार सवधाए दान कर रह हc

भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) क

अहमदाबाद क (SAC) का एसएनएए उपdह सचार

अनयोग अतग(त व1भ[न णा1लया एव उपकरण क

वकास तथा नमा(ण काय( म काय(रत ह िजसम मख

ह-

(1) Iलट मानटरन णालः-

इ[सट-एमएसएस आधारत लट मानटरन णाल

(FMS) म~यतः दश क परवहन (सड़क रल सम)

म काय(रत व1भ[न सगठन उbयोग क आवXयकताओ

को यान म रख कर वकसीत क गई ह यह सचार

उपdह आधारत वय सचा1लत लट मानटरन णाल

ह िजसक सवाए भारतीय उपमहाbवीप उपरात

सागर म भी उपलBध ह परवहन सचालक अपन

लट क वत(मान अपिथत (पोिजशन) समय एव

उनक सामयक गत पर ऑन-लाइन नगरानी रखन क

1लए इस योग म ल सकत हc आकिमक परिथत

म लट bवारा सvgtत सदश (Short messages of 40

34

characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

35

सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

33

उ[नत मौसम मानटरन आपित |यवथापन जसी

अनक जन-कqयाणकार सवधाए दान कर रह हc

भारतीय अतर अनसधान सगठन (इसरो) क

अहमदाबाद क (SAC) का एसएनएए उपdह सचार

अनयोग अतग(त व1भ[न णा1लया एव उपकरण क

वकास तथा नमा(ण काय( म काय(रत ह िजसम मख

ह-

(1) Iलट मानटरन णालः-

इ[सट-एमएसएस आधारत लट मानटरन णाल

(FMS) म~यतः दश क परवहन (सड़क रल सम)

म काय(रत व1भ[न सगठन उbयोग क आवXयकताओ

को यान म रख कर वकसीत क गई ह यह सचार

उपdह आधारत वय सचा1लत लट मानटरन णाल

ह िजसक सवाए भारतीय उपमहाbवीप उपरात

सागर म भी उपलBध ह परवहन सचालक अपन

लट क वत(मान अपिथत (पोिजशन) समय एव

उनक सामयक गत पर ऑन-लाइन नगरानी रखन क

1लए इस योग म ल सकत हc आकिमक परिथत

म लट bवारा सvgtत सदश (Short messages of 40

34

characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

35

सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

34

characters) भजन क 1लए भी इस उपयोग म 1लया जा

सकता ह इस णाल को राDEय तर पर मानटरन

नयण एव नगरानी (Surveillance) काय()म क +प म

ायोिजत Uकया जा सकता ह यह एक तरह का उपdह

सचार नटवक( ह िजसक म~य तीन घटक ह ndash

(1) जीपीएस एककत रपोटग ट1म(नल िजस Uकसी भी

लट पर थापत (mounting)Uकया जा सकता ह

(2) सचार कडी क +प म इ[सट-एमएसएस का SXC

षानकर

(3) सी-बcड भ-क नटवक( मानटरन णाल (NMS)

इटरनट सयोजनकता भौगो1लक सचना णाल

(GIS) पोट(ल एSसस हत

रपोटग ट1म(नल एस-बcड (267756-267856MHz) म

काय( करता ह इसम जीपीएस रसीवर एककत ह जो

िलट क वत(मान िथत (लोकशन-इ[फोरमशन) एव

सटक समय क सचना नमा(ण करता ह इसी सचना

क साथ ट1म(नल क मसज जनरटर म एक कट-सकत

भी नमा(ण Uकया जाता ह िजसम ट1म(नल का (हमार

1लए लट का) अधकत पहचान )माक उसक

सचालक का कोड एव अ[य उपयSत सचनाए होती ह

बाद म इन दोन को सि8म1लत कर क बीपीएस को

माड1लत Uकया जाता ह बाद म इस 1सनल को एस

बcड म परवत(त कर क ट1म(नल क एटना bवारा

सचार उपdह क ओर सचारत Uकया जाता ह

35

सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

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प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

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सचार उपdह (इसट) का एमएसएस SXC षानकर

रपोटग ट1म(नल स ाgtत 1सनल को सी-बcड म

+पातरत करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त कर क पवी िथत भ-क क ओर पनः

सारत करता ह

उपdह bवारा पनः सारत C बcड 1सनल को नटवक( क

हब (भ-क ) bवारा ाgtत Uकया जाता ह इसी हब म

जीआईएस सव(र थापत Uकया ह जो नटवक( मनजम[ट

णाल (सॉटवयर) क जरय लट क सामयक

िथत क8gtयटर-मानच क +प म क8gtयटर )न

पर ऑनलाइन द1श(त करता ह उपयोगकता( इटरनट

क जरय अपनी लट को कह स भी मानटरन कर

सकता ह

लट मानटरन णाल एक वाहक आवित पर लगभग

900 लस (सड़क वाहन रलव जहाज) को 1 घट क

नहत अतराल म सारण सवधा दान करन क 1लए

सम ह अतर उपयोग क[ (सक) न मय

सवtण वभाग पोरबदर क परसर म इस णाल का

भ-क (स[Eल हब) थापत Uकया ह जो अनवरत

काय(रत ह

परवहन सचालक (उपयोगकता() इस णाल क मायम

स थान-नधा(रण समय क सचना क साथ-साथ लट

(वाहन रल जहाज) क ाइवरकgtतान का नाम लट

का अनसची (Scheduled) थानगत|य थान समय

36

और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

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और उस पर लदत (LOADED) सामान क ववरण क

सचना भी सि8म1लत कर सकत हc इस तरह स यह

णाल परवहन क 1लए बहत ह लाभदायक एव

काय(द 1स हो सकती ह

(2) इ0सट एमएसएस रपोKटLग सवाः-

इ[सट एमएसएस रपोटग सवा (टाइप-सी) एक छोट स

बटर चा1लत ट1म(नल bवारा भारतीय उप महाbवीप

उपरात सागर म Uकसी भी दरथ थान स नटवक(

क हब को सvgtत सदश सारण करन क 1लए अतर

उपयोग क (SAC) क एसएनएए bवारा वकसीत क

ह क य हब bवारा ाgtत सदश को क8gtयटर )न

फSस अथवा तो थानीय ट1लफोन नटवक( (PSTN) क

जरय उसक अधकत गत|य थान तक पहचाया जाता

ह नटवक( का हब दqल भ-क[ परसर म थापत

Uकया गया ह

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ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

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वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

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(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

37

ट1म(नल bवारा पहल स सdहत क-पड bवारा न1म(त

अथवा तो कट-सकत (Coded-messages) भजन क 1लए

इस योग म 1लया जा सकता ह

उपयोgtगता (Applications)

bull दश क Uकसी भी भौगो1लक स म~यालय

को रपोटग

bull लट मोनटरन नयण णाल म

bull पव(तारोहसनक अ1भयान म

bull आपित |यवथापन णाल म

bull मौसम सबधीसचनाए (DATA) रपोटग हत

क bवारा इस णाल का ौbयोगक हतातरण

(Technology-Transfer) तीन स Wयादा

नजी कपनय को Uकया ह िजसक bवारा कछ

उपकरण अमरका क बोइग कपनी को वU)त Uकए

हc बोइग इनका उपयोग सनक वाययान

णा1लय म कर सकती ह

(3) -वचा लत मौसम मानटरन -टशन (AWS)-

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

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भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

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(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

38

वचा1लत मौसम मानटरन टशन मौसम वTान

(metrological) सबधी xबना सहायता (un-attended)

स चलन वाला उपकरण ह जो थानीय मौसम

सबधत सचनाए (DATA) जस Uक |यापक तापमान

दाब साप आ(ता बारश पवन क गत एव दशा

आद क सामयक सचना ाgtत करक इस eडिजटल

व+प म +पातरत करक एक घट क निXचत

समय अतराल म भारतीय मौसम वभाग (IMD) को

सचार उपdह (कqपना-1) क मायम स सारत

करता ह यह एक टशन व1भ[न 16 सवदक स

सचना ाgtत करन म सम ह दश क व1भ[न

भौगो1लक स थानीय मौसम सबधी सचनाए

ाgtत करन क 1लए ऐस 1000 स Wयादा उपकरण

काय(रत ह

दश का मौसम सारण वभाग (IMD) इन सचनाओ

को वातवक काल म ाgtत करक उस उचत फामtट

म सशोधत करक सdहत करता ह मौसम

वभाग क वबसाइट क जरय इस dाUफकल

योSता इ[टरफस (GUI) bवारा क8gtयटर ि)न पर

भी दखा जा सकता ह

(4) इ0सट एमएसएस टाइप-डी णालः

Uकसी भी ाकतक आपातक1लत परिथत म जब

परपरागत सभी सचार |यवथा वस हो जाती ह

उस परिथत म उपdह सचार णाल एक मा

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

39

वXवसनीय वकqप ह भारतीय भ- तथा सम

म Uकसी भी दो दरथ थान क बीच वरत

सचार सपक( |यवथा थापत करन हत अतर

उपयोग क (SAC) न इस णाल को वक1सत तथा

काया(ि[वत भी Uकया ह

दो सवाzय छोट उपdह ट1म(नल क बीच सीधी

सचार-सपक( |यवथा (वन और सचना (DATA))

सचार उपdह (इ[सट) का एमएसएस षानकर

(SXC) एक क[य हब पिBलक वीच टलफोन

नटवक( (PSTN) क जरय थापत Uकया जाता ह

यह णाल lsquoडामाrsquo (Demand Assigned Multiple

Access - DAMA) आधारत ह िजसम दो सामा[य

(common) 1सनल चनqस bवारा सपण( नटवक(

काया(ि[वत होता ह एक 1सनल चनल सभी

ट1म(नqस bवारा नवदन (Request) भजन क 1लए

तथा दसर सामा[य चनल सभी ट1म(नqस क बीच

सचार क 1लए हब bवारा आबटत क जाती ह

इस तरह स आपातकालन परिथत म Uकसी दो

भौगो1लक PिDट स पहच क बाहर क क बीच

वरत अबाधत एव आथ(क PिDट स सती सचार

|यवथा थापत करन क 1लए यह णाल बहत

उपयोगी ह

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

वाला ए1शया का थम दश ह िजसन यह णाल

वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

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21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

40

(5) शोध एव बचाव त (Search amp Rescue)

शोध एव बचाव त सचार उपdह bवारा दान क

गई बहत ह महवपण( सवा ह यह सवा

अतरराDEय कोपास-सारसट णाल अतग(त

काया(ि[वत ह भारत इस णाल को थापत करन

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वक1सत करक उस एक नोडल एज[सी क +प म

काया(ि[वत भी Uकया ह

इस सवा का म~य उXय हवाई जहाज सम

जहाज पव(तारोह या Uकसी भी |यिSत bवारा भज

गए वपित (Distress) क सदश क लोकशन क

जानकार ाgtत करक वहा पर सरा बचाव टम

भजना एव वपित म फस लोग को वरत सरvत

थान अपताल तक पहचाना ह

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

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(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

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को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

41

भारत (इसरो) न इस सवा क 1लए दो स Wयादा भ-

क थापत Uकए हc जो कोपास-सारसट णाल स

ाgtत वपित क सदश को ाgtत कर क सकरण

करत हc साथ ह एक भ-क[ म सचार उपdह

bवारा ाgtत वपित क सदश का सकरण करता

ह इस णाल का नयण क बगलोर म थापत

Uकया ह

वपित क सकत षत कर रह ष क िथत

एव उसक अ[य आवXयक जानकार वरत पता

करक बचाव और सम[वय क को सचत Uकया

जाना ह पछल दस साल म भारत न इस सवा

bवारा समय पर उचत कार(वाई करक लगभग 2000

लोग क जान बचाई ह

(6) ामीण ससाधन क04 (VRC)

अतर ौbयोगक आधारत सामािजक सवाओ को

दश क dामीण जनस~या तक सीध पहचान क 1लए

dामीण ससाधन क (VRCrsquos) क थापना दश क

तिDठत गर सरकार सगठन राWय तथा क य

एज1सय क साथ 1मलकर श+ क हc य क

(VRCs) दश क तिDठत कष वXववbयालय

कौशल वकास सथान अपताल Tान-वशषT

क वशष बाजार क क साथ उपdह सचार

नटवक( णाल क जरय जड हए हc इन क

bवारा नय1मत +प स व1भ[न समाजोपयोगी

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

42

स सबधत PXय-ा|य काय()म का आयोजन

नय1मत +प स Uकया जाता ह जस Uक कष

बागवानी पश-मय पालन अनपरक 1शा

वाय दखभाल महला सशिSतकरण क8gtयटर

सारता आद

(7) ampवपिQत चतावनी ampष (DAT)

कxम सचार उपdह (इसट-3A) आधारत वपित

(DISTRESS) चतावनी ष का वकास एव नमा(ण

दश क सागर तट म काय(रत मछआर क

सरा क 1लए भारतीय तटरक दल (ICG) क

अनरोध पर Uकया गया ह Uकसी भी आकिमक

सSटावथा क िथत म सहायता पान क 1लए इस

उपयोग म 1लया जा सकता ह जस Uक ndash नाव म

आग लगना नाव का डबना चUकसा सहायता

अथवा अ[य कोई भी सकटावथा

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

43

सकटावथा क कार क अनसार उपयोगकता(

(मछआरा) bवारा उपकरण पर द गई िवच दबान

स इस णाल का चतावनी षत तVणक सU)य

हो कर एक व1शDट कार का सकत सारत करता

ह िजसम नाव का पजीकत पहचान )माक उसक

वत(मान अविथत (Current Location) समय

सकटावथा का कार आद क सामयक सचना

सि8म1लत होती ह इस सकत को सचार उपdह

क ओर सचारत Uकया जाता ह

इस अनयोग क 1लए सचार उपdह इ[सट-3A क

UHFXC डटा रल Eासपडर का उपयोग Uकया गया

ह जो चतावनी ष स ाgtत यएचएफ 1सनल को

ाgtत कर क उसक आवित को वतत-सी बड म

परवत(त करता ह बाद म उस उचत पावर पर

वध(त करक पवी क ओर पनः सारत करताह

सचार उपdह bवारा पनः सारत इस सकत को

ाgtत करन क 1लए च[नई िथत भ-क (MRCC)

अवरत काय(रत रहता ह जो सकत पात ह उसक

अन+प बचाव अ1भयान आरभ कर दता ह और

सकटdत नाव तक पहच कर उनक उपयSत

सहायता करता ह इस कार स डीएट मछआर क

Uकसी भी वपितजनक परिथत म तरत सहायता

पान क 1लए उपयSत एव काय(म उपकरण ह

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

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ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

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Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

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योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

44

(8) आपिQत चतावनी बधन णाल (DWS)

हमार दश क सरचना ह कछ ऐसी ह िजसस कछ

म ाकतक आपितओ का बार-बार आना एक आम

बात हो गई ह दश को सबस बड़ा सम Uकनारा भी

उपलिBध ह जहा कई बार च)ावात बाढ सना1म जसी

ाकतक घटनाओ का सामना बार-बार करना पडता ह

लोबल वॉ1मग क कारण भी हमार म मौसम बहत

ह तजी स परवत(त हो रहा ह इन सभी परिथतय

स नपटन क1लए इसरो न उपdह सचार आधारत एक

बहद आपित चतावनी बधन णाल का वकास Uकया

ह िजसस आपितdत लोग को समय पर चतावनी

दकर सरvत थान पर जान क सचना दकर उ[ह

बचाया जा सकता ह आज क समय म इस तरह क

णाल क दश को बहत बड़ी आवXयकता ह

यह णाल दो सचार उपdह bवारा सचा1लत होती ह

एक सचार उपdह (S-Band Satellite) पर िथत

वीएचआरआर एव अ[य सवदक उपकरण सम तफान

या च)ावात क सभवत थान (Location) उसक दशा

और गत सबधी सचनाए नटवक( क चतावनी बधन

क[ (HUB) को वातवक काल म सारत करत हc

बधन क िथत एक सॉटवयर (Network

Management Software ndash NMS) इन सचनाओ का

वXलषण कर क पता लगाना ह Uक Uकस म

आपित क आशका ह उसक अन+प एक चतावनी

सदश (Warning message) का नमा(ण कर क क (HUB)

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

45

को अप1लक टशन क जरय दसर सचार उपdह (Ku-

Band Satellite) क ओर सारत Uकया जाना ह

दश क सभी तटवत म इन सदश को ाgtत करन

क 1लए व1शDट कार क अ1भdाह टश[स थापत

Uकए गए हc चतावनी सदश ाgtत होन क साथ ह

इनम िथत एक तज आवाज वाला साइ[स सU)य हो

जाता ह और नयत समय तक बजता रहता ह इसी

दौरान राDEय दरदश(न (DTH) तथा थानक रeडयो

टशन bवारा भी चतावनी क सदश सारत Uकए जात

हc

(9) मी भ-क1 4ः-

पवी क अतीशीत तथा अतशDक भ- अटाक( टका

िथत भारतीय क मी भ-क (17deg5 11degE) और

भारत म गोवा िथत नशनल सटर फॉर अटाक( टका एड

ओशन रसच( (NCAOR) क क बीच उपdह सचार

णाल क मायम स सीध सचार सवधा थापत कर

क अतर उपयोग क क एसएनएए न उपdह

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

म (up to 5deg) काय(रत ह दो क ो क बीच सचार

|यवथा थापत करन क 1लए सी बड का योग

Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

न8न सचरण त न8न वषा(ीणन वतत

Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

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नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

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(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

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माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

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48

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1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

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वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

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(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

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(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

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योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

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सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

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नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

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50

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दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

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51

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52

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अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

46

सचार अनयोग काय()म अतग(त एक ऐतहा1सक

सीमाचzन थापत Uकया ह

अटाक( टका म भारतयी सचार उपdह (INSAT) क

सवधा उपलBध नह ह इस1लए इटलसट क IS-1002

भिथर सचार उपdह का उपयोग Uकया गया ह जो

359degE रखाश पर थापत ह और अत न8न कोण

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Uकया गया ह िजसक कछ नहत लाभ ह जस भी

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Uकरणपज वतार क षानकर क उपलBधता

अधकतम 1mbps डटा दर स दोन क क बीच वeडयो

कॉ[h1सग वeडयो E1मग इटरनट बाऊ1सग डटा

फाइल Eा[सफर जसी उपयSत सवधाए इस नटवक(

bवारा दान क जाती ह

अटाक( टका क जलवायवी (Climatic) पया(वरण को यान

म रखत हए सपण( नटवक( क अ1भकqपना क गई ह

SयUक वहा अधकतम तापमान +10degC [यनतम

तापमान -35degC और पवन क गत 200 Uकलोमीटर

त घटा तक होती ह

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

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को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

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Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

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1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

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लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

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वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

U)या सचा1लत करन क 1लय सम ह इ[ह

आवXयSता अनसार एक-चनल अथवा bव-चनल दोनो

तरक स सपत Uकया जा सकता ह

51

21वी सद म अतर म मानव क2 उपि-थत अगल औZयोgtगक2 [ाि0त को दशाती ह इस अतर औZयोgtगक2 [ाि0त भी कहा जा सकता ह इसका मतलब यह नह ]क [ाि0त सफ अतर म ह होगी इसका मलतः मतलब यह ह ]क अतर ampवान एव तकनीक2 क _ म1 हो रह [ाि0तकार परवतन एक नय अतर बाज़ार णाल एव ौZयोgtगक2य_ को ज0म द1ग

ndash डॉ एपीज अcदल कलाम

52

प तकालय एव परलख परभागप तकालय एव परलख परभाग अतिरकष उपयोग कदरअतिरकष उपयोग कदर

अहमदाबादअहमदाबाद ISBNISBN

47

(10) नVन लागत -वत एजसट नटवक ः-

उपdह सचार एव सचना ौbयोगक क आधनक

उपकरण क सहायता स 1शा क म भी आवXयक

सधार आ रह हc आज क परय म दरथ 1शा

णाल भी एक नई ौbयोगक क +प म उभर रह ह

इसक सभी उप णा1लया एव उपकरण आसानी स

बाजार म उपलBध ह यह णाल आज क च1लत

डायरSट ट होम (DTH) सवा क तरह न8न लागत एव

कम समय म कड़ी भी सरलता स थापत क जा

सकती ह इस णाल क लाभ एव सरल परचालनता

को दखत हए क (SAC) क एसएनएए म ऐस ह

न8न लागत वत आईपी सारण एव पारपरक

नटवक( का वकास एWयसट अनयोग काय()म अतग(त

Uकया ह जो डीवीबी-आरसीएस मानUकत एव अ[य सगत

काय()म को अपनी अd कडी क जरय सारत करन

म सपण( सम ह िजस नटवक( म पजीकत

(Registered) सभी कार क अ1भdाह ाgtत कर क

द1श(त कर सकत हc उपdह क तगमन कडी

(Return link) उपलBध हो तो उसक सहायता स नटवक(

क हब क साथ अ[यो[यU)या भी सभव ह

डीवीबी-एस मानUकत एएसआई काड( अथवा डीवीबी

माडलक काड( और क म वक1सत एक सॉटवयर (IP

ENGCAPSULATOR MULTIPLEXER MPEG-2 Transport

Stream Generator) क मदद स नटवक( क अdकडी

(Forward Link) वक1सत क गई अ[यो[यU)या सप[न

48

करन क 1लए क म ह वक1सत आईपीएल बड

मोडलक को योग म 1लया गया अd कडी क जरय

8mbps डाटा दर स बहवध काय()म को सारत Uकया

जाता ह िजस नटवक( क सभी अ1भdाह (ROT) लोकल

एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

अ[यो[य U)या भी सभव ह

1शा क म इस नटवक( क उपयोगता को दखत

हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

ौbयोगक हतातरत क ह आज बाजार म उपलBध

म~य वीसट नटवक( िजसक 1सफ( हब क लागत ह

70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

कोई भी नयण नह रहता क तलना म हमार क म

वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

एWयसट नटवक( दश क शVणक काय()म क 1लए

सता एव भाव उपाय ह

(11) यमटक़ा-ट

यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

परवत(न सबधी सचनाए आपस म बाटन उनका

वXलषण कर क थानक मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी पवा(नमान (Forecast) करन पर सहमत हइ थी

49

यमटसट bवारा सारत मौसम और ज़लवाय़ परवत(न

सबधी जानकार ाgtत करन क 1लए बोपल-सक परसर

म भक[ (BES) थापत U)या ह जो इ[सट णी क

उपdह bवारा सारत उRच वभदन रeडयोमीटर

(VHRR) तथा यमटकाट णाल bवारा ाgtत मौसम

सबधी सचनाए (DATA) ाgtत करक उनका वXलषण

वतरण करन म महवपण( भ1मका नभाता ह

(12) उपह अनवतन अ भKह

(Satellite Tracking Receiver)-

वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

लिBध ािgtत और आवित पन योग हत बहसUकण(

Uकरण पज (Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना का

योग होता ह िजसस अतर म थापत उपdह

क पच (Pitch) या रोल (Roll) अvय गत म होन वाला

थोडा सा भी गत परवत(न ऍि[टना क भ-वतार

(Coverage Area) को भावत करता ह इस भाव को

[यनतम करन क 1लय ओन बोड( अथवा भ- क[

सचा1लत अनवत(न णाल क अयावXयSता रहती ह

इस काय( क 1लय ववध तकनUकया च1लत ह उनम

एक- प[दन(Mono pulse) अनवत(न तकनUक अपन

नहत गणधम स अधक लाभ दायक 1स हइ ह

एक-प[दन अनवत(न णाल अनप य अUकय दोनो ह

तरक स काया(ि[वत क जा सकती ह अUकय

तकनUक वXवसनयता न8यता न8न पावर खपत

और अ[य नDपादन अ1भलणो स Wयादा लाभ दायक

और चालन म सरल होन स सह वकqप क प म

चना गया

50

एसएनएए क ऍसईआइडी (SEID) भाग bवारा ओन-

बोड( और भ- क[ सचा1लत अUकय एक-प[दन

अनवत(न अ1भdाह का वकास नमा(ण तथा सथापन

Uकया ह ओन-बोड( एक-प[दन अनवत(न अ1भdाह

िजसट -11 उपdह पर सफqतापव(क सलन Uकय

गया ह तथा भ- क[ सचा1लत अनवत(न अ1भdाह

दqल िथत दqल भ-क[ (DES) म थपत Uकया

ह जो वत(मान एव भवXय क बहसUकण( Uकरण पज

(Narrow Multi Spot beam) ऍि[टना वाल उपdह तथा

वशाल भ- क[ो क समवय स आवXयक अनवत(न

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51

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एरया नटवक( (LAN) bवारा एक साथ दख सकत हc

इसी लन स जड एल बड माडलक एव उपdह क वापस

कडी (Return link) bवारा नटवक( क हब क साथ

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हए तीन नजी भारतीय कपनय न इस नटवक( क

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70-80 लाख ह और उनक उपणा1लय पर हमारा

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वक1सत सपण(तः वत एव वनयxत न8न लागत

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सता एव भाव उपाय ह

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यरोपयन मौसम तथा जलवाय परवत(न सगठन

यमटसट (EUMATSAT) और भारत क बीच सन 2000

म एक समज़ौता वbयापन (MOU) पर हतार हए

थ िजसक तहत यमटसट ऍनऑऍऍ(NOAA)

सीऍनइस(CNES) उपdह स ाgtत मौसम और ज़लवाय़

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वत(मान क सभी आधनक उपdह म उRच ऍि[टना

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